नई दिल्ली, 21 अगस्त: केंद्रीय जल इंजीनियरिंग सेवाओं के अधिकारियों ने आज राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। इस मौके पर राष्ट्रपति ने उन्हें संबोधित करते हुए कहा कि पानी जीवन की मूलभूत आवश्यकता है। जल संसाधन प्रबंधन हमेशा सभी पीढ़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण कार्य रहा है।
उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग समाधान प्रदान करके जल बुनियादी ढांचे के विकास में केंद्रीय जल इंजीनियरिंग सेवाओं के अधिकारियों का योगदान देश को प्राकृतिक और मानव निर्मित जल संकट के खिलाफ अधिक लचीला बना देगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि अधिक आर्थिक विकास और बढ़ते शहरीकरण और विकास के साथ, उपलब्ध संसाधनों के इष्टतम उपयोग की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि जलवायु की बदलती प्रवृत्ति ने पहले ही जल क्षेत्र को प्रभावित करना शुरू कर दिया है और हमारे देश में विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग भौगोलिक और जलवायु पैटर्न हैं। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि केंद्रीय जल इंजीनियरिंग सेवा अधिकारियों से मौजूदा और आगामी चुनौतियों से निपटने के लिए समग्र दृष्टिकोण अपनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है। उन्होंने उन्हें टिकाऊ तरीके से जल संसाधनों के विकास और प्रबंधन पर जोर देने की सलाह दी।