नई दिल्ली, 12 जून: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश में कृषि उत्पादन, उत्पादकता और गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान करते हुए बुधवार को कहा कि घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति के अलावा दुनिया के अन्य देशों को भी जरूरत अनुसार कृषि उत्पाद निर्यात किया जाना चाहिए।

श्री चौहान ने यहां 100 दिनों की कृषि कार्ययोजना के संबंध में‌ मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों से विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि वे अपना पूरा ध्यान किसानोन्मुखी कार्यों पर रखें ताकि देश के किसानों और कृषि क्षेत्र के निरंतर विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की संकल्पना के मुताबिक तेजी से काम किया जा सकें।

बैठक में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर, कृषि सचिव मनोज अहूजा , कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग (डेयरी) के सचिव और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के महानिदेशक हिमांशु पाठक तथा सांसद भागीरथ चौधरी भी उपस्थित थे।

केंद्रीय कृषि मंत्री ने मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में, पहले 100 दिनों की विभागीय कार्ययोजना के सभी पहलुओं को समझने के साथ ही देश के कृषि क्षेत्र की मजबूती तथा किसानों के दुःख-दर्द को कम करने के लिए सशक्तता के साथ कदम उठाने के लिए दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसान भाइयों-बहनों को गुणवत्तापूर्ण खाद-बीज आदि वस्तुओं की उपलब्धता प्राथमिकता से सुनिश्चित की जानी चाहिए।

श्री चौहान ने जोर दिया कि देश में कृषि उत्पादन और उत्पादकता बढ़नी चाहिए। साथ ही अपनी घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति के अलावा दुनिया के अन्य देशों को भी जरूरत अनुसार गुणवत्तापूर्ण कृषि उत्पाद निर्यात कर सकें, ऐसी ठोस कार्ययोजना पर अमल करना चाहिए।

बैठक में, वरिष्ठ अधिकारियों ने विभागवार योजनाओं की प्रस्तुतियां दी।

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