काठमांडू, 22 जुलाई : सीपीएन-यूएमएल के अध्यक्ष और प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने पार्टी नेताओं को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि यदि कोई नेता पूर्व राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी के पक्ष में सामने आता है तो उसे अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना होगा।

पार्टी की केंद्रीय समिति की सोमवार को हुई बैठक में ओली ने अपनी स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने पार्टी के ऐसे नेताओं को चेतावनी दी जो लगातार पूर्व राष्ट्रपति के लिए प्रवक्ता के रूप में मीडिया में या पार्टी बैठक के बाहर बयान दे रहे हैं। केंद्रीय समिति के एक सदस्य के अनुसार, ओली ने विशेष रूप से कुछ नेताओं की ओर इशारा किया। उन्होंने कथित तौर पर ऐसे नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी।

ओली ने कहा कि उन्होंने रविवार को यूएमएल पार्टी कार्यालय में भंडारी के साथ लगभग दो घंटे की बातचीत की। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति भंडारी को राजनीतिक सुझाव दिए। ओली ने कहा कि उन्होंने अभी तक इस पर कोई जवाब नहीं दिया है। ओली ने कहा कि उन्होंने भंडारी को प्रधानमंत्री आवास पर आमंत्रित किया था, लेकिन उन्होंने इसके बजाय पार्टी कार्यालय में आने पर जोर दिया, जिससे वहीं पर बातचीत हुई।

ओली ने विशेष रूप से ईश्वर पोखारेल, सुरेंद्र पांडे और कर्ण बहादुर थापा जैसे वरिष्ठ नेताओं की आलोचना की। उन्होंने सवाल किया, कुछ नेताओं को उनके मुखपत्र के रूप में क्यों काम करना चाहिए? ओली ने दावा किया कि उन्हें पार्टी से अलग करने के वर्तमान प्रयास (जिन्हें ओली-मुक्त यूएमएल कहा जाता है) सफल नहीं होंगे।

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