नई दिल्ली, 24 नवंबर: उद्योगपति गौतम अडानी के खिलाफ अमेरिका में रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोप में अभियोग चलाने के संबंध में जांच का अनुरोध करते हुए उच्चतम न्यायालय में एक नई याचिका दायर की गई है। याचिका में कहा गया है कि इस कदम से ‘‘समूह द्वारा किए गए कदाचार का खुलासा हुआ है।’’
यह याचिका अधिवक्ता विशाल तिवारी द्वारा अडानी-हिंडनबर्ग विवाद में भारतीय कॉरपोरेट दिग्गज द्वारा शेयरों के मूल्य में हेरफेर के आरोपों से संबंधित याचिकाओं के समूह में एक अंतरिम आवेदन के रूप में दायर की गई है। गौतम अडानी पर अमेरिकी अभियोजकों ने सौर ऊर्जा अनुबंधों के लिए अनुकूल शर्तों के बदले भारतीय अधिकारियों को 25 करोड़ अमेरिकी डॉलर (करीब 2,100 करोड़ रुपये) से अधिक की रिश्वत देने की साजिश का हिस्सा होने का आरोप लगाया है।
अडानी समूह ने बृहस्पतिवार को इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा था कि अमेरिकी अभियोजकों के आरोप निराधार हैं और समूह सभी कानूनों का अनुपालन कर रहा है। उच्चतम न्यायालय के समक्ष अपनी याचिका में तिवारी ने दलील दी है कि अडानी के खिलाफ आरोप ‘‘गंभीर प्रकृति’’ के हैं और भारतीय अधिकारियों द्वारा उनकी जांच की जानी चाहिए।