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ईडी, आईटी और सीबीआई को विपक्ष के खिलाफ अति सक्रिय रहने को कहा गया है : राजद

पटना, 02 जनवरी: राष्ट्रीय जनता दल ने मंगलवार को दावा किया कि उसके पास ‘विश्वसनीय जानकारी’ है कि केंद्र ने ईडी, सीबीआई और आईटी विभाग को राम मंदिर उद्घाटन तक भाजपा विरोधी नेताओं के खिलाफ ‘अति सक्रिय’ रहने को कहा है।

राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में भाजपा पर देश को ‘पुलिसिया राज्य’ में बदलने का आरोप लगाते हुए इसके खिलाफ लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया ।

झा ने कहा, “इन एजेंसियों में विभिन्न स्तरों पर कुछ कर्तव्यनिष्ठ लोग हैं, जो लोग भाजपा के हाथों में राजनीतिक हथियार बनने के फरमान से खुश नहीं हैं। उन्हें 22 जनवरी जब मीडिया का ध्यान अयोध्या की ओर स्थानांतरित हो जाएगा, तक विपक्षी नेताओं के पीछे सक्रिय रहने का निर्देश दिया गया है ।

उन्होंने दावा किया, ”इस अवधि के दौरान, इन एजेंसियों को बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, दिल्ली, पंजाब, तमिलनाडु और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में विशेष रूप से सक्रिय रहने के लिए कहा गया है। जो प्रमुख विपक्षी नेता निशाने पर होंगे उनमें तेजस्वी यादव, अभिषेक बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, हेमंत सोरेन और एमके स्टालिन और उनके सहयोगी शामिल हैं।

झा का आरोप राजद नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को ईडी द्वारा जारी किए गए समन की पृष्ठभूमि में आया है, जिसमें उन्हें उनके पिता और पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद के रेल मंत्रित्वकाल से संबंधित नौकरियों के लिए भूमि घोटाले में पांच जनवरी को दिल्ली में पेश होने के लिए कहा गया है।

राजद सांसद ने कहा, ”हम ऐसी हरकतों से डरने वाले नहीं हैं. हालांकि यह भाजपा ही है जो राजनीतिक विद्वेष के तहत अपने विरोधियों के साथ इस तरह के हथकंडे का इस्तेमाल करती रही है। 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में उसे करारी हार मिली थी और अगले लोकसभा चुनाव में भी उसे इसी तरह के अपमान का सामना करना पड़ेगा।’

झा ने अयोध्या में मंदिर निर्माण को राजनीतिक रूप से भुनाने की कोशिश के लिए भाजपा की आलोचना करते हुए कहा, “वे राम के नहीं बल्कि नाथूराम (गांधी के हत्यारे) के अनुयायी हैं। दूसरी ओर, हम महात्मा गांधी के अनुयायी हैं, जो राम के एक सच्चे भक्त थे और जब उन्हें गोलियां लगीं, जिससे उनकी जान चली गई, तब भी उनके होठों पर भगवान का नाम था।’

उन्होंने आरोप लगाया कि 22 जनवरी तक की अवधि के दौरान, आप तीनों एजेंसियों को एक साथ काम करते हुए, फ़ाइलें साझा करते हुए देखेंगे जो उनके राजनीतिक आकाओं द्वारा उन्हें सौंपी जाएंगी।

उन्होंने कहा कि मंदिर के उद्घाटन के बाद थोड़ी शांति रहेगी और अप्रैल के अंतिम सप्ताह के बाद आप (उन) तथाकथित मामलों के बारे में कभी नहीं सुनेंगे।

हालांकि, भाजपा ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि एजेंसियां स्वतंत्र रूप से काम करती हैं और केवल वे ही लोग इनसे डरते हैं जो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।

झा के आरोप पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, राज्य भाजपा प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा, “ईडी, सीबीआई और आईटी स्वतंत्र एजेंसियां हैं और भाजपा कभी भी उनके कामकाज में हस्तक्षेप नहीं करती है। लेकिन जो लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, वे स्वाभाविक रूप से इनसे डरते हैं। राजद को विशेष रूप से सावधान रहना चाहिए क्योंकि उसके प्रमुख लालू प्रसाद को पहले ही चारा घोटाले के कई मामलों में दोषी ठहराया जा चुका है।’

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