नई दिल्ली, 19 मार्च: दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता जिस तरह न्यायालय में चल रही प्रक्रियाओं पर बयान दे रहे हैं, उससे जाहिर होता है कि भाजपा अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कराने के लिए षड़यंत्र रच रही है। ईडी द्वारा उन्हें जो समन दिया जा रहा है वह कानूनी है या गैरकानूनी, इसका फैसला कोर्ट करेगी। लेकिन बीजेपी इसका इंतजार क्यों नहीं कर रही है। अब दिल्ली जल बोर्ड के नए मामले में समन भेजा गया है। गोपाल राय ने कहा कि इलेक्ट्रोरल बांड सार्वजनिक होने से भाजपा बौखलाई हुई है, ऐसे में अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कराने के लिए षड़यंत्र रच रही है।
गोपाल राय ने कहा कि कल नया षड्यंत्र शुरू हुआ, जिसमें भाजपा ने ईडी से प्रेस नोट जारी करवाकर 100 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। इसमें अरविंद केजरीवाल के शामिल होने का आरोप लगाया गया। भाजपा ने 100 पेज दिखाए लेकिन मैं एक पेज दिखाना चाहता हूं, जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि जो 100 करोड़ रुपये का आरोप लगाया जा रहा है, उसका कोई सुबूत नहीं है। ईडी द्वारा जो नौ समन जारी किए गए तो उनमें क्यों नहीं बताया गया कि अरविंद केजरीवाल 100 करोड़ के घोटाले में शामिल हैं। अब अचानक ईडी को याद आ रहा है कि 100 करोड़ रुपये के घोटाले में शामिल थे।
400 पार का नारा 40 में न तब्दील हो जाए
गोपाल राय ने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड सार्वजनिक होने से भारतीय जनता पार्टी के चंदाचोरी और कालेधंधे की पोल खुल रही है। इससे बीजेपी की बेचैनी बढ़ रही है। अगर देश की जनता इस महाघोटाले के सच को समझ लेगी तो 400 पार का नारा कहीं 40 में न तब्दील हो जाए। इलेक्ट्रोरल बांड के महाघोटाले से भाजपा बच नहीं सकती है। भाजपा को इसका जवाब देना होगा। इसलिए कल सीबीआई ने कहा कि अभी बड़े-बड़े लोगों को गिरफ्तार करना है।
साफ है कि विपक्ष के नेताओं को गिरफ्तार करने का प्लान तैयार किया जा रहा है। पहले बीजेपी के लोग कहते थे कि केजरीवाल कोर्ट का सम्मान नहीं करते हैं। अरविंद केजरीवाल को मुचलके पर जमानत मिली। हम कोर्ट के आदेशों का सम्मान करते हैं। भाजपा के लोग कोर्ट का आदेश तक नहीं मानते। भाजपा के लोग षड्यंत्र कर रहे हैं। लेकिन हम षड्यंत्रों से नहीं डरते हैं। न इनके पास कोई सुबूत था और न है। कल भी केस फर्जी था आज भी फर्जी है। रही बात गिरफ्तारी की तो देश में तानाशाही का राज चल रहा है। किसी को भी गिरफ्तार कर सकते हैं। भाजपा को छगन भुजवल, अशोक चौहान की फाइल निकालकर पढ़नी चाहिए। क्या हो गया जो उनके साथ आ गए तो क्लोजर रिपोर्ट लग गई। भाजपा ने षड्यंत्र करके अरविंद केजरीवाल का नाम जुड़वाया है। तभी ईडी ने पहले से नौवें नोटिस तक जवाब नहीं दिया कि उन्हें किसलिए बुलाया जा रहा है।