केन्द्रीय गृहमंत्री ने किया इफको के कंडला डीएपी प्लांट का भूमिपूजन
गांधीधाम, 12 अगस्त : केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह शनिवार को दो दिवसीय प्रवास पर गुजरात पहुंचे। सुबह 11 बजे गांधीधाम के कंडला पोर्ट पर उन्होंने इफको के नैनो डीएपी (लिक्विड) प्लांट का भूमिपूजन किया।
इस अवसर पर उन्होंने नैनो डीएपी के कई फायदे गिनाते हुए कहा कि नैनो डीएपी देश के आत्मनिर्भर अभियान को मजबूती प्रदान करेगा। देश के विख्यात वैज्ञानिक डॉ. विक्रम साराभाई के जन्मदिन पर उन्हें याद करते हुए शाह ने कहा कि साराभाई के कारण देश में औद्योगिक क्रांति आई।
केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने समारोह में कहा कि केन्द्र सरकार का लक्ष्य देशभर के किसानों को समृद्ध बनाना है। इस लक्ष्य में इफको भी हमारे साथ है। शाह ने कहा कि सहकारिता से समृद्धि का नारा दिया गया है। इस नए प्लांट में डीएपी का बड़े पैमाने पर उत्पादन होगा। देश के किसानों के जरूरी नैनो डीएपी लिक्विड से धरती को भी नुकसान नहीं होगा। इसके साथ ही नैनो डीएपी, नैनो यूरिया लिक्विड का उत्पादन बढ़ेगा। यह लिक्विड जमीन के अंदर नहीं जाता है, पौधों के अंदर जाता है। इससे धरती को नुकसान नहीं होता है। इससे उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ जमीन का संरक्षण होगा।
शाह ने कहा कि इसका उपयोग बढ़ने से खाद का आयात कम किया जा सकेगा और खाद उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। भारत ने ही विश्व को प्राकृतिक खेती की राह दिखाई है। नई हरित क्रांति का तीन लक्ष्य है। इफको का रुपया छोटे किसानों के पास वापस आता है। जिससे इफको की इक्विटी 4 करोड़ किसानों की है। इसके तहत रोजाना 2 करोड़ नैनो डीएपी की बोतल का यहां उत्पादन होगा।
शाह ने सब्सिडी बचत के संबंध में कहा कि इसके कारण 10 हजार करोड़ रुपये की खाद सब्सिडी की बचत होगी। इससे किसान यह नहीं समझें कि सरकार सब्सिडी बचाना चाहती है, बल्कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी किसानों का बजट बनाते हैं। इसमें इसी बचत वाली राशि का उपयोग होगा। इसका लाभ किसानों को ही मिलेगा।