नई दिल्ली, 18 अप्रैल: आम आदमी पार्टी ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर के लिखे संविधान और जनता को मिले वोट के अधिकार को छीनने के लिए भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 400 सीटें मांग रहे हैं। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने आज कहा कि राजनीतिक दलों के नेताओं और देश की जनता के मन में लगातार यह बात मजबूत हो रही है कि 2024 का चुनाव अंतिम चुनाव है। अगर गलती से भी भाजपा की सरकार आ गई तो फिर ये लोग संविधान बदल देंगे, चुनाव और आरक्षण खत्म कर देंगे। किसानों, युवाओं और महिलाओं के अधिकार के छीन लेंगे। अब यह आशंका हर दिन और मजबूत होती जा रही है। इसके एक नहीं कई उदाहरण है जिससे लोगों में संविधान बदलने की धारणा और मजबूत कर रही है।
श्री सिंह ने कहा कि देश के लोगों के लिए बाबा साहब अंबेडकर ने भारत का संविधान लिखा है लेकिन भाजपा के लिए आरएसएस के प्रमुख संविधान लिखते हैं। आरएसएस को देश के संविधान में आस्था नहीं है इसीलिए वह इसको बदलना चाहते हैं। आप नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के सांसद और नेता घूम-घूमकर 400 सीटें मांग रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इलेक्टोरल बॉन्ड और नोटबंदी के घोटाले, पूंजीपतियों का 15 लाख करोड़ रुपए माफ करने जैसे मुद्दे पर चर्चा नहीं नहीं करते हैं। वह 400 सीटें इसलिए मांग रहे हैं क्योंकि उनको देश का संविधान बदलना है।
उन्होंने कहा कि अयोध्या के भाजपा सांसद लल्लू सिंह एक सभा में खुलेआम कहते हैं कि 400 सीट इसलिए चाहिए क्योंकि हमें संविधान बदलना है। भाजपा की ज्योति मिर्धा और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े भी कहते हैं कि 400 सीट दे दो, क्योंकि संविधान बदलना है। अभी हाल ही में मेरठ से भाजपा प्रत्याशी अरुण गोविल ने कहा है कि भाजपा को 400 सीट चाहिए क्योंकि हमें संविधान बदलना है। आप नेता ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के द्वारा लिखे गए देश के संविधान से अगर कोई छेड़छाड़ करेगा तो हम जान की बाजी लगाकर लड़ेंगे। हम आरक्षण खत्म नहीं करने देंगे, किसानों और युवाओं के हक नहीं मारने देंगे। 2019 से 2024 की सरकार में मोदी सरकार ने संविधान बदलने का ट्रेलर दिखाया है। 2024 का चुनाव जीतने के बाद आरएसएस और नागपुर का संविधान देश में लागू करेंगे। उन्होंने दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों के साथ-साथ देश के हर नागरिक से आग्रह करते हुए कि आप सावधान हो जाइए। अगर ये जीत गए तो आपसे वोट की ताकत छीन लेंगे।