नई दिल्ली, 15 सितंबर: दिल्ली में नवगठित बीजेपी सरकार के साथ जुड़कर काम करना व सीखने वाले युवाओं के लिए सरकार ने इंटर्नशिप कार्यक्रम को लॉन्च किया है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज ‘विकसित भारत मुख्यमंत्री इंटर्नशिप प्रोग्राम’ का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत दिल्ली के युवाओं को दिल्ली सरकार के साथ काम करने का अवसर मिलेगा। यह इंटर्नशिप युवाओं को शासन की चुनौतियों से परिचित कराएगी और उन्हें समाधानकारी सोच विकसित करने का मंच देगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि, “आज से विकसित भारत सीएम इंटर्नशिप प्रोग्राम का शुभारंभ हो रहा है। ग्रेजुएशन और पोस्ट-ग्रेजुएशन कर रहे 87 युवाओं को दिल्ली सरकार के साथ काम करने के लिए चुना गया है। आने वाले 3 महीने तक ये युवा हमारी सरकार की नीतियों और परियोजनाओं के साथ प्रत्यक्ष रूप से जुड़े रहेंगे। यह पहली बार है जब शासन की प्रक्रिया में युवा माइंड्स को इतनी सीधी भागीदारी दी जा रही है। विकसित भारत सीएम इंटर्नशिप प्रोग्राम भविष्य के नीति-निर्माताओं को तैयार करने और लोकतंत्र को और जीवंत बनाने की दिशा में ऐतिहासिक पहल है।”
दिल्ली सरकार के साथ तीन महीने काम करने का मौका
मुख्यमंत्री का कहना है कि यह दिल्ली सरकार की ऐतिहासिक पहल है, जिससे युवाओं को राजधानी का भविष्य गढ़ने में अपनी भूमिका मजबूत करने का अवसर मिलेगा। इस कार्यक्रम के तहत होनहार युवाओं का चयन किया जाएगा, जो तीन महीनों तक दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों, वरिष्ठ अधिकारियों और जमीनी परियोजनाओं के साथ प्रत्यक्ष रूप से कार्य करेंगे। उन्होंने बताया कि चयन प्रक्रिया को पारदर्शी और प्रामाणिक बनाया गया है, ताकि श्रेष्ठ युवा नेतृत्व सामने आए।
इस तरह हुआ है चयन
सबसे पहले, ऑनलाइन आवेदन के तहत अभ्यर्थियों की सोच, नेतृत्व क्षमता, नागरिक दृष्टिकोण और प्रशासन की समझ को परखा गया। इसके बाद 2000 छात्रों में से चयनित अभ्यर्थियों को एक दिवसीय बूट कैंप में आमंत्रित किया गया था। जिसमें संवाद, कार्यशालाएं और अंतिम निबंध लेखन के जरिए युवा चुने गए।
तीन महीने तक मिलेगा 20 हजार का मासिक मानदेय
मुख्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि हर इंटर्न को तीन महीने तक 20,000 रुपये मासिक मानदेय दिया जाएगा। दिल्ली सरकार का मानना है कि यह केवल इंटर्नशिप नहीं, बल्कि दिल्ली और देश के भविष्य का सह-निर्माण है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम तीन चरणों में युवाओं की यात्रा को आकार देगा। पहले चरण में उन्हें दिल्ली सरकार की संरचना, प्रशासन, नीति-निर्माण और सामाजिक समस्याओं पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
दूसरे चरण में वो सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में फील्डवर्क करेंगे, जहां लोगों से बातचीत कर समस्याएं पहचानेंगे और समाधान तैयार करेंगे। तीसरे चरण में विभागों में उनकी प्रतिनियुक्ति होगी, जहां वे वरिष्ठ अधिकारियों के साथ काम करके 10 प्रमुख समस्याओं पर नीति-पत्र तैयार करेंगे, जिनमें से शीर्ष 2 पॉलिसी डाक्यूमेंट्स मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री के अनुसार इस कार्यक्रम का एक और महत्वपूर्ण उद्देश्य ‘विकसित भारत एम्बेसडर’ तैयार करना है। चयनित युवा भविष्य में अपने कॉलेजों, समुदायों और सोशल प्लेटफॉर्म्स पर विकसित दिल्ली की सोच और नीतियों को आगे बढ़ाएंगे। यह इंटर्नशिप युवाओं को शासन की चुनौतियों से परिचित कराएगी और उन्हें समाधान करने वाली सोच विकसित करने का मंच देगी। मुख्यमंत्री ने कहा हमारी सरकार का विश्वास है कि इस इंटर्नशिप के माध्यम से युवा सिर्फ शासन को नजदीक से देखेंगे ही नहीं, बल्कि उसमें बदलाव लाने का अवसर भी पाएंगे। शहर का हर सपना, हर संघर्ष, हर उम्मीद इंटर्न्स की ऊर्जा से पूरी होगी।