Headline
सीएम आतिशी ने रंगपुरी पहाड़ी का किया दौरा, जल्द समस्याओं के समाधान का दिया भरोसा
किसानो को सिंचाई के लिए बिजली का कनेक्शन देना सर्वोच्च प्राथमिकता: ऊर्जा सचिव
संभल में तीर्थ प्रकट हो रहे हैं मतलब भगवान कल्की अवतार लेने वाले हैं: आचार्य कृष्णम
सरकार एयरपोर्ट्स पर शुरू करेगी यात्रियों के लिए सस्ती कैंटीन, संसद में राघव चड्ढा ने उठाया था महंगे खानपान का मुद्दा
भाजपा ने की केजरीवाल के पूर्वांचल के लोगों को बंगलादेशी और रोहिंग्या से जोड़ने की कड़ी निंदा
सोमवार से महिला सम्मान और संजीवनी योजना का रजिस्ट्रेशन
आम आदमी पार्टी के पिछले 10 वर्षों के कुशासन ने दिल्ली को बदहाल कर दिया है : विजेंद्र गुप्ता
‘महिला सम्मान’ और ‘संजीवनी’ योजना केजरीवाल का चुनावी जुमला : बांसुरी स्वराज
तेजस्वी ने प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की, बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग का किया समर्थन

भाजपा सदस्यों ने की धनखड़ के अपमान की घोर निंदा

नई दिल्ली, 20 दिसंबर: राज्यसभा के सभापति एवं उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का मंगलवार को संसद परिसर में मजाक उड़ाने की गतिविधियों का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर प्रसारित करने के लिए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों और मंत्रियों ने सदन में घोर निंदा करते हुये प्रश्नकाल में खड़े होकर कार्यवाही में भाग लिया।

आज राज्य सभा में सुबह चार बार के स्थगन के बाद प्रश्नकाल शुरू होने पर संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के बीच सभापति की ओर मुखातिब होते हुये कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं लोकसभा सदस्य राहुल गांधी ने इस वीडियो को बनाकर सोशल मीडिया पर प्रसारित किया है जो बहुत ही निदंनीय है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता ने संवैधानिक पद के साथ ही एक किसान के पुत्र और जाट का अपमान किया है।

उन्होंने कहा कि इन लोगों ने 20 वर्षाें से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अपमान करते आ रहे हैं क्योंकि वे भी पिछड़ी जाति से हैं। श्री जोशी ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का भी इन लोगों ने अनुसूचित जनजाति से होने के कारण उनका अपमान कर चुके हैं।

संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि उपराष्ट्रपति पद पर आसीन व्यक्ति का अपमान करने पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी इसकी निंदा की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के इस कृत्य और सभापति के आदार में भारतीय जनता पार्टी के सभी सदस्य और मंत्री सदन में खड़े होकर प्रश्नकाल में भाग लेंगे।

इसके बाद प्रश्नकाल शुरू हुआ। एक प्रश्न होने के बाद सभापति ने खड़े सदस्यों और मंत्रियों से बैठकर कार्यवाही में भाग लेने की अपील की जिस पर सभी सदस्य अपनी अपनी सीटों पर बैठ गये।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top