मुजफ्फरपुर (बिहार), 05 अक्टूबर: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के गाढ़ा थाना क्षेत्र में शराब जब्त करने के लिए छापेमारी के दौरान एक युवक की मौत के बाद उग्र भीड़ ने बुधवार की शाम को जमकर उत्पात मचाया और दो पुलिस वाहनों और कई जब्त मोटरसाइकिल में आग लगा दी।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
मृतक की पहचान मुजफ्फरपुर के रामपुर जयपाल गांव निवासी जितेंद्र यादव के रूप में की गई है।
ग्रामीणों के अनुसार, जितेंद्र शराब विरोधी दस्ते से बचने के लिए अपने गांव के एक तालाब में कूद गया था। हालांकि डूबने से उसकी मौत हो गई।
मुजफ्फरपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) (नगर) अरविंद प्रताप सिंह ने पत्रकारों से कहा, “शाम लगभग सात बजे ग्रामीणों ने मुजफ्फरपुर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात को अवरुद्ध कर दिया।”
जितेंद्र की मौत से आक्रोशित भीड़ उसके शव को सड़क पर रखकर उत्पात मचाते हुए गाढ़ा थाने के परिसर में घुस गई।
आक्रोशित ग्रामीणों ने थाना परिसर में खड़े दो पुलिस वाहनों और कई जब्त मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया।
एसपी ने कहा, ”थाने को कोई नुकसान नहीं हुआ है। वारदात की सूचना मिलने के तुरंत बाद हम सभी गाढ़ा थाने पहुंचे और दमकल अधिकारियों को सूचित किया गया। आग पर काबू पाने के लिए दमकल की कई गाड़ियों को बुलाया गया। दमकल अधिकारियों ने जल्द आग पर काबू पा लिया। घटना के संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।”
बिहार में अप्रैल 2016 में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा शराब की बिक्री और खपत पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया था।