पटना, 15 जुलाई: बिहार विधानसभा मार्च के दौरान गुरुवार को भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में शनिवार को भाजपा नेता और कार्यकर्ता राज्य के सभी जिला और प्रखंड मुख्यालयों में धरना पर बैठे। इस दौरान भाजपा प्रदेश कार्यालय के बाहर भी भाजपा के नेता धरने पर बैठे और नीतीश सरकार के विरोध में नारेबाजी की।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के नेतृत्व में इस धरना कार्यक्रम में कई सांसद, विधायक और पूर्व मंत्रियों ने हिस्सा लिया। इस धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सम्राट चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चेतावनी देते हुए कहा कि यह आंदोलन आपके डराने से समाप्त नहीं होने वाला है, यह आंदोलन आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि एसटीईटी और टीईटी पास अभ्यर्थियों को अब कोई परीक्षा देने की जरूरत नहीं है, इन्हें सरकार सीधे नौकरी दे।
उन्होंने कहा कि पहले कैबिनेट की बैठक में 10 लाख लोगों को रोजगार देने वाले तेजस्वी कुमार जी जुमलेबाबू निकल गए, लेकिन भाजपा उस समय तक आंदोलन करेगी जब तक यह 10 लाख नौकरी नहीं दी जाती। नीतीश सरकार डर गई है। आंदोलन जारी रहेगा। उनके खून का एक-एक कतरा आंदोलन के लिए तैयार है। सरकार को जो करना है कर ले, भाजपा डरने वाली नहीं है।
उन्होंने लालू प्रसाद पर सियासी हमला बोलते हुए कहा कि उनका पूरा परिवार घोटाले का अभियुक्त है। रेलवे में गलत तरीके से नौकरी देकर गरीबों की जमीन लिखवा लिया। उन्होंने कहा कि आज पूरे राज्य में भाजपा के लोग धरने पर बैठे हैं। उन्होंने अगुआनी पुल के बह जाने को लेकर भी सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार सीएम आवास से लाठी चार्ज की मॉनिटरिंग करते रहे। उन्होंने कहा कि साथी विजय सिंह की कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी।
प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने भी कहा कि हमलोग वे लोग हैं, जिसने लालू के जंगलराज से बिहार को मुक्त कराया। भाजपा डरने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन आगे भी चलता रहेगा।