पटना, 09 जुलाई: बिहार में लगातार हो रही बारिश से गंगा, गंडक, कोसी और बागमती समेत कई नदियां उफान पर हैं। नदियों के आसपास के इलाकों में कटाव का खतरा बना हुआ है। लोग अब सुरक्षित जगहों पर पलायन कर रहे हैं। मौसम विभाग ने बिहार के पांच जिलों में ऑरेंज और पांच अन्य जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है।

बिहार और नेपाल में हो रही लगातार बारिश के बाद नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। साथ ही कटाव भी तेज होने से नदी किनारे बसी आबादी पर खतरा बढ़ गया है। गंगा, गंडक, कोसी, बागमती समेत सारी नदियों की कमोबेश ऐसी ही स्थिति है। बेतिया के योगापट्टी और गोपालगंज के छह प्रखंडों में गंडक नदी का कटाव तेज होने से लोगों में दहशत है। योगापट्टी के सिसवां दलित बस्ती, मंगलपुर रखई और परती टोला गांव पर गंडक नदी के कटाव का खतरा मंडराने लगा है। कटाव से अब तक इन गांवों के दर्जनों किसानों की ईख की फसल सहित पूरा खेत नदी में समा चुका है।

दूसरी तरफ, गोपालगंज के छह प्रखंडों के 42 गांव गंडक नदी के निशाने पर हैं। नदी के बढ़ते-घटते जलस्तर के बीच दियारा क्षेत्र के लोगों में बाढ़ का भय सता रहा है। जिले के कुचायकोट, गोपालगंज सदर, मांझागढ़, बरौली, सिधवलिया व बैकुंठपुर प्रखंडों के 42 गांव गंडक नदी के निचले हिस्से में बसे हैं। पश्चिम चंपारण के योगापट्टी प्रखंड के सिसवा मंगलपुर दलित बस्ती गांव के पास कटाव करती गंडक नदी।

मधेपुरा में कोसी की सहायक नदियों में पानी बढ़ने से चौसा प्रखंड इलाके में निचले हिस्सों में नदी का पानी फैलने लगा है। चौसा के मोरसंडा पंचायत के समीप घघरी नदी का कटाव भी जारी हो चुका है, जिससे लगभग दो दर्जन परिवारों पर कटाव का खतरा मंडराने लगा है। मुंगेर में गंगा अभी लाल निशान से नीचे है लेकिन बढ़ते जलस्तर व कटाव से लोगों की चिंता बढ़ने लगी है।

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