पटना, 11 जुलाई: बिहार विधान परिषद में मॉनसून सत्र के दूसरे दिन मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर भारी शोरगुल और नारेबाजी की जिसके कारण भोजनावकाश से पूर्व कार्यवाही मात्र सात मिनट बाद ही स्थगित करनी पड़ी।
सभापति देवेश चंद्र ठाकुर के आसन ग्रहण करते ही भाजपा के प्रोफ़ेसर नवल किशोर यादव ने कहा कि नियोजित शिक्षकों के पूर्व से निर्धारित धरना प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने रात में ही शिक्षक नेताओं को उनके घर से हिरासत में ले लिया है। बिहार में आपातकाल से भी गंभीर हालात हो गए हैं। पुलिस शिक्षकों और उनके नेताओं को घर में नजरबंद कर रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है।
श्री यादव के इतना कहते ही भाजपा के सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन के बीच में आ गए। भाजपा सदस्य नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देना होगा- देना होगा, लाठी -गोली की सरकार नहीं चलेगी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।