नई दिल्ली/द्वारका, 25 अक्टूबर: नई दिल्ली द्वारका स्वदेशी जागरण मंच एवं संस्कृति मंत्रालय के सांस्कृतिक स्तोत्र एवं प्रशिक्षण केंद्र द्वारका द्वारा इस वर्ष भी दीपावली के पर्व पर “स्वदेशी मेले” का आयोजन आज 26अक्तूबर से द्वारका में प्रारंभ किया जा रहा है ।
“स्वदेशी मेले” के मीडिया प्रभारी नीलेंद पाठक ने जानकारी देते हुए बताया किन स्वदेशी व स्वराज्य के संकल्प के आधार पर आयोजित इस मेले में स्कूली बच्चों के लिए पोस्टर प्रतियोगिता, रंगोली, चित्रकला और फैंसी ड्रेस प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी । 26 अक्टूबर से लेकर 31 अक्टूबर तक चलने वाले “स्वदेशी मेले” में स्वनिर्मित सामग्री जैसे मिट्टी के दिये, मटके, मोमबत्ती, पीपल, नीम, बबूल और तुलसी आदि वृक्षों से निर्मित औषधिये पदार्थों का उपयोग व विभिन्न प्रकार के स्टॉल भी मेले में होंगे, साथ ही कृषि के कार्य हेतु गोबर और गोमूत्र से बनी देसी खाद का प्रयोग किस प्रकार से किया जाए के स्टाल भी होंगे,
इस 6 दिवसीय मेले में जल का संरक्षण करना, प्राकृतिक संपदा का किफायत से इस्तेमाल, पर्यावरण प्रदूषण आदि विषयों पर विद्वानों द्वारा अपने व्याखानो में स्वदेशी का प्रचम लहराया जाएगा और स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग को लेकर जन-जन तक संदेश पहुंचाने का आवाहन भी किया जाएगा। मेले में बच्चो के लिए छोटे झूले भी होंगे, आर्थिक व्यवस्था पर आधारित लघु- कुटीर उद्योगों की वस्तुओं का प्रदर्शन के साथ-साथ स्कूली बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन प्रत्येक दिन किया जाएगा ।
स्वदेशी जागरण मंच का उद्देश्य आम लोगों में भारतीय संस्कृति, भारतीय वस्तुओं का अधिक से अधिक इस्तेमाल कर विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार करना होगा । इस बार मेले का विषय” स्वावलंबन की और….. भारत” रहेगा ।
प्रातः 11:00 बजे से मेला परिसर द्वारका के सेक्टर 7 के सांस्कृतिक स्तोत्र एवं प्रशिक्षण केंद्र (CCRT) ग्राउंड में वेदों के मंत्रोचारण के साथ प्रारंभ होगा, तदुपरांत समन्वय के साथ परिचय सम्मेलन जैसे अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा ।