नई दिल्ली, 04 अप्रैल: दिल्ली आबकारी नीति मामले में उच्चतम न्यायालय से जमानत मिलने के एक दिन बाद बुधवार को आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह तिहाड़ जेल से बाहर आए और कहा कि यह जश्न मनाने का नहीं बल्कि संघर्ष का समय है। सिंह का स्वागत करने के लिए जेल के बाहर पार्टी के अनेक कार्यकर्ता जमा थे।
आप नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा ने सभी भ्रष्ट नेताओं को पार्टी में शामिल कर लिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा को जवाब देने का समय आ गया है।
देर रात आप मुख्यालय पहुंचे सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, ”आम आदमी पार्टी नहीं डरेगी। (दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद) केजरीवाल, (मनीष) सिसोदिया, (सत्येंद्र) जैन जेल में हैं क्योंकि वे दिल्ली के दो करोड़ लोगों को सुविधाएं प्रदान करना चाहते हैं। हम सब केजरीवाल के साथ हैं।”
सिंह ने भाजपा पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि वह राजधानी में मुफ्त पानी, बिजली और मोहल्ला क्लीनिक बंद कराने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा चाहती है।
जेल से बाहर आने के बाद सिंह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के लिए रवाना हो गए, जहां उन्होंने केजरीवाल की पत्नी सुनीता से मुलाकात की। इसके बाद वह आप मुख्यालय पहुंचे।
आप द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में सिंह सुनीता केजरीवाल के पैर छूते नजर आए।
सिंह ने देश के लोगों से उन ”तानाशाहों” से सावधान रहने को कहा जो उनकी आंखों में आंसू ला देंगे। उन्होंने कहा कि केजरीवाल जनता के चेहरे पर मुस्कान लाएंगे और उन्हें अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेंगे।
सिंह ने पार्टी मुख्यालय में आप कार्यकर्ताओं से कहा, ”अगर देश का तानाशाह मेरी आवाज सुन सकता है, तो सुन ले, हम आंदोलन से पैदा हुई आम आदमी पार्टी हैं। हम आपकी धमकियों से डरने वाले नहीं हैं।”
उन्होंने कहा, ”मैंने अरविंद केजरीवाल की पत्नी की आंखों में आंसू देखे और दिल्ली की दो करोड़ जनता इन आंसुओं का जवाब भाजपा को देगी।”
सिंह ने आरोप लगाया, ”देश में बड़े पैमाने पर अत्याचार हो रहा है, हम सभी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ हैं।”
उन्होंने कहा कि भाजपा को जवाब देने का समय आ गया है, उसने देश भर के सभी ”भ्रष्टाचारियों” को अपने पाले में कर लिया है।
आप सांसद ने कहा कि केजरीवाल इस्तीफा नहीं देंगे और दिल्ली के दो करोड़ लोगों के लिए काम करते रहेंगे।
सिंह 13 अक्टूबर 2023 से राष्ट्रीय राजधानी की अति सुरक्षा वाली जेल में बंद थे। वह रात को आठ बजकर 11 मिनट पर द्वार संख्या तीन से बाहर आए।
जेल अधिकारियों ने कहा कि जमानत प्रक्रिया पूरी करने के बाद सिंह को रिहा किया गया।
जेल के बाहर एकत्रित ‘आप’ के समर्थकों ने ”देखो देखो कौन आया, शेर आया, शेर आया” और ”संजय सिंह जिंदाबाद” के नारे लगाए। ‘आप’ कार्यकर्ताओं की नारेबाजी के बीच राज्यसभा सदस्य को फूलमाला पहनाई गई। कार्यकर्ताओं ने उन पर गुलाब के फूल भी बरसाए।
सिंह की रिहाई के मद्देनजर जेल के बाहर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात थे। उन्होंने एक वाहन पर चढ़कर समर्थकों का अभिवादन किया।
आप नेता ने कहा, ”यह संघर्ष का समय है। अरविंद केजरीवाल जिंदाबाद। जेल में बंद हमारे नेता भी जल्द बाहर आएंगे। यह जश्न मनाने का नहीं बल्कि संघर्ष का समय है। जेल के ताले टूटेंगे, हमारे सारे नेता छूटेंगे।”
दिल्ली के कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज और आप के विधायक दुर्गेश पाठक जेल के बाहर मौजूद थे।
भारद्वाज ने कहा कि पार्टी संघर्ष करती रहेगी। उन्होंने बताया, ”संजय सिंह ने कहा है कि यह समय जश्न का नहीं संघर्ष का है क्योंकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सत्येन्द्र जैन समेत पार्टी के नेता अभी भी जेल में हैं। हमारे तीन नेता जेल में हैं इसलिए पार्टी संघर्ष करती रहेगी।”
सिंह की रिहाई के तुरंत बाद ‘आप’ ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”शेर को बेड़ियों में कब तक जकड़ता तानाशाह! आखिरकार शेर को जेल से बाहर आना ही था।”
इससे पहले सिंह को वसंत कुंज के आईएलबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दोपहर करीब 1:30 बजे अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उन्हें जमानत की औपचारिकताएं पूरी करने के लिए वापस तिहाड़ जेल ले जाया गया।
मंगलवार को सिंह नियमित जांच के लिए आईएलबीएस गए थे लेकिन उन्हें भर्ती कर लिया गया। अस्पताल में ही उन्हें उनकी जमानत की खबर मिली।
संजय सिंह की पत्नी अनीता सिंह ने कहा कि वह उनकी रिहाई का जश्न नहीं मनाएंगी क्योंकि केजरीवाल, सिसोदिया और जैन अब भी जेल में बंद हैं।