नई दिल्ली, 17 अप्रैल: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर तमाम राजनीतिक पार्टियां अपनी अंतिम तैयारियों में जुट गई है। इस बीच बुधवार को चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी (आप) का एक पोस्ट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स से हटवा दिया। इस पोस्ट में आप ने पीएम मोदी की तस्वीर के साथ शराब कारोबारी से 60 करोड़ रुपए लेने का आरोप लगाया था। वहीं, पोस्ट हटाने पर आप की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका टक्कर ने चुनाव आयोग पर कई सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि भाजपा के खिलाफ पार्टी ने 9 शिकायत की, लेकिन आज तक एक भी शिकायत पर कार्रवाई नहीं हुई।
प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि देश का दुर्भाग्य है कि आज चुनाव आयोग भाजपा का एक विंग बनकर काम कर रहा है। भारतीय जनता पार्टी का साथ पाकर इलेक्शन कमीशन अपने आप को संविधान और कानून से ऊपर मान रहा है। हमारे देश के कानून में एक आतंकवादी को भी अपनी बात रखने का मौका मिलता है, लेकिन इलेक्शन कमीशन ने एक्स को बोलकर पोस्ट को हटवा दिया। एक्स ने भी चिट्ठी लिखकर अफसोस जताया कि हमारी पोस्ट को हटाया जा रहा है।
दरअसल, जिस पोस्ट को हटाया गया उस पोस्ट में बताया गया है कि शराब कारोबारी से इलेक्टोरल बॉन्ड स्कैम के जरिए भारतीय जनता पार्टी ने 60 करोड़ रुपए लिए। पोस्ट में पीएम मोदी की फोटो भी लगी थी और नीचे बॉन्ड चोर लिखा था। प्रियंका ने कहा कि भाजपा की इलेक्शन कमीशन को अब तक हम भारतीय जनता पार्टी की होर्डिंग और पोस्ट के ऊपर 9 कंप्लेंट दे चुके हैं। लेकिन आयोग इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
कक्कड़ ने उदाहरण के तौर भाजपा की तीन पोस्ट भी दिखाई, जिसमें अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले का किंगपिन बताया गया है। तीन बार के चुने हुए मुख्यमंत्री को भारतीय जनता पार्टी किंगपिन बता रही है। जबकि, दोष साबित नहीं हुआ है। एक पोस्ट में केजरीवाल को शराब घोटाले का सरगना बताते हुए इस्तीफा की मांग की गई है। वहीं, उन्होंने तीसरी भी पोस्ट दिखाई जिसमें केजरीवाल के लिए अपशब्द प्रयोग किया गया है। उन्होंने कहा कि कोई प्रमाण नहीं है कोई दोष साबित नहीं हुआ है। लेकिन भाजपा उन्हें दोषी ठहरा रही है। इस शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
कक्कड़ ने कहा कि क्या इलेक्शन कमीशन को निष्पक्ष माना जा सकता है? क्या यह लेवल प्लेयिंग फील्ड है, जहां पर भारतीय जनता पार्टी अपने अकाउंट पर कुछ भी लिखती जाए और हम एक सच भी पोस्ट नहीं कर सकते। इलेक्शन कमीशन से गुजारिश है यदि वह सच में निष्पक्ष है तो जो कंप्लेंट दी है। उस पर तुरंत एक्शन लें।