Headline
किसानो को सिंचाई के लिए बिजली का कनेक्शन देना सर्वोच्च प्राथमिकता: ऊर्जा सचिव
संभल में तीर्थ प्रकट हो रहे हैं मतलब भगवान कल्की अवतार लेने वाले हैं: आचार्य कृष्णम
सरकार एयरपोर्ट्स पर शुरू करेगी यात्रियों के लिए सस्ती कैंटीन, संसद में राघव चड्ढा ने उठाया था महंगे खानपान का मुद्दा
भाजपा ने की केजरीवाल के पूर्वांचल के लोगों को बंगलादेशी और रोहिंग्या से जोड़ने की कड़ी निंदा
सोमवार से महिला सम्मान और संजीवनी योजना का रजिस्ट्रेशन
आम आदमी पार्टी के पिछले 10 वर्षों के कुशासन ने दिल्ली को बदहाल कर दिया है : विजेंद्र गुप्ता
‘महिला सम्मान’ और ‘संजीवनी’ योजना केजरीवाल का चुनावी जुमला : बांसुरी स्वराज
तेजस्वी ने प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की, बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग का किया समर्थन
सीतारमण ने तनोटराय माता मंदिर में की पूजा-अर्चना

घरेलू तैयार इस्पात की खपत 2023-24 में 13 प्रतिशत बढ़कर 13.6 करोड़ टन:स्टीलमिंट

नई दिल्ली, 17 अप्रैल : घरेलू तैयार इस्पात की खपत 2023-24 में सालाना आधार पर 13 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 13.6 करोड़ टन हो गई है।

अनुसंधान कंपनी स्टीलमिंट इंडिया ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि मोटर वाहन और बुनियादी ढांचा क्षेत्रों की बढ़ती मांग से वृद्धि का बल मिला। वित्त वर्ष 2022-23 में देश में तैयार इस्पात की खपत 12 करोड़ टन (एमटी) थी।

स्टीलमिंट ने कहा, ‘‘वित्त वर्ष 2023-24 में मोटर वाहन उद्योग की मांग में सुधार हुआ है। साथ ही इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) पर ध्यान दिया जा रहा है। बुनियादी ढांचे तथा निर्माण क्षेत्रों ने भी निवेश के साथ लचीलापन दिखाया है, जो ज्यादातर सरकार की वित्त पोषित विकास परियोजनाओं द्वारा समर्थित है।”

देश में कच्चे इस्पात का उत्पादन 12.6 प्रतिशत बढ़कर 14.3 करोड़ टन रहा। यह वित्त वर्ष 2022-23 में 12.7 करोड़ टन था।

यह विकास महत्वपूर्ण है क्योंकि राष्ट्रीय इस्पात नीति के तहत, सरकार का लक्ष्य 2030 तक भारत की वार्षिक इस्पात विनिर्माण क्षमता को 30 करोड़ टन और प्रति व्यक्ति इस्पात की खपत को 160 किलोग्राम तक बढ़ाना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top