नई दिल्ली, 19 अप्रैल: तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सेहत और उनके खाने पर संग्राम मचा हुआ है। ईडी कह रही है कि केजरीवाल जानबूझ कर वैसा खाना खा रहे जिससे कि उनका शुगर लेवल बढ़ जाए और फिर वो अपनी स्वास्थ्य का हवाला देकर जमानत हासिल कर सकें। दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी यह कह रही है कि ईडी सिर्फ इसलिए यह बात कह रही है ताकि केजरीवाल को जो घर का खाना मिल रहा है उसे रोका जा सके। आप तो यहां तक कह रही है कि जेल में केजरीवाल को मारने की साजिश रची जा रही है।
अब इस विवाद पर बीजेपी ने भी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा नेता शाजिया इल्मी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जानते हैं कि उनको क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए। आखिर क्यों कोई सरकारी एजेंसी उनके खराब स्वास्थ्य की जिम्मेदारी लेगी और उनकी जिंदगी खतरे में डालना चाहेगी? शाजिया ने आगे कहा कि वो आरोप लगा रहे हैं कि जेल अथॉरिटी जो उन्हें खाना दे रही हो वो उनको नुकसान पहुंचा सकता है। लेकिन सच्चाई यह है कि जब से वो कस्टडी में है, तब से उन्होंने जेल का खाना सिर्फ दो बार खाया इसके अलावा वो सिर्फ घर का ही खाना खाते हैं। जिस किसी को टाइप-2 डायबिटीज है वो आम नहीं खाएगा। उनको लंबे समय से डायबिटीज की समस्या है। वो जानते हैं कि उन्हें क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?
शाजिया इल्मी ने कहा, ‘एक बात जो मुझे काफी चकित कर रही है कि नवरात्रि के दिन भी अंडा क्यों खा रहे थे? मुझे तो लगता था कि वो अंडे से परहेज करते हैं क्योंकि यह मान्यता है कि नवरात्र के दिन कम से कम अंडा का वो सेवन नहीं करना चाहिए इसलिए वो अंडे का सेवन करेंगे मुझे नहीं लगता था। हालांकि, यह उनका निजी विषय है वो नवरात्र के दिन अंडे का सेवन करना चाहेंगे तो कर सकते हैं। लेकिन सोचने वाली बात यह है कि क्यों कोई भी जेल प्रशासन या सरकारी एजेंसी उनकी बुरी तबीयत की जिम्मेदारी लेगा? मुझे लगता है कि इस तरह की सनसनीखेज बयानों से बचने की जरूरत है।’ भाजपा नेता ने कहा कि जेल के अंदर सीरिंज या इंजेक्शन पर पाबंदी है। इसलिए हमेशा एक मेडिकल अटेन्डेंट दिया जाता है। तो यह बात कहना कि इंसुलिन नहीं दिया गया यह पूरी तरह से गलत है।