Headline
‘मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना’ के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, महिलाओं से घर-घर जाकर मिले केजरीवाल
नो डिटेंसन पॉलिसी खत्म, अब 5वीं और 8वीं कक्षा में फेल होने पर विद्यार्थी अगली क्लास में नहीं जा सकेंगे
अंगदान को लेकर लोगों की झिझक को दूर करने में डॉक्टरों की महत्वपूर्ण भूमिका : राष्ट्रपति
सुरक्षा एजेंसियों ने उग्रवाद और आतंकवाद से निर्णायक लड़ाई लड़कर वर्चस्व स्थापित किया : शाह
अवैध तरीके से हुई थी अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी, संजय सिंह का बड़ा आरोप
भारतीय वायुसेना में पायलटों की भारी कमी, कैग की रिपोर्ट से हुआ खुलासा
10 साल दिल्ली बेहाल: आप के खिलाफ भाजपा का ‘आरोप पत्र’, अनुराग ठाकुर बोले- पाप धोते-धोते यमुना काली हो गई
पीएम मोदी ने 71,000 युवाओं को बांटा नियुक्ति पत्र, बोले- ‘भारत का युवा, नए आत्मविश्वास से भरा हुआ’
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ‘प्रगति यात्रा’ पर हुए रवाना, करेंगे प्रगति की समीक्षा

उत्तरकाशी सिलक्यारा हादसा : सुरंग के घुप अंधेरे की ‘कैद’ से 41 श्रमिक आए बाहर, रैट माइनर्स बनी खेवनहार

सिलक्यारा/देहरादून, 28 नवंबर: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में गत 12 नवंबर सुबह से फंसे 41 मजदूरों को लगभग 17 दिनों बाद मंगलवार को सकुशल बाहर निकाला जाना संभव हो गया। खबर लिखे जाने तक कुल 13 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और प्रादेशिक संगठनों के सदस्यों के सहयोग से फंसे मजदूरों को बाहर निकालने का काम जारी है।

सुरंग में मौजूद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय सड़क परिवहन राज्य मंत्री सेवानिवृत जनरल वीके सिंह ने बाहर निकाले गए श्रमिको से मुलाकात कर रहे हैं। दोनों ने श्रमिको और रेस्क्यू अभियान में जुटे हुए कर्मियों के मनोबल और साहस की जमकर सराहना की। इस समय बाहर निकाले जा रहे श्रमिको के परिजन भी सुरंग में मौजूद हैं। टनल से बाहर निकाले गए श्रमिकों की प्रारंभिक स्वास्थ्य प्रशिक्षण टनल में बने अस्थाई शिविर में एक एक कर, बाहर निकल रहे मज़दूरों का स्वास्थ्य परीक्षण हो रहा है।

इससे पहले दिन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पुनः फोन कर उत्तरकाशी जिले के सिलक्यारा में सुरंग में फँसे 41 श्रमिकों के राहत एवं बचाव कार्य के संबंध में जानकारी ली। श्री मोदी ने श्री धामी से सुरंग में फंसे श्रमिकों का कुशल क्षेम जाना। उन्होंने ड्रिलिंग के संबंध में संपूर्ण जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि अंदर फंसे श्रमिकों के साथ ही बाहर राहत बचाव कार्य में जुटे लोगों की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि अंदर फंसे श्रमिकों के परिजनों को किसी भी तरह की परेशानी ना हो। साथ ही प्रधानमंत्री ने आगामी रणनीति पर भी चर्चा की।

प्रधानमंत्री को मुख्यमंत्री ने बताया कि मैन्युअली डिगिंग कार्य शुरु कर दिया गया है। अब तक कुल 52 मीटर पाइप को पुश कर लिया गया है। यदि कोई रुकावट नहीं आई तो शीघ्र ही सभी श्रमिकों को बहार निकाल लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अंदर फंसे सभी श्रमिकों का स्वास्थ्य सकुशल है। राहत एवं बचाव कार्य में जुटे श्रमिक इंजीनियर विशेषज्ञ अधिकारी हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

श्री धामी ने श्री मोदी को बताया कि फंसे श्रमिकों को निकल जाने के उपरांत सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ और एनडीआरएफ मौके पर तैनात की गई है। डॉक्टर की टीम भी मौके पर मौजूद है। सभी अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट पर रखा गया है। गौरतलब है कि सिलक्यारा सुरंग में पिछले 17 दिनों से 41 मजदूर फंसे हुए हैं। सोमवार को मलबे में फंसी ऑगर मशीन के हेड को निकालने के बाद मैनुअल खोदाई का काम शुरू हो गया। श्री मोदी ने सुरंग में फंसे सभी 41 मजदूरों की सुरक्षित वापसी के लिए लोगों से प्रार्थना करने की भी अपील की थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top