यदि भारत को सांस्कारिक रूप से मजबूत और इसकी जडें पारंपरिक रूप से गहरी मानी जाती हैं तो पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता को देश का दिल माना जाता है। इस शहर को पहले कलकत्ता के नाम से जाना जाता था जो अंग्रेजों के जमाने से ही हमारे देश का सांस्कृतिक केंद्र रहा है।

कोलकाता के लोगों को कई दशकों से साहित्य और कला प्रदर्शन के लिए सराहा जाता रहा है। दुर्गा पूजा, दीवाली और दशहरे के कुछ ही दिनों पहले मनाई जाने वाली काली पूजा जैसे त्योहारों को मनाने के तरीके और उनके द्वारा अपने घरों को सजाने के तरीके से उनके कला प्रेम के स्पष्ट सबूत मिलते हैं। यदि भारत को सांस्कारिक रूप से मजबूत और इसकी जडें पारंपरिक रूप से गहरी मानी जाती हैं तो पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता को देश का दिल माना जाता है। इस शहर को पहले कलकत्ता के नाम से जाना जाता था जो अंग्रेजों के जमाने से ही हमारे देश का सांस्कृतिक केंद्र रहा है।

कोलकाता के लोगों को कई दशकों से साहित्य और कला प्रदर्शन के लिए सराहा जाता रहा है। दुर्गा पूजा, दीवाली और दशहरे के कुछ ही दिनों पहले मनाई जाने वाली काली पूजा जैसे त्योहारों को मनाने के तरीके और उनके द्वारा अपने घरों को सजाने के तरीके से उनके कला प्रेम के स्पष्ट सबूत मिलते हैं। कोलकाता के स्थानीय लोगों के द्वारा प्रदर्शित किये गए नाट्य और नाटिकाओं को विश्व मंच पर ख्याति प्राप्त हो चुकी है। कोलकाता अपने हस्तशिल्प के लिए भी पहचाना जाता है जिसने आसपास के पड़ोसी शहरों से लोगों को यहां आने के लिए मजबूर किया।

इनकी कला को मजदूर शक्ति की सराहना और मानव अधिकार समूह के लोगों की आलोचना दोनों से प्राप्त हुई है। लोग यहां फेरी से आना पसंद करते हैं। परिवहन के अन्य साधनों में पुरानी बूढ़ी पीली टैक्सियां और स्थानीय बसें हैं जो हमेशा भरी रहती हैं। रिक्शा, शहर में घूमने का दूसरा माध्यम है। पढ़ने के शौकीन लोगों को कॉलेज स्ट्रीट जरूर जाना चाहिए। सबसे अधिक बिकने वाली और महंगी पुस्तकों को मोलभाव के बाद खरीदने के लिए, स्टेंड पर यह सबसे अच्छी जगह है।

कोलकाता के आस-पास के पर्यटन स्थल
कोलकाता और उसके आसपास बहुत से पर्यटक आकर्षण हैं जैसे विक्टोरिया मैमोरियल, इंडियन म्यूजियम, ईडेन गार्डन, साइंस सिटी और भी बहुत कुछ। यहां बहुत सी एतिहासिक इमारतें हैं जैसे जीपीओ और कलकत्ता हाईकोर्ट, जो पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर खींचती हैं।

खानपान
बंगाली, चावल और दाल की करी के साथ मिलाकर बनाई गई स्वादिष्ट मछली के लिए जाने जाते हैं। शहर में हर जगह बहुत कम कीमत पर स्थानीय भोजन परोसने वाले रेस्त्रां और भोजनालय हैं। यदि आप कोलकाता जाएं तो शहर में स्थानीय खाद्य दुकानों पर जाना न भूलें। बंगाली मिठाइयां पूरे देश में लोकप्रिय हैं, संदेश, मिष्ठी दोई (मीठा दही) और बहुत प्रसिद्ध रस मलाई का स्वाद जरूर चखें। यदि आप कुछ रोमांचक सा महसूस करना चाहते हैं या आपको एक बदलाव की जरूरत है तो चाइना टाउन की यात्रा आपको कुछ स्वादिष्ट भारतीय मसाले वाले चाइनीज फूड का अनुभव करा सकती है। यहां आप मोमोज (पकौड़ी) का स्वाद चखना मत भूलिये।

फिल्मों में कोलकाता
कोलकाता के सुनहरे अतीत को हॉलीवुड और बॉलीवुड़ की फिल्मों ने दोहरा कर कोलकाता को अमर कर दिया, क्योंकि यहां विश्व प्रसिद्ध हावड़ा ब्रिज और शहर भर में चलने वाली ट्राम सेवा मौजूद है। कोलकाता, भारत की पहली भूमिगत रेल मेट्रो सेवा वाले शहर के रूप में भी जाना जाता है। स्थानीय फिल्में भी बहुत सी ललित कला अकादमी, विक्टोरिया मेमोरियल और एशियाटिक सोसाइटी की कर्जदार हैं।

शिक्षा
कोलकाता पर्यटन को इस तथ्य से भी बढ़ावा मिला है कि यह विशेष रूप से समुद्रतटीय बिरादरी के लिए शिक्षा का एक केंद्र है। देश का सबसे पुराना समुद्रतटीय इंस्टीट्यूट मेरी कोलकाता में है, जो गुजरे जमाने की याद दिलाता है। भारतीय मूल के कई नाविकों के दिल में इस शहर के लिए नरम जगह है।

कोलकाता में खेल प्रेमी
कोलकाता हमेशा से ही पूरे शहर भर बने हुए स्टेडियम के साथ क्रिकेट और सॉकर का प्रशंसक रहा है। ये स्टेडियम इन खेलों और राष्ट्रीय स्तर के मैचों के लिए प्रशिक्षण के मैदान रहे हैं। कोलकाता इंडियन प्रीमियर लीग में कोलकाता नाइट राइडर्स के नाम से एक आईपीएल फ्रेंचाइजी टीम भी प्रस्तुत करता है।

कोलकाता में नाइटलाइफ
कोलकाता की नाईटलाइफ को देश की सबसे अच्छी शहरी रातों में से एक माना जाता है। नाईट क्लबों का उचित प्रवेश शुल्क है। पुलिस और स्थानीय क़ानून का दबाव पूरे शहर में फैला हुआ है जो लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करता है। इसके अलावा, पड़ोस के शहर भी सुबह से देर रात तक अच्छी तरह से जुड़े हुए हैं। कोलकाता शहर सभी तरह के यात्रियों के लिए कुछ न कुछ पेश करता है। एक बैकपैकर हो या एक परिवार यह शहर स्थानीय भोजन, कला, समकालीन जीवन शैली और नाइटलाइफ का एक सही मिश्रण प्रदान करता है। व्यापार की दृष्टि से, यह शहर अच्छी तरह से अंतरराष्ट्रीय व्यापार में दक्ष है और संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से अच्छी तरह से सभी क्षेत्रों से जुड़ा हुआ है।

कोलकाता तक कैसे पहुंचें:-

सड़क मार्ग:- कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग 6 और 2 के माध्यम से देश और राज्य के बाकी हिस्सों से जुड़ा हुआ है। जमशेदपुर, सिलीगुड़ी और दार्जिलिंग जैसे निकटवर्ती शहरों से सड़क मार्ग द्वारा यहां तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।

ट्रेन द्वारा:- कोलकाता टर्मिनस कुछ बड़ी शेड्यूल की लंबी दूरी वाली ट्रेनों के माध्यम से देश के बाकी हिस्सों और राज्यों से जुड़ा है। मुंबई और नई दिल्ली के लिए नियमित रूप से ट्रेनें उपलब्ध हैं।

एयर द्वारा:- कोलकाता का नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, मुंबई और दिल्ली के लिए बहुत सी उड़ानों द्वारा देश के बाकी हिस्सों से जुड़ा हुआ है। और कई अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन भी हैं।

 

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