मायावती की नसीहत : राजनीति में कब, किसको, किसकी जरूरत पड़ जाए, कहा नहीं जा सकता

लखनऊ, 21 दिसंबर: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) से दूरी बनाने वाले दलों के बारे में अनावश्यक टीका-टिप्पणी नहीं करने की सलाह देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि भविष्य में कब, किसको, किसकी जरूरत पड़ जाए, यह कहा नहीं जा सकता। मायावती ने यहां एक बयान में किसी का नाम लिये बगैर कहा, ”विपक्ष के गठबंधन में बसपा सहित अन्य जो भी पार्टियां शामिल नहीं हैं उनके बारे में किसी का भी फिजूल की टीका-टिप्पणी करना उचित नहीं है। मेरी उन्हें सलाह है कि वह इससे बचें, क्योंकि भविष्य में, देश में, जनहित में कब किसको, किस की जरूरत पड़ जाए, कुछ भी कहा नहीं जा सकता।” बसपा प्रमुख ने कहा, ”टीका-टिप्पणी करने वाले ऐसे लोगों और पार्टियों को बाद में काफी शर्मिंदगी उठानी पड़े यह ठीक नहीं है। इस मामले में समाजवादी पार्टी खासतौर पर इस बात का जीता जागता उदाहरण है।” मायावती की अगुवाई वाली बसपा विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में शामिल होने से साफ इंकार करते हुए अपने बलबूते अगला लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है। मायावती ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ का संसद परिसर में निलंबित विपक्षी सांसदों द्वारा मजाक उड़ाए जाने का वीडियो बनाने को ‘अशोभनीय’ करार देते हुए कहा कि सरकार और विपक्ष के बीच जबरदस्त मतभेद, तनाव और टकराव वाली घटनाओं से देश के लोकतंत्र एवं संसदीय परंपराओं को शर्मसार होने से बचाना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह जिम्मेदारी किसी एक की नहीं बल्कि सभी की है। उन्होंने हाल ही में लोकसभा की सुरक्षा में चूक को भी गंभीर चिंता का विषय बताते हुए कहा कि इस मामले में सभी को मिलकर संसद की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए और आरोप-प्रत्यारोप के बजाय सभी को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए। मायावती ने कहा कि इस मामले के जो भी दोषी और षड्यंत्रकारी हैं उनके विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई भी होना बेहद जरूरी है। बसपा प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी पूर्ण रूप से धर्मनिरपेक्ष दल है और उसे अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर के अगले महीने होने जा रहे उद्घाटन पर कोई भी ऐतराज नहीं है । उन्होंने साथ ही कहा कि बसपा को अयोध्या में अदालत के आदेश पर सरकार द्वारा निर्धारित की गई जमीन पर निर्मित होने वाली मस्जिद के उद्घाटन पर भी कोई आपत्ति नहीं होगी। उन्होंने किसी का नाम लिये बगैर कहा, ”लेकिन पिछले कुछ वर्षों से इसकी आड़ में जो घिनौनी राजनीति की जा रही है वह अत्यंत दुखद और चिंतनीय भी है।” मायावती ने कहा कि ऐसी चीजों से देश कमजोर ही होगा और इससे लोगों में आपसी नफरत पैदा होती है जो कतई उचित नहीं है।

राम जन्मभूमि आने वाले बुजुर्गों को नहीं चलना पड़ेगा पैदल, परिसर के अंदर ई-वाहन उपलब्ध होंगे

अयोध्या (उप्र), 21 दिसंबर: राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर आमंत्रित बुजुर्ग और दिव्यांग श्रद्धालुओं को भव्य परिसर में ज्यादा पैदल चलने की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि मंदिर निर्माण ट्रस्ट उनके लिए ई-वाहनों का संचालन कराएगा। मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल मिश्रा ने बताया कि राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट राम जन्मभूमि पर आने वाले बुजुर्ग आगंतुकों के लिए विशेष व्यवस्था करेगा। वरिष्ठ नागरिकों को भव्य परिसर में ज्यादा पैदल चलने की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने बताया कि राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद बुजुर्ग और दिव्यांग श्रद्धालुओं की सुविधा के साथ-साथ बीमार लोगों के लिए भी ई-वाहनों का संचालन किया जाएगा। ट्रस्ट जल्द ही दर्जनों छोटे ई-वाहन खरीदेगा। ये ई-वाहन 12 यात्रियों की क्षमता वाले बैटरी चालित ‘गोल्फ कार्ट’ होंगे। मिश्रा ने बताया कि इस सुविधा का लाभ लेने के लिए वरिष्ठ नागरिक राम मंदिर प्रवेश द्वार के स्वागत कार्यालय पर संपर्क कर सकते हैं। उन्हें ई-वाहनों में बैठाकर गर्भगृह के निकटतम बिंदु तक ले जाया जाएगा और उसी गाड़ी में वापस लाया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह व्यवस्था उन श्रद्धालुओं के लिए होगी जो मुख्य द्वार से गर्भगृह तक 25-30 मीटर तो चल सकते हैं, लेकिन 600 मीटर की दूरी तय नहीं कर सकते। मिश्रा ने बताया कि ट्रस्ट श्रद्धालुओं को चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध कराएगा।

मोदी के कार्यकाल में देश में खेल गतिविधियों में आयी तेजी: योगी

लखनऊ, 28 नवंबर : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में खेलों की गतिविधियों ने एक नई तेजी पकड़ी है। सैयद मोदी इंडिया इंटरनेशनल बैडमिंटन टूर्नामेंट 2023 के शुभारंभ के मौके पर उन्होने कहा “ हम सब जानते हैं कि 2014 के बाद प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर नए भारत में खेलकूद की गतिविधियों ने एक नई गति पकड़ी है। खेलो इंडिया खेलो के अभियान को गति देने के बाद फिट इंडिया मूवमेंट हो, ग्रामीण स्तर पर सांसद खेलकूद प्रतियोगिताओं को आगे बढ़ाने का कार्यक्रम हो, पूरे देश के अंदर इसके परिणाम हम सबके सामने आए हैं। आज इसी का परिणाम है कि ओलंपिक में हमारे खिलाड़ी पहले की तुलना में कई गुना अधिक पदक प्राप्त करते हैं। अभी हाल ही में एशियन गेम्स में हमने भारत के खिलाड़ियों के प्रदर्शन को देखा है। पहली बार एशियन गेम्स में हमारे खिलाड़ियों ने 100 का आंकड़ा पार किया है और पैरा एशियन गेम्स में भी हमारे खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 100 से अधिक पदक देश के लिए जीते हैं।” उन्होने कहा कि यह बैडमिंटन प्रतियोगिता न केवल खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करेगी, बल्कि उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए भी एक मंच प्रदान कर रही है। जो भी प्रतिभागी इस पूरे आयोजन के साथ जुड़े हुए हैं उनके प्रति और इस आयोजन के प्रति अपनी शुभकामनाएं देता हूं। मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश में खिलाड़ियों को हर तरह के सहयोग के प्रति आश्वस्त किया। उन्होंने कहा कि खेलकूद की गतिविधियों के प्रति केंद्र और राज्य का जो सकारात्मक रुख है वो हमारे खिलाड़ियों के लिए एक नया प्लेटफॉर्म भी है और अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए सरकार के द्वारा उन्हें हर संभव सहयोग देने के लिए भी उन्हें आश्वस्त करता हूं। उन्होंने कहा कि हम सब जानते हैं कि उत्तर प्रदेश में बैडमिंटन का एक अच्छा केंद्र हो, जहां खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के साथ-साथ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं को भी संपन्न किया जा सके। पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास ने इसकी शुरुआत की और 10 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ यह क्षेत्र उत्तर प्रदेश के अंदर बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए न केवल प्रशिक्षण का बल्कि किसी भी प्रकार के नेशनल और इंटरनेशनल चैंपियनशिप का एक नया केंद्र बिंदु बना है। इस अवसर पर डॉ. अखिलेश दास जी को भी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। इस दौरान उत्तर प्रदेश बैडमिंटन संघ के प्रेसीडेंट डॉ. नवनीत सहगल, बीबीडी ग्रुप की चेयरमैन अल्का दास, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, खेल सचिव सुहास एलवाई, खेल निदेशक डॉ आरपी सिंह आदि उपस्थित रहे।

सुहेलदेव एक्सप्रेस ट्रेन पटरी से उतरी, कोई हताहत नहीं

प्रयागराज, 01 नवंबर: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से आनंद विहार टर्मिनस जाने वाली ट्रेन 22433 सुहेलदेव एक्सप्रेस मंगलवार रात प्रयागराज जंक्शन के पास पटरी से उतर गई। हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। उत्तर मध्य रेलवे के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि गाजीपुर से आनंद विहार टर्मिनस जाने वाली सुहेलदेव एक्सप्रेस ट्रेन मंगलवार रात साढ़े आठ बजे प्रयागराज जंक्शन पर आई और पौने नौ बजे यहां से प्रस्थान करने के कुछ ही देर बाद इसके इंजन के चार पहिये और पीछे के जनरेटर कार के चार पहिये पटरी से उतर गए। उन्होंने बताया कि इस घटना में किसी भी हताहत होने की सूचना नहीं है। मालवीय के अनुसार, रेलवे अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और ट्रेन का पीछे का हिस्सा प्लेटफॉर्म पर भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि पटरी को ठीक कर ट्रेन को गंतव्य स्थान के लिए रात में ही रवाना कर दिया गया।

अपनी विरासत को विस्मृत करके कोई समाज-राष्ट्र विकास की बुलंदियां नहीं छू सकताः योगी आदित्यनाथ

लखनऊ, 21 अक्टूबर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि अपनी विरासत एवं अतीत को विस्मृत करके कोई समाज-राष्ट्र विकास की बुलंदियों को नहीं छू सकता है। उन्होंने शनिवार को भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम के निकट सीजी सिटी में 23 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले नौसेना शौर्य संग्रहालय का शिलान्यास किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “अतीत सदैव व्यक्ति एवं समाज के साथ चलता है। अतीत का गौरवशाली क्षण नई प्रेरणा होती है।” यहां जारी एक अधिकारिक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा, “आज लखनऊ एवं प्रदेश के लिए ऐतिहासिक क्षण है, जब नौसेना शौर्य संग्रहालय के स्थापना की नींव इस नए उभरते क्षेत्र सीजी सिटी में गोमती नदी के तट पर पड़ रही है।” योगी ने यहां पौधरोपण भी किया। भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय के बच्चों ने राष्ट्रगीत एवं भारतीय नौसेना के बैंड ने अपनी प्रस्तुति दी। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि यह उत्तर प्रदेश के जल परिवहन एवं युवाओं के रोजगार की दृष्टि से मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा, ‘‘40-50 वर्ष पहले गांवों में हम सुनते थे कि नौकाओं से जल परिवहन होता था। जब सड़कों का जाल नहीं था, ट्रेन का प्रभावी आवागमन नहीं था तब एक स्थान से दूसरे स्थान तक परिवहन एवं वस्तुओं को ले जाने का माध्यम जलमार्ग ही था।” योगी ने संभावनाओं पर ज़ोर देते हुए कहा, “उत्तर प्रदेश में पर्याप्त जल संसाधन हैं। इन नदियों के माध्यमों एवं क्षमता को देखते हुए उत्तर प्रदेश अपने यहां राज्य जल परिवहन प्राधिकरण के गठन की कार्रवाई को बढ़ा रहा है। प्रदेश के अंदर जल परिवहन की संभावना का उपयोग करते हुए हम किसी भी वस्तु को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचा सकेगे।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के पहले ‘इनलैंड वाटरवे’ से वाराणसी और हल्दिया को जोड़ दिया है, जो क्रियाशील है, अब राज्य का जल परिवहन प्राधिकरण भारत सरकार के प्राधिकार के साथ कार्य करते हुए अपना योगदान देगा तो उत्तर प्रदेश की इस क्षमता को बढ़ाने में मदद मिलेगी। शौर्य संग्रहालय के लिए लखनऊ को चुनने पर आभार जताते हुए योगी ने कहा कि यह युवा पीढ़ी के लिए भारतीय सेना के शौर्य-पराक्रम को जानने का माध्यम बनेगा। उन्होंने कहा, “यह गौरव का क्षण है कि 34 वर्ष तक भारतीय नौसेना की क्षमता में अभिवृद्धि करके उसकी सामरिक स्थिति को सुदृढ़ करने वाला आईएनएस गोमती सेवामुक्त होने के बाद आज शौर्य संग्रहालय का हिस्सा बनने जा रहा है।”

मुख्यमंत्री ने किया मिशन शक्ति के चौथे चरण का आगाज, बोले, इच्छा शक्ति हो तो महिलाएं कुछ भी कर सकती हैं

लखनऊ, 14 अक्टूबर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अपने सरकारी आवास से नारी सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को समर्पित मिशन शक्ति के चौथे चरण का आगाज महिला सशक्तिकरण रैली को रवाना कर किया, जो राजधानी के विभिन्न पड़ाव से होते हुए 1090 चौराहे पर समाप्त हुई। रैली के जरिये केंद्र और राज्य सरकार की ओर से महिलाओं-बेटियों के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं से रूबरू कराया जाएगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि खुद में इच्छा शक्ति, सरकार और प्रशासन का समर्थन हो तो महिलाएं कुछ भी कर सकती हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश में वर्ष 2020 में महिला संबंधी अपराधों को नियंत्रित करने के लिए एक कार्यक्रम शुरू किया गया, जिसकी थीम थी सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन। तीन मुद्दों को लेकर शुरू हुआ कार्यक्रम आज मिशन शक्ति के नाम से जाना जाता है। इस कार्यक्रम ने प्रदेश में लोकप्रियता हासिल करने के साथ पूरे देश में महिला संबंधी अपराध को नियंत्रित करने और अपराधियों को सजा दिलाने वाले राज्यों में अग्रणी राज्य बन गया। मिशन शक्ति की सफलता का ही परिणाम है कि भारत सरकार ने भी महिला सुरक्षा के लिए चलाए जाने वाले अभियान का नाम मिशन शक्ति रखा है, जो यह दर्शाता है कि जब कोई भी इनिशिएटिव समाज में व्यापक जागरूकता का बड़ा माध्यम बनता है, तो उसे राष्ट्रव्यापी बनने में देर नहीं लगती है। मिशन शक्ति के इस चौथे चरण का भी यह उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि सरकार विभिन्न तरह के कार्यक्रम चलाती है, लेकिन जिनके लिए कार्यक्रम चलाया जा रहा है, उन्हे इसकी जानकारी ही नहीं हो पाती। इसकी वजह से वह इसका लाभ नहीं उठा पाते। ऐसे में प्रदेश के सभी 75 जिलों के लिए जागरुकता रैली का शुभारंभ किया गया है। इसके बाद प्रदेश के हर जनपद के स्कूल, कॉलेज में प्रभात रैलियां निकाल जाएंगी। इसके अलावा उन जनपदों में महिला सुरक्षा, सम्मान, स्वावलंबन को लेकर अच्छा काम करने वालों को सम्मानित किया जाएगा। वहीं 15 अक्टूबर से हर शहर, गांव और नगर निकायों के वार्ड में केंद्र और राज्य सरकार की महिला संबंधी योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इस दौरान सरकार की ओर से महिलाओं और बेटियों की रक्षा से संबंधित उठाए गए विभिन्न मुद्दों से उन्हें अवगत कराया जाएगा। पहले प्रदेश में लोग महिलाओं के बारे में बाेलते थे कि वह बहुत पढ़ी-लिखी नहीं है तो वह क्या काम कर पाएंगी, लेकिन हमारी सरकार ने इस धारण को बदला। आज बीसी सखी, बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंस सखी बन कर वह गांव में बैंक की कमी को पूरा कर रही हैं। इतना ही नहीं वह गांवों के लोगों की विपत्ति के समय में मदद भी कर रहीं हैं। इन महिलाओं को सरकार की ओर से छह माह का प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान सरकार ने मानदेय भी दिया। इनमें सबसे कम 25 हजार रुपये और सबसे अधिक सवा से डेढ़ लाख तक महिलाएं कमा रहीं हैं। इस प्रयास को और आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। इससे पहले वर्ष 2019 में तीसरी और पांचवीं पास महज पांच से सात महिलाओं का सपोर्ट करते हुए सरकार ने बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर की स्थापना की। पिछले 3 वर्षों में इनका कारोबार प्रति वर्ष डेढ़ सौ करोड़ के टर्नओवर तक पहुंच गया है और लगभग 15 से 16 करोड़ का नेट प्रॉफिट होता है। उन्होंने 40,000 महिलाओं को अपने साथ जोड़ लिया है। सीएम योगी ने कहा कि खुद में इच्छा शक्ति, सरकार और प्रशासन का समर्थन हो तो महिलाएं कुछ भी कर सकती हैं। कहा कि यूपी पूरे देश में सबसे बड़ा आबादी वाला राज्य है। ऐसे में आधी आबादी के लिए विशेष प्रयास होने चाहिये। मिशन शक्ति के चौथे चरण के तहत रैली का शुभारंभ इसे ही दर्शाता है। 15 अक्टूबर से पूरे प्रदेश में महिलाओं को जागरूक करने के साथ उनकी समस्याओं के समाधान के विभिन्न कार्यक्रम चलाए जाएंगे। इसके साथ ही महिला और बेटी की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाले से सख्ती से निपटा जाएगा। इसको लेकर सख्त आदेश दिए गए हैं क्योंकि सरकार पहले ही लोगों को सुधरने का काफी समय दे चुकी है। वहीं ऐसे लोगों से सख्त से निपटने के लिए थाना स्तर पर कार्रवाई का रिकॉर्ड भी प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।

गेट फांद कर अखिलेश ने जयप्रकाश की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण

लखनऊ, 11 अक्टूबर: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को सुरक्षा कारणाें से बंद किये गये जयप्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय केंद्र (जेपीएनआईसी) के गेट को फांद कर समाजवादी नेता की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर सपा ने लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) को पत्र लिख कर जेपीएनआईसी प्रांगढ़ में लगी प्रतिमा पर माल्यार्पण की अनुमति मांगी थी जिसे साज सफाई और सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुये अनुमति नहीं दी गयी थी। सपा ने इसे प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया और आज दोपहर पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने समर्थकों के साथ जेपीएनआईसी पहुंच गये और बंद गेट को फांद कर प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इससे पहले यादव ने ट्वीट कर अनुमति प्रदान नहीं करने के फैसले की भर्त्सना करते हुये एक्स पर पोस्ट किया, “महान समाजवादी विचारक, सामाजिक न्याय के प्रबल प्रवक्ता लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की जयंती पर अब क्या सपा को माल्यार्पण करने से रोकने के लिए ये टिन की चद्दरें लगाकर जेपीएनआईसी का रास्ता रोका जा रहा है। सच ये है कि भाजपा लोकनायक जयप्रकाश जी के भ्रष्टाचार, बेकारी-बेरोज़गारी और महंगाई के ख़िलाफ़ छेड़े गये आंदोलन की स्मृति को दोहराने से डर रही है क्योंकि भाजपा के राज में तो भ्रष्टाचार, बेकारी-बेरोज़गारी और महंगाई तब से कई गुना ज़्यादा है।’’ उन्होने कहा, “अब क्या माल्यार्पण के लिए भी जयप्रकाश नारायण जी की तरह ‘सम्पूर्ण क्रान्ति’ का आह्वान करना पड़ेगा। अगर भाजपा को यही मंज़ूर है तो यही सही।” बाद में सपा के आधिकारिक एक्स हैंडल से तस्वीरों के साथ पोस्ट किया गया, “जेपीएनआईसी पर ताला डालकर भी समाजवादियों को नहीं रोक पाई अहंकारी सरकार। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जेपीएनआईसी में लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण। भाजपा सरकार की तानाशाही के खिलाफ सामाजवादी लोग लड़ते रहेंगे।”

केदार पुरी में योगी का भव्य स्वागत, बाबा केदार का किया रूद्राभिषेक

केदारनाथ धाम/देहरादून, 08 अक्टूबर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जनपद अंतर्गत, स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री केदारनाथ धाम पहुँच कर बाबा केदार के दर्शन एवं रूद्राभिषेक किया। उन्होंने भगवान केदारनाथ से विश्व में सुख समृद्धि एवं जनकल्याण की कामना करते हुए बाबा केदारनाथ का आशीर्वाद प्राप्त किया। तकरीबन दो घंटे के भ्रमण कार्यक्रम के दौरान केदारपुर में लगातार जय श्री राम एवं हर-हर महादेव के नारे लगते रहे। जहां से भी मुख्यमंत्री योगी गुजरते वहां उनके अभिवादन को खड़े श्रद्धालु जयकारे लगाते। जवाब में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी श्रद्धालुओं का अभिवादन कर जय श्री राम एवं बाबा केदार के जयकारे लगाए। आज सुबह करीब दस बजे मुख्यमंत्री आदित्यनाथ केदारनाथ हैलीपैड पर पहुचें। जहाँ हैली पैड पर उनका स्वागत बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजय अजयेंद्र, जिला पंचायत अध्यक्ष रुद्रप्रयाग अमरदेई शाह, भाजपा जिला अध्यक्ष महावीर पंवार, केदार सभा, तीर्थ पुरोहित समाज, जिलाधिकारी डॉ सौरभ गहरवार, पुलिस अधीक्षक डॉ विशाखा समेत अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने पुष्पगुच्छ भेंट कर किया। वहीं पुरोहित समाज ने परंपरागत मंत्रोच्चारण के साथ उनका स्वागत एवं अभिनंदन किया। यहाँ पर तीर्थ पुरोहितों से भेंट करने के बाद मुख्यमंत्री योगी जीएमवीएन अतिथि गृह में कुछ देर विश्राम किया जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी बीकेटीसी हट में मुख्य पुजारी शिवलिंग से मिले। पुजारी एवं अन्य तीर्थ पुरोहितों से भेंट के बाद तीर्थ पुरोहित समाज ‘दंड’ की अगुआई में उन्हें मंदिर तक ले गए, यहाँ उन्होंने बाबा केदारनाथ के दर्शन कर विश्व में सुख समृद्धि एवं जन कल्याण की कामना की। करीब पौने घंटे चली पूजा के दौरान मुख्यमंत्री ने बाबा केदारनाथ का रूद्राभिषेक कर विशेष गो मुखी शृंघी से दूध एवं जल भी चढ़ाया। रूद्राभिषेक के बाद उन्होंने बाहर आकर नंदी की पूजा की एवं शॉल चढ़ाया। यहाँ मंदिर प्रांगण में खड़े श्रद्धालुओं के बीच बाबा केदारनाथ के नारे लगाने के बाद उन्होंने केदार सभा समेत अन्य तीर्थ पुरोहितों से भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि श्री केदारनाथ धाम एवं बदरीनाथ धाम के दर्शनों का सौभाग्य मुझे प्राप्त हुआ। दोनों धामों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के निर्देशन में भव्य निर्माण कार्य चल रहा है। दुनियाभर में रहने वाले सनातन धर्म के अनुयायी दोनों धामों के दर्शन एवं आशीर्वाद की कामना रखते हैं। वर्ष 2013 में आयी त्रासदी के कारण केदार पुरी में हुए नुकसान से सभी प्रभावित हुए लेकिन स्थानीय लोगों के दृढ़ संकल्प एवं मोदी जी के निर्देशन में केदारनाथ का स्वरुप भव्य होता जा रहा है। दोनों धाम नई आभा के साथ विश्व में अपनी पहचान बना रहे हैं, विरासत के प्रति हमारे लोगों का सम्मान यही है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु दोनों धामों के दर्शन करने आ रहे हैं यह नए भविष्य की तस्वीर भी है। सतत विकास एवं पर्यावरण के सभी पहलुओं का ध्यान रहते हुए जिस प्रकार दोनों धामों में कार्य चल रहा है इसके लिए प्रधानमंत्री एवं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी दोनों ही बधाई के पात्र है। श्रद्धा का उमड़ता हुआ ज़न सैलाब नए भारत की नई तस्वीर को प्रस्तुत कराता है। उन्होंने कहा कि इसमें दृष्टि भी है दूरदर्शिता भी है, इसमें पर्यटन भी है और श्रद्धालुओं की जन आस्था का सैलाब भी है। इन सब को समेटे हुए केदार पुरी का नव निर्माण बहुत अच्छे ढंग से आगे बढ़ रहा है। हमारे यह तीर्थ स्थल राष्ट्रीय एकात्मता का प्रतीक हैं। उन्होंने स्थानीय नागरिकों, श्रद्धालुओं, तीर्थ पुरोहितों, सुरक्षा एजेंसियों एवं व्यवस्थाओं से जुड़े हुए सभी पदाधिकारियों का धन्यवाद देते हुए सभी के साथ फोटो भी खिचाई। इस अवसर पर एडीएम बीर सिंह बुदियाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी केडीए योगेन्द्र सिंह, सीओ विमल रावत, कार्यकारी अधिकारी आरसी तिवारी, इंचार्ज सीएम सुरक्षा जगमोहन सिंह बिष्ट, इंस्पेक्टर योगेश शर्मा, डिप्टी कलेक्टर हरिद्वार गोपाल चौहान, डीसी एनएसजी मानवेंद्र, एसएचओ केदारनाथ मंजुल रावत समेत अन्य तीर्थ पुरोहित, अधिकारी, कर्मचारी एवं श्रद्धालु मौजूद रहे।

उप्रः छात्रा के साथ अश्लील हरकत करने के आरोप में सरकारी स्कूल का शिक्षक निलंबित

बलिया, 07 अक्टूबर: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के रसड़ा थाना क्षेत्र के संवरूपुर गांव में एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक को कक्षा तीन की छात्रा के साथ अश्लील हरकत करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, प्राथमिक विद्यालय, हरिजन बस्ती, संवरूपुर में कार्यरत सहायक अध्यापक देवेंद्र भारती ने गत चार अक्टूबर को कक्षा तीन की छात्रा के साथ कथित तौर पर अश्लील हरकत की थी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार सिंह ने शनिवार को बताया कि प्राथमिक विद्यालय, हरिजन बस्ती, संवरूपुर में कार्यरत सहायक अध्यापक देवेंद्र भारती को शुक्रवार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। सिंह के मुताबिक, यह कार्रवाई खंड शिक्षा अधिकारी की गत छह अक्टूबर को की गई संस्तुति व जांच आख्या के आधार पर की गई है। उन्होंने बताया कि मामले में आरोपी शिक्षक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं और खंड शिक्षा अधिकारी, दुबहड़ को प्रकरण का जांच अधिकारी नामित किया गया है।

राष्ट्रीय स्तर पर जातिवार जनगणना से ही दलितों और पिछड़ों को मिलेगा वाजिब हक : मायावती

लखनऊ, 03 अक्टूबर: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने बिहार की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी जातिवार जनगणना कराये जाने की जरूरत बताते हुए मंगलवार को कहा कि दलितों और पिछड़ों को उनका वाजिब हक तभी मिलेगा जब केन्द्र सरकार राष्ट्रीय स्तर पर जातिवार जनगणना करायेगी। मायावती ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर की गयी सिलसिलेवार पोस्ट में कहा, ”बिहार सरकार द्वारा करायी गयी जातीय जनगणना के आँकड़े सार्वजनिक होने की खबरें आज खासी सुर्खियों में हैं तथा उस पर गहन चर्चाएं जारी हैं। कुछ पार्टियाँ इससे असहज ज़रूर हैं मगर बसपा के लिए ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) के संवैधानिक हक के लंबे संघर्ष की यह पहली सीढ़ी है।” उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने इसी सिलसिले में की गयी एक अन्य पोस्ट में कहा, ”वैसे तो उत्तर प्रदेश सरकार को अब अपनी नीयत व नीति में जनभावना और जन अपेक्षा के अनुसार सुधार करके जातीय जनगणना/सर्वे अविलम्ब शुरू करा देना चाहिए, किन्तु इसका सही समाधान तभी होगा जब केन्द्र सरकार राष्ट्रीय स्तर पर जातीय जनगणना कराकर उन्हें उनका वाजिब हक देना सुनिश्चित करेगी।” मायावती ने एक अन्य पोस्ट में कहा, ”बसपा को प्रसन्नता है कि देश की राजनीति उपेक्षित ‘बहुजन समाज’ के पक्ष में नई करवट ले रही है, जिसका नतीजा है कि एससी/एसटी आरक्षण को निष्क्रिय व निष्प्रभावी बनाने तथा घोर ओबीसी व मण्डल विरोधी जातिवादी एवं साम्प्रदायिक दल भी अपने भविष्य के प्रति चिंतित नजर आने लगे हैं।” बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले गत सोमवार को अपने बहुप्रतीक्षित जातिवार सर्वेक्षण के आंकड़े जारी किए थे। इसके मुताबिक ओबीसी और अत्यंत पिछड़े वर्गों की राज्य की कुल आबादी में 63 प्रतिशत हिस्सेदारी है। आंकड़ों के अनुसार, बिहार की कुल जनसंख्या 13.07 करोड़ से कुछ अधिक है, जिसमें से अत्यंत पिछड़ा वर्ग (36 प्रतिशत) सबसे बड़ा सामाजिक वर्ग है, इसके बाद अन्य पिछड़ा वर्ग 27.13 प्रतिशत है।