अयोध्या, 30 दिसंबर : धर्मनगरी में विकास के नये युग का सूत्रपात करने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार सुबह अयोध्या पहुंचे जहां उनका स्वागत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामनामी पट्टिका पहना कर किया। श्री मोदी वायुसेना के विशेष विमान से निर्धारित समयानुसार 10 बज कर 50 मिनट पर अयोध्या के नवनिर्मित महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे जहां उनका स्वागत राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। बाद में प्रधानमंत्री रोड शो के जरिये लोगों को अभिवादन स्वीकार करने के लिये रवाना हो गये। इस दौरान भीषण ठंड की परवाह किये बगैर अयोध्या वासियों ने सड़क के दोनो ओर कतारबद्ध होकर अपने प्रधानमंत्री का स्वागत गर्मजोशी से किया। प्रधानमंत्री के रोड शो के रास्ते को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। जगह जगह सांस्कृतिक कार्यक्रमों में कलाकार अपनी प्रस्तुति से हर किसी को आकर्षित कर रहे हैं। लोगों ने फूल बरसा कर श्री मोदी का स्वागत किया। रोड शो के दौरान लोगों ने जय श्रीराम के गगन भेदी नारे लगाये। श्री मोदी सबसे श्री मोदी अयोध्या में करीब चार घंटे के संक्षिप्त प्रवास के दौरान 15 हजार 700 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। श्रीराम की नगरी से देश के विभिन्न शहरों के लिए भी सौगातों का पिटारा खुलेगा। प्रधानमंत्री देश के अलग अलग स्टेशनों से संचालित होने वाली छह वंदे भारत और दो अमृत भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इससे पहले श्री मोदी पुनर्विकसित अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। साथ ही श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा-नई दिल्ली, अमृतसर-नई दिल्ली, कोयम्बटूर-बेंगलुरु, मंगलूरु-मडगांव, जालना-मुंबई एवं अयोध्या-आनंद विहार टर्मिनल के बीच छह वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के साथ ही अयोध्या-दरभंगा एवं मालदा टाउन-बेंगलुरु के बीच दो अमृत भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। श्री मोदी 1462.97 करोड़ रुपए की लागत से बने महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट का लोकार्पण करेंगे और 15 हजार 700 करोड़ रुपये की 46 विकास परियोजनाओ का लोकार्पण एवं शिलान्यास करेंगे। इसके साथ ही वह यहां एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। श्री मोदी के आगमन के मद्देनजर सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किये गये है। अयोध्या की ओर आने वाले भारी वाहनो को बदले रुट से चलाया जा रहा है। प्रधानमंत्री का स्वागत राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। उल्लेखनीय है कि एयरपोर्ट से 11 जनवरी 2024 से अहमदाबाद और अयोध्या के बीच प्रतिदिन तीन उड़ानों का संचालन होगा। वहीं, छह जनवरी को पहली फ्लाइट दिल्ली से अयोध्या के बीच उड़ान भरेगी। शुरुआती संचालन के बाद इस एयरपोर्ट से इंटरनेशनल फ्लाइट्स को ऑपरेशनल करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी, जिसके बाद अयोध्या ग्लोबल सर्किट से सीधे तौर पर जुड़ जाएगा और यह अयोध्या के लिए खोए गौरव को प्राप्त करने वाला क्षण होगा।
प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर सुल्तानपुर से अयोध्या जाने का मार्ग परिवर्तित
सुल्तानपुर (उप्र), 29 दिसंबर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों अयोध्या हवाईअड्डे के नवनिर्मित भवन और पुनर्विकसित अयोध्या रेलवे स्टेशन के उद्घाटन कार्यक्रम को देखते हुए सुल्तानपुर से अयोध्या की ओर जाने वाले सभी बड़े और छोटे वाहनों का मार्ग परिवर्तित किया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा ने शुक्रवार को बताया कि 30 दिसंबर को अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे और पुनर्विकसित रेलवे स्टेशन के उद्घाटन कार्यक्रम को देखते हुए सुल्तानपुर जनपद से अयोध्या की तरफ जाने वाले सभी बड़े व छोटे वाहनों का मार्ग परिवर्तित किया जा रहा है। बर्मा ने कहा कि हलियापुर से अयोध्या की तरफ जाने वाले सभी भारी वाहन 29 दिसंबर की रात 9 बजे से और सभी छोटे वाहन 30 दिसंबर को सुबह 8 बजे से अयोध्या की तरफ ना जाकर कूरेभार से पीढ़ी की तरफ जाएंगे और सेमरी होते हुए अपने गंतव्य स्थान को प्रस्थान करेंगे। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार कूरेभार से अयोध्या की तरफ जाने वाली सभी बड़े वाहन 29 दिसंबर की रात 9 बजे से और सभी छोटे वाहन 30 दिसंबर को सुबह 8 बजे से अयोध्या की तरफ न जाकर कूरेभार से पीढ़ी की तरफ भेजे जाएंगे जो सेमरी होते हुए अपने गंतव्य स्थान को जाएंगे। बर्मा ने बताया कि कटका से अयोध्या की तरफ जाने वाले सभी भारी वाहन 29 दिसंबर की रात 9 बजे से और सभी छोटे वाहन 30 दिसंबर की सुबह 8 बजे से अयोध्या की तरफ न जाकर सेमरी की तरफ रवाना किए जाएंगे और फिर वे अपने गन्तव्य स्थान जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 दिसंबर को अयोध्या पहुंचेंगे जहां सुबह करीब 11:15 बजे वह पुनर्विकसित अयोध्या रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करेंगे और नई अमृत भारत और वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। वह कई अन्य रेल परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित करेंगे। दोपहर करीब 12:15 बजे प्रधानमंत्री नवनिर्मित अयोध्या हवाईअड्डे का उद्घाटन करेंगे और करीब एक बजे वह एक जनसभा में भाग लेंगे जहां वह प्रदेश में 15,700 करोड़ रुपये मूल्य से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और कई का लोकार्पण करेंगे। इन परियोजनाओं में अयोध्या और इसके आसपास के क्षेत्रों के विकास के लिए करीब 11,100 करोड़ रुपये की परियोजनाएं और प्रदेश भर में करीब 4,600 करोड़ रुपये की अन्य परियोजनाएं शामिल हैं।
बलात्कारियों के लिये कब्रगाह बना यूपी,13 को मृत्युदंड, 291 को उम्रकैद
लखनऊ, 29 दिसंबर: माफियाराज पर नकेल कसने के साथ उत्तर प्रदेश पुलिस ने वर्ष 2023 में महिला अपराधों के प्रति भी गंभीर रुख अपनाया है। पुलिस की प्रभावी पैरवी के चलते बलात्कार की घटनाओं में संलिप्त 13 मुल्जिमों को अदालत ने मौत की सजा सुनायी जबकि 291 को ताउम्र जेल में बिताने का आदेश दिया। पुलिस के पास मौजूद रिकार्ड के अनुसार अधिनस्थ न्यायालयों में कुल एक लाख 52 हजार 594 मामलों में तथा सत्र न्यायालयों में सात हजार 285 मामलों में अपराधियों को सजा कराई गई है जबकि पाक्सो एक्ट में 13 मामलों में मृत्युदंड, 291 मामलों आजीवन कारावास, 1101 मामलों में 10 साल की सजा, और 1334 मामलों में 10 साल से कम की सजा दिलाई गई है। पाक्सो एक्ट के अंतर्गत चार्जशीट दाखिल होने के एक माह के अंदर 34 मामलों में और दो माह से भी कम समय में 74 मामलों में सजा कराई गई है। महिलाओं और नाबालिगों के खिलाफ होने वाले विभिन्न अपराधों में 4312 मामलों में सजा कराई गई है। जिलों के टॉप 10 अपराधियों में 77 मामलों में 83 अपराधियों को प्रभावी पैरवी के जरिए दोषी सिद्ध कराया जा चुका है। यूपी के 32 जिलों में गैंगेस्टर एक्ट के तहत 5775 करोड़ से अधिक की संपत्तियां जब्त की गई हैं। दशकों तक आतंक का पर्याय रहे यूपी के सबसे कुख्यात माफिया मुख्तार अंसारी को इस साल सबसे बड़ी चोट मिली है। बड़े माफिया के अलावा इलाकाई गुंडे-बदमाश और शोहदों के खिलाफ भी ताबड़तोड़ कार्रवाइयां हुई हैं। मुख्तार को 2023 में एक के बाद एक चार मामलों में सजा सुनाई गई है, जिसमें आजीवन कारावास जैसी अधिकतम सजा भी शामिल है। माफिया के आर्थिक 604 करोड़ से अधिक के साम्राज्य को भी पूरी तरह से मिट्टी में मिलाया जा चुका है। इसके अलावा प्रयागराज के अतीक गैंग का भी समूल विनाश हो चुका है। वहीं विजय मिश्रा, अनुपम दूबे, सऊद अख्तर, धर्मेन्द्र व संजय सिंघला जैसे बड़े माफिया को योगी राज में कानून के जरिए उनके गुनाहों की सजा मिल चुकी है। प्रदेश में व्यापारियों से रंगदारी ओर महिलाओं से छेड़खानी करने वाले तत्व या तो सलाखों के पीछे पहुंचा दिये गये या पुलिस मुठभेड़ में ढेर किये जा चुके हैं। इसके अलावा यूपी पुलिस को मजबूत बनाने के लिए इस साल 60 हजार से अधिक कांस्टेबल की भर्ती प्रक्रिया भी शुरू की गई है। एनसीआरबी के ताजा आंकड़ों के अनुसार देश के क्राइम रेट 258.1 प्रतिशत के सापेक्ष यूपी में अपराध की दर 171.6 प्रतिशत है। दर्ज मुकदमों के आधार पर देश के अन्य राज्यों के मुकाबले यूपी 20वें स्थान पर है, जबकि उत्तर प्रदेश पूरे देश में सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला राज्य है। जो यह दर्शाता है कि कई राज्यों की तुलना में यूपी में अपराधिक घटनाओं में काफी कमी आई है। सेफ सिटी परियोजना को धरातल पर उतारने के लिए योगी सरकार की ओर से युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है। सेफ सिटी परियोजना के पहले चरण के तहत 17 नगर निगमों व गौतमबुद्ध नगर में इन्टीग्रेशन के लिए 21,968 कैमरों लगाए जा रहे हैं। इसमें से 15,732 को कण्ट्रोल रूम से इन्टीग्रेट किया जा चुका है। शहरों को पूरी तरह से सीसीटीवी सर्विलांस से ना सिर्फ अपराधों में कमी आ रही है बल्कि आपराधिक घटनाओं का खुलासा भी त्वरित गति से हो रहा है। इसके अलावा साइबर अपराध के मामलों को देखते हुए प्रदेश में 57 साइबर थानों की स्थापना भी एक नजीर बन गया है। यही नहीं प्रदेश में पुलिस के इकबाल को मजबूत करते हुए ना सिर्फ नई बैरकों का निर्माण हो रहा है बल्कि साल का अंत होते होते अबतक की सबसे बड़ी 60 हजार से अधिक कांस्टेबल भर्ती की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है।
मायावती की नसीहत : राजनीति में कब, किसको, किसकी जरूरत पड़ जाए, कहा नहीं जा सकता
लखनऊ, 21 दिसंबर: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) से दूरी बनाने वाले दलों के बारे में अनावश्यक टीका-टिप्पणी नहीं करने की सलाह देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि भविष्य में कब, किसको, किसकी जरूरत पड़ जाए, यह कहा नहीं जा सकता। मायावती ने यहां एक बयान में किसी का नाम लिये बगैर कहा, ”विपक्ष के गठबंधन में बसपा सहित अन्य जो भी पार्टियां शामिल नहीं हैं उनके बारे में किसी का भी फिजूल की टीका-टिप्पणी करना उचित नहीं है। मेरी उन्हें सलाह है कि वह इससे बचें, क्योंकि भविष्य में, देश में, जनहित में कब किसको, किस की जरूरत पड़ जाए, कुछ भी कहा नहीं जा सकता।” बसपा प्रमुख ने कहा, ”टीका-टिप्पणी करने वाले ऐसे लोगों और पार्टियों को बाद में काफी शर्मिंदगी उठानी पड़े यह ठीक नहीं है। इस मामले में समाजवादी पार्टी खासतौर पर इस बात का जीता जागता उदाहरण है।” मायावती की अगुवाई वाली बसपा विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में शामिल होने से साफ इंकार करते हुए अपने बलबूते अगला लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है। मायावती ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ का संसद परिसर में निलंबित विपक्षी सांसदों द्वारा मजाक उड़ाए जाने का वीडियो बनाने को ‘अशोभनीय’ करार देते हुए कहा कि सरकार और विपक्ष के बीच जबरदस्त मतभेद, तनाव और टकराव वाली घटनाओं से देश के लोकतंत्र एवं संसदीय परंपराओं को शर्मसार होने से बचाना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह जिम्मेदारी किसी एक की नहीं बल्कि सभी की है। उन्होंने हाल ही में लोकसभा की सुरक्षा में चूक को भी गंभीर चिंता का विषय बताते हुए कहा कि इस मामले में सभी को मिलकर संसद की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए और आरोप-प्रत्यारोप के बजाय सभी को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए। मायावती ने कहा कि इस मामले के जो भी दोषी और षड्यंत्रकारी हैं उनके विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई भी होना बेहद जरूरी है। बसपा प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी पूर्ण रूप से धर्मनिरपेक्ष दल है और उसे अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर के अगले महीने होने जा रहे उद्घाटन पर कोई भी ऐतराज नहीं है । उन्होंने साथ ही कहा कि बसपा को अयोध्या में अदालत के आदेश पर सरकार द्वारा निर्धारित की गई जमीन पर निर्मित होने वाली मस्जिद के उद्घाटन पर भी कोई आपत्ति नहीं होगी। उन्होंने किसी का नाम लिये बगैर कहा, ”लेकिन पिछले कुछ वर्षों से इसकी आड़ में जो घिनौनी राजनीति की जा रही है वह अत्यंत दुखद और चिंतनीय भी है।” मायावती ने कहा कि ऐसी चीजों से देश कमजोर ही होगा और इससे लोगों में आपसी नफरत पैदा होती है जो कतई उचित नहीं है।
राम जन्मभूमि आने वाले बुजुर्गों को नहीं चलना पड़ेगा पैदल, परिसर के अंदर ई-वाहन उपलब्ध होंगे
अयोध्या (उप्र), 21 दिसंबर: राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर आमंत्रित बुजुर्ग और दिव्यांग श्रद्धालुओं को भव्य परिसर में ज्यादा पैदल चलने की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि मंदिर निर्माण ट्रस्ट उनके लिए ई-वाहनों का संचालन कराएगा। मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल मिश्रा ने बताया कि राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट राम जन्मभूमि पर आने वाले बुजुर्ग आगंतुकों के लिए विशेष व्यवस्था करेगा। वरिष्ठ नागरिकों को भव्य परिसर में ज्यादा पैदल चलने की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने बताया कि राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद बुजुर्ग और दिव्यांग श्रद्धालुओं की सुविधा के साथ-साथ बीमार लोगों के लिए भी ई-वाहनों का संचालन किया जाएगा। ट्रस्ट जल्द ही दर्जनों छोटे ई-वाहन खरीदेगा। ये ई-वाहन 12 यात्रियों की क्षमता वाले बैटरी चालित ‘गोल्फ कार्ट’ होंगे। मिश्रा ने बताया कि इस सुविधा का लाभ लेने के लिए वरिष्ठ नागरिक राम मंदिर प्रवेश द्वार के स्वागत कार्यालय पर संपर्क कर सकते हैं। उन्हें ई-वाहनों में बैठाकर गर्भगृह के निकटतम बिंदु तक ले जाया जाएगा और उसी गाड़ी में वापस लाया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह व्यवस्था उन श्रद्धालुओं के लिए होगी जो मुख्य द्वार से गर्भगृह तक 25-30 मीटर तो चल सकते हैं, लेकिन 600 मीटर की दूरी तय नहीं कर सकते। मिश्रा ने बताया कि ट्रस्ट श्रद्धालुओं को चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध कराएगा।
मोदी के कार्यकाल में देश में खेल गतिविधियों में आयी तेजी: योगी
लखनऊ, 28 नवंबर : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में खेलों की गतिविधियों ने एक नई तेजी पकड़ी है। सैयद मोदी इंडिया इंटरनेशनल बैडमिंटन टूर्नामेंट 2023 के शुभारंभ के मौके पर उन्होने कहा “ हम सब जानते हैं कि 2014 के बाद प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर नए भारत में खेलकूद की गतिविधियों ने एक नई गति पकड़ी है। खेलो इंडिया खेलो के अभियान को गति देने के बाद फिट इंडिया मूवमेंट हो, ग्रामीण स्तर पर सांसद खेलकूद प्रतियोगिताओं को आगे बढ़ाने का कार्यक्रम हो, पूरे देश के अंदर इसके परिणाम हम सबके सामने आए हैं। आज इसी का परिणाम है कि ओलंपिक में हमारे खिलाड़ी पहले की तुलना में कई गुना अधिक पदक प्राप्त करते हैं। अभी हाल ही में एशियन गेम्स में हमने भारत के खिलाड़ियों के प्रदर्शन को देखा है। पहली बार एशियन गेम्स में हमारे खिलाड़ियों ने 100 का आंकड़ा पार किया है और पैरा एशियन गेम्स में भी हमारे खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 100 से अधिक पदक देश के लिए जीते हैं।” उन्होने कहा कि यह बैडमिंटन प्रतियोगिता न केवल खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करेगी, बल्कि उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए भी एक मंच प्रदान कर रही है। जो भी प्रतिभागी इस पूरे आयोजन के साथ जुड़े हुए हैं उनके प्रति और इस आयोजन के प्रति अपनी शुभकामनाएं देता हूं। मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश में खिलाड़ियों को हर तरह के सहयोग के प्रति आश्वस्त किया। उन्होंने कहा कि खेलकूद की गतिविधियों के प्रति केंद्र और राज्य का जो सकारात्मक रुख है वो हमारे खिलाड़ियों के लिए एक नया प्लेटफॉर्म भी है और अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए सरकार के द्वारा उन्हें हर संभव सहयोग देने के लिए भी उन्हें आश्वस्त करता हूं। उन्होंने कहा कि हम सब जानते हैं कि उत्तर प्रदेश में बैडमिंटन का एक अच्छा केंद्र हो, जहां खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के साथ-साथ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं को भी संपन्न किया जा सके। पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास ने इसकी शुरुआत की और 10 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ यह क्षेत्र उत्तर प्रदेश के अंदर बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए न केवल प्रशिक्षण का बल्कि किसी भी प्रकार के नेशनल और इंटरनेशनल चैंपियनशिप का एक नया केंद्र बिंदु बना है। इस अवसर पर डॉ. अखिलेश दास जी को भी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। इस दौरान उत्तर प्रदेश बैडमिंटन संघ के प्रेसीडेंट डॉ. नवनीत सहगल, बीबीडी ग्रुप की चेयरमैन अल्का दास, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, खेल सचिव सुहास एलवाई, खेल निदेशक डॉ आरपी सिंह आदि उपस्थित रहे।
सुहेलदेव एक्सप्रेस ट्रेन पटरी से उतरी, कोई हताहत नहीं
प्रयागराज, 01 नवंबर: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से आनंद विहार टर्मिनस जाने वाली ट्रेन 22433 सुहेलदेव एक्सप्रेस मंगलवार रात प्रयागराज जंक्शन के पास पटरी से उतर गई। हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। उत्तर मध्य रेलवे के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि गाजीपुर से आनंद विहार टर्मिनस जाने वाली सुहेलदेव एक्सप्रेस ट्रेन मंगलवार रात साढ़े आठ बजे प्रयागराज जंक्शन पर आई और पौने नौ बजे यहां से प्रस्थान करने के कुछ ही देर बाद इसके इंजन के चार पहिये और पीछे के जनरेटर कार के चार पहिये पटरी से उतर गए। उन्होंने बताया कि इस घटना में किसी भी हताहत होने की सूचना नहीं है। मालवीय के अनुसार, रेलवे अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और ट्रेन का पीछे का हिस्सा प्लेटफॉर्म पर भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि पटरी को ठीक कर ट्रेन को गंतव्य स्थान के लिए रात में ही रवाना कर दिया गया।
अपनी विरासत को विस्मृत करके कोई समाज-राष्ट्र विकास की बुलंदियां नहीं छू सकताः योगी आदित्यनाथ
लखनऊ, 21 अक्टूबर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि अपनी विरासत एवं अतीत को विस्मृत करके कोई समाज-राष्ट्र विकास की बुलंदियों को नहीं छू सकता है। उन्होंने शनिवार को भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम के निकट सीजी सिटी में 23 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले नौसेना शौर्य संग्रहालय का शिलान्यास किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “अतीत सदैव व्यक्ति एवं समाज के साथ चलता है। अतीत का गौरवशाली क्षण नई प्रेरणा होती है।” यहां जारी एक अधिकारिक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा, “आज लखनऊ एवं प्रदेश के लिए ऐतिहासिक क्षण है, जब नौसेना शौर्य संग्रहालय के स्थापना की नींव इस नए उभरते क्षेत्र सीजी सिटी में गोमती नदी के तट पर पड़ रही है।” योगी ने यहां पौधरोपण भी किया। भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय के बच्चों ने राष्ट्रगीत एवं भारतीय नौसेना के बैंड ने अपनी प्रस्तुति दी। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि यह उत्तर प्रदेश के जल परिवहन एवं युवाओं के रोजगार की दृष्टि से मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा, ‘‘40-50 वर्ष पहले गांवों में हम सुनते थे कि नौकाओं से जल परिवहन होता था। जब सड़कों का जाल नहीं था, ट्रेन का प्रभावी आवागमन नहीं था तब एक स्थान से दूसरे स्थान तक परिवहन एवं वस्तुओं को ले जाने का माध्यम जलमार्ग ही था।” योगी ने संभावनाओं पर ज़ोर देते हुए कहा, “उत्तर प्रदेश में पर्याप्त जल संसाधन हैं। इन नदियों के माध्यमों एवं क्षमता को देखते हुए उत्तर प्रदेश अपने यहां राज्य जल परिवहन प्राधिकरण के गठन की कार्रवाई को बढ़ा रहा है। प्रदेश के अंदर जल परिवहन की संभावना का उपयोग करते हुए हम किसी भी वस्तु को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचा सकेगे।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के पहले ‘इनलैंड वाटरवे’ से वाराणसी और हल्दिया को जोड़ दिया है, जो क्रियाशील है, अब राज्य का जल परिवहन प्राधिकरण भारत सरकार के प्राधिकार के साथ कार्य करते हुए अपना योगदान देगा तो उत्तर प्रदेश की इस क्षमता को बढ़ाने में मदद मिलेगी। शौर्य संग्रहालय के लिए लखनऊ को चुनने पर आभार जताते हुए योगी ने कहा कि यह युवा पीढ़ी के लिए भारतीय सेना के शौर्य-पराक्रम को जानने का माध्यम बनेगा। उन्होंने कहा, “यह गौरव का क्षण है कि 34 वर्ष तक भारतीय नौसेना की क्षमता में अभिवृद्धि करके उसकी सामरिक स्थिति को सुदृढ़ करने वाला आईएनएस गोमती सेवामुक्त होने के बाद आज शौर्य संग्रहालय का हिस्सा बनने जा रहा है।”
मुख्यमंत्री ने किया मिशन शक्ति के चौथे चरण का आगाज, बोले, इच्छा शक्ति हो तो महिलाएं कुछ भी कर सकती हैं
लखनऊ, 14 अक्टूबर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अपने सरकारी आवास से नारी सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को समर्पित मिशन शक्ति के चौथे चरण का आगाज महिला सशक्तिकरण रैली को रवाना कर किया, जो राजधानी के विभिन्न पड़ाव से होते हुए 1090 चौराहे पर समाप्त हुई। रैली के जरिये केंद्र और राज्य सरकार की ओर से महिलाओं-बेटियों के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं से रूबरू कराया जाएगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि खुद में इच्छा शक्ति, सरकार और प्रशासन का समर्थन हो तो महिलाएं कुछ भी कर सकती हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश में वर्ष 2020 में महिला संबंधी अपराधों को नियंत्रित करने के लिए एक कार्यक्रम शुरू किया गया, जिसकी थीम थी सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन। तीन मुद्दों को लेकर शुरू हुआ कार्यक्रम आज मिशन शक्ति के नाम से जाना जाता है। इस कार्यक्रम ने प्रदेश में लोकप्रियता हासिल करने के साथ पूरे देश में महिला संबंधी अपराध को नियंत्रित करने और अपराधियों को सजा दिलाने वाले राज्यों में अग्रणी राज्य बन गया। मिशन शक्ति की सफलता का ही परिणाम है कि भारत सरकार ने भी महिला सुरक्षा के लिए चलाए जाने वाले अभियान का नाम मिशन शक्ति रखा है, जो यह दर्शाता है कि जब कोई भी इनिशिएटिव समाज में व्यापक जागरूकता का बड़ा माध्यम बनता है, तो उसे राष्ट्रव्यापी बनने में देर नहीं लगती है। मिशन शक्ति के इस चौथे चरण का भी यह उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि सरकार विभिन्न तरह के कार्यक्रम चलाती है, लेकिन जिनके लिए कार्यक्रम चलाया जा रहा है, उन्हे इसकी जानकारी ही नहीं हो पाती। इसकी वजह से वह इसका लाभ नहीं उठा पाते। ऐसे में प्रदेश के सभी 75 जिलों के लिए जागरुकता रैली का शुभारंभ किया गया है। इसके बाद प्रदेश के हर जनपद के स्कूल, कॉलेज में प्रभात रैलियां निकाल जाएंगी। इसके अलावा उन जनपदों में महिला सुरक्षा, सम्मान, स्वावलंबन को लेकर अच्छा काम करने वालों को सम्मानित किया जाएगा। वहीं 15 अक्टूबर से हर शहर, गांव और नगर निकायों के वार्ड में केंद्र और राज्य सरकार की महिला संबंधी योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इस दौरान सरकार की ओर से महिलाओं और बेटियों की रक्षा से संबंधित उठाए गए विभिन्न मुद्दों से उन्हें अवगत कराया जाएगा। पहले प्रदेश में लोग महिलाओं के बारे में बाेलते थे कि वह बहुत पढ़ी-लिखी नहीं है तो वह क्या काम कर पाएंगी, लेकिन हमारी सरकार ने इस धारण को बदला। आज बीसी सखी, बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंस सखी बन कर वह गांव में बैंक की कमी को पूरा कर रही हैं। इतना ही नहीं वह गांवों के लोगों की विपत्ति के समय में मदद भी कर रहीं हैं। इन महिलाओं को सरकार की ओर से छह माह का प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान सरकार ने मानदेय भी दिया। इनमें सबसे कम 25 हजार रुपये और सबसे अधिक सवा से डेढ़ लाख तक महिलाएं कमा रहीं हैं। इस प्रयास को और आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। इससे पहले वर्ष 2019 में तीसरी और पांचवीं पास महज पांच से सात महिलाओं का सपोर्ट करते हुए सरकार ने बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर की स्थापना की। पिछले 3 वर्षों में इनका कारोबार प्रति वर्ष डेढ़ सौ करोड़ के टर्नओवर तक पहुंच गया है और लगभग 15 से 16 करोड़ का नेट प्रॉफिट होता है। उन्होंने 40,000 महिलाओं को अपने साथ जोड़ लिया है। सीएम योगी ने कहा कि खुद में इच्छा शक्ति, सरकार और प्रशासन का समर्थन हो तो महिलाएं कुछ भी कर सकती हैं। कहा कि यूपी पूरे देश में सबसे बड़ा आबादी वाला राज्य है। ऐसे में आधी आबादी के लिए विशेष प्रयास होने चाहिये। मिशन शक्ति के चौथे चरण के तहत रैली का शुभारंभ इसे ही दर्शाता है। 15 अक्टूबर से पूरे प्रदेश में महिलाओं को जागरूक करने के साथ उनकी समस्याओं के समाधान के विभिन्न कार्यक्रम चलाए जाएंगे। इसके साथ ही महिला और बेटी की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाले से सख्ती से निपटा जाएगा। इसको लेकर सख्त आदेश दिए गए हैं क्योंकि सरकार पहले ही लोगों को सुधरने का काफी समय दे चुकी है। वहीं ऐसे लोगों से सख्त से निपटने के लिए थाना स्तर पर कार्रवाई का रिकॉर्ड भी प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।
गेट फांद कर अखिलेश ने जयप्रकाश की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण
लखनऊ, 11 अक्टूबर: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को सुरक्षा कारणाें से बंद किये गये जयप्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय केंद्र (जेपीएनआईसी) के गेट को फांद कर समाजवादी नेता की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर सपा ने लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) को पत्र लिख कर जेपीएनआईसी प्रांगढ़ में लगी प्रतिमा पर माल्यार्पण की अनुमति मांगी थी जिसे साज सफाई और सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुये अनुमति नहीं दी गयी थी। सपा ने इसे प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया और आज दोपहर पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने समर्थकों के साथ जेपीएनआईसी पहुंच गये और बंद गेट को फांद कर प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इससे पहले यादव ने ट्वीट कर अनुमति प्रदान नहीं करने के फैसले की भर्त्सना करते हुये एक्स पर पोस्ट किया, “महान समाजवादी विचारक, सामाजिक न्याय के प्रबल प्रवक्ता लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की जयंती पर अब क्या सपा को माल्यार्पण करने से रोकने के लिए ये टिन की चद्दरें लगाकर जेपीएनआईसी का रास्ता रोका जा रहा है। सच ये है कि भाजपा लोकनायक जयप्रकाश जी के भ्रष्टाचार, बेकारी-बेरोज़गारी और महंगाई के ख़िलाफ़ छेड़े गये आंदोलन की स्मृति को दोहराने से डर रही है क्योंकि भाजपा के राज में तो भ्रष्टाचार, बेकारी-बेरोज़गारी और महंगाई तब से कई गुना ज़्यादा है।’’ उन्होने कहा, “अब क्या माल्यार्पण के लिए भी जयप्रकाश नारायण जी की तरह ‘सम्पूर्ण क्रान्ति’ का आह्वान करना पड़ेगा। अगर भाजपा को यही मंज़ूर है तो यही सही।” बाद में सपा के आधिकारिक एक्स हैंडल से तस्वीरों के साथ पोस्ट किया गया, “जेपीएनआईसी पर ताला डालकर भी समाजवादियों को नहीं रोक पाई अहंकारी सरकार। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जेपीएनआईसी में लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण। भाजपा सरकार की तानाशाही के खिलाफ सामाजवादी लोग लड़ते रहेंगे।”