लखनऊ, 08 फरवरी: उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य बनाना एक राजनीतिक मानसिकता थी, जिसे खत्म करके हमने इसे देश की दूसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनाया है। प्रदेश में परंपरागत कारीगर, शिल्पकार और युवा उद्यमी जो पहले निराश था आज उसके चेहरे पर उत्साह दिखता है। उत्तर प्रदेश की ओडीओपी योजना आज आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला बन चुकी है। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोकभवन में आयोजित इंटरनेशनल ट्रेड शो के द्वितीय संस्करण के कर्टेन रेजर सेरेमनी के आयोजन के दौरान कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने औद्योगिक आस्थानों और ओडीओपी सीएफसी की 13 परियोजनाओं का शुभारंभ किया। साथ ही विभिन्न जनपदों के परंपरागत हस्तशिल्पियों और कारीगरों को सम्मानित किया। अपने उद्बोधन में सीएम योगी ने एमएसएमई विभाग को धन्यवाद देते हुए प्रदेश के नव उद्यमियों और सम्मानित किये गये कारीगरों और हस्तशिल्पियों को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने बताया कि यूपी में बीते वर्ष ग्रेटर नोएडा में इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन हुआ था, जिसकी सफलता ने नया कीर्तिमान स्थापित किया। इसने यूपी के पोटिंशियल को प्रदर्शित करने का सशक्त मंच प्रदान किया। पहली बार 500 से अधिक विदेश बायर्स, 70 हजार से लोग उसमें सहभागी बने और 3 लाख लोगों का फुट फॉल हुआ। उन्होंने बताया कि फिर से 25 से 29 सितंबर के बीच ग्रेटर नोएडा में इंटरनेशनल ट्रेड शो के द्वितीय संस्करण का आयोजन होगा। इसके जरिए एक बार फिर यूपी अपनी क्षमता का प्रदर्शन वैश्विक समाज के सामने करने जा रहा है। सीएम योगी ने कहा कि यूपी के हस्तशिल्पी, कारीगर और युवा उद्यमियों के पास क्षमता थी लेकिन उन्हें शासन के प्रोत्साहन और प्लेटफार्म की आवश्यकता थी। प्रदेश में हजारों साल से सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग की अनेक इकाइयां मौजूद थीं, लेकिन लगातार सरकारी उपेक्षा और इंस्पेक्टर राज के कारण इसके उद्यमी त्रस्त और पलायन को मजबूर थे। 2018 में हमने ओडीओपी योजना को शुरू किया गया, जिसके बाद परंपरागत उद्यम को मार्केट देने, टेक्नोलॉजी प्रदान करने का कार्य शुरू हुआ। परिणाम स्वरूप आज यूपी की ओडीओपी देश में यूनिक योजना बन चुकी है। ओडीओपी आज आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला बन चुकी है, जिसपर यूपी को गौरव है। सीएम योगी ने कहा कि हमारा युवा उद्यमी जो पहले हतोत्साहित था वो आज उत्साहित है। आज उनके चेहरे पर चमक दिखती है। उन्हें विश्वास है कि उनका प्रोडक्ट वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार है। हमारा एक्सपोर्ट 86 हजार करोड़ से बढ़कर 2 लाख करोड़ का हो गया। इसने रोजगार के अवसर सृजित किये हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि युवा उद्यमियों को बूस्टअप करने के लिए हमने इस बजट में सीएम युवा उद्यमी योजना शुरू की है, जिसके अंतर्गत ब्याज मुक्त ऋण स्कीम प्रदान की जा रही है। सीएम ने बताया कि 19 फरवरी को प्रधानमंत्री यूपी के चतुर्थ ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का शिलान्यास करेंगे। इस अवसर पर एक ही दिन में 10 लाख करोड़ की योजनाओं की आधारशिला रखी जाएगी। इससे 33 लाख नौजवानों को सीधे सीधे नौकरी मिलेगी। ये उद्योग जहां भी लगेंगे वहां सड़क बनेगी, बिजली मिलेगी, पेयजल की व्यवस्था होगी। नये रोजगार सृजित होंगे। आवासीय सुविधाएं भी विकसित होंगी। यूपी में पहले ये सभी क्लस्टर समाप्त हो रहे थे। आज प्रदेश में पैकेजिंग संस्थान स्थापित हो रहे हैं। सीएम ने सभी युवा उद्यमियों का आह्वान किया कि इस साल सितंबर में ग्रेटर नोएडा में आयोजित होने वाले इंटरनेशनल ट्रेड शो के दूसरे संस्करण में जरूर जाएं और यूपी के पोटेंशियल को देखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में इतना कुछ होने के बावजूद लोग कहते थे कि यूपी बीमार है। इंटरनेशनल ट्रेड शो में हमारी क्षमता को देखकर कोई यूपी को कोई बीमार नहीं कहेगा। आज यूपी बीमारू राज्य की श्रेणी से ऊपर उठ चुका है। बीमारू राज्य एक राजनीतिक मानसिकता थी, जैसे ही हमने उस मानसिकता को खत्म किया तो यूपी देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई। अब हमें यूपी को देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनाना है। इसके लिए इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन काफी महत्वपूर्ण होगा। सीएम ने इंटरनेशनल ट्रेड शो के द्वितीय संस्करण के लिए अग्रिम बधाई दी। इस अवसर पर एमएसएमई मंत्री राकेश सचान, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, आईआईडीसी मनोज कुमार, एसीएस अमित मोहन प्रसाद, इंडिया एक्स्पो मार्ट के अध्यक्ष राकेश कुमार, विभाग के अधिकारी, जनप्रतिनिधिगण और प्रदेशभर से आए हस्तशिल्पी, कारीगर और युवा उद्यमी मौजूद रहे। 13 परियोजनाओं का हुआ शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर एमएसएमई क्लस्टर पार्क योजना के तहत रायबरेली, मऊ, प्रतापगढ़ और महोबा में औद्योगिक अस्थानों का शिलान्यास, इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड एक्सपोर्ट स्कीम के अंतर्गत गोमती नगर लखनऊ में ट्रेड प्रमोशन सेंटर का शिलान्यास, खाद्य एवं प्रसंस्करण के अंतर्गत कौशाम्बी में केला और गोंडा में दाल एवं मक्का में ओडीओपी सीएफसी परियोजनाओं का शिलान्यास, मिनी औद्योगिक अस्थान बिल्हौर कानपुर नगर, पचरावां रायबरेली और अयोध्या का उच्चीकरण, जिला उद्योग केंद्र कौशाम्बी, अमेठी और वाराणसी के नवीन भवनों का शिलान्यास किया। श्रमसाधकों का हुआ सम्मान सीएम योगी ने अपने हुनर से अपना स्थान बनाने वाले श्रमसाधकों का भी सम्मान किया। इसमें विश्वकर्मा श्रम सम्मान के अंतर्गत बाराबंकी के राहुल (नाई), लखनऊ से निधि मल्होत्रा (दर्जी), सीतापुर के फिरोज अहमद (मोची) को सम्मानित किया गया। ओडीओपी प्रशिक्षण एवं टूलकिट वितरण योजना के अंतर्गत रायबरेली के रंजीत कुमार (काष्ठ कार्य), लखनऊ की सरिता भारती (चिकनकारी), हरदोई की प्रतिभा यादव (वस्त्र उत्पाद) का सम्मान किया। यूपी माटी कला पुरस्कार के अंतर्गत गोरखपुर के कृष्ण कुमार प्रजापति (टेराकोटा), आजमगढ़ की पुष्पा प्रजापति (ब्लैक पॉटरी), सोनभद्र के धर्मु (मृदुभांड और नक्काशीदार फूलदान) का सम्मान किया। खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अंतर्गत राज्यस्तरीय ग्रामोद्योगीय पुरस्कार से लखनऊ की शबाना खातून, मेरठ के शीषपाल, अमरोहा के कृष्णपाल को सम्मानित किया।
गोरखपुर में मुख्यमंत्री बोले- 2017 से पहले वाला यूपी अब बदल गया है, यहां दंगे नहीं विकास होता है
गोरखपुर, 04 फरवरी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बदलाव, नयापन और विकास के लिए सरकार की नीयत को जवाबदेह करार दिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रदेश का विकास वहां की सरकार की नीयत पर निर्भर है। सरकार पारदर्शी और ईमानदार होगी तो उसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। यदि सरकार भ्रष्ट, बेईमान होगी तो उसके परिणाम भी उसी प्रकार के देखने को मिलेंगे जैसा कि 2017 के पहले उत्तर प्रदेश में देखने को मिलते थे। देश की छठवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है यूपी सीएम योगी रविवार पूर्वाह्न गोरखपुर में एक मीडिया समूह की तरफ से आयोजित विमर्श कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। नए भारत का नया उत्तर प्रदेश विषयक विमर्श में मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 के बाद सरकार की नीयत विकास की रही तो आज उत्तर प्रदेश आर्थिक निवेश का महत्वपूर्ण गंतव्य बन गया है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में यूपी की रैंकिंग 14वें स्थान से दूसरे स्थान पर हो गई है और अब नंबर वन की लड़ाई है। आबादी में पहले स्थान वाला यह राज्य देश की छठवीं अर्थव्यवस्था था, आज यह नंबर दो की अर्थव्यवस्था हो गया है। अगले पांच सालों में पहले पायदान पर होगा। देश की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन बनकर यह प्रदेश अगले तीन वर्षों में देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में अपना योगदान देगा। यूपी में 2017 के पहले रोज होते थे दंगे मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सात साल पहले वाला इंफ्रास्ट्रक्चर, रोजगार, विकास जनकल्याणकारी योजनाओं के लिहाज से बदहाल राज्य नहीं रह गया है। अब यह हर दूसरे-तीसरे दिन दंगों के लिए जाने जाना वाला, नागरिकों की पहचान का संकट वाला और चौपट उद्योग-कारोबार वाला राज्य भी नहीं है। अब तो यह दंगामुक्त, कानून व्यवस्था का रोल मॉडल, नागरिक पहचान को देश-दुनिया में सम्मान दिलाने वाला और बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर व नीतियों के संगम से निवेश का सर्वोत्तम गंतव्य बनकर देश की अर्थव्यवस्था का अग्रणी और ग्रोथ इंजन बनने वाला नए भारत का नया उत्तर प्रदेश है। पिछले दस सालों में आए काफी बदलाव उन्होंने कहा कि दस वर्ष पूर्व भारत की स्थिति क्या थी, सभी जानते हैं। देश में उपद्रव और असंतोष के हालात थे। दुनिया में भारत की इज्जत नहीं थी। लोग संदेह की निगाहों से भारत को देखते थे। भारत के पासपोर्ट की कोई कीमत नहीं थी। भारत की सीमाएं सुरक्षित नहीं थीं। पूर्व की स्थिति बताने के बाद सीएम योगी ने बीते दस सालों में आए बदलाव का उल्लेख किया। बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दस वर्ष के अंदर भारत ने हर एक क्षेत्र में नई प्रगति की है। दुनिया मे नई पहचान बनाई है। नए भारत का दुनिया में गौरव बढ़ा है। दुनिया में भारत के पासपोर्ट की कीमत बढ़ी है। यूपी के युवाओं के सामने था पहचान का संकट मुख्यमंत्री ने बताया कि ऐसा ही नयापन पिछले सात वर्ष के अंदर उत्तर प्रदेश के बारे में भी सबको देखने को मिला होगा। जबकि आज से सात वर्ष पहले उत्तर प्रदेश के लोग बाहर जाते थे लोग बड़ी संदेह की नजर से देखते थे। कुछ जनपदों के तो नाम पर लोग होटल और धर्मशाला में कमरा भी नहीं देते थे। युवाओं के सामने पहचान का संकट था। उन्होंने पहचान के इस संकट का कारण भी समझाया और कहा कि प्रदेश में दूसरे-तीसरे दिन दंगे होते थे। व्यापार चौपट था। उद्योग बंद हो रहे थे। विकास तार-तार था। मुख्यमंत्री ने बताया कि जब 2017 में उन्होंने सरकार बनाई तो प्रदेश में वेतन देने के लिए पैसा नहीं था। तीन-चार जिलों को छोड़कर गोरखपुर समेत बाकी जिलों को चार-पांच घंटे ही बिजली मिलती थी। इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर कानून व्यवस्था तक की स्थिति थी खराब सीएम योगी ने कहा कि पहले प्रदेश का इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत कमजोर था। प्रदेश में दो एयरपोर्ट (लखनऊ और वाराणसी) ही क्रियाशील थे। गोरखपुर में एक ही फ्लाइट थी और वह भी कभी-कभी आती थी। इंटरस्टेट कनेक्टिविटी बहुत खराब थी। सुरक्षा की स्थिति बदहाल थी। बेटियां स्कूल नहीं जा पाती थीं, महिलाएं बाजार नहीं जा सकती थीं। जनकल्याण की योजनाओं की हालत खस्ता थी। पर आज सात साल में आए बदलाव का परिणाम यह है कि यूपी का नागरिक देश और दुनिया में कहीं भी जाता है, अगले व्यक्ति के सामने उत्तर प्रदेश के नाम पर चेहरे पर चमक देखने को मिलती है। यूपी को अब हेय दृष्टि से नहीं बल्कि नई पहचान और सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। डबल इंजन सरकार के प्रयास से उत्तर प्रदेश तेजी से आगे बढ़ा है। आज यूपी का इंफ्रास्ट्रक्चर देश में सबसे अच्छा मुख्यमंत्री ने बदलाव के आयामों से उत्तर प्रदेश को नयापन देने वाले बिंदुओं को भी सिलसिलेवार गिनाया। बताया कि आज उत्तर प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर को देश में सबसे अच्छा माना जा रहा है। एक्सप्रेसवेज का सबसे अच्छा जाल आज यूपी में है। एयर कनेक्टिविटी में भी यह तेजी से आगे बढ़ रहा है। आज के समय में प्रदेश में चार इंटरनेशनल समेत नौ एयरपोर्ट क्रियाशील हैं। कुछ ही महीनों में दस नए एयरपोर्ट क्रियाशील हो जाएंगे। जेवर में पांच हजार हेक्टेयर भूमि पर एशिया का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन रहा है। यहां फरवरी में ट्रायल रन शुरू किया जाएगा। लखनऊ, वाराणसी, कुशीनगर और अयोध्या में इंटरनेशनल एयरपोर्ट चालू हो चुके हैं। इंटरस्टेट रोड कनेक्टिविटी शानदार हुई है। नेपाल, बिहार, झारखंड, हरियाणा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और दिल्ली तक यूपी की सुदृढ़ कनेक्टिविटी है। एक दौर तक एनसीआर में गुड़गांव का इंफ्रास्ट्रक्चर अच्छा माना जाता था। जबकि आज नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद का इंफ्रास्ट्रक्चर सबसे बेहतरीन माना जाता है। नया उत्तर प्रदेश बनाने में कानून व्यवस्था की मजबूती का बड़ा योगदान यूपी को नए भारत का नया उत्तर प्रदेश बनाने में यहां कानून व्यवस्था के क्षेत्र में आई मजबूती का बड़ा योगदान है। विमर्श में इसकी चर्चा भी लाजिमी थी। सीएम योगी ने इस पहलू को भी तथ्यों के साथ समझाया। बताया कि आज उत्तर प्रदेश एक सुरक्षित प्रदेश की पहचान रखता है। यहां दंगामुक्त और सुरक्षा का बेहतरीन मॉडल दिया गया है। सात वर्षों में यहां कोई भी दंगा नहीं हुआ है। एक दो साल में यहां लोग दंगों का नाम भी भूल जाएंगे। महिलाओं के प्रति होने वाले
उप्र विधानसभा के बजट सत्र से पहले समाजवादी पार्टी ने किया प्रदर्शन
लखनऊ, 02 फरवरी : उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन शुक्रवार को राज्यपाल के अभिभाषण से पहले विधान भवन परिसर में समाजवादी पार्टी के विधायकों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। समाजवादी पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष उत्तम पटेल के नेतृत्व में पार्टी के विधायकों ने विधान भवन में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास जमकर नारेबाजी की। सपा विधायकों ने कानून व्यवस्था, महंगाई, बेरोजगारी, जाति आधारित गणना कराये जाने सहित कई मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। पटेल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ”भारतीय जनता पार्टी सदन का कार्यकाल इतना कम करती है कि हम जनता की आवाज वहां नहीं उठा पाते, इसलिए विधान भवन परिसर में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के नीचे सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ धरना दे रहे हैं।” उन्होंने कहा,” जो बजट सत्र आज शुरू होने जा रहा है, उसमें भी लोकतांत्रिक परंपराओं का पालन करते हुए, संसदीय मर्यादाओं का पालन करते हुए हम जनता की मांग को सदन में उठायेंगे।” सपा नेता मनोज पांडे ने कहा,” कानून व्यवस्था, महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार से जनता परेशान है। मुख्य विपक्षी दल होने के नाते हम जनता की आवाज उठा रहे हैं और आज धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। हमारी मांग है कि सरकार जनहित के विषय पर सदन में चर्चा कराए।”
राम मंदिर की स्थापना भारत के सांस्कृतिक गौरव की पुनर्प्रतिष्ठा : राज्यपाल आनंदीबेन
लखनऊ, 02 फरवरी: राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश विधानमंडल के दोनों सदनों को संबोधित किया, जिसके साथ ही बजट सत्र की शुरुआत हो गयी। राज्यपाल ने अपने अभिभाषण की शुरुआत में विधानमंडल के सभी सदस्यों और प्रदेश वासियों के लिए सुख, शांति, समृद्धि और संपन्नता की कामना की। उन्होंने हाल ही में संपन्न हुए राममंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की विशेष तौर पर चर्चा करते हुए कहा कि भारत के इतिहास में वर्ष 2024 अविस्मरणीय स्मृति के रूप में दर्ज हो गया है। लगभग पांच शताब्दियों की सुदीर्घ प्रतीक्षा के बाद 22 जनवरी 2024 को सनातन भारतीय संस्कृति के प्राण, हमारे आदर्श प्रभु श्री रामलला अपनी जन्मभूमि अयोध्या में नव्य, भव्य और दिव्य मंदिर में विराजमान हो गये हैं। उन्होंने कहा कि पूरा विश्व इस अलौकिक अवसर का गवाह बना है और भारतीय जन आस्था के संकल्प की सिद्धि के प्रतीक श्री राम जन्मभूमि मंदिर की स्थापना भारत के सांस्कृतिक गौरव की पुनर्प्रतिष्ठा है। उन्होंने कहा, ”हम सभी आजादी के अमृत काल में प्रवेश कर चुके हैं। ऐसे विशिष्ठ कालखंड में हमारी सांस्कृतिक विरासत का यह दिव्य प्रतिमान हमें और आने वाली पीढ़ियों को प्रभु श्रीराम के आदर्शों पर चलने को सदैव प्रेरित करता रहेगा।” राज्यपाल ने अयोध्या में रामभक्तों की सुविधा और सुगम दर्शन के लिए प्रदेश सरकार की ओर से किये जा रहे प्रयासों की चर्चा करते हुए कहा कि अयोध्या में विकास के अनेक उपयोगी कार्य संपन्न कराए गये हैं, आज अयोध्या जल-थल-नभ की बेहतरीन कनेक्टिविटी से सम्पन्न हो रहा है, यहां लगभग 31,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं जारी हैं। उन्होंने कहा कि आज अयोध्या अपने त्रेतायुगीन वैभव के साथ नगरीय विकास और संपन्नता के मॉडल के रूप में नवीन मानक गढ़ रहा है। राज्यपाल ने प्रयागराज महाकुम्भ-2025 के संबंध में सदन को अवगत कराते हुए कहा कि सरकार द्वारा सभी संतगणों, स्नानार्थियों, श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और विश्व भर से आने वाले पर्यटकों, शोधार्थियों, जिज्ञासुओं की सुरक्षा, सेवा और सुविधा के लिए उत्तम प्रबंध किए जा रहे हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रयागराज महाकुम्भ-2025 वैश्विक स्तर पर नवीन कीर्तिमान गढ़ेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या पहुंचकर रामलला और हनुमानगढ़ी के दर्शन-पूजन किये
अयोध्या (उप्र), 29 जनवरी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अयोध्या पहुंचकर हनुमानगढ़ी और रामलला के दर्शन-पूजन किए और सुखी उत्तर प्रदेश की कामना की। सोमवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार हनुमानगढ़ी में संकट मोचन हनुमान के दर्शन कर योगी आदित्यनाथ ने सुखी-स्वस्थ उत्तर प्रदेश की कामना की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने श्रीरामलला के दर्शन किये। मुख्यमंत्री ने इस दौरान यहां पर श्रद्धालुओं के लिए की गई सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। योगी गोरखपुर में अपने गुरुओं को शीश नवाकर दोपहर में अयोध्या पहुंचे। बयान के अनुसार सोमवार को रामनगरी पहुंचने पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने योगी आदित्यनाथ का स्वागत किया। जनवरी में योगी का राम नगरी का यह छठा दौरा है। मुख्यमंत्री ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के पदाधिकारियों से मंदिर परिसर में व्यवस्था के संदर्भ में न केवल जानकारी ली, बल्कि खुद जमीनी स्तर पर व्यवस्था को परखा और आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये। योगी ने इस दौरान दर्शनार्थियों से भी बातचीत करके सुझाव लिया।
बाराबंकी पुलिस ने श्रद्धालुओं से मंगलवार को अयोध्या नहीं जाने का अनुरोध किया
लखनऊ, 23 जनवरी: अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर बाराबंकी पुलिस ने लोगों से मंगलवार को अयोध्या नहीं जाने का अनुरोध किया है। लखनऊ से लगभग 30 किलोमीटर दूर बाराबंकी से अयोध्या की ओर यातायात का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया है और पैदल श्रद्धालुओं को भी आवाजाही की अनुमति नहीं है। बाराबंकी पुलिस ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”बाराबंकी पुलिस की श्रद्धालुओं/दर्शनार्थियों से अपील है कि अयोध्या धाम में श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने के कारण अयोध्या धाम न जायें एवं सभी प्रकार के वाहनों का मार्ग भी परिवर्तित किया गया है।” ‘एक्स’ पर इस पोस्ट में पुलिस ने अपील साझा करते हुए कहा है कि अयोध्या धाम में भीड़ अधिक होने के कारण अयोध्या की तरफ जाने वाले सभी प्रकार के वाहनों का मार्ग परिवर्तित किया गया है और पैदल श्रद्धालुओं को भी बाराबंकी पुलिस द्वारा विनम्र अनुरोध के साथ रोका जा रहा है। कृपया आज अयोध्या धाम जाने से बचें। सोमवार को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद उद्घाटन के पहले दिन सुबह से ही अयोध्या में भारी भीड़ देखी गई और मंगलवार को भी दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की वहां भारी भीड़ है।
भारत के शौर्य व पराक्रम के प्रतीक हैं नेताजी सुभाष चंद्र बोसः योगी
लखनऊ, 23 जनवरी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत के शौर्य व पराक्रम के प्रतीक हैं जिन्होने आजादी के आंदोलन में युवाओं को विदेशी हुकूमत के खिलाफ एकजुट करके लड़ने की नई प्रेरणा दी थी। नेता जी की जयंती पर लखनऊ के परिवर्तन चौक पर उन्हे श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुये श्री योगी ने मंगलवार को कहा कि न केवल भारत, बल्कि बाहर भी हमें देश की आजादी की लड़ाई को कैसे आगे ले जाना है, नेताजी ने उस समय इसकी गजब रणनीति तैयार की थी। आज उसी का परिणाम है कि जब हम भारत के बाहर जाते हैं तो बहुत सारी जगहों पर हमें नेताजी से जुड़े स्थल भी देखने को मिलते हैं। नेताजी ने युवाओं का आह्वान करते हुए देश की आजादी की लड़ाई को प्रखरता के साथ बढ़ाने का कार्य किया। उन्होने कहा कि नेताजी ने आजाद हिंद फौज का गठन किया। उन्होंने नौजवानों का आह्वान किया- तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा। देश की आजादी के इस मंत्र की बदौलत लाखों युवा सर्वस्व न्योछावर करने को तैयार हो गए। युवा व हर भारतवासी आजाद हिंद फौज के नेतृत्व में लड़ी जाने वाली लड़ाई का हिस्सा बना। नेताजी ने न केवल भारत, बल्कि म्यांमार, सिंगापुर समेत दुनिया के अनेक देशों में इस लड़ाई को प्रखरता के साथ बढ़ाने का कार्य भी किया। यही कारण है कि हर भारतवासी नेताजी के प्रति श्रद्धा व सम्मान का भाव रखता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पावन जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में आयोजित करने और साप्ताहिक आयोजन को इससे जोड़ने का कार्यक्रम बनाया है। नेताजी भारत के शौर्य व पराक्रम के प्रतीक रहे हैं। उन्होंने युवाओं को भारत के पराक्रम से जोड़ने का कार्य किया है। आज जब 127वीं पावन जयंती पर उन्हें स्मरण कर रहे हैं तो आंतरिक व बाहरी सुरक्षा की रणनीति क्या होनी चाहिए, इन स्थितियों में अब हमारे सामने सक्षम भारत है। पूरी दुनिया नए भारत को देख रही है। भारत वर्ल्ड पावर के रूप में स्थापित हो रहा है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत की वर्तमान स्थिति को पराक्रमी भारत के माध्यम से बढ़ने के प्रेरणास्रोत हैं। इस अवसर पर महापौर सुषमा खर्कवाल, प्रदेश सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह, मोहसिन रजा, एमएलसी इंजी. अवनीश सिंह, बुक्कल नवाब, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री घनश्याम आदि मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री योगी ने अयोध्या में 50 इलेक्ट्रिक बस, डिजिटल टूरिस्ट ऐप की शुरुआत की
अयोध्या, 14 जनवरी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अयोध्या धाम में नवनिर्मित मंदिर में भगवान श्रीरामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हुये ई वाहनों (50 इलेक्ट्रिक बसों एवं 25 ई ऑटो) को हरी झंडी दिखाई। एक आधिकारिक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने ‘डिजिटल टूरिस्ट ऐप’ और अयोध्या पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट की भी शुरुआत की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अयोध्या धाम में श्रीरामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पूर्व आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जन परिवहन की अच्छी सुविधा उपलब्ध हो सके, इस उद्देश्य से अयोध्या नगर निगम क्षेत्र और अयोध्या शहर में इलेक्ट्रिक-बस और इलेक्ट्रिक ऑटो, पर्यटन केंद्रित मोबाइल ऐप और अयोध्या पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट की शुरुआत की गई है। रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी की तिथि भारत की श्रद्धा और आस्था को सम्मान देने की तिथि है और भारत के स्वाभिमान तथा सम्मान को पुनर्स्थापित करने की भी पावन तिथि है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा, ”जब प्रभु श्रीराम 500 वर्षों के बाद अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे तो न केवल अयोध्या धाम में बल्कि पूरे देश और प्रदेश में रामराज्य की स्थापना के प्रयास को मूर्त रूप प्रदान करते हुए यशस्वी भविष्य की कामना के साथ हमें उनका आशीर्वाद भी प्राप्त होगा।” उन्होंने कहा कि आयोध्या ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश और देशभर में रामराज्य की स्थापना का कार्य 2014 में शुरू हुआ था। उन्होंने कहा, ”इस पौराणिक और ऐतिहासिक तिथि को आने वाले श्रद्धालुओं, भक्तों, आस्थावान यात्रियों और पर्यटकों की सुविधा के लिए अयोध्या का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है।” मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रियों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए इलेक्ट्रिक बस, इलेक्ट्रिक ऑटो और अन्य सुविधाएं शुरू की जा रही हैं। यहां आने वाला कोई भी श्रद्धालु ‘डिजिटल टूरिस्ट ऐप’ के जरिये अयोध्या की हर जगह का अवलोकन कर सकेगा। योगी ने अयोध्यावासियों को मकर संक्रांति की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा, ”देश और दुनिया आतुर है कि कब उन्हें अयोध्या में प्रभु श्रीराम के दर्शन का अवसर मिलेगा। हम सौभाग्यशाली हैं कि यहां पर हमें प्रभु का आशीर्वाद मिल रहा है।” उन्होंने कहा, ”हमारी जिम्मेदारी बनती है कि सबसे पहले अयोध्या को स्वच्छ और सुंदर बनाया जाए। सरकार का जो काम है वह कर रही है। बुनियादी ढांचे, सड़कों का चौड़ीकरण, रेलवे लाइन, हवाई हड्डे जैसी सुविधाओं के साथ ही इलेक्ट्रिक बस के जरिये अयोध्या आने वालों को एक अच्छा जन परिवहन विकल्प दिया गया है।” मुख्यमंत्री ने कहा, ”आज हर किसी की इच्छा है कि उसे अयोध्या धाम का दर्शन हो, यह हमारा सौभाग्य है कि प्रभु की सेवा में हमें कुछ कर गुजरने का अवसर मिल रहा है, इसलिए हमें कोई कोर कसर नहीं छोड़नी है। यहां जो भी श्रद्धालु आएं वे एक अच्छी छवि लेकर जाएं यही अपेक्षा है।” उन्होंने कहा, ”प्रधानमंत्री जी की मंशा के अनुरूप अयोध्या को वैश्विक रूप से एक पहचान दिलानी है। सुबह ही अयोध्या से स्वच्छता अभियान की शुरुआत की गई है। यह पूरे प्रदेश में 21 जनवरी तक चलेगा। हर देव मंदिर में 16 जनवरी से 22 जनवरी से अखंड रामायण का पाठ और राम संकीर्तन का आयोजन होगा।” योगी ने कहा कि 22 जनवरी को जब प्रधानमंत्री मोदी जी के कर कमलों से अयोध्या धाम में प्रभु राम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो रहे होंगे, इस अवसर पर मेरी सभी से अपील है जो अयोध्या आने के इच्छुक हैं वे कार्यक्रम को सीधे प्रसारण के माध्यम से देखें।
योगी ने दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेश दास का हाल जाना
लखनऊ, 02 जनवरी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को लखनऊ के एक निजी अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रहे दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेश दास की कुशल क्षेम जानी। श्री योगी आज सुबह लखनऊ स्थित मेदांता हॉस्पिटल पहुंचे जहां उन्होने भर्ती दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेश दास महाराज से मिलकर उनका कुशल-क्षेम जाना तथा चिकित्सकों से उनके स्वास्थ्य के विषय में जानकारी ली। मुख्यमंत्री करीब आधा घंटा अस्पताल परिसर में रहे। इस दौरान उन्होने अन्य मरीजों से भी उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। अस्पताल परिसर में मौजूद मरीजों के तीमारदारों ने सीएम का स्वागत जय श्रीराम के नारे से किया। बाद में श्री योगी ने ट्वीट कर महंत सुरेश दास की स्वास्थ्य संबंधी जानकारी साझा की और लिखा “ प्रभु श्री राम उन्हें शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें, यही प्रार्थना है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने पुनर्विकसित अयोध्या रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया, नई रेलगाड़ियों को झंडी दिखाई
अयोध्या, 30 दिसंबर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को अयोध्या में पुनर्विकसित रेलवे स्टेशन ‘अयोध्या धाम’ का उद्घाटन किया और दो नई अमृत भारत व छह नई वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। प्रधानमंत्री मोदी एक दिवसीय अयोध्या दौरे पर शनिवार सुबह यहां पहुंचे। वह अयोध्या हवाई अड्डे से एक रोड शो करते हुए अयोध्या रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक के अलावा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी भी मौजूद थे। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, पुनर्विकसित अयोध्या रेलवे स्टेशन का पहला चरण 240 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन के रूप में पहचाने जाने वाला तीन मंजिला आधुनिक रेलवे स्टेशन लिफ्ट, स्वचालित सीढ़ियों, फूड प्लाजा, पूजा की जरूरतों के लिए दुकानें, अमानती सामान घर, बाल देखभाल कक्ष, प्रतीक्षा कक्ष जैसी सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस है। बयान के अनुसार, स्टेशन भवन ‘सभी के लिए सुलभ’ और ‘आईजीबीसी प्रमाणित ग्रीन स्टेशन भवन’ होगा। प्रधानमंत्री ने देश में सुपरफास्ट यात्री ट्रेनों की नई श्रेणी ‘अमृत भारत एक्सप्रेस’ को हरी झंडी भी दिखायी। अमृत भारत ट्रेन एक ‘एलएचबी पुश-पुल’ ट्रेन है जिसमें गैर वातानुकूलित बोगियां हैं। इसमें रेल यात्रियों के लिए सुंदर और आकर्षक डिजाइन वाली सीटें, बेहतर सामान रैक, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट, एलईडी लाइट, सीसीटीवी, सार्वजनिक सूचना प्रणाली जैसी बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हैं। मोदी ने दो नई अमृत भारत ट्रेन दरभंगा-अयोध्या-आनंद विहार टर्मिनल अमृत भारत एक्सप्रेस और मालदा टाउन-सर एम. विश्वेश्वरैया टर्मिनस (बेंगलुरु) अमृत भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखायी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने छह नई वंदे भारत ट्रेन को भी हरी झंडी दिखायी। इनमें श्री माता वैष्णो देवी कटरा-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस, अमृतसर-दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस, कोयंबटूर-बेंगलुरु कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस, मैंगलोर-मडगांव वंदे भारत एक्सप्रेस, जालना-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस और अयोध्या-आनंद विहार टर्मिनल वंदे भारत एक्सप्रेस शामिल हैं।