मेरठ, 20 दिसंबर : उत्तर प्रदेश के मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में शुक्रवार को भगदड़ से जुड़ा वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें महिलाएं एक-दूसरे पर गिरती नजर आ रही हैं। शुक्रवार को कथा का छठा दिन रहा। इस कथा का समापन शनिवार को होगा। जिला प्रशासन भगदड़ और किसी के हताहत होने की बात को नकार रहा है। बताया जा रहा है कि हादसा कथा पंडाल के एंट्री गेट पर हुआ। इस घटना का जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें नजर आ रहा है कि प्रवेश द्वार पर खड़ी भीड़ पंडाल के अंदर घुसने के लिए जद्दोजहद करती है और फिर अचानक महिलाएं एक-दूसरे के ऊपर गिरती हुई दिखाई दे रही हैं। इस दौरान वहां मौजूद लोग जमीन पर गिरी महिलाओं को उठाने का प्रयास कर रहे हैं। मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि दो लोगों का ग्रुप है, जो आपस में बहस कर रहा था। उससे जुड़ा वीडियो वायरल हुआ था। अभी वहां पर शांति है। मौके पर सारे अधिकारी मौजूद हैं। किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। वहां मौजूद लोगों ने बताया कि महिलाएं और बुजुर्ग कथा सुनने के लिए आए थे। इसी बीच, बाउंसर्स ने उन्हें एंट्री गेट पर रोक दिया। इसके बाद भीड़ में धक्का-मुक्की होने लगी। लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। बताते चलें कि इस कथा को सुनने कई वीवीआईपी भी मेरठ पहुंचे हैं। कथा का आयोजन मेरठ के शताब्दी नगर में हो रहा है। आयोजन स्थल पर मौजूद एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि कथा में जिस रास्ते से भीड़ आ रही थी, उसी रास्ते से मुख्य यजमान भी जा रहे थे। इसी दौरान एंट्री को लेकर झगड़ा हो गया। एंट्री गेट पर बाउंसर्स ने महिलाओं को अंदर जाने से रोक दिया। पीछे से भीड़ आगे बढ़ने के लिए धक्का देती रही। इसी बीच 15 से 20 महिलाएं एक-एक कर गिर गईं। हालांकि, इसमें कितने लोग घायल हैं, इसकी कोई जानकारी अब तक नहीं आई है। इस कथा का आयोजन शताब्दी नगर में श्री केदारेश्वर सेवा समिति की ओर से किया जा रहा है। 15 दिसंबर से ही कथा हो रही है। कथा दोपहर एक बजे से शुरू होती है और 4 बजे तक चलती है। हर दिन कथा को सुनने लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
योगी ने की मां पाटेश्वरी देवी की पूजा-अर्चना
बलरामपुर, 21 नवंबर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार रात्रि देवीपाटन शक्तिपीठ में विश्राम करने के बाद गुरुवार सुबह नाथ संप्रदाय की परंपरा निभाते हुए आदि शक्ति मां पाटेश्वर की विधिवत पूजा अर्चना की। पूजा अर्चना के बाद मुख्यमंत्री मंदिर परिसर में स्थित गौशाला पहुंचे वहां उन्होंने गौ सेवा करते हुए गायों को गुड़ तथा हरा चारा खिलाया। गायों के बच्चों को उन्होंने प्यार दुलार भी किया। इन सब कामों से निवृत्त होकर मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर स्थित थारू छात्रावास में रहकर शिक्षा ग्रहण कर रहे बनवासी थारू जनजाति के बच्चों से उनका हाल-चाल जाना। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने रात्रि विश्राम के दौरान स्थानीय पार्टी जनप्रतिनिधियों तथा पदाधिकारियों से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान उन्होंने जिले के विकास में कानून व्यवस्था पर भी चर्चा की साथ ही साथ उन्होंने जिले में संगठन का भी हाल-चाल लिया। मुख्यमंत्री से मुलाकात करने वालों में प्रमुख रूप से सदर विधायक पलटू राम, तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ला, उतरौला विधायक राम प्रताप वर्मा, पूर्व सांसद तथा जिला पंचायत अध्यक्ष श्रावस्ती दद्दन मिश्रा, जिला पंचायत अध्यक्ष बलरामपुर आरती तिवारी,भाजपा जिला अध्यक्ष प्रदीप कुमार सिंह,डॉ अजय सिंह पिंकू व प्रवीण कुमार सिंह विक्की सहित अन्य कई लोग शामिल थे। मुलाकात के उपरांत मुख्यमंत्री ने मंदिर में ब्रह्मलीन महंत महेंद्र नाथ योगी की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम का भी जायजा लिया इसके पश्चात मुख्यमंत्री भावनियापुर हेलीपैड पहुंचे और वहां से लखनऊ के लिए रवाना हो गए। इस दौरान मंडल तथा जिले के तमाम आल्हा अधिकारी मौजूद रहे।
काशी में गंगा महोत्सव : पंडित साजन के शास्त्रीय गायन ने बांधा समां
वाराणसी, 13 नवंबर: वाराणसी के अस्सी घाट पर गंगा महोत्सव का भव्य आगाज़ हुआ, जिसमें सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने घाट को भक्तिमय बना दिया। पहले दिन डॉ. यास्मीन सिंह के कथक नृत्य और पंडित साजन मिश्र के शास्त्रीय गायन ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। गंगा पूजन और आरती के साथ इस महोत्सव का उद्घाटन हुआ, जिसमें काशी के गणमान्य नागरिक और संगीत प्रेमियों की भारी भीड़ उमड़ी। अस्सी घाट पर गंगा पूजन के साथ भव्य गंगा महोत्सव की शुरुआत शुभ मुहूर्त में हुई। इस आयोजन में भक्तिमय माहौल के बीच कई प्रसिद्ध कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। इस खास मौके पर स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवींद्र जायसवाल ने दीप प्रज्वलित कर महोत्सव का उद्घाटन किया। बता दें कि गंगा महोत्सव का यह भव्य शुभारंभ धार्मिक और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक बन गया है, जिससे काशी का आध्यात्मिक वातावरण और भी गहरा होता जा रहा है। आगामी दिनों में और भी रंगारंग प्रस्तुतियां दी जाएंगी, जिसमें देशभर के कलाकारों के आने की संभावना है। इधर, सांस्कृतिक कार्यक्रम में बनारस घराने के पद्म भूषण पंडित साजन मिश्रा ने शास्त्रीय गायन की मनमोहक प्रस्तुति दी, जिससे उपस्थित जनसमूह भावविभोर हो गया। इसके बाद डॉ. यास्मीन सिंह ने अपने कथक नृत्य से सबका मन मोह लिया। उनकी कथक की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और घाट पर मौजूद लोग उनकी ताल और भाव भंगिमाओं के साथ झूम उठे। डॉ. यास्मीन सिंह ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, ‘काशी में प्रस्तुति देना हर कलाकार के लिए सपने जैसा होता है। महादेव के चरणों में अपनी कला का अर्पण करना मेरे लिए साधना जैसा है। यह मेरी काशी में चौथी प्रस्तुति है, जो हमेशा के लिए मेरे हृदय में रहेगी।’ इस अवसर पर मंत्री रविंद्र जायसवाल के साथ एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल और अपर जिलाधिकारी (नगर) आलोक कुमार वर्मा उपस्थित रहे। गंगा पूजन और आरती के दौरान काशी के गणमान्य नागरिक और संगीत प्रेमी भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
‘स्व. मुलायम सिंह को भी कष्ट हो रहा होगा’, सपा-कांग्रेस के गठजोड़ पर सीएम योगी का तंज
मैनपुरी/कानपुर, 10 नवंबर : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करहल में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका आचरण अपने पिता और सपा संस्थापक स्व. मुलायम सिंह यादव की भावनाओं के विरुद्ध है। मुख्यमंत्री शनिवार को मैनपुरी के करहल और सीसामऊ में एक चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, “अखिलेश यादव की सपा कांग्रेस की गोदी में खेल रही है। स्व. मुलायम सिंह यादव को भी कष्ट हो रहा होगा कि उनका सपूत सपा को कांग्रेस के पास गिरवी रखकर पार्टी का सत्यानाश करने पर उतारू है।” इस दौरान उन्होंने सपा घेरा और कहा कि कांग्रेस ने इमरजेंसी में नेताजी को बंद किया था। नेताजी हमेशा कांग्रेस का विरोध करते थे। वह कहते थे कि धोखे से भी इसके साथ नहीं रहना है। लेकिन सपा अब नेताजी के मूल्यों-आदर्शों से खुद को दूर कर चुकी है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की प्रवृत्ति होती है, जो जिंदगी भर उनके साथ जुड़ जाती है। “बबुआ अभी बालिग नहीं हुआ है”, इसलिए कभी-कभी ऐसा काम कर देता है, जिससे मैनपुरी वालों के सामने भी संकट खड़ा हो जाता है। सीएम ने कहा कि मुलायम सिंह ने राम मनोहर लोहिया को आदर्श बनाया था। डॉ. लोहिया ने कहा था कि सच्चा समाजवादी वह है, जो संपत्ति व संतति का मोह न करे, फिर भी सपा में सारा पद एक ही परिवार को चाहिए। सीएम योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी “रामद्रोही” है। वे राम मंदिर का दर्शन करने नहीं गए, क्योंकि उन्हें लगता था कि वोट बैंक खिसक जाएगा। करहल वासी उनसे कहें कि आप कृष्ण-कन्हैया का सम्मान नहीं कर सकते तो हमारा वोट लेने क्यों आते हैं। हम आपसे बाय-बाय करते हैं। भाजपा ने कहा था कि ‘रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे’। हमने करके दिखा दिया। श्रीकृष्ण-कन्हैया हम आएंगे, मथुरा में भी जनभावना का सम्मान कराएंगे, क्या सपा इस पर सहमत है? क्या समाजवादी पार्टी मथुरा-वृंदावन को लेकर सरकार की सोच का समर्थन करेगी? योगी आदित्यनाथ ने कहा, “उन्हें वोट चाहिए, लेकिन कृष्ण-कन्हैया का सम्मान नहीं। वे इस पर मौन हैं। सरकार मथुरा, गोकुल, बरसाना, बलदेव, वृंदावन तीर्थों का विकास कर रही है। लगता है मथुरा-वृंदावन पांच हजार साल पहले के कालखंड में जा चुका है, जब कन्हैया स्वयं वहां निवास करते थे।” सीएम योगी ने पूछा कि राजू पाल-उमेश पाल की हत्या होती है तो सपा क्यों मौन रहती है? उमेश पाल की सुरक्षा में लगे निषाद जवान का क्या दोष था। यह लोग अपनी प्रवृत्ति से बाज नहीं आने वाले हैं। यह माफिया और अपराधी प्रवृत्ति के तत्वों और दंगाइयों को गले लगाकर प्रदेश को दंगे की आग में झोंकने का प्रयास करते हैं। कानपुर का दंगाई जेल की सलाखों के पीछे है। दलितों और वाल्मीकि समुदाय की जमीन पर कब्जा करने वाला सपा सरकार का पूर्व मंत्री रामपुर जेल में है। सपा उसे निर्दोष मानती है। मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रयागराज हो या गाजीपुर के माफिया, सपा निर्दोष नागरिकों पर संवेदना नहीं व्यक्त करती, लेकिन माफिया के यहां फातिहा पढ़ने चले जाते हैं। सन् 1984 में सिख बंधुओं के साथ जिस निर्ममता के साथ बर्बर अत्याचार किया था, यह कांग्रेस के चेहरे को दिखाता है। सपा-बसपा और कांग्रेस एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं।” उन्होंने कहा कि कानपुर मेट्रो में 12 से 15 हजार यात्री यात्रा करते हैं। जनवरी में इसका दूसरा सेक्शन खुलेगा तो प्रतिदिन 50 हजार लोग इसमें यात्रा करेंगे।
मोदी-शाह से मुक्ति पाने का जनता ने दिया स्पष्ट संदेश: राहुल गांधी
नई दिल्ली, 04 जून: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि इस चुनाव में देश के जनादेश ने साफ कर दिया है कि अब उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह नहीं चाहिए। श्री गांधी ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा, “यह लड़ाई संविधान को बचाने की थी। यह बात वह तब ही समझ गए थे, जब सरकार ने कांग्रेस के बैंक अकाउंट सील किए, मुख्यमंत्री को जेल में डाला तब मेरे दिमाग में यह बात स्पष्ट हो गयी थी कि अब हिंदुस्तान की जनता संविधान की रक्षा के लिए मिलकर लड़ेगी और मेरा यह पुख़्ता भरोसा आज सही साबित हुआ है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने संविधान को बचाने के लिए सबसे बड़ा कदम उठाया। इसके तहत कांग्रेस पार्टी ने इंडिया समूह के नेताओं को साथ लिया और जहां भी गठबंधन लड़ा ,वहां सबने मिलकर चुनाव लड़ा और देश को एक नया विजन दिया है। श्री गांधी ने कहा, “यह चुनाव परिणाम इंडिया गठबंधन का आया है और इसमें संविधान को बचाने का हमारा अभियान सफल रहा। देश ने इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साफ कह दिया है कि देश अब उन्हें नहीं चाहता है।” कांग्रेस नेता ने कहा, “देश को बचाने का काम हिंदुस्तान के गरीब लोगों ने किया है, आदिवासियों ने किया, मजदूरों ने किया है। उन्हें समझ में आ गया था कि संविधान देश की आवाज है। हिंदुस्तान के सबसे गरीब लोगों ने देश के संविधान को बचाया है और हम उनका आभार व्यक्त करते हैं। हम उन्हें विश्वास दिलाते हैं कि कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी है।” उन्होंने कहा कि इंडिया समूह के नेताओं की कल बैठक बुलाई गई है और उसमें आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा। बैठक में गठबंधन के नेता जो भी तय करेंगे, उसी के अनुसार आगे की रणनीति तय की जाएगी। श्री गांधी ने किशोरी लाल शर्मा को अमेठी सीट पर जीत हासिल करने के लिए बधाई दी और कहा कि वह अमेठी से बहुत नज़दीकी से जुड़े रहे हैं और उसी का परिणाम आज उन्हें मिला। उत्तर प्रदेश के लोगों ने संविधान की रक्षा की है, इसके लिए राज्य के लोगों को बधाई देते हैं। उन्होंने कहा कि वह बाद में तय करेंगे कि रायबरेली और वायनाड सीटों में से किस सीट का संसद में प्रतिनिधित्व करेंगे।
पीओके भारत का है, हम उसे लेकर रहेंगे : अमित शाह
प्रतापगढ़, 12 मई: भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) भारत का है, उसे हम लेकर रहेंगे। मणिशंकर अय्यर और फारूक अब्दुल्ला कहते हैं कि पाकिस्तान का सम्मान करो क्योंकि इनके पास एटम बम है, पीओके मत मांगिए। राहुल गांधी, आपको एटम बम से डरना है तो डरिए, हम नहीं डरते। अमित शाह महेशगंज स्थित नायर देवी धाम में कौशांबी सी से भाजपा उम्मीदवार विनोद सोनकर के समर्थन में चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। गृहमंत्री ने कहा कि विपक्ष को सिर्फ वोटबैंक की चिंता है। शहजादे कहते हैं हम आएंगे तो 370 वापस लाएंगे। कांग्रेस ने 70 साल तक राम मंदिर को लटकाकर रखा। मोदी ने पांच साल में ही मंदिर का भूमिपूजन भी किया और राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा भी कर दी। सबको निमंत्रण भेजा गया लेकिन कोई प्राण प्रतिष्ठा में नहीं गया। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के गठबंधन आईएनडीआईए के जीतने की कोई संभावना नहीं। उत्तर प्रदेश में सपा, बसपा और कांग्रेस का सूपड़ा साफ करना है और मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाना है। उन्होंने कहा कि देश से आतंकवाद और नक्सलवाद को समाप्त करने का काम मोदी ने किया। बाबा विश्वनाथ का दरबार भी मोदी ने फिर से बनाने का काम किया। मोदी ही उत्तर प्रदेश का विकास कर सकते हैं। एक-एक वोट मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के काम में आएगा। गृहमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जब सपा की सरकार थी, तब गरीबों की जमीनों पर गुंडे कब्जा कर लेते थे। यहां गुंडों और माफिया का राज था, जनता परेशान थी। आपने प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाई। हमारे नेता योगीजी ने सभी गुंडों को सीधा किया, यहां से माफिया राज समाप्त किया और गरीबों की जमीनों को मुक्त करवाया।
पीएम मोदी के नामांकन के दिन शहर में लागू रहेगा रूट डायवर्जन, जानिये किन-किन मार्गों पर रहेगी पाबंदी
वाराणसी, 09 मई: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 14 मई को वाराणसी से लोकसभा प्रत्याशी के रूप में नामांकन करेंगे। इसको लेकर कलेक्ट्रेट स्थित रायफल क्लब में विशेष व्यवस्था की गई है। वहीं यातायात विभाग ने रूट डायवर्जन लागू किया है, जो सुबह नौ से शाम 5 बजे तक प्रभावी रहेगा। एडीसीपी ट्रैफिक राजेश पांडेय ने बताया कि पुलिस लाइन चौराहा से कचहरी आने वाले वाहनों को पुलिस लाइन चौराहा से गोलघर कचहरी चौराहा होते हुए नगर निगम की मल्टीलेवल पार्किंग तक जाने दिया जाएगा। मल्टीलेवल पार्किंग से आगे रास्ता पूरी तरह से बंद रहेगा। ऐसे वाहन जिन्हें गोलघर कचहरी चौराहा से सर्किट हाउस के सामने से होकर जेपी मेहता तिराहे की तरफ या भोजूबीर तिराहे की तरफ जाना है, वे सभी वाहन गोलघर कचहरी से अंबेडकर चौराहे से जेपी मेहता तिराहा से सेंट्रल जेल तिराहा होते हुए शिवपुर चुंगी से दाहिने गिलट बाजार होते हुए गंतव्य को जाएंगे। जेपी मेहता तिराहा से किसी भी प्रकार के वाहन को दैत्रावीर, भोजूबीर तिराहा की तरफ नहीं जाने दिया जाएगा। इन वाहनों को सेंट्रल जेल रोड की तरफ डायवर्ट किया जाएगा, जो जेल तिराहे से शिवपुर चुंगी और गिलट बाजार चौराहा होकर अपने गंतव्य को जा सकेंगे। दूध सट्टी तिराहा से किसी भी प्रकार के वाहन को दैत्रावीर तिराहा, सर्किट हाउस या जेपी मेहता की तरफ जाने वाले वाहनों को भोजूबीर तिराहा से अर्दली बाजार तिराहा से पुलिस चौराहा की तरफ निकाला जाएगा। मिंट हाउस आशियाना तिराहा होकर अंबेडकर चौराहा होते हुए कचहरी जाने वाले वाहनों को मिंट हाउस तिराहे से इंडिया होटल से शारदा मोटर ट्रेनिंग तिराहा से नेहरू पार्क तिराहा, इमलिया घाट होते हुए सेंट्रल जेल तिराहा की तरफ भेजा जाएगा।
बहन का पूरा सम्मान,समाज के लिये लड़ाई रहेगी जारी : आकाश आनंद
लखनऊ, 09 मई: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के राष्ट्रीय संयोजक पद से बर्खास्त किए जाने के बाद आकाश आनंद ने पार्टी प्रमुख मायावती को बहुजन समाज के लिए रोल मॉडल बताया। साथ ही कहा कि वह भीम मिशन और अपने समाज के लिए अपनी आखिरी सांस तक लड़ाई लड़ते रहेंगे। बसपा के राष्ट्रीय संयोजक के पद से हटाए जाने के बाद आकाश आनंद की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। बसपा नेता और पार्टी प्रमुख मायावती के फैसले के बाद आकाश आनंद ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। अपनी पहली टिप्पणी में आनंद ने लिखा, बसपा प्रमुख मायावती आप पूरे बहुजन समाज के लिए आदर्श हैं, करोड़ों देशवासी आपको पूजते हैं। आपके संघर्षों की वजह से ही आज हमारे समाज को एक ऐसी राजनैतिक ताकत मिली है जिसके बूते बहुजन समाज आज सम्मान से जीना सीख पाया है। आप हमारी सर्वमान्य नेता हैं। आपका आदेश सिर माथे पे। भीम मिशन और अपने समाज के लिए मैं अपनी अंतिम सांस तक लड़ता रहूंगा। मायावती ने उत्तराधिकारी और नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटाया आपको बता दें कि सीतापुर में भड़काऊ भाषण देना बसपा के नेशनल कोआर्डिटनेटर और बसपा सुप्रीमो मायावती के उत्तराधिकारी आकाश आनंद पर भारी पड़ गया। मायावती ने मंगलवार देर रात उन्हें दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग कर दिया। इसकी वजह उनका अपरिपक्व होना बताई गई है। बता दें कि आकाश आनंद ने सीतापुर में जनसभा के दौरान भाजपा नेताओं की तुलना आतंकवादियों से की थी। साथ ही, उन्हें जूतों से मारने की बात कही थी। आकाश आनंद के इस भड़काऊ भाषण के बाद उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था, जिसमें पार्टी के तीन प्रत्याशियों को भी नामजद किया गया था। बसपा सुप्रीमो मायावती ने इसे बेहद गंभीरता से लेते हुए आकाश आनंद की रैलियों के आयोजन पर रोक लगा दी थी। इसके बावजूद वह दिल्ली में पार्टी समर्थकों, छात्रों, शिक्षकों आदि से संपर्क साधते रहे और विपक्षी नेताओं को लगातार निशाने पर लेते रहे। बसपा सुप्रीमो ने मंगलवार को एक्स पर बयान जारी करके उनको नेशनल कोआर्डिटनेटर के पद और अपने उत्तराधिकारी की जिम्मेदारी से हटाने का ऐलान किया। हालांकि उन्होंने आकाश आंनद के पिता और अपने भाई आनंद कुमार को पार्टी व मूवमेंट के हित में पहले की तरह अपनी जिम्मेदारी निभाते रहने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि बसपा का नेतृत्व पार्टी व मूवमेंट के हित में एवं डॉ. आंबेडकर के कारवां को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग व कुर्बानी देने से पीछे हटने वाला नहीं है। पांच महीने ही रहे नेशनल कोऑर्डिनेटर और उत्तराधिकारी बहुजन समाज पार्टी की नई पीढ़ी के तौर पर पार्टी में अहम पदों पर बैठाए गये आकाश आनंद की शुरुआत अच्छी नहीं रही। महज पांच महीने में ही बसपा सुप्रीमो मायावती ने उनसे नेशनल कोऑर्डिटनेटर पद के साथ अपना उत्तराधिकारी होने की जिम्मेदारी भी छीन ली। उन्होंने अपने इस फैसले को कुर्बानी का रूप देकर यह संदेश भी दिया कि बसपा अपने मूवमेंट से किसी भी कीमत पर नहीं डिगेगी। बता दें कि आकाश आनंद को बीते वर्ष दिसंबर में लखनऊ में हुए पदाधिकारियों के सम्मेलन में मायावती ने अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। हालांकि उन्होंने आकाश को यूपी और उत्तराखंड से दूर रखने का निर्णय भी लिया था। इसके बावजूद लोकसभा चुनाव आने पर आकाश आनंद ने बसपा की जनसभाओं की शुरुआत नगीना से की। जानकारों की मानें तो इस जनसभा में उन्होंने आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष एवं नगीना के प्रत्याशी चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण पर सीधा हमला बोला, जो कि बसपा नेतृत्व को रास नहीं आया। आकाश आनंद के इस रुख का सियासी फायदा चंद्रशेखर को मिलने की संभावना जताई जाने लगी। इसके बाद उन्होंने सीतापुर में दिए अपने भड़काऊ भाषण से पार्टी नेतृत्व को नाराज करने मे कोई कसर बाकी नहीं रखी। दरअसल, उनके भाषण की वजह से बसपा के जिलाध्यक्ष विकास राजवंशी, लखीमपुर के प्रत्याशी अंशय कालरा, धौरहरा के प्रत्याशी श्याम किशोर अवस्थी, सीतापुर के प्रत्याशी महेंद्र सिंह यादव पर भी मुकदमा हो गया। यह आकाश आनंद पर भारी पड़ गया और मायवती ने बिना कोई मुरव्वत किए उन्हें सारी जिम्मेदारियों से हटा दिया। मनाही के बाद भी करते रहे प्रचार सूत्रों की मानें तो बसपा सुप्रीमो ने सीतापुर के प्रकरण के बाद आकाश आनंद के प्रचार पर रोक लगा दी थी। इसके बावजूद वह लगातार दिल्ली में रहकर प्रचार-प्रसार कर रहे थे। उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों, दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षकों, विदेश में बसे बहुजन समाज के लोगों के साथ संपर्क करते हुए बसपा का प्रचार करते रहे। उन्होंने ऐसे मुद्दों को भी हवा दी, जिससे बसपा नेतृत्व किनारा करता रहा है। वहीं बसपा सुप्रीमो खुद भी लगातार चुनाव की आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने पर चुनाव आयोग से सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रही थीं। ऐसे हालात में उन्होंने सबसे पहले अपने उत्तराधिकारी पर ही गाज गिराकर बड़ा संदेश देने की कोशिश की है।
अमेठी में राहुल के चुनावी रण में उतरने की तैयारी शुरु
अमेठी, 02 मई : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं वायनाड के सांसद राहुल गांधी के उत्तर प्रदेश के अमेठी लोकसभा क्षेत्र में चुनावी रण में उतरने की अटकलें तेज हो गयी हैं। दरअसल, गांधी परिवार के वकील केसी कौशिक और सोनिया गांधी के प्रतिनिधि किशोरी लाल शर्मा यहां कांग्रेस कार्यालय पहुँचे है। बताया जा रहा है कि श्री कौशिक राहुल गांधी के नामांकन की प्रक्रिया पूरी करने में जुटे है। वहीं के एल शर्मा कांग्रेस नेताओं से मुलाकात कर रहे है। सूत्रों का दावा है कि कुछ ही देर बाद श्री राहुल गांधी के नाम नामांकन पत्र खरीदा जाएगा। कल यानी शुक्रवार एक बजे राहुल गांधी के नामांकन करने की चर्चा है। यहां 20 मई को पांचवे चरण में मतदान होगा। नामांकन के लिए तीन मई अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। नामांकन में सिर्फ 24 घंटे का समय बचा हुआ है। फिर भी काग्रेस प्रत्याशी के नाम की अभी तक घोषणा नही हुई है। चर्चा है कि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे लेकिन अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा नही हुई है। किशोरी लाल शर्मा ने कहा “ हमारी सबकी एक ही मांग है गांधी परिवार का सदस्य ही चुनाव लड़े। हालांकि यह तय पार्टी हाइकमान करेगा। जो उनका आदेश होगा वही होगा।आज मीटिंग की जा रही है वो सब गांधी परिवार के लिए ही हो रहा है।अमेठी के कार्यकर्ताओं की मांग है कि राहुल गांधी ही अमेठी से चुनाव लड़े।हम सब के लिये तैयार है।”
धनबल, मंदिर-मस्जिद के नाम पर वोट का न हो गलत इस्तेमाल : मायावती
लखनऊ, 18 अप्रैल: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने पहले चरण के मतदान से पहले वोटरों को आगाह किया है कि धनबल, मंदिर-मस्जिद आदि के नाम पर आपके वोट का गलत इस्तेमाल न हो। बसपा प्रमुख मायावती ने गुरुवार को सोशल मीडिया मंच से 19 अप्रैल को होने वाले मतदान से पहले मतदाताओं से कहा, देश में 18वीं लोकसभा के लिए सात चरणों में हो रहे आम चुनाव में मतदान के पहले चरण से ही, ’पहले मतदान, फिर जलपान’ के संकल्प के साथ अपने वोट के बहुमूल्य संवैधानिक अधिकार का निर्भय होकर इस्तेमाल कर देश में गरीबों, मेहनतकशों, वंचितों की बहुजन-हितैषी सरकार चुनें, यही पुरजोर अपील है।” उन्होंने आगे कहा कि बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के अनुपम संविधान के तहत बिना किसी भेदभाव के एक वोट का मिला अधिकार ऐसी लोकतांत्रिक शक्ति है जिसके जरिए सत्ता की मास्टर चाबी प्राप्त कर गरीब, कमजोर व उपेक्षित लोग अपना उद्धार खुद करने योग्य बनकर अपनी गरीबी व लाचारी का जीवन दूर कर सकते हैं। मायावती ने कहा कि वोट के अधिकार की रक्षा पूरे जी-जान से करनी है। सावधान रहें, आपका कोई वोट खरीदा न जा सके। लूटा न जा सके। कोई वोट पड़ने से न रह जाए तथा धनबल, मंदिर-मस्जिद आदि के नाम पर आपके वोट का गलत इस्तेमाल न हो। वोट जरूर डालें। यही सबसे बड़ा कर्तव्य व बाबा साहेब को श्रद्धांजलि है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग ने यह लोकसभा चुनाव ’स्वतंत्र, निष्पक्ष, सहभागी, सुगम, समावेशी, पारदर्शी व शांतिपूर्ण तरीके से संचालन के लिए तैयारियों’ का आश्वासन देश को दिया है, जिस पर खरा उतरने के लिए खासकर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग व रूलिंग पार्टी द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन रोकना जरूरी है। यूपी में पहले चरण की आठ लोकसभा सीटों के लिए मतदान 19 अप्रैल को होगा। प्रथम चरण में सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना (अजा), मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत में प्रत्याशियों के भविष्य का फैसला ईवीएम में लॉक हो जाएगा।