उत्तर प्रदेश के नोएडा में पत्नी और दो बेटियों की हत्या के दोषी व्यक्ति को उम्रकैद की सजा

नोएडा (उप्र), 03 अप्रैल : उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिल न्यायालय ने करीब 10 वर्ष पहले पत्नी और दो बेटियों की हत्या के एक मामले में दोषी व्यक्ति को मंगलवार को उम्रकैद की सजा सुनाई साथ ही दोषी पर 68 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अपर जिला न्यायाधीश (अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अधिनियम) विजय कुमार की अदालत ने गवाहों और साक्ष्यों के आधार पर दोषी अमित को पत्नी सरला और दोनों बेटियों की हत्या का दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई साथ ही दोषी पर 68 हजार रुपए का जुर्माना लगाया। जिला शासकीय अधिवक्ता के मुताबिक, 26 मई 2014 को नोएडा के भंगेल गांव में रहने वाली सरला और उसकी दो बेटियों की गला दबाकर हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद मृतका के पिता ने उसके पति अमित, सास सुखबीरी, ससुर राधेश्याम, जेठ देवेंद्र व ललित के खिलाफ थाना फेस-दो में दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया था। अधिवक्ता ने बताया कि सरला की एक बेटी की उम्र दो वर्ष और दूसरी बेटी आठ महीने की थी। अधिकारी के मुताबिक, शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था हालांकि साक्ष्य के अभाव में आरोपी के माता-पिता और भाई को बरी कर दिया गया।

मोदी ने धारा 370 हटाई, आपको हर बूथ पर बढ़ाने हैं 370 वोट : योगी आदित्यनाथ

मेरठ, 27 मार्च: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को विकसित बनाने की दिशा में अपना कार्य किया है। उन्होंने अपना काम किया, अब हमारा काम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धारा 370 हटाई तो हमें हर बूथ पर 370 वोट बढ़ाकर देने हैं। 26 अप्रैल तक हर प्रबुद्ध जन को नरेंद्र मोदी का प्रतिनिधि बनकर कार्य करना है। भाजपा को 370 सीटें और सहयोगियों के साथ 400 पार कराना है। विकसित भारत के सपने को नरेंद्र मोदी साकार करेंगे। मेरठ में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रेक्षागृह में बुधवार को भाजपा ने प्रबुद्ध जन सम्मेलन का आयोजन किया। सम्मेलन में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार अरुण गोविल का प्रबुद्धजनों से परिचय कराया और वर्तमान सांसद राजेंद्र अग्रवाल के कार्यों की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने मेरठ में विकास कार्यों की झड़ी लगा दी है। अब इस सफर को अरुण गोविल आगे बढ़ाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परिवर्तन का दौर है। मेरठ के आसपास के लोग भी पहले दिल्ली रहते थे। मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे के निर्माण से अब के वहां न रहकर यहां से दिल्ली आवागमन करने लगे हैं। दिल्ली के लोग भी अब मेरठ में रहने लगे हैं। मेरठ में ही प्रदेश का पहला खेल विश्वविद्यालय बन रहा है और गंगा एक्सप्रेस वे भी मेरठ से शुरू हो रहा है। मेरठ विकास का मॉडल बनकर उभरा है। अरुण गोविल के बचपन का मेरठ और आज का मेरठ अलग है। वह भी मेरठ को पहचान नहीं पाए। उन्होंने कहा कि उस समय की स्थिति और आज की स्थिति में बहुत परिवर्तन हुआ है। मेरठ उस परिवर्तन का साक्षी बन रहा है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश में आवाज उठ रही है कि हम सपने नहीं, हकीकत बुनते हैं। इसलिए लोग बार-बार मोदी को चुनते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काम करके दिखाया है। आज देश के लोगों को पूरी दुनिया में सम्मान की निगाहों से देखा जा रहा है। 2014 से पहले भारत के व्यक्ति को विदेशों में शक की निगाह से देखा जाता था। आज देश की सीमाएं सुरक्षित हैं। आंतरिक सुरक्षा की स्थिति बेहतर हुई है। नक्सलवाद, आतंकवाद नियंत्रित हुआ है। किसी भी संप्रभु राष्ट्र का एक विधान, एक निशान और एक प्रधान होना चाहिए। पीएम मोदी ने धारा 370 हटाकर इसे संभव कर दिखाया। पहले अयोध्या जाने पर रामलला के दर्शन नहीं होते थे। 500 वर्षों बाद अयोध्या में रामलला के दर्शन हो रहे हैं। क्या यह कांग्रेस, सपा, बसपा, इंडी गठबंधन कर पाता। विरासत और विकास को एक साथ ले जाने वाली केवल मोदी सरकार है। प्रधानमंत्री मोदी ने विरासत का भी संरक्षण किया और विकास की नई इबारत भी लिखी। विपक्षी दलों पर जमकर प्रहार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जातिवाद के नाम पर समाज के ताने-बाने को सपा, बसपा, कांग्रेस तोड़ रहे हैं। मोदी ने 140 करोड़ के भारत को ही अपना परिवार कहा। विपक्षियों के लिए फैमिली फर्स्ट है, जबकि नरेंद्र मोदी के लिए नेशन फर्स्ट है। मोदी ने गरीब कल्याण को प्राथमिकता दी तो विपक्षियों ने जातिवाद को प्राथमिकता दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहला चुनाव है, जिसमें देश के किसी भी कोने में जनता के सामने असमंजस की स्थिति नहीं है। सभी के सामने केवल एक ही लक्ष्य है विकसित भारत। विकसित भारत के लिए विकसित उत्तर प्रदेश है। इसके लिए पीएम मोदी को तीसरा कार्यकाल चाहिए। मोदी का तीसरा कार्यकाल भारत को तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करेगा। इससे विकसित भारत की परिकल्पना साकार होगी और भारत ग्लोबल लीडर बनकर उभरेगा। भारत की इस ताकत का अहसास दुनिया कर सकेगी। सपा, बसपा, कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक वे लोग थे, जो दंगाइयों को गले लगाते थे। एक भाजपा सरकार है जो दंगाइयों से निपटने का उपचार जानती है। हम श्रद्धालुओं के लिए फूल बिछाते हैं, वे श्रद्धालुओं के लिए शूल डालते थे। बेटियों और व्यापारियों को सुरक्षा केवल भाजपा दे सकती है। युवाओं को आजीविका केवल भाजपा दे सकती है। किसानों को सम्मान भाजपा ही दे सकती है। चार करोड़ गरीबों को छत केवल मोदी दे सकते हैं। 12 करोड़ गरीब घरों में शौचालय, 60 करोड़ गरीबों को निःशुल्क खाद्यान्न, आयुष्मान योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा मिल रहा है। मोदी यानी 10 करोड़ घरों को उज्ज्वला योजना के गैस कनेक्शन। मोदी समाज को बदल रहे हैं, दूसरी ओर विपक्षी दल अपने परिवार तक ही सीमित हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा उम्मीदवार अरुण गोविल के साथ सेल्फी 26 अप्रैल के बाद खूब ले लेना। तब तक प्रत्येक प्रबुद्ध जन घर-घर जाकर कमल निशान का प्रचार करें। मोदी का प्रतिनिधि बनकर कार्य करें। इस अवसर पर सांसद राजेंद्र अग्रवाल, भाजपा उम्मीदवार अरुण गोविल, क्षेत्रीय अध्यक्ष सत्येंद्र सिसोदिया, राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल, सोमेंद्र तोमर, दिनेश खटीक, कैंट विधायक अमित अग्रवाल, पूर्व विधायक सत्यवीर त्यागी, एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज, सरोजिनी अग्रवाल, कमलदत्त शर्मा, महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन रितुराज, शिवकुमार राणा आदि उपस्थित रहे।

उप्र का ‘रामराज्य’ दलित,पिछड़े, महिला,आदिवासियों के लिए है ‘मनुराज’ : कांग्रेस

नई दिल्ली, 28 फरवरी: कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा है कि राज्य में दलितों, पिछड़ों, महिलाओं और आदिवासियों पर अत्याचार हो रहा है और उनके लिए उत्तर प्रदेश में रामराज्य नहीं बल्कि ‘मनुराज’ चल रहा है। कांग्रेस के असंगठित क्षेत्र के वर्कर्स तथा कर्मचारी संगठन के प्रमुख डॉ. उदित राज ने बुधवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा का रामराज्य पिछड़ों, दलितों, महिलाओं तथा आदिवासियों के लिए मनुराज है। उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश के रामपुर स्थित बड़ागांव में कुछ अधिकारी पुलिस फ़ोर्स और दबंगों के साथ पहुंचे थे। जहां दलित छात्र सुमेश कुमार की हत्या कर दी गई। उनकी गलती यही थी कि ये गड्ढे को पाटकर बाबा साहेब का बोर्ड लगाना चाह रहे थे। उप्र में इस तरह का जुल्म जारी है।” राज्य में कई सालों बाद करीब 60,000 पदों पर पुलिस कांस्टेबल की भर्ती आई थी। इस भर्ती का पेपर लीक करा दिया गया ताकि रेगुलर भर्ती न हो और लोकसभा चुनाव बीत जाने के बाद भर्ती न की जाए। कांग्रेस नेता ने कहा,”भाजपा सरकार सरकारी नौकरियों की सबसे बड़ी दुश्मन है। क्योंकि जब दलित- पिछड़े वर्ग के छात्र शासन- प्रशासन में आते हैं तो इन्हें तकलीफ होती है। हमारी मांग है कि- रामपुर में दलित छात्र की हत्या के मामले में जांच हो, दोषियों पर सख्त एक्शन हो, क्योंकि एसडीएम की मौजूदगी में गोली मारा जाना स्टेट टेररिज्म है।”

किसानों को हर हाल में आगे बढ़ने का अवसर दे रही है सरकार: योगी

लखनऊ, 17 फरवरी : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को किसानों को सशक्त बनाने, हर परिस्थिति में प्रगति के अवसर सुनिश्चित करने की डबल इंजन सरकार की अटूट प्रतिबद्धता पर जोर दिया। यहां राजभवन में 55वीं क्षेत्रीय फल, सब्जी और फूल प्रदर्शनी 2024 के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश, भारत की कुल खेती योग्य भूमि का केवल 11 प्रतिशत होने के बावजूद, देश के कुल खाद्यान्न उत्पादन में 20 प्रतिशत से अधिक का योगदान देता है। उन्होंने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। राजभवन प्रांगण में प्रतिवर्ष इस कार्यक्रम की मेजबानी करने की दृढ़ प्रतिबद्धता के लिए राज्यपाल का आभार व्यक्त करते हुए, उन्होंने कृषि उन्नति को बढ़ावा देने में इसके महत्व को रेखांकित किया। योगी ने कहा, “ प्रदेश के भीतर, हालांकि किसान खेती योग्य भूमि का केवल 10 प्रतिशत बागवानी के लिए उपयोग करते हैं, लेकिन वे कृषि की कुल जीडीपी में उल्लेखनीय 24 प्रतिशत का योगदान करते हैं।” उन्होंने किसानों की आय बढ़ाने में पारंपरिक तरीकों के साथ-साथ बागवानी खेती की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। अग्रणी प्रयासों की मान्यता में, यूपी भर के प्रगतिशील किसानों, ड्रैगन फ्रूट, स्ट्रॉबेरी और पॉलीहाउस खेती जैसी उन्नत तकनीकों जैसे नवाचारों का समर्थन करने वाले किसानों को समारोह में सम्मानित किया गया। इसके बाद, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने 17 से 19 फरवरी तक तीन दिनों तक चलने वाली प्रदर्शनी का दौरा किया। मुख्यमंत्री योगी ने विभाग के अधिकारियों और किसानों के साथ बातचीत की और उपज की किस्मों, आयात-निर्यात की गतिशीलता और कृषि रुझानों के बारे में जानकारी ली। साथ में, उन्होंने इस अवसर को चिह्नित करते हुए एक स्मारक स्मारिका का अनावरण किया। उन्होंने प्रदर्शनी के लिए राजभवन प्रांगण के प्रावधान पर प्रकाश डालते हुए राज्यपाल के निरंतर समर्थन की सराहना की, जो राज्य भर से किसानों और उत्साही लोगों को आकर्षित करता है। उन्होंने किसानों की आय कई गुना बढ़ाने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के साथ जुड़ने पर जोर दिया, जिससे कुपोषण से मुकाबला किया जा सके और बागवानी उत्पादों से समृद्ध पोषण के माध्यम से समग्र कल्याण बढ़ाया जा सके। इस कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा रायबरेली के विष्णु दत्त पांडे, पीलीभीत के आयुष अग्रवाल और सहारनपुर की उषा उपाध्याय सहित कई प्रगतिशील किसानों का सम्मान किया गया।

मुख्यमंत्री योगी ने किया कर्टेन रेजर सेरेमनी का लोकार्पण, कहा- हमने यूपी को बीमारू मानसिकता से उबारा

लखनऊ, 08 फरवरी: उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य बनाना एक राजनीतिक मानसिकता थी, जिसे खत्म करके हमने इसे देश की दूसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनाया है। प्रदेश में परंपरागत कारीगर, शिल्पकार और युवा उद्यमी जो पहले निराश था आज उसके चेहरे पर उत्साह दिखता है। उत्तर प्रदेश की ओडीओपी योजना आज आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला बन चुकी है। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोकभवन में आयोजित इंटरनेशनल ट्रेड शो के द्वितीय संस्करण के कर्टेन रेजर सेरेमनी के आयोजन के दौरान कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने औद्योगिक आस्थानों और ओडीओपी सीएफसी की 13 परियोजनाओं का शुभारंभ किया। साथ ही विभिन्न जनपदों के परंपरागत हस्तशिल्पियों और कारीगरों को सम्मानित किया। अपने उद्बोधन में सीएम योगी ने एमएसएमई विभाग को धन्यवाद देते हुए प्रदेश के नव उद्यमियों और सम्मानित किये गये कारीगरों और हस्तशिल्पियों को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने बताया कि यूपी में बीते वर्ष ग्रेटर नोएडा में इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन हुआ था, जिसकी सफलता ने नया कीर्तिमान स्थापित किया। इसने यूपी के पोटिंशियल को प्रदर्शित करने का सशक्त मंच प्रदान किया। पहली बार 500 से अधिक विदेश बायर्स, 70 हजार से लोग उसमें सहभागी बने और 3 लाख लोगों का फुट फॉल हुआ। उन्होंने बताया कि फिर से 25 से 29 सितंबर के बीच ग्रेटर नोएडा में इंटरनेशनल ट्रेड शो के द्वितीय संस्करण का आयोजन होगा। इसके जरिए एक बार फिर यूपी अपनी क्षमता का प्रदर्शन वैश्विक समाज के सामने करने जा रहा है। सीएम योगी ने कहा कि यूपी के हस्तशिल्पी, कारीगर और युवा उद्यमियों के पास क्षमता थी लेकिन उन्हें शासन के प्रोत्साहन और प्लेटफार्म की आवश्यकता थी। प्रदेश में हजारों साल से सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग की अनेक इकाइयां मौजूद थीं, लेकिन लगातार सरकारी उपेक्षा और इंस्पेक्टर राज के कारण इसके उद्यमी त्रस्त और पलायन को मजबूर थे। 2018 में हमने ओडीओपी योजना को शुरू किया गया, जिसके बाद परंपरागत उद्यम को मार्केट देने, टेक्नोलॉजी प्रदान करने का कार्य शुरू हुआ। परिणाम स्वरूप आज यूपी की ओडीओपी देश में यूनिक योजना बन चुकी है। ओडीओपी आज आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला बन चुकी है, जिसपर यूपी को गौरव है। सीएम योगी ने कहा कि हमारा युवा उद्यमी जो पहले हतोत्साहित था वो आज उत्साहित है। आज उनके चेहरे पर चमक दिखती है। उन्हें विश्वास है कि उनका प्रोडक्ट वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार है। हमारा एक्सपोर्ट 86 हजार करोड़ से बढ़कर 2 लाख करोड़ का हो गया। इसने रोजगार के अवसर सृजित किये हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि युवा उद्यमियों को बूस्टअप करने के लिए हमने इस बजट में सीएम युवा उद्यमी योजना शुरू की है, जिसके अंतर्गत ब्याज मुक्त ऋण स्कीम प्रदान की जा रही है। सीएम ने बताया कि 19 फरवरी को प्रधानमंत्री यूपी के चतुर्थ ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का शिलान्यास करेंगे। इस अवसर पर एक ही दिन में 10 लाख करोड़ की योजनाओं की आधारशिला रखी जाएगी। इससे 33 लाख नौजवानों को सीधे सीधे नौकरी मिलेगी। ये उद्योग जहां भी लगेंगे वहां सड़क बनेगी, बिजली मिलेगी, पेयजल की व्यवस्था होगी। नये रोजगार सृजित होंगे। आवासीय सुविधाएं भी विकसित होंगी। यूपी में पहले ये सभी क्लस्टर समाप्त हो रहे थे। आज प्रदेश में पैकेजिंग संस्थान स्थापित हो रहे हैं। सीएम ने सभी युवा उद्यमियों का आह्वान किया कि इस साल सितंबर में ग्रेटर नोएडा में आयोजित होने वाले इंटरनेशनल ट्रेड शो के दूसरे संस्करण में जरूर जाएं और यूपी के पोटेंशियल को देखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में इतना कुछ होने के बावजूद लोग कहते थे कि यूपी बीमार है। इंटरनेशनल ट्रेड शो में हमारी क्षमता को देखकर कोई यूपी को कोई बीमार नहीं कहेगा। आज यूपी बीमारू राज्य की श्रेणी से ऊपर उठ चुका है। बीमारू राज्य एक राजनीतिक मानसिकता थी, जैसे ही हमने उस मानसिकता को खत्म किया तो यूपी देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई। अब हमें यूपी को देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनाना है। इसके लिए इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन काफी महत्वपूर्ण होगा। सीएम ने इंटरनेशनल ट्रेड शो के द्वितीय संस्करण के लिए अग्रिम बधाई दी। इस अवसर पर एमएसएमई मंत्री राकेश सचान, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, आईआईडीसी मनोज कुमार, एसीएस अमित मोहन प्रसाद, इंडिया एक्स्पो मार्ट के अध्यक्ष राकेश कुमार, विभाग के अधिकारी, जनप्रतिनिधिगण और प्रदेशभर से आए हस्तशिल्पी, कारीगर और युवा उद्यमी मौजूद रहे। 13 परियोजनाओं का हुआ शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर एमएसएमई क्लस्टर पार्क योजना के तहत रायबरेली, मऊ, प्रतापगढ़ और महोबा में औद्योगिक अस्थानों का शिलान्यास, इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड एक्सपोर्ट स्कीम के अंतर्गत गोमती नगर लखनऊ में ट्रेड प्रमोशन सेंटर का शिलान्यास, खाद्य एवं प्रसंस्करण के अंतर्गत कौशाम्बी में केला और गोंडा में दाल एवं मक्का में ओडीओपी सीएफसी परियोजनाओं का शिलान्यास, मिनी औद्योगिक अस्थान बिल्हौर कानपुर नगर, पचरावां रायबरेली और अयोध्या का उच्चीकरण, जिला उद्योग केंद्र कौशाम्बी, अमेठी और वाराणसी के नवीन भवनों का शिलान्यास किया। श्रमसाधकों का हुआ सम्मान सीएम योगी ने अपने हुनर से अपना स्थान बनाने वाले श्रमसाधकों का भी सम्मान किया। इसमें विश्वकर्मा श्रम सम्मान के अंतर्गत बाराबंकी के राहुल (नाई), लखनऊ से निधि मल्होत्रा (दर्जी), सीतापुर के फिरोज अहमद (मोची) को सम्मानित किया गया। ओडीओपी प्रशिक्षण एवं टूलकिट वितरण योजना के अंतर्गत रायबरेली के रंजीत कुमार (काष्ठ कार्य), लखनऊ की सरिता भारती (चिकनकारी), हरदोई की प्रतिभा यादव (वस्त्र उत्पाद) का सम्मान किया। यूपी माटी कला पुरस्कार के अंतर्गत गोरखपुर के कृष्ण कुमार प्रजापति (टेराकोटा), आजमगढ़ की पुष्पा प्रजापति (ब्लैक पॉटरी), सोनभद्र के धर्मु (मृदुभांड और नक्काशीदार फूलदान) का सम्मान किया। खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अंतर्गत राज्यस्तरीय ग्रामोद्योगीय पुरस्कार से लखनऊ की शबाना खातून, मेरठ के शीषपाल, अमरोहा के कृष्णपाल को सम्मानित किया।

गोरखपुर में मुख्यमंत्री बोले- 2017 से पहले वाला यूपी अब बदल गया है, यहां दंगे नहीं विकास होता है

गोरखपुर, 04 फरवरी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बदलाव, नयापन और विकास के लिए सरकार की नीयत को जवाबदेह करार दिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रदेश का विकास वहां की सरकार की नीयत पर निर्भर है। सरकार पारदर्शी और ईमानदार होगी तो उसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। यदि सरकार भ्रष्ट, बेईमान होगी तो उसके परिणाम भी उसी प्रकार के देखने को मिलेंगे जैसा कि 2017 के पहले उत्तर प्रदेश में देखने को मिलते थे। देश की छठवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है यूपी सीएम योगी रविवार पूर्वाह्न गोरखपुर में एक मीडिया समूह की तरफ से आयोजित विमर्श कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। नए भारत का नया उत्तर प्रदेश विषयक विमर्श में मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 के बाद सरकार की नीयत विकास की रही तो आज उत्तर प्रदेश आर्थिक निवेश का महत्वपूर्ण गंतव्य बन गया है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में यूपी की रैंकिंग 14वें स्थान से दूसरे स्थान पर हो गई है और अब नंबर वन की लड़ाई है। आबादी में पहले स्थान वाला यह राज्य देश की छठवीं अर्थव्यवस्था था, आज यह नंबर दो की अर्थव्यवस्था हो गया है। अगले पांच सालों में पहले पायदान पर होगा। देश की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन बनकर यह प्रदेश अगले तीन वर्षों में देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में अपना योगदान देगा। यूपी में 2017 के पहले रोज होते थे दंगे मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सात साल पहले वाला इंफ्रास्ट्रक्चर, रोजगार, विकास जनकल्याणकारी योजनाओं के लिहाज से बदहाल राज्य नहीं रह गया है। अब यह हर दूसरे-तीसरे दिन दंगों के लिए जाने जाना वाला, नागरिकों की पहचान का संकट वाला और चौपट उद्योग-कारोबार वाला राज्य भी नहीं है। अब तो यह दंगामुक्त, कानून व्यवस्था का रोल मॉडल, नागरिक पहचान को देश-दुनिया में सम्मान दिलाने वाला और बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर व नीतियों के संगम से निवेश का सर्वोत्तम गंतव्य बनकर देश की अर्थव्यवस्था का अग्रणी और ग्रोथ इंजन बनने वाला नए भारत का नया उत्तर प्रदेश है। पिछले दस सालों में आए काफी बदलाव उन्होंने कहा कि दस वर्ष पूर्व भारत की स्थिति क्या थी, सभी जानते हैं। देश में उपद्रव और असंतोष के हालात थे। दुनिया में भारत की इज्जत नहीं थी। लोग संदेह की निगाहों से भारत को देखते थे। भारत के पासपोर्ट की कोई कीमत नहीं थी। भारत की सीमाएं सुरक्षित नहीं थीं। पूर्व की स्थिति बताने के बाद सीएम योगी ने बीते दस सालों में आए बदलाव का उल्लेख किया। बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दस वर्ष के अंदर भारत ने हर एक क्षेत्र में नई प्रगति की है। दुनिया मे नई पहचान बनाई है। नए भारत का दुनिया में गौरव बढ़ा है। दुनिया में भारत के पासपोर्ट की कीमत बढ़ी है। यूपी के युवाओं के सामने था पहचान का संकट मुख्यमंत्री ने बताया कि ऐसा ही नयापन पिछले सात वर्ष के अंदर उत्तर प्रदेश के बारे में भी सबको देखने को मिला होगा। जबकि आज से सात वर्ष पहले उत्तर प्रदेश के लोग बाहर जाते थे लोग बड़ी संदेह की नजर से देखते थे। कुछ जनपदों के तो नाम पर लोग होटल और धर्मशाला में कमरा भी नहीं देते थे। युवाओं के सामने पहचान का संकट था। उन्होंने पहचान के इस संकट का कारण भी समझाया और कहा कि प्रदेश में दूसरे-तीसरे दिन दंगे होते थे। व्यापार चौपट था। उद्योग बंद हो रहे थे। विकास तार-तार था। मुख्यमंत्री ने बताया कि जब 2017 में उन्होंने सरकार बनाई तो प्रदेश में वेतन देने के लिए पैसा नहीं था। तीन-चार जिलों को छोड़कर गोरखपुर समेत बाकी जिलों को चार-पांच घंटे ही बिजली मिलती थी। इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर कानून व्यवस्था तक की स्थिति थी खराब सीएम योगी ने कहा कि पहले प्रदेश का इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत कमजोर था। प्रदेश में दो एयरपोर्ट (लखनऊ और वाराणसी) ही क्रियाशील थे। गोरखपुर में एक ही फ्लाइट थी और वह भी कभी-कभी आती थी। इंटरस्टेट कनेक्टिविटी बहुत खराब थी। सुरक्षा की स्थिति बदहाल थी। बेटियां स्कूल नहीं जा पाती थीं, महिलाएं बाजार नहीं जा सकती थीं। जनकल्याण की योजनाओं की हालत खस्ता थी। पर आज सात साल में आए बदलाव का परिणाम यह है कि यूपी का नागरिक देश और दुनिया में कहीं भी जाता है, अगले व्यक्ति के सामने उत्तर प्रदेश के नाम पर चेहरे पर चमक देखने को मिलती है। यूपी को अब हेय दृष्टि से नहीं बल्कि नई पहचान और सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। डबल इंजन सरकार के प्रयास से उत्तर प्रदेश तेजी से आगे बढ़ा है। आज यूपी का इंफ्रास्ट्रक्चर देश में सबसे अच्छा मुख्यमंत्री ने बदलाव के आयामों से उत्तर प्रदेश को नयापन देने वाले बिंदुओं को भी सिलसिलेवार गिनाया। बताया कि आज उत्तर प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर को देश में सबसे अच्छा माना जा रहा है। एक्सप्रेसवेज का सबसे अच्छा जाल आज यूपी में है। एयर कनेक्टिविटी में भी यह तेजी से आगे बढ़ रहा है। आज के समय में प्रदेश में चार इंटरनेशनल समेत नौ एयरपोर्ट क्रियाशील हैं। कुछ ही महीनों में दस नए एयरपोर्ट क्रियाशील हो जाएंगे। जेवर में पांच हजार हेक्टेयर भूमि पर एशिया का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन रहा है। यहां फरवरी में ट्रायल रन शुरू किया जाएगा। लखनऊ, वाराणसी, कुशीनगर और अयोध्या में इंटरनेशनल एयरपोर्ट चालू हो चुके हैं। इंटरस्टेट रोड कनेक्टिविटी शानदार हुई है। नेपाल, बिहार, झारखंड, हरियाणा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और दिल्ली तक यूपी की सुदृढ़ कनेक्टिविटी है। एक दौर तक एनसीआर में गुड़गांव का इंफ्रास्ट्रक्चर अच्छा माना जाता था। जबकि आज नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद का इंफ्रास्ट्रक्चर सबसे बेहतरीन माना जाता है। नया उत्तर प्रदेश बनाने में कानून व्यवस्था की मजबूती का बड़ा योगदान यूपी को नए भारत का नया उत्तर प्रदेश बनाने में यहां कानून व्यवस्था के क्षेत्र में आई मजबूती का बड़ा योगदान है। विमर्श में इसकी चर्चा भी लाजिमी थी। सीएम योगी ने इस पहलू को भी तथ्यों के साथ समझाया। बताया कि आज उत्तर प्रदेश एक सुरक्षित प्रदेश की पहचान रखता है। यहां दंगामुक्त और सुरक्षा का बेहतरीन मॉडल दिया गया है। सात वर्षों में यहां कोई भी दंगा नहीं हुआ है। एक दो साल में यहां लोग दंगों का नाम भी भूल जाएंगे। महिलाओं के प्रति होने वाले

उप्र विधानसभा के बजट सत्र से पहले समाजवादी पार्टी ने किया प्रदर्शन

लखनऊ, 02 फरवरी : उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन शुक्रवार को राज्यपाल के अभिभाषण से पहले विधान भवन परिसर में समाजवादी पार्टी के विधायकों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। समाजवादी पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष उत्तम पटेल के नेतृत्व में पार्टी के विधायकों ने विधान भवन में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास जमकर नारेबाजी की। सपा विधायकों ने कानून व्यवस्था, महंगाई, बेरोजगारी, जाति आधारित गणना कराये जाने सहित कई मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। पटेल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ”भारतीय जनता पार्टी सदन का कार्यकाल इतना कम करती है कि हम जनता की आवाज वहां नहीं उठा पाते, इसलिए विधान भवन परिसर में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के नीचे सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ धरना दे रहे हैं।” उन्होंने कहा,” जो बजट सत्र आज शुरू होने जा रहा है, उसमें भी लोकतांत्रिक परंपराओं का पालन करते हुए, संसदीय मर्यादाओं का पालन करते हुए हम जनता की मांग को सदन में उठायेंगे।” सपा नेता मनोज पांडे ने कहा,” कानून व्यवस्था, महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार से जनता परेशान है। मुख्य विपक्षी दल होने के नाते हम जनता की आवाज उठा रहे हैं और आज धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। हमारी मांग है कि सरकार जनहित के विषय पर सदन में चर्चा कराए।”

राम मंदिर की स्थापना भारत के सांस्कृतिक गौरव की पुनर्प्रतिष्ठा : राज्यपाल आनंदीबेन

लखनऊ, 02 फरवरी: राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश विधानमंडल के दोनों सदनों को संबोधित किया, जिसके साथ ही बजट सत्र की शुरुआत हो गयी। राज्यपाल ने अपने अभिभाषण की शुरुआत में विधानमंडल के सभी सदस्यों और प्रदेश वासियों के लिए सुख, शांति, समृद्धि और संपन्नता की कामना की। उन्होंने हाल ही में संपन्न हुए राममंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की विशेष तौर पर चर्चा करते हुए कहा कि भारत के इतिहास में वर्ष 2024 अविस्मरणीय स्मृति के रूप में दर्ज हो गया है। लगभग पांच शताब्दियों की सुदीर्घ प्रतीक्षा के बाद 22 जनवरी 2024 को सनातन भारतीय संस्कृति के प्राण, हमारे आदर्श प्रभु श्री रामलला अपनी जन्मभूमि अयोध्या में नव्य, भव्य और दिव्य मंदिर में विराजमान हो गये हैं। उन्होंने कहा कि पूरा विश्व इस अलौकिक अवसर का गवाह बना है और भारतीय जन आस्था के संकल्प की सिद्धि के प्रतीक श्री राम जन्मभूमि मंदिर की स्थापना भारत के सांस्कृतिक गौरव की पुनर्प्रतिष्ठा है। उन्होंने कहा, ”हम सभी आजादी के अमृत काल में प्रवेश कर चुके हैं। ऐसे विशिष्ठ कालखंड में हमारी सांस्कृतिक विरासत का यह दिव्य प्रतिमान हमें और आने वाली पीढ़ियों को प्रभु श्रीराम के आदर्शों पर चलने को सदैव प्रेरित करता रहेगा।” राज्यपाल ने अयोध्या में रामभक्तों की सुविधा और सुगम दर्शन के लिए प्रदेश सरकार की ओर से किये जा रहे प्रयासों की चर्चा करते हुए कहा कि अयोध्या में विकास के अनेक उपयोगी कार्य संपन्न कराए गये हैं, आज अयोध्या जल-थल-नभ की बेहतरीन कनेक्टिविटी से सम्पन्न हो रहा है, यहां लगभग 31,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं जारी हैं। उन्होंने कहा कि आज अयोध्या अपने त्रेतायुगीन वैभव के साथ नगरीय विकास और संपन्नता के मॉडल के रूप में नवीन मानक गढ़ रहा है। राज्यपाल ने प्रयागराज महाकुम्भ-2025 के संबंध में सदन को अवगत कराते हुए कहा कि सरकार द्वारा सभी संतगणों, स्नानार्थियों, श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और विश्व भर से आने वाले पर्यटकों, शोधार्थियों, जिज्ञासुओं की सुरक्षा, सेवा और सुविधा के लिए उत्तम प्रबंध किए जा रहे हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रयागराज महाकुम्भ-2025 वैश्विक स्तर पर नवीन कीर्तिमान गढ़ेगा।

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने अयोध्‍या पहुंचकर रामलला और हनुमानगढ़ी के दर्शन-पूजन किये

अयोध्‍या (उप्र), 29 जनवरी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अयोध्या पहुंचकर हनुमानगढ़ी और रामलला के दर्शन-पूजन किए और सुखी उत्‍तर प्रदेश की कामना की। सोमवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार हनुमानगढ़ी में संकट मोचन हनुमान के दर्शन कर योगी आदित्यनाथ ने सुखी-स्वस्थ उत्तर प्रदेश की कामना की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने श्रीरामलला के दर्शन किये। मुख्यमंत्री ने इस दौरान यहां पर श्रद्धालुओं के लिए की गई सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। योगी गोरखपुर में अपने गुरुओं को शीश नवाकर दोपहर में अयोध्या पहुंचे। बयान के अनुसार सोमवार को रामनगरी पहुंचने पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने योगी आदित्यनाथ का स्वागत किया। जनवरी में योगी का राम नगरी का यह छठा दौरा है। मुख्यमंत्री ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के पदाधिकारियों से मंदिर परिसर में व्यवस्था के संदर्भ में न केवल जानकारी ली, बल्कि खुद जमीनी स्तर पर व्यवस्था को परखा और आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये। योगी ने इस दौरान दर्शनार्थियों से भी बातचीत करके सुझाव लिया।

बाराबंकी पुलिस ने श्रद्धालुओं से मंगलवार को अयोध्या नहीं जाने का अनुरोध किया

लखनऊ, 23 जनवरी: अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर बाराबंकी पुलिस ने लोगों से मंगलवार को अयोध्या नहीं जाने का अनुरोध किया है। लखनऊ से लगभग 30 किलोमीटर दूर बाराबंकी से अयोध्या की ओर यातायात का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया है और पैदल श्रद्धालुओं को भी आवाजाही की अनुमति नहीं है। बाराबंकी पुलिस ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”बाराबंकी पुलिस की श्रद्धालुओं/दर्शनार्थियों से अपील है कि अयोध्या धाम में श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने के कारण अयोध्या धाम न जायें एवं सभी प्रकार के वाहनों का मार्ग भी परिवर्तित किया गया है।” ‘एक्स’ पर इस पोस्ट में पुलिस ने अपील साझा करते हुए कहा है कि अयोध्या धाम में भीड़ अधिक होने के कारण अयोध्या की तरफ जाने वाले सभी प्रकार के वाहनों का मार्ग परिवर्तित किया गया है और पैदल श्रद्धालुओं को भी बाराबंकी पुलिस द्वारा विनम्र अनुरोध के साथ रोका जा रहा है। कृपया आज अयोध्या धाम जाने से बचें। सोमवार को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद उद्घाटन के पहले दिन सुबह से ही अयोध्या में भारी भीड़ देखी गई और मंगलवार को भी दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की वहां भारी भीड़ है।