वाराणसी (उप्र), 31 जनवरी: प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ से लौटने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए वाराणसी के घाटों पर होने वाली गंगा आरती को आम लोगों के लिए पांच फरवरी तक बंद रखने का फैसला किया गया है। आरती आयोजन समिति की तरफ से यह जानकारी दी गयी। वाराणसी पुलिस आयुक्तालय (कमिश्नरेट) ने काशीवासियों से अनावश्यक रूप से घर से बाहर ना निकलने और श्रद्धालुओं का सहयोग करने की अपील की है। गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने शुक्रवार को बताया कि दशाश्वमेध घाट पर आयोजित होने वाली गंगा आरती अपरिहार्य कारणों से पांच फरवरी, 2025 तक जनसामान्य के लिए बंद रहेगी। गंगा आरती करने वाली संस्था ने दर्शनार्थियों/श्रद्धालुओं से अपील की है। इसी प्रकार शीतला घाट, अस्सी घाट समेत अन्य घाटों पर भी गंगा आरती करने वाली समितियों ने भी जनसामान्य, दर्शनार्थियों और श्रद्धालुओं से पांच फरवरी तक आरती में शामिल न होने की अपील की है। इस बीच, वाराणसी के पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने भी काशीवासियों से अनावश्यक रूप से घर से बाहर ना निकलने और श्रद्धालुओं का सहयोग करने की अपील की है। प्रयागराज महाकुंभ में स्नान कर वापस लौटे बड़ी संख्या में श्रद्धालु अब भी वाराणसी कैंट और बनारस स्टेशन पर फंसे हुए हैं। कई श्रद्धालुओं ने बताया कि अत्यधिक भीड़ की वजह से वे अपनी ट्रेन पकड़ नहीं पाए और अब वे भीड़ कम होने का इंतजार कर रहे। वहीं कुछ ट्रेनों के निरस्त होने की वजह से यात्री अब भी स्टेशन पर फंसे हैं और अन्य किसी साधन का इंतजार कर रहे हैं। असम के सोनिकपुर निवासी बॉबी माया लिम्बु ने बताया कि वह अपने समूह के साथ प्रयागराज आयी थीं। उन लोगों ने 26 जनवरी को प्रयागराज संगम तट पर स्नान किया। वहां से वे अयोध्या दर्शन पूजन करने गए। वहां से 30 जनवरी को वाराणसी पहुंचे हैं। कल ही उनकी ट्रेन थी परंतु भीड़ के कारण ये लोग ट्रेन नहीं पकड़ पाए। अब जो भी ट्रेन आएगी उसमें जाएंगे। माया लिम्बु ने बताया कि भीड़ भाड़ की वजह से दिक्कत तो बहुत हुई परंतु दर्शन पूजन कर आत्मा को बहुत सुख की अनुभूति हुई है। गया जिला से आये श्रद्धालु दीनानाथ ने बताया कि वह अपने बीवी बच्चों के साथ दो दिन से बनारस में फंसे हुए है। बृहस्पतिवार को उन्होंने ट्रेन पकड़ने की कोशिश की, परंतु भारी भीड़ की वजह से उनका दम घुटने के कारण ट्रेन से नीचे उतरना पड़ा। तब से वे प्लेटफॉर्म के बाहर बने रैन बसेरा में रह रहे हैं। रैन बसेरा का प्रबंधन देख रहे रजत सिंह ने बताया कि कुंभ आने जाने वाले यात्रियों के विश्राम के लिए यह बसेरा बनाया गया है। यहां यात्रियों के सोने रहने की व्यवस्था की गई है। किसी यात्री को स्वास्थ्य परेशानी होने पर उपचार के लिए यहां स्वास्थ्य टीम मौजूद है। पर, यहां खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं है। कैंट क्षेत्र के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) विदुश सक्सेना ने बताया कि महाकुंभ के पर्व और मौनी अमावस्या बीतने के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ काशी में बढ़ी है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए लगातार जांच अभियान चल रहा है। उन्होंने बताया कि स्टेशन पर सुरक्षा बल लगातार गश्त कर रहे हैं। यात्रियों के ठहरने के लिये रैन बसेरा बनाया गया है। बाहर से आने वाले वाहनों के लिए स्टैंड बनाया गया है। सक्सेना ने कहा कि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं से आग्रह है कि वे कुछ दिन रुक कर वाराणसी दर्शन पूजन के लिए आएं ताकि यहां आने वाली भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।
महाकुंभ में शाह ने लगायी पवित्र डुबकी, परिवार संग की पूजा अर्चना
महाकुम्भनगर, 27 जनवरी: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मठों, मंदिरों और अखाड़ों के संतों के साथ वैदिक मंत्रोच्चार के बीच संगम में पवित्र डुबकी लगाई। संत समाज ने उन्हें वैदिक विधि से स्नान करवाया और मां गंगा का पावन जल गृहमंत्री पर छिड़ककर पूजा-अर्चना कराई। स्नान के बाद गृहमंत्री और मुख्यमंत्री ने संगम पर ही विशेष पूजा अर्चना की और संगम आरती में भी हिस्सा लिया। इस दौरान, गृहमंत्री अमित शाह के साथ उनकी पत्नी सोनल शाह, बेटे जय शाह और पुत्र वधु व पोतियों ने भी स्नान और पूजा पाठ में हिस्सा लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गृहमंत्री को कुम्भ कलश भी भेंट में दिया, जबकि साधु संतों ने उन्हें माला पहनाई और चंदन व टीका लगाया। भगवा वस्त्रों में गृहमंत्री और मुख्यमंत्री ने जूना पीठाधीश्वर अवधेशानंद, निरंजनी पीठाधीश्वर कैलाशानंद और अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी, बाबा रामदेव समेत अन्य संतों के साथ संगम में डुबकी लगाई। संतों ने गृहमंत्री को वैदिक विधि से स्नान कराया और उन पर संगम का जल छिड़का। इसके बाद गृहमंत्री ने सूर्य को अर्घ्य भी दिया। इसके बाद तीर्थ पुरोहितों ने गृहमंत्री और मुख्यमंत्री की संगम स्थल पर ही विशेष पूजा अर्चना संपन्न कराई और फिर विशेष संगम आरती का भी आयोजन हुआ। संगम पर मां गंगा, यमुना और सरस्वती के जयकारे गूंजे। इस दौरान शाह परिवार के सबसे छोटे सदस्य को भी संतों का आशीर्वाद मिला। पूजा की वेदी पर मुख्यमंत्री योगी ने भी बच्चियों को दुलराया और उनसे हंसी ठिठोली की। इसके बाद हर हर महादेव के उद्घोष के बीच शाह और योगी ने मां गंगा और भगवान भास्कर को प्रणाम किया। अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संगम स्नान के बाद वैदिक मंत्रों और श्लोकों के बीच पूजन अर्चन किया। पूजा के बाद संगम आरती भी कराई गई। इस दौरान गृहमंत्री के साथ उनकी पत्नी, पुत्र, पुत्रवधु समेत पूरा परिवार मौजूद रहा। परिवार के लोगों ने भी स्नान के बाद पूजा और आरती में हिस्सा लिया। इसके पश्चात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गृह मंत्री को चांदी का कुम्भ कलश भेंट किया। यहां से वो सीधा अक्षय वट के लिए रवाना हो गए। संगम स्नान और पूजन के दौरान उनके साथ जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि, निरंजनी अखाड़े के पीठाधीश्वर कैलाशानंद, बाबा रामदेव, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी, जूना अखाड़े के हरिगिरि समेत तमाम अखाड़ों के वरिष्ठ महंत भी मौजूद रहे। इससे पहले, गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संगम में अरैल स्थित वीआईपी घाट से प्रवेश किया। दोनों नेताओं ने क्रूज की सवारी की। मां गंगा को प्रणाम किया। इसके बाद साइबेरियन पक्षियों को दाना भी खिलाया। क्रूज पर बने विशेष कक्ष में गृहमंत्री अमित शाह और सीएम योगी ने जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद, अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक महंत हरि गिरी और अध्यक्ष महंत प्रेम गिरी के साथ महाकुम्भ पर विशेष मंत्रणा की। संगम स्नान के दौरान बाबा रामदेव और सतुआ बाबा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अलग से डुबकी लगवाई। संगम स्नान के बाद स्वामी रामदेव ने मुख्यमंत्री योगी का हाथ पकड़कर विशेष योग आसन ताड़ासन भी कराया।
अखिलेश ने कुंभ में मुलायम की मूर्ति पर किया माल्यार्पण, इस्कॉन भंडारे में प्रसाद भी बनाया
महाकुंभ नगर, 27 जनवरी: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रयागराज के दौरे पर हैं। वह महाकुंभ पहुंचे। संगम में स्नान किया और साधु-संतों का आशीर्वाद भी लिया। इस दौरान उन्होंने सेक्टर-19 में अदाणी और इस्कॉन के सहयोग से चल रहे भंडारे में भी शामिल हुए। यहां उन्होंने सब्जी बनाई। अखिलेश ने भंडारे में भोजन भी किया। साथ ही अपने पिता और दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव की मूर्ति पर माल्यार्पण भी किया। इस्कॉन की रसोई में रोजाना एक लाख श्रद्धालुओं के लिए महाप्रसाद तैयार किया जा रहा है। प्रसिद्ध उद्योगपति गौतम अदाणी 21 जनवरी को इस्कॉन के शिविर में शामिल हुए थे। यहां पर महाप्रसाद बनाया गया था। इस्कॉन शिविर और अदाणी ग्रुप की ओर से भंडारे की शुरुआत की गई। भंडारे में दाल, सोयाबीन और आलू की सब्जी, रोटी, पूड़ी और हलवा परोसा गया। उन्होंने खुद भंडारे में भोजन किया। महाप्रसाद सेवा 26 फरवरी तक दी जा रही है। अखिलेश उस शिविर में भी पहुंचे जहां मुलायम सिंह यादव की प्रतिमा स्थापित की गई थी। यहां उन्होंने अपने पिता की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। कन्नौज में उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि सबके नेताजी और अपने पिताजी को महाकुंभ परिसर में श्रद्धा सुमन अर्पण। अखिलेश ने इसकी तस्वीरें भी अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर की हैं। इस मौके पर उन्होंने शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती से भी मुलाकात की। इस दौरान सपा मुखिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लिखा कि महाकुंभ की पुण्य-यात्रा महाकुंभ 144 साल में एक बार आता है, वो भी संगम के किनारे ही, मतलब जीवन में एक बार और वो भी नदियों के मिलन स्थल पर। इसीलिए इससे ये संकल्प लेना चाहिए कि हमें जो जीवन मिला है, वो अलग-अलग दिशाओं से आती हुई धाराओं के मिलन से ही अपना सही अर्थ और मायने पा सकता है। उन्होंने आगे लिखा, “हमें संगम की तरह जीवन भर मेलजोल का सकारात्मक संदेश देना चाहिए। सद्भाव, सौहार्द और सहनशीलता की त्रिवेणी का संगम जब-जब व्यक्ति के अंदर होगा… तब-तब हम सब महाकुंभ का अनुभव करेंगे।”
आस्था के महाकुंभ में अमित शाह ने लगायी पवित्र डुबकी
महाकुंभ नगर, 27 जनवरी:केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को महाकुंभ में गंगा,यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम स्थल पर आस्था की डुबकी लगायी। श्री शाह के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने भी पवित्र स्नान किया। श्री शाह ने स्नान के बाद गंगा मैया को पुष्प,नारियल और चुनरी भेंट की और उनकी आरती उतारी। बाद में वह लेटे हनुमान जी और अक्षय वट के दर्शन पूजन के लिये रवाना हो गये। श्री शाह के पुत्र एवं आईसीसी चेयरमैन जय शाह रविवार रात ही प्रयागराज पहुंच गये थे। केंद्रीय मंत्री की सुरक्षा के लिये सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किये गये हैं। श्री शाह चार घंटे से अधिक समय तक मेला क्षेत्र में रहेंगे। अपने संक्षिप्त दौरे में वह स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज, आचार्य महामंडलेश्वर जूना अखाडा एवं अन्य संतो के साथ भोजन करेंगे। बाद में वह गुरू शरणांनद जी महाराज एवं गोविंद गिरी जी महाराज,परमपूज्य शंकराचार्य जी (शृंगेरी),परमपूज्य शंकराचार्य जी (पुरी) और परमपूज्य शंकराचार्य जी (द्वारका) से भेंट कर उनका आशीर्वाद ग्रहण करेगे। आज प्रयागराज में धर्म संसद भी है जिसमें शंकराचार्य समेत कई पूज्य संत हिस्सा ले रहे हैं। श्री शाह ने दिल्ली से प्रयागराज रवाना होने से पहले एक्स पर लिखा “महाकुंभ सनातन संस्कृति की अविरल धारा का अद्वितीय प्रतीक है. कुंभ समरसता पर आधारित हमारे सनातन जीवन-दर्शन को दर्शाता है।‘महाकुंभ’ सनातन संस्कृति की अविरल धारा का अद्वितीय प्रतीक है। कुंभ समरसता पर आधारित हमारे सनातन जीवन-दर्शन को दर्शाता है। आज धर्म नगरी प्रयागराज में एकता और अखंडता के इस महापर्व में संगम स्नान करने और संतजनों का आशीर्वाद लेने के लिए उत्सुक हूं।” उन्होंने कहा “ आज धर्म नगरी प्रयागराज में एकता और अखंडता के इस महापर्व में संगम स्नान करने और संतजनों का आशीर्वाद लेने के लिए उत्सुक हूं।”
मेरठ : पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में भगदड़ से जुड़ा वीडियो वायरल, पुलिस का इनकार
मेरठ, 20 दिसंबर : उत्तर प्रदेश के मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में शुक्रवार को भगदड़ से जुड़ा वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें महिलाएं एक-दूसरे पर गिरती नजर आ रही हैं। शुक्रवार को कथा का छठा दिन रहा। इस कथा का समापन शनिवार को होगा। जिला प्रशासन भगदड़ और किसी के हताहत होने की बात को नकार रहा है। बताया जा रहा है कि हादसा कथा पंडाल के एंट्री गेट पर हुआ। इस घटना का जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें नजर आ रहा है कि प्रवेश द्वार पर खड़ी भीड़ पंडाल के अंदर घुसने के लिए जद्दोजहद करती है और फिर अचानक महिलाएं एक-दूसरे के ऊपर गिरती हुई दिखाई दे रही हैं। इस दौरान वहां मौजूद लोग जमीन पर गिरी महिलाओं को उठाने का प्रयास कर रहे हैं। मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि दो लोगों का ग्रुप है, जो आपस में बहस कर रहा था। उससे जुड़ा वीडियो वायरल हुआ था। अभी वहां पर शांति है। मौके पर सारे अधिकारी मौजूद हैं। किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। वहां मौजूद लोगों ने बताया कि महिलाएं और बुजुर्ग कथा सुनने के लिए आए थे। इसी बीच, बाउंसर्स ने उन्हें एंट्री गेट पर रोक दिया। इसके बाद भीड़ में धक्का-मुक्की होने लगी। लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। बताते चलें कि इस कथा को सुनने कई वीवीआईपी भी मेरठ पहुंचे हैं। कथा का आयोजन मेरठ के शताब्दी नगर में हो रहा है। आयोजन स्थल पर मौजूद एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि कथा में जिस रास्ते से भीड़ आ रही थी, उसी रास्ते से मुख्य यजमान भी जा रहे थे। इसी दौरान एंट्री को लेकर झगड़ा हो गया। एंट्री गेट पर बाउंसर्स ने महिलाओं को अंदर जाने से रोक दिया। पीछे से भीड़ आगे बढ़ने के लिए धक्का देती रही। इसी बीच 15 से 20 महिलाएं एक-एक कर गिर गईं। हालांकि, इसमें कितने लोग घायल हैं, इसकी कोई जानकारी अब तक नहीं आई है। इस कथा का आयोजन शताब्दी नगर में श्री केदारेश्वर सेवा समिति की ओर से किया जा रहा है। 15 दिसंबर से ही कथा हो रही है। कथा दोपहर एक बजे से शुरू होती है और 4 बजे तक चलती है। हर दिन कथा को सुनने लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
योगी ने की मां पाटेश्वरी देवी की पूजा-अर्चना
बलरामपुर, 21 नवंबर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार रात्रि देवीपाटन शक्तिपीठ में विश्राम करने के बाद गुरुवार सुबह नाथ संप्रदाय की परंपरा निभाते हुए आदि शक्ति मां पाटेश्वर की विधिवत पूजा अर्चना की। पूजा अर्चना के बाद मुख्यमंत्री मंदिर परिसर में स्थित गौशाला पहुंचे वहां उन्होंने गौ सेवा करते हुए गायों को गुड़ तथा हरा चारा खिलाया। गायों के बच्चों को उन्होंने प्यार दुलार भी किया। इन सब कामों से निवृत्त होकर मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर स्थित थारू छात्रावास में रहकर शिक्षा ग्रहण कर रहे बनवासी थारू जनजाति के बच्चों से उनका हाल-चाल जाना। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने रात्रि विश्राम के दौरान स्थानीय पार्टी जनप्रतिनिधियों तथा पदाधिकारियों से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान उन्होंने जिले के विकास में कानून व्यवस्था पर भी चर्चा की साथ ही साथ उन्होंने जिले में संगठन का भी हाल-चाल लिया। मुख्यमंत्री से मुलाकात करने वालों में प्रमुख रूप से सदर विधायक पलटू राम, तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ला, उतरौला विधायक राम प्रताप वर्मा, पूर्व सांसद तथा जिला पंचायत अध्यक्ष श्रावस्ती दद्दन मिश्रा, जिला पंचायत अध्यक्ष बलरामपुर आरती तिवारी,भाजपा जिला अध्यक्ष प्रदीप कुमार सिंह,डॉ अजय सिंह पिंकू व प्रवीण कुमार सिंह विक्की सहित अन्य कई लोग शामिल थे। मुलाकात के उपरांत मुख्यमंत्री ने मंदिर में ब्रह्मलीन महंत महेंद्र नाथ योगी की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम का भी जायजा लिया इसके पश्चात मुख्यमंत्री भावनियापुर हेलीपैड पहुंचे और वहां से लखनऊ के लिए रवाना हो गए। इस दौरान मंडल तथा जिले के तमाम आल्हा अधिकारी मौजूद रहे।
काशी में गंगा महोत्सव : पंडित साजन के शास्त्रीय गायन ने बांधा समां
वाराणसी, 13 नवंबर: वाराणसी के अस्सी घाट पर गंगा महोत्सव का भव्य आगाज़ हुआ, जिसमें सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने घाट को भक्तिमय बना दिया। पहले दिन डॉ. यास्मीन सिंह के कथक नृत्य और पंडित साजन मिश्र के शास्त्रीय गायन ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। गंगा पूजन और आरती के साथ इस महोत्सव का उद्घाटन हुआ, जिसमें काशी के गणमान्य नागरिक और संगीत प्रेमियों की भारी भीड़ उमड़ी। अस्सी घाट पर गंगा पूजन के साथ भव्य गंगा महोत्सव की शुरुआत शुभ मुहूर्त में हुई। इस आयोजन में भक्तिमय माहौल के बीच कई प्रसिद्ध कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। इस खास मौके पर स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवींद्र जायसवाल ने दीप प्रज्वलित कर महोत्सव का उद्घाटन किया। बता दें कि गंगा महोत्सव का यह भव्य शुभारंभ धार्मिक और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक बन गया है, जिससे काशी का आध्यात्मिक वातावरण और भी गहरा होता जा रहा है। आगामी दिनों में और भी रंगारंग प्रस्तुतियां दी जाएंगी, जिसमें देशभर के कलाकारों के आने की संभावना है। इधर, सांस्कृतिक कार्यक्रम में बनारस घराने के पद्म भूषण पंडित साजन मिश्रा ने शास्त्रीय गायन की मनमोहक प्रस्तुति दी, जिससे उपस्थित जनसमूह भावविभोर हो गया। इसके बाद डॉ. यास्मीन सिंह ने अपने कथक नृत्य से सबका मन मोह लिया। उनकी कथक की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और घाट पर मौजूद लोग उनकी ताल और भाव भंगिमाओं के साथ झूम उठे। डॉ. यास्मीन सिंह ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, ‘काशी में प्रस्तुति देना हर कलाकार के लिए सपने जैसा होता है। महादेव के चरणों में अपनी कला का अर्पण करना मेरे लिए साधना जैसा है। यह मेरी काशी में चौथी प्रस्तुति है, जो हमेशा के लिए मेरे हृदय में रहेगी।’ इस अवसर पर मंत्री रविंद्र जायसवाल के साथ एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल और अपर जिलाधिकारी (नगर) आलोक कुमार वर्मा उपस्थित रहे। गंगा पूजन और आरती के दौरान काशी के गणमान्य नागरिक और संगीत प्रेमी भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
‘स्व. मुलायम सिंह को भी कष्ट हो रहा होगा’, सपा-कांग्रेस के गठजोड़ पर सीएम योगी का तंज
मैनपुरी/कानपुर, 10 नवंबर : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करहल में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका आचरण अपने पिता और सपा संस्थापक स्व. मुलायम सिंह यादव की भावनाओं के विरुद्ध है। मुख्यमंत्री शनिवार को मैनपुरी के करहल और सीसामऊ में एक चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, “अखिलेश यादव की सपा कांग्रेस की गोदी में खेल रही है। स्व. मुलायम सिंह यादव को भी कष्ट हो रहा होगा कि उनका सपूत सपा को कांग्रेस के पास गिरवी रखकर पार्टी का सत्यानाश करने पर उतारू है।” इस दौरान उन्होंने सपा घेरा और कहा कि कांग्रेस ने इमरजेंसी में नेताजी को बंद किया था। नेताजी हमेशा कांग्रेस का विरोध करते थे। वह कहते थे कि धोखे से भी इसके साथ नहीं रहना है। लेकिन सपा अब नेताजी के मूल्यों-आदर्शों से खुद को दूर कर चुकी है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की प्रवृत्ति होती है, जो जिंदगी भर उनके साथ जुड़ जाती है। “बबुआ अभी बालिग नहीं हुआ है”, इसलिए कभी-कभी ऐसा काम कर देता है, जिससे मैनपुरी वालों के सामने भी संकट खड़ा हो जाता है। सीएम ने कहा कि मुलायम सिंह ने राम मनोहर लोहिया को आदर्श बनाया था। डॉ. लोहिया ने कहा था कि सच्चा समाजवादी वह है, जो संपत्ति व संतति का मोह न करे, फिर भी सपा में सारा पद एक ही परिवार को चाहिए। सीएम योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी “रामद्रोही” है। वे राम मंदिर का दर्शन करने नहीं गए, क्योंकि उन्हें लगता था कि वोट बैंक खिसक जाएगा। करहल वासी उनसे कहें कि आप कृष्ण-कन्हैया का सम्मान नहीं कर सकते तो हमारा वोट लेने क्यों आते हैं। हम आपसे बाय-बाय करते हैं। भाजपा ने कहा था कि ‘रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे’। हमने करके दिखा दिया। श्रीकृष्ण-कन्हैया हम आएंगे, मथुरा में भी जनभावना का सम्मान कराएंगे, क्या सपा इस पर सहमत है? क्या समाजवादी पार्टी मथुरा-वृंदावन को लेकर सरकार की सोच का समर्थन करेगी? योगी आदित्यनाथ ने कहा, “उन्हें वोट चाहिए, लेकिन कृष्ण-कन्हैया का सम्मान नहीं। वे इस पर मौन हैं। सरकार मथुरा, गोकुल, बरसाना, बलदेव, वृंदावन तीर्थों का विकास कर रही है। लगता है मथुरा-वृंदावन पांच हजार साल पहले के कालखंड में जा चुका है, जब कन्हैया स्वयं वहां निवास करते थे।” सीएम योगी ने पूछा कि राजू पाल-उमेश पाल की हत्या होती है तो सपा क्यों मौन रहती है? उमेश पाल की सुरक्षा में लगे निषाद जवान का क्या दोष था। यह लोग अपनी प्रवृत्ति से बाज नहीं आने वाले हैं। यह माफिया और अपराधी प्रवृत्ति के तत्वों और दंगाइयों को गले लगाकर प्रदेश को दंगे की आग में झोंकने का प्रयास करते हैं। कानपुर का दंगाई जेल की सलाखों के पीछे है। दलितों और वाल्मीकि समुदाय की जमीन पर कब्जा करने वाला सपा सरकार का पूर्व मंत्री रामपुर जेल में है। सपा उसे निर्दोष मानती है। मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रयागराज हो या गाजीपुर के माफिया, सपा निर्दोष नागरिकों पर संवेदना नहीं व्यक्त करती, लेकिन माफिया के यहां फातिहा पढ़ने चले जाते हैं। सन् 1984 में सिख बंधुओं के साथ जिस निर्ममता के साथ बर्बर अत्याचार किया था, यह कांग्रेस के चेहरे को दिखाता है। सपा-बसपा और कांग्रेस एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं।” उन्होंने कहा कि कानपुर मेट्रो में 12 से 15 हजार यात्री यात्रा करते हैं। जनवरी में इसका दूसरा सेक्शन खुलेगा तो प्रतिदिन 50 हजार लोग इसमें यात्रा करेंगे।
मोदी-शाह से मुक्ति पाने का जनता ने दिया स्पष्ट संदेश: राहुल गांधी
नई दिल्ली, 04 जून: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि इस चुनाव में देश के जनादेश ने साफ कर दिया है कि अब उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह नहीं चाहिए। श्री गांधी ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा, “यह लड़ाई संविधान को बचाने की थी। यह बात वह तब ही समझ गए थे, जब सरकार ने कांग्रेस के बैंक अकाउंट सील किए, मुख्यमंत्री को जेल में डाला तब मेरे दिमाग में यह बात स्पष्ट हो गयी थी कि अब हिंदुस्तान की जनता संविधान की रक्षा के लिए मिलकर लड़ेगी और मेरा यह पुख़्ता भरोसा आज सही साबित हुआ है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने संविधान को बचाने के लिए सबसे बड़ा कदम उठाया। इसके तहत कांग्रेस पार्टी ने इंडिया समूह के नेताओं को साथ लिया और जहां भी गठबंधन लड़ा ,वहां सबने मिलकर चुनाव लड़ा और देश को एक नया विजन दिया है। श्री गांधी ने कहा, “यह चुनाव परिणाम इंडिया गठबंधन का आया है और इसमें संविधान को बचाने का हमारा अभियान सफल रहा। देश ने इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साफ कह दिया है कि देश अब उन्हें नहीं चाहता है।” कांग्रेस नेता ने कहा, “देश को बचाने का काम हिंदुस्तान के गरीब लोगों ने किया है, आदिवासियों ने किया, मजदूरों ने किया है। उन्हें समझ में आ गया था कि संविधान देश की आवाज है। हिंदुस्तान के सबसे गरीब लोगों ने देश के संविधान को बचाया है और हम उनका आभार व्यक्त करते हैं। हम उन्हें विश्वास दिलाते हैं कि कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी है।” उन्होंने कहा कि इंडिया समूह के नेताओं की कल बैठक बुलाई गई है और उसमें आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा। बैठक में गठबंधन के नेता जो भी तय करेंगे, उसी के अनुसार आगे की रणनीति तय की जाएगी। श्री गांधी ने किशोरी लाल शर्मा को अमेठी सीट पर जीत हासिल करने के लिए बधाई दी और कहा कि वह अमेठी से बहुत नज़दीकी से जुड़े रहे हैं और उसी का परिणाम आज उन्हें मिला। उत्तर प्रदेश के लोगों ने संविधान की रक्षा की है, इसके लिए राज्य के लोगों को बधाई देते हैं। उन्होंने कहा कि वह बाद में तय करेंगे कि रायबरेली और वायनाड सीटों में से किस सीट का संसद में प्रतिनिधित्व करेंगे।
पीओके भारत का है, हम उसे लेकर रहेंगे : अमित शाह
प्रतापगढ़, 12 मई: भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) भारत का है, उसे हम लेकर रहेंगे। मणिशंकर अय्यर और फारूक अब्दुल्ला कहते हैं कि पाकिस्तान का सम्मान करो क्योंकि इनके पास एटम बम है, पीओके मत मांगिए। राहुल गांधी, आपको एटम बम से डरना है तो डरिए, हम नहीं डरते। अमित शाह महेशगंज स्थित नायर देवी धाम में कौशांबी सी से भाजपा उम्मीदवार विनोद सोनकर के समर्थन में चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। गृहमंत्री ने कहा कि विपक्ष को सिर्फ वोटबैंक की चिंता है। शहजादे कहते हैं हम आएंगे तो 370 वापस लाएंगे। कांग्रेस ने 70 साल तक राम मंदिर को लटकाकर रखा। मोदी ने पांच साल में ही मंदिर का भूमिपूजन भी किया और राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा भी कर दी। सबको निमंत्रण भेजा गया लेकिन कोई प्राण प्रतिष्ठा में नहीं गया। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के गठबंधन आईएनडीआईए के जीतने की कोई संभावना नहीं। उत्तर प्रदेश में सपा, बसपा और कांग्रेस का सूपड़ा साफ करना है और मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाना है। उन्होंने कहा कि देश से आतंकवाद और नक्सलवाद को समाप्त करने का काम मोदी ने किया। बाबा विश्वनाथ का दरबार भी मोदी ने फिर से बनाने का काम किया। मोदी ही उत्तर प्रदेश का विकास कर सकते हैं। एक-एक वोट मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के काम में आएगा। गृहमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जब सपा की सरकार थी, तब गरीबों की जमीनों पर गुंडे कब्जा कर लेते थे। यहां गुंडों और माफिया का राज था, जनता परेशान थी। आपने प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाई। हमारे नेता योगीजी ने सभी गुंडों को सीधा किया, यहां से माफिया राज समाप्त किया और गरीबों की जमीनों को मुक्त करवाया।