वाराणसी (उप्र), 21 जुलाई: उत्तर प्रदेश में वाराणसी की एक अदालत ने शुक्रवार को काशी विश्वनाथ मंदिर के निकट स्थित मां श्रृंगार गौरी-ज्ञानवापी मस्जिद मामले में हिंदू पक्ष की मांग को स्वीकार करते हुए वजूखाने को छोड़कर पूरे ज्ञानवापी परिसर की पुरातात्विक एवं वैज्ञानिक सर्वेक्षण कराने की अनुमति दी है। ज्ञानवापी और आदि विश्वेश्वर मामलों के विशेष अधिवक्ता राजेश मिश्रा ने बताया कि वाराणसी के जनपद न्यायाधीश ए के विश्वेश ने शुक्रवार को यह फैसला सुनाया। मिश्रा ने बताया कि ए के विश्वेश की अदालत ने हिंदू पक्ष की याचिका को स्वीकार करते हुए ज्ञानवापी मस्जिद के वैज्ञानिक सर्वेक्षण की अनुमति दी है। विश्वेश की अदालत ने पूरे ज्ञानवापी परिसर की पुरातात्विक एवं वैज्ञानिक जांच कराने की मांग से संबंधित मामले में दोनों पक्षों को सुनने के बाद आज (21 जुलाई) के लिए फैसला सुरक्षित रख लिया था। मामले में हिंदू पक्ष द्वारा दायर याचिका में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को पूरे ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वेक्षण करने का निर्देश देने की मांग की गई थी। मुस्लिम पक्ष ने यह कहते हुए याचिका का विरोध किया था कि एएसआई सर्वेक्षण से परिसर को नुकसान हो सकता है।
योगी गोरखपुर को 114 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की देंगे सौगात
गोरखपुर, 21 जुलाई: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर को विकास के नक्शे पर लगातार निखार रहे। श्री योगी रविवार को 114 करोड़ रुपये के नए विकास कार्यों की सौगात देने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री रविवार को भाटी विहार कॉलोनी में शाम करीब चार बजे से प्रस्तावित समारोह में मिनी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, 63 परिषदीय विद्यालयों के कायाकल्प समेत 89 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। शिलान्यास की इन परियोजनाओं में 74.95 करोड़ रुपये की लागत वाली गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) की आठ, 26.92 करोड़ रुपये की लागत वाली नगर निगम की 24 तथा 12.12 करोड़ रुपये की लागत वाली जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) की 57 परियोजनाएं शामिल हैं। श्री योगी द्वारा शिलान्यास किए जाने के बाद जीडीए जिन विकास कार्यों को कराएगा उनमें सबसे अहम गोरखनाथ मंदिर के आगे भाटी विहार कॉलोनी में मिनी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण है। विधानमंडल क्षेत्र विकास निधि से बनने वाले इस वॉटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स को बनाने के लिए छह करोड़ 17 लाख 80 हजार रुपये की लागत स्वीकृत की गई है। करीब दो एकड़ में बनने वाला यह कॉम्प्लेक्स खेल एवं खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए उपहार है। जीडीए के उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह तंवर के मुताबिक मिनी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में एथलीटों के लिए सिंथेटिक ट्रैक, बास्केटबाल कोर्ट, इंडोर बैडमिंटन कोर्ट, लॉन टेनिस कोर्ट, वॉलीबॉल कोर्ट तथा टेबिल टेनिस कोर्ट, शूटिंग रेंज बनाया जाएगा। क्रिकेट खिलाड़ियों के अभ्यास के लिए नेट की भी सुविधा मिलेगी। यहां भाला फेंक, गोला फेंक, लंबी कूद, ऊंची कूद के लिए भी अभ्यास कराया जाएगा। कॉम्प्लेक्स के मल्टी परपज हाल में स्क्वैश, जिम, जूडो, वेट लिफ्टिंग के अभ्यास की व्यवस्था कराई जाएगी। मुख्यमंत्री योगी 23 जुलाई को रामगढ़ताल के किनारे पैडलेगंज से आरकेबीके होते हुए सहारा स्टेट तक टू लेन ताल रिंग रोड का भी शिलान्यास करेंगे। जीडीए की ओर से बनवाई जाने वाली इस रिंग रोड पर 44 करोड़ 13 लाख रुपये की लागत आएगी। जीडीए 11 करोड़ 24 लाख 78 हजार रुपये की लागत से 63 परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों का भी कायाकल्प कराएगा। नगर निगम की शिलान्यास वाली 24 विकास परियोजनाओं में सड़क, नाली, कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन निर्माण तथा डस्ट मैनेजमेंट कार्यों के साथ 10 करोड़ रुपये की लागत से एकला बंधे पर लिगेसी वेस्ट (पुराना कचरा) के निस्तारण का कार्य भी सम्मिलित है। जबकि डूडा की शिलान्यास वाली परियोजनाएं सड़क व नाली निर्माण से संबंधित हैं।
लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी बसपा; राजग और ‘इंडिया’ गठबंधन दलित विरोधी : मायावती
नई दिल्ली, 19 जुलाई: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने बुधवार को घोषणा की कि उनकी पार्टी 2024 के लोकसभा चुनावों के साथ ही राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। मायावती ने यहां एक बयान में कहा कि बसपा पंजाब और हरियाणा में क्षेत्रीय दलों के साथ हाथ मिलाने के लिए तैयार है, बशर्ते उनका सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) या नवगठित विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के साथ कोई गठजोड़ न हो। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने राजग के साथ ही नवगठित विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की भी आलोचना की और आरोप लगाया कि उनमें से कोई भी दलितों और उत्पीड़ित वर्गों के अनुकूल नहीं है। विपक्ष के 26 दलों ने मंगलवार को बेंगलुरू में हुई अपनी बैठक में, अगले लोकसभा चुनाव के लिए अपनी चुनावी बिसात बिछाने का आगाज करते हुए ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस (इंडिया)’ नाम से नए गठबंधन की घोषणा की थी। मायावती ने कहा कि जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाला राजग और कांग्रेस के नेतृत्व वाला गठबंधन खुद को मजबूत कर रहा है, वहीं बसपा भी देश भर में पार्टी कार्यकर्ताओं की बंद कमरे में बैठकें कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्पीड़ित वर्गों को बसपा का समर्थन करना होगा क्योंकि कांग्रेस ने ‘जातिवादी मानसिकता अपनायी और उनकी मांगों को नजरअंदाज किया।” मायावती ने कहा, ”अगर कांग्रेस ने अपनी जातिवादी और पूंजीवादी मानसिकता को अलग रखा होता, गरीबों और पीड़ितों के कल्याण के लिए काम किया होता और बी आर आंबेडकर के विचारों का अनुसरण किया होता, तो बसपा बनाने की जरूरत ही नहीं पड़ती।”
उप्र : सड़क हादसों में मां-बेटी समेत तीन की मौत, चार अन्य घायल
गाजीपुर, 16 जुलाई : उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में अलग-अलग सड़क हादसों में मां-बेटी समेत तीन लोगों की मौत हो गई और चार अन्य लोग घायल हो गए। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार, शनिवार को वाराणसी की ओर जा रही एक कार की शहर कोतवाली के चकसेमरा गांव के पास ट्रक से सीधी टक्कर हो गई। उसने बताया कि इस हादसे में कार सवार शशिबाला श्रीवास्तव (65) और उनकी बेटी निष्ठा श्रीवास्तव (45) की मौत हो गई, जबकि दीक्षा (40), विदित मोहन (37), अपर्णा (17) और मन्नू (13) घायल हो गए। घायलों को पास के अस्पता में भर्ती कराया गया है। गाजीपुर कोतवाली के उप-निरीक्षक सुनील कुमार के मुताबिक, दोनों महिलाओं के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि कार सवार लोग गोरखपुर से वाराणसी जा रहे थे। दूसरी घटना गाजीपुर के बहरियाबाद थाना क्षेत्र में हुई। पुलिस के अनुसार, गदाईपुर निवासी उपेंद्र सिंह उर्फ सोनू (34) बाइक सहित नहर में जा गिरा, जिससे उसकी मौत हो गई। थाना प्रभारी वीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि उपेंद्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर हादसा, छह लोगों की मौत, मुख्यमंत्री योगी ने दुख जताया
गाजियाबाद, 11 जुलाई: दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस-वे पर मंगलवार सुबह क्रासिंग रिपब्लिक थाना इलाके में स्कूल बस और कार की टक्कर में छह लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क हादसे में हुई जनहानि पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने जिले के अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर घायलों को अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित इलाज कराए जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्माओं की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। अपर पुलिस उपायुक्त ने बताया कि नोएडा के बाल भारती स्कूल की बस दिल्ली के गाजीपुर से सीएनजी भरवा कर एक्सप्रेस-वे पर मेरठ की तरफ उल्टी दिशा से जा रही थी। उसी दौरान मेरठ की ओर से आई कार की बस में टक्कर हो गई। हादसे में छह लोगों की मौत हुई है। मृतकों की पहचान नरेंद्र, अबिता, हिमांशु, दीपांशु, वंशिका के रूप में और एक अन्य की अभी पहचान नहीं हो सकी है। कार में कुल आठ लोग थे। इनमें दो पुरुष व महिलाओं की मौके पर मौत हो गई। साथ ही दो बच्चे भी काल कलवित हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है। चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
ज्योति मौर्या संग अफयेर: मुसीबत में फंसे प्रेमी होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे! हो सकती है बड़ी कार्रवाई
लखनऊ, 11 जुलाई: बरेली में तैनात पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य के प्रकरण में होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे को जांच में दोषी पाया गया है। विभाग के प्रयागराज में तैनात डीआईजी संतोष कुमार ने अपनी जांच रिपोर्ट होमगार्ड के महानिदेशक बीके मौर्य को सौंप दी है। विभाग के सूत्रों का कहना है कि इस मामले की जांच में संबंधित होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे को दोषी पाते हुए उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही की संस्तुति की गई है। सूत्र बताते हैं कि इस प्रकरण में जल्द ही कार्यवाही के आदेश जारी किए जाएंगे। हालांकि विभाग के अधिकारी इस मामले में अभी कोई औपचारिक वक्तव्य नहीं दे रहे हैं। प्रकरण में ज्योति मौर्य की भूमिका को लेकर नियुक्ति विभाग को रिपोर्ट प्रेषित की जाएगी। मालूम हो कि महिला पीसीएस अधिकारी के पति आलोक मौर्य ने बीते दिनों आरोप लगाया था कि मनीष दुबे ने उनकी पत्नी के साथ मिलकर उनकी हत्या की साजिश रची है। आलोक ने इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि उनकी पत्नी और मनीष दुबे 2020 से एक-दूसरे के संपर्क में हैं। आरोपों को लेकर मोबाइल फोन व्हॉट्सऐप पर की गई चैट (बातचीत) भी सार्वजनिक की थी। मुख्यमंत्री दरबार से मामले की जांच के निर्देश मिलने के बाद होमगार्ड मुख्यालय ने प्रयागराज में तैनात डीआइजी संतोष कुमार को मामले की जांच के आदेश दिए थे।
मंदिर के पास मिली मांस के अवशेष से भरी बोरी, मामला दर्ज
शाहजहांपुर, 08 जुलाई: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में एक मंदिर के पास कथित रूप से मांस के अवशेष से भरी बोरी मिलने पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मामले की जांच के लिए तीन टीम बनाई गई हैं और इस मामले में लापरवाही बरतने के लिए चौकी प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने बताया कि शुक्रवार रात थाना कोतवाली अंतर्गत कच्चा कटरा के पास स्थित मंदिर के समीप कथित रूप से मांस के अवशेष से भरी एक बोरी मिली थी। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि इसे निस्तारण के लिए कहीं ले जाया जा रहा था और रास्ते में यह बोरी गिर गई या सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए किसी ने बोरी वहां रख दी। मीणा ने कहा ”दोनों पहलुओं पर जांच की जा रही है।” मीणा ने बताया कि घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं इसके अलावा प्रथम दृष्टया कार्य में लापरवाही बरतने के कारण चौकी प्रभारी जोखन यादव को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया गया है एवं मामला दर्ज किया गया है। विश्व हिंदू परिषद के स्थानीय नेता राजेश अवस्थी ने बताया कि शुक्रवार रात उन्हें घटना की जानकारी मिली थी,जिसके बाद वह अपने साथियों के साथ पहुंचे और उन्होंने सड़क अवरुद्ध की।
गीता प्रेस सिर्फ एक संस्था नहीं, बल्कि जीवंत आस्था है : प्रधानमंत्री
गोरखपुर, 07 जुलाई : गीता प्रेस को भारत की एकजुटता को सशक्त करने वाला तथा ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना का प्रतिनिधित्व करने वाला बताते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गीता प्रेस विश्व का ऐसा एकलौता प्रिंटिंग प्रेस है, जो सिर्फ एक संस्था नहीं बल्कि एक जीवंत आस्था है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गीता प्रेस के शताब्दी समारोह के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा, ‘‘गीता प्रेस अलग-अलग भाषाओं में भारत के मूल चिंतन को जन-जन तक पहुंचाती है। गीता प्रेस एक तरह से ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की भावना का प्रतिनिधित्व करती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘गीता प्रेस विश्व का एकलौता ऐसा प्रिंटिंग प्रेस है, जो सिर्फ एक संस्था नहीं बल्कि एक जीवंत आस्था भी है। गीता प्रेस का कार्यालय करोड़ों लोगों के लिए किसी मंदिर से जरा भी कम नहीं है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘गीता प्रेस जैसी संस्था सिर्फ धर्म और कर्म से ही नहीं जुड़ी है बल्कि इसका एक राष्ट्रीय चरित्र भी है। यह भारत को जोड़ती है, भारत की एकजुटता को सशक्त करती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘1923 में गीता प्रेस के रूप में यहां जो आध्यात्मिक ज्योति प्रज्ज्वलित हुई थी, आज उसका प्रकाश पूरी मानवता का मार्गदर्शन कर रहा है। हमारा सौभाग्य है कि हम सभी इस मानवीय मिशन की स्वर्ण शताब्दी के साक्षी बन रहे हैं।’’ मोदी ने कहा, ‘‘इसके नाम में भी और काम में भी गीता है, और जहां गीता है वहां साक्षात कृष्ण हैं। जहां कृष्ण है वहां करुणा भी है, कर्म भी है। वहां ज्ञान का बोध भी है और विज्ञान का शोध भी है।’’ उन्होंने कहा कि गीता प्रेस आज भी ‘कल्याण’ पत्रिका के लिए विज्ञापन न लेने की गांधीजी की सलाह का पालन कर रहा है । मोदी ने कहा, ‘‘ये समय गुलामी की मानसिकता से मुक्त होकर अपनी विरासत पर गर्व करने का है। आज एक ओर भारत डिजिटल टेक्नोलॉजी में नए रिकॉर्ड बना रहा है। तो साथ ही, सदियों बाद काशी में विश्वनाथ धाम का दिव्य स्वरूप भी देश के सामने प्रकट हुआ है। उन्होंने कहा कि इस बार का मेरा गोरखपुर का दौरा विकास भी-विरासत भी की नीति का अद्भुत उदाहरण है। इस दौरान प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे । हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाले एक निर्णायक मंडल ने गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार 2021 प्रदान करने की घोषणा की थी। केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 1995 में स्थापित इस वार्षिक पुरस्कार के तहत एक करोड़ रुपये की नकद राशि, एक प्रशस्ति पत्र और एक पट्टिका तथा एक उत्कृष्ट पारंपरिक हस्तकला या हथकरघा उत्पाद प्रदान किया जाता है। गीता प्रेस ने पुरस्कार राशि स्वीकार करने से इनकार कर दिया था और कहा कि वह केवल प्रशस्ति पत्र ही स्वीकार करेगी।
वंदे भारत ट्रेन ने मध्यम वर्ग को सुविधाओं एवं सहूलियतों के लिए नई उड़ान दी : मोदी
गोरखपुर (उप्र), 07 जुलाई: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि वंदे भारत ट्रेन ने देश के मध्यम वर्ग को सुविधाओं और सहूलियतों के लिए नई उड़ान दी है। आज देश के कोने कोने के नेता पत्र लिखते हैं कि हमारे क्षेत्र से भी वंदे भारत ट्रेन चलाइये। प्रधानमंत्री ने गोरखपुर रेलवे स्टेशन से गोरखपुर-लखनऊ वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके पहले उन्होंने जोधपुर से अहमदाबाद के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को भी रवाना किया। मोदी ने गोरखपुर रेलवे स्टेशन के आधुनिकीकरण की भी शुरुआत की। इसके पहले मोदी ने गीता प्रेस शताब्दी वर्ष समापन समारोह को संबोधित करते हुए गोरखपुर-लखनऊ वंदे भारत ट्रेन रवाना करने की घोषणा की। उन्होंने कहा, ”गीता प्रेस के कार्यक्रम के बाद मैं गोरखपुर रेलवे स्टेशन जाऊंगा। आज से ही गोरखपुर रेलवे स्टेशन के आधुनिकीकरण का काम भी शुरू होने जा रहा है।” उन्होंने कहा, ”आज का मेरा गोरखपुर दौरा विकास और विरासत की नीति का अद्भुत उदाहरण है।” मोदी ने कहा कि ”मैंने जब से सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें डाली हैं, लोग हैरान होकर देख रहे हैं कि रेलवे स्टेशनों का भी इस तरह से कायाकल्प हो सकता है।” उन्होंने कहा कि उसी कार्यक्रम में मैं गोरखपुर से लखनऊ के लिए वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाऊंगा और उसी समय जोधपुर से अहमदाबाद के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को भी रवाना किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा, ”एक समय था जब नेता लोग चिट्ठियां लिखा करते थे कि हमारे क्षेत्र में इस ट्रेन का जरा हाल्ट बना लें, उस ट्रेन का हाल्ट बना लें। आज देश के कोने-कोने से नेता मुझे चिट्ठियां लिखकर कहते हैं कि मेरे क्षेत्र से भी वंदे भारत चलाइए।” उन्होंने कहा, ”यह वंदे भारत का एक क्रेज है। इन सारे आयोजनों के लिए मैं गोरखपुर के लोगों को, देश के लोगों को बहुत बहुत बधाई देता हूं।”
एक समान कानून लागू होने से देश मजबूत होगा : मायावती
लखनऊ, 02 जुलाई : बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि विशाल आबादी वाले भारत देश में हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई और बौद्ध धर्म को मानने वाले लोग रहते हैं। जिनके जीवन जीने की शैली के अलग अलग तौर तरीके एवं रस्म रिवाज हैं। वहीं दूसरी तरफ यह बात भी सोचने वाली है कि यहां प्रत्येक धर्म को मानने वाले लोगों पर हर मामले में एक समान कानून लागू होता है तो उससे देश कमजोर नहीं, बल्कि मजबूत ही होगा। पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि इससे आपसी भाईचारा, सौहार्द माहौल पैदा होगा। भारतीय संविधान की धारा 44 में यूनिफार्म सिविल कोड अर्थात यूसीसी को बनाने का प्रयास वर्णित है। इसे जबरन थोपने का प्रावधान बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के बनाये संविधान में निहित नहीं है। इसके लिए जागरुकता और आम सहमति को श्रेष्ठ माना गया है, जिस पर अमल नहीं करके संकीर्ण स्वार्थ की राजनीति करना देशहित में सही नहीं है। उन्होंने कहा कि संविधान की धारा 44 में समान सिविल संहिता बनाने का प्रयास तो वर्णित है लेकिन इसे थोपने का नहीं है। इस सभी को ध्यान में रखकर भाजपा को यूनिफार्म सिविल कोड को लागू करते हुए ध्यान देना चाहिए। हमारी पार्टी यूनिफार्म सिविल कोड से असहमत नहीं है बल्कि इसे लागू करने के भाजपा के तौर तरीके से सहमत नहीं है।