सरकार को लोगों की कोई फ़िक्र नहीं : आप

नई दिल्ली, 16 फरवरी : आम आदमी पार्टी (आप) ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ को दुखद करार देते हुए कहा कि लोगों की सुरक्षा की ना केंद्र सरकार को कोई फ़िक्र है और ना ही उत्तर प्रदेश सरकार को है। आप की वरिष्ठ नेता और दिल्ली की कार्यवाहक मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा ‘महाकुंभ के लिए जा रहे श्रद्धालुओं के साथ इस तरह की घटना बेहद दुखद है। लोगों की सुरक्षा की ना केंद्र सरकार को कोई फ़िक्र है और ना ही आगे उत्तर प्रदेश सरकार को। ना प्रयागराज में कोई व्यवस्थाएं हैं और ना ही देश के अलग-अलग राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यातायात के कोई ठोस इंतज़ाम हैं।’ उन्होंने कहा ‘रेलवे विभाग से मेरी विनती है कि लोगों को जल्द से जल्द मदद पहुँचाएँ।’ उल्लेखनीय है कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर आज देर रात हुई भगदड़ में कई लोग घायल हो गए।

नवनिर्वाचित विधायक अमानतुल्लाह खान की तलाश में अब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल सक्रिय

नई दिल्ली, 12 फरवरी : दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आआपा) के नवनिर्वाचित विधायक अमानतुल्लाह खान की तलाश में अब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को लगाया गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार अमानतुल्लाह की गिरफ्तारी के बाद मकोका लगाने की तैयारी चल रही है। विधायक की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच की टीम अभी तक उप्र, राजस्थान और दिल्ली के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार विधायक की फोन की आखिरी लोकेशन मीठापुर में मिली, लेकिन उसके बाद से उसका फोन बंद चल रहा है। सूत्रों का यह भी दावा है कि पुलिस को शक है कि कुछ आम आदमी पार्टी नेता अमानतुल्लाह की मदद कर रहे हैं। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने दो दिन पहले सोमवार को जामिया नगर में पुलिस टीम पर हमले की अगुवाई करने के आरोप में अमानतुल्लाह खान के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। पुलिस के अनुसार अमानतुल्लाह ने हत्या की कोशिश के मामले में भगोड़े आरोपित की हिरासत से भागने में मदद भी की है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यह वाकया तब हुआ, जब दिल्ली के जामिया नगर इलाके में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम हत्या की कोशिश के एक मामले में वांछित शाबाज खान को गिरफ्तार करने गई थी। उसी दौरान अमानतुल्लाह अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे और पुलिस टीम से झगड़ने लगे। इस बीच आरोपित मौके से फरार हो गया। क्राइम ब्रांच की शिकायत पर जामिया नगर थाने में दंगे समेत बीएनएस की कई संगीन धाराओं में केस दर्ज किया गया है। फिलहाल आप विधायक की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की संयुक्त टीम छापेमारी कर रही हैं।

छठे दिल्ली वित्त आयोग का गठन जल्द करेगी भाजपा सरकार: विजेंद्र गुप्ता

नई दिल्ली, 12 फरवरी: रोहिणी विधानसभा से नवनिर्वाचित भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता ने बुधवार को छठे दिल्ली वित्त आयोग का जल्द ही गठन करने का ऐलान किया। विजेंद्र गुप्ता ने एक वक्तव्य में कहा कि दिल्ली में नगर निगम द्वारा करवाये जाने वाले विकास कार्यों के लिए वित्तीय प्रबंधन की दृष्टि से छठे वित्त आयोग का गठन अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में जल्द ही औपचारिक रूप से भाजपा सरकार का गठन हो जाएगा। भाजपा दिल्ली के विकास के लिए सतत कटिबद्ध है, इसलिए इस काम में देरी किये बिना जल्द ही छठे दिल्ली वित्त आयोग के गठन की घोषणा कर दी जाएगी। गुप्ता ने बताया कि इस मामले में पिछले साल 30 अगस्त को भाजपा विधायक दल ने राष्ट्रपति से भेंट की थी और उनसे दिल्ली सरकार द्वारा किये जा रहे संवैधानिक नियमों के उल्लंघन की शिकायत की थी। गुप्ता ने कहा कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने इस वित्त आयोग की गंभीरता को नहीं समझा। अप्रैल 2021 से लंबित इसका गठन भारतीय संविधान के अनुच्छेद 243-आई और 243- वाई का गंभीर उल्लंघन है। इसके चलते दिल्ली के लिए वित्तीय योजनाओं और संसाधनों का आवंटन बुरी तरह से प्रभावित हुआ, विशेष रूप से दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) पर इसका व्यापक असर पड़ा है। विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली की जनता को आश्वस्त करते हुए कहा है कि पिछले दस साल में आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली की जो दुर्दशा की है, उसको ठीक किया जाएगा और इसी कारण जनता से जुड़े सभी विकास कार्यों को प्राथमिकता सूची में रखा गया है। सड़क, बिजली, पानी, साफ सफाई हमारी प्राथमिकता है और भाजपा की सरकार बनने के बाद होने वाली कैबिनेट की पहली बैठक में ही इन सभी विकास कार्यों पर महत्वपूर्ण फैसले किए जाएंगे। साथ ही कैग की पिछले पांच सालों से लंबित 14 रिपोर्ट्स को विधानसभा के प्रथम सत्र में रखवाना भी भाजपा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने एक बार फिर से दोहराया कि जनहित के मुद्दों की उपेक्षा नहीं की जाएगी और चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने अपने संकल्प पत्र में जो जो जन कल्याण की योजनाओं की घोषणा की थी, उन सभी को क्रियान्वित करने के समवेत प्रयास किये जायेंगे। ये सभी घोषणाएं मोदी की गारंटी के रूप में जनता के समक्ष रखी गई थीं और इस नाते इन्हें पूरा कर अपना वादा निभाने के लिए दिल्ली की डबल इंजन की सरकार हमेशा प्रयासरत रहेगी।

दिल्ली मेट्रो के किराए में वृद्धि की खबरें झूठीं, डीएमआरसी ने जारी किया स्पष्टीकरण

नई दिल्ली, 12 फरवरी : दिल्ली मेट्रो के किराए में इजाफे की अफवाह सोशल मीडिया पर तेजी से फैलने के बाद दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने इन खबरों का खंडन किया है। डीएमआरसी ने स्पष्ट किया है कि किराए में इजाफे का कोई प्रस्ताव नहीं है और न ही किराए में कोई वृद्धि की गई है। डीएमआरसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “यह सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट के संदर्भ में है, जिसमें दावा किया गया है कि दिल्ली मेट्रो के किराए में संशोधन किया गया है। दिल्ली मेट्रो के किराए में संशोधन केवल एक स्वतंत्र किराया निर्धारण समिति द्वारा किया जा सकता है, जिसे सरकार द्वारा नामित किया जाता है। वर्तमान में किसी भी किराया निर्धारण समिति के गठन का कोई प्रस्ताव नहीं है।” डीएमआरसी ने अपने इस पोस्ट में स्पष्ट किया कि इस समय किराए में बदलाव के लिए कोई प्रस्ताव नहीं है। दिल्ली मेट्रो के किराए में बढ़ोतरी की बात पूरी तरह से अफवाह है। बता दें कि इससे पहले कुछ सोशल मीडिया पोस्ट पर दिल्ली मेट्रो का किराया बढ़ने की बात सामने आई थी। हालांकि, अब डीएमआरसी ने खबर का खंडन करते हुए किराए में बढ़ोतरी की बात को एक अफवाह करार दिया। डीएमआरसी ने यह भी स्पष्ट किया कि मौजूदा समय में किराए में बढ़ोतरी को लेकर ऐसा कोई प्रस्ताव सामने नहीं है। फेयर फिक्सेशन कमेटी के गठन के बिना किराया बढ़ाया नहीं जा सकता। सरकार की ओर से चुनी गई स्वतंत्र फेयर फिक्सेशन कमेटी के द्वारा ही किराए में संशोधन का प्रस्‍ताव किया जाता है।

आतिशी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया

नई दिल्ली, 09 फरवरी: दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की करारी हार के एक दिन बाद रविवार को उपराज्यपाल वी के सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंप दिया। अधिकारियों ने बताया कि आतिशी ने राज निवास में सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंपा। आम आदमी पार्टी को भले ही विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा लेकिन आतिशी अपनी कालकाजी सीट बचाने में सफल रहीं। उपराज्यपाल कार्यालय ने कहा कि सक्सेना ने निवर्तमान मुख्यमंत्री को नई सरकार के गठन तक पद पर बने रहने को कहा है। भाजपा नेताओं के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अगले सप्ताह विदेश दौरे से लौटने के बाद भाजपा सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है। राज निवास ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर पोस्ट किया, ‘‘माननीय उपराज्यपाल वी के सक्सेना को आज मुख्यमंत्री आतिशी का इस्तीफा मिला। उन्होंने नई सरकार के गठन तक उन्हें (आतिशी) अपने पद पर बने रहने को कहा है।’’ उपराज्यपाल ने शनिवार आठ फरवरी से दिल्ली विधानसभा भंग कर दी थी। विधानसभा सचिवालय की ओर से एक दिन पहले जारी एक अधिसूचना में कहा गया, ‘‘राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली शासन अधिनियम, 1991 की धारा 6 की उपधारा (2)(बी) द्वारा मुझे प्रदत्त शक्ति का प्रयोग करते हुए मैं, विनय कुमार सक्सेना, दिल्ली का उपराज्यपाल आठ फरवरी 2025 से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की सातवीं विधानसभा को भंग करता हूं।’’ भारतीय जनता पार्टी दिल्ली में 48 सीट जीतकर 27 साल बाद सत्ता में लौटी है। वहीं आम आदमी पार्टी को 22 सीट पर जीत मिली, कांग्रेस इस चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाई। अरविंद केजरीवाल ने पिछले साल सितंबर में भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद आतिशी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। आप प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने रविवार को कहा कि पार्टी दिल्ली में ‘‘रचनात्मक विपक्ष’’ की भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘हम जनादेश को पूरी विनम्रता से स्वीकार करते हैं। आप एक ऐसी पार्टी है जो अपनी गलतियों को समझती है, पहचानती है और उन पर काम करती है। हम निश्चित रूप से इस बात पर गौर करेंगे कि हमारा मतप्रतिशत क्यों कम हुआ है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि हम भाजपा को दिल्ली के लोगों से किए गए वादों के प्रति जवाबदेह बनाएं।’’

भाजपा प्रदेश कार्यालय पर नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच जीत के जश्न का माहौल

नई दिल्ली, 08 फरवरी : भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली प्रदेश कार्यालय में शनिवार को मतगणना के बाद से ही जश्न का माहौल बना हुआ है। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं में काफी उत्साह दिखाई दे रहा है। भाजपा प्रवक्ता शुभेंदु शेखर अवस्थी ने कहा कि 27 साल बाद भाजपा दिल्ली में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बना रही है। भाजपा ने जितने भी वादे किए हैं वे सारे वादे प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पूरे किए जाएंगे। आआपा की सरकार ने पिछले दस साल से दिल्ली में भ्रष्टाचार को ही बढ़ाया है और आज उसका परिणाम है कि आम आदमी पार्टी (आआपा) आज दिल्ली हार रही है। दिल्ली की जनता ने मोदी की गारंटी पर भरपूर विश्वास दिखाया है। दिल्ली की जनता इस बार दिल्ली में विकास चाहती है। उन्होंने कहा कि आआपा ने पिछले दस साल में दिल्ली को गंदे नाले, सीवर, पानी की समस्या के अलावा कुछ नहीं दिया। भाजपा के आने से इन सभी समस्याओं से दिल्ली की जनता को छुटकारा मिलेगा। वहीं भाजपा के एक कार्यकर्ता ने बताया कि केजरीवाल 2024 में दावा कर रहे थे कि 2025 विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बना रहे हैं, लेकिन इस बार दिल्ली की जनता ने दिखा दिया कि अब नहीं सहेंगे बदलके रहेंगे। एक अन्य कार्यकर्ता ने कहा कि दिल्ली की जनता विकास चाहती थी जो केजरीवाल पिछले दस साल में नहीं कर पाए। इसलिए दिल्ली में भाजपा सरकार बनाने जा रही है ताकि राजधानी में बदलाव हो और दिल्ली को स्वच्छ और सुरक्षित बनाया जा सके। उल्लेखनीय है कि दिल्ली में 27 साल बाद भाजपा की ऐतिहासिक जीत होती नजर आ रही है।

भाजपा के प्रवेश वर्मा ने अरविंद केजरीवाल को नई दिल्ली विधानसभा सीट पर 4,089 मतों से हराया

नई दिल्ली, 08 फरवरी: आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवेश वर्मा ने नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में 4,089 मतों के अंतर से हरा दिया है, जो सत्तारूढ़ पार्टी के लिए बहुत बड़ा झटका है। अपनी जीत के बाद वर्मा ने कहा, ‘‘यह सिर्फ मेरी जीत नहीं है, बल्कि यह दिल्ली के लोगों की जीत है, जिन्होंने झूठ के बजाय सच्चाई, जुमलेबाजी के बजाय सुशासन और धोखे के बजाय विकास को चुना। मैं हर मतदाता का विनम्रतापूर्वक धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने मुझ पर अपना भरोसा जताया।’’ अपनी पार्टी की हार स्वीकार करते हुए केजरीवाल ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘हम जनादेश को विनम्रता के साथ स्वीकार करते हैं। मैं भाजपा को उसकी जीत पर बधाई देता हूं और उम्मीद करता हूं कि वह दिल्ली के निवासियों की अपेक्षाओं को पूरा करेगी।’’ निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर जारी आंकड़ों के अनुसार, वर्मा को 30088 मत मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी केजरीवाल को 25999 मत प्राप्त हुए। कांग्रेस के उम्मीदवार संदीप दीक्षित ने 4568 वोट हासिल किये। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा ने भाजपा के बेहतर प्रदर्शन का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और दिल्ली की जनता को दिया। केजरीवाल की हार राष्ट्रीय राजधानी में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक बदलाव का संकेत है, जो 12 साल के ‘आप’ के प्रभुत्व के बाद भाजपा के पुनरुत्थान का संकेत है। भाजपा 26 साल से अधिक समय के बाद राष्ट्रीय राजधानी में सत्ता में वापसी कर रही है।

कालका जी से जीतीं आतिशी, बोलीं ‘भाजपा के खिलाफ जंग जारी रहेगी’

नई दिल्ली, 08 फरवरी: दिल्ली की सत्ता में 27 साल बाद भाजपा की वापसी हो रही है। वहीं, 10 साल से सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, नई दिल्ली से अरविंद केजरीवाल, जंगपुरा से मनीष सिसोदिया, ग्रेटर कैलाश से सौरभ भारद्वाज की हार हुई है। हालांकि, कालकाजी विधानसभा सीट से आतिशी ने जीत हासिल की है। लेकिन, उन्हें भाजपा के प्रत्याशी रमेश बिधूड़ी से कड़ी टक्कर मिली है। एक वक्त तक हजारों वोटों से पीछ रहने वाली आतिशी ने आखिरी राउंड में वापसी की और जीत सुनिश्चित की। मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि मैं कालकाजी विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं का धन्यवाद करना चाहती हूं। जो उन्होंने मुझ पर भरोसा दिखाया। मैं अपनी पूरी टीम का धन्यवाद करना चाहती हूं जिन्होंने कड़ी मेहनत की। भाजपा ने बाहुबल, गुंडागर्दी, धनबल का प्रयोग किया। लेकिन, क्षेत्र की जनता ने अपना फैसला सुना दिया। दिल्ली में भाजपा की जीत और आम आदमी पार्टी की हार पर उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता का जनादेश हमें स्वीकार है। मैं कालकाजी सीट जीती हूं लेकिन, यह समय जीत का नहीं बल्कि जंग का है। भाजपा के खिलाफ जंग जारी रहेगी। आम आदमी पार्टी हमेशा गलत के खिलाफ लड़ती रही है और हमेशा लड़ती रहेगी। दिल्ली की जनता के लिए आम आदमी पार्टी का संघर्ष जारी रहेगा। बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना सुबह 8 बजे शुरू हुई। दिल्ली में 19 मतगणना केंद्रों पर वोटों की गिनती हुई है। दिल्ली में पिछले दो विधानसभा चुनावों में दबदबा बनाने वाली आप ने 2020 के चुनाव में 70 में से 62 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा ने आठ सीटें अपने नाम की थी। दिल्ली में 15 साल तक राज करने वाली कांग्रेस पिछले दो विधानसभा चुनावों में अपना खाता खोलने में विफल रही और इस बार भी उसका प्रदर्शन वैसा ही रहा।

केजरीवाल, सिसोदिया, आप के दो मंत्री हारे

नई दिल्ली, 08 फरवरी : दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आंधी के आगे आम आदमी पार्टी (आप) का 12 वर्ष का शासन उखड़ गया और बकौल केन्द्रीय मंत्री आप के ‘बड़े मियां और छोटे मियां’ श्री अरविंद केजरीवाल और श्री मनीष सिसोदिया सहित आम आदमी पार्टी (आप) के तमाम कई बड़े नेताओं को हार का स्वाद चखना पड़ा। गौरतलब है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय राजधानी में चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा की जीत की ताल ठोकते हुए तीन फरवरी को एक रैली में आप के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं श्री केजरीवाल के निकट सहयोगी श्री सिसोदिया को क्रमश: ‘बड़े मियां’ और ‘छोटे मियां’ की संज्ञा दी थी। गृह मंत्री ने कहा था कि आप के इन दोनों नेताओं ने दिल्ली की जनता का ठगा है। श्री केजरीवाल को नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में कांटे के मुकाबले में भाजपा के प्रवेश वर्मा ने शिकस्त दी। श्री वर्मा को 30088 वोट मिले, जबकि श्री केजरीवाल को 25999 वोट मिले। श्री सिसोदिया को अपनी पटपड़गंज सीट छोड़कर जंगपुरा क्षेत्र में गये थे जहां उन्हें भाजपा के तरविंदर सिंह मारवाह ने 675 मतों से पराजित किया। श्री मारवाह को 38859 वोट मिले, जबकि श्री सिसोदिया 38184 मिले। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री एवं आप के प्रवक्ता सौरव भारद्वाज और परिवहन मंत्री एवं जाट नेता रघुविंदर शौकीन को भी भाजपा की आंधी ने उन्हें नहीं टिकने दिया। श्री भारद्वाज को ग्रेटर कैलाश सीट पर भाजपा की शिखा रॉय ने 3139 मतों से और श्री शौकीन को भाजपा के ही मनोज शौकीन ने 25251 मतों से हराया। मुख्यमंत्री आतिशी ने कालकाजी सीट कड़े मुकाबले की आप का ध्वज ऊंचा रखने में सफल रही और उन्होंने भाजपा के रमेश बिधूड़ी को 3521 वोट से हराया। एक अन्य मंत्री गोपाल राय ने भाजपा के अनिल कुमार वशिष्ट को 18994, बल्लीमारान से इमरान हुसैन ने भाजपा के कमल बागड़ी को 29823 मतों से तथा सुल्तानपुर माजरा से मुकेश कुमार अहलावत ने भाजपा के करम सिंह कर्मा को 17126 मतों से पराजित किया।

छिपा ना सके हार का गम, फिर भी अरविंद केजरीवाल ने दिखाया बड़ा दिल

नई दिल्ली, 08 फरवरी: आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया और दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा चुनाव में अपनी हार स्वीकार कर ली है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएंगे। अरविंद केजरीवाल ने ना सिर्फ जनता के फैसले को स्वीकार किया बल्कि बड़ा दिल दिखाते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जीत की बधाई दी। हालांकि, अरविंद केजरीवाल के चेहरे पर हार की मायूसी साफ नजर आ रही थी। प्रचार दौरान कई बार चुनाव आयोग पर सवाल उठा चुके अरविंद केजरीवाल ने मतदान से ठीक पहले ईवीएम में गड़बड़ी की आशंका भी जाहिर की थी, लेकिन नतीजों के बाद उन्होंने किसी तरह का प्रश्नचिह्न लगाने की बजाय जनादेश को स्वीकार किया। केजरीवाल ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘आज दिल्ली चुनाव के नतीजे आए हैं। जनता का जो भी फैसला है उसे हम पूरी विनम्रता के साथ स्वीकार करते हैं। जनता का निर्णय सिर माथे पर।’ भाजपा पर तीखे शब्दबाण चलाते रहे अरविंद केजरीवाल ने भगवा पार्टी को उसकी जीत पर बधाई दी और उम्मीद जाहिर की कि वह उन वादों को पूरा करेगी जो करके सत्ता में आई है। केजरीवाल ने कहा, ‘मैं भारतीय जनता पार्टी को इस जीत के लिए बहुत बहुत बधाई देता हूं। मैं उम्मीद करता हूं कि जिस आशा के साथ लोगों ने बहुमत दिया है वो उनपर पूरा उतरेंगे।’ अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर अपनी सरकार के दौरान हुए कामकाज की तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘हमने पिछले 10 साल में जनता ने जो मौका दिया उसमें बहुत काम किए। शिक्षा के क्षेत्र में, स्वास्थ्य के क्षेत्र में, पानी, बिजली और अलग-अलग तरीके से लोगों को राहत पहुंचाने की कोशिश की। दिल्ली के इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी सुधारने की कोशिश की।’ पूर्व सीएम ने कहा कि वह कि वह जनता के सुख दुख में काम आते रहेंगे। उन्होंने कहा, ‘हम समाज सेवा, जनता के सुख दुख में काम आएंगे। क्योंकि हम राजनीति में सत्ता के लिए नहीं आए, हम राजनीति को जरिया मानते हैं जिससे जनता की सेवा कर सकें। हमें आगे भी इस तरह जनता के सुख दुख में काम आना है।’ केजरीवाल ने हार से निराश आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की भी तारीफ की और कहा कि उन्होंने बहुत मेनत की है। केजरीवाल ने कहा,’मैं आम आदमी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को बधाई देता हूं, वो बहुत शानदार चुनाव लड़ा। बहुत मेहनत की, बहुत कुछ सहा इस चुनाव के दौरान।’ लगातार तीन बार दिल्ली में सरकार बनाने वाली आम आदमी पार्टी इस बार करीब 2 दर्जन सीटों पर ही सिमट गई। भाजपा ने चार दर्जन से अधिक सीटों पर कमल खिलाकर 26 साल बाद वापसी की है।