नई दिल्ली, 30 सितंबर: पश्चिम बंगाल की तरह राजधानी का सीआर पार्क इलाका मां दुर्गा की भक्ति में रंग गया है। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां पहुंचे और मां दुर्गा के दर्शन कर आरती की। इस दौरान सीएम रेखा गुप्ता भी मौजूद रहीं। वहीं भारी भीड़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित दौरे के मद्देनजर दिल्ली यातायात पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है। सीआर पार्क की अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ने काली बाड़ी मंदिर का दौरा किया और पूजा-अर्चना की। इसके बाद, प्रधानमंत्री मोदी सीआर पार्क दुर्गा पूजा सहकारी समिति द्वारा काली मंदिर में स्थापित दुर्गा पूजा पंडाल में गए और मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की। उन्होंने पंडाल में मां दुर्गा की आरती भी की। दिल्ली के मिनी बंगाल के नाम से भी मशहूर चित्तरंजन पार्क अपने दुर्गा पूजन समारोहों के लिए जाना जाता है। यह इलाका भव्य पंडालों, खाने-पीने के स्टॉलों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सजा रहता है। इस जीवंत उत्सव को देखने शहर भर से हज़ारों पर्यटक आते हैं। यातायात पुलिस ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे प्रतिबंध के दौरान प्रभावित इलाकों से बचें और भीड़भाड़ कम करने के लिए सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें। साथ ही कहा है कि आउटर रिंग रोड (पंचशील से ग्रेटर कैलाश तक), लाल बहादुर शास्त्री मार्ग, जेबी टीटो मार्ग, इंद्र मोहन भारद्वाज मार्ग और सीआर पार्क मुख्य सड़क सहित कई हिस्सों पर दोपहर 3 बजे से आधी रात तक यातायात प्रतिबंध और डायवर्जन लागू रहेंगे।
भारी बारिश से लाल किला ग्राउंड में जलभराव, पुतलों को नुकसान; वॉटर पंपों से निकाला गया पानी
नई दिल्ली, 30 सितंबर: विश्व विख्यात लाल किला ग्राउंड स्थित लवकुश रामलीला समिति को सोमवार सुबह हुई मूसलाधार बारिश से बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। बारिश के चलते लीला ग्राउंड के कई हिस्सों में जलभराव हो गया। समिति के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने बताया कि पानी निकासी के लिए तुरंत कई वॉटर पंप लगाए गए। चार घंटे की लगातार मेहनत के बाद लगभग पूरे मैदान से पानी निकाल दिया गया और निर्धारित समय शाम 7:30 बजे से रामलीला का मंचन पूर्ववत प्रारंभ हुआ। अर्जुन कुमार ने जानकारी दी कि बारिश से तैयार हो रहे रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतलों को भारी नुकसान पहुंचा। लाखों रुपये का नुकसान होने के बावजूद मैदान में मौजूद कारीगरों ने दिनभर मेहनत कर पुतलों को फिर से दुरुस्त किया। उन्होंने बताया कि बुधवार को हमेशा की तरह लीला ग्राउंड में इन पुतलों की स्थापना कर दी जाएगी। अर्जुन कुमार ने कहा, “बारिश ने जरूर कठिनाई बढ़ाई, लेकिन हमारी टीम और कारीगरों की मेहनत से दर्शकों को रामलीला के आनंद में कोई बाधा नहीं आने दी जाएगी।”
लव कुश रामलीला में भयंकर ‘लक्ष्मण-मेघनाद युद्ध’, कुंभकरण को जगाने में डिजिटल साउंड का दमदार इस्तेमाल
नई दिल्ली, 30 सितंबर: विश्व विख्यात लव कुश रामलीला कमेटी के मंच पर बीती रात ‘लक्ष्मण-मेघनाद’ के बीच भयंकर युद्ध का मंचन किया गया। लाल किला मैदान में आयोजित इस भव्य लीला में कलाकारों के दमदार प्रदर्शन और उच्च तकनीक वाले साउंड इफेक्ट्स ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। लीला का अवलोकन करने के लिए केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी पहुँचे, जिन्होंने प्रभु श्रीराम का आशीर्वाद लिया और सभी राम भक्तों को दशहरा पर्व की अग्रिम बधाई दी। कुंभकरण को जगाने के लिए विशेष डिजिटल प्रयास लीला का मुख्य आकर्षण कुंभकरण को चिर निद्रा से जगाने वाला दृश्य रहा। लीला अध्यक्ष अर्जुन कुमार के अनुसार, पूर्व मेयर और भाजपा नेता जत्थेदार अवतार सिंह ने 131 किलो वजनी शरीर और बुलंद आवाज़ के साथ कुंभकरण का दमदार अभिनय किया, जिस पर सभी रामभक्तों ने तालियाँ बजाईं। कुंभकरण को जगाने के लिए स्टीरियो डिजिटल साउंड का व्यापक उपयोग किया गया। आठ ट्रैक साउंड के साथ, ज़मीन हिला देने वाली आवाज़, हाथी की चिंघाड़, शेर की दहाड़ का इस्तेमाल किया गया। इस दृश्य को सजीव बनाने के लिए सौ से ज़्यादा मटके फोड़े गए, तथा तीर, भाले और ढोल-नगाड़ों की आवाज़ का उपयोग किया गया। कुंभकरण के खाने के लिए 120 किलो मिठाई और खाना तथा सैकड़ों लीटर पानी भी पिलाया गया। मंचित लीला और दशहरा की विशेष तैयारी लीला अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने बताया कि गणेश वंदना से लीला का प्रारंभ हुआ। कल के मंचन में कुंभकरण वध, लक्ष्मण-मेघनाद युद्ध, मेघनाद वध और सुलोचना का शीश माँगने हेतु रावण से आज्ञा माँगना, राम शिविर में सुलोचना का आना और पति का शीश लेकर जाना तक की लीला का मंचन किया गया। समिति द्वारा दशहरा पर्व की तैयारियां भी अंतिम चरण में हैं। इस बार रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले बेहद आकर्षक बनाए गए हैं। रावण के पुतले में विशेष तकनीक का इस्तेमाल किया गया है: तीर लगने पर नाभि से अमृत गिरेगा। आँखें मटकेंगी और उनसे खून के आँसू निकलेंगे। हाथों में तलवारें घूमती नज़र आएंगी। गले में पहनी दस मालाएँ रंग-बिरंगी दिखेंगी। दहन के समय मुँह से “हे राम, हे राम” का उद्घोष होगा। लीला स्थल पर रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले लगाने का काम शुरू हो गया है। लीला के समापन पर महासचिव सुभाष गोयल, चेयरमैन पवन गुप्ता समेत सभी पदाधिकारियों ने आए हुए अतिथियों का सम्मान किया और प्रभु श्रीराम की आरती एवं चरण वंदना के साथ लीला सम्पन्न हुई।
छात्राओं से छेड़छाड़ में गिरफ्तार बाबा जांच में नहीं कर रहा सहयोग
नई दिल्ली, 30 सितंबर : वसंत कुंज स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट एंड रिसर्च की 17 छात्राओं से छेड़छाड़ का आरोपित चैतन्यानंद सरस्वती जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। पूछताछ में गोलमोल जवाब दे रहा है। उसे देखकर ऐसा नहीं लग रहा कि उसे अपने किए पर कोई पछतावा हो। आरोपित बाबा चैतन्यानंद सरस्वती की दो महिला सहयोगियों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस इन दोनों का आमना-सामना बाबा से करवाएगी। पुलिस के मुताबिक, बाबा के फोन से कई लड़कियों के व्हाट्सएप चैट्स मिले हैं। बाबा इन चैट्स में लड़कियों को झांसा देकर बरगलाने की कोशिश कर रहा था। जांच में सामने आया कि बाबा के पास दो पासपोर्ट हैं। पहला पासपोर्ट उसने स्वामी पार्थ सारथी के नाम से बनवाया, जबकि दूसरा स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती के नाम से जारी कराया। 62 वर्षीय चैतन्यानंद सरस्वती अगस्त से फरार था, जिसे 24 सितंबर को आगरा से गिरफ्तार किया गया। उल्लेखनीय है कि बाबा पर 17 छात्राओं ने अश्लील हरकत और मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया था। आरोपित चैतन्यानंद ने छात्राओं के विरोध को खूब दबाने की कोशिश भी की थी। पीड़िताओं के मुताबिक, जिस किसी ने भी विरोध की हिम्मत दिखाई, उन्हें लगातार प्रताड़ित किया गया। उनकी उपस्थिति काट दी जाती, अंक घटा दिए जाते और यहां तक कि डिग्री भी रोक ली जाती। श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट एंड रिसर्च, शृंगेरी पीठ के अधीन संचालित होता है। इसी पीठ ने आरोपित चैतन्यानंद के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
स्वदेशी मेला 2025: द्वारका में 7 से 13 अक्टूबर तक दिखेगी आत्मनिर्भर भारत की झलक : नीलेंद्र पाठक
नई दिल्ली, द्वारका 30 सितंबर: “स्वदेशी मेला-2025” आयोजन हेतु नियमित प्रतिदिन बैठकों, खेल-कूद एवं अन्य रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों को सम्पन्न किया जा रहा है। स्वदेशी जागरण मंच, दिल्ली एवं एवं सांस्कृत्रिक स्तोत्र एवं प्रशिक्षण केंद्र भारत सरकार संस्कॄति मंत्रालय के संयुक्त रूप से आयोजित “स्वदेशी मेला-2025” बैठकों की अध्यक्षता श्री रविन्द्र सोलंकी, मेला संयोजक एवं अध्यक्ष ने सभी कार्यकर्ताओं को प्रेरित किया कि स्वदेशी जागरण मंच, दिल्ली और “स्वदेशी मेला-2025” के मुख्य उद्देश्य *”भारत राष्ट्र को स्वावलंबी बनाना”है मेला के मीडिया प्रभारी नीलेन्द् पाठक ने बताया कि स्वदेशी मेला सीसीआरटी ग्राउंड द्वारका में 7 से 13 अक्टूबर, 2025 तक आयोजित होगा। इस सात दिवसीय इस मेले में देश के विभिन्न प्रांतो से शिल्पकार एवं स्वयं निर्मित वस्तुओं के तकनीकी प्रयोग को ध्यान में रखते हुए, राष्ट्रीय आत्मनिर्भरता एवं आर्थिक स्वावलंबन हेतु प्रयासरत लघु उद्योग कुटीर उद्योग (MSME), हस्त निर्मित उद्योग को प्रोत्साहन मिले इसके लिए आयोजन हो रहा है, मेले में जीवन व्यवहार में उपयोग होने वाली वस्तुओं के विपणन के साथ-साथ अन्य खेल-कूद, रंगारंग एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा। मीडिया प्रभारी ने कहा कि मेले में मुख्य आकर्षण “हाथ से बने बैग”; “मिट्टी के बर्तन”; “जुट से बनी हुई वस्तुएं”; “गोबर से बनी हुई दीपक/वस्तुएं/तस्वीरें आदि रहेंगी। साथ ही मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ स्कूल विद्यार्थियों की ओर से कई अहम प्रतियोगिता भी आयोजित होगी इस बार नवीनतम तकनीकी प्रयोग से स्टार्टअप के माध्यम से स्वरोजगार योजना बनाई गई है, जिसमें कार्यशाला संवाद कायम करने पर चर्चा होगी, जो विभिन्न सत्र में चलेगी मेले में स्वदेशी भारतीय व्यंजन परिधानों शिल्पकारों की ओर से स्टाइल लगाए जा रहे हैं। स्वदेशी मेला देश के तमाम शिल्पकारों के साथ साथ आम जनता में बहुत ही उत्साह बना रहता है। इस मेले के सुसंस्कृत आयोजन हेतु अनेकों स्वदेशी कार्यकताओं का भरपूर योगदान बना रहता है जिसमें योगेश सैनी, नवीन गर्ग, डॉ मंजीत सिंह, डॉ खगेश कुमार, प्रदीप तयाल, डॉ मनोज तिवारी, प्रमोद कुमार, सीए हितेंद्र, संजय कुमार, श्रीमती मधुराज, अनिल यादव आदि शामिल हैं।
सीडब्ल्यूएसएन की खाली पदों को तत्काल भरें और अनियमितताओं की जांच करें : अंकुश नारंग
नई दिल्ली, 27 सितंबर: आम आदमी पार्टी (आआपा) के नेता और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने शनिवार को एमसीडी के शिक्षा विभाग में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों (सीडब्ल्यूएसएन) के लिए शिक्षकों की नियुक्ति और प्रबंधन में अनियमितताओं को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने सीडब्ल्यूएसएन की खाली पदों को तत्काल भरने और अनियमितताओं की जांच की मांग की। अंकुश नारंग ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में कहा कि दिल्ली में एमसीडी के 1,514 स्कूल हैं, जिनमें विशेष आवश्यकता वाले बच्चों (सीडब्ल्यूएसएन) के लिए विशेष शिक्षकों की नियुक्ति अनिवार्य है। 55 स्कूलों में एक भी विशेष शिक्षक नहीं है, जबकि कई स्कूलों में दो-दो विशेष शिक्षक नियुक्त हैं, जो एमसीडी के वित्त विभाग के नियमों के खिलाफ है। उन्होंने एमसीडी पर भ्रष्टाचार और लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि इसकी वजह से सीडब्ल्यूएसएन छात्रों की संख्या 10,000 से घटकर 7500 रह गई है। उन्होंने बताया कि 1514 स्वीकृत पदों के मुकाबले केवल 1460 शिक्षक ही कार्यरत हैं, जिससे शिक्षकों की कमी साफ झलकती है। उन्होंने कहा कि कुछ स्कूलों में जहां केवल 5-10 सीडब्ल्यूएसएन छात्र हैं, वहां दो-दो विशेष शिक्षकों को वेतन दिया जा रहा है। इसके अलावा, कई शिक्षकों के पास वैध रिहैबिलिटेशन काउंसिल ऑफ इंडिया (आरसीआई) सर्टिफिकेट नहीं है, फिर भी विभाग इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है। नारंग ने सवाल उठाया कि जब सीडब्ल्यूएसएन छात्रों के लिए विशेष शिक्षक नियुक्त किए गए थे, तो उन्हें स्कूलों से हटाकर दफ्तरों में क्यों बिठाया गया है? नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि एमसीडी शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण विशेष आवश्यकता वाले बच्चों का भविष्य खतरे में है।
नई पीढ़ी को विकसित दिल्ली निर्माण की प्रेरणा दे रहीं रामलीलाएं : मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता
नई दिल्ली, 27 सितंबर: डीडीए रामलीला ग्राउंड, सेक्टर-23 रोहिणी में चल रही सनातन संस्कारम् रामलीला के पांचवें दिन, शुक्रवार को मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने भागीदारी की। सीएम ने इस अवसर पर कहा कि दिल्लीभर में हो रही रामलीलाओं के आयोजन प्रभु श्रीराम के आदर्शों से जुड़कर समाज को सत्य, सेवा और सुशासन की प्रेरणा तो दे ही रहे हैं, साथ ही नई पीढ़ी को अपनी महान सांस्कृतिक परम्पराओं और नैतिक मूल्यों से भी जोड़ रहे हैं। उन्हें विकसित दिल्ली निर्माण की प्रेरणा भी दे रहे हैं। दिल्ली सरकार की रामलीला समिति के चेयरमैन एवं समाज कल्याण मंत्री रविन्द्र इन्द्राज ने दिल्ली में रामलीलाओं के अब तक के सबसे भव्य और ऐतिहासिक आयोजन के लिए मुख्यमंत्री जी का आभार जताया। रामलीला के इस भव्य आयोजन के लिए सभी आयोजकों और समिति को साधुवाद देते हुए मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के दर्शन और रामलीला का मंचन भक्ति, मर्यादा और धर्म का जीवंत संदेश है। इस सन्देश को पूरे समर्पण के साथ लोगों तक पहुँचाना महत्वपूर्ण योगदान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन से प्रारंभ सेवा पखवाड़ा के तहत चल रहे अभियानों और सामाजिक कार्यों को रामलीला से जोड़ने से यह आयोजन और भी ख़ास हो गये हैं। रामलीला कार्यक्रमों में वोकल फॉर लोकल, स्वच्छता, जल संरक्षण, हरित दिल्ली और नशा मुक्ति जैसे जनसंदेशों का व्यापक प्रसार हो रहा है। जनसहयोग से, जैसे बड़े धार्मिक उत्सवों का सफल आयोजन हुआ है, उसी तरह जनसहयोग से विकसित दिल्ली का संकल्प भी पूरा होगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि दिल्ली की ऐतिहासिक रामलीला परंपरा, राजधानी की सांस्कृतिक धरोहर है। आयोजकों और श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश हैं। दिल्ली सरकार की रामलीला समिति के अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री रविन्द्र इन्द्राज सिंह ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि पहली बार दिल्ली में रामलीलाओं का इतना शानदार आयोजन हुआ है। दिल्ली की वर्षो पुरानी रामलीला परम्परा को एक नई पहचान मिली है। आवश्यक औपचारिकताओं के लिए पहली बार सिंगल विंडो सिस्टम की व्यवस्था की गई। रामलीला आयोजन के लिए 1200 यूनिट मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने, बिजली कनेक्शन पर केवल 25 प्रतिशत सिक्योरिटी डिपॉजिट और आयोजन के लिए सिक्योरिटी राशि 20 रुपये प्रति वर्गमीटर से घटाकर 15 रुपये प्रति वर्गमीटर किया गया। उन्होंने कहा कि संकल्प से सिद्धि हमारी पहचान है और मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने सेवा का जो संकल्प लिया है, उसकी सिद्धि की यात्रा लगातार जारी रहेगी।
रामलीलाओं की परंपरा दिल्ली की सांस्कृतिक पहचान: रेखा गुप्ता
नई दिल्ली, 25 सितंबर: पश्चिमी दिल्ली के द्वारका सेक्टर-10 स्थित रामलीला ग्राउण्ड में द्वारका श्री रामलीला सोसायटी के तत्वावधान में आयोजित की जा रही 14वीं भव्य रामलीला में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं। इस अवसर पर रेखा गुप्ता के साथ आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह भी पंडाल में पहुंचे। इस दौरान रेखा गुप्ता ने कहा कि रामलीलाओं की परंपरा दिल्ली की सांस्कृतिक पहचान है। इसे भव्यता और दिव्यता के साथ निरंतर बनाए रखना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि दिल्ली को गर्व है कि यहां रामलीला जैसी समृद्ध परंपराएं समाज को सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रूप से जोड़ती हैं। यही कारण है कि हमने रामलीला समेत अन्य धार्मिक आयोजनों की परमिशन लेने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम कर दिया है। अब रामलीला समितियों को परमिशन लेने के लिए धक्के नहीं खाने पड़ते। उन्होंने इनके भव्य आयोजन से दिल्ली, बल्कि पूरे देश के लाखों श्रद्धालुओं को प्रभु श्रीराम के आदर्शों से जुडऩे का अवसर मिलता है। दिल्ली सरकार सभी धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों को सुचारू रूप से सम्पन्न कराने के लिए लगातार प्रतिबद्ध है। साथ ही रेखा गुप्ता ने कहा कि द्वारका की यह रामलीला दिल्ली की सबसे बड़ी और अनुकरणीय रामलीलाओं में से एक है। इसकी नींव रखने वाले राजेश गहलोत को मेरा कोटि-कोटि नमन। उनके संस्कारों और संकल्पों को आज उनके सुपुत्र आकाश राजेश गहलोत ने एक भव्य रूप प्रदान किया है। यह आयोजन केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक जागरूकता का भी अद्वितीय उदाहरण है, जो आने वाली पीढिय़ों को सकारात्मक सोच और आदर्श जीवन की प्रेरणा देता है। बता दें कि भारतीय संस्कृति और सनातन परंपरा का जीवंत प्रतीक बन चुकी द्वारका श्री रामलीला इस वर्ष अपने 14वें संस्करण में पूरे भव्य रूप से आयोजित की जा रही है। द्वारका सेक्टर-10 स्थित विशाल मैदान में हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन भगवान श्रीराम की लीला का साक्षात्कार कर रहे हैं। आयोजन का श्रेय जाता है द्वारका श्री रामलीला सोसायटी (पंजी.) और इसके मुख्य संरक्षक एवं चेयरमैन आकाश राजेश गहलोत को, जिनके अथक प्रयासों से यह रामलीला राजधानी की सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय रामलीलाओं में शुमार हो चुकी है। उधर, गुरुवार को रामलीला में चौथे दिन दशरथ कैकेयी संवाद, राम बनवास, केवट प्रसंग का सुंदर मंचन हुआ। जबकि इससे पहले बुधवार को तीसरे दिन द्वारका श्री रामलीला में सीता जन्म, ताडक़ा वध और अहिल्या उद्धार के मंचन ने भक्ति और आस्था से सरोबार किया। आकाश राजेश गहलोत ने बताया कि इस वर्ष की रामलीला में आधुनिक तकनीक और पारंपरिक भाव का अद्वितीय संगम देखने को मिला। मंच पर 3डी प्रकाश व्यवस्था, अत्याधुनिक ध्वनि प्रणाली और आकर्षक सेट्स ने लीला को और भी जीवंत बना दिया। वहीं, दर्शकों की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए विशाल बैठने की व्यवस्था, स्वच्छता और चिकित्सा सेवाओं का विशेष ध्यान रखा गया। उन्होंने कहा कि द्वारका श्री रामलीला केवल धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह समाज को जोडऩे और संस्कृति को सशक्त बनाने का भी माध्यम है। यहां प्रस्तुत हर प्रसंग बच्चों और युवाओं को यह सिखाता है कि धर्म, सत्य और न्याय की राह पर चलना ही जीवन का सच्चा आदर्श है।
दिल्ली में हमारी सरकार का पहला साल बुनियादी ढांचे में सुधार पर केंद्रित है : मुख्यमंत्री गुप्ता
नई दिल्ली, 25 सितंबर: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बृहस्पतिवार को पंजाबी बाग श्मशान घाट पर एक स्वचालित बहुस्तरीय कार पार्किंग सुविधा का उद्घाटन किया और कहा कि उनकी सरकार अपने पहले वर्ष में राष्ट्रीय राजधानी के बुनियादी ढांचे को उन्नत करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। गुप्ता ने कहा कि दिल्ली पिछले 27 वर्षों से सड़कों, फ्लाई ओवर, स्कूलों, अस्पतालों और पार्किंग की समस्याओं से जूझ रही है और लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए इनकी मरम्मत और सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, ‘‘शहर में पार्किंग की समस्या को लेकर कई बार झगड़े होते हैं। ऐसे में इस स्वचालित बहुस्तरीय कार पार्किंग का शुरू होना एक बड़ी उपलब्धि है। तमाम बाजारों और कॉलोनियों में ऐसी सुविधाओं की आवश्यकता है।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों और मंत्रियों को निविदा प्रक्रिया सहित डेढ़ साल के भीतर शहर में ऐसी 100 पार्किंग सुविधाएं बनाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अधिकारियों से पूछा कि ऐसी पार्किंग बनाने में कितना समय लगता है। जवाब मिला कि कई साल लगेंगे। जब हमारे प्रधानमंत्री एक साल के भीतर नई संसद बना सकते हैं, तो इसमें इतना समय क्यों लगना चाहिए? मैंने उनसे कहा कि अगर वे एक साल के भीतर ऐसी पार्किंग सुविधाएं तैयार कर देते हैं, तो मैं हर साल 20 और पार्किंग के लिए धनराशि स्वीकृत करूंगी।’’
असोला भट्टी वाइल्डलाइफ सेंचुरी में भूपेंद्र यादव ने किया पौधारोपण
नई दिल्ली, 25 सितंबर: सेवा पर्व 2025 के अवसर पर केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने गुरुवार को असोला भट्टी वाइल्डलाइफ सेंचुरी में पौधा लगाया। यह पौधारोपण कार्यक्रम राष्ट्रीय अभियान ‘एक पेड़ माँ के नाम’ का हिस्सा है। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों, केन्द्रीय मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों, दिल्ली सरकार के राज्य वन विभाग के प्रतिनिधियों तथा असोला भट्टी में तैनात 132 ईको टास्क फोर्स राजपूत रेजिमेंट के जवानों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस मौके पर भूपेंद्र यादव ने उपस्थित छात्र-छात्राओं और ईटीएफ कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रकृति का संरक्षण करने और समाज में पर्यावरण सुरक्षा को सामूहिक आंदोलन बनाने की आवश्यकता है। सभी को इस आंदोलन में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करनी चाहिए। इस मौके पर मंत्रालय और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। कार्यक्रम का समापन सामुदायिक स्तर पर पर्यावरण संरक्षण की गतिविधियों को जारी रखने की प्रतिबद्धता के साथ हुआ। ‘एक पेड़ माँ के नाम’ पहल पर बल देते हुए नागरिकों को अपनी माताओं के सम्मान में पेड़ लगाने और उनकी देखभाल करने के लिए प्रेरित किया गया।