मथुरा/नई दिल्ली, 29 जून: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रविवार को मथुरा के वृंदावन में प्रतिष्ठित श्री बांके बिहारी मंदिर में दर्शन-पूजन किया और ‘विकसित भारत’ और ‘विकसित दिल्ली’ के लिए आशीर्वाद मांगा। गुप्ता ने अपने आधिकारिक “एक्स” हैंडल पर श्री बांके बिहारी मंदिर में दर्शन-पूजन का वीडियो साझा करते हुए कहा,”जय श्री राधे। जय श्री बांके बिहारी लाल की। प्रभुचरणों में यही प्रार्थना है कि उनकी कृपा दिल्ली सहित समस्त देशवासियों पर बनी रहे।” दिल्ली की मुख्यमंत्री शनिवार को दो दिवसीय दौरे पर मथुरा में बायो-सीएनजी प्लांट का उद्घाटन करने के लिए आई और उन्होंने यमुना के प्रदूषण से निपटने के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। मंदिर में रविवार को पूजा-अर्चना करने के बाद गुप्ता ने अपनी संतुष्टि का भाव व्यक्त किया। उन्होंने कहा, ‘श्री बांके बिहारी मंदिर में दर्शन करने के बाद मुझे बहुत अच्छा लग रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं अपने सहयोगियों के साथ मिलकर विकसित भारत और विकसित दिल्ली के लिए प्रार्थना करती हूं।’ सार्वजनिक सेवा के प्रति अपनी सरकार के समर्पण पर जोर देते हुए गुप्ता ने कहा, ‘भगवान भारत के नागरिकों और हम पर अपना आशीर्वाद बनाए रखें ताकि हम पूरी लगन के साथ दिल्ली के लोगों की सेवा कर सकें।’ मुख्यमंत्री शनिवार को कोसी कलां के निकट कमर गांव में 2.5 टन प्रतिदिन क्षमता वाले बायो-सीएनजी प्लांट के उद्घाटन में भाग लेने के लिए आई थीं। इस कार्यक्रम के दौरान, उन्होंने यमुना प्रदूषण के लिए पिछली सरकारों की कड़ी आलोचना की थी। मंदिर में दर्शन के बाद मुख्यमंत्री का दिल्ली लौटने का कार्यक्रम है।
राष्ट्रीय राजधानी में मानसून ने दस्तक दी, नौ दिन पहले ही पूरे देश में पहुंच गया मानसून
नई दिल्ली, 29 जून: दिल्ली में मानसून सामान्य तिथि 27 जून के दो दिन बाद पहुंच गया और देश के शेष हिस्सों में यह सामान्य तिथि आठ जुलाई से नौ दिन पहले फैल चुका है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को यह जानकारी दी। आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, 2020 के बाद यह पहला मौका है जब मानसून पूरे देश में इतनी जल्दी फैल चुका है। आमतौर पर मानसून एक जून को केरल पहुंचता है और आठ जुलाई तक पूरे देश में फैल जाता है। इसकी वापसी उत्तर पश्चिम भारत से लगभग 17 सितंबर से शुरू होती है और 15 अक्टूबर तक यह पूरी हो जाती है। इस वर्ष मानसून 24 मई को केरल पहुंचा, जो भारतीय उपमहाद्वीप में इसका 2009 के बाद सबसे जल्दी आगमन है। वर्ष 2009 में मानसून 23 मई को केरल पहुंचा था। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी पर बने निम्न दबाव तंत्रों के कारण मानसून अगले कुछ दिनों तेजी से आगे बढ़ा और 29 मई तक मुंबई समेत मध्य महाराष्ट्र तथा पूर्वोत्तर भारत तक पहुंच गया। हालांकि इसके बाद मानसून के आगे बढ़ने की गति लगभग 18 दिनों तक ( 29 मई से 16 जून तक) स्थिर रही। बाद के दिनों में मानसून धीरे-धीरे देश के शेष हिस्सों में पहुंचा, लेकिन दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में इसके आगमन में देरी हुई। इसकी वजह इस क्षेत्र में सक्रिय प्रतिचक्रवातीय हवाएं थीं, जिन्होंने मानसूनी धाराओं के प्रवाह में बाधा डाली।
‘झूठी और नकली है पीएम मोदी की गारंटी’- जंतर मंतर प्रदर्शन में बोले केजरीवाल
नई दिल्ली, 29 जून : आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली में झुग्गियों के खिलाफ चल रहे एक्शन को देखते हुए बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आप ने सरकार के इस कदम के विरोध में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया। इसमें पार्टी के तमाम बड़े चेहरे अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सौरभ भारद्वाज, संजय सिंह शामिल हुए। इस दौरान केजरीवाल ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा। केजरीवाल ने बीजेपी सरकार पर दिल्ली को बर्बाद करना का आरोप लगाया और मोदी की गारंटी को फर्जी बताया। दिल्ली के कई इलाकों में ताबड़तोड़ बुलडोजर एक्शन चल रहा है। बीजेपी सरकार झुग्गियों पर बुलडोजर चला रही है। जिसके बाद से लोगों में आक्रोश है और अब बीजेपी के इस कदम का आम आदमी पार्टी ने विरोध किया है। सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दिल्ली में झुग्गियों को तोड़े जाने के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने जंतर मंतर पर ‘घर रोजगार बचाओ आंदोलन’ का आयोजन किया। इसमें पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल समेत अन्य नेता शामिल हुए। साथ ही पूरी दिल्ली से झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोगों को बुलाया गया है। आम आदमी पार्टी का आरोप है कि बीजेपी ने लोगों को गुमराह किया और सत्ता में आने के बाद झुग्गियों को तोड़ा जा रहा है जिससे हजारों लोग बेघर हो रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ने कहा- बीजेपी सरकार ने झुग्गियां तोड़कर लोगों की जिंदगी बर्बाद कर दी. जो झुग्गी में रहते हैं, वे आसपास ही नौकरी करते हैं. लेकिन झुग्गी टूटने से रोजगार चला जाता है। इन्होंने एक तरह से आपको खौलते हुए तेल में डाल दिया है. चुनाव के वक्त पीएम मोदी ने कहा था कि जहां झुग्गी, वहां मकान लेकिन उसका मतलब यह था कि जहां झुग्गी, वहां मैदान। मोदी की गारंटी फर्जी और नकली है। मोदी की गारंटी झूठी है। चुनाव से पहले इनके नेता आपके घरों में आकर सोते थे. मैंने कहा था कि इनके नेता आपकी झुग्गियां देखने के लिए आ रहे हैं। केजरीवाल ने आगे कहा कि दिल्ली में 40 लाख लोग झुग्गियों में रहते हैं। सब लोग जमा हो जाओ। जिस दिन आप सड़क पर आ गए तो इनकी मुश्किलें बढ़ जाएंगी।
आपातकाल में एक काला अध्याय जोड़ा गया: रेखा
नई दिल्ली, 28 जून: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि आपातकाल के दौरान संविधान का गला घोंटकर लोकतंत्र की हत्या कर देश में एक काला अध्याय जोड़ दिया गया। श्रीमती रेखा गुप्ता ने शनिवार को यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) महिला मोर्चा की ओर से आयोजित मॉक पार्लियामेंट में शामिल होने के बाद पत्रकारों से कहा कि इसमें आपातकाल 50 वर्ष पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि उन्हें इसमें भाग लेकर बहुत अच्छा लगा कि वह महिलाएं जो राजनीतिक प्लेटफार्म पर काम करती है उनको भी इस बात का पुख्ता ज्ञान होना चाहिए कि 25 जून 1975 को इस देश में क्या हुआ। आपातकाल के दौरान लगातार 21 महीने तक देश को जेल में तब्दील किया गया लाखों लोगों को जेल भेज दिया गया। उसके पीछे सिर्फ एक कारण सत्ता और सिंहासन का लोभ था। उन्होंने कहा कि इस दौरान संविधान का गला घोंटा गया और लोकतंत्र की हत्या कर देश में एक काला अध्याय जोड़ दिया गया। आज इस माॅक पार्लियामेंट के माध्यम से महिलाओं ने उस अध्याय का ज्ञान हासिल किया कि कैसे भारत में लोगों ने अन्याय देखा और सहा था। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम देश के अलग-अलग हिस्सों में होना चाहिए। कोई भी सरकार देश में संविधान से ऊपर नहीं है। संविधान की अवमानना करने वाले का दंश देश को झेलना पड़ता है। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, “आपातकाल की 50वीं बरसी पर दिल्ली प्रदेश महिला मोर्चा द्वारा महाराष्ट्र सदन में आयोजित मॉक पार्लियामेंट में लोकतंत्र की हत्या के उस काले अध्याय पर अपने विचार साझा किए। 1975 में सिर्फ एक परिवार की सत्ता बचाने के लिए कांग्रेस सरकार ने पूरे देश को एक खुली जेल में तब्दील कर दिया था। हज़ारों देशभक्तों को बिना किसी मुकदमे के जेलों में डाल दिया गया। आज जो लोग संविधान की दुहाई देते हैं, उन्हें याद रखना चाहिए कि भारत की आत्मा को सबसे गहरा आघात कांग्रेस की ही तानाशाही ने पहुँचाया था। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, न्याय और संविधान के मूल्यों का गला घोंटकर संविधान की हत्या कर दी थी।” उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नारी शक्ति, राष्ट्र शक्ति बन रही है। महिलाओं को आवास, शौचालय, गैस कनेक्शन और स्वच्छ जल जैसी बुनियादी सुविधाएं मिली हैं। मुस्लिम बहनों को तीन तलाक से मुक्ति और महिलाओं को संसद व विधानसभाओं में 33 प्रतिशत आरक्षण के माध्यम से लोकतंत्र में बराबरी की भागीदारी सुनिश्चित हुई है। अब समय है हम महिलाएं न केवल जागरूक बनें, बल्कि जिम्मेदारी लें और राष्ट्र निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाएं।”
कांवड़ियों की सुरक्षा व सुविधा के लिए सरकार प्रतिबद्ध : रेखा
नई दिल्ली, 24 जून : दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा है कि कांवड़ यात्रा सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं है बल्कि सेवा, समर्पण और सामाजिक सदभागिता का पर्व है तथा सरकार चाहती है कि सभी शिव भक्तों को दिल्ली में सम्मान, सुविधा एवं सुरक्षा मिले। श्रीमती गुप्ता ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांवड़ यात्रा सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं है बल्कि सेवा, समर्पण और सामाजिक सदभागिता का पर्व है। सरकार चाहती है कि सभी शिव भक्तों को दिल्ली में सम्मान, सुविधा और सुरक्षा मिले। दिल्ली सरकार इस वर्ष न केवल इस यात्रा को भव्य, पारदर्शी एवं व्यवस्थित बनाएगी परंतु स्वयं यात्रियों का दिल्ली के बार्डर पर जाकर स्वागत और अभिनंदन करेंगे। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में कांवड़ यात्रा की व्यवस्था के नाम पर भ्रष्टाचार किया जाता था लेकिन अब सारे भ्रष्टाचार को खत्म करते हुए कांवड़ यात्रा में जुड़ी समितियों को सीधे पैसा दिया जाएगा ताकि बेहतर व्यवस्था की जा सके। कांवड़ यात्रियों के लिए टेंट समेत अन्य इंतजाम करने वाली समितियों को एकल विंडो सिस्टम के तहत सभी प्रकार की अनुमति सीधे जिलाधिकारी के कार्यालय से मिलेगी ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा वाली समितियों को कम से काम पचास हजार और अधिकतम दस लाख रुपये की राशि दिया जाएगा। इसमें देखा जाएगा कि कांवड़ शिविर कितने दिनों के लिए लगाया गया है उसी के हिसाब से पैसै दिये जाएंगे। उन्होंने कहा कि समितियों को पचास प्रतिशत की राशि पहले दी जाएगी और बाकी राशि काम पूरा होने के बाद दिया जाएगा। सरकार पंजीकृत समितियों को ही राशि देगी। उन्होंने कहा कि अगर जिस समिति का पंजीकरण नहीं हुआ वह 30 जुलाई तक पंजीकरण करा लें। श्रीमती गुप्ता ने कहा कि कांवड़ यात्रा से जुड़ी व्यवस्था की निगरानी के लिए मुख्यमंत्री धार्मिक उत्सव समिति बनाई गई है। इस समिति में कैबिनेट मंत्री कपिल मिश्रा के साथ चार विधायकों को रखा गया है। उन्होंने कहा कि इस बार कांवड़ समितियों को टेंट लगाने वाले स्थान के लिए बारह सौ यूनिट बिजली दी जाएगी जिसका खर्च सरकार स्वयं वहन करेगी। कांवड़ यात्रियों के लिए पूरी सुरक्षा दी जाएगी और साथ ही आवागमन में कोई बाधा नहीं इसका भी ध्यान रखा जाएगा।
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि: केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने किया याद
नई दिल्ली, 23 जून : भारतीय जनसंघ के संस्थापक और प्रखर राष्ट्रवादी डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि (बलिदान दिवस) पर दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर दोनों नेताओं ने डॉ. मुखर्जी के राष्ट्रवादी विचारों, जम्मू-कश्मीर के पूर्ण एकीकरण के लिए उनके बलिदान और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वैचारिक नींव को मजबूत करने में उनके योगदान को याद किया। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश की एकता और अखंडता के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। उन्होंने उस समय की कांग्रेस सरकार और तत्कालीन नेतृत्व विशेषकर जवाहरलाल नेहरू के कई नीतियों से असहमति जताई थी। फिर भी, गांधी जी के आह्वान पर उन्होंने स्वतंत्र भारत की पहली सरकार में हिस्सा लिया, जिसमें डॉ. राजेंद्र प्रसाद जैसे महानुभाव भी शामिल थे। लेकिन, समय के साथ नेहरू जी ने उन्हें और डॉ. बी.आर. अंबेडकर जैसे नेताओं को उचित भूमिका नहीं दी, जिसके कारण वे सरकार से बाहर हो गए। केंद्रीय मंत्री ने कहा, “1950 के दशक में जब कांग्रेस का आजादी की लड़ाई में एकछत्र प्रभुत्व था, तब डॉ. मुखर्जी ने वैकल्पिक राजनीतिक विचारधारा प्रस्तुत की। भारतीय जनसंघ केवल एक संगठन नहीं, बल्कि एक विचार था, जिसका प्रभाव आज सात दशकों बाद भी देश और राज्यों में देखा जा सकता है। डॉ. मुखर्जी ने निडर होकर नेहरू की नीतियों का विरोध किया और कहा, “मैं आपकी कुचलने वाली मानसिकता को ही कुचल दूंगा।” उनके इस साहस ने उन्हें युगपुरुष बनाया।” प्रधान ने हाल के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए कहा कि यह भारत की सैन्य शक्ति का प्रतीक है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इच्छाशक्ति ने संभव बनाया। उन्होंने कहा, “नक्सलवाद और उग्रवाद को लगभग समाप्त कर दिया गया है। राम मंदिर का पुनर्निर्माण और धरोहरों का सम्मान भी डॉ. मुखर्जी के विचारों की जीत है।” उन्होंने दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानव दर्शन का उल्लेख करते हुए कहा कि यह आज भी भाजपा की शासन व्यवस्था का आधार है, जहां गरीब और सामान्य व्यक्ति केंद्र में है। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि पिछले 17 वर्षों में एनडीए और भाजपा ने केंद्र और राज्यों में सुशासन और विकास के लिए काम किया है। धारा 370 के निरस्त होने (2019) और श्री राम मंदिर के पुनर्निर्माण जैसे कदमों ने डॉ. मुखर्जी के सपनों को साकार किया है। वहीं, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने डॉ. मुखर्जी को देश की एकता और अखंडता के लिए प्रेरणा बताया। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने धारा 370 को हटाकर उनके बलिदान को सच्ची श्रद्धांजलि दी। उनके नारे ‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान, दो निशान नहीं चलेंगे’ को साकार करने में मोदी जी और गृहमंत्री अमित शाह की भूमिका ऐतिहासिक रही। डॉ. मुखर्जी का विचार केवल जम्मू-कश्मीर तक सीमित नहीं था, बल्कि शिक्षा, भाषा, लघु उद्योग, और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में उनका चिंतन मौलिक था।” सांसद बांसुरी स्वराज ने भी डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने डॉ. मुखर्जी के अखंड भारत के सपने और राष्ट्रवादी विचारधारा को याद किया। बांसुरी स्वराज ने अपने संबोधन में कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारतीय विचारधारा के ध्वजवाहक थे। उन्होंने अखंड भारत का संकल्प लिया था और कहा था, “एक देश में दो विधान, दो प्रधान, दो निशान नहीं चलेंगे।” उनका यह सपना 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा धारा 370 को हटाने के साथ पूरा हुआ। स्वराज ने कहा, “आज कश्मीर प्रगति के पथ पर अग्रसर है, और यह डॉ. मुखर्जी के बलिदान का परिणाम है। उनकी पुण्यतिथि पर मैं उनके चरणों में कोटि-कोटि वंदन करती हूं।”
भारतीय संस्कृति की समझ डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को पढ़ने से आएगी: वीरेंद्र सचदेवा
नई दिल्ली, 23 जून: महान शिक्षाविद, प्रखर राष्ट्रवादी विचारक, भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर दिल्ली की भाजपा इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि भारतीय संस्कृति की समझ डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को पढ़ने से आएगी। प्रदेश अध्यक्ष ने उनकी महानता को याद करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति की गहरी समझ उनके विचारों और कार्यों से प्राप्त होती है। डॉ. मुखर्जी एक प्रखर राष्ट्रवादी, शिक्षाविद और भारतीय जनसंघ के संस्थापक थे, जिनके योगदान को सदैव स्मरण किया जाएगा। सोमवार को श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा सहित भाजपा सांसदों, विधायकों और मंत्रियों ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ”हम हर साल 23 जून को यहां स्वर्गीय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि देने और उन्हें याद करने के लिए इकट्ठा होते हैं। और हर बार मैं आप सभी से कहता हूं कि अगर आप राष्ट्रवाद को समझना चाहते हैं, अगर आप राष्ट्रनीति को समझना चाहते हैं, अगर आप सही मायने में भारतीय संस्कृति को समझना चाहते हैं, तो आपको डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बारे में अवश्य पढ़ना चाहिए। वे एक महान विचारक, एक निडर नेता और एक सच्चे देशभक्त थे।” वीरेंद्र सचदेवा ने संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत की बात भी कही। बोले, “हम सभी को मालूम है कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कहा था कि एक देश में दो विधान, दो निशान, दो प्रधान नहीं चलेंगे। उन्होंने नेहरू की इस नीति के खिलाफ आंदोलन किया। जिन परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हुई उसे हमेशा संदेह की स्थिति से देखा गया है।” आज मैं आप लोगों के समक्ष डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मां का वो पत्र पढ़कर सुनाना चाहता हूं जिसे तत्कालीन पीएम पंडित नेहरू को लिखा था। पत्र में उनकी मां ने लिखा,”मैं तुम्हारी सफाई नहीं चाहती हूं मैं जांच चाहती हूं मेरे पुत्र को गिरफ्तार करके उसे राज्य में भेजा गया जहां संविधान का कोई अधिकार नहीं था। उसे जिस परिस्थिति में रखा गया। वह असंवैधानिक था। जब उसकी तबीयत बिगड़ी उसे समुचित उपचार नहीं मिला। उसके निधन के बारे में जो जानकारी दी गई वह स्पष्ट विरोधाभासी थी। मैं तुम्हारी दलीलों को झूठा मानती हूं। कुछ छिपाने के लिए नहीं है तो न्यायिक जांच के आदेश क्यों नहीं देते हैं। भगवान और जनता के सामने जवाब देना होगा। मेरा पुत्र राष्ट्र की धरोहर था। मैं तुम्हारी सरकार पर आरोप लगाती हूं, सच को दबाया गया। जो सरकार सत्य से भागे वह न्याय कैसे करेगी।”
हम बेहतर बुनियादी ढांचे, श्रेष्ठ खिलाड़ियों का विकास कर रहे हैं : रेखा गुप्ता
नई दिल्ली, 22 जून : दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रविवार को कहा कि केन्द्र सरकार 2036 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेजबानी के अधिकार हासिल करने का प्रयास कर रही और हम खेल के लिए बेहतर बुनियादी ढांचे, श्रेष्ठ खिलाड़ियों का विकास कर रहे हैं। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) द्वारा आज यहां जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित ‘ओलंपिक दिवस दौड़’ को केन्द्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया, आईओए की अध्यक्ष पीटी उषा और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हरी झंड़ी दिखाई। आज यहां इस अवसर पर मीडिया से बातचीत में श्रीमती रेखा गुप्ता ने कहा, “आज नई दिल्ली में ओलंपिक दिवस मनाया गया, मुझे बहुत खुशी है कि इस अवसर पर इतनी अच्छी भीड़ है। देश बेहतर बुनियादी ढांचे, सुविधाओं और श्रेष्ठ खिलाड़ियों को विकसित करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, और हम 2036 में ओलंपिक की मेजबानी करने के लिए तैयार हैं। हम चाहते हैं कि मेजबानी के अधिकार हमें दिए जाएं। हम अच्छा बुनियादी ढांचा और अच्छे खिलाड़ी विकसित करेंगे, प्रत्येक राज्य और हर गांव में खिलाड़ियों को बहुत अच्छी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।” उल्लेखनीय है कि भारत सरकार ने औपचारिक रूप से 2036 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेजबानी में रुचि व्यक्त की है और बोली लगाने की तैयारी कर रही है। अहमदाबाद संभावित मेजबान शहर के रूप में एक मजबूत दावेदार है। वहीं, केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने स्वास्थ्य एवं फिटनेस को बढ़ावा देने के लिए साइकिलिंग पहल की शुरुआत की। उन्होंने दिल्ली में आयोजित विशेष ओलंपिक दिवस रन में भी भाग लिया, जिसमें उन्होंने देश भर में शारीरिक गतिविधि और खेल समावेशिता को बढ़ावा देने के लिए आईओसी के ‘लेट्स मूव’ अभियान का समर्थन किया। मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा, “आज विशेष रविवार है, क्योंकि कल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस था। देशभर में दस लाख से अधिक स्थानों पर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में योगाभ्यास किया गया, जिसमें मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के महत्व पर जोर दिया गया। “संडे ऑन साइकिल” अभियान एक आंदोलन बन गया है, जिसमें देश भर के युवा और नागरिक हर रविवार को एक घंटे साइकिल चलाकर खुद को स्वस्थ रखने और मोटापे के खिलाफ जागरूकता फैलाने का काम करते हैं।” वहीं, भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा, “आज हम पूरे देश में ओलंपिक आंदोलन का जश्न मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह न केवल आधुनिक ओलंपिक भावना का सम्मान करने के लिए, बल्कि उत्कृष्टता, एकता और दृढ़ता के मूल्यों को अपनाने के लिए भी मनाया जा रहा है।” ताइक्वांडो एथलीट रोडाली बरुआ ने कहा, “मैं ओलंपिक दिवस पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। हमारे प्रधानमंत्री द्वारा निर्धारित ओलंपिक विजन-भारत में 2036 ओलंपिक की मेजबानी को देखना वास्तव में अद्भुत लगता है। यह आने वाली पीढ़ियों और सभी एथलीटों के लिए एक शानदार पहल है।” अभिनेत्री मधुरिमा तुली ने कहा, “मुझे बहुत खुशी है कि ‘लेट्स मूव’ कार्यक्रम में आज हमारी मुख्यमंत्री, पीटी उषा, जो एक जीवित किंवदंती हैं, और हमारे खेल मंत्री भी मौजूद रहे। उनकी उपस्थिति ने वास्तव में इस कार्यक्रम को विशेष बना दिया। खेल एक बहुत अच्छी एक्टिविटी है, युवाओं के लिए पहले की अपेक्षा अब बहुत सारे दरवाजे खुल गए हैं। खेल मानसिक और शारीरिक क्षमता को बढ़ाने के लिए बहुत जरूरी है।”
भगवान श्री जगन्नाथ का सीएम रेखा गुप्ता ने खींचा रथ, बोलीं- ये समाज कल्याण का एक दिव्य माध्यम
नई दिल्ली, 22 जून : दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता रविवार को कमला नगर में आयोजित भगवान श्री जगन्नाथ की रथ यात्रा में शामिल हुईं। इस आयोजन की सहभागी बनना सीएम ने गौरव का विषय बताया। उन्होंने कहा ये धार्मिक अनुष्ठान समाज कल्याण का दिव्य माध्यम है। सीएम रेखा गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए इस आयोजन में शामिल होने की खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि कमला नगर में हमारे गीता भवन पंचायती भवन द्वारा एक सुंदर जगन्नाथ यात्रा का आयोजन किया गया, जो पिछले 20 वर्षों से हजारों भक्तों की भागीदारी के साथ निर्बाध रूप से हो रही है। सीएम ने एक्स पोस्ट में लिखा, “जय जगन्नाथ। भगवान श्री जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और माता सुभद्रा जी के श्रीचरणों में कोटि-कोटि नमन। दिल्ली के कमला नगर में आयोजित भगवान श्री जगन्नाथ जी की पावन रथ यात्रा में सहभागी बनकर मन और आत्मा को अद्भुत शांति, ऊर्जा और आनंद की अनुभूति हुई। रथ खींचना केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि प्रभु की सेवा और समाज कल्याण का एक दिव्य माध्यम है, जो हमें आत्मिक शुद्धता और सच्चे कर्तव्य पथ की ओर अग्रसर करता है। यह अलौकिक रथ यात्रा भारत की सांस्कृतिक एकता, सामाजिक समरसता और सनातन परंपराओं की अद्वितीय शक्ति का प्रतीक है। महाप्रभु से प्रार्थना करती हूं कि वे हम सभी को संयम, सेवा और राष्ट्र निर्माण के मार्ग पर आगे बढ़ने की शक्ति और संकल्प प्रदान करें।“ रविवार को सीएम अशोक विहार के महाराजा अग्रेसन भवन में आयोजित योग दिवस कार्यक्रम में भी शामिल हुईं। इस दौरान सीएम ने वहां मौजूद लोगों को योग का महत्व बताया। सीएम ने कहा कि हमें अपने स्वास्थ्य का भी उसी तरीके से ध्यान रखना होगा, ठीक वैसे ही जैसे हम रोज अपने काम को लेकर सचेत रहते हैं। कुछ भी हो जाए, आधा घंटा इस शरीर की सेवा में देना है। हर हाल में हमें खुद को फिट रखना है। भगवान ने हमें यह शरीर दिया है, इसलिए हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम इसका ख्याल रखें और नियमित तौर पर योग का अभ्यास करें। इससे लाभ भी काफी है। कभी बीमार नहीं होंगे और बीमारी भी नहीं लगेगी। सीएम ने कहा कि मैं चाहती हूं कि पूरी दिल्ली स्वस्थ रहे, अच्छे स्वास्थ्य को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं, और बहुत सारी बधाई शुभकामनाएं।
विधानसभा अध्यक्ष ने योग को आध्यात्मिक स्थिरता का साधन बताया
नई दिल्ली, 21 जून: दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता आज भारतीय चार्टर्ड एकाउंटेंट्स संस्थान (आईसीएआई) द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” थीम पर आधारित इस कार्यक्रम में गुप्ता ने योग को भारतीय ज्ञान परंपरा की एक अमूल्य देन बताते हुए इसे आज के तेज-तर्रार जीवन में मानसिक स्पष्टता, भावनात्मक संतुलन और आध्यात्मिक स्थिरता का साधन बताया। गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि योग केवल शारीरिक आसनों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन के हर क्षेत्र में संतुलन लाने वाली जीवनशैली है। विशेष रूप से चार्टर्ड अकाउंटेंट जैसे पेशेवरों के लिए, जो जटिल दायित्वों और उच्च मानसिक दबाव में कार्य करते हैं, योग मानसिक शांति और एकाग्रता बनाए रखने का सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा कि “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” की भावना यह दर्शाती है कि व्यक्ति की भलाई समाज और पर्यावरण की भलाई से जुड़ी हुई है और योग इस समग्र दृष्टिकोण को बढ़ावा देता है। गुप्ता ने आईसीएआई की पहल की सराहना करते हुए कहा कि जिस प्रकार यह संस्था वित्तीय ईमानदारी और व्यावसायिक नैतिकता को बढ़ावा देती है, उसी तरह योग को पेशेवर जीवन में शामिल करना एक संतुलित और जागरूक कार्य संस्कृति का निर्माण करता है। उन्होंने कहा कि लेखा परीक्षा, अनुपालन और रणनीतिक विश्लेषण जैसी जिम्मेदारियों के बीच योग हमें स्थिरता, ध्यान और उद्देश्य के साथ कार्य करने में सहायता करता है। उन्होंने योग और ध्यान को जीवन का अभिन्न अंग बनाने, दैनिक अभ्यास, प्राणायाम और आत्म-चिंतन के माध्यम से शारीरिक और मानसिक संतुलन बनाए रखने का आग्रह किया। इस विशेष अवसर पर आईसीएआई के अध्यक्ष चरणजोत सिंह भी उपस्थित रहे।