आतिशी ने दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता को लिखा पत्र, 2500 रुपए प्रतिमाह महिलाओं को देने की योजना पर बैठक की मांग

नई दिल्ली, 22 फरवरी: आम आदमी पार्टी (आप) की नेता आतिशी ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने 2500 रुपए प्रतिमाह महिलाओं को देने से जुड़ी योजना को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा है। आतिशी ने पत्र में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान दिल्ली की माताओं और बहनों से यह वादा किया था कि भाजपा सरकार बनने पर पहली कैबिनेट बैठक में महिलाओं के लिए ₹2500 प्रतिमाह की योजना पास की जाएगी। यह वादा उन्होंने 31 जनवरी को द्वारका में आयोजित एक रैली में किया था और इसे मोदी की गारंटी बताया था। हालांकि, 20 फरवरी को भाजपा सरकार की पहली कैबिनेट बैठक हुई, लेकिन महिलाओं के लिए 2500 रुपये की योजना पास नहीं की गई। आतिशी ने कहा कि दिल्ली की माताओं-बहनों ने पीएम मोदी की गारंटी पर विश्वास किया था, लेकिन अब वे खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही हैं। आतिशी ने बताया कि आम आदमी पार्टी का विधायक दल 23 फरवरी को मुख्यमंत्री से मिलने और इस योजना पर ठोस कार्यवाही की बात करने के लिए समय मांग रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री से विनम्र निवेदन किया कि वे अपनी व्यस्तता के बावजूद विधायक दल को मिलने का समय दें, ताकि योजना को लेकर आगामी कदमों पर चर्चा की जा सके। पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी के पत्र के जरिए अभी भी आम आदमी पार्टी विपक्ष में अपनी मजबूत स्थिति को दिखा रही है और वह भाजपा पार्टी के हर किए वादे और दावों को पूरा करवाने का दम रखती है। इसलिए लगातार शपथ ग्रहण के बाद आम आदमी पार्टी के हर नेता महिलाओं से जुड़ी इस गारंटी को लेकर भाजपा पर हमला करते दिखाई दे रहे हैं।

दिल्ली वालों का आभार जताते हुए बोलीं सीएम, ‘कुछ दिनों की दिक्कत है, फिर सब ठीक हो जाएगा’

नई दिल्ली, 22 फरवरी: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शनिवार को अपने आवास से ही जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमने जो भी वादे किए हैं, उसे हर कीमत पर पूरा किया जाएगा। उन्होंने लोगों की ओर इशारा करते हुए कहा कि मैं आप सभी का धन्यवाद करना चाहूंगी कि आपने मेरा समर्थन किया। इस वजह से मुझे आप लोगों की सेवा करने का मौका मिला है। मुख्यमंत्री बनाए जाने पर पीएम मोदी का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि यह प्रधानमंत्री का ही आशीर्वाद है कि दिल्ली की बेटी को इतना बड़ा सम्मान मिला। इसके बाद उन्होंने लोगों की ओर इशारा करते हुए सवालिया लहजे में कहा कि आप लोगों का आशीर्वाद मेरे साथ है ना? तो इस पर लोगों ने हां कहते हुए भारत माता की जय के नारे लगाए। उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि समस्या कुछ दिनों की है जो खुद-ब-खुद दूर हो जाएगी। मैं चाहती हूं कि एक-एक दिन दिल्ली वालों की भलाई में लगाऊं। सीएम ने शपथ के बाद कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने की बात भी कही। बोलीं, परसों हमने शपथ ली। इसके बाद उसी दिन कैबिनेट की बैठक की। शपथ ग्रहण के बाद अपनी पहली ही बैठक में हमने आयुष्मान योजना को लागू किया। इस योजना को पिछली सरकार ने रोककर रखा था, लेकिन हमने इसे लागू किया, ताकि दिल्ली के हर व्यक्ति की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। उन्होंने आगे कहा कि आज तीसरा दिन है। मैं लगातार सचिवालय में सभी विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर रही हूं और यह सुनिश्चित कर रही हूं कि कोई भी काम न रुके। मैं आश्वस्त करती हूं कि दिल्ली की जनता का एक भी दिन बर्बाद नहीं होने दूंगी। हर दिन का उपभोग दिल्ली की जनता के हित में किया जाएगा। हमारा बस एक ही मिशन है। उन्होंने कहा कि मैं आप सभी का धन्यवाद करना चाहूंगी कि आप लोग दूर-दूर से मेरा समर्थन करने के लिए आए हैं।

दिल्ली : सीएम रेखा गुप्ता के साथ 6 मंत्रियों ने भी ली शपथ

नई दिल्ली, 20 फरवरी: दिल्ली में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के साथ 6 विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। इन मंत्रियों में प्रवेश वर्मा, आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, रविंदर इंद्राज सिंह, कपिल मिश्रा और पंकज कुमार सिंह शामिल हैं। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सबसे पहले मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को शपथ दिलवाई इसके बाद प्रवेश वर्मा, आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, कपिल मिश्रा, पंकज कुमार सिंह और अंत में रविंदर इंद्राज सिंह ने शपथ ली। शपथ ग्रहण में रामलीला मैदान खचाखच भरा था। शपथ ग्रहण समारोह के लिए तीन अलग-अलग मंच तैयार किए गए। मुख्य मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराज्यपाल वीके सक्सेना, मनोनीत मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद के सहयोगी सदस्य, और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम भी उपस्थित रहे। दूसरे मंच पर धर्मगुरुओं और विशिष्ट अतिथि मौजूद थे, जबकि तीसरे मंच पर संगीत कार्यक्रम से जुड़े कलाकार मौजूद थे। रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बन गई हैं। उन्होंने रामलीला मैदान में अपने पद की शपथ ग्रहण की। यह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए एक ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि 27 साल बाद पार्टी दिल्ली की सत्ता में वापस आई है। सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित और आतिशी के बाद रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बनी हैं। रेखा गुप्ता ने शालीमार बाग विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार बंदना कुमारी को हराया था। इस सीट पर उन्होंने 29,000 से अधिक वोटों के अंतर से शानदार जीत हासिल की थी। बता दें कि बुधवार शाम विधायक दल की बैठक में रेखा गुप्ता को सीएम चुना गया था। सीएम चुने जाने के बाद पहली बार मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, “पीएम मोदी ने जो दिल्ली की जनता के लिए विजन दिया है, उसे पूरा करना मेरी प्राथमिकता होगी। पीएम मोदी का तहे दिल से आभार जताना चाहती हूं कि यह सम्मान सिर्फ मेरा नहीं है, बल्कि यह देश की हर मां-बेटी का सम्मान है।” रेखा गुप्ता दिल्ली की शालीमार बाग सीट से पहली बार विधायक चुनी गई हैं। उन्होंने ‘आप’ की बंदना कुमारी को 29,595 मतों के अंतर से हराया था। गत 8 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आए थे। भाजपा को 26 साल बाद ऐतिहासिक जीत मिली थी। उसने 70 में से 48 सीटें जीतीं, जबकि आम आदमी पार्टी 22 पर सिमट गई।

27 साल बाद भाजपा ने फिर संभाली दिल्ली की बागडोर

नई दिल्ली, 20 फरवरी: श्रीमती रेखा गुप्ता के दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 27 साल बाद राष्ट्रीय राजधानी प्रक्षेत्र दिल्ली की सरकार की कमान आज पुन: संभाल ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के शासन वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों, उप मुख्यमंत्रियों एवं अन्य नेताओं की मौजूदगी में उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने ऐतिहासिक रामलीला मैदान में श्रीमती रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायी। उपराज्यपाल ने इसके साथ ही सर्वश्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा, आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, रविन्द्र इंद्राज सिंह, कपिल मिश्रा और पंकज कुमार सिंह को मंत्री पद की शपथ दिलायी। रामलीला मैदान पार्टी के कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों की भारी भीड़ से भरा हुआ था। मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों के शपथ लेने के साथ ही जनसमुदाय में हर्ष की लहर दौड़ गयी। उन्होंने जयश्रीराम के नारे लगाये। शपथ लेने के बाद प्रधानमंत्री श्री मोदी के साथ दिल्ली सरकार की मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों ने आगे आकर जनसमुदाय का हाथ जोड़ कर अभिनंदन किया और सामूहिक तस्वीर भी खिंचवायी। शपथ ग्रहण समारोह का संचालन मुख्य सचिव धर्मेन्द्र कुमार ने किया। उल्लेखनीय है कि श्रीमती रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी एवं भाजपा की दूसरी महिला मुख्यमंत्री हैं। दिल्ली में वर्ष 1998 में श्रीमती सुषमा स्वराज ने दिल्ली एवं भाजपा की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में काम किया था। इसके बाद कांग्रेस की श्रीमती शीला दीक्षित और आम आदमी पार्टी की आतिशी मार्लेना सिंह दूसरी एवं तीसरी महिला मुख्यमंत्री रहीं।

कौन हैं रेखा गुप्ता: हरियाणा में जन्म, डीयू अध्यक्ष से अब दिल्ली की मुख्यमंत्री तक; जानें सियासी सफर

नई दिल्ली, 19 फरवरी: दिल्ली में विधानसभा चुनाव के नतीजे आए हुए 11 दिन का समय हो चुका है। इसी के साथ भाजपा ने राजधानी में अपने अगले मुख्यमंत्री चेहरे का एलान कर दिया है। रेखा गुप्ता दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री होंगी। 20 फरवरी को वे दिल्ली के रामलीला मैदान में शपथ लेंगी। यह 26 साल बाद है, जब दिल्ली में भाजपा का कोई नेता मुख्यमंत्री बना है। इस बीच राजनीतिक गलियारों में कई नेताओं के मुख्यमंत्री बनने की अटकलें लगाई गईं। इनमें सबसे बड़ा दावा रेखा गुप्ता के नाम को लेकर ही किया गया। कुछ रिपोर्ट्स में तो यहां तक कहा जा रहा है कि रेखा गुप्ता को संघ की मंजूरी मिल चुकी थी और भाजपा ने भी उन्हें सीएम पद के लिए अपनी पसंद भी बना लिया था। ऐसे में यह जानना अहम है कि आखिर दिल्ली में मुख्यमंत्री पद के लिए संभावित चेहरे के तौर पर उभरीं रेखा गुप्ता कौन हैं? वे मूल रूप से कहां की रहने वाली हैं और दिल्ली से उनका नाता कितना पुराना है? इसके अलावा रेखा गुप्ता की पढ़ाई कहां-कहां हुई है और उनका सियासी सफरनामा क्या रहा है? आइये जानते हैं… कौन हैं रेखा गुप्ता? रेखा गुप्ता दिल्ली की शालीमार बाग विधानसभा सीट से विधायक हैं। वे मौजूदा समय में दिल्ली भाजपा की महासचिव और भाजपा के महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। 50 वर्षीय रेखा का जन्म हरियाणा के जींद जिले में स्थित नंदगढ़ गांव में 1974 में हुआ था। उनके पिता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अधिकारी पद पर थे। 1976 में रेखा का परिवार दिल्ली में शिफ्ट हो गया था। तब उनकी उम्र महज दो साल थी। इसके बाद रेखा की प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक दिल्ली में हुई। पढ़ाई-लिखाई के दौर में ही राजनीति से जुड़ीं रेखा गुप्ता बचपन में पढ़ाई-लिखाई के दौरान ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संगठन (आरएसएस) के स्टूडेंट विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़ गई थीं। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान वह दौलत राम कॉलेज में सचिव का चुनाव जीतने में सफल रहीं। 1995-96 में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ का चुनाव लड़ा और अध्यक्ष बनीं। रेखा ने इसके बाद एलएलबी तक की पढ़ाई पूरी की। कैसा रहा अब तक का राजनीतिक करियर? पढ़ाई पूरी करने के बाद रेखा गुप्ता 2003-04 में भाजपा युवा मोर्चा की दिल्ली इकाई से जुड़ीं और यहां सचिव पद पर रहीं। इसके बाद 2004 से 2006 तक उन्होंने भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय सचिव के तौर पर जिम्मेदारी निभाई। 2007: उत्तर पीतमपुरा से पार्षद बनीं। 2007-09: एमसीडी में महिला कल्याण एवं बाल विकास समिति की दो साल तक अध्यक्ष रहीं। 2009: दिल्ली भाजपा महिला मोर्चा की महासचिव रहीं। 2010: भाजपा ने उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य की जिम्मेदारी दी। 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में नहीं मिली थी सफलता रेखा गुप्ता को 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में शालीमार बाग सीट से चुनाव में उतारा गया। जहां 2015 में उन्हें आम आदमी पार्टी की वंदना कुमारी ने करीब 11 हजार वोटों से हराया तो वहीं 2020 में उनकी हार का अंतर 3400 वोट के करीब था। हालांकि, 2025 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने वंदना कुमारी को बड़े अंतर से हरा दिया।

रेखा गुप्ता दिल्ली की नई मुख्यमंत्री होंगी, विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर मुहर लगी

नई दिल्ली, 19 फरवरी: दिल्ली को नया मुख्यमंत्री मिल गया है. बीजेपी विधायक दल की बैठक में रेखा गुप्ता के नाम पर मुहर लगी है. नई सरकार में सीएम की रेस में आगे चल रहे प्रवेश वर्मा उप-मुख्यमंत्री होंगे. वहीं रोहिणी से विधायक विजेंद्र गुप्ता दिल्ली विधानसभा के स्पीकर होंगे. रेखा गुप्ता और वर्मा बुधवार को साढ़े बारह बजे रामलीला मैदान में भव्य समारोह में शपथ लेंगे. उनके साथ मंत्रिमंडल का भी शपथ होगा. बीजेपी आलाकमान ने विधायक दल की बैठक के लिए वरिष्ठ नेता ओपी धनखड़ और रविशंकर प्रसाद को पर्यवेक्षक नियुक्त किया था. नतीजों के 11 दिनों बाद सीएम का ऐलान दिल्ली में बीजेपी ने 26 साल बाद बड़ी जीत हासिल की है. आठ फरवरी को आए नतीजे में बीजेपी को 70 में 48 सीटें मिली. नतीजों के 11 दिनों बाद सीएम के नाम का ऐलान हुआ है. देरी को लेकर विपक्षी आम आदमी पार्टी (आप) लगातार सवाल उठा रही थी. चुनाव नतीजों के बाद से ही बीजेपी में सीएम के लिए कई नामों की चर्चा थी. सबसे अधिक बात प्रवेश वर्मा की हो रही थी. वर्मा ने नई दिल्ली सीट से आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को हराया है. वो पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं. कौन हैं बीजेपी नेता रेखा गुप्ता? रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री होंगी. वहीं मौजूदा समय में देश की दूसरी महिला सीएम बन रही हैं. वो शालीमार बाग से विधायक हैं. उन्होंने आप नेता बंदना कुमारी को 29,595 वोटों से हराया है. रेखा गुप्ता को 68,200 वोट मिले. वहीं आप नेता बंदना कुमारी को 38,605 वोट मिले. कांग्रेस के प्रवीण जैन को मात्र 4,892 वोट मिले. रेखा गुप्ता भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं और हरियाणा के जींद की रहने वाली हैं. वो दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ की सचिव और अध्यक्ष रहीं. इसके साथ ही 2007 और 2012 में उत्तरी पीतमपुरा से पार्षद चुनी गईं. उन्हें पिछले दो विधानसभा चुनावों में हार का सामना करना पड़ा था.

दिल्ली के मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह का मिनट टू मिनट शेड्यूल आया सामने

नई दिल्ली, 19 फरवरी: दिल्ली में 20 फरवरी को मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर निमंत्रण की पहली कॉपी सामने आई है। इस निमंत्रण पत्र में मुख्य सचिव की तरफ से सभी लोगों को समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। निमंत्रण पत्र के मुताबिक, यह शपथ ग्रहण समारोह दिल्ली के रामलीला मैदान में दोपहर 12 बजे होगा। इसके साथ ही शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वाले लोगों के लिए कुछ दिशानिर्देश भी दिए गए हैं। इसके मुताबिक कार्यक्रम में शामिल होने वाले इच्छुक सुबह 11 बजे तक अपना स्थान ग्रहण कर लेंगे। यह निमंत्रण पत्र केवल एक ही व्यक्ति के लिए वैध है। वहीं, शपथ ग्रहण समारोह को लेकर पूरा टाइमटेबल भी सामने आया है। जिसके मुताबिक, 11-12 बजे के बीच शपथ समारोह के गेस्ट आएंगे और अपनी सीट लेंगे। 12:10 बजे मनोनीत मुख्यमंत्री और मनोनीत मंत्री आएंगे। 12:15 बजे एलजी शपथ समारोह में पहुंचेंगे। 12:20 बजे केंद्रीय गृह मंत्री और अन्य नेता पहुंचेंगे। 12:25 बजे प्रधानमंत्री मोदी आएंगे। वहीं, 12:30 बजे बैंड की धुन पर राष्ट्रगान होगा। 12.35 बजे एलजी मुख्यमंत्री को शपथ दिलाएंगे। दिल्ली के रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण समारोह होगा। कार्यक्रम के संबंध में सभी तैयारियां संपन्न हो चुकी हैं। सुरक्षा की दृष्टि से भी दिल्ली पुलिस सहित अर्धसैनिक बलों के जवान कार्यक्रम स्थल पर तैनात रहेंगे। जांच पड़ताल के बाद ही कार्यक्रम में लोगों को अंदर जाने की इजाजत दी जाएगी। इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोग शामिल होने की उम्मीद है। राजनीतिक और कला एवं मनोरंजन जगत के कई लोग इसका हिस्सा बन सकते हैं। बता दें कि भाजपा ने शपथ ग्रहण समारोह को लेकर अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्टर साझा किया था। पोस्ट में कहा गया कि दिल्ली की प्रगति का नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। ‘विकसित दिल्ली शपथ समारोह’ के साथ ही हम सभी मिलकर दिल्ली में विकास की नई ऊंचाइयों की ओर अग्रसर होंगे। आइए रामलीला मैदान, और इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनें !

दिल्ली में सीएम के शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए अरविंद केजरीवाल और आतिशी को भी निमंत्रण

नई दिल्ली, 19 फरवरी: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बुधवार को विधायक दल की बैठक के बाद दिल्ली के लिए अपने सीएम की घोषणा करेगी, जिसके बाद 20 फरवरी को रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण समारोह होगा। भव्य शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं। शपथ ग्रहण समारोह में अरविंद केजरीवाल और दिल्ली की कार्यवाहक सीएम आतिशी को भी निमंत्रण दिया गया है। दिल्ली के भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने बुधवार को कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और कार्यवाहक सीएम आतिशी को मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह का निमंत्रण भेजा है। कैब ड्राइवर, ऑटो ड्राइवर, दिल्ली की झुग्गियों में रहने वाले लोगों को भी आमंत्रित किया जा रहा है। बता दें कि दिल्ली का सीएम कौन होगा, इस पर अभी भी सस्पेंस बरकरार है। भाजपा ने अभी तक मुख्यमंत्री पद के लिए किसी नाम का ऐलान नहीं किया है। जानकारी के अनुसार, आज भाजपा विधायक दल की बैठक में साफ हो जाएगा कि दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन होगा। सूत्रों के मुताबिक, शपथ ग्रहण समारोह के लिए कुल तीन मंच बनाए जाएंगे, जिसमें एक मंच 40 गुणा 24 और दो मंच 34 गुणा 40 के होंगे। मंच पर करीब 150 कुर्सियां लगाई जाएंगी। वहीं, आम लोगों के बैठने के लिए 30 हजार कुर्सियां लगाई जाने की संभावना है। सूत्रों का कहना है कि 1.5 लाख लोगों के आने की व्यवस्था का इंतजाम किया गया है। बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने पूर्ण बहुमत से जीत हासिल की है। इस तरह दिल्ली की कुर्सी पर 27 साल बाद अब भाजपा काबिज हो चुकी है। भाजपा ने दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से 48 सीटों पर जीत दर्ज की और आम आदमी पार्टी केवल 22 सीटें जीतने में कामयाब रही। जबकि, कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल सकी।

बच्ची से रेप ने खोली दिल्ली में कानून व्यवस्था की पोल : मनीष सिसोदिया

नई दिल्ली, 19 फरवरी : आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रीय राजधानी के तिलकनगर इलाके में सात वर्ष की एक मासूम बच्ची के साथ हुई दरिंदगी को लेकर भारतीय जनता पार्टी और गृहमंत्री अमित शाह पर हमला करते हुए कहा कि भाजपा के राज में दिल्ली की कानून व्यवस्था बद से बदतर हो गई है। आप के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया और तिलक नगर से ‘आप’ विधायक जरनैल सिंह ने इस मामले में बुधवार को संवाददाता सम्मेलन किया। इस दौरान सिसोदिया ने कहा कि राजधानी के तिलक नगर से एक बहुत ही दिल दहला देने वाली खबर सामने आ रही है जिसमें एक सात साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया। यह हम सबके लिए बहुत चिंता की बात है कि दिल्ली में अपराधियों और महिलाओं के साथ गलत कृत्य करने वालों के हौसले पूरी तरह से बुलंद हैं। दिल्ली में कानून व्यवस्था का पूरी तरह से मज़ाक बना हुआ है। अपराधियों और दुष्कर्म करने वालों के दिल में कोई डर नहीं है। दिल्ली में यह इसलिए हो रहा है क्योंकि यहां कानून व्यवस्था पूरी तरह से ठप है और इसे ठीक करने में भाजपा और शाह की कोई दिलचस्पी नहीं है। सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में अब चुनाव खत्म हो गए हैं। भाजपा को चुनाव से पहले जितनी गाली-गलौज की राजनीति करनी थी, उसने कर ली। अब तो अपनी आदतों को बदलकर कुछ काम करना चाहिए। दिल्ली के लोगों ने भाजपा को पहले से दिल्ली की कानून व्यवस्था दे रखी है। इन दुष्कर्म करने वालों और अपराधियों के अंदर कानून का खौफ पैदा करना चाहिए। अब अरविंद केजरीवाल को गाली देने से काम नहीं चलेगा। चुनाव खत्म हो चुका है। वापस कानून व्यवस्था के मुद्दे पर आइए। दिल्ली के लोगों ने पहले भी भाजपा के सात सांसद चुने थे। दुष्कर्म करने वालों और अपराधियों के मन में खौफ पैदा करिए। वहीं सिंह ने कहा कि तिलक नगर की घटना को लेकर दिल दुखी है। गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस इस तरह मानवता को शर्मसार करने वाली घटनाओं को रोकने में नाकाम है। चेन स्नैचिंग, स्कूटी चोरी, गाड़ी चोरी जैसी अपराध की घटनाएं इतनी आम हैं कि अब लोग इनकी गिनती भी नहीं करते हैं। दिल्ली में आजकल फिरौती, रेप और हत्या की घटनाएं आम हो चुकी हैं, लेकिन हमारी पुलिस इसे रोकने में पूरी तरह से नाकाम है। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली के लोगों को यह आश्वासन देते हैं कि कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने की इस लड़ाई में अंत तक उनके साथ खड़े रहेंगे। हम न्यायपालिका से उम्मीद करते हैं कि वह दोषियों को सख्त से सख्त और जल्दी से जल्दी सजा दे।

दिल्ली में रविंद्र इंद्रराज को सीएम बनाए जाने की अटकलें, एक तीर से कई निशाने साध सकती है भाजपा

नई दिल्ली, 18 फरवरी : दिल्ली में 26 साल बाद सत्ता में वापस आई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मुख्यमंत्री कौन होगा, इसको लेकर 8 फरवरी से ही अटकलों का दौर चल रहा है। प्रवेश वर्मा, अभय वर्मा, विजेंद्र गुप्ता, रेखा गुप्ता समेत कई नामों की चर्चा चल रही है। इस बीच संभावना व्यक्त की जा रही है कि दिल्ली में भाजपा किसी दलित नेता के सिर पर ताज सजा सकती है। यदि ऐसा होता है तो रविंद्र इंद्रराज सिंह को यह मौका मिल सकता है। रविंद्र इंद्रराज सिंह ने बवाना विधानसभा सीट से जीत हासिल की है। उन्होंने यहां आम आदमी पार्टी के विधायक जय भगवान उपकार को 31475 वोट के बड़े अंतर से हराया है। रविंद्र इंद्रराज अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भी हैं। वह लंबे समय से दलित समुदाय के लिए काम करते रहे हैं। 50 साल के इंद्रराज पेशे से बिजनेसमैन हैं और दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रैजुएट हैं। चुनाव में उनकी ओर से दिए गए हलफनामे के मुताबिक रविंद्र के खिलाफ कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं है। दलित और देहात दोनों सधेंगे साथ रविंद्र इंद्रराज सिंह को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा एक तीर से कई निशाने साध सकती है। एक तरफ जहां देशभर में दलितों को एक संदेश दिया जा सकता है तो दूसरी तरफ लोकसभा चुनाव के समय से ही दलित-संविधान जैसे मुद्दों पर आक्रामक विपक्ष के हमलों को कुंद किया जा सकता है। दूसरी तरफ भाजपा दिल्ली देहात को भी खुश कर सकती है, जिसने सभी 10 सीटों पर इस बार कमल खिलाया है। बवाना के अलावा नरेला, मुंडका, रिठाना, बादली, बिजवासन, नजफगढ़, मटियाला, पालम और छतरपुर के वोटर्स ने भाजपा की जीत में अहम भूमिका निभाई है। भाजपा का सीएम फेस था चुनावी मुद्दा भाजपा ने 26 साल बाद दिल्ली की सत्ता पाई है। पार्टी ने तीन बार सरकार बना चुकी आम आदमी पार्टी को परास्त करते हुए 48 सीटों पर कब्जा जमाया, जबकि पिछले दो चुनाव में वह 3 और 8 सीटों पर ही सिमट गई थी। पिछले चुनाव में 62 सीटों पर झाड़ू चलाने वाली ‘आप’ इस बार 22 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई है। आम आदमी पार्टी ने चुनाव से पहले भाजपा की ओर से सीएम फेस नहीं दिए जाने को बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश की। बार-बार पूछा जाता था कि केजरीवाल के सामने भाजपा का चेहरा कौन है, आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में कई जगहों पर बैंड बाजे के साथ खाली घोड़े के घुमाया और पूछा था कि ‘भाजपा का दूल्हा कौन’ है।