‘वोट चोरी’ का नया हथियार है एसआईआर, ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ के अधिकार की रक्षा करेंगे: राहुल

औरंगाबाद, 18 अगस्त : लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को ‘वोट चोरी का नया हथियार’ करार दिया और कहा कि वह ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ के अधिकार की रक्षा के लिए खड़े हैं। राहुल गांधी ने अपनी ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दूसरे दिन यह भी कहा कि लोकतंत्र में सबकी भागीदारी को किसी भी हाल में खत्म नहीं होने दिया जाएगा। राहुल गांधी ने दूसरे दिन की यात्रा औरंगाबाद के कुटुंबा से शुरू की और आज की यात्रा का समापन गया में होगा। कुटुंबा बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश कुमार का विधानसभा क्षेत्र है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के साथ इस यात्रा में राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव, विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी और महागठबंधन के कई अन्य नेता शामिल हैं। यात्रा के दौरान राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने औरंगाबाद स्थित प्रसिद्ध देव सूर्य मंदिर में दर्शन किए। राहुल गांधी ने ऐसे कई लोगों से मुलाकात की एक तस्वीर अपने व्हाट्सएप चैनल पर साझा की जिनके नाम एसआईआर के दौरान मतदाता सूची से काट दिए गए, जबकि उन्होंने लोकसभा चुनाव में वोट डाला था। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘एसआईसीआर वोट चोरी का एक नया हथियार है। इत्तेफ़ाक से इस तस्वीर में मेरे साथ खड़े ये लोग इस चोरी के ‘जीते-जागते’ सबूत हैं।’ उन्होंने कहा कि इन सभी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में वोट डाला था, मगर बिहार विधानसभा चुनाव आते आते भारत के लोकतंत्र से इनकी पहचान, इनका वजूद मिटा दिया गया। कांग्रेस नेता ने किसान एवं सेवानिवृत्त फौजी राज मोहन सिंह (70), दलित महिला उमरावती देवी (35), पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखने वाले धनजेय कुमार बिंद (30), मनरेगा में मजदूर रहीं सीता देवी (45), महिला एवं पूर्व मनरेगा मज़दूर राजू देवी (55) और मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखने वाले मजदूर मोहमुद्दीन अंसारी (52) से मुलाकात की। उनके मुताबिक, इनके नाम मतदाता सूची में नहीं हैं, जबकि लोकसभा चुनाव में इन्होंने मतदान किया था। गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत इन्हें बहुजन और गरीब होने की सज़ा दे रही है। उन्होंने कहा, ‘हमारे जवानों तक को नहीं छोड़ा – न वोट रहेगा, न पहचान रहेगी, और न ही अधिकार।’ राहुल गांधी ने कहा कि सामाजिक भेदभाव और आर्थिक परिस्थितियों के कारण ये सब ‘सिस्टम’ के षड़यंत्र के विरुद्ध लड़ पाने में असमर्थ हैं। कांग्रेस नेता ने कहा, ”उनके साथ हम यहां खड़े हैं ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ के सबसे मूल अधिकार की रक्षा करने के लिए।’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘यह हक़ का, हिस्सेदारी का, लोकतंत्र में सबकी भागीदारी का सवाल है। इसे हम किसी भी हालत में खत्म नहीं होने देंगे।’

राधाकृष्णन ने लगन, विनम्रता और बुद्धिमत्ता से विशिष्ट पहचान बनाई है: मोदी

नई दिल्ली, 18 अगस्त : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन राजग के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सी पी राधाकृष्णन की सराहना करते हुए कहा है कि उन्होंने अपनी लगन, विनम्रता और बुद्धिमत्ता से अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। भारतीय जनता पार्टी के संसदीय बोर्ड की रविवार को हुई बैठक में श्री राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुने जाने के बाद श्री मोदी ने कहा कि यह खुशी की बात है कि राजग परिवार ने उन्हें उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है। श्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में, थिरु सी.पी. राधाकृष्णन जी ने अपनी लगन, विनम्रता और बुद्धिमत्ता से अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। विभिन्न पदों पर रहते हुए, उन्होंने हमेशा सामुदायिक सेवा और वंचितों के सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने तमिलनाडु में जमीनी स्तर पर व्यापक कार्य किया है। मुझे खुशी है कि एनडीए परिवार ने उन्हें हमारे गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में नामित करने का निर्णय लिया है। ” उल्लेखनीय है कि उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए 21 अगस्त तक नामांकन दायर किए जा सकते हैं और जरूरत पड़ने पर निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चुनाव 9 सितंबर को होगा। उपराष्ट्रपति का चुनाव श्री जगदीप धनखड़ द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद कराया जा रहा है।

सूची में हेराफेरी का आरोप लगाने वाले सात दिन में सबूत दें, नहीं तो देश से माफी मांगे : चुनाव आयोग

नई दिल्ली, 17 अगस्त : चुनाव आयोग ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी से कर्नाटक सहित विभिन्न राज्यों की मतदाता सूचियों में बड़े पैमाने पर कथित गड़बड़ी के आरोपों को लेकर शपथ पत्र के साथ सात दिन के अंदर सबूत पेश करने, अन्यथा देश से माफी मांगने के लिए कहा है। मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने रविवार को यहां विशेष रूप से आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘कोई किसी सूची में डेढ़ लाख मतदाताओं के नाम फर्जी होने का आरोप लगा दे, तो क्या आयोग बिना हलफनामे उनको नोटिस जारी कर देगा और उन्हें उप मंडलीय अधिकारी (एसडीएम) के दरवाजे पर चक्कर लगाने के लिए विवश करेगा।” उन्होंने कांग्रेस नेता श्री गांधी द्वारा कर्नाटक और महाराष्ट्र की सूचियों में गड़बड़ी के लगाये गये आरोपों को लेकर पूछे गये सवालों का जवाब देते हुए कहा, “मतदाता सूची में हेराफेरी का आरोप संगीन है और ऐसे विषय में बिना हलफनामे के आयोग कोई कार्रवाई नहीं कर सकता है।” चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ़ विवेक जोशी की उपस्थिति में श्री कुमार ने श्री गांधी के आरोपों पर कहा, “सात दिन में हलफनामा दें, नहीं तो देश से माफी मांगे। अन्यथा यही माना जाएगा कि ये आरोप निराधार हैं।” उन्होंने कहा कि संविधान के अनुसार 18 वर्ष की आयु के भारतीय नागरिक को ही वोट देने का अधिकार है तथा मतदाता सूची में नाम जोड़ने और हटाने के लिए स्पष्ट नियम निर्धारित किये गये हैं, जिनका कोई उल्लंघन नहीं कर सकता है। श्री कुमार ने कहा कि कुछ लोग चुनाव आयोग के कंधे पर बंदूक रख कर मतदाताओं को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव आयोग मतदाताओं के अधिकार की रक्षा के लिए चट्टान की तरह खड़ा है।” उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दल चुनाव आयोग के पंजीकरण के साथ बनते हैं। आयोग न तो किसी के पक्ष में हो सकता है और न विपक्ष में। आयोग के लिए सभी समकक्ष हैं। उन्होंने महाराष्ट्र की मतदाता सूची के बारे विपक्ष के आरोपों को लेकर कहा कि वहां पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव से पहले सूचियों की सरसरी समीक्षा का मसौदा और चुनाव के समय हर उम्मीदवार को पक्की सूची दी गयी थी, लेकिन आठ महीने तक किसी ने उस पर कोई आपत्ति दर्ज नहीं करायी थी और अब उसे मुद्दा बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में भी हलफानामा देने के लिए कोयी तैयार नहीं है। श्री कुमार ने एक मतदाता द्वारा एक से अधिक स्थानों पर वोट देने, मतदाता सूचियों में पते में शून्य अंकित होने जैसे मुद्दों पर पूछे गये सवालों के जवाब में कहा कि सूची में नाम होने और न होने तथा वोट देने का मुद्दा अलग-अलग है, इन्हें एक साथ जोड़कर चुनाव आयोग के बारे में भ्रम फैलाया जा रहा है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने स्पष्ट किया कि एक व्यक्ति का चुनाव में दो जगह वोट देना अपराध है। उन्होंने सवाल किया कि क्या इस तरह की बात कर मतदाताओं को बिना किसी साक्ष्य या शपथ-पत्र के अपराधी नहीं बताया जा रहा है? उन्होंने कहा कि सूची में त्रुटि संभव है पर ‘‘मतदान की चोरी का आरोप” संविधान का अपमान है। घर के पते के स्थान पर शून्य दर्ज होने के मामले में उन्होंने कहा, “देश में ऐसे बहुत से नागरिक है, जिनके पास घर नहीं है। वे किसी पुल के नीचे, किसी लैंप पोस्ट या बिना पते की जगह पर रहते हैं। वे भारत के नागरिक हैं और उन्हें मतदाता के तौर पर पंजीकरण करवाने का संवैधानिक अधिकार है। ऐसे लोगों के लिए आयोग की कम्प्यूटर प्रणाली में घर के पते की जगह शून्य दर्ज हो जाता है।” श्री कुमार ने कहा कि मलिन बस्तियों या गांव में मकानों पर नंबर नहीं पड़े हैं और उनमें रहने वालों के पते के स्थान पर भी शून्य दर्ज किया जाता है। उन्होंने कहा कि घर के पते के स्थान पर शून्य दर्ज किये जाने को लेकर आपत्ति उठाना गरीबों का अपमान है। आयोग ने बिहार में मान्यता प्राप्त सभी राजनीतिक दलों से आग्रह किया है कि वे राज्य की सूची के नये मसौदे में किसी भी कमी में सुधार के लिए अधिकारियों के साथ सहयोग करें और दावे तथा आपत्तियों के लिए इस महीने के अंत तक बचे समय का उपयोग करें। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, “विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की सारी त्रुटियों का यही जवाब है कि सभी राजनीतिक दल और सामाजिक कार्यकर्ता मिलकर काम करें। बिहार में अभी सूची के मसौदे पर दावे और आपत्तियों के लिए 15 दिन का समय बाकी है। इस दौरान यदि वे त्रुटियों को दूर कराने में सहयोगी होंगे, तो आयोग उनका शुक्रगुजार होगा।” उन्होंने कहा कि आयोग का नारा है कि मतदाता सूची में किसी पात्र व्यक्ति का नाम नहीं छूटे और किसी अपात्र का नाम न बचे। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित करने का तरीका ही एसआईआर है। इसमें मतदाताओं से छपे हुए गणना फॉर्म भरवाए जाते हैं और उसके आधार पर बनी सूची बिल्कुल नई होती है। उन्होंने बताया कि पिछला एसआईआर दो दशक से भी पहले हुआ था। इसलिए बिहार से शुरू करायी जा रही एसआईआर में बड़ी संख्या में ऐसे नाम उजागर हुए हैं जो मर गये हैं, स्थायी रूप से विस्थापित हो चुके हैं या वे राज्य में ही एक से अधिक जगह पर मतदाता के तौर पर पंजीकृत हैं। उन्होंने कहा कि यह आयोग, मतदाताओं और राजनीतिक दलों की साझा जिम्मेदारी है कि सूचियां शुद्ध हों। उन्होंने कहा कि बिहार में एक सितंबर से पहले आने वाली आपत्तियों पर अधिकारी सुनवाई कर त्रुटि निकाल सकते हैं। उसके बाद अपील में ही जाना होगा। उन्होंने कहा कि आयोग ने उच्चतम न्यायालय के आदेश पर 56 घंटे के अंदर ही जिला स्तर की सूचियां तैयार कर दी हैं।

बिहार के सासाराम से शुरू हुई कांग्रेस की ‘मतदाता अधिकार यात्रा’

नई दिल्ली, 17 अगस्त : बिहार में कांग्रेस पार्टी की ‘वोट अधिकार यात्रा’ सासाराम से शुरू हो गई है। सासाराम के सुआरा हवाई अड्डा ग्राउंड में जनसभा हो रही है। इसमें राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत विपक्ष के कई बड़े नेता शामिल हो रहे हैं। कांग्रेस की यह ‘मतदाता अधिकार रैली’ बिहार में चल रहे मतदाता सूची के विशेष सघन पुनर्रीक्षण (एसआईआर) और कथित वोट चोरी के आरोपों को लेकर आयोजित की गई है। रैली की शुरुआत सासाराम के सुआरा हवाई पट्टी (बियाडा मैदान) से हुई है, जहां कांग्रेस कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सांसद राहुल गांधी, बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और ‘इंडी’ गठबंधन के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद हैं। यह यात्रा में रैली सासाराम से शुरू होकर शाम 4 बजे डेहरी ऑन सोन के अंबेडकर चौक पहुंचेगी, जहां से काराकाट होते हुए यात्रा आगे बढ़ेगी। तय मार्ग में थाना चौक, पाली रोड, राष्ट्रीय राजमार्ग, बैरन, नबीनगर और औरंगाबाद शामिल हैं। राहुल गांधी शाम 7 बजे औरंगाबाद के रमेश चौक पर एक जनसभा को संबोधित करेंगे। यह यात्रा एक सितंबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में एक बड़ी जनसभा के साथ समाप्त होगी। पटना की जनसभा में ‘इंडी’ गठबंधन के राष्ट्रीय स्तर के कई नेता शामिल होंगे। इस दौरान यात्रा राज्य के औरंगाबाद, गयाजी, नवादा, नालंदा, शेखपुरा, लखीसराय, मुंगेर, भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, सीतामढ़ी, पूर्वी, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, छपरा और आरा जिलों से होकर गुजरेगी। कांग्रेस का दावा है कि यह यात्रा लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा और निष्पक्ष चुनाव की मांग को लेकर जनता को जागरूक करने के लिए की जा रही है।

‘वोटर अधिकार यात्रा’ वोट नहीं संविधान बचाने की लड़ाई : राहुल गांधी

सासाराम, 17 अगस्त : लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने रविवार से बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ की शुरुआत की। इससे पहले एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह यात्रा वोट नहीं, संविधान बचाने की लड़ाई है। उन्होंने यह भी दावा किया कि बिहार के लोग वोटों की चोरी नहीं होने देंगे। इस मौके पर राजद के अध्यक्ष लालू यादव सहित महागठबंधन में शामिल सभी घटक दलों के नेता शामिल हुए। राहुल गांधी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह संविधान को बचाने की लड़ाई है। पूरे देश में भाजपा और आरएसएस संविधान को मिटाने पर तुले हैं। उन्होंने कहा कि जहां भी चुनाव होता है, ये लोग जीतते हैं। उन्होंने महाराष्ट्र के चुनाव की चर्चा करते हुए कहा कि चुनाव से पहले सभी ओपिनियन पोल कह रहे थे कि इंडी गठबंधन चुनाव जीतेगा। लोकसभा में महागठबंधन जीतता है, लेकिन चार महीने में हम हार जाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि जब कार्रवाई हुई तब पता चला कि चुनाव आयोग ने एक करोड़ नए वोटर जादू से पैदा किए। उन्होंने कहा कि हमें उतना ही वोट मिला, लेकिन जितने नए वोटर बने, सभी भाजपा गठबंधन को मिले। उन्होंने इस दौरान कर्नाटक चुनाव की भी चर्चा की। राहुल गांधी ने कहा, “मैंने ‘वोट चोरी’ पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की तो चुनाव आयोग ने मुझसे एफिडेविट मांगा। चुनाव आयोग कहता है, ‘आप एफिडेविट दें कि आपका डेटा सही है।’ ये डेटा चुनाव आयोग का है, मुझसे एफिडेविट क्यों मांगा जा रहा है? उन्होंने कहा कि बिहार की जनता वोटों की चोरी नहीं करने देगी क्योंकि गरीब कमजोर लोगों के पास सिर्फ वोट का हक है। आयोग जो कर रहा है, वो सबको पता है। चुनाव आयोग को हम यह नहीं करने देंगे। राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि एनडीए अरबपतियों के साथ सरकार चलाता है। आप वोट डालते हैं, आपका वोट चोरी किया जाता है और आपका सारा पैसा 5-6 अरबपतियों को दे दिया जाता है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जातीय जनगणना की चर्चा करते हुए कहा कि दबाव में आकर उन्होंने जाति जनगणना करवाने की घोषणा कर दी, लेकिन वे 50 प्रतिशत आरक्षण की दीवार नहीं तोड़ना चाहते। उन्होंने कहा कि जब हम लोग आएंगे तो जातीय जनगणना भी कराएंगे और 50 फीसदी आरक्षण का बैरियर भी समाप्त करेंगे। यही नहीं, वोट की चोरी भी नहीं होने देंगे।

‘नकारात्मक राजनीति से दिल्ली को मुक्ति मिली’, केजरीवाल पर पीएम मोदी का बड़ा हमला

नई दिल्ली, 17 अगस्त : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली की पिछली आम आदमी पार्टी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने दिल्ली को बर्बाद किया था। दिल्ली को एक तरह से गड्ढे में गिरा दिया था। इसी दौरान, पीएम मोदी ने बिना नाम लिए अरविंद केजरीवाल को घेरा और कहा कि नकारात्मक राजनीति से दिल्ली को मुक्ति मिली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली में करीब 11 हजार करोड़ रुपए की लागत वाली दो हाईवे परियोजनाओं का उद्घाटन किया। राष्ट्रीय राजधानी के रोहिणी में आयोजित कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि एक्सप्रेसवे का नाम द्वारका, जहां ये कार्यक्रम हो रहा है उस स्थान का नाम रोहिणी, जन्माष्टमी का उल्लास और संयोग से मैं भी द्वारिकाधीश की भूमि से हूं। पूरा माहौल कृष्णमय हो गया है। पिछली सरकारों को आड़े हाथों लेते हुए पीएम मोदी ने कहा, “दिल्ली में हम लंबे समय से सत्ता में नहीं थे। हम देखते हैं कि पिछली सरकारों ने दिल्ली को किस तरह बर्बाद किया, दिल्ली को एक तरह से गड्ढे में गिरा दिया था। मैं जानता हूं कि भाजपा की नई सरकार के लिए लंबे अरसे से बढ़ रही मुसीबतों से दिल्ली को बाहर निकालना कितना कठिन है। पहले गड्ढा भरने में ताकत जाएगी, फिर बड़ी मुश्किल से कुछ काम नजर आएगा। लेकिन, मुझे भरोसा है कि दिल्ली में जिस टीम को आपने चुना है, वो मेहनत करके पिछले कई दशकों की समस्याओं से दिल्ली को बाहर निकाल कर रहेंगे।” पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “ये संयोग भी पहली बार बना है कि दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में चारों तरफ भाजपा सरकार है। ये दिखाता है कि इस पूरे क्षेत्र का कितना आशीर्वाद भाजपा पर और हम सभी पर है। इसलिए हम अपना दायित्व समझकर दिल्ली-एनसीआर के विकास में जुटे हैं।” प्रधानमंत्री ने अरविंद केजरीवाल का नाम लिए बिना करारा तंज कसते हुए कहा, “कुछ राजनीतिक दल हैं, जो जनता के आशीर्वाद को पचा नहीं पा रहे हैं। वे जनता के विश्वास और जमीनी सच्चाई से कट चुके हैं। याद होगा कि कुछ महीने पहले किस तरह दिल्ली-हरियाणा के लोगों को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा करने और दुश्मनी बनाने की साजिश रची गई। यहां तक कह दिया गया कि हरियाणा के लोग दिल्ली के पानी में जहर मिला रहे हैं। इस तरह की नकारात्मक राजनीति से दिल्ली को मुक्ति मिली है।” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम एनसीआर के कायाकल्प का संकल्प लेकर चल रहे हैं। मुझे विश्वास है कि यह हम करके दिखाएंगे। गुड गवर्नेंस भाजपा सरकारों की पहचान है। भाजपा सरकारों के लिए जनता जनार्दन ही सर्वोपरि है। जनता ही हमारी हाईकमांड है। हमारी कोशिश रहती है कि जनता का जीवन आसान बनाएं और यही हमारी नीति और निर्णायों में दिखता है। उन्होंने हरियाणा की पिछली कांग्रेस सरकारों को भी निशाने पर लिया। बोले, “हरियाणा में एक समय कांग्रेस सरकारों का था, जब बिना खर्ची-पर्ची के एक नियुक्ति मिलना भी मुश्किल था। हरियाणा में भाजपा सरकार ने लाखों युवाओं को पूरी पारदर्शिता के साथ सरकारी नौकरी दी है। नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में यह सिलसिला चल रहा है।”

पीएम मोदी ने 8 लेन एलिवेटेड हाईवे का किया उद्घाटन, जाम से मिलेगी निजात

नई दिल्ली, 17 अगस्त : पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश के पहले 8 लेन एलिवेटेड हाईवे का उद्घाटन किया। गुरुग्राम से दिल्ली आईजीआई एयरपोर्ट तक बने इस द्वारका एक्सप्रेसवे के साथ अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 का भी उद्घाटन हुआ। पीएम मोदी ने रिमोट का बटन दबाकर द्वारका एक्सप्रेसवे और अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 का उद्घाटन किया। इन दोनों प्रोजेक्ट पर 11 हजार करोड़ रुपए की लागत आई है। इस एक्सप्रेसवे से दिल्ली और गुरुग्राम के बीच जाम से लोगों को निजात मिलेगी। उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली को हमें विकास का ऐसा मॉडल बनाना है, जहां से सबको महसूस हो कि ये विकसित होते भारत की राजधानी दिल्ली है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कार्यक्रम में पहुंचने से पहले पीएम मोदी द्वारका एक्सप्रेसवे पर पहुंचे। जहां उन्होंने एक्सप्रेसवे पर काम करने वाले मजदूरों से बात कर उनके अनुभव जाने। इसके बाद अधिकारियों से प्रोजेक्ट की जानकारी ली। कार्यक्रम स्थल पर जाते पीएम ने रोहिणी से लेकर बक्करवाला तक रोड शो किया, जिस दौरान हाईवे के दोनों किनारों पर खड़े लोगों का गाड़ी से बाहर निकलकर अभिवादन किया। कार्यक्रम में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता और हरियाणा के सीएम नायब सैनी भी मौजूद थे। पीएम मोदी ने कहा कि लंबे अरसे के बाद दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनी है। हम देखते हैं कि दिल्ली की पिछली सरकारों ने दिल्ली को बर्बाद किया। मैं जानता हूं कि बीजेपी की नई सरकार को दिल्ली को उबारने में काफी समय लगेगा। पहले तो गड्ढा भरने में टाइम जाएगा फिर कुछ काम दिखेगा, लेकिन मुझे भरोसा है कि पिछले दशकों की समस्याओं को दिल्ली को बाहर ये सरकार निकालेगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार हर परेशानी से दिल्ली वालों को मुक्त करने जा रही है। मुझे खुशी है कि सीएम रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली की बीजेपी सरकार यमुना की सफाई में जुटी हुई है। अब तक यमुना से सोलह लाख मीट्रिक टन कचरा हट चुका है। बहुत कम समय में दिल्ली में साढ़े छह सौ ईवी इलेक्टिक बसें शुरू की गई हैं। भविष्य में ईवी बसें दो हजार का आंकड़ा पार कर जाएंगी। पीएम मोदी ने कहा कि ये दोनों सड़कें शानदार बनी हैं। पैरीफेरी एक्सटेंशन के बाद अब दिल्ली अर्बन एक्सटेंशन को बहुत जल्दी सुविधा मिलने वाली है। अर्बन एक्सटेंशन रोड बनाने में लाखों टन कचरा काम में लाया गया, यानी कूड़े के पहाड़ को कम करके सड़क बनाने में किया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार ने इसके लिए अलग अलग स्तर पर काम किया है। हमने दस सालों में अभूतपूर्व विकास किए। दिल्ली एनसीआर में मेट्रो के मामले में दुनिया के सबसे बड़े मेट्रो मार्केट हैं। ग्यारह सालों में दिल्ली एनसीआर में आना जाना पहले के मुकाबले आसान हुआ है। पीएम मोदी ने कहा साथियों, दिल्ली को बेहतरीन शहर बनाने का जो बीड़ा हमने उठाया है, वह जारी है। आज भी हम सभी इसके साक्षी बने। उन्होंने कहा- एक्सप्रेस वे का नाम द्वारिका, जहां ये कार्यक्रम हो रहा है उस स्थान का नाम रोहिणी, जन्म अष्टमी का उल्लास, संयोग से मैं भी द्वारिकाधीश की भूमि से हूं। पूरा माहौल कृष्ण मय हो गया है। उन्होंने कहा कि अगस्त का ये महीना आजादी के रंग में क्रांति के रंग में रंगा होता है। आजादी के इस महोत्सव के बीच आज देश की राजधानी दिल्ली देश में हो रही, विकास क्रांति की साक्षी बन रही है। दिल्ली को द्वारिका एक्सप्रेस वे और अर्बन एक्सटेंशन रोड की कनेक्टिवटी मिली। इससे दिल्ली के गुरुग्राम के एनसीआर के लोगों की सुविधा बढ़ेगी। आना जाना आसान होगा, समय बचेगा। जो व्यापारी-कारोबारी वर्ग है, जो हमारे किसान हैं, उनको विशेष लाभ होने वाला है। दिल्ली एनसीआर के सभी लोगों को इस आधुनिक सड़कों के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर देश ने दी श्रद्धांजलि

नई दिल्ली, 16 अगस्त: भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर आज पूरे देश में उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। राजधानी दिल्ली स्थित उनके स्मारक ‘सदैव अटल’ पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों और विपक्षी नेताओं ने पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने कहा – “विकसित भारत के लिए हमेशा प्रेरित करेंगे अटल जी” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर श्रद्धांजलि संदेश देते हुए लिखा – “सभी देशवासियों की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी पुण्यतिथि पर सादर नमन। राष्ट्र के चौतरफा विकास को लेकर उनका समर्पण और सेवा भाव विकसित और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान के लिए हर किसी को प्रेरित करने वाला है।” राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अर्पित की श्रद्धांजलि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु भी ‘सदैव अटल’ पहुंचीं और वाजपेयी को नमन किया। उन्होंने कहा कि अटल जी के नेतृत्व और दूरदर्शी सोच ने भारतीय राजनीति में नई ऊँचाइयाँ दीं। वे सदैव लोगों के दिलों में जीवित रहेंगे। गृह मंत्री अमित शाह बोले – “मूल्यों से कभी समझौता नहीं किया” केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा – “पूर्व प्रधानमंत्री, भाजपा के संस्थापक सदस्य, भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने मूल्य-आधारित राजनीति को आगे बढ़ाते हुए विकास और सुशासन की मजबूत नींव रखी। अटल जी ने सिद्धांतों और विचारधारा से कभी समझौता नहीं किया, भले ही इसके लिए उन्हें अपनी सरकार गंवानी पड़ी। पोखरण परमाणु परीक्षण और कारगिल विजय उनके साहस और नेतृत्व की मिसाल हैं।” रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया याद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक्स पर लिखा – “मैं अटल जी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। उन्होंने अपना पूरा जीवन एक सशक्त और समृद्ध भारत के निर्माण के संकल्प के साथ समर्पित किया। राष्ट्र उनके इस अभूतपूर्व योगदान को सदैव याद रखेगा।” जेपी नड्डा ने कहा – “भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणास्रोत” भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा – “असंख्य कार्यकर्ताओं के प्रेरणास्रोत, सुशासन के आदर्श प्रतिमान, श्रद्धेय अटल जी ने सशक्त, समृद्ध और स्वावलंबी भारत के निर्माण के लिए अपना जीवन समर्पित किया। जनसेवा और राष्ट्रोत्थान के उनके विचार भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए सदैव मार्गदर्शक रहेंगे।” अन्य नेताओं ने भी अर्पित की श्रद्धांजलि इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री किरें रिजिजू, गजेंद्र सिंह शेखावत, जदयू सांसद संजय झा, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और कई अन्य नेताओं ने भी स्मारक स्थल पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। विपक्षी दलों के नेताओं ने भी उन्हें याद करते हुए कहा कि अटल जी भारतीय राजनीति की ऐसी शख्सियत थे, जिन्होंने सभी दलों को समान सम्मान दिया और लोकतंत्र की गरिमा को नई पहचान दी। तीन बार देश के प्रधानमंत्री रहे अटल जी 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर (मध्यप्रदेश) में जन्मे अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने। 1996 में वे 13 दिनों तक प्रधानमंत्री रहे, 1998 में 13 महीने और 1999 में उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया। वे पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे जिन्होंने पूर्ण कार्यकाल पूरा किया। अटल जी को उनकी ओजस्वी वाणी, काव्यात्मक शैली और सर्वजन हिताय राजनीति के लिए हमेशा याद किया जाता है। 16 अगस्त 2018 को दिल्ली के एम्स अस्पताल में उनका निधन हो गया था। देशभर में श्रद्धांजलि आज उनकी पुण्यतिथि पर देशभर में श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की जा रही हैं। भाजपा के साथ ही अन्य दलों के नेताओं ने भी उन्हें नमन किया और कहा कि उनका जीवन और विचार सदैव राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे।

भारत को धमकाने वाले ट्रंप की पुतिन के आगे एक नहीं चली, डीलमेकर और पीसमेकर की छवि को बड़ा झटका, बॉडी लैंग्वेज से समझें

वॉशिंगटन, 16 अगस्त : पीसमेकर और डीलमेकर बताकर खुद की वाहवाही करने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अलास्का में हुई वार्ता बेनतीजा रही। बातचीत खत्म होने के बाद संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रंप ने खुद ये बात स्वीकार की। उन्होंने कहा कि पुतिन से वार्ता के दौरान किसी समझौते पर नहीं पहुंचे। ट्रंप ने कहा कि हालांकि, दोनों के बीच कई मुद्दों पर सहमति बनी लेकिन जब तक असल डील न हो, कोई डील नहीं होती। इस बीच एक्सपर्ट ने पुतिन और ट्रंप की मुलाकात को बॉडी लैंग्वेज के लिए मास्टर क्लास बताया है। वहीं, ये शिखर वार्ता ट्रंप की डीलमेकर छवि के लिए बड़ा धक्का लेकर आई है। बंद कमरे में मुलाकात के लिए पहुंचने के दौरान दोनों का वीडियो सामने आया है। वार्ता के लिए कमरे में जानें के दौरान पुतिन पूरी तरह कॉन्फिडेंट नजर आए। पुतिन ने कमरे में पहले एंट्री ली, जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उनके बाद घुसे। इस दौरान ट्रंप के चेहरे पर एक निराशा और कन्फ्यूजन दिखाई दे रहा था। इतना ही नहीं, पुतिन अधिकारभाव से लीडरशिप दिखाते हुए आकर खड़े हुए। इस दौरान पुतिन कमांडिग पोजीशन में थे। ट्रंप का कन्फ्यूजन इतना ज्यादा था कि पहले वो खुद बैठने लगे फिर उन्होंने खड़े होकर पुतिन से बैठने को कहा। नहीं बनी किसी समझौते पर सहमति तीन घंटे की बैठक के बाद दोनों नेताओं में यूक्रेन युद्ध को लेकर किसी समझौते पर सहमति नहीं बनी। दोनों नेताओं ने इसके बाद मीडिया को संयुक्त बयान दिया और बिना किसी सवाल का जवाब दिए बिना चले गए। ट्रंप ने शिखर सम्मेलन के बाद कहा कि जब तक कोई डील नहीं होती, तब तक कोई डील नहीं है। यह बात को घुमाकर कहने का तरीका था कि कोई समझौता नहीं हुआ है। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि उन्हों पुतिन के साथ ‘कुछ बड़ी प्रगति’ की है, लेकिन इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी और इसे कल्पना पर छोड़ दिया गया है। ट्रंप की पीसमेकर छवि को बड़ा झटका बीबीसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस शिखर सम्मेलन ने डोनाल्ड ट्रंप की शांति समझौता कराने वाली पीसमेकर छवि को बड़ा झटका लगाया है। मुलाकात से एक दिन पहले ही ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने छह महीने से भी कम समय में छह शांति समझौते कराए हैं। उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच मई में हुई संघर्ष के बाद युद्धविराम का भी क्रेडिट लिया, जिसे भारत लगातार खारिज करता रहा है। ट्रंप जो खुद को पीसमेकर और डीलमेकर बताना पंसद करते हैं, ऐसा लगता है कि उनके लिए अलास्का में इनमें से किसी छवि को बचाना संभव हुआ है। पुतिन ने अगली मुलाकात मॉस्को में करने का ऑफर दिया है, इसके बावजूद ऐसे कोई संकेत नहीं हैं कि यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के साथ कोई शिखर सम्मेलन होने वाला है। ट्रंप की प्रतिष्ठा को भारी नुकसान हालांकि, इस वार्ता में यूक्रेन या रूस की तुलना में ट्रंप का बहुत कम दांव पर लगा था, लेकिन यह उनकी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को धक्का पहुंचाएगा। इसके अलावा ट्रंप को चुप खड़े रहने का अपमान भी सहना पड़ा। पुतिन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत की। यह ओवल ऑफिस की सामान्य दिनचर्या से अलग था, जहां अमेरिकी राष्ट्रपति आमतौर पर दरबार लगाते हैं और उनके विदेशी समकक्ष चुपचाप सुनते हैं। हालांकि, अलास्का आज अमेरिकी क्षेत्र है, लेकिन बॉडी लैंग्वेज से पता चलता है कि पुतिन वहां ज्यादा सहज लग रहे थे।

आपरेशन सिंदूर भारतीयों के आक्रोश की अभिव्यक्ति : मोदी

नई दिल्ली, 15 अगस्त : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आपरेशन सिंदूर को सीमा पार से आतंकवाद के खिलाफ भारत की जनता के आक्रोश की अभिव्यक्ति बताते हुए कहा है कि भारतीय सेना की कार्रवाई में पाकिस्तान को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है और रोज नये नये खुलासे हो रहे हैं। श्री मोदी ने ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस संबोधन में शुक्रवार को कहा ‘आपरेशन सिंदूर 140 करोड़ देशवासियों की आक्रोश की अभिव्यक्ति है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे देश की सेना ने दुश्मनों को उनकी कल्पना से परे सजा दी है जिसको वे लंबे समय तक नहीं भूलेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी सेना ने पाकिस्तान में सैंकड़ों किलोमीटर घुसकर कार्रवाई की। आतंकवादियों के ठिकानों को मटियामेट कर दिया गया। उन्होंने कहा, ‘मुझे गर्व है कि आज मुझे लाल किले की प्राचीर से आपरेशन सिंदूर के वीर जवानों को सैलूट करने का सौभाग्य मिला है। उन्होंने दुश्मनों को उनकी कल्पना से परे सजा दी है।’ प्रधानमंत्री ने कहा ’22 अप्रैल को पहलगाम में सीमा पार से आतंकवादियों ने आकर जिस प्रकार का कत्लेआम किया, धर्म पूछकर लोगों को मारा, पत्नी के सामने उसके पति को गोलियां मार दी गईं, बच्चों के सामने उनके पिता मौत के घाट उतार दिया गया उससे पूरा हिन्दुस्तान आक्रोश से भरा हुआ था। पूरा विश्व भी इस प्रकार के नरसंहार से चौंक गया था।