वृंदावन/नई दिल्ली, 25 सितंबर: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वृंदावन के प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में दर्शन किए हैं। राष्ट्रपति के दर्शन के लिए मंदिर को कुछ समय के लिए आम भक्तों के लिए बंद रखा गया, ताकि उनकी सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित की जा सके। इस दौरान रिजर्व समय में किसी भी भक्त को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गुरुवार को स्पेशल ट्रेन से मथुरा के वृंदावन पहुंचीं। रेलवे स्टेशन पर उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण और मथुरा के जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह समेत तमाम सीनियर अधिकारियों ने राष्ट्रपति का स्वागत किया। इसके बाद, राष्ट्रपति ने ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में दर्शन-पूजन किया। वे निधिवन पहुंचीं। कार्यक्रम के अनुसार, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोपहर 3:30 बजे मथुरा के कुब्जा कृष्ण मंदिर पहुंचेंगी, जहां वह करीब 30 मिनट तक रहेंगी। इसके बाद, 4:15 बजे वह श्रीकृष्ण जन्मस्थान पहुंचेंगी, जहां वह दर्शन और पूजन करेंगी। शाम 5 बजे राष्ट्रपति मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन पहुंचेंगी, जहां से वह ट्रेन से दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन के लिए प्रस्थान करेंगी। राष्ट्रपति जिस स्पेशल ट्रेन से वृंदावन पहुंची हैं, वह महाराजा एक्सप्रेस ट्रेन है। 16 कोच की ये ट्रेन आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होती है, जिसमें राष्ट्रपति के साथ उनके स्टाफ के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। राष्ट्रपति ने पिछली बार जून 2023 में इसी विशेष ट्रेन से सफर किया था और वे भुवनेश्वर से अपने गृहनगर रायरंगपुर (ओडिशा) गई थीं। 2 साल 3 महीने बाद राष्ट्रपति मुर्मू ने दोबारा इस ट्रेन से सफर किया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के मथुरा-वृंदावन दौरे को लेकर रेलवे स्टेशनों, लाइनों के किनारे और ओवरब्रिजों पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए। आरपीएफ और जीआरपी के जवान पूरे सेक्शन में तैनात हैं। राष्ट्रपति के पहुंचने से पहले ही वरिष्ठ अधिकारियों ने सुचारू यात्रा सुनिश्चित करने के लिए मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी की। श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर और राष्ट्रपति के यात्रा कार्यक्रम के अन्य स्थलों पर सुरक्षा के सभी पहलुओं की गहन जांच की गई।
जेपी नड्डा और जाधव ने राष्ट्रव्यापी स्वैच्छिक स्वच्छता अभियान के तहत किया श्रमदान
नई दिल्ली, 25 सितंबर : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने आज राष्ट्रव्यापी स्वैच्छिक स्वच्छता अभियान ‘एक दिन, एक घंटा, एक साथ’ के अंतर्गत निर्माण भवन और विदेश मंत्रालय भवन के पास सफाई अभियान का आयोजन किया। इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री जेपी नड्डा, राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने श्रमदान कर सड़क की सफाई की। मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों की भी भागीदारी रही। इस अभियान के बाद एक्स पर नड्डा ने तस्वीरें साझा करते हुए कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर, ‘सेवा पखवाड़ा’ के अंतर्गत ‘स्वच्छता ही सेवा-2025’ अभियान में भाग लिया। प्रधानमंत्री ने प्रत्येक नागरिक को इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने और सभी के लिए एक स्वच्छ, स्वस्थ और हरित भारत बनाने में योगदान देने का आग्रह किया। उल्लेखनीय है कि यह पहल स्वच्छता ही सेवा अभियान का हिस्सा है। इसका उद्देश्य स्वच्छ और स्वस्थ भारत के लिए सामुदायिक भागीदारी और नागरिक कार्रवाई को बढ़ावा देना है। मंत्रालय के सभी प्रभागों और अनुभागों के कर्मचारियों ने इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लिया और राष्ट्रव्यापी अभियान की भावना में योगदान दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने ग्रेटर नोएडा में ‘इंटरनेशनल ट्रेड शो’ का उद्घाटन किया, उत्तर प्रदेश को निवेश का प्रमुख केंद्र बताया
ग्रेटर नोएडा, 25 सितंबर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में आयोजित ‘इंटरनेशनल ट्रेड शो’ का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने देश-विदेश के निवेशकों से उत्तर प्रदेश में निवेश करने का आह्वान करते हुए कहा कि राज्य में विकास की अपार संभावनाएं हैं और यह निवेश के लिए एक उभरता हुआ केंद्र बन चुका है। उत्तर प्रदेश की प्रगति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “उत्तर प्रदेश निवेश के लिए अद्भुत संभावनाओं से भरा हुआ है। पिछले कुछ सालों में यहां कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी सुधार हुए हैं, जिससे लॉजिस्टिक लागत में उल्लेखनीय कमी आई है।” उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश पूरे देश में सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे वाला राज्य बन चुका है। यह सबसे ज्यादा इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला राज्य है। हैरिटेज टूरिज्म में उत्तर प्रदेश नंबर वन है और नमामि गंगे जैसे अभियानों ने उत्तर प्रदेश को क्रूज टूरिज्म के लिए उसके मैप पर लाकर अपना स्थान बनाया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश की ‘वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट’ योजना की सराहना की। पीएम मोदी ने कहा, “इसने राज्य के कई जिलों के उत्पादों को वैश्विक बाजार तक पहुंचाया है। मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में भी उत्तर प्रदेश रिकॉर्ड बना रहा है।” पीएम ने बताया कि आज पूरे भारत में जितने मोबाइल फोन बनते हैं, उसमें से 55 प्रतिशत मोबाइल उत्तर प्रदेश में बनते हैं। इसके साथ ही, यूपी अब सेमीकंडक्टर सेक्टर में भी भारत की आत्मनिर्भरता को मजबूती देगा। उन्होंने जानकारी दी कि यहां से कुछ किलोमीटर दूर ही एक बड़ी सेमीकंडक्टर फैसिलिटी पर काम शुरू होने वाला है। रक्षा क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की भूमिका पर जोर देते हुए पीएम मोदी ने कहा, “हमारी सेनाएं स्वदेशी उपकरण चाहती हैं। दूसरों पर निर्भरता को कम करना चाहती हैं। इसलिए भारत में ही हम बायब्रेंट डिफेंस सेक्टर डेवलप कर रहे हैं। पुर्जा-पुर्जा पर मेड इन इंडिया की छाप हो, ऐसा इकोसिस्टम बना रहे हैं। उत्तर प्रदेश इसमें बड़ी भूमिका निभा रहा है। बहुत जल्द रूस के सहयोग से बनी फैक्ट्री से एके 203 राइफल का उत्पादन शुरू होने वाला है। यूपी में डिफेंस कॉरिडोर का निर्माण हो रहा है, जहां ब्रह्मोस मिसाइल समेत अनेक अस्त्र-शस्त्र का निर्माण शुरू हो चुका है।” प्रधानमंत्री ने निवेशकों से अपील की कि वे उत्तर प्रदेश में मैन्युफैक्चरिंग के लिए निवेश करें। उन्होंने कहा, “मैं सभी से आह्वान करता हूं कि उत्तर प्रदेश में निवेश करें। राज्य में मैन्युफैक्चरिंग करें। यहां लाखों एमएसएमई का मजबूत नेटवर्क है। यह लगातार बढ़ रहा है। इनके सामर्थ का इस्तेमाल करके एक कंप्लीट प्रोडक्ट यहीं पर बनाएं। इसके लिए राज्य और केंद्र सरकार आपके साथ है।” उद्घाटन भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने दीनदयाल उपाध्याय को याद किया। उन्होंने कहा, “हम सभी के मार्गदर्शक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्म-जयंती है। दीनदयाल जी ने हमें अंत्योदय की राह दिखाई थी। अंत्योदय यानी जो सबसे आखिर में है, उसका उदय। गरीब से गरीब तक विकास पहुंचे और हर भेदभाव समाप्त हो, यही अंत्योदय है और इसमें ही सामाजिक न्याय की मजबूती निहित है। विकास का यही मॉडल भारत दुनिया को दे रहा है।”
पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मैरीटाइम सेक्टर में किया बड़ा ऐलान
भावनगर, 20 सितंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गुजरात के भावनगर में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में समुद्री क्षेत्र (मैरीटाइम सेक्टर) में कई बड़े ऐलानों की झड़ी लगा दी। उन्होंने हजारों करोड़ रुपये के शिपिंग और पोर्ट प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और उद्घाटन किया, साथ ही भारत को वैश्विक समुद्री शक्ति बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, मनसुख मांडविया, सीआर पाटिल, शांतनु ठाकुर समेत अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। पीएम मोदी ने कहा कि यह कार्यक्रम केवल भावनगर का नहीं, बल्कि पूरे भारत का है, जो समुद्र से समृद्धि की ओर अग्रसर हो रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत का सबसे बड़ा दुश्मन कोई बाहरी ताकत नहीं, बल्कि दूसरे देशों पर हमारी निर्भरता है। उन्होंने कहा, “100 दुखों की एक ही दवाई है, आत्मनिर्भर भारत।” पीएम ने विदेशी निर्भरता को खत्म करने और हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस ने भारत की क्षमताओं को नजरअंदाज किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकारों ने भारत के शिपिंग सेक्टर को बर्बाद कर दिया, जिससे भारत का 95 प्रतिशत समुद्री व्यापार विदेशी जहाजों पर निर्भर हो गया। पीएम मोदी ने बताया कि भारत हर साल करीब 6 लाख करोड़ रुपये विदेशी शिपिंग कंपनियों को किराये के रूप में देता है, जो देश के डिफेंस बजट के बराबर है। उन्होंने कहा कि अब सरकार बड़े जहाजों को इंफ्रास्ट्रक्चर का दर्जा दे रही है, जिससे शिपिंग कंपनियों को बैंक लोन और अन्य वित्तीय सुविधाएं मिल सकेंगी। सरकार तीन नई योजनाओं पर भी काम कर रही है, जिनसे शिप बिल्डिंग को बढ़ावा मिलेगा। इन योजनाओं पर अगले कुछ वर्षों में 70,000 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए जाएंगे। पीएम मोदी ने कहा कि भारत सदियों से समुद्री शक्ति रहा है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत की इस खोई हुई विरासत को फिर से स्थापित किया जाए। उन्होंने आईएनएस विक्रांत और स्वदेशी पनडुब्बियों का उदाहरण देते हुए कहा कि भारत में शिप बनाने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि लोथल में दुनिया का सबसे बड़ा मैरीटाइम म्यूज़ियम बनाया जा रहा है, जो भारत की समृद्ध समुद्री विरासत को दर्शाएगा। प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत में पिछले 11 वर्षों में पोर्ट की क्षमता दोगुनी हुई है। शिप टर्नअराउंड टाइम दो दिन से घटकर एक दिन से कम हुआ है। देश में बड़े पोर्ट्स बन रहे हैं और सागरमाला जैसी स्कीमों से कनेक्टिविटी भी बेहतर हुई है। उन्होंने कहा कि शिपबिल्डिंग को “मदर ऑफ ऑल इंडस्ट्रीज” कहा जाता है, क्योंकि इससे जुड़े सेक्टरों में भी बड़े स्तर पर रोजगार सृजन होता है। शिप इंडस्ट्री की एक जॉब से सप्लाई चेन में 6-7 नई नौकरियां बनती हैं। पीएम मोदी ने बताया कि भारत अब दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा देश बन चुका है जो सी-फेरर्स (नाविक) सप्लाई करता है। जहां एक दशक पहले इनकी संख्या 1.25 लाख थी, वहीं अब यह 3 लाख से ज्यादा हो चुकी है। पीएम मोदी ने देशवासियों से अपील की कि वे स्वदेशी वस्तुओं को अपनाएं। उन्होंने दुकानदारों से कहा कि वे अपनी दुकानों पर “गर्व से कहो, यह स्वदेशी है” का पोस्टर लगाएं, जिससे हर उत्सव देश की समृद्धि का पर्व बन जाए। पीएम ने भावनगर की जनता का आभार जताया और बच्चों द्वारा दिए गए चित्रों को जीवन की सबसे बड़ी पूंजी बताया। उन्होंने कहा कि भावनगर की यह रैली आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक मजबूत संदेश है।
उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन से जयंत चौधरी और चिराग पासवान ने की मुलाकात
नई दिल्ली, 19 सितंबर: नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन से गुरुवार को केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी और चिराग पासवान ने मुलाकात की। दोनों ने इस बात की जानकारी अपने आधिकारिक ‘एक्स’ पोस्ट के जरिए दी। केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री एवं शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर जानकारी साझा करते हुए एक पोस्ट में लिखा, “उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन से मिलकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। उन्होंने चौधरी चरण सिंह की कोयंबटूर यात्रा और उनकी प्रगतिशील नीतियों के बारे में अपने संस्मरण साझा किए। मैं राधाकृष्णन की गहन अंतर्दृष्टि और अनुभवों से सीखने के लिए उत्सुक हूं।” वहीं, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने भी मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, “नई दिल्ली में गुरुवार को नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन से भेंट कर उन्हें जीत की हार्दिक बधाई दी। उनके नेतृत्व में देश की लोकतांत्रिक परंपराएं और अधिक सशक्त होंगी, यही विश्वास है। उपराष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित सीपी राधाकृष्णन ने शुक्रवार यानी 12 सितंबर को भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में उन्हें शपथ दिलाई। 67 वर्षीय राधाकृष्णन ने 9 सितंबर को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों के अंतर से हराकर जीत हासिल की थी। तत्कालीन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों से अचानक इस्तीफा देने के कारण नियमों के तहत यह चुनाव जरूरी था। ऐसा इसलिए कि अगले उपराष्ट्रपति का निर्वाचन निवर्तमान उपराष्ट्रपति की पदावधि की समाप्ति के 60 दिनों के भीतर किया जाना होता है। धनखड़ भी इस समारोह में शामिल हुए, जो उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद उनकी पहली सार्वजनिक उपस्थिति थी।
ज्ञानेश कुमार पर राहुल का सीधा हमला, एक सप्ताह का अल्टीमेटम; बोले- हाइड्रोजन बम बाकी
नई दिल्ली, 18 सितंबर: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को फिर चुनाव आयोग पर निशाना साधा। उन्होंने कर्नाटक की आलंद विधानसभा और महाराष्ट्र की राजुरा विधानसभा का जिक्र करते हुए कहा कि टारगेट करके वोट काटे गए और जोड़े गए। राहुल गांधी ने कर्नाटक की आलंद विधानसभा सीट का जिक्र करते हुए कहा कि यहां 2023 के विधानसभा चुनाव में 6018 वोट डिलीट किए गए। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की मजबूत सीट है, इसलिए इसे टारगेट किया गया। कांग्रेस सांसद ने कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार वोट चोरों को बचा रहे हैं। इसके ऐसे सबूत हैं, जिन्हें खारिज नहीं किया जा सकता। ये सबूत ब्लैक ऐंड वाइट हैं। हमारे पास प्रमाण हैं कि पूरे देश में अल्पसंख्यक, दलितों, आदिवासियों और ओबीसी वर्ग के लाखों वोट काटे जाते हैं। ऐसा इसलिए ताकि विपक्ष का वोट कम हो सके। आलंद विधानसभा को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि वोट चोरी का मामला तब पकड़ में आया, जब एक बीएलओ ने देखा कि उसके अंकल का ही वोट डिलीट हुआ है। पता चला कि एक पड़ोसी के नंबर से ऐसा हुआ है। उन्होंने जब पड़ोसी से बात की तो उसने कहा कि मुझे तो पता ही नहीं है कि कैसे डिलीट हुआ। राहुल गांधी ने कहा कि दूसरे राज्यों के मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल करते हुए ऑनलाइन फॉर्म जमा किए गए। राहुल गांधी ने गोदा बाई नाम की एक महिला का भी उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि इनके नंबर से कुल 12 वोट डिलीट हो गए और इनको पता तक नहीं है। एक अन्य शख्स सूर्यकांत के नाम पर 12 लोगों के नाम डिलीट कराए जाने का भी उदाहरण दिया गया। इसके अलावा एक और उदाहरण देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि महज 36 सेकेंड के भीतर दो फॉर्म भर दिए गए। आखिर यह कैसे संभव है कि दो फॉर्म महज इतने टाइम में भर दिए जाएं। इसके अलावा यह समय भी सुबह 4 बजकर 7 मिनट का होता है। राहुल गांधी ने कहा- 10 बूथों से काटे गए वोट, जहां कांग्रेस मजबूत राहुल गांधी ने कहा कि यह सेंट्रलाइज्ड तरीके से हुआ है। ऑटोमेटेड चीजों का इस्तेमाल करते हुए लोगों के नाम काटे गए हैं। बड़े पैमाने पर ऐसा हुआ है। किसी एक व्यक्ति या फिर बीएलओ के स्तर पर ऐसा नहीं हुआ है। राहुल गांधी ने कहा कि ऐसे 10 बूथों से सबसे ज्यादा वोट कटे, जहां कांग्रेस ने 2018 में जीत हासिल की थी। राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक सीआईडी ने 18 महीनों में 18 लेटर भेजे हैं, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। सीआईडी ने पूछा कि वे आईपी एड्रेस दिए जाएं, जहां से ये फॉर्म भरे गए। इसके अलावा डिवाइस की लोकेशन और ओटीपी ट्रेल भी दी जाए। इस बारे में कोई जवाब चुनाव आयोग से नहीं मिला है। चुनाव आयोग को दिया एक सप्ताह का अल्टीमेटम कांग्रेस नेता ने कहा कि इन लोगों को आखिर कौन बचा रहा है तो ऐसा करने वाले शख्स कोई और नहीं बल्कि ज्ञानेश कुमार हैं। उन्होंने चैलेंज दिया है कि एक सप्ताह के अंदर चुनाव आयोग पूरी डिटेल दे। यदि नहीं दी तो फिर स्पष्ट हो जाएगा कि वोट चोरी हो रही है और चुनाव आयोग उन्हें बचाने में जुटा है। महाराष्ट्र की राजुरा सीट को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि यहां 6850 वोटर अचानक ऐड कर लिए गए। राहुल गांधी ने कहा कि यदि एक सप्ताह में जवाब नहीं मिला तो देश के युवा समझेंगे कि आप भी संविधान की हत्या करने वालों के साथ हैं।
‘मुझे अब चुनाव आयोग के अंदर से मिल रही मदद’, राहुल गांधी ने कर दिया नया दावा
नई दिल्ली, 18 सितंबर : लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने दिल्ली के इंदिरा भवन ऑडिटोरियम में एक बार फिर से वोट चोरी का मुद्दा उठाया है। आज की पीसी की दौरान उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर भी आरोप लगाए। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि वोट चोरी के मुद्दे पर उन्हें आयोग के अंदर से मदद मिल रही है। दरअसल, प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में राहुल गांधी ने कहा हाइड्रोजन बम अभी बाद में आएगा। उन्होंने मुख्य चुनाव आयु्क्त पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीईसी उन लोगों को बचा रहे हैं जिन्होंने भारतीय लोकतंत्र को नष्ट किया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि हमें चुनाव आयोग के अंदर से मदद मिलनी शुरू हो गई है। मैं स्पष्ट कर रहा हूं कि अब हमें चुनाव आयोग के अंदर से जानकारी मिल रही है, और यह रुकने वाला नहीं है। राहुल गांधी ने अपनी पीसी के दौरान कहा कि भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को भारतीय लोकतंत्र को नष्ट करने वाले लोगों को बचाना बंद करना चाहिए। आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र के राजुरा में 6815 टारगेट मतदाताओं के नाम जोड़े गए। अलंद में हमने हटाए गए मतदाता पकड़े, राजुरा में भी जोड़े गए, लेकिन मूल विचार वही है। यही व्यवस्था ऐसा कर रही है। यह कर्नाटक, महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में भी ऐसा कर रही है और हमारे पास इसके सबूत हैं। ’10-15 साल से चल रहा ये सिलसिला’ राहुल गांधी ने कहा कि चौंकाने वाली बात है कि यह सिलसिला पिछले 10 से 15 वर्षों से जारी है। यह एक व्यवस्था है, यह एक ढांचा है। लोकतंत्र का अपहरण हो गया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को केवल भारत के लोग ही बचा सकते हैं। कोई और लोकतंत्र को नहीं बचा सकता। राहुल गांधी यहाँ आकर कुछ कह सकते हैं और कह सकते हैं कि यह सच है, लेकिन भारत के लोग यह कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि दिल्ली में राहुल गांधी ने वोटर लिस्ट में धांधली और वोट चोरी से जुड़े मुद्दे को एक बार फिर उठाया। राहुल गांधी ने कहा कि हम बिना पुख्ता सबूत के कुछ भी नहीं कह रहे हैं। बता दें कि इससे पहले बिहार में राहुल गांधी ने वोटर अधिकार यात्रा निकाली थी। इस यात्रा में इंडी गठबंधन के नेता शामिल हुए थे।
पाक की बार-बार अपील के चलते संघर्ष विराम किया : राजनाथ
हैदराबाद, 17 सितंबर : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान संघर्ष को रोकने के लिए हस्तक्षेप किया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता के कारण स्थगित नहीं हुआ था, बल्कि पाकिस्तान की बार-बार की गई अपील के चलते अस्थायी रूप से रोका गया। हैदराबाद मुक्ति दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में राजनाथ ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि भविष्य में भारत पर कोई आतंकी हमला हुआ तो ऑपरेशन सिंदूर दोबारा शुरू होगा। रक्षा मंत्री ने कहा, कुछ लोग सवाल करते हैं कि भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम किसी के हस्तक्षेप से हुआ। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि आतंकवादियों पर कार्रवाई किसी के दबाव से नहीं रोकी गई। कुछ लोग दावा करते हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच ऑपरेशन रुकवाया। यह बिल्कुल गलत है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने भी स्पष्ट किया है कि भारत किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करता। डार ने एक इंटरव्यू में कहा था कि भारत का हमेशा यही रुख रहा है कि यह मामला द्विपक्षीय है। अजहर के परिवार के लोग मारे गए रक्षा मंत्री ने कहा, भारतीय मिसाइल हमलों से आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के परिजनों की मौत हुई थी, जिसकी पुष्टि खुद जैश के एक कमांडर ने की है। इस संबंध में वीडियो भी सामने आ चुका है। आज का भारत किसी के कहने पर नहीं चलता राजनाथ सिंह ने कहा, पिछले एक दशक में भारत ने बार-बार यह साबित किया है कि वह किसी भी चुनौती का जवाब देने में सक्षम है। 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक, 2019 की बालाकोट एयर स्ट्राइक और इस साल ऑपरेशन सिंदूर इस बात के प्रमाण हैं कि भारत शांति को न मानने वालों को जवाब देना जानता है। उन्होंने कहा, आज का भारत किसी के कहने पर नहीं चलता। वह अब अपनी दिशा खुद तय करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इतना मजबूत हो चुका है कि अब कोई भी ताकत उसकी संप्रभुता को चुनौती देने की हिम्मत नहीं कर सकती। रजाकारों की हिंसा की तुलना आतंकी हमले से की हैदराबाद मुक्ति दिवस पर बोलते हुए रक्षा मंत्री ने निजाम समर्थक रजाकारों की हिंसा को भी याद किया और उसकी तुलना पहलगाम आतंकी हमले से की। उन्होंने कहा, 1948 में सरदार पटेल ने रजाकारों की साजिश को नाकाम किया था, आज भी पाकिस्तान के आतंकवाद को भारत नाकाम कर रहा है। उन्होंने कहा कि जब हम रजाकारों की बात करते हैं तो यह किसी समुदाय के खिलाफ नहीं बल्कि उस सोच के खिलाफ है, जो भारत की आत्मा और सर्वधर्म समभाव की भावना के खिलाफ है। राष्ट्रीय ध्वज फहराकर परेड का निरीक्षण किया कार्यक्रम में केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंडी संजय कुमार सहित कई लोग मौजूद रहे। इससे पहले राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और केंद्रीय बलों की परेड का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सरदार पटेल की एक प्रतिमा का भी अनावरण किया।
मप्र : मोदी ने धार में देश के पहले ‘पीएम मित्र पार्क’ का शिलान्यास किया, स्वदेशी की पुरजोर वकालत की
धार, 17 सितंबर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को मध्यप्रदेश के धार जिले के ग्राम भैंसोला में देश के पहले ‘पीएम मित्र पार्क’ का शिलान्यास किया और स्वदेशी वस्तुओं की पुरजोर वकालत करते हुए देशवासियों से देश में ही बने सामान खरीदने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने अपने जन्मदिन के अवसर पर ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार’ तथा ‘आठवें राष्ट्रीय पोषण माह’ अभियान की शुरुआत भी की और कहा कि इनका मकसद है कि एक भी महिला, जानकारी या संसाधनों के अभाव में बीमारी का शिकार न हो। प्रधानमंत्री मोदी 17 सितंबर को 75 वर्ष के हो गए और उनके जन्मदिन पर मध्यप्रदेश का यह उनका दूसरा दौरा है। प्रधानमंत्री ने 17 सितंबर, 2022 को नामीबिया से लाए गए जंगली चीतों को राज्य के श्योपुर जिले के कुनो राष्ट्रीय उद्यान के एक बाड़े में छोड़ा था। इन चीतों को ‘प्रोजेक्ट चीता’ के तहत भारत लाया गया था। ‘पीएम मित्र पार्क’ के शिलान्यास और अन्य अभियानों की शुरुआत के बाद अपने संबोधन में मोदी ने कहा, ‘‘विश्वकर्मा जयंती के दिन आज एक बड़ी औद्योगिक शुरुआत होने जा रही है। देश के सबसे बड़े इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल पार्क का शिलान्यास यहां हुआ है। इस पार्क से भारत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री को नई ऊर्जा मिलेगी और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिलेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस टेक्सटाइल पार्क से हमारे युवकों, युवतियों को बड़ी संख्या में रोजगार मिलेगा।’’ अधिकारियों के मुताबिक लगभग 2,158 एकड़ के भूभाग में विकसित होने वाला यह ‘पीएम मित्र पार्क’ विश्व स्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित होगा और इसका सबसे बड़ा लाभ प्रदेश के कपास उत्पादकों को मिलेगा क्योंकि इससे किसानों की आय में वृद्धि होगी और उन्हें उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिलेगा। स्वदेशी वस्तुओं की पुरजोर वकालत करते हुए मोदी ने कहा, ”यह त्योहारों का मौसम है और हमें स्वदेशी के मंत्र को याद रखना चाहिए और इसे अपने जीवन में शामिल करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘यह त्योहारों का समय है, और इसी समय हमें स्वदेशी का मंत्र याद रखना है और उसे अपने जीवन में उतारना है। मेरी 140 करोड़ देशवासियों से करबद्ध प्रार्थना है। आप जो भी खरीदें, वह हमारे देश में ही बना होना चाहिए। आप जो भी खरीदें, उसमें पसीना किसी न किसी हिंदुस्तानी का होना चाहिए। आप जो भी खरीदें, उसमें मेरे हिंदुस्तान की मिट्टी की महक होनी चाहिए।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे देश का पैसा देश में ही रहता है और यही पैसा विकास के काम आता है। उन्होंने कहा, ‘‘सड़कें, स्कूल, चिकित्सालय बनते हैं। पैसा गरीब कल्याण के काम आता है। मध्यम वर्ग के सपनों को पूरा करने के लिए बहुत धन की जरुरत है, जिसे हम छोटी-छोटी चीजें करके अर्जित कर सकते है।’’ मोदी ने कहा कि 22 सितंबर से नवरात्रि के पहले दिन से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की कम दरें लागू हो रही है और देशवासियों को स्वदेशी चीजें खरीदकर उसका लाभ लेना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘हर दुकान में स्वदेशी का बोर्ड लगा होना चाहिए और गर्व से कहना चाहिए कि यह स्वदेशी है।’’ प्रधानमंत्री ने व्यापारी समुदाय से आग्रह किया कि वे भी देशहित में इस अभियान में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा, ‘‘वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनाना है। सारे छोटे-मोटे व्यापारी, आप जो भी बेचें, वह हमारे देश में बना होना चाहिए। महात्मा गांधी ने स्वदेशी को आजादी का माध्यम बनाया और हमें स्वदेशी को विकसित भारत की नींव बनाना है।’’ उन्होंने कहा कि यह तब होगा जब देश में बनी चीजों पर हम गर्व करेंगे। उन्होंने इस दौरान लोगों से ‘गर्व से कहो, यह स्वदेशी है’ के नारे भी लगवाए। मोदी ने कहा कि विकसित होते भारत में मातृ-मृत्यु दर और शिशु-मृत्यु दर को जितना संभव हो सके, कम करना ही है। उन्होंने कहा कि इसी उद्देश्य से वर्ष 2017 में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना शुरू की गई और इसके तहत पहली संतान होने पर 5,000 रुपये और दूसरी बेटी के जन्म पर 6,000 रुपये सीधे बैंक खाते में दिए जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अब तक 4.5 करोड़ से अधिक गर्भवती माताओं को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ मिल चुका है। अब तक 19 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि मेरी माताओं बहनों के खातों में पहुंच चुकी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘स्वस्थ नारी-सशक्त परिवार’ अभियान माताओं-बहनों को समर्पित है। हमारा मकसद है- एक भी महिला, जानकारी या संसाधनों के अभाव में बीमारी का शिकार न हो।’’ उन्होंने कहा कि आज के ही दिन 15 लाख से अधिक गर्भवती महिलाओं को एक क्लिक से सहायता भेजी गई। उन्होंने कहा कि 450 करोड़ रुपये से अधिक की राशि सीधे उनके खातों में जमा की गई। जनजातीय क्षेत्रों में सिकल सेल एनीमिया की गंभीर चुनौती का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके तहत 2023 में मध्यप्रदेश के शहडोल में पहला सिकल सेल स्क्रीनिंग कार्ड जारी किया गया था। उन्होंने कहा, ‘आज मध्यप्रदेश में एक करोड़वां स्क्रीनिंग कार्ड वितरित किया गया है और इस अभियान के तहत देश भर में पांच करोड़ से अधिक व्यक्तियों की जांच की गई है।’ प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि सिकल सेल जांच ने जनजातीय समुदायों में लाखों लोगों के जीवन को सुरक्षित रखने में मदद की है। उन्होंने आदिवासी माताओं और बहनों से सिकल सेल एनीमिया की जांच सुनिश्चित करने की विशेष अपील की। इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री मोहन यादव और मध्यप्रदेश मंत्रिमंडल के सदस्यों सहित भारतीय जनता पार्टी के कई वरिष्ठ नेता सम्मिलित हुए।
मोदी 75–रोहिणी में ‘आरंभ पुस्तकालय शुरू
नई दिल्ली, 17 सितंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस पर उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने रोहिणी में ‘आरंभ पुस्तकालय का उद्घाटन किया। पुस्तकालय 8-8 घंटे की तीन शिफ्ट में 24 घंटे काम करेगा। तीन शिफ्ट में प्रतिदिन 130 से अधिक छात्रों को समायोजित करने की क्षमता वाला यह पुस्तकालय प्रति शिफ्ट एक हजार प्रति माह के शुल्क पर उपलब्ध होगा। सक्सेना ने कहा कि इसका उद्देश्य छात्रों को अपने सपनों को साकार करने के लिए सुरक्षित, संरक्षित और सम्मानजनक स्थान प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नए पुस्तकालय के साथ न केवल अध्ययन स्थल बना रहे हैं, बल्कि आशा का संचार भी कर रहे हैं। दिल्ली की नॉलेज कैपिटल को मजबूत बना रहे हैं। इस अवसर पर सांसद योगेन्द्र चंदोलिया भी उपस्थित थे।