दमोह, 07 जून: मध्यप्रदेश के दमोह जिला मुख्यालय स्थित गंगा जमुना स्कूल को क्लीन चिट देने वाले जिला शिक्षा अधिकारी एस के मिश्रा के चेहरे पर स्याही पोतने के मामले में भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष सहित तीन अन्य पर कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी एस के मिश्रा के आवेदन के उपरांत कोतवाली थाना में कल देर रात्रि अमित बजाज, मोंटी रैकवार, संदीप शर्मा के विरुद्ध शासकीय कार्य में व्यवधान, किसी व्यक्ति के अपमान करने के इरादे से हमला करना, किसी व्यक्ति को गलत तरीके से रोकने आदि धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। जिला कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा इस घटना की पूरी जानकारी दी गई थी जिसके उपरांत उनके द्वारा शिकायत दर्ज करा दी गई है। क्योंकि गंगा जमुना स्कूल की जांच चल रही है, लेकिन इस प्रकार की कार्यवाही पूर्णरूपेण गलत है। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी एस के मिश्रा का कहना है कि उनके द्वारा गंगा जमुना स्कूल को क्लीन चिट देने के मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई। जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ही कार्रवाई की जा रही है। उनका आरोप है कि भाजपा पदाधिकारियों द्वारा षड्यंत्रपूर्वक इस घटना को अंजाम दिया है।
सरकार ने प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को फिर बातचीत के लिए बुलाया: अनुराग ठाकुर
नई दिल्ली, 07 जून : गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के कुछ दिन बाद सरकार ने भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को उनके मुद्दों पर बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार आधी रात के बाद ट्वीट किया सरकार, ”पहलवानों के साथ उनके मुद्दों पर चर्चा करने की इच्छुक है।” उन्होंने कहा, ”मैंने बातचीत के लिए पहलवानों को एक बार फिर आमंत्रित किया है।” पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लंबे समय से विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। सिंह पर कई महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। हालांकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं सांसद सिंह ने इन सभी आरोपों को खारिज किया है। दिल्ली पुलिस ने यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के सिलसिले में सिंह के सहयोगियों और उत्तर प्रदेश के गोंडा में उनके आवास पर काम करने वाले लोगों के मंगलवार को बयान दर्ज किए थे। वहीं जिस नाबालिग के बयान के आधार पर सिंह के खिलाफ यौन शोषण से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था, उसका बयान दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 164 के तहत एक बार फिर दर्ज किया गया है।
महाराष्ट्र: छात्रावास में मृत मिली छात्रा, संदिग्ध का शव रेल की पटरी पर मिला
मुंबई, 07 जून: दक्षिण मुंबई में 18 वर्षीय छात्रा अपने छात्रावास के कमरे में मृत पाई गई, जबकि इस मामले में एक संदिग्ध सुरक्षा कर्मी का शव रेल की पटरियों से बरामद हुआ। पुलिस ने यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि ऐसा संदेह है कि युवती का यौन उत्पीड़न किया गया, लेकिन इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगी। अधिकारी ने बताया कि छात्रा उपनगर बांद्रा में एक सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज में पढ़ती थी। छात्रावास के कमरे में पहुंचने पर पुलिस ने उसे मृत पाया, उसके गले में दुपट्टा (स्टोल) लिपटा हुआ था। उन्होंने बताया कि मामले में संदिग्ध सुरक्षाकर्मी मंगलवार सुबह रेल की पटरियों पर मृत मिला। अधिकारी ने बताया कि मरीन ड्राइव थाने में हत्या के संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गयी है। मामले की जांच जारी है।
भारत की राष्ट्रपति को सूरीनाम का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
पैरामारिबो, 06 जून (वेब वार्ता): भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सूरीनाम के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ग्रैंड ऑर्डर ऑफ द चेन ऑफ द येलो स्टार’ से सम्मानित किया गया है। सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी ने मजबूत द्विपक्षीय संबंधों के लिए भारतीय राष्ट्रपति मुर्मू को सम्मानित किया। राष्ट्रपति मुर्मू ने सम्मान समारोह के दौरान संबोधन में कहा कि वे सूरीनाम के सबसे बड़े सम्मान से सम्मानित होकर काफी खुश हैं। इस सम्मान से सिर्फ उन्हें ही नहीं बल्कि 140 करोड़ भारतवासियों को गर्व महसूस हो रहा है। उन्होंने इस सम्मान का श्रेय भारतीय-सुरीनामी समुदाय के लोगों को दिया और कहा कि उनके कारण हमारे रिश्तों में अधिक मजबूती आई है। भारतीय राष्ट्रपति ने सूरीनाम में भारतीयों के पहुंचने की 150वीं सालगिरह पर आयोजित सांस्कृतिक समारोह में भी सहभागिता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि वे सूरीनाम की पहली यात्रा पर आई हैं। दोनों देशों के बीच अत्यधिक साम्य है। उन्हें लग रहा है कि वे अपने ही घर में हैं। राष्ट्रपति मुर्मू ने सोमवार को सूरीनाम के राष्ट्रपति संतोखी से मुलाकात करने के बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता का नेतृत्व भी किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सूरीनाम आकर उन्हें बहुत खुशी हो रही है। सूरीनाम के आतिथ्य और स्वागत से बहुत अभिभूत होने की बात कहकर उन्होंने भारतीयों की ओर से शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि भारत और सूरीनाम के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध दोनों देशों के मजबूत रिश्तों की नींव हैं। दोनों देशों के राष्ट्रपतियों ने भारत और सूरीनाम के बीच विशेष मेमोरंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग पर भी हस्ताक्षर किये।
बालासोर रेल हादसा : सीबीआई ने जांच शुरू की, रेल अधिकारियों से की पूछताछ
बालासोर, 06 जून: बालासोर में दो जून को हुए रेल हादसे की जांच कर रही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की 10 सदस्यीय टीम इस समय ओडिशा में है और उसने मंगलवार को पटरियों और सिग्नल रूम का निरीक्षण किया और बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन पर तैनात रेल अधिकारियों से पूछताछ की। उल्लेखनीय है कि रेलवे बोर्ड ने रविवार को दुघर्टना की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की थी। दो यात्री ट्रेनों और एक मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने से कुल 278 लोगों की जान गई थी और करीब 1200 लोग घायल हुए थे। सीबीआई अधिकारियों के साथ आई फॉरेंसिक टीम ने भी सिग्नल रूप के कर्मचारियों से बात की और विभिन्न उपकरणों के उपयोग एवं उनके काम करने के तरीकों की जानकारी प्राप्त की। सीबीआई हादसे की आपराधिक कोण से जांच करेगी क्योंकि रेलवे ने हादसे के पीछे तोड़फोड या बाहरी हस्तक्षेप की आशंका जताई है। खुर्दा रोड मंडल के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) रिंकेश रॉय ने संदेह जताया है कि सिग्नल प्रणाली में संभवत: ‘छेड़छाड़’ की गई है। उल्लेखनीय है कि घटना के एक दिन बाद यानी तीन जून को ओडिशा पुलिस द्वारा बालोसोर राजकीय रेलवे पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी संख्या 64 की जांच केंद्रीय एजेंसी ने अपने हाथ में ली है। दक्षिण पूर्वी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी आदित्य चौधरी ने कहा, ”सीबीआई सभी पहलुओं की जांच करेगी। वह जानकारी एकत्र कर रही है और रेलवे इसमें पूरा सहयोग करेगा।” रेलवे सुरक्षा के मुख्य आयुक्त (दक्षिण पूर्वी क्षेत्र) शैलेश कुमार पाठक ने सोमवार को घटनास्थल का दौरा किया और अपनी जांच के तहत हादसे के बारे में लोगों से बात की। एक अधिकारी ने बताया कि हादसे की वजहों की जानकारी सीबीआई और सीसीआरएस की जांच पूरी होने के बाद ही मिल पाएगी। उन्होंने कहा कि बालासोर जीआरपी ने मामले में प्राथमिकी दर्ज की है और वह भी हादसे की जांच कर रही है। गौरतलब है कि दो जून शाम करीब सात बजे हावड़ा के नजदीक शालीमार से चेन्नई सेंट्रल जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी जिससे उसके अधिकतर डिब्बे पटरी से उतर गए थे। उसी समय दूसरी ओर से गुजर रही बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस के आखिरी कुछ डिब्बे भी कोरोमंडल एक्सप्रेस की बेपटरी हुई बोगियों से टकरा गए थे। हादसे में मारे गए 278 लोगों में 177 लोगों की पहचान कर ली गई है और उनके शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं।
ओडिसा रेल हादसा: रिलायंस फाउंडेशन ने बढ़ाया हाथ, संस्था ने किए पीड़ित लोगो के लिए 10 बड़े ऐलान
नई दिल्ली, 06 जून: ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे से प्रभावित लोगों के लिए अडाणी समूह के बाद रिलायंस फाउंडेशन ने भी हाथ बढ़ाया है। इस संस्था ने हादसा प्रभावित लोगों के लिए 10 बड़े ऐलान किए हैं। इनमें प्रभावित परिवारों को छह महीने तक मुफ्त राशन और जरूरत पड़ने पर मृतक के परिवार के आश्रित को नौकरी देना भी शामिल है। रिलायंस फाउंडेशन की फाउंडर एवं चेयरपर्सन नीता अंबानी ने बालासोर ट्रेन हादसा पीड़ितों के परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रिलायंस की टीम पीड़ितों की मदद के लिए 24 घंटे उपलब्ध है और मदद कर रही है। गौरतलब है कि ओडिशा के बालासोर में 2 जून को हुए ट्रेन हादसे में 275 लोगों की मौत हुई है जबकि 1100 से अधिक लोग घायल हैं। -रिलायंस फाउंडेशन राहत एवं बचाव कार्य में लगी एम्बुलेंस के लिए जियो-बीपी नेटवर्क से मुफ्त फ्यूल देगी। -पीड़ित परिवारों को अगले छह महीने के लिए रिलायंस स्टोर से मुफ्त राशन, जिसमें आटा, चावल, तेल, दाल आदि खाद्य सामग्री शामिल है। -इसके साथ ही संस्था घायलों को मुफ्त दवाएं और अगर जरूरत हुई तो फ्री इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराने, मानसिक आघात से मुकाबले के लिए काउंसलिंग की सेवा देने की घोषणा की है। -रिलायंस रिटेल और जियो के माध्यम से मृतक के परिवार में से किसी एक को जरूरत के हिसाब से नौकरी दी जाएगी। -दुर्घटना में अपंग होने वाले लोगों को मदद भी मुहैया कएगी, जिसमें व्हील चेयर और कृत्रिम अंग शामिल हैं। -हादसे से प्रभावित लोगों को रोजगार के नए अवसर तलाशने के लिए स्किल ट्रेनिंग भी देगी। -हादसे में जिन महिलाओं ने अपने घर का इकलौता आय का स्रोत खोया है, उन्हें ट्रेनिंग और लघु ऋण की पेशकश की जाएगी। -ग्रामीण क्षेत्रों में प्रभावित लोगों को वैकल्पिक आय के स्रोत के लिए गाय, भैंस, बकरी और पॉल्ट्री फॉर्म खोलने की सुविधा दी जाएंगी। -इसके अलावा दुर्घटना में जान गंवाने वाले शख्स के परिवार के एक सदस्य को सालभर के लिए फ्री मोबाइल कनेक्टिविटी दी जाएगी, ताकि वह अपनी आजीविका का साधन फिर से बना सके।
जर्मन रक्षामंत्री चार दिवसीय भारत यात्रा पर पहुंचे दिल्ली, राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की
– रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करके द्विपक्षीय वार्ता करेंगे – पिस्टोरियस से रक्षा सहयोग के मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना नई दिल्ली, 06 जून : जर्मनी के रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस चार दिवसीय भारत यात्रा पर दिल्ली पहुंच गए हैं। उन्होंने मंगलवार को सुबह राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का दौरा करके अपनी यात्रा शुरू की। उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों के वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए यहां पुष्पांजलि अर्पित की। बोरिस पिस्टोरियस आज दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करेंगे। बैठक के दौरान औद्योगिक सहयोग पर ध्यान देने के साथ द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के कई मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। जर्मनी के रक्षा मंत्री पिस्टोरियस एक प्रतिनिधिमंडल के साथ सोमवार को चार दिवसीय यात्रा पर दिल्ली पहुंचे। आज सुबह सबसे पहले उन्होंने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जाकर भारतीय सशस्त्र बलों के वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित की। भारत में जर्मन दूतावास ने ट्वीट किया, भारत में जर्मन रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस की टीम का गर्मजोशी से स्वागत है। आपको यहां पाकर बहुत खुशी हुई और दिल्ली में दो दिवसीय यात्रा के लिए उत्साहित हूं और मुंबई! पिस्टोरियस आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बैठक करेंगे। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक पिस्टोरियस नई दिल्ली में इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस (आई-डेक्स) की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कुछ रक्षा स्टार्टअप से मिलेंगे। वह 7 जून को मुंबई जाएंगे, जहां पश्चिमी नौसेना कमान मुख्यालय और मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड का दौरा करेंगे। जर्मन रक्षा मंत्री ने भारत की चार दिवसीय यात्रा से पहले जकार्ता में कहा कि रूसी हथियारों पर भारत की निरंतर निर्भरता जर्मनी के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा मुद्दा है, जिसे हमें अन्य साझेदारों के साथ मिलकर सुलझाना है, लेकिन इसमें हमारी कोई दिलचस्पी नहीं हो सकती है कि भारत हथियारों या अन्य सामग्रियों की आपूर्ति के लिए रूस पर इतना निर्भर है। पिस्टोरियस ने कहा कि जर्मनी भारत और इंडोनेशिया जैसे भागीदारों का समर्थन करने के लिए तैयार है। विदेश मंत्रालय के अनुसार भारत और जर्मनी के बीच द्विपक्षीय संबंध सामान्य लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर स्थापित हैं और उच्च स्तर के विश्वास एवं आपसी सम्मान द्वारा चिह्नित हैं। भारत द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जर्मनी के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने वाले पहले देशों में से एक था।
उत्तराखंड के तीन मंदिरों में महिलाओं और लड़कियों के लिए ड्रैस कोड लागू
-महानिर्वाणी अखाड़े ने की घोषणा, उत्तराखंड के 3 मंदिरों में लागू होगा फैसला ऋषिकेश, 05 जून: उत्तराखंड के तीन मंदिरों में महिलाओं और लड़कियों के लिए ड्रैस कोड लागू किया गया है। हरिद्वार के दक्ष प्रजापित मंदिर, पौड़ी के नीलकंठ महादेव मंदिर और देहरादून के टपकेश्वर महादेव मंदिर में लड़कियां छोटे कपड़े पहनकर दर्शन के लिए नहीं जा सकेंगी। इन तीनों मंदिरों को मैनेज करने वाले महानिर्वाणी अखाड़े ने यह आदेश जारी किया है। रिपोट्र्स के मुताबिक, स्कर्ट या शॉट्र्स पहनने पर मंदिर में एंट्री नहीं मिलेगी। जिन महिलाओं के शरीर का 80 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा ढका हुआ होगा, वे ही मंदिर में जा पाएंगी। अखाड़े के सेक्रेटरी, महंत रविंदर पुरी ने कहा कि श्रद्धालुओं को मंदिरों में देश के पारंपरिक कपड़े पहन कर जाना चाहिए। मंदिरों की पवित्रता बनाए रखने के लिए पहले लोगों से अपील की गई थी। अब इसके लिए आदेश जारी किया गया है। देहरादून के टपकेश्वर महादेव मंदिर में इसके लिए एक बोर्ड भी बनाया गया है। नागपुर के 4 मंदिरों में भी ड्रैस कोड लागू उत्तराखंड से पहले नागपुर के 4 मंदिरों में भी ड्रेस कोड लागू किया गया था। महाराष्ट्र मंदिर महासंघ ने 26 मार्च को जानकारी दी कि गोपालकृष्ण मंदिर (धंतोली), संकट मोचन पंचमुखी हनुमान मंदिर (बेलोरी-सावनेर), बृहस्पति मंदिर (कानोलीबारा) और हिलटॉप दुर्गामाता मंदिर (मानवतानगर) में आपत्तिजनक कपड़े पहनने पर एंट्री नहीं दी जाएगी। इसके लिए मंदिर के बाहर पोस्टर भी लगाए गए। अलीगढ़ के हनुमान मंदिर में ड्रेस कोड अलीगढ़ के गिलहराजजी मंदिर के महंत योगी कौशल नाथ ने 17 मई को फरमान जारी किया। इसमें मंदिर परिसर में मुस्लिमों के प्रवेश को वर्जित किया गया। हिंदुओं के लिए भी ड्रेस कोड लागू किया। इसमें कटे-फटे जींस और महिलाओं को छोटे कपड़े, जींस और स्कर्ट पहनकर आने पर प्रतिबंध लगाया गया। मथुरा के मंदिर में ड्रेस कोड मथुरा-वृंदावन के राधा दामोदर मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए ड्रैस कोड लागू किया गया है। मंदिर के बाहर नोटिस लगाकर लोगों से मर्यादित कपड़े पहन कर ही आने की अपील की गई है। नोटिस के मुताबिक, पुरुष नेकर और बरमूडा और महिलाएं शॉट्र्स पहनकर ना आएं।
बिहार में निर्माणाधीन पुल गिरा, सरकार का दावा- खामियां थीं इसलिए गिराया जा रहा
खगड़िया/भागलपुर, 05 जून : बिहार के भागलपुर जिले में रविवार शाम को गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल ढह गया। राज्य सरकार के अधिकारियों ने दावा किया कि पुल के कुछ हिस्सों को विशेषज्ञों की सलाह के तहत योजनाबद्ध तरीके से जानबूझकर ध्वस्त कर दिया गया क्योंकि इसमें डिजाइन की खामियां थीं। भागलपुर को खगड़िया जिले से जोड़ने वाले अगुवानी-सुल्तानगंज पुल के गिरने से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। खगड़िया में हुई इस घटना की तस्वीरें सामने आने के बाद विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला। इसके बाद उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और सड़क निर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने आनन-फानन में प्रेसवार्ता आयोजित की। यादव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आपको याद दिला दूं कि पिछले साल 30 अप्रैल को इस पुल का एक हिस्सा ढह गया था। इसके बाद, हमने निर्माण मामलों में अपनी विशेषज्ञता के लिए मशहूर आईआईटी-रुड़की से एक अध्ययन करने के लिए संपर्क किया। इसकी अंतिम रिपोर्ट आनी बाकी है लेकिन संरचना का अध्ययन करने वाले विशेषज्ञों ने हमें सूचित किया था कि इसमें गंभीर खामियां हैं।’’ यादव ने प्रेसवार्ता में कहा, ‘‘पिछले साल इस पुल का एक हिस्सा आंधी में ढह गया था। यह एक ऐसी घटना थी, जिसके बारे में व्यापक रूप से चर्चा हुई थी और मैंने विपक्ष के तत्कालीन नेता के रूप में इसे मजबूती से उठाया था। सत्ता में आने पर हमने जांच के आदेश दिए और विशेषज्ञों की राय मांगी।’’ अमृत ने कहा, ‘‘यह निर्णय लिया गया कि हमें कोई जोखिम नहीं लेना चाहिए इसलिए पुल के कुछ हिस्सों को गिराने का फैसला किया गया। आज की घटना ऐसी ही एक कवायद का हिस्सा थी।’’ उन्होंने कहा कि अंतिम रिपोर्ट आने के बाद राज्य सरकार उस कंपनी को काली सूची में डालने और प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई करेगी, जिसे परियोजना का ठेका दिया गया था। अमृत ने यह भी कहा कि घटना की खबर मिलने के तुरंत बाद उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुलाया और दुर्घटना पर एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी। कहा जाता है कि इस परियोजना की अनुमानित लागत 1,700 करोड़ रुपये है। इस बीच, विपक्षी दल भाजपा ने इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का इस्तीफा मांगा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बिहार इकाई के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि यह घटना दर्शाती है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार के शासन में ‘‘भ्रष्टाचार व्याप्त है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पुल के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। मुख्यमंत्री को बिहार के विकास की जरा भी चिंता नहीं है… वह अपने दौरे पर व्यस्त हैं। इस घटना के बाद उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।’’ भाजपा नेता एवं भागलपुर के पूर्व सांसद सैयद शाहनवाज हुसैन ने घटना के लिए ‘‘भ्रष्टाचार’’ को जिम्मेदार ठहराते हुए मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की। गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में नालंदा जिले में एक निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई थी और एक अन्य घायल हो गया था।
ओडिशा रेल हादसा: दुर्घटना में माता-पिता को खोने वाले बच्चों को मुफ्त शिक्षा देगा अडाणी समूह
नई दिल्ली, 04 जून: अरबपति कारोबारी गौतम अडाणी ने रविवार को ओडिशा में हुए रेल हादसे को बेहद विचलित करने वाला बताया और इस घातक दुर्घटना में अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों को मुफ्त स्कूली शिक्षा देने की पेशकश की। अडाणी ने एक ट्वीट मे कहा कि पीड़ितों और उनके परिवारों की मदद करना तथा बच्चों को बेहतर कल देना सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने ट्वीट किया, ”उड़ीसा की रेल दुर्घटना से हम सभी बेहद व्यथित हैं। हमने फैसला लिया है कि जिन मासूमों ने इस हादसे में अपने अभिभावकों को खोया है, उनकी स्कूली शिक्षा की जिम्मेदारी अडाणी समूह उठाएगा।” उन्होंने आगे लिखा, ”पीड़ितों एवं उनके परिजनों को संबल और बच्चों को बेहतर कल मिले यह हम सभी की संयुक्त जिम्मेदारी है।” गौरतलब है कि ओडिशा में बालासोर के बाहानगा बाजार स्टेशन के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस शुक्रवार शाम करीब सात बजे एक खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी, जिससे इसके अधिकतर डिब्बे पटरी से उतर गए। कोरोमंडल एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे उसी समय वहां से गुजर रही बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस के कुछ पिछले डिब्बों पर पलट गए। इस दुर्घटना में कम से कम 275 यात्रियों की मौत हो गई और 1100 से अधिक यात्री घायल हुए हैं।