नई दिल्ली, 15 जून: उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बृहस्पतिवार को लोकतांत्रिक गणराज्य कांगो के उप प्रधानमंत्री विताल कमरेह से मुलाकात की और द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की। उप राष्ट्रपति सचिवालय ने यहां बताया कि दोनों नेताओं ने बातचीत के दौरान भारत और कांगो के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सुदृढ़ भागीदारी का उल्लेख किया। उन्होंने दोनों देशों के बीच आम जनता के आपसी संबंधों पर भी विचार विमर्श किया।
बिपरजॉय चक्रवात : गुजरात तट पर मूसलाधार बारिश के साथ समंदर में बवंडर शुरू
-रात 9 से 10 बजे के आसपास चक्रवात के गुजरात तट से टकराने का अनुमान -कुल 94 हज़ार से अधिक नागरिकों का सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया -वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए वन विभाग की 180 टीमें तैयार अहमदाबाद/नई दिल्ली, 15 जून: बिपरजॉय समुद्री चक्रवात की आउटर लाइन गुजरात के समुद्री तट से जुड़ने के बाद तेज हवा के साथ बारिश का दौर शुरू हो चुका है। देवभूमि द्वारका, कच्छ और पोरबंदर में मूसलाधार बारिश शुरू हो चुकी है। समुद्र में पानी उफनने से यह तट से बाहर तक फैल चुका है। मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात गुरुवार रात 9 बजे से 10 बजे के बीच कच्छ जिले के जखौ बंदरगाह के समीप लैंडफॉल करेगा। इसके बाद 125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं तबाही ला सकती हैं। राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडे ने बताया कि बिपरजॉय चक्रवात की गति में पिछले कुछ घंटे में कमी दर्ज़ हुई है। मौसम विभाग के अनुसार गति में कमी आने के कारण चक्रवात के अब गुरुवार रात 9 से 10 बजे के आसपास गुजरात तट से टकारने का अनुमान है। संभावित चक्रवात जब धरती से टकरेगा, तब हवा की गति 115-125 किलोमीटर प्रतिघण्टा रहने की संभावना है। चक्रवात की केवल गति घटी है, परंतु संकट अभी टला नहीं होने के कारण प्रशासन ऐहतियात के रूप में संपूर्ण तैयारियां करके सतर्कता बरत रहा है। पांडे ने बताया कि राज्य सरकार ने स्थानांतरण पर विशेष बल देते हुए 8 ज़िलों में अब तक कुल 94 हज़ार से अधिक नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। इनमें जूनागढ में 4864, कच्छ में 46823, जामनगर में 9942, पोरबंदर में 4379, देवभूमि द्वारका में 10749, गीर सोमनाथ में 1605, मोरबी में 9243 तथा राजकोट में 6822 सहित कुल 94427 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा में चूक, सुरक्षा घेरे में घुसे लहरिया कट बाइकर्स
पटना, 15 जून : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा में एक बार फिर बड़ी चूक हुई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सात सर्कुलर रोड पर गुरुवार को मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे। इस दौरान उनके सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए लहरिया कट बाइकर्स अंदर घुस गये और मुख्यमंत्री के करीब से अपनी बाइक निकाली। बाइकर्स उनके इतने करीब से निकले कि उनसे बचने के लिए मुख्यमंत्री को फुटपाथ की तरफ जाना पड़ा। यह सबकुछ इतनी तेजी से हुआ कि वहां सीएम की सिक्योरिटी में मौजूद सुरक्षाकर्मी भी हक्के-बक्के रह गये। घटना के बाद सुरक्षाकर्मी सक्रिय हुए और बाइकर्स को हिरासत में ले लिया। सूचना के बाद पटना एसएसपी राजीव मिश्रा भी मौके पर पहुंचे। फिलहाल दो बाइकर्स को पूछताछ के लिए सचिवालय थाना लाया गया है। पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर सात सर्कुलर रोड को बंद कर चेकिंग भी की है।
कुशीनगर में आग लगने से परिवार के छह सदस्यों मौत
कुशीनगर, 15 जून : उत्तर प्रदेश में कुशीनगर जिले के रामकोला नगर पंचायत क्षेत्र में बुधवार और गुरूवार की रात एक घर में आग लगने से परिवार के छह सदस्यों की मौत हो गयी। आधिकारिक सूत्रों ने गुरूवार को बताया कि रात करीब साढ़े 12 बजे नगर पंचायत रामकोला के वार्ड नंबर दो बापू नगर ( ग्राम उर्दहा) तहसील कप्तानगंज में अज्ञात कारणों से लगी आग में नौमी की पत्नी संगीता, पुत्र अंकित (10), पुत्री लक्ष्मीना (9),रीता (3), गीता (2), बाबू (1) की जलने से मृत्यु हो गई है। जिलाधिकारी रमेश रंजन ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। आग लगने की सूचना पर मौके पर पहुंचे दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पा लिया था। राजस्व विभाग की टीम मौके पर मौजूद है। मृतक आश्रितों को अनुमन्य राशि का भुगतान किया जायेगा।
चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ टकराएगा जखौ से : मनोरमा मोहंती
गांधीनगर, 15 जून: मौसम विज्ञान विभाग की क्षेत्रीय निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा है कि चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ गुरुवार की शाम कच्छ के जखौ से टकराएगा और इससे प्रभावित होने की आशंका वाले जिलों में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा किए गए उपायों की जानकारी प्राप्त करने के लिए बुधवार शाम गांधीनगर स्थित स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर में मुख्य सचिव सहित उच्च अधिकारियों के साथ एक बैठक की। सुश्री मोहंती ने बैठक में बताया कि चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ गुरुवार की शाम कच्छ के जखौ से टकराएगा और इससे प्रभावित होने की आशंका वाले जिलों में भारी से अति भारी वर्षा होने की संभावना है। वहीं, श्री पटेल ने संभावित प्रभावित जिलों की तैयारियों के विषय में जायजा हासिल कर आवश्यक सुझाव दिए और बताया कि राज्य सरकार ने नागरिकों को सुरक्षित जगहों पहुंचाने पर विशेष जोर देते हुए आठ जिलों में से अब तक कुल 74 हजार से अधिक लोगों को दूसरे स्थानों पर स्थानों पर पहुंचाया गया है। समीक्षा बैठक में इस बात की भी जानकारी दी गई कि तटीय जिलों के गांवों और नगरों में लोगों को संभावित चक्रवात के असर को लेकर सुरक्षा और सतर्कता के उपाय और राज्य सरकार द्वारा किए गए स्थानांतरण सहित अन्य इंतजामों में सहयोग देने संबंधी मुख्यमंत्री का ऑडियो संदेश तथा व्हाट्सएप वीडियो संदेश भी सूचना विभाग की ओर से भेजा जा रहा है। संभावित चक्रवात के परिणामस्वरूप राज्य में किसी तरह की जनहानि को टालने के लिए राज्य सरकार पूरी सतर्कता बरत रही है। राज्य में अब तक संभावित चक्रवात से प्रभावित होने की आशंका वाले जूनागढ़ में 4604, कच्छ में 34,300, जामनगर में 10,000, पोरबंदर में 3469, देवभूमि द्वारका में 5035, गिर सोमनाथ में 1605, मोरबी में 9283 और राजकोट में 6089 सहित कुल आठ जिलों में अब तक कुल 74,345 नागरिकों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया गया है। इसके अलावा, फूड पैकेट, बिजली के खंभों और जलापूर्ति की पर्याप्त तैयारियां भी की गई हैं। इस समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के. कैलाशनाथन, राजस्व एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिवों सहित वरिष्ठ प्रधान सचिवों, सचिवों और अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों द्वारा अब तक किए गए कार्यों का ब्यौरा मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को दिया।
चक्रवात के कारण सौ से अधिक ट्रेनें प्रभावित : पश्चिम रेलवे
नई दिल्ली, 14 जून : पश्चिम रेलवे ने बुधवार को कहा कि कई राज्यों में शक्तिशाली चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के कारण सौ से अधिक ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है। रेलवे के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि 69 ट्रेनों को निलंबित कर दिया गया है जबकि 33 ट्रेनों को उनके गंतव्य से पहले रोक दिया गया है और 25 ट्रेनों को कुछ स्टेशनों के बीच से ही संचालित करने की व्यवस्था की गई है। चक्रवात से निपटने के लिए प्रशासन ने पूरे इंतजाम कर लिए हैं। इसका असर भावनगर, महुआ, वारिवल और पोरबंदर में महसूस किया जाएगा। सोमवार से मालगाड़ी डबल स्टैक से लैस होगी। व्यवस्थाओं की समय-समय पर समीक्षा की जा रही है। प्रवक्ता के मुताबिक रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव चक्रवात की गति और पूरी व्यवस्था पर खुद कड़ी निगरानी रख रहे हैं। आपातकाल चिकित्सा और वैन को स्टैंडबाय पर रखा गया है। सतर्क विभाग सक्रिय है। इसके साथ ही डीजल इंजन की भी व्यवस्था की जा रही है। संचार विभाग भी तैयार हो रहा है। प्रदेश की राजधानी में रेलवे स्टेशन के वॉर रूम से लगातार समीक्षा की जा रही है।
सरकार पर हमला बोलते हुए कमलनाथ ने कहा- सतपुड़ा भवन में आग लगी या लगाई गई
भोपाल, 13 जून: भोपाल के सतपुड़ा भवन में लगी आग से उठने वाली सियासी लपटें अब तेज हो गई हैं। कांग्रेस ने इसे लेकर भाजपा पर हमला बोला है। सतपुड़ा भवन में अग्निकांड को लेकर सरकार पर निशान साधते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज कहा कि ये आग लगी है या लगाई गई है, ये एक बड़ा सवाल है। अपने बयान में कमलनाथ ने कहा कि, सतपुड़ा भवन में आग लगना अत्यंत चिंता का विषय है। प्रश्न यह है कि आग लगी है या आग लगाई गई है? जिस तरह से विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व में भी और इस बार भी सतपुड़ा भवन में आग लगी है, वह छोटी बात नहीं है। कई फाइल जल जाने के समाचार आ रहे हैं। यह भ्रष्टाचार का मामला है। आग लगने की स्वतंत्र एजेंसी से निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। कमलनाथ बोले- ये एक और भ्रष्टाचार का उदाहरण है। ये आग लगी है या लगाई गई है। बताया जा रहा है कि लगभग 12 हजार फाइलों में आग लगी है। पता नहीं कितनी हजार फाइल होंगी। उनका क्या लक्ष्य था। ये भ्रष्टाचार का बड़ा मामला है। इसकी स्वतंत्र जांच एजेंसी से जांच होनी चाहिए, अग्निकांड के बाद इससे निपटने में सरकार की तैयारियों पर हमला बोलते हुए कमलनाथ ने कहा कि सरकार की किसी चीज की तैयारी नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की केवल पैसे बनाने की तैयारी है। बता दें, सतपुड़ा भवन में कल शाम लगभग चार बजे तीसरी मंजिल में आग लग गई थी। धीरे-धीरे ये आग छठीं मंजिल तक पहुंच गई। शुुरुआती आंकलन के अनुसार आग एसी में शॉर्ट सर्किट से लगी। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर लगभग काबू पा लिया गया है, लेकिन कुछ स्थानों से धुआं सुबह तक भी उठ रहा है। आग में दस्तावेज जलकर खाक हो गए। भीषण आग के बाद सतपुड़ा भवन को खाली करा लिया गया है। आग की वजह से आसपास दो किलोमीटर के दायरे में धुआं ही धुआं नजर आ रहा था। आग से किसी तरह की जनहानि की सूचना अब तक नहीं है। आग से चार मंजिलों में रखी सभी तरह की फाइलें और सामान पूरी तरह जलकर हुआ खाक।
सतपुड़ा भवन में आग पर काबू, शिवराज ने बुलाई समीक्षा बैठक
भोपाल, 13 जून: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित सतपुड़ा भवन में कल शाम लगी आग की घटना के बाद आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुबह समीक्षा बैठक बुलाई है। वहीं कड़ी मशक्कत के बाद आग पर सुबह तक लगभग काबू पा लिया गया है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार श्री चौहान ने सतपुड़ा भवन में आगजनी की घटना को लेकर सुबह समीक्षा बैठक बुलाई है। बैठक में मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा, प्रभुराम चौधरी, विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस, पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना, अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मो. सुलेमान और नीरज मंडलोई सहित अन्य सबंधित अधिकारी शामिल होंगे। बैठक मुख्यमंत्री निवास कार्यालय समत्व भवन में आयोजित होगी। वहीं श्री राजौरा के अनुसार सभी मंज़िलों पर आग पर क़ाबू पा लिया गया है पर छठी मंज़िल पर अभी भी धुआँ निकल रहा है। इस पर पूर्णतः क़ाबू करने में अग्निशमन कर्मचारियों को लगभग दो घंटे का समय लगना सम्भावित है। उसके बाद शासन द्वारा गठित जाँच समिति सतपुड़ा भवन स्थित वन विभाग के कॉन्फ़्रेन्स हॉल में स्थापित होकर आज एक बजे से जांच प्रारम्भ करेगी। इसके पहले श्री राजौरा स्वयं घटना स्थल पर पहुंचे और परिस्थितियों का जायजा लिया। सतपुड़ा भवन में कल शाम लगभग चार बजे तीसरी मंजिल में आग लग गई थी। धीरे-धीरे ये आग छठीं मंजिल तक पहुंच गई। शुुरुआती आंकलन के अनुसार आग एसी में शॉर्ट सर्किट से लगी। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर लगभग काबू पा लिया गया है, लेकिन कुछ स्थानों से धुआं सुबह तक भी उठ रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कल रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भी इस बारे में सूचित किया था। आग पर काबू पाने के लिए श्री चौहान ने रक्षा मंंत्री श्री सिंह से मदद मांगी थी, जिसके बाद सेना के हेलीकॉप्टरों ने भोपाल आ कर आग पर काबू पाने में मदद की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आग के प्रारंभिक कारणों को जानने के लिए कमेटी घोषित की है, जिसमें श्री राजौरा, श्री मंडलोई, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग सुखबीर सिंह और एडीजी फायर को शामिल किया गया है।
नौकरियों के लिए ‘रेट कार्ड’ के दिन गए, वर्तमान सरकार का ध्यान युवाओं के भविष्य की ‘सुरक्षा’ पर है : प्रधानमंत्री मोदी
नई दिल्ली, 13 जून: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विरोधियों पर ‘रेट कार्ड’ से युवाओं को लूटने का आरोप लगाते हुए कहा कि नौकरियों के लिए ‘रेट कार्ड’ के दिन गए। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार का ध्यान युवाओं के भविष्य की ‘सुरक्षा’ पर है। प्रधानमंत्री मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राष्ट्रीय रोजगार मेले को संबोधित करते हुए अपनी बात रख रहे थे। इससे पूर्व उन्होंने विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों में नवनियुक्त 70 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए। प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय रोज़गार मेला वर्तमान सरकार की नई पहचान बन गया है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि भाजपा और राजग शासित राज्य भी नियमित रूप से इसी तरह के रोजगार मेले आयोजित कर रहे हैं। यह देखते हुए कि आजादी का अमृत काल अभी शुरू हुआ है, मोदी ने कहा कि यह उन लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण क्षण है जो सरकारी सेवा में शामिल हो रहे हैं क्योंकि उनके पास अगले 25 वर्षों में भारत को एक विकसित देश बनाने में योगदान देने का अवसर है। मोदी ने भर्ती प्रक्रिया में परिवारवाद की राजनीति और भाई-भतीजावाद की बुराइयों के बारे में बात की। प्रधानमंत्री ने ‘नौकरी के लिए नकद घोटाले’ के मुद्दे पर प्रकाश डाला और इससे जुड़े विवरणों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि किस तरह हर जॉब पोस्टिंग के लिए एक रेस्त्रां में मेन्यू कार्ड के समान एक रेट कार्ड तैयार किया जाता था। उन्होंने ‘नौकरियों के लिए भूमि घोटाले’ पर भी प्रकाश डाला, जहां देश के तत्कालीन रेल मंत्री ने नौकरी के बदले में जमीन का अधिग्रहण किया था और टिप्पणी की कि मामले की जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है और अदालतों में लंबित है। प्रधानमंत्री ने ऐसे राजनीतिक दलों के युवाओं को चेताया जो वंशवाद की राजनीति करते हैं और नौकरी के नाम पर देश के युवाओं को लूटते हैं। मोदी ने कहा, “एक तरफ हमारे पास राजनीतिक दल हैं जो नौकरियों के लिए रेट कार्ड पेश करते हैं, दूसरी तरफ यह वर्तमान सरकार है जो युवाओं के भविष्य की रक्षा कर रही है। अब देश तय करेगा कि युवाओं का भविष्य रेट कार्ड से चलेगा या सेफगार्ड से। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि एक दशक पहले की तुलना में भारत अधिक स्थिर, सुरक्षित और मजबूत देश है। उन्होंने उस समय को याद किया जब पहले के समय में घोटाला और जनता का दुरुपयोग शासन की पहचान थी। उन्होंने कहा, “आज, भारत अपनी राजनीतिक स्थिरता के लिए जाना जाता है जो आज की दुनिया में बहुत मायने रखता है। आज भारत सरकार की पहचान एक निर्णायक सरकार के रूप में है। आज, सरकार अपने प्रगतिशील आर्थिक और सामाजिक निर्णयों के लिए जानी जाती है।” उन्होंने कहा कि वैश्विक एजेंसियां ईज ऑफ लिविंग, इंफ्रास्ट्रक्चर बिल्डिंग और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में काम को स्वीकार कर रही हैं। प्रधानमंत्री ने अर्थव्यवस्था में रोजगार और स्वरोजगार के उभरते अवसरों के बारे में बात की। उन्होंने मुद्रा योजना, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया जैसे उपायों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अब ये युवा जॉब क्रिएटर बन रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि युवाओं को सरकारी नौकरी दिलाने का अभियान अभूतपूर्व है। एसएससी, यूपीएससी और आरआरबी जैसे संस्थान नई व्यवस्था के साथ ज्यादा नौकरियां दे रहे हैं। ये संस्थान भर्ती प्रक्रिया को सरल, पारदर्शी और आसान बनाने पर ध्यान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने भर्ती के समय चक्र को 1-2 साल से घटाकर कुछ महीने कर दिया है। भारत और इसकी अर्थव्यवस्था में दुनिया के भरोसे को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “आज पूरी दुनिया भारत की विकास यात्रा में उसके साथ साझेदारी करने को उत्सुक है।” मोदी ने बताया कि देश में किए गए विदेशी निवेश से उत्पादन, विस्तार और नए उद्योगों की स्थापना और निर्यात को बढ़ावा मिलता है, जिससे रोजगार के अवसरों में तेजी से वृद्धि होती है। निजी क्षेत्र में रोजगार के लाखों अवसर सृजित करने वाली वर्तमान सरकार की नीतियों पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री ने ऑटोमोबाइल क्षेत्र का उदाहरण दिया जिसने देश के सकल घरेलू उत्पाद में 6.5 प्रतिशत से अधिक का योगदान दिया है। उन्होंने उल्लेख किया कि विभिन्न देशों में यात्री वाहनों, वाणिज्यिक वाहनों और तिपहिया और दोपहिया वाहनों के बढ़ते निर्यात से भारत में ऑटोमोटिव उद्योग के विकास को देखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि मोटर वाहन उद्योग जो दस साल पहले 5 लाख करोड़ रुपये का था, आज 12 लाख करोड़ रुपये से अधिक का है। सामाजिक बुनियादी ढांचे की बात करते हुए, प्रधानमंत्री ने जल जीवन मिशन के माध्यम से सुरक्षित पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने का उदाहरण दिया। उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन पर करीब चार लाख करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि अन्य राजनीतिक दल भाषा के नाम पर लोगों को बांटने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि सरकार भाषा को रोजगार का सशक्त माध्यम बना रही है। उन्होंने कहा कि मातृभाषा में भर्ती परीक्षाओं पर जोर देने से युवाओं को फायदा हो रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने चक्रवाती तूफान बिपारजॉय से संबंधित हालात की समीक्षा की
नई दिल्ली, 12 जून : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को चक्रवाती तूफान बिपारजॉय से संबंधित हालात की समीक्षा की। यह चक्रवात बृहस्पतिवार को गुजरात के कच्छ क्षेत्र में दस्तक दे सकता है। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, पृथ्वी विज्ञान सचिव एम रविचंद्रन, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य कमल किशोर और भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र शामिल हुए। बैठक में दी गयी प्रस्तुति के अनुसार कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी में 15 जून सुबह से शाम तक 125 से 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की हवाओं के साथ तूफान आ सकता है और हवा की रफ्तार 145 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि बिपारजॉय के बहुत प्रचंड चक्रवाती तूफान के रूप में सौराष्ट्र-कच्छ के तटीय क्षेत्र में दस्तक देने की संभावना है। उन्होंने कहा कि इसके मद्देनजर गुजरात के उत्तरी और दक्षिणी तटीय क्षेत्रों में मछली पकड़ने संबंधी गतिविधियों पर रोक लगा दी गयी है और इन जिलों में समुद्र से लोगों को निकाला जा रहा है। देवभूमि द्वारका में अधिकारियों ने बताया कि अब तक करीब 1,300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।