केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना , कहा हर क्षेत्र को बर्बाद कर रही सरकार

नई दिल्ली, 18 जून: आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र की नरेंद्र मोदी नीत सरकार पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए रविवार को आरोप लगाया कि उसे सरकार चलाना नहीं आता और वह हर क्षेत्र को बर्बाद कर रही है। श्री केजरीवाल ने बिना नाम लिए रेलवे की हालत पर मोदी के नेतृत्व वाली केंद्रीय सरकार पर परोक्ष हमला करते हुए ‘अनपढ़ सरकार’ शब्द का भी इस्तेमाल किया। आप नेता ने ट्वीट किया, “उन्होंने अच्छी तरह से चल रहे रेलवे के बेड़े को नष्ट कर दिया।” उन्होंने आगे कहा, “आज आप एसी कोच का रिजर्वेशन भी ले लें तो आपको बैठने या सोने के लिए सीट नहीं मिलेगी। एसी और स्लीपर कोच सामान्य से भी बदतर हैं। उन्हें नहीं पता कि सरकार कैसे चलानी है। वे बिल्कुल नहीं समझते हैं। अनपढ़ सरकार हर क्षेत्र को बर्बाद कर रही है।”

योग को जीवन में परिवर्तन लाने का माध्यम , इसे दिनचर्या का हिस्सा बनायें : मोदी

नई दिल्ली, 18 जून: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने योग को जीवन में परिवर्तन लाने का माध्यम करार देते हुए लोगों से इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने को कहा है। श्री मोदी ने रविवार को यहां मासिक रेड़ियो कार्यक्रम मन की बात में योग दिवस का उल्लेख करते हुए कहा कि इसे लेकर देश और दुनिया में बहुत उत्साह है। उन्होंने कहा, “योग दिवस यानी 21 जून भी अब आ ही गई है। इस बार भी, विश्व के कोने-कोने में लोग अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं। इस वर्ष योग दिवस की थीम है, ‘एक विश्व-एक परिवार’ के रूप में सबके कल्याण के लिए योग। यह योग की उस भावना को व्यक्त करता है, जो सबको जोड़ने वाली और साथ लेकर चलने वाली है।” उन्होंंने कहा कि हर बार की तरह इस बार भी देश के कोने-कोने में योग से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। योग दिवस पर संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में योग आयोजन में अपनी भागीदारी का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, “साथियो, इस बार मुझे न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय,में होने वाले योग दिवस कार्यक्रम में शामिल होने का अवसर मिलेगा। मैं, देख रहा हूँ, कि सोशल मीडिया पर भी, योग दिवस को लेकर गजब का उत्साह दिख रहा है।” प्रधानमंत्री ने देशवासियों से योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “साथियो, मेरा आप सभी से आग्रह है कि आप, योग को अपने जीवन में जरुर अपनाएं, इसे, अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। अगर अब भी आप योग से नहीं जुड़े हैं तो आने वाली 21 जून, इस संकल्प के लिए बहुत बेहतरीन मौका है। योग में तो वैसे भी ज्यादा तामझाम की जरुरत ही नहीं होती है। देखिये, जब आप योग से जुड़ेंगे तो आपके जीवन में कितना बड़ा परिवर्तन आएगा।”

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों का किया हवाई निरीक्षण

-नुकसान संबंधी जानकारी ली, अस्पताल भी गए -गृहमंत्री के साथ मुख्यमंत्री पटेल भी मौजूद रहे अहमदाबाद, 17 जून: गुजरात के समुद्र तटीय क्षेत्र कच्छ समेत 9 जिलों में बिपरजॉय समुद्री चक्रवात से हुए नुकसान का आकलन करने शनिवार को केन्द्रीय मंत्री अमित शाह कच्छ जिला के भुज पहुंचे। इन्होंने मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के साथ प्रभावित क्षेत्र का हवाई निरीक्षण किया। केन्द्रीय मंत्री ने अधिकारियों से नुकसान के संबंध में जानकारी मांगी। शाम 4 बजे कलक्टर के साथ रिव्यू मीटिंग करेंगे। इसके बाद शाम 5 बजे मीडिया से भी मिलेंगे। केन्द्रीय मंत्री अमित शाह शनिवार को 12 बजे भुज पहुंचने के बाद वहां से जखौ कोस्ट गार्ड के हेलिपैड पहुंचे। यहां से उन्होंने कच्छ जिले के प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण किया। इस दौरान शाह के साथ मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल भी साथ रहे। सरकार की सभी एजेंसियों से नुकसान के संबंध में जानकारी मांगी गई है। हवाई निरीक्षण के बाद केन्द्रीय मंत्री शाह प्रभावित लोगों से मुलाकात करने हॉस्पिटल भी पहुंचे। वे मांडवी के सिविल अस्पताल पहुंचे और प्रभावित लोगों से मुलाकात की। चक्रवाती तूफान के दौरान प्रसूति महिलाओं के भी हाल-समाचार की जानकारी ली। हवाई निरीक्षण के दौरान उन्हें किसानों और मछुआरों को हुए नुकसान के संबंध में अंदाज बताया गया। इससे पूर्व राज्य सरकार ने बिपरजॉय चक्रवाती तूफान में स्थनांतरित किए गए लोगों को कैशडॉल देने की घोषणा की है। यह राशि आगामी तीन दिनों के अंदर सभी को दे दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने तूफान के बाद सभी प्रभावित जिलों के कलक्टर से नुकसान के संबंध में जानकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग से पहले ही ले ली थी। इस सभी जानकारी को उन्होंने केन्द्रीय गृह मंत्री से साझा किए।

राष्ट्रीय जल पुरस्कार : जल संरक्षण के लिए मध्य प्रदेश को मिला सर्वश्रेष्ठ राज्य का पुरस्कार

-उप राष्ट्रपति ने किया सम्मानित, मुख्यमंत्री शिवराज ने प्रदेशवासियों को दी बधाई भोपाल/नई दिल्ली, 17 जून: स्वच्छता में अपना परचम लहराने के बाद मध्य प्रदेश जल संरक्षण में भी एक बार फिर देश में नंबर एक आया है। श्रेष्ठ जल संरक्षण, प्रबंधन एवं उपयोग के लिए मध्य प्रदेश को राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2022 का प्रथम पुरस्कार मिला है। केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय द्वारा शनिवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित चतुर्थ राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2022 समारोह में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मध्य प्रदेश को जल संवर्धन और जल के बेहतर प्रबंधन के लिए देश में प्रथम स्थान से सम्मानित किया। यह पुरस्कार प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने प्राप्त किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस उपलब्धि पर प्रदेशवासियों को बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि मध्य प्रदेश को श्रेष्ठ जल संरक्षण, प्रबंधन एवं उपयोग के लिए जलशक्ति मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2022 का प्रथम पुरस्कार का सम्मान उप राष्ट्रपति के कर कमलों से प्राप्त होने पर सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई। यह सम्मान प्रत्येक प्रदेशवासी के लिए गर्व का विषय है। ऐसे प्रयासों से न केवल हमारी धरती बचेगी, बल्कि इस धरा पर जीवन भी समृद्ध होगा। जल शक्ति मंत्रालय के जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग (डीओडबल्यूआर, आरडी एंड जीआर) द्वारा शनिवार को नई दिल्ली में विज्ञान भवन के प्लेनरी हॉल में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में उप राष्ट्रपति द्वारा चौथे राष्ट्रीय जल पुरस्कार वितरित किए गए। इस मौके पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और जलशक्ति राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल भी मौजूद रहे। समारोह में अलग-अलग श्रेणियों में चौथा राष्ट्रीय जल पुरस्कार दिया गया। इसमें जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग ने 11 श्रेणियों को शामिल किया गया था। इसमें चौथे राष्ट्रीय जल पुरस्कार के लिए संयुक्त विजेताओं सहित कुल 41 विजेताओं को प्रशस्ति पत्र और ट्रॉफी के साथ-साथ कुछ श्रेणियों में नकद पुरस्कार दिया गया। जल संरक्षण के लिए सर्वश्रेष्ठ राज्य का पुरस्कार मध्य प्रदेश को दिया गया। इसके बाद ओडिशा को दूसरा स्थान मिला, जबकि तीसरे स्थान पर आंध्र प्रदेश और बिहार को संयुक्त रूप से सम्मानित किया गया।

पुरोला मामला: उत्तराखंड सरकार ने कार्रवाई नहीं की, तो हम प्रदर्शन करेंगे: मौलाना तौकीर रजा

बरेली, 17 जून : इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष एवं बरेलवी मौलाना तौकीर रजा ने कहा है कि यदि उत्तराखंड सरकार पीढ़ियों से पुरोला में रह रहे मुसलमानों के कथित उत्पीड़न के मामलों को लेकर कोई कार्रवाई नहीं करती है, तो इसके खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। पुरोला और उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले के कुछ शहरों में 26 मई को दो व्यक्तियों द्वारा एक हिंदू लड़की को कथित रूप से अगवा करने की कोशिश के बाद से सांप्रदायिक तनाव व्याप्त है। आरोपियों में से एक मुसलमान था। लड़की के अपहरण की कथित कोशिश को स्थानीय लोगों ने नाकाम कर दिया था, लेकिन इस घटना के बाद पुरोला में अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों की दुकानों के बाहर धमकी भरे पोस्टर दिखाई दिए, जिनमें उन्हें तुरंत शहर छोड़ने के लिए कहा गया था। मौलाना तौकीर रजा ने शुक्रवार शाम को यहां अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा, ”हम चूड़ियां नहीं पहनते। हमें प्रतिक्रिया देने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। अगर उत्तराखंड सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया, तो हम वहां जाकर सरकार का घेराव करेंगे।” गौरतलब है कि उत्तराखंड वक्फ बोर्ड और हज कमेटी के सदस्यों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की थी और सांप्रदायिक तनाव से जूझ रहे पुरोला कस्बे में मुसलमानों का ”उत्पीड़न” करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया था। ऐसा बताया गया है कि पुरोला में 26 मई से कम के कम 42 दुकानें बंद कर दी गई हैं।

राष्ट्रपति ने हैदराबाद में वायु सेना अकादमी में सीजीपी का किया निरीक्षण

हैदराबाद, 17 जून: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को डुंडीगल स्थित वायु सेना अकादमी में संयुक्त स्नातक परेड (सीजीपी) का निरीक्षण किया। श्रीमती मूर्मू शुक्रवार शाम को दो दिवसीय दौरे पर हैदराबाद पहुंची। पूरे सैन्य वैभव के साथ 211वें कोर्स के सीजीपी को भारतीय वायु सेना (आईएएफ) की विभिन्न शाखाओं के फ्लाइट कैडेटों के मांगलिक और चुनौतीपूर्ण प्री-कमीशनिंग प्रशिक्षण के सफल समापन को चिह्नित करना था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वायु सेना अकादमी में संयुक्त स्नातक परेड को संबोधित करते हुए कहा कि थल, जल और वायु क्षेत्र में रक्षा संबंधी तैयारियों के लिए प्रौद्योगिकी को तीव्र गति से आत्मसात करने की क्षमता आवश्यक होगी। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि भारतीय वायु सेना नेटवर्क-केंद्रित भावी युद्ध क्षेत्र में एक उच्च-प्रौद्योगिकी आधारित युद्ध लड़ने की चुनौतियों समेत समग्र सुरक्षा परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए भविष्य में हमेशा तैयार रहने के वास्ते कदम उठा रही है। राष्ट्रपति ने कहा कि देश के रक्षा बल भू सीमाओं, बड़े समुद्र तट और प्रादेशिक जल एवं विशाल हवाई क्षेत्र की साथ मिलकर रक्षा करते हैं। उन्होंने कहा, ”सशस्त्र बलों के प्रत्येक अधिकारी को रक्षा तैयारियों के एक एकीकृत परिप्रेक्ष्य को ध्यान में रखना होगा।” मुर्मू ने कहा कि राफेल लड़ाकू विमान और चिनूक हैवी लिफ्ट हेलिकॉप्टर को शामिल करके भारतीय वायु सेना का आधुनिकीकरण उसकी परिचालन क्षमताओं को मजबूत करता है। वह सीजीपी की मुख्य अतिथि एवं समीक्षा अधिकारी (आरओ) हैं। सीजीपी प्रशिक्षण के सफल समापन को चिह्नित करता है। फ्लाइट कैडेटों के कंधों पर रैंक का अनावरण किया जाता है, जो राष्ट्रपति आयोग के पुरस्कार का प्रतिनिधित्व करता है। आरओ ने कैडेटों से सीने पर ‘विंग्स’ और ‘ब्रेवेट्स’ भी पिन किए, जो इस बात पर निर्भर करता है कि उन्हें किस शाखा में कमीशन किया जा रहा है। परेड के बाद पिलाटस पीसी-7 ट्रेनर एयरक्राफ्ट एरोबैटिक प्रदर्शन करेगा। इसके बाद एक फ्लाई पास्ट होगा। पीसी-7 में सुखोई-30 द्वारा एक एरोबेटिक शो, और हेलीकॉप्टर डिस्प्ले टीम ‘सारंग’ और सूर्य किरण एरोबेटिक टीम द्वारा सिंक्रोनस एरोबेटिक डिस्प्ले शामिल हैं। अकादमी में 119 फ्लाइट कैडेटों ने प्री-कमीशनिंग प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया। एएफए के इतिहास में यह पहला अवसर है, जब श्रीमती मुर्मू ने आईएएफ परेड का निरीक्षण किया। वहीं वर्तमान कोर्स एएफए से पास आउट होने वाला 211वां बैच है। इस अवसर पर भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल के आठ-आठ अधिकारियों के साथ-साथ दो वियतनामी प्रशिक्षु अधिकारियों को भी सफलतापूर्वक उड़ान प्रशिक्षण पूरा करने पर विंग्स से सम्मानित किया गया। इस मौके पर तेलंगाना की राज्यपाल एवं पुडुचेरी की उपराज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सौंदरराजन और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी.आर चौधरी उपस्थित रहे।

प्रधानमंत्री मोदी 20 से 25 जून तक अमेरिका, मिस्र की यात्रा पर जाएंगे : विदेश मंत्रालय

नई दिल्ली, 16 जून: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 20 से 25 जून तक अमेरिका और मिस्र की राजकीय यात्राओं पर जाएंगे। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। मोदी की अमेरिका की यात्रा न्यूयॉर्क से शुरू होगी, जहां वह 21 जून को न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह की अगुवाई करेंगे। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दिसंबर 2014 में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया था। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ”इसके बाद प्रधानमंत्री वाशिंगटन डी.सी. जाएंगे, जहां 22 जून को व्हाइट हाउस में उनका पारंपरिक स्वागत किया जाएगा और वह अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ अपनी उच्च स्तरीय वार्ता के क्रम को आगे बढ़ाते हुए उनसे मुलाकात करेंगे। राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन इसी शाम प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में राजकीय रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे।” मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी प्रतिनिधि सभा के स्पीकर केविन मैकार्थी और सीनेट के स्पीकर चार्ल्स शूमर समेत कई सांसदों के निमंत्रण पर 22 जून को अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे। उसने बताया कि इसके एक दिन बाद यानी 23 जून को अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, मोदी के सम्मान में दोपहर भोज की मेजबानी करेंगे। मंत्रालय ने कहा, ”आधिकारिक कार्यक्रमों में भाग लेने के अलावा प्रधानमंत्री कई प्रमुख कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ), पेशेवरों और अन्य हितधारकों के साथ भी बातचीत करेंगे। वह भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लोगों से भी मुलाकात करेंगे।” अपनी दो देशों की यात्रा के दूसरे चरण के तहत प्रधानमंत्री मोदी 24 से 25 जून तक मिस्र की राजकीय यात्रा पर काहिरा जाएंगे। मोदी मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के निमंत्रण पर यह यात्रा कर रहे हैं। अल-सीसी ने भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की थी और उसी समय उन्होंने प्रधानमंत्री को मिस्र यात्रा के लिए आमंत्रित किया था। यह प्रधानमंत्री के तौर पर मोदी की मिस्र की पहली यात्रा होगी। विदेश मंत्रालय ने कहा, ”प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति सीसी के साथ बातचीत के अलावा सरकार के वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों, मिस्र की कुछ प्रमुख हस्तियों और मिस्र में भारतीय समुदाय के साथ भी संभवत: बातचीत करेंगे।” इसमें कहा गया है, ”भारत और मिस्र के संबंध प्राचीन व्यापारिक और आर्थिक संबंधों के साथ-साथ सांस्कृतिक और लोगों के बीच गहरे आपसी संबंधों पर आधारित हैं।” मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने जनवरी में भारत की यात्रा की थी और इस दौरान दोनों देशों के आपसी संबंधों को सामरिक साझेदारी के स्तर तक पहुंचाने पर सहमति बनी थी।

बिपरजॉय ने गुजरात तट पर छोड़े तबाही के निशान छोड़े, 20 से अधिक लोग घायल

नई दिल्ली, 16 जून: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में तबाही का मंजर छोड़ गया जहां कम से कम 22 लोग घायल हो गए और 940 गांवों में बिजली की आपूर्ति को नुकसान पहुंचा तथा समुद्र के पास निचले इलाकों में बाढ़ आ गयी। राहत आयुक्त आलोक पांडे ने बताया कि बिपरजॉय के असर से 115 से 125 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने के कारण कच्छ और सौराष्ट्र के 900 गांवों में 20 बिजली के खंभे और 524 पेड़ गिरे हैं। वहीं 23 पशुओं की मौत हुई है। द्वारका में सबसे अधिक 23 पेड़ गिरे हैं और अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। उन्होंने बताया कि कच्छ क्षेत्र अभी भी बिपरजॉय के कहर से जूझ रहा है और यहां शुक्रवार की सुबह तेज हवाएं और बारिश होती रही। भारत मौसम विभाग के निदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि चक्रवात बिपरजॉय उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ा और गुजरात के जखाऊ बंदरगाह के करीब सौराष्ट्र-कच्छ से सटे पाकिस्तान के तट को पार कर गया। बाद में यह बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान से गंभीर चक्रवाती तूफान की श्रेणी में बदल गया। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि चक्रवाती तूफान बिपरजॉय अगले 24-48 घंटों के लिए क्षेत्रीय मौसम को प्रभावित करता रहेगा, जिससे उत्तरी गुजरात और दक्षिणी राजस्थान के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश होगी। इस बीच चक्रवाती तूफान के कमजोर पड़ने के बाद गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि कच्छ जिले में अब तक किसी के हताहत नहीं होने की रिपोर्टें नहीं है। उन्होंने बताया कि तटीय जिलों के कई हिस्सों में सड़कों की सफाई का काम चल रहा है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार रात गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बात की और बिपरजॉय के बाद राज्य की स्थिति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने जंगली जानवरों, विशेषकर गिर के जंगल में शेरों की सुरक्षा के लिए राज्य प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में भी जानकारी ली।

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से नोरू की उच्चायुक्त ने की मुलाकात

नई दिल्ली, 16 जून: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से शुक्रवार को नोरू की भारत में उच्चायुक्त मार्लन ईनेम्विन मोसेस ने मुलाकात की और दोनों देशों के बीच आपसी रिश्तों को मजबूत करने पर चर्चा की। उप राष्ट्रपति सचिवालय ने यहां इसकी जानकारी देते हुए कहा कि दोनों नेताओं की यह बैठक उप राष्ट्रपति निवास पर हुई। श्री धनखड़ और सुश्री मोसेस ने दोनों देशों के बीच नजदीकी और मित्रवत् संबंधों को और सुदृढ़ करने पर विचार विमर्श किया। दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच आपसी भागीदारी को और बढ़ाने पर जोर दिया।

भाजपा ही कर सकती हैं देश का उत्थान : वसुंधरा राजे सिंधिया

दुमका, 15 जून: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि जिस राज्य के मुख्यमंत्री अपने लिए खदान आवंटित करते हों उस राज्य के गरीबों का उत्थान कभी सम्भव नहीं है। श्रीमती सिंधिया ने दुमका लोकसभा क्षेत्र के झामुमो का गढ़ रहे जामा विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में महज नौ वर्ष के कार्यकाल में हिन्दुस्तान दुनिया में तेज गति से विकसित होने वाला राष्ट्र बन गया है जो देश वासियों के लिए गौरव की बात है। पूरे विश्व में भारत की इज्जत बढ़ी है। भाजपा नेता ने झारखंड सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा महज नौ साल में गरीब, आदिवासियों और महिलाओं के साथ युवाओं का उत्थान कर भारत को विकसित देश के श्रेणी में खड़ा कर दिखाया है जो समूचे देश के लिए गौरव की बात है। वहीं, पिछले 40 वर्षों से इस क्षेत्र में शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन परिवार का राज कायम है फिर भी खनिज संपदा सम्पन्न इस इलाके का विकास अपेक्षित विकास नहीं हो सका, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। जबकि इतने लम्बे कार्यकाल में इस इलाके को स्वर्ग बनाया जा सकता था। श्रीमती सिंधिया ने कहा कि जब राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ही अपने लिए खदान आवंटित करा ले तो उस राज्य में गरीब आदिवासियों का कल्याण कैसे सम्भव होगा। जबकि किसी जनप्रतिनिधि को आम गरीब आदिवासियों के उत्थान का ख्याल रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल जी के कार्यकाल में यहां के गरीब आदिवासियों को यहां की संपदा का लाभ मिले और उनका अपेक्षित उत्थान हो इस सोच के साथ झारखंड, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ समेत तीन राज्य बनाये गये थे लेकिन जिस राज्य के मुख्यमंत्री ही अपने लिए खदान ले ले उस राज्य के गरीबों का उत्थान कैसे सम्भव होगा। भाजपा नेता ने कहा कि राज्य में ऐसी व्यवस्था बन गयी है कि झारखंड के अधिकारी भी यहां के लोगों की जमीन सुरक्षित नहीं कर सकते हैं। उन्होंने केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा नौ साल के दौरान समूचे देश में शिक्षा, स्वास्थ्य,सड़क, शौचालय,हवाई सेवा रेल सुविधा का विस्तार सहित विभिन्न मामलों में उल्लेखनीय कार्य किये जाने पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने दावा किया कि भाजपा की सरकार ही सभी वर्ग के हितों के लिए कार्य कर सकती है जबकि कांग्रेस और झामुमो से मुश्किलें ही बढ़ेगी। श्रीमती सिंधिया ने कहा कि भाजपा ने युवाओं को रोजगार मांगने वाला नहीं। रोजगार देने वाला बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया जिसका लाभ अब दिख रहा है। इससे युवा स्वयं रोजगार सृजन कर देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में जुटे हैं। उन्होंने आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में बटन दबाने का संकल्प लेने आह्वान किया जिससे विकास की तेज गति जारी रहे। सभा में दुमका के भाजपा सांसद सुनील सोरेन,सारठ के विधायक रणधीर सिंह, पूर्व कल्याण मंत्री डाक्टर लुईस मरांडी, भाजपा प्रदेश कमेटी के वरिष्ठ नेता राकेश प्रसाद सहित कई प्रमुख नेताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किये।