पटना, 09 मई: पटना उच्च न्यायालय ने मंगलवार को जाति आधारित गणना के मामले की जल्द सुनवाई करने की बिहार सरकार की अर्जी खारिज कर दी। इसे नीतीश सरकार के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। पटना उच्च न्यायालय ने 4 मई को जाति आधारित गणना मामले पर सुनवाई करते हुए इस पर अंतरिम रोक लगाते हुए मामले को अगली सुनवाई 3 जुलाई को निर्धारित की है। इस मामले में बिहार सरकार ने शीघ्र सुनवाई की मांग करते हुए पटना उच्च न्यायालय के समक्ष एक आवेदन दिया था, जिसमें कहा गया था कि इसकी अहमियत को देखते हुए इस पर जल्द सुनवाई की अपील की थी। पटना उच्च न्यायालय ने मंगलवार को सरकार के आवेदन को खारिज करते हुए साफ कर दिया कि इस मामले में कोई जल्दबाजी नहीं है और याचिकाओं पर केवल 3 जुलाई को सुनवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि 4 मई को राज्य में जाति आधारित गणना कराने के बिहार सरकार के फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए पटना उच्च न्यायालय ने अंतरिम आदेश में जाति आधारित गणना पर रोक लगा दी थी।
नवीन पटनायक से मिले सीएम नीतीश कुमार, पटनायक बोले गठबंधन पर चर्चा नहीं
भुवनेश्वर, 09 मई : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को ओडिशा सीएम नवीन पटनायक से उनके आवास पर मुलाकात की। दोनों मुख्यमंत्रियों ने साथ में लंच किया। हालांकि, गठबंधन बनाने के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई। नवीन पटनायक ने कहा, मुझे खुशी है कि नीतीश जी यहां भुवनेश्वर आए। हम पुराने दोस्त और सहकर्मी हैं। हमने वाजपेयी सरकार के साथ मिलकर काम किया है। हम बिहार के पर्यटकों के लिए पुरी में जमीन के आवंटन पर चर्चा कर रहे थे। ओडिशा के मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान जगन्नाथ के मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले बिहार के पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए पुरी में बिहार सरकार को 1.5 एकड़ जमीन मुफ्त दी जाएगी। भाजपा विरोधी दलों के संभावित गठबंधन में बीजद के शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने स्पष्ट किया, आज किसी भी गठबंधन के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई। नीतीश कुमार ने कहा कि नवीन पटनायक और उनके पिता बीजू पटनायक से उनके पुराने संबंध हैं। बिहार के सीएम ने कहा, मैं अक्सर नवीन जी से मिलता रहता हूं। हालांकि, कोविड-19 महामारी के कारण, मैं उनसे नहीं मिल पा रहा था। इसलिए, मैं उनसे मिलना चाहता था। यह पूछे जाने पर कि क्या दोनों शीर्ष नेताओं के बीच कोई राजनीतिक चर्चा हुई, मुस्कुराते हुए जदयू नेता ने जवाब दिया, राजनीतिक बातों के बारे में चिंता न करें। हमारे बीच इतना मजबूत रिश्ता है, राजनीति के बारे में सोचने की जरूरत नहीं है। डॉन से नेता बने आनंद मोहन सिंह की रिहाई पर मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए नीतीश कुमार ने कहा, अगर किसी को दोषी ठहराया जाता है और फिर उसे कठोर कारावास मिलता है। उसके बाद उसे जेल से रिहा कर दिया गया। 2016 के केंद्रीय नियम के बाद यह पूरे देश में हो रहा है। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने इसी साल मार्च में नवीन पटनायक से मुलाकात की थी। उस दौरान भी दोनों नेताओं ने तीसरे मोर्चे या किसी गठबंधन पर किसी तरह की चर्चा से इनकार किया था हालांकि, उन्होंने भारत में संघीय ढांचे को मजबूत करने की वकालत की थी।
श्रद्धा हत्याकांड :आरोपी आफताब पूनावाला के खिलाफ आरोप तय, लड़की के पिता ने कहा मिले फांसी की सजा
नई दिल्ली, 09 मई: श्रद्धा वालकर की गला दबाकर हत्या करने और उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े करने के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला के खिलाफ यहां की एक अदालत ने मंगलवार को हत्या और सबूत मिटाने के आरोप तय किये। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश मनीषा खुराना कक्कड़ ने कहा कि आरोपी के खिलाफ प्रथम दृष्टया भारतीय दंड विधान की धारा 302 (हत्या) और 201 (अपराध के सबूत गायब करना) के तहत अपराध के लिये मामला बनता है। पूनावाला ने हालांकि आरोपों से इनकार किया और मुकदमे का सामना करने की बात कही। मामले की अगली सुनवाई एक जून को नियत की गई है। दिल्ली पुलिस ने 24 जनवरी को मामले में 6,629 पन्नों का आरोपपत्र दाखिल किया था। पूनावाला ने पिछले साल 18 मई को वालकर का कथित रूप से गला घोंट दिया था। इसके बाद उसने उसके शरीर के टुकड़े किए और उन्हें दक्षिण दिल्ली के महरौली में अपने आवास पर लगभग तीन सप्ताह तक फ्रिज में रखा। उसने पकड़े जाने से बचने के लिये राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न इलाकों में वालकर के शव के उन टुकड़ों को फेंक दिया था। आरोप तय किए जाने के कुछ घंटों बाद ही श्रद्धा वालकर के पिता ने मांग की कि मामले में सुनवाई जल्द शुरू होनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि दोषी को फांसी की सजा सुनायी जाएगी। पूनावाला पर अपनी ‘लिव-इन’ साथी श्रद्धा वालकर की गला दबाकर हत्या करने और उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े करने का आरोप है। पूनावाला ने हालांकि आरोपों से इनकार किया और मुकदमे का सामना करने की बात कही। मामले में अगली सुनवाई एक जून को होगी। श्रद्धा के पिता विकास वालकर ने एक न्यूज एजेंसी से कहा, हमें लगता है कि उसे फांसी दी जानी चाहिए। मैं अदालत से जल्द से जल्द सुनवाई शुरू करने का अनुरोध करूंगा…। उन्होंने कहा कि मामले में जल्दी सुनवाई की मांग को लेकर वह 17 मई को मुंबई में एक दिन का प्रदर्शन करेंगे।
योगी आदित्यनाथ 12 मई को अपने मंत्रिमंडल के साथ देखेंगे, फिल्म ‘द केरला स्टोरी’
लखनऊ (उप्र), 09 मई : उत्तर प्रदेश सरकार फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ को राज्य में ‘कर मुक्त’ करेगी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगामी 12 मई को अपने मंत्रिमंडल के साथ फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग देख सकते हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से मंगलवार को किए गए ट्वीट में कहा गया, ‘द केरला स्टोरी उत्तर प्रदेश में कर मुक्त की जाएगी।’ इससे पहले, निदेशक सूचना, शिशिर ने कहा, ‘‘केरला स्टोरी को उत्तर प्रदेश में कर मुक्त किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगामी 12 मई को लखनऊ में अपने मंत्रिमंडल के साथ फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग देखेंगे।’ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने बिना किसी का नाम लिए सरकार के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए हिंदी में ट्वीट कर कहा, ‘मनोरंजन’ को ‘मनोरंजन’ के लिए छोड़ दें और सिनेमा व साहित्य का प्रयोग अपने जहरीले एजेंडे को देश पर थोपने के लिए न करें।’ उन्होंने हैशटैग ‘द केरला स्टोरी’ से किये गये अपने ट्वीट में कहा, ‘नफरत की कोख से उपजी कोई भी कला राष्ट्र और समाज के लिए विध्वंसकारी होगी।’ विपुल अमृत शाह द्वारा निर्मित, सुदीप्तो सेन द्वारा निर्देशित और अदा शर्मा अभिनीत फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ की कहानी महिलाओं के एक ऐसे कथित समूह के इर्द-गिर्द घूमती है, जिन्हें धर्म परिवर्तन और आतंकवादी संगठन आईएस में शामिल होने के लिए मजबूर किया जाता है। गत पांच मई को रिलीज हुई इस फिल्म पर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत पांच मई को इस फिल्म को आतंकी साजिशों को सामने लाने का श्रेय दिया था। उन्होंने कर्नाटक में एक चुनावी रैली में फिल्म का उल्लेख करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा था। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने गत रविवार को एक चुनावी रैली के दौरान कहा था कि अगर कोई प्रस्ताव आता है तो राज्य सरकार फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ को कर मुक्त कर देगी। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी गत शनिवार को अपने राज्य में ‘द केरला स्टोरी’ को कर मुक्त करने की घोषणा की है। उत्तर प्रदेश भाजपा के सचिव अभिजात मिश्रा ने शनिवार को शहर में करीब 100 छात्राओं के लिए इस विवादित फिल्म की स्क्रीनिंग का आयोजन किया था। उन्होंने एक थिएटर बुक किया और कहा कि युवा लड़कियों को कथित ‘लव जिहाद’ से बचाने के लिए फिल्म दिखाई जानी चाहिए। मिश्रा ने कहा कि फिल्म सच्ची घटनाओं पर आधारित है और दिखाती है कि कैसे भोली-भाली लड़कियों को बरगलाया जाता है और फिर उनका धर्मांतरण किया जाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुदेव टैगोर की जयंती पर श्रद्धांजलि दी
नई दिल्ली, 09 मई: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नोबेल पुरस्कार से सम्मानित विश्व कवि रवींद्र नाथ टैगोर की जयंती पर मंगलवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। वर्ष 1861 में पश्चिम बंगाल में जन्मे टैगोर को याद करते हुए मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘गुरुदेव टैगोर की जयंती पर उन्हें मेरी श्रद्धांजलि। कला से लेकर संगीत तक और शिक्षा से लेकर साहित्य तक, उन्होंने कई क्षेत्रों में एक अमिट छाप छोड़ी है।’’ मोदी ने कहा, ‘‘हम समृद्ध, प्रगतिशील और प्रबुद्ध भारत के लिए उनके दृष्टिकोण को पूरा करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं।’ टैगोर नाटककार, दार्शनिक और कवि थे। उन्हें 1913 में साहित्य के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
मध्यप्रदेश के खरगोन में बस पुल में गिरी, हादसे में मृतकों की संख्या 22 पहुंची, 30 घायल
खरगोन, 09 मई: मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में आज सुबह एक यात्री बस के पुलिया से नीचे गिरने से हुए हादसे में अब तक 22 लोगों की मौत की सूचना है। उन थाना क्षेत्र में हुए इस हादसे में तीन बच्चों की भी मौत हुई है। वहीं लगभग 30 लोग घायल हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हादसे में अब तक 22 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। लगभग 30 लोग घायल हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है। इसके पहले खरगोन अनुविभागीय अधिकारी पुलिस राकेश मोहन शुक्ला ने बताया कि इंदौर जा रही बस सुबह लगभग सवा नौ बजे जिला मुख्यालय से करीब 34 किलोमीटर दूर डोंगरगांव के समीप बोराड़ नदी की पुलिया की रेलिंग तोड़कर नीचे गिर गई। नदी में पानी नहीं था। उन्होंने बताया कि फिलहाल बस चालक का पता नहीं चल पाया है। प्राथमिक जानकारी के मुताबिक ऐसा प्रतीत होता है कि उसे नींद का झोंका आ गया था। ग्रामीणों ने पुलिस के पहुंचने के पूर्व ही पलटी हुई बस को अपने संसाधनों से खड़ा कर दिया और कई घायल यात्रियों को बचाया। उन्होंने बताया कि नागरिकों ने अपने-अपने वाहनों से उन्हें अस्पताल भी पहुंचाया। जिला कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा और पुलिस अधीक्षक डीएस यादव समेत अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं।