पटना, 09 जुलाई : पटना साहिब से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोकसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बिहार बंद को नियोजित साजिश बताया है। उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों को आड़े हाथों लिया है। बीजेपी सांसद ने कहा कि ये लोग या तो अदालत पर भरोसा करें या फिर सड़कों पर प्रदर्शन करें। जब सुप्रीम कोर्ट में कल (गुरुवार को) ही सुनवाई होनी है, तो आज सड़क पर उतरकर क्या किसी तरह का दबाव बनाने की कोशिश की गयी है। क्या ये चाहते हैं कि वोटर लिस्ट में ऐसे लोग बने रहें, जिन्हें उसमें होना ही नहीं चाहिए, जैसे कि घुसपैठिए। रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को पटना में पत्रकार वार्ता में कहा कि सबसे पहले तो यह समझना जरूरी है कि देश में सांसद या विधायक कौन बनेगा? इसका फैसला वोटर करते हैं। वोट वही डाल सकता है, जो भारत का नागरिक होगा और उसकी उम्र 18 साल या उससे अधिक होगी। जो सामान्य रूप से उस स्थान का निवासी हो, जहां से वह वोट डालता है। इसलिए वोटर लिस्ट का पुनरीक्षण हो रहा है, तो इसमें विपक्षी दलों को किस बात की परेशानी है। उन्होंने कहा कि यह सच्चाई नहीं है कि कई बार रोहिंग्या या अन्य लोग गलत तरीके से वोटर लिस्ट में नाम दर्ज करवा लेते हैं? जब पूरी ईमानदारी से काम हो रहा है तो आपत्ति किस बात की है? रविशंकर प्रसाद ने कहा कि दूसरी और इन सभी लोगों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, जो कि उनका अधिकार है। इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जब कल सुनवाई होनी है, तो फिर विपक्ष आज सड़क पर उतरकर दबाव बनाने की राजनीति क्यों कर रहा है ? उन्होंने कहा कि आज विपक्षी दलों ने वोटर रिवीजन के मुद्दे पर बिहार बंद बुलाया है। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव सहित महाघठबंधन के सभी नेता सड़कों पर घूम रहे हैं और ये उनका अधिकार है।
पश्चिम बंगाल में प्रदर्शकारियों ने ट्रेनें रोकीं, 20 लोग गिरफ्तार
कोलकाता, 09 जुलाई : पश्चिम बंगाल में वामपंथी दलों और उससे संबद्ध ट्रेड यूनियनों के भारत बंद के दौरान बुधवार को ट्रेनों के परिचालन को बाधित किया गया,हिंसक घटनाएं हुयीं और 20 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया। दस ट्रेड यूनियनों ने केंद्र सरकार पर श्रमिक-विरोधी और किसान-विरोधी नीतियों को लागू करने का आरोप लगाकर भारत बंद का आह्वान किया है, जिसका राज्य में व्यापक असर देखने को मिल रहा है। बंद के कारण सार्वजनिक परिवहन में भारी व्यवधान हुआ। प्रदर्शनकारियों की कई जगहों पर पुलिस के साथ झड़पें हुयीं और कई जिलों में पुलिस ने 20 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया। वाम मोर्चा समर्थक सुबह से ही बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर आए, खासकर कोलकाता और दक्षिण बंगाल के जिलों में रेलवे पटरियों को अवरुद्ध कर दिया और बाजारों तथा कार्यालयों को बंद कराने का प्रयास किया। पुलिस के अनुसार राज्य में सरकारी संपत्ति को नष्ट करने और कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगाड़ने के आरोप में अब तक 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कई जगहों पर हिंसक झड़पें हुयी हैं। दक्षिण कोलकाता के जादवपुर स्थित गंगुलीबागान में स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के अखिल भारतीय महासचिव सृजन भट्टाचार्य पुलिस के साथ झड़प में कथित तौर पर घायल हो गए। पार्टी सूत्रों के अनुसार, श्री भट्टाचार्य को प्रदर्शन स्थल से घसीटकर ले जाया गया और हाथापाई में उनकी कमीज़ फट गयी। बाद में उन्होंने पुलिस पर उनके साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को खुश करने के लिए बंद को विफल करने की कोशिश करने के लिए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की आलोचना की। गौरतलब है कि तृणमूल ने बंद का विरोध किया है। राज्य सरकार ने पहले एक अधिसूचना जारी करके सरकारी कार्यालयों में उपस्थिति अनिवार्य कर दी थी और सभी स्कूलों को खुले रखने का आदेश दिया था। उत्तर 24 परगना जिले के बेलघरिया और बैरकपुर, नदिया जिले के कृष्णानगर और जादवपुर सहित कई इलाकों में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे लाइनों को अवरुद्ध किया, जिससे ट्रेनें रुक गईं और व्यस्त कार्यालय समय के दौरान काफी देरी हुई। तारकेश्वर के तालपुर जंक्शन पर भी इसी तरह की गड़बड़ी की खबर मिली, जहाँ वामपंथी कार्यकर्ताओं ने आरामबाग जाने वाली लोकल ट्रेन को रोक दिया। दक्षिण दिनाजपुर के बुनियादपुर में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता मजीदुर रहमान को बंशीहारी थाने के प्रभारी अधिकारी ने धरना प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर थप्पड़ मार दिया, जिसके बाद तनाव बढ़ गया। बाद में श्री रहमान को हिरासत में ले लिया गया, जिसके कारण अशांति फैल गयी। वामपंथी नेताओं ने इस कृत्य को ‘सत्ता का घोर दुरुपयोग’ करार दिया और राज्यव्यापी बड़े आंदोलन की धमकी दी। भारत बंद में 25 करोड़ श्रमिक शामिल हुए हैं। ट्रेड यूनियनों ने मूल्य वृद्धि, श्रम अधिकारों का हनन और ग्रामीण रोजगार के अवसरों में गिरावट सहित लंबे समय से चली आ रही शिकायतों को बंद का आह्वान किया है। अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एआईटीयूसी) की महासचिव अमरजीत कौर ने मीडिया से कहा,“हमें सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि सरकार हमारी 17-सूत्री मांगों को लगातार नज़रअंदाज़ कर रही है। पिछले एक दशक में एक भी वार्षिक श्रमिक सम्मेलन नहीं हुआ है।”
महाराष्ट्र की तरह बिहार में भी मतों की चोरी की कोशिश हो रही है : राहुल गांधी
पटना, 09 जुलाई: बिहार में मतदाता पुनरीक्षण और ट्रेड यूनियन के हड़ताल के समर्थन में आईएनडीआई गठबंधन के आज बिहार बंद का असर रेल और सड़क यातायात पर पड़ा है। राजधानी पटना में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और तेजस्वी यादव एक साथ सड़कों पर उतर कर विरोध मार्च में हिस्सा लिया। पटना में राहुल गांधी ने बंद समर्थकों को संबोधित किया। इस दौरान उनके हाथ में संविधान की किताब थी। राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा, बिहार में वोट की चोरी की कोशिश हो रही है। मैं बिहार की जनता को कह रहा हूं कि महाराष्ट्र का चुनाव चोरी किया गया था। वैसे ही बिहार का चुनाव चोरी करने की कोशिश की जा रही है। गरीबों का वोट छीनने का यह तरीका है। राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि आपको जो करना है करिए, मगर बाद में कानून आप पर लागू होगा। भूलिए मत आप कितने भी बड़े हों, कहीं भी बैठे हों, कानून आपको नहीं छोड़ेगा। आपका काम हिन्दुस्तान के संविधान की रक्षा करने का है। आपका काम बिहार की जनता के दिल के अंदर जो हो उसको पूरा करने का है। राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा में वोट की चोरी की गई है। हमलोग इलेक्शन कमिश्नर से जाकर मिले थे। मैंने उनसे पूछा कि आपको क्या लगा? और सभी ने कहा कि चुनाव आयुक्त भाजपा जैसे बात कर रहे हैं। वो भूल रहे हैं कि वो किसी राजनीतिक पार्टी के नहीं हैं, वो हिन्दुस्तान के इलेक्शन कमिश्नर हैं और उनका काम संविधान की रक्षा करना है। इससे पहले राहुल गांधी पटना स्थित आयकर गोलंबर पर पहुंचे, जहां पहले से ही बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मौजूद थे। यहां महागठबंधन के कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ा हुआ था। इसके बाद तेजस्वी यादव, राहुल गांधी, दीपांकर भट्टाचार्य और मुकेश सहनी जैसे महागठबंधन के दिग्गज नेता वाहन पर सवार होकर मार्च के लिए निकले।
पहला स्वदेशी डाइविंग सपोर्ट पोत ‘निस्तार’ भारतीय नौसेना में शामिल
नई दिल्ली, 09 जुलाई : भारत का पहला स्वदेशी डाइविंग सपोर्ट जहाज ‘निस्तार’ भारतीय नौसेना में शामिल हो गया है. अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि निस्तार गहरे समुद्र में गोताखोरी और बचाव अभियान चला सकता है. उन्होंने बताया कि यह जहाज गहरे जलमग्न बचाव पोत (डीएसआरवी) के लिए ‘मदर शिप’ के रूप में भी काम करेगा ताकि पानी के नीचे किसी पनडुब्बी में आपात स्थिति में कर्मियों को बचाया और निकाला जा सके. नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड की तरफ से पहला स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित डाइविंग सपोर्ट वेसल निस्तार 8 जुलाई को विशाखापट्टनम में भारतीय नौसेना को सौंपा गया. उन्होंने बताया कि यह जहाज कई खूबियों से लैस है और गहरे समुद्र में गोताखोरी और बचाव अभियान चला सकता है -यह क्षमता दुनिया भर की चुनिंदा नौसेनाओं के पास ही है. इस पोत को भारतीय नौवहन रजिस्टर (आईआरएस) के वर्गीकरण नियमों के अनुसार डिजाइन और निर्मित किया गया है. ‘निस्तार’ नाम संस्कृत से लिया गया है और इसका अर्थ है मुक्ति, बचाव या मोक्ष. प्रवक्ता ने बताया कि 118 मीटर लंबे और लगभग 10,000 टन भार वाले इस जहाज में गोताखोरी के लिए अत्याधुनिक उपकरण लगे हैं और यह 300 मीटर की गहराई तक समुद्र में गोताखोरी करने में सक्षम है. 75 प्रतिशत स्वदेशी सामग्री और तकनीक का इस्तेमाल नौसेना प्रवक्ता ने बताया कि जहाज में 75 मीटर की गहराई तक डाइविंग ऑपरेशन चलाने के लिए एक साइड डाइविंग स्टेज भी है. यह 1000 मीटर की गहराई तक गोताखोरों की निगरानी और बचाव अभियान चलाने के लिए रिमोट से संचालित वाहनों से सुसज्जित है. उन्होंने कहा कि ‘निस्तार’ में लगभग 75 प्रतिशत स्वदेशी सामग्री और तकनीक का इस्तेमाल हुआ है. इसकी डिलीवरी भारतीय नौसेना की खोज में एक और मील का पत्थर है. साथ ही यह भारत सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत निर्मित किया गया है. 01 जुलाई को आईएनएस तमाल नौसेना में शामिल इससे पहले, 01 जुलाई को रूस निर्मित निर्देशित मिसाइल फ्रिगेट आईएनएस तमाल को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था, जो कई तोपों, निगरानी प्रणालियों और ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल से लैस है. 125 मीटर लंबा, 3900 टन वजनी यह युद्धपोत भारत और रूस की अत्याधुनिक तकनीक के समायोजन से बना है और इसकी मारक क्षमता काफी ज्यादा है. आईएनएस तमाल, तुशील श्रेणी का दूसरा जहाज है, जो आईएनएस तलवार और तेग का उन्नत संस्करण है.
ट्रेन यूनियनों के भारत बंद का दिख रहा है मिलाजुला असर
नई दिल्ली, 09 जुलाई : केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ 10 विपक्षी ट्रेड यूनियनों के भारत बंद का मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है। एक तरफ जहां पश्चिम बंगाल और केरल जैसे विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्यों में इस बंद का ज्यादा असर देखने को मिल रहा। वहीं भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) शासित राज्यों में बंद का कोई खास असर नहीं दिख रहा है। बंद में बैंक, बीमा, डाक, कोयला खदान, राजमार्ग और बुनियादी अवसंचना जैसे क्षेत्रों के लगभग 25 करोड़ कर्मचारी इसमें शामिल हैं। कोलकाता में वामपंथी दलों के यूनियन ने जादवपुर में पैदल मार्च निकालकर ‘भारत बंद’ में भाग लिया। ट्रेड यूनियनों का आरोप है कि केंद्र सरकार ऐसे आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ा रही है जो श्रमिकों के अधिकारों को कमजोर करते हैं। ट्रेड यूनियों के अनुसार सरकारी विभाग में युवाओं को नौकरी देने के बजाय सेवानिवृत्त लोगों को रखा जा रहा है। उन्होंने रेलवे, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एमडीएमसी) लिमिटेड, स्टील सेक्टर और शिक्षा सेवाओं के उदाहरण दिए हैं। ट्रेड यूनियनों कहना है कि देश में 65 प्रतिशत आबादी 35 साल से कम उम्र की है और 20 से 25 साल के युवा सबसे ज्यादा बेरोजगार हैं। भारत बंद में इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (आईएनटीयूसी), ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एआईटीयूसी), हिंद मजदूर सभा (एचएमएस), सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (सीटू), ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर (एआईयूटीयूसी), ट्रेड यूनियन कोऑर्डिनेशन सेंटर (टीयूसीसी), सेल्फ एम्प्लॉयड वीमेंस एसोसिएशन (सेवा), ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस (एआईसीसीटीयू), लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन (एलपीएफ) और यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कांग्रेस (यूटीयूसी) शामिल है।
भारत-ब्राजील हर क्षेत्र में सहयोग सुदृढ़ कर द्विपक्षीय व्यापार को 20 अरब डॉलर पहुंचायेंगे: मोदी
ब्रासीलिया/नई दिल्ली, 09 जुलाई: भारत और ब्राजील ने हर क्षेत्र में सहयोग को सुदृढ़ करने तथा अगले पाँच वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार को 20 अरब डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। ब्राजील की आधिकारिक यात्रा पर गये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार देर रात यहां ब्राजील के राष्ट्रपति लूला द सिल्वा के साथ मुलाकात के बाद संयुक्त वक्तव्य में यह बात कही। राष्ट्रपति लूला को भारत और ब्राजील सामरिक साझेदारी का पक्षधर बताते हुए उन्होंने कहा कि दोनों देशों के संबंधों को प्रगाढ़ करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने कहा, ‘‘आज की चर्चाओं में हमने हर क्षेत्र में सहयोग को सुदृढ़ करने पर बात की। हमने आने वाले पाँच वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार को 20 अरब डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। ” उन्होंंने कहा कि दोनों देश मिलकर भारत-मर्कोसुर वरीय व्यापार समझौते के विस्तार पर भी काम करेंगे। श्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई पर भी दोनों देशों की सोच समान है। दोनों देश आतंकवाद को कतई बर्दाश्त न करने तथा दोहरे मानदंडों का विरोध करने की नीति पर एकमत हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा स्पष्ट मत है कि आतंकवाद पर दोहरे मापदंडों का कोई स्थान नहीं है। हम आतंकवाद और आतंकवाद के समर्थकों का कठोर विरोध करते हैं।” प्रधानमंत्री ने ब्राजील द्वारा उन्हें सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किये जाने पर आभार प्रकट किया और कहा कि वह इस सम्मान को भारत के प्रति ब्राजील की गहरी प्रतिबद्धता और अटूट मित्रता को समर्पित करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आज, राष्ट्रपति द्वारा मुझे ब्राजील के सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान से विभूषित किया जाना मेरे लिए ही नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतवासियों के लिए भी अत्यंत गर्व और भावुकता का पल है। मैं इसके लिए उनका, ब्राजील सरकार और ब्राजील के लोगों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ।” उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग निरंतर बढ़ रहा है। पर्यावरण और स्वच्छ ऊर्जा दोनों देशों की मुख्य प्राथमिकता है। उन्होंंने कहा, “इस क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए आज जो समझौता किया गया है उससे हरित लक्ष्यों को को नई दिशा और गति मिलेगी। इस वर्ष ब्राजील में होने जा रही कॉप-30 बैठक के लिए मैं राष्ट्रपति लूला को शुभकामनाएं देता हूँ। ” प्रधानमंत्री ने रक्षा के क्षेत्र में बढ़ते सहयोग को दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास का प्रतीक बताया और कहा कि दोनों देश अपने रक्षा उद्योगों को आपस में जोड़ने के प्रयास जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘ए आई और सुपरकंप्यूटर में हमारा सहयोग बढ़ रहा है। यह समावेशी विकास और ह्यूमन-सेंट्रिक इनोवेशन की हमारी एक जैसी सोच का प्रमाण है।” श्री मोदी ने कहा कि ब्राजील में यूपीआई को अपनाने पर भी दोनों पक्ष मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा,“ हमें डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर और स्पेस जैसे क्षेत्रों में भारत का सफल अनुभव ब्राजील के साथ साझा करने में खुशी होगी। ” उन्होंने कहा कि कृषि और पशु-पालन क्षेत्र में दोनों देशों का सहयोग दशकों पुराने समय से चला आ रहा है और अब वे कृषि अनुसंधान और खाद्य प्रसंस्करण पर भी मिलकर काम करेंगे। लोगों के बीच परस्पर संपर्क को दोनों देशों के बीच संबधों का महत्वपूर्ण स्तंभ बताते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि बिना वीज़ा काउंटर की लम्बी लाइन के, भारत और ब्राज़ील के संबंध कार्निवल जितने रंगीन हों, फुटबाल जितने जोशीले, और सांबा की तरह दिलों को जोड़ते जाएं! इसी भावना से, हम दोनों देशों के लोगों, विशेष रूप से पर्यटकोंं, छात्रों, खिलाड़ियो और व्यवसायियों के बीच संपर्क सुगम बनाने के लिए प्रयास करेंगे।” श्री मोदी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर भारत और ब्राज़ील ने सदैव करीबी समन्वय के साथ काम किया है। दो बड़े लोकतांत्रिक देशों के रूप में हमारा सहयोग न केवल ग्लोबल साउथ, बल्कि पूरी मानवता के लिए प्रासंगिक है। दोनों का मानना है कि ग्लोबल साउथ की चिंताओं और प्राथमिकताओं को वैश्विक मंचों पर रखना हमारा नैतिक दायित्व है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जब विश्व तनाव और अनिश्चितता के दौर से गुजर रहा है तो भारत-ब्राज़ील की यह साझेदारी स्थिरता और संतुलन का एक अहम स्तंभ है। उन्होंने कहा, ‘‘हम एकमत हैं कि सभी विवादों का समाधान संवाद और कूटनीति के माध्यम से होना चाहिए।” श्री मोदी ने राष्ट्रपति लूला को भारत आने का निमंत्रण देते हुए कहा, ‘‘एक बार फिर इस सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान के लिए, और आपकी मित्रता के लिए, मैं 140 करोड़ भारतवासियों की ओर से, आपका बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूँ। मैं आपको भारत यात्रा करने का निमंत्रण भी देता हूँ। ”
मोदी, राष्ट्रपति नंदी-नदैतवा के निमंत्रण पर नामीबिया पहुँचे
विंडहोक/नई दिल्ली, 09 जुलाई: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नामीबिया की राष्ट्रपति नेटुम्बो नंदी-नदैतवा के निमंत्रण पर बुधवार को नामीबिया के विंडहोक पहुँचे। श्री मोदी ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “कुछ देर पहले विंडहोक पहुँचा। नामीबिया एक मूल्यवान और विश्वसनीय अफ्रीकी साझेदार है जिसके साथ हम द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाना चाहते हैं। राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवा से मिलने और आज नामीबियाई संसद को संबोधित करने के लिए उत्सुक हूँ।” श्री मोदी की नामीबिया की पहली और भारत से प्रधानमंत्री के रूप में तीसरी यात्रा है। वह अपनी पाँच देशों की यात्रा के पाँचवें एवं अंतिम चरण में विंडहोक पहुँचे हैं। पांच दिवसीय यात्रा के दौरान उन्होंने घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना और ब्राज़ील की यात्रा की। अपनी यात्रा के दौरान श्री मोदी नामीबिया की राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इसके अतिरिक्त, वह नामीबिया के संस्थापक पिता एवं प्रथम राष्ट्रपति डॉ. सैम नुजोमा को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। श्री मोदी की नामीबिया की संसद को संबोधित करने की उम्मीद है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री की यह यात्रा नामीबिया के साथ भारत के बहुआयामी और गहरे ऐतिहासिक संबंधों की पुनरावृत्ति है।
मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में क्यूबा, मलेशिया, वियतनाम, अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं
रियो डि जनेरियो/नई दिल्ली, 08 जुलाई : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्राजील में 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान क्यूबा, मलेशिया और वियतनाम के नेताओं के साथ अलग-अलग ‘अच्छी बैठकें’ कीं उनसे विभिन्न क्षेत्रों में भारत के सहयोग पर चर्चा की। श्री मोदी ने इन बैठकों की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की। प्रधानमंत्री ने क्यूबा के राष्ट्रपति मिगुएल डियाज-कैनेल बरमूडेज़ से मुलाकात के बाद कहा कि मुलाकात अच्छी रही। उन्होंने कहा, “इस बातचीत में हमने कई विषयों पर चर्चा की। आने वाले समय में हमारे देशों के बीच आर्थिक संबंधों में बहुत वृद्धि की संभावना है। प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सेवा और ऊर्जा जैसे क्षेत्र भी उतने ही आशाजनक हैं।” प्रधानमंत्री ने इससे पहले 2023 में जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति डियाज-कैनेल से मुलाकात की थी, जहाँ क्यूबा विशेष आमंत्रित था। दोनों नेताओं ने आर्थिक सहयोग, विकास साझेदारी, फिनटेक, क्षमता निर्माण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, आपदा प्रबंधन और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की। डिजिटल क्षेत्र में भारत की विशेषज्ञता को स्वीकार करते हुए, राष्ट्रपति डियाज-कैनेल ने भारत के सार्वजनिक बुनियादी ढांचे और यूपीआई में रुचि व्यक्त की। श्री मोदी ने कहा कि क्यूबा में आयुर्वेद की बढ़ती स्वीकार्यता निश्चित रूप से एक बड़ी बात है। दोनों नेताओं ने आपदा प्रबंधन तंत्र को मजबूत करने के तरीकों पर भी चर्चा की। प्रधानमंत्री ने क्यूबा द्वारा आयुर्वेद को मान्यता दिए जाने की सराहना की और क्यूबा की सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली में आयुर्वेद को एकीकृत करने के लिए समर्थन दिया। प्रधानमंत्री ने क्यूबा द्वारा भारतीय फार्माकोपिया को मान्यता दिए जाने का प्रस्ताव रखा, जिससे भारतीय जेनेरिक दवाओं तक पहुंच सुनिश्चित होगी। दोनों नेताओं ने स्वास्थ्य, महामारी और जलवायु परिवर्तन के क्षेत्रों सहित वैश्विक दक्षिण के लिए चिंता के मुद्दों पर काम करने पर सहमति व्यक्त की। उन्होंने बहुपक्षीय क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग की सराहना की। प्रधानमंत्री ने मलेशिया के अपने समकक्ष श्री अनवर इब्राहिम से मुलाकात के बाद कहा कि मलेशिया भारत के लिए महत्वपूर्ण है। भारत की “महासागर” के विचार और ‘एक्ट ईस्ट ’ (पूरब के देशों के साथ मिल कर काम करने) की नीति में मलेशिया का महत्वपूर्ण स्थान है। श्री मोदी ने कहा कि इस मुलाकात में उन्होंने प्रधानमंत्री इब्राहिम से उनकी भारत यात्रा के बाद से हुई प्रगति सहित अपने द्विपक्षीय संबंधों में शामिल किए गए क्षेत्रों में सहयोग की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), नवीकरणीय ऊर्जा और बुनियादी ढांचे जैसे भविष्य के क्षेत्र ऐसे हैं जहां द्विपक्षीय संबंध मजबूती से बढ़ रहे हैं। दोनों नेताओं ने द्विपक्षी निवेश और व्यापार संबंधों के विस्तार पर भी चर्चा की। वियतनाम के प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चीन्ह से अच्छी बातचीत हुई।
बिहार वोटर लिस्ट: सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई की तारीख तय, कांग्रेस बोली,’विपक्ष जनविरोधी कवायद के खिलाफ एकजुट’
नई दिल्ली, 07 जुलाई : सुप्रीम कोर्ट ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में मतदाताओं की सूची से जुड़े मामले पर विपक्ष की याचिका को स्वीकार कर लिया है। सोमवार को कोर्ट ने सुनवाई की तारीख भी तय कर दी। मामले को सुनवाई के लिए 10 जुलाई को सूचीबद्ध किया गया है। इस पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया आई है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “कांग्रेस ने 9 अन्य विपक्षी दलों के साथ मिलकर चुनाव आयोग के ‘त्रुटिपूर्ण और विनाशकारी’ विशेष गहन पुनरीक्षण को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी। यह एक ऐसा अभ्यास है, जिसकी दुर्भावनापूर्ण और मनमानी प्रक्रिया के कारण भारी संख्या में मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए जाने की पूरी आशंका है। पूरा विपक्ष इस जनविरोधी कवायद के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को सुनवाई के लिए 10 जुलाई को सूचीबद्ध किया है। सत्यमेव जयते।” बिहार विधानसभा चुनाव से पहले वोटर लिस्ट का मामला गरमाया है। कांग्रेस का दावा है कि चुनाव आयोग बिहार में वोटर लिस्ट की जांच कर रहा है। लोगों से कागज दिखाने को कहा गया है, लेकिन इसमें आधार कार्ड और वोटर आईडी शामिल नहीं हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कांग्रेस ने लिखा, “इससे बिहार के करोड़ों मतदाताओं के ऊपर वोटर लिस्ट से बाहर हो जाने का खतरा मंडरा रहा है, जो सरासर अन्याय है। ये वोट का अधिकार छीन लेने की साजिश है, जो सरकार और चुनाव आयोग ने मिलकर रची है।” इसी तरह अन्य दलों ने भी आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। याचिकाओं में कहा गया है, “चुनाव आयोग का यह फैसला मनमाना है और इसके चलते बिहार के लाखों मतदाताओं का मतदान का अधिकार छिन जाएगा।” सुप्रीम कोर्ट ने बिहार में चुनाव आयोग के वोटर लिस्ट “विशेष गहन पुनरीक्षण” के फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करने पर सहमति जताई है।
बिहार पहुंचे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे स्टेशनों का किया निरीक्षण
पटना, 07 जुलाई : रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सोमवार को बिहार दौरे पर पहुंचे। इस दौरे के दौरान उन्होंने कई रेलवे स्टेशनों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने भारत सरकार की ओर से चलाई जा रही स्टेशन विकास योजनाओं के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली और कामकाज की समीक्षा भी की। दरभंगा के सांसद गोपाल जी ठाकुर, सोनपुर मंडल के डीआरएम और पूर्व मध्य रेल के जनरल मैनेजर भी उनके साथ मौजूद रहे। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सोमवार को पटना पहुंचे। पटना एयरपोर्ट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष समेत कई वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। पटना एयरपोर्ट पर पहुंचते ही रेल मंत्री ने पहले पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का निरीक्षण किया। उनके साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल सहित कई भाजपा नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। पटना एयरपोर्ट के अलावा रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर और सोनपुर मंडल के विभिन्न रेलवे स्टेशनों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत चल रहे विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा भी की। एयरपोर्ट पर पत्रकाराें के एक सवाल के जवाब में रेल मंत्री ने कहा कि एयरपोर्ट देख कर ही पता लग रहा है कि पटना समेत पूरे बिहार में चौतरफा विकास हो रहा है। निरीक्षण के दाैरान पूर्व मध्य रेल के जनरल मैनेजर, सोनपुर मंडल के डीआरएम और दरभंगा से भाजपा सांसद गोपाल जी ठाकुर की भी उनके साथ उपस्थिति रही। कर्पूरीग्राम स्टेशन पुनर्विकास और रोड अंडर ब्रिज निर्माण कार्य का किया शिलान्यास रेल मंत्री ने लगभग 10 बजे हाजीपुर जंक्शन का दौरा किया और उसके बाद दिघा घाट रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करते हुए वे कर्पूरीग्राम स्टेशन की ओर रवाना हुए। दिघा घाट स्टेशन पर अधिकारियों ने लकड़ी की सीढ़ी से ट्रेन में चढ़ने की व्यवस्था की थी। लेकिन रेल मंत्री ने आम यात्रियों की तरह खुद ट्रेन कोच में चढ़कर निरीक्षण किया। समस्तीपुर के कर्पूरीग्राम स्टेशन पर रेल मंत्री ने जननायक कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और स्टेशन पुनर्विकास तथा रोड अंडर ब्रिज निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। उन्होंने यात्री सुविधाओं और स्टेशन के आसपास के क्षेत्रों का फील्ड निरीक्षण कर ज़मीनी हकीकत की जानकारी भी ली। रेल मंत्री का यह दौरा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगामी 18 जुलाई को प्रस्तावित मोतिहारी दौरे की तैयारियों के मद्देनजर है। पीएम मोदी मोतिहारी में रेलवे की कई परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करने वाले हैं। कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जा रहा है।