नई दिल्ली, 16 अप्रैल : नए एक्स यूजर्स को झटका देते हुए एलन मस्क ने घोषणा की है कि अब उसके प्लेटफॉर्म पर सामग्री पोस्ट करने के लिए उनसे शुल्क लिया जा सकता है। एक एक्स यूजर के जवाब में टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ ने कहा कि दुर्भाग्य से, “नए यूजर्स से किसी मैटर को पोस्ट करने के लिए एक छोटा सा शुल्क बॉट्स के निरंतर हमले को रोकने का एकमात्र तरीका है।” मस्क ने पोस्ट किया, “मौजूदा एआई (और ट्रोल फ़ार्म) ‘क्या आप एक बॉट हैं’ को आसानी से पास कर सकते हैं।” मस्क ने कहा,“ छोटा शुल्क चुका कर नए यूजर्स तीन तीन माह बाद मुफ्त में पोस्ट कर सकते हैं।” गौरतलब है कि पिछले साल अक्टूबर में, एक्स ने न्यूज़ीलैंड और फिलीपींस में नए असत्यापित यूजर्स से प्रति वर्ष एक डॉलर का शुल्क लेना शुरू किया था। इस महीने की शुरुआत में, मस्क के नेतृत्व वाले प्लेटफॉर्म ने स्पैम खातों के बड़े पैमाने पर शुद्धिकरण की घोषणा की थी। कुछ महीनों में एक्स पर स्पैम और पोर्न बॉट्स की भरमार हो गई थी। मस्क ने घोषणा की थी कि बॉट्स और ट्रॉल्स का सिस्टम शुद्धिकरण चल रहा है।
कच्चा तेल 91 डॉलर प्रति बैरल के करीब, पेट्रोल-डीजल की कीमत स्थिर
नई दिल्ली, 16 अप्रैल : अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में उतार-चढ़ाव जारी है। ब्रेंट क्रूड का मूल्य 91 डॉलर और डब्ल्यूटीआई क्रूड 86 डॉलर प्रति बैरल के करीब है। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं गैस विपणन कंपनियों ने मंगलवार को पेट्रोल-डीजल के मूल्य में कोई फेरबदल नहीं किया है। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक, दिल्ली में पेट्रोल 94.72 रुपये, डीजल 87.62 रुपये, मुंबई में पेट्रोल 104.21 रुपये, डीजल 92.15 रुपये, कोलकाता में पेट्रोल 103.94 रुपये, डीजल 90.76 रुपये, चेन्नई में पेट्रोल 100.75 रुपये और डीजल 92.34 रुपये प्रति लीटर की दर पर उपलब्ध है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस सप्ताह के दूसरे दिन शुरुआती कारोबार में ब्रेंड क्रूड 0.70 डॉलर यानी 0.78 फीसदी की बढ़त के साथ 90.80 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेंड कर रहा है। इसी तरह वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) क्रूड भी 0.72 डॉलर यानी 0.84 फीसदी उछलकर 86.13 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है।
नागरिक, औद्योगिक इस्तेमाल वाले ड्रोन के लिए अलग नियामक ढांचे पर विचार कर रही है सरकार
नई दिल्ली, 16 अप्रैल : नागर विमानन सचिव वुमलुनमंग वुअलनाम ने मंगलवार को कहा कि सरकार नागरिक तथा औद्योगिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले ड्रोन के वास्ते एक अलग नियामक ढांचा बनाने पर विचार करेगी। उन्होंने ड्रोन परिवेश तंत्र के स्वदेशी विकास की वकालत की और इस बात पर भी जोर दिया कि सरकार ड्रोन को बढ़ावा देने के साथ-साथ उन्नत वायु परिवहन को आगे बढ़ाने के प्रयास करेगी। राष्ट्रीय राजधानी में ड्रोन पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में उन्होंने कहा कि ड्रोन के नियमों के संदर्भ में ”बहुत कुछ किया गया है और अभी बहुत कुछ किया जाएगा।” उन्होंने कहा कि मंत्रालय नागरिक तथा औद्योगिक ड्रोन के लिए एक अलग नियामक ढांचा बनाने पर विचार कर रहा है। ड्रोन और ड्रोन घटकों के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना सितंबर 2021 में अधिसूचित की गई थी। ड्रोन और ड्रोन घटकों के भारतीय विनिर्माताओं के लिए मूल्य संवर्धन तथा कुछ अन्य शर्तों के आधार पर 120 करोड़ रुपये का प्रोत्साहन प्रदान दिया जा रहा है। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित सम्मेलन में वुमलुनमंग वुअलनाम ने कहा कि योजना सफल रही है। उन्होंने ड्रोन परिवेश तंत्र के स्वदेशी विकास की आवश्यकता पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रोत्साहनों पर निर्भरता नहीं होनी चाहिए और ड्रोन उद्योग को अपने दम पर टिकना चाहिए। ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना के बारे में उन्होंने कहा कि ड्रोन के लिए विशेष विवरण जल्द ही जारी किए जाएंगे। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को कृषि ड्रोन प्रदान करना है। इसके तहत महिला नेतृत्व वाले स्वयं सहायता समूहों को 15,000 ड्रोन दिए जाएंगे।
‘कूलिंग’ उपकरणों के लिए फ्लिपकार्ट की वार्षिक बिक्री 17 अप्रैल से होगी शुरू
नई दिल्ली, 16 अप्रैल : ऑनलाइन बिक्री मंच फ्लिपकार्ट 17 अप्रैल से 23 अप्रैल तक ‘कूलिंग’ उपकरणों पर वार्षिक ग्रीष्मकालीन बिक्री आयोजित करेगा। इसमें एयर कंडीशनर (एसी), रेफ्रिजरेटर, एयर कूलर, पंखे जैसे घरेलू उपकरण किफायती दामों पर बेचे जाएंगे। फ्लिपकार्ट ने मंगलवार को एक बयान में कहा, ई-वाणिज्य मंच ‘सुपर कूलिंग डेज़ 2024’ का छठा संस्करण ला रहा है। इसमें ग्राहकों को गर्मी से राहत देने के लिए घरेलू उपकरणों को किफायती दामों में बेचा जाएगा। बिक्री को बढ़ावा देने के लिए भुगतान के भी विभिन्न विकल्प पेश किए जाएंगे। बयान के अनुसार, बिना किसी शुल्क के मासिक किस्त, अग्रिम भुगतान, उत्पाद मिलने के बाद भुगतान (कैश ऑन डिलीवरी) और ‘फ्लिपकार्ट पे लेटर ईएमआई’ आदि विकल्प उपलब्ध होंगे।
एलआईसी को अडाणी के शेयरों में निवेश पर हुआ 59 प्रतिशत का लाभ
नई दिल्ली, 14 अप्रैल : सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी एलआईसी ने वित्त वर्ष 2023-24 में अडाणी समूह की कंपनियों में किए गए अपने निवेश मूल्य में 59 प्रतिशत का लाभ दर्ज किया है। अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से समूह के शेयरों के प्रभावित होने के बाद उन्होंने जोरदार वापसी की। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, अडाणी समूह की सात कंपनियों में एलआईसी का कुल निवेश 31 मार्च, 2023 को 38,471 करोड़ रुपये से बढ़कर 31 मार्च, 2024 को 61,210 करोड़ रुपये हो गया। इसमें 22,378 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की गई। पिछले साल, हिंडनबर्ग रिपोर्ट में अडाणी के शेयरों में हेराफेरी के आरोपों के बाद बीमा कंपनी को भी समूह में निवेश करने के अपने फैसले पर सवालों का सामना करना पड़ा था। हालांकि, अडाणी ने रिपोर्ट को पूरी तरह गलत बताया था। राजनीतिक दबाव का सामना करते हुए, एलआईसी ने रणनीतिक रूप से समूह की दो प्रमुख कंपनियों – अडाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड और अडाणी एंटरप्राइजेज – में अपना निवेश कम कर दिया था। इन दो कंपनियों के शेयरों में क्रमशः 83 प्रतिशत और 68.4 प्रतिशत की तेजी हुई। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, निवेश घटाने के बावजूद एलआईसी को वित्त वर्ष 2023-24 में अडाणी समूह में किए गए निवेश पर 59 प्रतिशत का लाभ हुआ। इस दौरान अडाणी समूह की कंपनियों में कई विदेशी निवेशकों – कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी, अबू धाबी स्थित आईएचसी, फ्रांसीसी दिग्गज टोटल एनर्जी और अमेरिका स्थित जीक्यूजी इन्वेस्टमेंट ने लगभग 45,000 करोड़ रुपये का निवेश किया। आंकड़ों के मुताबिक, अडाणी एंटरप्राइज लिमिटेड में एलआईसी का निवेश 31 मार्च, 2023 को 8,495.31 करोड़ रुपये से बढ़कर एक साल बाद 14,305.53 करोड़ रुपये हो गया। इस दौरान अडाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड में निवेश 12,450.09 करोड़ रुपये से बढ़कर 22,776.89 करोड़ रुपये हो गया। अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड में एलआईसी का निवेश एक साल में दोगुना से अधिक होकर 3,937.62 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
पाकिस्तान में जीवन-यापन की लागत पूरे एशिया में सबसे अधिक: एडीबी
इस्लामाबाद, 13 अप्रैल : पाकिस्तान में 25 प्रतिशत मुद्रास्फीति दर के साथ जीवन-यापन की लागत पूरे एशिया में सबसे अधिक है। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) की ताजा रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। मनीला में बृहस्पतिवार को जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था 1.9 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि एशियाई विकास परिदृश्य ने अगले वित्त वर्ष के लिए एक निराशाजनक तस्वीर पेश की है, और इस दौरान 15 प्रतिशत मुद्रास्फीति दर और 2.8 प्रतिशत वृद्धि दर का अनुमान लगाया गया है। एडीबी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में पाकिस्तान में मुद्रास्फीति की दर 25 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जो पूरे एशिया में सबसे अधिक है। इस तरह एशिया में सबसे अधिक महंगाई पाकिस्तान में है। पाकिस्तान लंबे समय से मुद्रास्फीतिजनित मंदी के दौर में है और विश्व बैंक ने भी पिछले सप्ताह कहा था कि महंगाई के कारण यहां एक करोड़ लोग गरीबी के जाल में फंस सकते हैं। पाकिस्तान में लगभग 9.8 करोड़ लोग पहले से ही गरीबी में जी रहे हैं।
म्यांमा से दालों का आयात करने के लिए भुगतान तंत्र को सरल बनाया गया: सरकार
नयी दिल्ली, 13 अप्रैल : सरकार ने शनिवार को कहा कि म्यांमा से दालों का आयात करने वाले व्यापारियों के लिए भुगतान तंत्र को आसान और सरल बनाया गया है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि आयातकों को पंजाब नेशनल बैंक के जरिए विशेष रुपया वोस्ट्रो खाते (एसआरवीए) के जरिए रुपया/क्यात प्रत्यक्ष भुगतान प्रणाली का उपयोग करने को कहा गया है। भारत घरेलू कमी को पूरा करने के लिए दालों के आयात पर निर्भर है। देश म्यांमा से तुअर और उड़द दाल का आयात करता है। बयान के मुताबिक उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने म्यांमा से दालों का आयात करने के संबंध में यंगून स्थित भारतीय दूतावास के साथ चर्चा की। इस दौरान संशोधित विनिमय दरों और म्यांमार में आयातकों के स्टॉक जैसे मुद्दों पर बातचीत हुई। मंत्रालय ने कहा कि भारतीय दूतावास ने सचिव को बताया कि व्यापार लेनदेन को सरल बनाने के लिए इस साल 25 जनवरी से रुपया/क्यात निपटान तंत्र चालू कर दिया गया है। सेंट्रल बैंक ऑफ म्यांमा ने 26 जनवरी, 2024 को एसआरवीए के तहत भुगतान प्रक्रियाओं के लिए दिशानिर्देश जारी किए।
बिजली की मांग बढ़ने से सरकार ने सभी गैस आधारित संयंत्रों को दो माह चालू रखने को कहा
नयी दिल्ली, 13 अप्रैल : सरकार ने इस बार लंबे समय तक गर्मी रहने के अनुमान के कारण बिजली की मांग में वृद्धि को देखते हुए गैस आधारित सभी बिजली उत्पादन स्टेशनों को एक मई से 30 जून तक अपने संयंत्रों को चालू रखने का निर्देश दिया है। गैस-आधारित उत्पादन स्टेशनों (जीबीएस) के एक बड़े हिस्से का वर्तमान में, मुख्यत व्यावसायिक कारणों से प्रयोग नहीं हो रहा है। मंत्रालय ने इस गर्मी (अप्रैल से जून 2024) में 260 गीगावाट अधिकतम बिजली मांग का अनुमान लगाया है। पिछले साल सितंबर में बिजली की अधिकतम मांग 243 गीगावाट के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी। बिजली मंत्रालय के बयान के अनुसार, यह आदेश एक मई, 2024 से 30 जून, 2024 तक बिजली उत्पादन और आपूर्ति के लिए वैध रहेगा। बयान के अनुसार, “गैस-आधारित उत्पादन स्टेशनों से अधिकतम बिजली उत्पादन सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने बिजली अधिनियम, 2003 की धारा 11 के तहत सभी गैस-आधारित उत्पादन स्टेशनों को निर्देश जारी किए हैं। इनके तहत सरकार के निर्देश पर एक उत्पादन कंपनी असाधारण परिस्थितियों में किसी भी उत्पादन स्टेशन का संचालन और रखरखाव कर सकती है।”
रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची सोने की कीमत, 10 ग्राम के लिए अब खर्च करने होंगे इतने रुपए
मुंबई, 13 अप्रैल : सोने की कीमत अब तक के अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी को देखते हुए भारत के मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर पांच जून की डिलीवरी के लिए सोने का वायदा भाव बढ़कर 72,423 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 2,395.29 डॉलर प्रति औंस है। एमसीएक्स पर सोने के वायदा भाव में 779 रुपये प्रति 10 ग्राम की बढ़ोतरी हुई, जो पिछले कारोबारी सत्र के बंद भाव 71,644 रुपये से 1.09 फीसद अधिक है। देश भर के प्रमुख शहरों में खुदरा सोने की कीमतों में कुछ बदलाव आया है। दिल्ली में 24 कैरेट सोने की कीमत लगभग 72,380 रुपये , जबकि मुंबई में 72,230 रुपये प्रति 10 ग्राम है। चेन्नई में सबसे ज्यादा 73,370 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जबकि बेंगलुरु और कोलकाता में यह लगभग 72,230 रुपये है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में लगातार वृद्धि जारी है। मध्य पूर्व में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच दुनिया के प्रमुख देश इस पीली धातु की बड़ेे पैमाने पर खरीदारी कर रहे हैं। इसे एक सुरक्षित निवेश माना जा रहा है। इस साल सोने की कीमतों में लगभग 15 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। शुक्रवार को अमेरिकी सोना वायदा में इसकी कीमत 1.2 फीसद बढ़कर 2,401.80 डॉलर हो गई। चीन के बाद भारत सोने का दूसरा सबसे बड़ा आयातक है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमतों के बढऩे का सीधा असर घरेलू कीमतों पर पड़ता है।
मॉरीशस से आने वाले निवेश के नियम सख्त होने से बाजार में हाहाकर
मुंबई, 12 अप्रैल : मॉरीशस के जरिए भारत में होने वाले निवेश की फिर से जांच किए जाने के संशोधित नियम से घबराए विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की चौतरफा बिकवाली से आज शेयर बाजार में हाहाकर मच गया। बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 793.25 अंक अर्थात 1.06 प्रतिशत का गोता लगाकर 75 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे 74,244.90 अंक पर आ गया। साथ नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 234.40 अंक यानी 1.03 प्रतिशत लुढ़ककर 22,519.40 अंक पर बंद हुआ। इस दौरान दिग्गज कंपनियों की तरह मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली का दबाव रहा। इससे बीएसई का मिडकैप 0.49 प्रतिशत गिरकर 40,909.03 अंक और स्मॉलकैप 0.60 प्रतिशत टूटकर 45,872.07 अंक पर रहा। इस दौरान बीएसई में कुल 3943 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2373 में बिकवाली जबकि 1466 में लिवाली हुई वहीं 104 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह निफ्टी की 45 कंपनियां लुढ़क गईं जबकि शेष पांच में बढ़त रही। विश्लेषकों के अनुसार, मॉरीशस रूट से भारत में होने वाले निवेश के नियम को संशोधित किया गया है, जिसमें कहा गया है कि वर्ष 2017 से पहले हुए निवेश की फिर से जांच की जा सकती है यानी 2017 से पहले के फंडों को प्रमाण देना होगा कि उनका गठन केवल कर में लाभ लेने के लिए नहीं किया गया था। इससे विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बाजार से जमकर पैसे निकाल लिए। इससे बीएसई के सभी 20 समूह दबाव में आ गए। इस दौरान कमोडिटीज 0.84, सीडी 0.62, ऊर्जा 1.01, एफएमसीजी 1.10, वित्तीय सेवाएं 0.81, हेल्थकेयर 1.23, इंडस्ट्रियल्स 0.54, आईटी 0.84, दूरसंचार 0.42, यूटिलिटीज 1.02, ऑटो 0.59, बैंकिंग 0.91, कैपिटल गुड्स 0.49, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 1.39, धातु 0.55, तेल एवं गैस 1.28, पावर 0.77, रियल्टी 0.96, टेक 0.69 और सर्विसेज समूह के शेयर 1.05 प्रतिशत लुढ़क गए। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिलाजुला रुख रहा। इस दौरान ब्रिटेन का एफ़टीएसई 1.31, जर्मनी का डैक्स 0.86 और जापान का निक्केई 0.21 प्रतिशत चढ़ गया। वहीं, हांगकांग का हैंगसेंग 2.18, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.93 और चीन का शंघाई कम्पोजिट 0.49 गिर गया। शुरूआती कारोबार में सेंसेक्स 149 अंक की गिरावट लेकर 74,889.64 अंक पर खुला लेकिन लिवाली होने से थोड़ी देर बाद 74,951.88 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुंचा। वहीं, इसके बाद हुई बिकवाली से यह गिरता हुआ कारोबार के अंतिम चरण में 74,189.31 अंक के निचले स्तर तक लुढ़क गया। अंत में पिछले दिवस के 75,038.15 अंक के मुकाबले 1.06 प्रतिशत टूटकर 74,244.90 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह निफ्टी 76 अंक उतरकर 22,677.40 अंक पर खुला और सत्र के दौरान 22,726.45 अंक के उच्चतम जबकि 22,503.75 अंक के निचले स्तर पर रहा। अंत में पिछले सत्र के 22,753.80 अंक की तुलना में 1.03 प्रतिशत गिरकर 22,519.40 अंक पर आ गया। इस दौरान नेस्ले इंडिया, टीसीएस और टाटा मोटर्स की 0.67 प्रतिशत तक की तेजी को छोड़कर सेंसेक्स की अन्य कंपनियों में गिरावट रही। जिन प्रमुख कंपनियों के शेयर कमजोर रहे उनमें सन फार्मा 4.01, मारुति 3.17, पावरग्रिड 2.57, टाइटन 2.40, जेएसडब्ल्यू स्टील 2.22, एलटी 2.04, टेक महिंद्रा 1.91, अल्ट्रासिमको 1.76, एसबीआई 1.57, आईटीसी 1.56, इंफ़ोसिस 1.44, एक्सिस बैंक 1.41, एशियन पेंट 1.40, हिंदुस्तान यूनिलीवर 1.33, विप्रो 1.33, एचसीएल टेक 1.19, एचडीएफसी बैंक 1.10, टाटा स्टील 1.00, रिलायंस 0.79, आईसीआईआई बैंक 0.48, एनटीपीसी 0.32 और महिंद्रा एंड महिंद्रा 0.17 प्रतिशत शामिल है।