मुंबई, 18 नवंबर: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) चालू वित्त वर्ष में अपने कुल नेटवर्क को 23,000 तक पहुंचाने के लिए 500 और शाखाएं खोलेगा। सीतारमण ने मुंबई में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक की मुख्य शाखा की 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि बैंक का आकार 1921 के बाद से काफी बढ़ गया है। उस समय तीन प्रेजिडेंसी बैंकों का विलय कर इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया (आईबीआई) बना था। उन्होंने कहा कि सरकार ने इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया को एसबीआई बनाने के लिए 1955 में संसद में एक कानून पारित किया। 1921 में 250 शाखाओं का नेटवर्क अब बढ़कर 22,500 हो गया है। सीतारमण ने कहा, ‘‘एसबीआई की आज 22,500 शाखाएं हैं और मैं समझती हूं कि वित्त वर्ष 2024-25 में 500 और शाखाएं खोली जाएंगी। यानी, शाखाओं की संख्या बढ़कर 23,000 हो जाएगी।’’ एसबीआई ने बैंक क्षेत्र में जो वृद्धि हासिल की है, वह एक वैश्विक रिकॉर्ड होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एसबीआई देश में कुल जमा में 22.4 प्रतिशत हिस्सेदारी रखता है। साथ ही कुल कर्ज में पांचवां हिस्सा इसका है और यह 50 करोड़ से अधिक ग्राहकों को सेवाएं देता है। सीतारमण ने कहा कि बैंक में डिजिटल निवेश मजबूत है और यह एक दिन में 20 करोड़ यूपीआई लेनदेन संभाल सकता है। वित्त मंत्री ने कहा कि यह 1921 में तीन प्रेजिडेंसी बैंकों के विलय के उद्देश्य से बहुत आगे निकल गया है। एक सदी पुराने एकीकरण का मकसद लोगों तक बैंक सेवाओं का विस्तार करना था। एसबीआई की मुंबई स्थित मुख्य शाखा का एक विरासत इमारत में स्थित है। इसका उद्घाटन 1924 में हुआ था। वित्त मंत्री ने शाखा के लिए 100 रुपये का स्मारक सिक्का जारी किया और कहा कि देशभर में एसबीआई की 43 शाखाएं एक सदी से अधिक पुरानी हैं। सीतारमण ने कार्यक्रम के दौरान 1981 और 1996 के बीच बैंक के इतिहास को उकरने वाला दस्तावेज भी जारी किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का एक और दस्तावेज जारी किया जाएगा। इसमें 2014 से प्रत्येक नागरिक तक पहुंचने के एसबीआई के प्रयासों में ‘तेज गति से वृद्धि’ को दर्शाया जाएगा।
डिजिटल एडवर्ड्स: दिल्ली के डिजिटल मार्केटिंग क्षेत्र में अग्रणी
नई दिल्ली: दिल्ली के व्यस्त महानगर में, जहां व्यवसाय जगत में प्रतिस्पर्धा अत्यधिक है, डिजिटल एडवर्ड्स ने खुद को एक प्रमुख डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी के रूप में स्थापित किया है। नवाचार और ग्राहक सफलता के प्रति समर्पण के साथ, यह एजेंसी उन व्यवसायों के लिए एक विश्वसनीय भागीदार बन गई है जो अपनी ऑनलाइन उपस्थिति को बढ़ाना और मापने योग्य वृद्धि प्राप्त करना चाहते हैं। दिल्ली में अग्रणी डिजिटल मार्केटिंग रणनीतियाँ डिजिटल एडवर्ड्स केवल डिजिटल मार्केटिंग परिदृश्य में एक और नाम नहीं है; यह अत्याधुनिक रणनीतियों और प्रभावशाली अभियानों का पर्याय है। एजेंसी नवीनतम उपकरणों और तकनीकों का उपयोग करके प्रत्येक ग्राहक की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अनुकूलित विपणन समाधान तैयार करती है। चाहे वह एसईओ हो, कंटेंट मार्केटिंग, सोशल मीडिया मैनेजमेंट, या पे-पर-क्लिक विज्ञापन, डिजिटल एडवर्ड्स सुनिश्चित करता है कि हर अभियान अधिकतम आरओआई देने के लिए डिज़ाइन किया गया हो। डिजिटल एडवर्ड्स को अपने प्रतिस्पर्धियों से अलग करने वाली बात यह है कि वह दिल्ली के डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र की गहरी समझ रखता है। एजेंसी की विशेषज्ञों की टीम स्थानीय बाजार की गतिशीलता से भली-भांति परिचित है, जिससे उन्हें लक्षित दर्शकों के साथ प्रतिध्वनित होने वाले अभियान बनाने में मदद मिलती है। इस स्थानीय विशेषज्ञता को डिजिटल रुझानों पर वैश्विक दृष्टिकोण के साथ मिलाकर डिजिटल एडवर्ड्स को उद्योग में एक नेता के रूप में स्थान प्रदान किया गया है। ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण डिजिटल एडवर्ड्स की सफलता के केंद्र में इसका अटूट ध्यान ग्राहक संतुष्टि पर है। एजेंसी का मानना है कि प्रत्येक व्यवसाय अद्वितीय है और इसलिए डिजिटल मार्केटिंग के लिए एक अनुकूलित दृष्टिकोण की आवश्यकता है। प्रारंभिक परामर्श से लेकर अंतिम रिपोर्ट तक, डिजिटल एडवर्ड्स यह सुनिश्चित करने के लिए अपने ग्राहकों के साथ मिलकर काम करता है कि उनके विपणन लक्ष्य न केवल पूरे हों बल्कि उनसे भी अधिक हों। यह ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण उन दीर्घकालिक संबंधों में स्पष्ट है जो डिजिटल एडवर्ड्स ने अपने ग्राहकों के साथ बनाए हैं। दिल्ली के कई व्यवसायों ने एजेंसी के साथ साझेदारी करने के बाद अपनी ऑनलाइन उपस्थिति और राजस्व में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी है। संतुष्ट ग्राहकों से प्राप्त प्रशंसापत्र उन पर डिजिटल एडवर्ड्स के प्रभाव की गवाही देते हैं। डिजिटल एडवर्ड्स का नवाचार के प्रति समर्पण एक ऐसे उद्योग में जो लगातार विकसित हो रहा है, आगे बने रहना बेहद जरूरी है। डिजिटल एडवर्ड्स इसे समझता है और अपनी टीम के लिए नवीनतम तकनीकों और प्रशिक्षण में लगातार निवेश करता है। नवाचार के प्रति यह प्रतिबद्धता एजेंसी को अत्याधुनिक समाधान पेश करने में सक्षम बनाती है जो उसके ग्राहकों को उनके प्रतिस्पर्धियों से आगे रखती है। एआई-संचालित विश्लेषण से लेकर मशीन लर्निंग एल्गोरिदम के साथ अभियानों को अनुकूलित करने तक, डिजिटल एडवर्ड्स डिजिटल मार्केटिंग प्रगति में सबसे आगे है। बदलते रुझानों के अनुकूल होने और नई रणनीतियों को लागू करने की एजेंसी की क्षमता यह सुनिश्चित करती है कि उसके ग्राहकों को हमेशा सर्वोत्तम संभव सेवा मिले। दिल्ली में एक मजबूत डिजिटल उपस्थिति बनाना दिल्ली में उन व्यवसायों के लिए जो अपनी डिजिटल उपस्थिति स्थापित करना या मजबूत करना चाहते हैं, डिजिटल एडवर्ड्स एक आदर्श एजेंसी है। सफलता का एक सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड, समर्पित पेशेवरों की एक टीम और स्थानीय बाजार की गहरी समझ के साथ, डिजिटल एडवर्ड्स व्यवसायों को डिजिटल मार्केटिंग की जटिलताओं को नेविगेट करने में मदद करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। अंत में, डिजिटल एडवर्ड्स केवल एक डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी से अधिक है; यह दिल्ली के व्यवसायों के लिए विकास का भागीदार है। नवीन समाधान, ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण और स्थानीय बाजार में विशेषज्ञता की पेशकश करके, डिजिटल एडवर्ड्स ने खुद को उद्योग में एक अग्रणी के रूप में स्थापित किया है, जिससे व्यवसायों को ऑनलाइन अपनी पूरी क्षमता हासिल करने में मदद मिलती है।
अमेजन फ्रेश का देश के 130 से अधिक शहरों तक हुआ विस्तार
बेंगलुरु, 18 जून : अमेजन इंडिया ने अपनी फ़ुल-बास्केट ग्रॉसरी सर्विस अमेजन फ्रेश का विस्तार 130 से ज़्यादा शहरों तक करने की घोषणा की है। कंपनी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि यह ग्रॉसरी सर्विस फलों, सब्ज़ियों, चिल्ड प्रोडक्ट, ब्यूटी, बेबी, पर्सनल केयर और पालतू जानवरों के प्रोडक्ट के साथ-साथ रोज़मर्रा की ज़रूरत के दूसरे सामानों की डिलीवरी करती है। अमेजन फ्रेश सेलर्स 11,000 से ज़्यादा किसानों से फल और सब्जियों की खरीद करते हैं। इसके बाद यहां ‘4-स्टेप क्वालिटी चेक’ की मदद उत्पाद की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाती है। अंबाला, औरंगाबाद, होशियारपुर, धारवाड़, ऊना, सूरी और अन्य जैसे 130 से ज़्यादा शहरों में अब ग्राहक अपनी साप्ताहिक/मासिक शॉपिंग लिस्ट तैयार करते समय अमेजन फ्रेश सेलर्स और बैंक पार्टनर्स की ओर से पेश की जा रही शानदार बचत और रोमांचक डील्स का फायदा उठा सकते हैं। अमेजन फ्रेश इन के निदेशक श्रीकांत श्री राम ने कहा, “ अमेजन फ्रेश भारत में किराने की खरीदारी को एकदम नया स्वरूप दे रहा है। हम भारत के 130 शहरों में अपने ग्राहकों के दरवाजे तक ताजे फल और सब्जी के साथ ही रोज़मर्रा की ज़रूरत की चीज़ें पहुंचा रहे हैं। हमारा तेजी से विस्तार और गुणवत्तापूर्ण उत्पादों पर हमारा ध्यान ग्राहकों की सेवा करने और उन्हें ताजे फल सब्जी और रोजमर्रा की जरूरत की चीज़ों के लिए सर्वश्रेष्ठ ऑनलाइन शॉपिंग अनुभव प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसके अलावा, यहां पर ग्राहकों को कैशबैक, ऑफर और बैंक छूट का लाभ भी मिलता है, जिससे उनकी हर खरीदारी और भी किफायती हो जाती है।”
अजूनी बायोटेक का सहजन के प्रसंस्करण के लिए एवलॉन से समझौता
नई दिल्ली, 18 जून : अजूनी बायोटेक ने मंगलवार को कहा कि उसने देश में सहजन (मोरिंगा) के टिकाऊ प्रसंस्करण के लिए अमेरिका स्थित एवलॉन एनर्जी ग्रुप की भारतीय अनुषंगी के साथ गठजोड़ किया है। पशुओं के लिए चारा और पूरक खाद्य उत्पाद बनाने वाली अजूनी बायोटेक ने बयान में कहा कि इस साझेदारी के तहत सहजन के बीजों और पत्तियों के प्रसंस्करण के लिए क्रशिंग और सुखाने वाली मिलों सहित प्रसंस्करण इकाई लगाई जाएंगी। साझेदारी समझौते के मुताबिक, एवलॉन बायोएनर्जी सहजन के बीजों एवं पत्तियों का प्रसंस्करण कर तेल निकालने पर ध्यान देगी जबकि अजूनी उसकी खली का इस्तेमाल भारत में आगे के प्रसंस्करण और वितरण के साथ निर्यात के लिए पशु चारा उत्पाद बनाने में करेगी। अजूनी बायोटेक ने शेयर बाजार को इस साझेदारी समझौते की सूचना दी। इसके अलावा अजूनी ने अमेरिका, अफ्रीका, लातिनी अमेरिका और अन्य क्षेत्रों में इसी तरह की परियोजनाओं पर एवलॉन के साथ सहयोग में दिलचस्पी जताई है। एवलॉन पूरे भारत में सहजन और अन्य तिलहन फसलों की खेती के लिए कृषि योग्य जमीन को पट्टे पर ले रही है या उनका अधिग्रहण कर रही है। यह इन तिलहन फसलों की खेती के लिए बड़ी और छोटी सहकारी समितियों के साथ अनुबंध खेती समझौते भी कर रही है। अजूनी बायोटेक को अगले वित्त वर्ष तक सहजन के वाणिज्यिक उत्पादन से 200 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व मिलने की उम्मीद है।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 22 जुलाई को पेश कर सकती हैं बजट
नई दिल्ली, 14 जून : संसद का मानसून सत्र 22 जुलाई से शुरू हो सकता है। इसके 9 अगस्त तक चलने की संभावना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) 3.0 सरकार का पहला वित्त वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट 22 जुलाई को लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश कर सकती हैं। यह जानकारी सूत्रों ने दी। सीतारमण इस बार संसद में लगातार सातवां बजट और लगातार छठा पूर्ण बजट पेश करेंगी। इसके साथ ही वो पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई का लगातार छह बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड तोड़ देंगी। उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक फरवरी, 2024 को लोकसभा में चालू वित्त वर्ष 2024-25 का अंतरिम बजट पेश किया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सीईओ आशीष चौहान ने वित्त मंत्री से मुलाकात की
नई दिल्ली, 14 जून : नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आशीष चौहान ने शुक्रवार को केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की। वित्त मंत्री कार्यालय ने ‘एक्स’ पोस्ट पर जारी बयान में बताया कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के एमडी और सीईओ आशीष चौहान ने राजधानी नई दिल्ली स्थित नॉर्थ ब्लॉक (वित्त मंत्रालय कार्यालय) में केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की। हालांकि, इस मुलाकात की विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है। उल्लेखनीय है कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज देश का सबसे बड़ा और तकनीकी रूप से अग्रणी स्टॉक एक्सचेंज है। इसकी स्थापना 1992 में हुई थी, जो देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में स्थित है। कारोबार के लिहाज से यह विश्व का तीसरा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है।
भारत को 2023-24 में सिंगापुर से मिला सबसे ज्यादा एफडीआई
नई दिल्ली, 02 जून : भारत को बीते वित्त वर्ष (2023-24) में सिंगापुर से सबसे अधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) मिला है। हालांकि, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच देश में विदेशी निवेश के प्रवाह में 3.5 प्रतिशत की गिरावट आई है। सरकारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। हालांकि, 2023-24 में सिंगापुर से एफडीआई प्रवाह 31.55 प्रतिशत घटकर 11.77 अरब डॉलर पर आ गया है, लेकिन आंकड़ों से पता चलता है कि भारत ने उस देश (सिंगापुर) से सबसे अधिक निवेश आकर्षित किया है। पिछले वित्त वर्ष के दौरान मॉरीशस, सिंगापुर, अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), केमैन आइलैंड, जर्मनी और साइप्रस सहित प्रमुख देशों से एफडीआई इक्विटी प्रवाह में कमी आई। हालांकि, नीदरलैंड और जापान से निवेश बढ़ा है। वित्त वर्ष 2018-19 से सिंगापुर, भारत के लिए ऐसे निवेश का सबसे बड़ा स्रोत रहा था। 2017-18 में भारत ने मॉरीशस से सबसे ज्यादा एफडीआई आकर्षित किया था। विशेषज्ञों के अनुसार, भारत-मॉरीशस कर संधि में संशोधन के बाद सिंगापुर, भारत में निवेश के लिए पसंदीदा क्षेत्र के रूप में उभरा है। डेलॉयट इंडिया की अर्थशास्त्री रुमकी मजूमदार ने कहा कि दुनिया के प्रमुख वित्तीय केंद्रों में से एक के रूप में सिंगापुर उन वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करता है जो एशिया में निवेश करना चाहते हैं। मजूमदार ने कहा, ‘‘हाल ही में रीट विनियम 2014 में संशोधन जैसी भारत की पहल ने सिंगापुर स्थित निवेशकों के लिए नए अवसर पैदा किए हैं। यही कारण है कि भारत को सिंगापुर से ऊंचा एफडीआई मिल सकता है।’’ उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि 2024-25 के उत्तरार्ध में भारत में एफडीआई में तेजी आएगी। शार्दुल अमरचंद मंगलदास एंड कंपनी के वरिष्ठ सलाहकार संजीव मल्होत्रा ने कहा कि सिंगापुर और मॉरीशस ऐसे क्षेत्र हैं जिनका उपयोग वैश्विक निवेशक भारत जैसी विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में अपना पैसा लगाने के लिए करते हैं। मल्होत्रा ने कहा, ‘‘हालांकि, ऐसे कई भू-आर्थिक और राजनीतिक कारक हैं जिनकी वजह से सिंगापुर ने हाल के दिनों में अधिक महत्व हासिल की है, लेकिन भारत के लिए एफडीआई में उसके सबसे ऊपर रहने का कारण कर है।’’ उन्होंने कहा कि सिंगापुर में बहुत प्रतिस्पर्धी घरेलू कर व्यवस्था है और उसका नियामकीय ढांचा काफी दक्ष है।
चुनाव नतीजों को लेकर अनिश्चितता के बीच एफपीआई ने मई में शेयरों से 25,586 करोड़ रुपये निकाले
नई दिल्ली, 02 जून : आम चुनाव के नतीजों को लेकर अनिश्चितता और चीन के बाजारों के बेहतर प्रदर्शन के कारण विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने मई में भारतीय शेयरों से 25,586 करोड़ रुपये की भारी निकासी की है। यह मॉरीशस के साथ भारत की कर संधि में बदलाव और अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में निरंतर वृद्धि की चिंताओं के कारण अप्रैल के 8,700 करोड़ रुपये से अधिक के शुद्ध निकासी के आंकड़े से कहीं अधिक है। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले एफपीआई ने मार्च में शेयरों में 35,098 करोड़ रुपये और फरवरी में 1,539 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था। वहीं जनवरी में उन्होंने शेयरों से 25,743 करोड़ रुपये की निकासी की थी। आम चुनाव के नतीजे चार जून को आने हैं। इससे निकट भविष्य में भारतीय बाजार में एफपीआई प्रवाह की दिशा तय होगी। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार विजयकुमार ने कहा कि मध्यम अवधि में अमेरिकी ब्याज दरें एफपीआई प्रवाह पर अधिक प्रभाव डालेंगी। आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने मई में शेयरों से शुद्ध रूप से 25,586 करोड़ रुपये निकाले हैं। वॉटरफील्ड एडवाइजर्स के निदेशक-सूचीबद्ध निवेश विपुल भोवर ने कहा, ‘‘अपेक्षाकृत ऊंचे मूल्यांकन और विशेष रूप से वित्तीय और आईटी कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजों के साथ राजनीतिक अनिश्चिता की वजह से एफपीआई भारतीय शेयरों से निकासी कर रहे हैं। इसके अलावा चीन के बाजारों के प्रति एफपीआई के आकर्षण की वजह से भी एफपीआई भारतीय शेयरों से पैसा निकाल रहे हैं।’’ विजयकुमार ने कहा, ‘‘एफपीआई की बिकवाली का मुख्य कारण चीन के शेयरों का बेहतर प्रदर्शन रहा है। हैंग सेंग सूचकांक मई की पहले पखवाड़े में आठ प्रतिशत चढ़ा है।’’ उन्होंने कहा कि एफपीआई की बिकवाली की एक और वजह अमेरिका में बॉन्ड प्रतिफल का बढ़ना है। जब भी अमेरिका में 10 साल के बॉन्ड पर प्रतिफल 4.5 प्रतिशत से ऊपर जाता है, एफपीआई भारत जैसे उभरते बाजारों में बिकवाली करते हैं और अपना निवेश बॉन्ड में लगाते हैं। उन्होंने कहा कि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि के मजबूत आंकड़े, मुद्रास्फीति के प्रबंधन के दायरे में रहने और राजनीतिक स्थिरता की स्थिति में एफपीआई आगे लिवाली कर सकते हैं। शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था 7.8 प्रतिशत की दर से बढ़ी है, जो 6.7 प्रतिशत के अनुमान से कहीं अधिक है। पूरे वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 8.2 प्रतिशत रही है। इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के 2.1 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड लाभांश ने सरकार को बुनियादी ढांचा खर्च को आगे बढ़ाने को लेकर वित्तीय गुंजाइश प्रदान की है। समीक्षाधीन अवधि में एफपीआई ने ऋण या बॉन्ड बाजार में 8,761 करोड़ रुपये डाले हैं। इससे पहले विदेशी निवेशकों ने मार्च में बॉन्ड बाजार में 13,602 करोड़ रुपये, फरवरी में 22,419 करोड़ रुपये और जनवरी में 19,836 करोड़ रुपये का निवेश किया था। कुल मिलाकर 2024 में एफपीआई अबतक शेयरों से 23,364 करोड़ रुपये निकाल चुके हैं। इस दौरान उन्होंने बॉन्ड बाजार में 53,669 करोड़ रुपये डाले हैं।
देश को आर्थिक शक्ति बनाने में झारखंड की भी भागीदारी सुनिश्चित हो : निर्मला
रांची, 09 मई: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण गुरुवार को रांची पहुंची. झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज और ईस्टर्न इंडिया इंजन ऑफ ग्रोथ फॉर विकसित भारत कार्यक्रम के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कांक्लेव में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुई. इस दौरान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी भी मौजूद थे. इस गोष्ठी में उद्योग और व्यापार जगत से जुड़े कई प्रतिनिधि भी शामिल हुए. यह कार्यक्रम पूर्वी भारत में निवेश की संभावनाओं को देखते हुए आयोजित किया गया था. उन्होंने कहा कि देश विश्व की तीसरी बड़ी आर्थिक शक्ति बने इसमें झारखंड की भी भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि राष्ट्र हित में मतदान करें और झारखंड को विकसित बनाएं. निर्मला सीतारमण ने कहा कि यूपीए के शासन काल में 2009 से 2014 तक झारखंड को बजट एलोकेशन में पूरी तरह से उपेक्षित रखा जाता था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में झारखंड में रेलवे का शत प्रतिशत विद्युतीकरण किया गया. अमृत भारत योजना के तहत झारखंड के 57 रेलवे स्टेशनों को पुनर विकसित किया जा रहा है. झारखंड को अब तक तीन वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिली है. देवघर में एयरपोर्ट का संचालन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि झारखंड से गुजरने वाली नेशनल हाईवे को भी पूरा किया जा रहा है.
भारती एयरटेल श्रीलंका परिचालन का डायलॉग एक्सियाटा के साथ करेगी विलय
नई दिल्ली, 18 अप्रैल : दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल शेयर अदला-बदली सौदे के जरिए अपने श्रीलंका परिचालन का डायलॉग एक्सियाटा के साथ विलय करेगी। संयुक्त बयान में यह जानकारी दी गई। वित्त वर्ष 2022-23 में एयरटेल श्रीलंका का कारोबार 294 करोड़ रुपये था। यह भारती एयरटेल के कुल कारोबार का 0.21 प्रतिशत था। बयान में कहा गया, ”डायलॉग एक्सियाटा पीएलसी, एक्सियाटा ग्रुप बरहाद (एक्सियाटा) और भारती एयरटेल लिमिटेड ने श्रीलंका में अपने परिचालन को संयोजित करने के लिए एक निश्चित समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।” इसमें कहा गया, समझौते के तहत श्रीलंका स्थित दूरसंचार कंपनी डायलॉग एयरटेल श्रीलंका में जारी किए गए शेयरों में से 100 प्रतिशत का अधिग्रहण करेगा। इसकी एवज में डायलॉग, भारती एयरटेल को साधारण वोटिंग शेयर जारी करेगा, जो शेयर अदला-बदली के माध्यम से डायलॉग के कुल जारी किए गए शेयर का 10.355 प्रतिशत होगा। एयरटेल श्रीलंका ने 2009 में श्रीलंका में वाणिज्यिक परिचालन शुरू किया था। डायलॉग की शुरुआत श्रीलंका में 17 अगस्त 1993 को की गई थी। एक्सियाटा ग्रुप बरहाद प्रबंध निदेशक विवेक सूद ने कहा कि डायलॉग और एयरटेल श्रीलंका के बीच विलय एक्सियाटा की बाजार समेकन तथा लचीलेपन की रणनीति के अधीन है। डायलॉग एक्सियाटा के 1.7 करोड़ से अधिक और एयरटेल श्रीलंका के 50 लाख से अधिक ग्राहक हैं।