नई दिल्ली, 12 मई : देश की अग्रणी वाहन विनिर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने सोमवार को कहा कि वह वैगन आर, ऑल्टो के10, सेलेरियो और ईको मॉडल के सभी संस्करणों में छह एयरबैग की पेशकश करेगी। देश की सबसे बड़ी कार कंपनी ने बयान में कहा कि यह कदम विभिन्न क्षेत्रों में ग्राहकों के लिए बढ़ी हुई सुरक्षा की पेशकश करने की कंपनी की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। मारुति सुजुकी इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (विपणन एवं बिक्री) पार्थो बनर्जी ने बयान में कहा, ‘‘भारत का तेजी से विस्तारित आधुनिक सड़क बुनियादी ढांचा, तेज रफ्तार वाले एक्सप्रेसवे और विकसित हो रहे आवागमन के रुझान दर्शाते हैं कि मजबूत सुरक्षा उपायों की जरूरत पहले कभी इतनी अधिक नहीं थी।’’ उन्होंने कहा कि वैगन आर, ऑल्टो के10, सेलेरियो और ईको में छह एयरबैग को मानक बनाने के निर्णय के साथ कंपनी यह सुनिश्चित कर रही है कि सभी के लिए बेहतर सुरक्षा उपलब्ध हो। बनर्जी ने कहा, ‘‘इन मॉडल की अपार लोकप्रियता को देखते हुए, यह कदम बड़ी संख्या में मोटर चालकों के लिए सुरक्षा मानकों को काफी हद तक बढ़ाता है और देश भर में यात्रियों की सुरक्षा में समग्र रूप से योगदान देता है।’’ कंपनी अपने एरेना बिक्री नेटवर्क के जरिये वैगन आर, ऑल्टो के10, सेलेरियो और ईको जैसे मॉडल की बिक्री करती है जबकि नेक्सा नेटवर्क के जरिये वह बलेनो, ग्रैंड विटारा और इनविक्टो जैसे प्रीमियम मॉडल बेचती है।
सभी पेट्रोल पंपों पर 10 मई से डिजिटल पेमेंट बंद
-अब पेट्रोल-डीजल सिर्फ कैश में मिलेगा -पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने किया ऐलान -पेट्रोल पंप मालिकों ने साइबर फ्रॉड से तंग आकर लिया निर्णय नई दिल्ली, 08 मई : देश भर में जहां डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा दिया जा रहा है, वहीं एक बड़ा फैसला महाराष्ट्र के नागपुर से सामने आया है, जिसने रोजाना पेट्रोल पंप पर जाने वाले लोगों की चिंता बढ़ा दी है। मोबाइल स्कैन कर पेट्रोल भरवाने वाले वाहन चालकों के लिए अब मुश्किल खड़ी होने वाली है, क्योंकि नागपुर के सभी पेट्रोल पंपों पर डिजिटल पेमेंट बैन कर दिया गया है। विदर्भ पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने ऐलान किया है कि 10 मई से नागपुर के सभी पेट्रोल पंपों पर डिजिटल पेमेंट को पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा। इसका सीधा मतलब है कि अब पेट्रोल या डीजल भरवाने के लिए आपको कैश लेकर जाना जरूरी होगा, वरना आपको ईंधन नहीं मिलेगा। फिलहाल लोग पेटीएम, गूगल पे, फोनपे, कार्ड आदि के जरिए भुगतान करते हैं, लेकिन यह सुविधा कुछ ही दिनों में बंद हो जाएगी। पेट्रोल पंप संचालकों ने पहले से ही ग्राहकों को सतर्क करना शुरू कर दिया है। यह निर्णय किसी तकनीकी खराबी या सरकारी आदेश के तहत नहीं लिया गया, बल्कि पेट्रोल पंप मालिकों की साइबर फ्रॉड से तंग आकर लिया गया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया कि पिछले कुछ समय में लगातार ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां लोग नकली या फर्जी डिजिटल ट्रांजेक्शन दिखाकर पेट्रोल भरवा लेते हैं। इसके बाद वे राष्ट्रीय साइबर क्राइम पोर्टल पर झूठी शिकायत दर्ज करवा देते हैं कि उनका पैसा काट लिया गया, जिससे पेट्रोल पंप मालिकों के बैंक खाते सीज (फ्रीज़) हो जाते हैं। इसके चलते पेट्रोल पंप के संचालन पर बड़ा असर पड़ा है।
एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस ने सशस्त्र बलों के लिए टिकटों का रिफंड देने की पेशकश की
नई दिल्ली, 08 मई : भारत की सेना को सम्मान और समर्थन देते हुए एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने एक खास सुविधा दी है। हाल ही में 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले और उसके बाद शुरू हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद यह फैसला लिया गया है। इन एयरलाइन्स ने कहा है कि जिन रक्षा कर्मियों ने एयर इंडिया या एयर इंडिया एक्सप्रेस में 31 मई 2025 तक की यात्रा के लिए टिकट बुक किए हैं, वे अगर टिकट रद्द करते हैं तो उन्हें पूरा पैसा वापस मिलेगा। इसके अलावा, यदि वे यात्रा की तारीख बदलना चाहते हैं तो उन्हें 30 जून 2025 तक एक बार यह बदलाव बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के करने की सुविधा भी दी जाएगी। एयर इंडिया ने कहा कि यह कदम सेना की निःस्वार्थ सेवा और कर्तव्य के प्रति उनके समर्पण के सम्मान में उठाया गया है। यह घोषणा उस समय हुई जब भारतीय सेना ने बुधवार को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए। इस हमले में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के 9 बड़े आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया। एयर इंडिया ने बुधवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “मौजूदा स्थिति में, डिफेंस फेयर रखने वाले उन कर्मियों के लिए जिन्होंने 31 मई, 2025 तक एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ानों में बुकिंग की है, हम उनके कर्तव्य प्रतिबद्धताओं को सपोर्ट करने के लिए टिकट रद्द करने पर पूरा रिफंड और 30 जून, 2025 तक उड़ानों को पुनर्निर्धारित करने पर एकमुश्त छूट की पेशकश कर रहे हैं।” इस घोषणा के साथ यह भी बताया गया कि कैसे सैनिक इस सुविधा का लाभ ले सकते हैं। इसे एयर इंडिया के एक्स अकाउंट पोस्ट पर समझा जा सकता है। एयर इंडिया एक्सप्रेस ने भी ऐसा ही मैसेज शेयर किया है, जिसमें नेशनल अलर्ट के इस समय में सैन्य कर्मियों को सहयोग देने की अपनी प्रतिबद्धता पर बल दिया गया। बता दें, सेना ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर यह सधा हुआ हमला करीब 25 मिनट तक किया और इसमें अत्याधुनिक ड्रोन और सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया। इस एयर स्ट्राइक में 9 आतंकी ठिकाने तबाह कर दिए गए। इस घटना के बाद भारत की सीमाओं पर सुरक्षा और चौकसी और भी बढ़ा दी गई है।
प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प ने भारत को ग्लोबल डिजिटल लीडर में बदल दिया : ज्योतिरादित्य सिंधिया
नई दिल्ली, 06 मई: केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साहसिक दृष्टिकोण और अटूट संकल्प ने आकांक्षाओं को इंफ्रास्ट्रक्चर और नीतियों को प्रगति में बदलते हुए भारत को डिजिटल फॉलोअर से ग्लोबल डिजिटल लीडर में बदल दिया है। राष्ट्रीय राजधानी में ‘भारत टेलीकॉम 2025’ का उद्घाटन करने के बाद केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि ‘भारत टेलीकॉम’ केवल एक सम्मेलन नहीं है। यह इनोवेशन, सहयोग और समावेशी विकास के माध्यम से वैश्विक कनेक्टिविटी के भविष्य को आकार देने की भारत की आकांक्षा को दिखाता है। ‘भारत टेलीकॉम 2025’ में 35 से अधिक देशों के 130 से अधिक विदेशी प्रतिनिधियों ने भाग लिया। भारत की निर्यात क्षमता पर प्रकाश डालते हुए केंद्रीय मंत्री ने उपस्थित लोगों से कहा, “जब विचार, इनोवेशन और इरादे एक साथ आते हैं, तो वे कर्कश ध्वनि नहीं एक संगीत रचना बनाते हैं और ‘भारत टेलीकॉम’ वैश्विक सहयोग और अवसर की सिम्फनी है।” केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा, “हम सिर्फ गांवों को नहीं जोड़ रहे हैं, हम भविष्य को जोड़ रहे हैं। हम जो भी टावर लगाते हैं, जो भी बाइट हम ट्रांसमिट करते हैं, वह 1.4 बिलियन लोगों को अवसर के करीब लाता है।” उन्होंने जोर देकर कहा, “सिर्फ 22 महीनों में, हमने अपने 99 प्रतिशत गांवों को 5जी से जोड़ दिया और 82 प्रतिशत आबादी को नेटवर्क से जोड़ दिया है, 4,70,000 टावर लगाए हैं। यह विकास नहीं है। यह एक दूरसंचार क्रांति है।” केंद्रीय मंत्री ने आगे बताया कि हमने पूरे भारत में जो डिजिटल हाईवे बनाया है, वह सिर्फ संचार के बारे में नहीं है। यह इंफ्रास्ट्रक्चर का इंफ्रास्ट्रक्चर है, जो 1.4 बिलियन नागरिकों को स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, शासन और आर्थिक अवसर तक पहुंच प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि भारत ने न केवल 4जी और 5जी जैसे क्षेत्रों में दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाया है, बल्कि अब वह इस क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है, जिसमें व्यापक सुधार और टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन देश की प्रगति को आकार दे रहे हैं। केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने भारत के दूरसंचार क्षेत्र की भूमिका को एक परिवर्तनकारी शक्ति के रूप में रेखांकित किया और 1990 के दशक में महंगे, सीमित मोबाइल एक्सेस से लेकर अब दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा दूरसंचार बाजार और सबसे सस्ता डेटा प्रदाता बनने तक के देश के विकास का वर्णन किया। इस कार्यक्रम में संचार राज्य मंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी ने कहा कि किसी देश की यात्रा में ऐसे क्षण आते हैं, जब वह न केवल वैश्विक बातचीत में भाग लेता है, बल्कि उनका मार्ग भी निर्धारित करता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत वैश्विक दूरसंचार क्षेत्र में महत्वपूर्ण परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है, जो उपभोक्ता से टेक्नोलॉजी के निर्माता के रूप में विकसित हो रहा है। टीईपीसी के अध्यक्ष अर्णब रॉय ने कहा कि ‘भारत टेलीकॉम’ स्वदेशी टेलीकॉम इकोसिस्टम की परिवर्तनकारी शक्ति को प्रदर्शित करता है, जो वैश्विक दूरसंचार उद्योग में इसके विकास और इनोवेशन को उजागर करता है।
भारत को आईएमएफ और विश्व बैंक ‘वैश्विक व्यापार के इंजन’ के रूप में देखते हैं: वित्त मंत्री सीतारमण
सैन फ्रांसिस्को, 21 अप्रैल: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और मौजूदा सरकार द्वारा प्रदान की गई स्थिरता के कारण ‘भारत’ सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन गया है। अमेरिका में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा, “जब हम कहते हैं कि भारत एक तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है तो इस तथ्य को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक (वर्ल्ड बैंक) भी स्वीकार करते हैं। वे मानते हैं कि अपनी विकास क्षमता के कारण भारत विश्व व्यापार को बढ़ाने वाले एक इंजन के रूप में काम कर सकता है।” वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आगे कहा कि इस क्षमता के विकास के साथ हम वैश्विक स्तर पर विभिन्न अनिश्चितताओं के कारण देखे जा रहे ट्रेंड को बदल सकते हैं। मौजूदा ट्रेंड में ग्रोथ और ट्रेड दोनों ही कम हैं, लेकिन कुछ स्थानों पर मुद्रास्फीति अधिक है, जिसकी वजह से लोग सोच रहे हैं कि भविष्य में मंदी आने वाली है। उन्होंने आगे कहा, “अगर इन मौजूदा परिस्थितियों में भी भारत की क्षमता को पहचाना जा रहा है और इसकी आर्थिक ताकत को स्वीकारा जा रहा है तो इस क्षेत्र में उच्च उपलब्धि प्राप्त करने वाले लोग भारत के साथ व्यक्तिगत या व्यावसायिक रूप से, कॉरपोरेशन टू कॉरपोरेशन की साझेदारी से लाभ पा सकते हैं।” वित्त मंत्री ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत की साझेदारी से दोनों ही देशों को लाभ मिलता है। अमेरिका में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “साथ मिलकर, हम वैश्विक व्यापार और विकास को आगे बढ़ाएंगे। मुझे लगता है कि यह एक बहुत बड़ा योगदान है जो यहां रहने वाले भारतीय प्रवासी दे सकते हैं।” वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारतीय प्रवासियों से अपील की कि वे अधिक रुचि लें और अपने चुने हुए क्षेत्रों में भारत के साथ साझेदारी करें। भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के कदमों पर वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा, “कोविड-19 महामारी के दौरान, हमारा राजकोषीय घाटा बढ़ गया था। लेकिन 2021 में, हम एक स्पष्ट संकेत के साथ आए कि हम अपने राजकोषीय घाटे का प्रबंधन किस तरह करना चाहते हैं। हमने साल-दर-साल लक्ष्य निर्धारित किए और 2026 तक राजकोषीय घाटे को 4.5 प्रतिशत से नीचे लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम हर साल बिना किसी चूक के इसका पालन कर रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार का प्राथमिक ध्यान 2047 तक ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य को प्राप्त करना है। इस दृष्टिकोण में महिलाओं, गरीबों, युवाओं और किसानों को प्रभावित करने वाले विभिन्न क्षेत्रों में सुधार शामिल हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पांच दिवसीय अमेरिकी यात्रा पर हैं। सैन फ्रांसिस्को पहुंचने पर उनका स्वागत भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा ने किया। अपने विजिट के दौरान वित्त मंत्री स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में मुख्य भाषण देंगी और सैन फ्रांसिस्को में निवेश और तकनीकी प्रगति पर सीईओ के साथ चर्चा करेंगी। इस यात्रा में उनका प्रवासी कार्यक्रमों में भाग लेना भी शामिल होगा, जिससे भारत की वैश्विक सांस्कृतिक उपस्थिति बढ़ेगी। वाशिंगटन डीसी में, वित्त मंत्री सीतारमण आईएमएफ और विश्व बैंक स्प्रिंग मीटिंग्स और जी20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नर्स की बैठकों में भाग लेंगी। वह अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, सऊदी अरब और अन्य देशों के समकक्षों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों के शीर्ष अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगी। अपनी अमेरिकी यात्रा पूरी करने के बाद, वित्त मंत्री 26 से 30 अप्रैल तक पेरू की यात्रा पर जाएंगी।
भारत उपयुक्त नीतियों, दीर्घावधि के निवेश से वैश्विक व्यवधानों से निपटेगा: सीतारमण
मुंबई, 17 अप्रैल: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को कहा कि संरक्षणवादी नीतियों के बढ़ने से वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला बाधित होने की आशंका है, लेकिन भारत उपयुक्त नीतियों और दीर्घकालिक निवेश के साथ वैश्विक व्यवधानों से निपट लेगा। वैश्विक व्यापार युद्ध को लेकर चिंताओं बीच सीतारमण ने कहा कि सरकार का ध्यान मजबूत घरेलू आधार बनाने पर रहेगा। बीएसई के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ‘‘ हम उपयुक्त नीतियों और दीर्घकालिक निवेश के साथ वैश्विक व्यवधानों से निपटेंगे… व्यापार पर पुनर्संतुलन के प्रयास बहुत ही चुनौतीपूर्ण हैं।’’ वित्त मंत्री ने कहा कि हाल की वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत के वित्तीय बाजारों ने उल्लेखनीय रूप जुझारू क्षमता का प्रदर्शन किया है। उन्होंने बाजारों में खुदरा निवेशकों के भरोसे की सराहना भी की। घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) का भारतीय बाजारों में सहायक से प्रमुख भूमिका में आना भारत के पूंजी बाजार की बढ़ती परिपक्वता तथा गहराई को रेखांकित करता है। इस महीने की शुरुआत में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत सहित अधिकतर देशों पर शुल्क लगाने की घोषणा के बाद से वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों में उथल-पुथल मची हुई है। हालांकि, अमेरिकी सरकार के जवाबी शुल्क लागू करने पर 90 दिन की रोक लगाने की घोषणा के बाद बाजारों में कुछ सुधार हुआ है।
ऑस्ट्रिया के संघीय वित्त मंत्री से मिली सीतारमण
नई दिल्ली, 11 अप्रैल: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वियना में ऑस्ट्रिया के संघीय वित्त मंत्री मार्कस मार्टरबाउर से मुलाकात की और उन्हें भारत आने का निमंत्रण दिया। वित्त मंत्रालय ने कल देर रात ‘एक्स’ पर यह जानकारी दी और कहा कि श्री मार्टरबाउर ने ऑस्ट्रिया और भारत को साझा मूल्यों वाला स्वाभाविक सहयोगी बताया। केंद्रीय वित्त मंत्री ने भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रमुख पहलुओं, प्रमुख सुधारों और नीतिगत उपायों को साझा किया। श्रीमती सीतारमण ने ई-मोबिलिटी और सेमीकंडक्टर के क्षेत्रों में राष्ट्रीय निवेश और अवसंरचना कोष के माध्यम से और दोनों पक्षों की स्टार्ट-अप कंपनियों के बीच विशेष रूप से फिनटेक में निवेश और व्यापार सहयोग के अवसरों को रेखांकित किया। केंद्रीय वित्त मंत्री ने श्री मार्टरबाउर को सहयोग के लिए क्षेत्रीय अवसरों का पता लगाने और एक-दूसरे के साथ सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिए एक व्यापार प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत आने के लिए आमंत्रित किया।
भारत और सिंगापुर ने ‘ग्रीन एंड डिजिटल शिपिंग कॉरिडोर’ के लिए मिलाया हाथ
सिंगापुर, 25 मार्च: सिंगापुर और भारत ने ग्रीन डिजिटल शिपिंग कॉरिडोर (जीडीएससी) के लिए मंगलवार को एक आशय पत्र (एलओआई) पर हस्ताक्षर किए, जिसमें डिजिटलीकरण और कार्बन मुक्त परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है। सिंगापुर के समुद्री एवं बंदरगाह प्राधिकरण और बंदरगाह, पोत परिवहन मंत्रालय की ओर से जारी संयुक्त विज्ञप्ति के अनुसार, सिंगापुर-भारत जीडीएससी से दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ेगा तथा शून्य या लगभग शून्य जीएचजी उत्सर्जन प्रौद्योगिकियों के विकास, इस्तेमाल तथा डिजिटल समाधानों को अपनाने में तेजी लाने में मदद मिलेगी। बंदरगाह, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि समुद्री क्षेत्र के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ उनकी सिंगापुर यात्रा से दीर्घकालिक संबंध मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि ‘‘व्यापक रणनीतिक साझेदारी’’ दोनों देशों के बीच सहयोग को गहरा और व्यापक बनाएगी। सोनोवाल सिंगापुर की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। वह समुद्री सप्ताह में हिस्सा ले रहे हैं, जिसमें दुनिया भर से 20,000 प्रतिनिधियों और प्रदर्शकों के शामिल होने की उम्मीद है। आशय पत्र के तहत, दोनों पक्ष समुद्री डिजिटलीकरण और कार्बन मुक्त परियोजनाओं पर सहयोग करेंगे। इसमें उन प्रासंगिक हितधारकों की पहचान करना शामिल है जो इस प्रयास में योगदान दे सकते हैं। साथ ही सिंगापुर-भारत जीडीएससी पर समझौता ज्ञापन के जरिये साझेदारी को औपचारिक रूप देने की दिशा में काम करेंगे। आशय पत्र पर जल एवं जलमार्ग मंत्रालय में संयुक्त सचिव आर. लक्ष्मणन और सिंगापुर समुद्री एवं बंदरगाह प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी तेओ इंग दिन्ह ने हस्ताक्षर किए। सिंगापुर के वरिष्ठ स्थायित्व एवं पर्यावरण राज्य मंत्री एमी खोर तथा पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल यहां आशय पत्र पर हस्ताक्षर के समय उपस्थित रहे। समुद्री सप्ताह 24 से 28 मार्च 2025 तक आयोजित किया जा रहा है। विज्ञप्ति में कहा गया कि ‘‘भारत सूचना प्रौद्योगिकी में अग्रणी है, जिसमें हरित समुद्री ईंधन का प्रमुख उत्पादक तथा निर्यातक बनने की क्षमता है’’…साथ ही प्रमुख ‘ट्रांस-शिपमेंट’ और ‘बंकरिंग’ केंद्र के रूप में सिंगापुर एक गतिशील अनुसंधान व नवाचार परिवेश का समर्थन करता है।
फोनपे ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ‘इंश्योरिंग हीरोज’ कैंपेन किया लॉन्च
नई दिल्ली, 06 मार्च: फोनपे ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से पहले अपना ‘इंश्योरिंग हीरोज’ अभियान लॉन्च कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस हर साल 8 मार्च को मनाया जाता है। इस पहल के साथ कंपनी चुनिंदा टर्म लाइफ और स्वास्थ्य बीमा योजनाओं पर महिलाओं को 30 प्रतिशत तक की विशेष छूट दे रही है। यह विशेष छूट 9 मार्च, 2025 तक फोनपे प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध रहेगी। महिलाएं अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करने और लॉन्ग-टर्म स्टेबिलिटी का आनंद लेने के लिए फोनपे ऐप पर इन विशेष ऑफर का लाभ उठा सकती हैं। पहल के तहत स्वास्थ्य बीमा योजनाओं पर 15 प्रतिशत तक की छूट और टर्म लाइफ बीमा योजनाओं पर 30 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है। इस पहल के माध्यम से फोनपे का उद्देश्य महिलाओं को अधिक वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है, जिससे महिलाओं को उनकी जरूरतों के हिसाब से सही बीमा आसानी से मिल सकेगा। फोनपे ऐप पर इन ऑफर्स का लाभ उठाने के लिए यूजर्स को सबसे पहले फोनपे ऐप के इंश्योरेंस सेक्शन में ‘इंश्योरिंग हीरोज’ बैनर को सेलेक्ट करना होगा। आगे बढ़ते हुए वे ‘बाय टर्म प्लान’ पर क्लिक कर सकती हैं। इसके बाद कवरेज कैलकुलेट करने के लिए उन्हें ‘बाय न्यू प्लान’ बटन पर क्लिक करना होगा और ‘डेट ऑफ बर्थ’ और ‘एनुअल इनकम’ की जानकारी भरनी होगी। यूजर को अपनी जरूरतों के हिसाब से सबसे अच्छी बीमा योजनाएं खोजने के लिए कुछ ‘एडिशनल पर्सनल डिटेल्स’ भी शेयर करनी होगी। इसके बाद वे अपनी जरूरत के अनुसार ‘चेक आउट द टॉप प्लान्स’ में अपने लिए बेस्ट इंश्योरेंस प्लान चेक कर सकती हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया अनंत अंबानी द्वारा स्थापित भारत के सबसे बड़े वन्यजीव बचाव केंद्र वनतारा का उद्घाटन
जामनगर, 04 मार्च: जंगल जैसे-जैसे नष्ट हो रहे हैं और जलवायु परिवर्तन का असर बढ़ रहा है, वन्यजीवों का संरक्षण किया जाना पहले से कहीं ज्यादा जरूरी हो गया है। इस दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में वनतारा का उद्घाटन किया। यह दुनिया का सबसे बड़ा वन्यजीव बचाव, पुनर्वास और संरक्षण केंद्र है। 3,500 एकड़ में फैला यह केंद्र 1.5 लाख से अधिक बचाए गए और विलुप्तप्राय जानवरों को एक प्राकृतिक और सुरक्षित आश्रय प्रदान करता है। यहां पर इनकी देखभाल के लिए अनुभवी विशेषज्ञों की टीम मौजूद है। अपने दौरे के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्र की प्रमुख सुविधाओं का निरीक्षण किया, वहां रहने वाले जानवरों को करीब से देखा और उनके साथ समय बिताया। इस दौरान कुछ बेहद प्यारे और कोमल भाव से भरे पल भी देखने को मिले। पीएम ने खुद वनतारा में पल रहे एशियाई शेर, सफेद शेर, क्लाउडेड तेंदुआ और कराकल बिल्ली के शावकों को खाना खिलाया और उनके साथ खेला। सफेद शेर के शावक का जन्म वनतारा में ही हुआ था। उसकी मां को बचाकर यहां लाया गया था। वहीं कराकल, जो कभी भारत में आम हुआ करते थे, लेकिन आज की तारीख में जिनकी बेहद कम संख्या रह गई है, उन्हें वनतारा में जनसंख्या बढ़ाने के लिए एक विशेष संरक्षण योजना के तहत लाया गया है। वनतारा में एक उन्नत मल्टी-स्पेशियलिटी वन्यजीव अस्पताल है, जो एमआरआई, सीटी स्कैन, आईसीयू, नवजात आईसीयू और गहन चिकित्सा इकाइयों से लैस है। इस अस्पताल में वाइल्डलाइफ एनेस्थीसिया, कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, एंडोस्कोपी, डेंटिस्ट्री और इंटरनल मेडिसिन जैसी कई विशेष सुविधाएं हैं। विजिट के दौरान पीएम मोदी ने एक एशियाई शेर का MRI स्कैन होते देखा और ऑपरेशन थियेटर में तेंदुए की आपातकालीन सर्जरी का निरीक्षण किया। इसे सड़क दुर्घटना के बाद बचाया गया था। हाइड्रोथेरेपी पूल, जो हाथियों को गठिया और चलने-फिरने संबंधी समस्याओं से उबरने में मदद करता है, उनके दौरे के दौरान एक अहम आकर्षण का केंद्र रहा। प्रधानमंत्री मोदी ने यहां गोल्डन टाइगर, सर्कस से बचाए गए स्नो टाइगर्स, सफेद शेर और स्नो लेपर्ड जैसे दुर्लभ जीवों को करीब से देखा। वे जेब्रा के झुंड के बीच चले, बचाव करके लाए गए ऑरेंगटैन को गले लगाया और चिम्पांजियों के साथ खुले माहौल में समय बिताया। इसके अलावा, उन्होंने एक जिराफ और अनाथ गैंडे के बच्चे को भी खाना खिलाया, जिसकी मां की वनतारा में ही मौत हो गई थी। वनतारा में दुनिया की कुछ सबसे दुर्लभ प्रजातियां भी हैं, जैसे दो सिर वाला सांप, दो सिर वाला कछुआ, टेपिअर, सील, विशाल ओटर्स और बोंगो हिरण। पीएम मोदी ने हाथियों को उनके उस विशेष जकूजी में उपचार लेते देखा, जिससे उनकी सेहत बेहतर होती है। उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े एलिफेंट हॉस्पिटल का भी दौरा किया, जहां बचाए गए हाथियों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधा दी जाती है। इस खास मौके को और भी ज्यादा खास बनाने के लिए, प्रधानमंत्री मोदी ने बचाए गए तोतों को आजाद किया, जो अपने रंग-बिरंगे पंखों को फैलाते हुए खुले आसमान की ओर उड़ गए। यह कदम वनतारा के उस मिशन को दिखाता है, जिसमें वन्यजीवों के बचाव, उनकी देखरेख और उन्हें आजाद कर प्रकृति के संतुलन को फिर से स्थापित करने की कोशिश शामिल है। वनतारा में दुनिया भर के अनुभवी पशु चिकित्सक और केयरगिवर काम करते हैं। वनतारा, दुनिया का सबसे प्रभावी वन्यजीव बचाव और पुनर्वास केंद्र बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। यहां अब तक 2.5 करोड़ से अधिक पेड़ भी लगाए गए हैं, ताकि इस सिमित क्षेत्र में वन्यजीवों के लिए सबसे बेहतर प्राकृतिक आवास तैयार किया जा सके।