मुंबई, 01 अप्रैल : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) के पेशेवर प्रबंधन ने बाहरी असंतुलन और अनिश्चितताओं से निपटने की भारत की क्षमता में उल्लेखनीय सुधार किया है। आरबीआई के 90वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में वित्त मंत्री ने बैंकों की बैलेंस शीट की समस्याओं को सुधारने में केंद्रीय बैंक की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि एक दशक पहले भारत में ‘‘बैलेंस शीट की समस्या’’ थी, जबकि आज सरकार और आरबीआई के सहयोगात्मक प्रयास से इसमें सुधार है। सीतारमण ने कहा कि परिसंपत्ति गुणवत्ता प्रबंधन, त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई ढांचा सभी बड़े कदम हैं, जिसे भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अच्छी तरह से क्रियान्वित किया गया। सीतारमण ने कहा कि मौद्रिक सख्ती के दबाव के बावजूद मुद्रास्फीति प्रबंधन ने सरकारी बांड (जी-सेक) प्रतिफल स्थिर किया जो अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है।
सर्राफा बाजार में जोरदार तेजी, सोना और चांदी की बढ़ी चमक
नई दिल्ली, 01 अप्रैल : वर्ल्ड गोल्ड मार्केट की मजबूती के कारण घरेलू सर्राफा बाजार में सोमवार को तेजी का रुख बना हुआ है। देश के ज्यादातर सर्राफा बाजारों में 24 कैरेट सोना 69 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर के करीब या इससे ऊपर कारोबार कर रहा है। आज की तेजी के कारण गुरुग्राम, जयपुर और लखनऊ में 24 कैरेट सोना 69,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर के ऊपर पहुंच कर कारोबार कर रहा है। इसी तरह इन शहरों में 24 कैरेट सोना भी 63,750 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंचा हुआ है। सोने की तरह ही चांदी के भाव में भी आज तेजी आई है। इस तेजी के कारण आज दिल्ली सर्राफा बाजार में चांदी 78,600 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है। देश की राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोना आज 68,590 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 62,890 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई। इसी तरह मुंबई में 24 कैरेट सोना 68,440 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 62,740 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। जबकि चेन्नई में 24 कैरेट सोने की रिटेल कीमत 69,480 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने की कीमत 63,690 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है। इन प्रमुख शहरों के अलावा अहमदाबाद में 24 कैरेट सोना आज 68,490 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर और 22 कैरेट सोना 62,790 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर बिक रहा है। इसी तरह कोलकाता में 24 कैरेट सोना 68,440 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 62,740 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंचा हुआ है।लखनऊ के सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोना आज 69,530 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर और 22 कैरेट सोना 63,750 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। पटना में 24 कैरेट सोने की कीमत 69,430 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है, जबकि 22 कैरेट सोना 63,650 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। इसी तरह जयपुर में 24 कैरेट सोना 69,530 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 63,750 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। इसके अलावा भुवनेश्वर में 24 कैरेट सोना 69,380 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है, जबकि 22 कैरेट सोना 63,600 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंचा हुआ है। देश के अन्य राज्यों की तरह कर्नाटक और तेलंगाना के सर्राफा बाजार में भी सोने की कीमत में जोरदार तेजी दर्ज की गई है। इन दोनों राज्यों की राजधानियों बेंगलुरु और हैदराबाद में 24 कैरेट सोना आज 68,440 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इन दोनों शहरों के सर्राफा बाजारों में 22 कैरेट सोना 62,740 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।
बिजली क्षेत्र के विशेषज्ञों ने रिलायंस और अदाणी समूहों के बीच सहयोग की सराहना की
मुंबई, 30 मार्च : बिजली क्षेत्र के विशेषज्ञों ने मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) और गौतम अदाणी की अध्यक्षता वाले अदाणी समूह के बीच सहयोग की सराहना की। आरआईएल ने मध्य प्रदेश में अदाणी समूह के बिजली संयंत्र में 26 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी है। उन्होंने दावा किया कि यह देश के बिजली क्षेत्र के प्रमुख अध्यायों में से एक है, विशेष रूप से इसकी 4,28,000 मेगावाट की स्थापित क्षमता और 2030 तक इसमें 5,00,000 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता जोडऩे की महत्वाकांक्षी योजना को देखते हुए। बिजली क्षेत्र के विशेषज्ञों ने उम्मीद जताई है कि इस क्षेत्र को उदार बनाने के लिए केंद्र और विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा प्रोत्साहन के मद्देनजर इस तरह के कई और सहयोग होंगे। सहयोग के अनुसार, आरआईएल 50 करोड़ रुपये में अदाणी पावर की सहायक कंपनी महान एनर्जेन में 26 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेगी और मध्य प्रदेश संयंत्र के लिए 500 मेगावाट बिजली खरीदेगी। अदाणी पावर के अनुसार, मध्य प्रदेश में महान थर्मल पावर प्लांट की 600 मेगावाट क्षमता वाले एक संयंत्र को निर्धारित मानदंडों के अनुसार कैप्टिव यूनिट के रूप में नामित किया जाएगा। इस पर टिप्पणी करते हुए, पूर्व बिजली सचिव आर.वी. शाही ने कहा, देश के दो सबसे बड़े समूहों के बीच सहयोग से न केवल ऐसे सहयोगों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि सहयोग के अन्य प्रयासों को भी प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे सफलता की और भी अधिक ऊंचाइयां हासिल होंगी। उन्होंने कहा, विद्युत अधिनियम, 2003 के बाद जो हासिल किया गया है, वह उससे पहले के 50 वर्षों के दौरान हासिल उपलब्धियों से तीन गुना से ज्यादा है। शाही ने कहा, यह नवीकरणीय ऊर्जा का युग है, जिसे बिजली उत्पादन के डी-लाइसेंसिंग से भी मदद मिली है, जिसने बिजली क्षेत्र में विकास को एक अलग स्तर पर पहुंचा दिया है। हम वर्ष 2032 तक आठ लाख मेगावाट से अधिक क्षमता हासिल करने के लिए तैयार हैं। 2032 के बाद अगले 10 वर्षों में पूरी क्षमता को दोगुना किया जा सकता है, जिससे क्षमता 1,500 गीगावॉट से अधिक हो जाएगी। यह जीडीपी को पांच लाख करोड़ डॉलर और उससे भी अधिक तक बढ़ाने की देश की विकास रणनीति के मूल में होगा। एसोसिएशन ऑफ पावर प्रोड्यूसर्स के महानिदेशक, अशोक खुराना ने कहा, यह सहयोग उदारीकृत कैप्टिव बिजली आपूर्ति ढांचे के साथ-साथ ट्रांसमिशन लाइसेंसिंग प्रणाली में बदलाव के कारण संभव हुआ है, जहां उपभोक्ताओं को ट्रांसमिशन लाइसेंस की अनुमति दी गई है, जबकि केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग ने इसके लिए प्रक्रियाएं सरल की हैं। वास्तव में, हम जनरेटर और उपभोक्ताओं के बीच ऐसे कई सहयोग देखेंगे। महाराष्ट्र विद्युत नियामक आयोग (एमईआरसी) के पूर्व सदस्य जयंत देव ने जोर देकर कहा कि भारत के दो शीर्ष व्यापारिक घरानों का बिजली क्षेत्र में सहयोग करना देश की ऊर्जा सुरक्षा की दिशा में आगे बढऩे के लिए एक अच्छा संकेत है। इंडिपेंडेंट पावर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के संस्थापक हैरी धौल ने बताया कि इस तरह के सहयोग ऊर्जा सुरक्षा के दृष्टिकोण से भारतीय बिजली क्षेत्र के विकास के लिए सकारात्मक कदम हैं।
चीन में इलेक्ट्रॉनिक सूचना निर्माण उद्योग का तेज विकास
बीजिंग, 30 मार्च : चीनी उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, इस साल जनवरी से फरवरी तक चीन में इलेक्ट्रॉनिक सूचना निर्माण उद्योग के उत्पादन में बड़ा इजाफा दर्ज हुआ। निर्यात और क्षमता में सुधार कायम रहा, निवेश की वृद्धि में तेजी आई और क्षेत्रीय राजस्व में भिन्नता स्पष्ट दिखी। आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल की समान अवधि की तुलना में इस साल जनवरी से फरवरी तक सालाना आय दो करोड़ युआन (23 करोड़ रुपये) से अधिक वाले इलेक्ट्रॉनिक सूचना निर्माण उद्योग के वर्धित मूल्य में 14.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। मोबाइल का उत्पादन 23 करोड़ 40 लाख रहा, जिनमें स्मार्टफोन की संख्या 17 करोड़ 20 लाख थी, जो पिछले साल की इसी अवधि से क्रमश: 26.4 प्रतिशत और 31.3 प्रतिशत अधिक है। माइक्रो कंप्यूटर उपकरणों का उत्पादन चार करोड़ 38 लाख 10 हजार रहा और इंटीग्रेटेड सर्किट का उत्पादन 70 अरब 42 करोड़ रहा, जिसकी वृद्धि दर 16.5 फीसदी थी। वहीं, जनवरी से फरवरी तक सालाना आय दो करोड़ युआन से अधिक वाले इलेक्ट्रॉनिक सूचना निर्माण उद्योग का राजस्व 21 खरब 40 अरब युआन (247 खरब रुपये) रहा, जो पिछले साल की इसी अवधि से 8.2 प्रतिशत अधिक है। उधर, जनवरी से फरवरी तक चीन ने एक करोड़ 90 लाख 80 हजार लैपटॉप, 12 करोड़ 40 लाख मोबाइल फोन और 39 अरब 40 करोड़ इंटीग्रेटेड सर्किट का निर्यात किया, जिनकी वृद्धि दर क्रमश: सात फीसदी, 12.8 फीसदी और 6.3 फीसदी थी।
अडाणी ने 1.2 अरब डॉलर में मुंद्रा स्थित तांबा संयंत्र के पहले चरण का परिचालन किया शुरू
नई दिल्ली, 28 मार्च: उद्योगपति गौतम अडाणी नीत समूह ने गुजरात के मुंद्रा में दुनिया के सबसे बड़े एकल-स्थान तांबा विनिर्माण संयंत्र का पहला चरण शुरू करने की बृहस्पतिवार को घोषणा की। कच्छ कॉपर, समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की अनुषंगी कंपनी है। कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘‘ग्राहकों को कैथोड की पहली खेप भेजकर ग्रीनफील्ड कॉपर रिफाइनरी के पहले चरण का (लागत 1.2 अरब डॉलर में) परिचालन शुरू किया गया।’’ बयान के अनुसार, सुविधा के पहले चरण का संचालन शुरू हो गया है। इसमें प्रति वर्ष पांच लाख टन परिष्कृत तांबे का उत्पादन होगा। वित्त वर्ष 2029 (मार्च 2029) तक इसके पूरी तरह चालू होने पर 10 लाख टन तांबे का उत्पादन करने की उम्मीद है। भारत, चीन और अन्य देशों की सूची में शामिल हो गया है जो तेजी से तांबे का उत्पादन बढ़ा रहे हैं। यह जीवाश्म ईंधन का इस्तेमाल कम करने के लिए महत्वपूर्ण धातु है। ऊर्जा बदलाव के लिए महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों जैसे इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी), चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, सौर फोटोवोल्टिक्स (पीवी), पवन और बैटरी सभी में तांबे की आवश्यकता होती है। अडाणी एंटरप्राइजेज दो चरणों में 10 लाख टन क्षमता का संयंत्र लगा रही है। अडाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी ने कहा, ‘‘कच्छ कॉपर (तांबा संयंत्र) का परिचालन शुरू होने के साथ अडाणी समूह न केवल धातु क्षेत्र में प्रवेश कर रहा है, बल्कि भारत को एक स्थायी तथा आत्मनिर्भर भविष्य की ओर ले जा रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस महत्वाकांक्षी, भव्य-आकार की परियोजना को पूरा करने की हमारी गति भारत को वैश्विक तांबा क्षेत्र में अग्रणी बनाने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। हमारा मानना है कि घरेलू तांबा उद्योग परिपक्व पर्यावरणीय प्रबंधन के साथ हमारे हरित बुनियादी ढांचे को मजबूत करके 2070 तक हमारे देश के कार्बन तटस्थता के लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। चालू होने पर हमारा आधुनिक ‘स्मेल्टर’ नवीन हरित प्रौद्योगिकी पर अधिक जोर देने के साथ, तांबे के उत्पादन में नए मानक स्थापित करेगा।’’ कंपनी के अनुसार, ‘‘ग्रीनफील्ड इकाई की सफल प्रगति अडाणी समूह की बड़े पैमाने की परियोजनाओं की योजना बनाने और उन्हें क्रियान्वित करने की क्षमता को दर्शाती है। कच्छ कॉपर दूसरा चरण पूरा होने पर 10 लाख टन वार्षिक क्षमता के साथ, दुनिया का सबसे बड़ा एकल-स्थान ‘कस्टम स्मेल्टर’ होगा।’’ इससे रोजगार के 2,000 प्रत्यक्ष तथा 5,000 अप्रत्यक्ष अवसर उत्पन्न होंगे। भारत में प्रति व्यक्ति तांबे की खपत करीब 0.6 किलोग्राम अनुमानित है, जबकि वैश्विक औसत 3.2 किलोग्राम है।
शेयर बाजार में मजबूत शुरुआत, सेंसेक्स 316 अंक उछला
नई दिल्ली, 28 मार्च: हफ्ते के चौथे दिन गुरुवार को शेयर बाजार में हरे निशान पर कारोबार की शुरुआत हुईै। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 316.23 अंक यानी 0.43 फीसदी उछलकर 73,312.55 के स्तर पर ट्रेंड कर रहा है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 130.75 अंक यानी 0.59 की बढ़त के साथ 22,257.40 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। शेयर बाजार में शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 22 शेयर में तेजी और आठ शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है। अधिकतर एशियाई बाजारों में गिरावट के रुझानों के बीच घरेलू शेयर बाजार में आज मजबूत शुरुआत दिख रही है। घरेलू इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी जारी है। आज के कारोबार में बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण मार्केट कैप 1.75 लाख करोड़ रुपये बढ़ा है, जिससे निवेशकों को फायदा हुआ है। उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले बीएसई का सेंसेक्स 526.02 अंक यानी 0.73 फीसदी की उछाल के साथ 72,996.31 अंक पर बंद हुआ, जबकि एनएसई का निफ्टी 118.95 अंक यानी 0.54 बढ़कर 22,123.65 पर बंद हुआ था।
पल्लवी श्रॉफ का एशियन पेंट्स के स्वतंत्र निदेशक के रूप में दूसरे कार्यकाल से इनकार
नई दिल्ली, 27 मार्च: प्रमुख विधि कंपनी शार्दुल अमरचंद मंगलदास एंड कंपनी की प्रबंधकीय भागीदार पल्लवी श्रॉफ ने एशियन पेंट्स की स्वतंत्र निदेशक के तौर पर दूसरा कार्यकाल लेने से मना कर दिया है। उन्होंने यह फैसला एक प्रॉक्सी कंपनी द्वारा इस संबंध में चिंता जताए जाने के बीच लिया है। श्रॉफ ने एशियन पेंट्स के निदेशक मंडल को बता दिया है कि वह “कंपनी में स्वतंत्र निदेशक के रूप में दूसरे कार्यकाल के लिए तैयार नहीं हैं, क्योंकि उनकी फर्म ने कई नई परियोजनाएं अपने हाथ में ली हैं।” अग्रणी पेंट निर्माता कंपनी ने हाल ही में शेयर बाजार को भेजी सूचना में कहा था कि श्रॉफ ने स्वतंत्र निदेशक पद का दूसरा कार्यकाल नहीं लेने के लिए इसके अलावा कोई अन्य वजह नहीं बताई है। इससे पहले, एशियन पेंट्स के निदेशक मंडल ने एक अप्रैल, 2024 से 31 मार्च, 2026 तक दो साल के दूसरे कार्यकाल के लिए स्वतंत्र निदेशक के रूप में पल्लवी श्रॉफ की पुनर्नियुक्ति को मंजूरी दी थी। कंपनी ने श्रॉफ की दोबारा नियुक्ति के उद्देश्य से अपने शेयरधारकों से मंजूरी लेने के लिए 17 जनवरी, 2024 को एक पोस्टल बैलेट नोटिस भी जारी किया। ई-वोटिंग 28 फरवरी को शुरू हो चुकी थी और 28 मार्च को समाप्त होने वाली थी। हालांकि, इसमें कहा गया कि एशियन पेंट्स के बोर्ड ने पोस्टल बैलेट प्रक्रिया की उक्त सूचना को तत्काल प्रभाव से वापस लेने का निर्णय लिया है। इससे पहले एक प्रॉक्सी सलाहकार कंपनी इनगवर्न ने चिंता जताते हुए कहा था कि “शेयरधारक उनकी पुनर्नियुक्ति के खिलाफ मतदान करें।” इस बारे में श्रॉफ से ई-मेल के जरिये पूछा गया, लेकिन खबर लिखे जाने तक उनकी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली थी।
कोका-कोला की सबसे बड़ी ‘बॉटलिंग’ कंपनी एसएलएमजी ने कॉस्टिन मैन्ड्रेया को सीईओ नियुक्त किया
नई दिल्ली, 27 मार्च : पेय पदार्थ बनाने वाली कंपनी कोका-कोला की भारत और दक्षिण-पश्चिम एशिया में सबसे बड़ी ‘बॉटलर’ एसएलएमजी ग्रुप ने अपने कोका-कोला परिचालन के लिए कॉस्टिन मैन्ड्रेया को मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया है। कंपनी ने बुधवार को बयान में कहा कि मैन्ड्रेया ने पश्चिमी और मध्य यूरोप, रूस और जापान में कोका-कोला ‘बॉटलिंग’ व्यवस्था में प्रमुख पदों पर काम किया है। मैन्ड्रेया को पेय पदार्थ उद्योग में काम करने का 25 साल से ज्यादा का अनुभव है। बयान के अनुसार, एसएलएमजी समूह का बाजार मूल्यांकन 7,000 करोड़ रुपये है। कंपनी कोका-कोला से तीन दशक से ज्यादा समय से जुड़ी हुई है। इसके पास कोका-कोला के लिए उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कार्बोनेटेड शीतल पेय, जूस और पैकिंग वाले पेयजल सहित विभिन्न उत्पादों के उत्पादन और वितरण के लिए बॉटलिंग फ्रेंचाइजी है।
टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी ने चार्जिंग स्टेशन लगाने को एचपीसीएल के साथ किया गठजोड़
नई दिल्ली, 27 मार्च : टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी ने इस साल के अंत तक देशभर में 5,000 सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड के साथ गठजोड़ किया है। टाटा मोटर्स की इकाई टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (टीपीईएम) ने बुधवार को बयान में कहा कि इस गठजोड़ के तहत एचपीसीएल के पेट्रोल पंप पर चार्जिंग स्टेशन लगाये जाएंगे। ये स्टेशन उन स्थानों पर लगाये जाएंगे जहां 1.2 लाख से अधिक टाटा इलेक्ट्रिक वाहनों के मालिक प्राय: आते हैं। दोनों संस्थाओं ने इस संबंध में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं। कंपनियां सह-ब्रांडेड आरएफआईडी कार्ड के माध्यम से एक सुविधाजनक भुगतान प्रणाली शुरू करने की संभावना भी टटोल रही हैं। एचपीसीएल के पास 21,500 से अधिक पेट्रोल पंप का नेटवर्क है। कंपनी का दिसंबर, 2024 तक 5,000 इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने का लक्ष्य है। टीपीईएम के मुख्य रणनीति अधिकारी बालाजी राजन ने कहा, ”एचपीसीएल के साथ यह रणनीतिक साझेदारी भारत के ईवी परिवेश को आगे बढ़ाने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इसमें चार्जिंग बुनियादी ढांचा महत्वपूर्ण है। इलेक्ट्रिक वाहनों के ग्राहकों का आधार बढ़ाने के लिए बुनियादी ढांचे का विकास जरूरी है।”
नियमों का अनुपालन नहीं करने पर पेटीएम के खिलाफ कार्रवाई, हमारी व्यवस्था दुरुस्त: आरबीआई
मुंबई, 08 फरवरी: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बृहस्पतिवार को कहा कि पेटीएम मामले में व्यवस्था के स्तर पर चिंता की कोई बात नहीं है और भुगतान बैंक पर कार्रवाई नियमों का अनुपालन नहीं करने के कारण हुई है। दास ने कहा कि आरबीआई एक जिम्मेदार नियामक है। उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि अगर आरबीआई के दायरे में आने वाले वित्तीय संस्थान सभी जरूरतों को पूरा करते हैं, तो केंद्रीय बैंक को किसी इकाई के खिलाफ कार्रवाई करने की क्या जरूरत है। उन्होंने कहा, ”आरबीआई द्विपक्षीय आधार पर संस्थाओं के साथ काम करता है। उन्हें पर्याप्त समय देकर नियमों के अनुपालन के लिए प्रोत्साहित करता है। निगरानी स्तर पर कार्रवाई तभी की जाती है, जब संबंधित इकाई द्वारा जरूरी कदम नहीं उठाए जाते।” दास ने कहा, ”जब विनियमित इकाई (बैंक और एनबीएफसी) प्रभावी कार्रवाई नहीं करती है, तो हम कामकाज पर प्रतिबंध लगाने के लिए कदम उठाते हैं।” उन्होंने कहा कि कार्रवाई व्यवस्था के स्तर पर स्थिरता या जमाकर्ता अथवा ग्राहकों के हितों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर की गयी है। गवर्नर दास ने वित्तीय क्षेत्र में नवोन्मेष को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय बैंक की प्रतिबद्धता दोहरायी। उन्होंन कहा कि इसमें ‘कोई संदेह’ नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आरबीआई को व्यापक स्तर पर लोगों से प्रतिक्रिया मिली हैं। केंद्रीय बैंक चिंताओं को दूर करने के लिए अगले सप्ताह एफएक्यू (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न) जारी करेगा। आरबीआई के डिप्टी गवर्नर स्वामीनाथन जे ने कहा कि वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) के खिलाफ कार्रवाई लगातार नियमों का अनुपालन नहीं करने के कारण की गयी है।