पटना, 03 अगस्त: बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दावा किया कि विशेष गहन पुनरीक्षण मतदाता सूची से उनका नाम गायब है। तेजस्वी यादव के दावे पर इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर (ईआरओ) ने रविवार को जवाब दिया। उन्होंने ईपिक नंबर भी जारी किया। उन्होंने बताया कि तेजस्वी का नाम 181-दीघा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के मतदान केंद्र संख्या 204 की मतदाता सूची में क्रम संख्या 416 पर दर्ज है। ईआरओ (पटना सदर) ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पत्र जारी किया। तेजस्वी के दावे का जवाब देते हुए इसमें बताया गया कि हमें सूचित करना है कि 2 अगस्त 2025 को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में आपके (तेजस्वी यादव) द्वारा आपका नाम प्रारूप मतदाता सूची में अंकित नहीं होने की बात बताई गई। जांच में यह पाया गया कि उनका नाम मतदान केंद्र संख्या 204 (बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय का पुस्तकालय भवन) के क्रम संख्या 416 पर दर्ज है, जिसका ईपिक नंबर आरएबी0456228 है। इसमें आगे कहा गया कि तेजस्वी के अनुसार उनका ईपिक संख्या आरएबी2916120 प्राथमिक जांच के अनुसार ईपिक संख्या आरएबी2916120 आधिकारिक रूप से निर्गत प्रतीत नहीं होता है। कार्यालय ने तेजस्वी से अनुरोध किया है कि वे ईपिक कार्ड की मूल प्रति सहित विवरण उपलब्ध कराएं, ताकि इसकी गहन जांच की जा सके। यह पत्र ईआरओ, 181-दीघा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र-सह-अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सदर द्वारा जारी किया गया है। इस मामले में तेजस्वी यादव की ओर से अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। बता दें कि राजद नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था कि उनका वोटर लिस्ट से नाम गायब है, अब वे किस तरह से चुनाव लड़ पाएंगे? हालांकि, तेजस्वी यादव के इस दावे के बाद पटना जिला प्रशासन ने बाकायदा मतदाता सूची का वह प्रारूप भी जारी किया था, जिसमें तेजस्वी की फोटो के साथ उनका नाम, उम्र, पिता का नाम, और मकान संख्या दर्ज है।
क्यों काटे वोटर लिस्ट से नाम, स्पष्ट करे चुनाव आयोग : तेजस्वी यादव
पटना, 03 अगस्त : बिहार में चुनाव आयोग की ओर से जारी किए गए मतदाता सूची के मसौदे (ड्राफ्ट) पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने एक बार फिर सवाल उठाए हैं। तेजस्वी ने कहा कि जिन लोगों का निधन हो चुका है या फिर जो दूसरे निर्वाचन क्षेत्र में चले गए हैं, चुनाव आयोग को स्पष्ट करना चाहिए कि उनके नाम क्यों हटाए गए। राजद नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, “कल हमने चुनाव आयोग से कई सवाल पूछे थे। चुनाव आयोग ने उन लोगों के नाम क्यों छिपाए हैं जिनके बूथवार ईपीआईसी (इलेक्टर्स फोटो आइडेंटिटी कार्ड) नंबर दर्ज हैं या जिनका निधन हो चुका है, जो स्थानांतरित हो गए हैं, या जो दूसरे विधानसभा क्षेत्र में चले गए हैं? उनके बारे में जानकारी क्यों छुपाई गई है? चुनाव आयोग को यह स्पष्ट करना चाहिए कि इन नामों को क्यों हटाया गया।” तेजस्वी ने मतदाता सूची संशोधन और निवास प्रमाण पत्र की प्रक्रिया की गंभीरता पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “जब बिहार में ‘डॉग बाबू’ और ‘मोनालिसा’ के नाम पर निवास प्रमाण पत्र बनाए गए, तो यह दिखाता है कि यह पुनरीक्षण कितना ‘गहन’ था। कई आईएएस अधिकारियों और कई अन्य लोगों के नाम भी काटे गए हैं। हम चाहते हैं कि आयोग श्रेणी-वार डेटा जारी करे ताकि सच्चाई सामने आए।” बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर चुनाव आयोग से कई सवाल किए थे। उन्होंने लिखा, “चुनाव आयोग ने जिन 65 लाख मतदाताओं के नाम विलोपित किए हैं, उससे संबंधित हमारे कुछ वाजिब एवं तार्किक सवाल हैं। क्या आयोग इसका जवाब देगा?” उन्होंने आयोग से पूछा था कि 65 लाख मतदाताओं को मृत, स्थानांतरित या अनुपस्थित घोषित करने का आधार क्या है? मृतक मतदाताओं के परिजनों से कौन सा दस्तावेज लिया जिसके आधार पर उनकी मौत की पुष्टि हुई? जिन 36 लाख मतदाताओं को चुनाव आयोग स्थानांतरित बता रहा है या अस्थायी रूप से पलायित बता रहा है, उसका क्या आधार है? ईसी स्पष्ट करें। अगर अस्थायी पलायन से 36 लाख गरीब मतदाताओं का नाम कटेगा तो फिर यह आंकड़ा भारत सरकार के अपने आंकड़ों के अनुसार, बिहार से प्रति वर्ष बाहर जाने वाले तीन करोड़ पंजीकृत श्रमिकों से भी अधिक होना चाहिए।
नीतीश ने आपदा प्रबंधन विभाग का किया निरीक्षण, अधिकारियों को दिये आवश्यक निर्देश
पटना, 03 अगस्त : बिहार में मौसम ने पूरी तरह से करवट बदल ली है और कई जिलों में लगातार बारिश हो रही है। नेपाल तथा बिहार के आसपार के राज्यों में हो रही बारिश की वजह से यहां कई नदियां उफान पर हैं और कई जिलों में लोगों को मुश्किलों का भी सामना करना पड़ रहा है। इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों से कहा है कि वो सतर्क रहें। सीएम नीतीश कुमार ने रविवार को आपदा प्रबंधन विभाग तथा राज्य आपातकालीन संचालन केन्द्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य में वर्षापात की स्थिति, नदियों के जलस्तर तथा फसल आच्छादन की स्थिति का जायजा लिया। विकास आयुक्त सह आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने राज्य में वर्षापात की स्थिति की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में वर्ष 2025 में 01 जून से 03 अगस्त तक 409 मिमी बारिश दर्ज की गई है। यह सामान्य वर्षापात से 22% कम है। इसी अवधि में विगत वर्ष 421 मिमी बारिश हुई थी तथा यह सामान्य वर्षापात से 20% कम था। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि पिछले 24 घंटों में राज्य में अच्छी बारिश हुई है। राज्य के 222 प्रखंडों में 25 मिमी अथवा इससे अधिक बारिश दर्ज की गई है। गंगा, कोसी तथा बूढ़ी गंडक नदियों में जलस्तर बढ़ा है, पानी का स्तर खतरे के निशान के आसपास है। लेकिन, स्थिति अभी नियंत्रण में है। फसल आच्छादन की स्थिति की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि राज्य में धान की फसल का आच्छादन प्रतिशत 3 अगस्त तक 79.43% है, गत वर्ष इस समय तक यह प्रतिशत 67.38 था। सामान्यतः 15 अगस्त तक शत प्रतिशत आच्छादन हो जाएगा। मुख्यमंत्री द्वारा सभी संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने का निदेश दिया गया।
105 किमी की कांवड़ यात्रा पूरी कर देवघर पहुंचे मनोज तिवारी, बाबा बैद्यनाथ को किया जलाभिषेक
देवघर, 03 अगस्त: भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज तिवारी ने अपनी 105 किलोमीटर की कांवड़ यात्रा पूरी करके झारखंड के देवघर में बाबा बैद्यनाथ को जलाभिषेक किया है। मनोज तिवारी ने 31 जुलाई को अपनी कांवड़ यात्रा शुरू की थी, जो 3 अगस्त को पूरी हुई। सांसद मनोज तिवारी ने बिहार के सुल्तानगंज से कांवड़ उठाई। वह 30 साल बाद कांवड़ यात्रा पर निकले। उन्होंने सुल्तानगंज से बाबा बैद्यनाथ धाम के लिए नंगे पांव 105 किलोमीटर की यात्रा की। उनके साथ बड़ी संख्या में लोग कांवड़ यात्रा पर निकले थे। उनकी इस यात्रा में झारखंड के गोड़ा से सांसद निशिकांत दुबे भी शामिल हुए। जलाभिषेक के दौरान भी भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे अपने परिवार के साथ शामिल हुए। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने फेसबुक पर तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, “सांसद मनोज तिवारी ने सुलतानगंज से देवघर 105 किलोमीटर की कांवड़ यात्रा कर बाबा बैद्यनाथ को जलाभिषेक किया। मैं सपरिवार उनके साथ गोडियारी नदी से देवघर मंदिर पहुंचा।” मनोज तिवारी ने अपनी कांवड़ यात्रा के बीच फेसबुक पर एक पोस्ट में लिखा था, “एक बड़ी तपस्या है अजगैबीनाथ धाम, सुल्तानगंज से देवघर तक पैदल जल लेकर जाना। जो नहीं चला है इस तपस्या में, वह नहीं समझ सकता कि कितना कठिन तप है, इस मुस्कान और जोश के बीच।” यात्रा शुरू करने से पहले उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा था, “हर-हर महादेव के जयघोष के साथ आस्था, श्रद्धा और आत्मिक शांति की इस यात्रा पर निकला हूं। भोले बाबा बिहार समेत दिल्ली का, हमारा-आपका, सभी सनातनियों व शिव में विश्वास करने वाले हर प्राणी का कल्याण करें।”
बिहार के सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र ने रचा इतिहास,लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम
पूर्वी चंपारण, 02 अगस्त : बिहार में पूर्वी चंपारण जिले के निवासी सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार ने वैश्विक स्तर पर रिकॉर्ड बनाकर इतिहास रच दिया है। मधुरेन्द्र का नाम लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। 31 वर्षीय सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार को यह सम्मान ब्रिटिश पार्लियामेंट लंदन में आयोजित एक समारोह के दौरान दिया गया। समारोह में लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अविनाश डी सकुंडे व यूरोपीय संघ के प्रमुख डॉ इवान गैसीना ने संयुक्त रूप से उन्हे प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्र के साथ मैडल पहनाकर सम्मानित किया। इस मौके पर लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अविनाश डी सकुंडे ने कहा कि मधुरेंद्र एक उज्ज्वल क्षितिज का नेतृत्व करने की नई भावना के साथ सामाजिक जागरूकता के लिए रेत और पत्ती कला की रचनात्मकता का नया कीर्तिमान स्थापित कर सराहनीय रिकॉर्ड कायम किया है। इसलिए सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र का नाम लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रमाणन संख्या: LBOWRE401990 में शामिल किया गया है। हम आपके कीर्तिमान को आगे बढ़ाते हुए मानवता के लिए विश्व पटल पर प्रेरणा के स्त्रोत बनकर भारत के आधार की ओर अग्रसर हैं। यूरोपीय संघ के प्रमुख डॉ इवान गैसीना ने कहा कि वैश्विक मंच पर बिहार के 31 वर्षीय भारतीय कलाकार मधुरेंद्र कुमार बहुत ही अल्प समय में लगभग 5000 (पांच हजार) से अधिक अपनी बेमिसाल कलात्मक रचनाओं के नये-नये तकनीकों के माध्यम से समाज को सकारात्मक सन्देश देने का रिकॉर्ड बनाया हैं। इसलिए पूरे उत्साह के साथ लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के हरे-भरे मैदान से सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार को हृदय की गहराइयों से हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं देती हूं। उल्लेखनीय है,कि लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए टीम द्वारा जून 2025 के एक सर्वे में सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार का नाम चयनित किया गया। जिसमें 95 प्रतिशत अप्रूवल रेटिंग मिली है। यह सर्वे 10 जून से 17 जून के बीच दर्जनों से ज्यादा देशों में किया गया था। इस रिपोर्ट में सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र ने लगभग 5000 (पांच हजार) से अधिक अपनी बेमिसाल कलात्मक रचनाओं के नये-नये तकनीकों के माध्यम से समाज को सकारात्मक सन्देश देने का रिकॉर्ड बनाकर यूएसए, चाइना, यू येन, रसिया, श्रीलंका और कनाडा जैसे बड़े देशों के कलाकारों को पीछे छोड़ते हुए ग्लोबल आर्टिस्टो की सूची में पहला स्थान हासिल किया। भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के राज्य मंत्री रामदास आठवले ने भी सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार को विशेष रूप से बधाई दी है। इस सम्मान के लिए सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र ने लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की पूरी टीम का हृदय से आभार व धन्यवाद भी जताया। मधुरेंद्र की इस सफलता के लिए देश-दुनिया के राजनैतिक हस्तियों, शिक्षाविदों व प्रबुद्ध लोगों ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से बधाई व शुभकामनाएं दी है।
तेजस्वी के मतदाता सूची में ‘नाम नहीं होने’ के दावे पर पटना जिला प्रशासन ने दिया जवाब, जदयू भी भड़का
पटना, 02 अगस्त: बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने दावा किया था कि विशेष गहन पुनरीक्षण मतदाता सूची से उनका नाम गायब है। इस दावे को पटना जिला प्रशासन ने सिरे से नकारते हुए कहा कि तेजस्वी का नाम मतदाता सूची में है। मतदाता सूची का प्रारूप जारी किया है, जिसमें उनका नाम है। दरअसल, राजद नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को एक प्रेस वार्ता में दावा कर दिया कि उनका वोटर लिस्ट से नाम गायब है; अब वे किस तरह से चुनाव लड़ पाएंगे? तेजस्वी यादव ने कहा कि मेरा नाम वोटर लिस्ट में नहीं है। उन्होंने सवाल पूछा है कि अब मैं चुनाव कैसे लडूंगा? तेजस्वी यादव के इस दावे के बाद पटना जिला प्रशासन ने बाकायदा मतदाता सूची का वह प्रारूप भी जारी किया है, जिसमें तेजस्वी की फोटो के साथ उनका नाम, उम्र, पिता का नाम, मकान संख्या दर्ज है। पटना जिला प्रशासन ने कहा, “कुछ समाचार माध्यमों से यह ज्ञात हुआ है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव का नाम विशेष गहन पुनरीक्षण के प्रारूप मतदाता सूची में नहीं है। इस बारे में जिला प्रशासन, पटना द्वारा जांच की गई। इसमें यह स्पष्ट हुआ है कि नेता प्रतिपक्ष का नाम प्रारूप मतदाता सूची में दर्ज है। वर्तमान में उनका नाम मतदान केन्द्र संख्या 204, बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय का पुस्तकालय भवन, क्रम संख्या 416 पर अंकित है। पूर्व में उनका नाम बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय का पुस्तकालय भवन, मतदान केन्द्र संख्या 171, क्रम संख्या 481 पर दर्ज था।” इसके साथ जिला प्रशासन ने मतदाता सूची का प्रारूप भी जारी किया है। इधर, जदयू ने भी राजद नेता तेजस्वी यादव पर जोरदार निशाना साधा। जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव को राजनीति का फरेबी बताते हुए कहा कि राजनीति का जालसाज पकड़ा गया। तेजस्वी यादव ने कहा कि मतदाता सूची के ड्राफ्ट पब्लिकेशन में उनका नाम नहीं है। लेकिन यह फरेब है, झूठ है। उन्होंने आगे कहा कि सच यह है कि उनका नाम मतदाता सूची में है, जिसमें उनके नाम के साथ मकान संख्या 110, उम्र 36 दर्ज है। उन्होंने तेजस्वी यादव को राजनीति का फरेबी बताया। जदयू नेता ने आगे कहा कि ये लोग आरोप लगाते हैं। ये अपना ठीकरा दूसरे पर मढ़ रहे हैं। तेजस्वी यादव को माफी मांगनी चाहिए।
नीतीश की एक और सौगात, शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशक, मिड डे मील रसोइयों और नाइट वॉचमैन के मानदेय में दोगुनी बढ़ोतरी
पटना, 01 अगस्त : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरे चुनावी मोड में चल रहे हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार उन्होंने शिक्षा विभाग के अंतर्गत मध्याह्न भोजन में कार्यरत रसोइयों के मानदेय में दोगुनी वृद्धि करते हुए 1650 रूपये से 3300 रूपये किए जाने की घोषणा की। अपने एक्स हैंडिल से उन्होंने पोस्ट कर बताया है कि शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में रसोइयों, रात्रि प्रहरियों तथा शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसे ध्यान में रखते हुए इन कर्मियों की मानदेय राशि में सम्मानजनक वृद्धि करते हुए इसे दोगुना करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग के अंतर्गत मध्याह्न भोजन में कार्यरत रसोइयों के मानदेय में दोगुनी वृद्धि करते हुए 1650 रूपये से 3300 रूपये करने का निर्णय लिया गया है। वहीं माध्यमिक/उच्च शिक्षा विद्यालय में कार्यरत रात्रि प्रहरी का मानदेय 5000 रूपये से दोगुना करते हुए इसे अब 10000 रूपये करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों का मानदेय 8 हजार रूपये से दोगुना करते हुए अब 16 हजार रूपये करने का निर्णय लिया गया है। इनकी वार्षिक वेतन वृद्धि 200 रूपये के स्थान पर 400 रूपये करने का निर्णय लिया गया है।
पटना जिले के जानीपुर थाना क्षेत्र में दो मासूम की हत्या के दूसरे दिन स्थानीय लोग ने किया विरोध प्रदर्शन
पटना, 01 अगस्त :पटना जिले के जानीपुर थाना क्षेत्र में दो मासूम बच्चों की हत्या के बाद पेट्रोल डालकर जलाने की कोशिश के विरोध में शुक्रवार को लोगों ने प्रदर्शन किया और पुलिस से आरोपित को गिरफ्तार करने की मांग की। बच्चो की हत्या के विरोध में शुक्रवार को जानीपुर में दुकाने बंद रही। लोगों ने सड़कों पर बैठकर प्रदर्शन किया। स्थानीय लोग सड़क जामकर पुलिस महकमा के वरीय अधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग की। आक्रोशित लोगों का कहना है कि पुलिस जांचकर घटना के आरोपित को जल्द से जल्द गिरफ्तार करे। दरअसल, दिनदहाड़े घर में घुसकर मासूम भाई-बहन की हत्या कर जलाने की वारदात में पुलिस दूसरे दिन भी खाली हाथ है।आरोपित पुलिस की पकड़ से दूर है। फिलहाल पुलिस आरोपित की पहचान तक नहीं कर सकी है। हालांकि, घटना के बाद बीती रात पुलिस गांव में कैंप करते रही । देर रात घटना स्थल पर दोबारा पुलिस पहुंची थी। आरोपित की पहचान के लिए पुलिस तकनीकि जांच और स्थानीय लोगों से इनपुट जुटा रही है। पुलिस स्वजनों और उनके करीबी से लेकर संपर्क में आने वाले सभी लोगों से बच्चों से जुड़ी जानकारी जुटा रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कार्तिकेय के शर्मा ने बताया कि शवों को देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उनकी हत्या कर जलाया गया है। यह पोस्टमार्टम और फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की रिपोर्ट से स्पष्ट हो जाएगा। नगर पुलिस अधीक्षक (सिटी एसपी), पश्चिमी के नेतृत्व में विशेष टीम मामले की जांच कर रही है। हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस बच्चों और उनके माता-पिता के व्यक्तिगत संबंधों के बारे में पता लगा रही है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि इस परिवार के किसी से दुश्मनी तो नही है। उल्लेखनीय है कि जानीपुर के नगवां निवासी ललन गुप्ता चुनाव आयोग के काल सेंटर में काम करते हैं। उनकी पत्नी शोभा कुमारी पटना, एम्स में एक निजी कंपनी के अधीन गार्ड हैं। दोनों गुरुवार की सुबह सात से आठ बजे के बीच काम पर चले गए। इससे पहले सुबह साढ़े छह बजे 15 वर्षीय बेटी अंजलि कुमारी और 10 वर्षीय बेटा अंशु स्कूल जा चुके थे। स्कूल से और दिनों की तरह दोनों बच्चे दोपहर दो बजे के आसपास घर लौटे। इसके एक घंटे बाद तीन बजे शोभा ड्यूटी कर घर लौटी, तो देखा कि घर का मुख्य दरवाजा खुला हुआ है। वह घर में गई तो अंदर सन्नाटा था। बच्चों को पुकारा, पर कोई जवाब नहीं मिला। फिर देखा कि अंदर के कमरे का दरवाजा बाहर से बंद है। दरवाजा खोलकर अंदर गई, तो देखा कि बेटी बिस्तर पर मृत पड़ी है। उसके शरीर का बड़ा हिस्सा और बिस्तर जला हुआ था। यह देख वह बदहवासी में बेटे को खोजते हुए दूसरे कमरे में गई, तो उसका शव भी बिस्तर पर पड़ा मिला। उसके शरीर का कुछ हिस्सा भी जला था। बेटे-बेटी का शव देख वह फूट फूटकर रोने लगी। चित्कार सुनकर पड़ोसी जुट गए। तब घटना की जानकारी उनके पति और रिश्तेदारों की दी गई।
बिहार विधानसभा मानसून सत्र के आखिरी दिन हंगामा जारी, सीएम नीतीश ने विपक्ष के प्रदर्शन का मजाक उड़ाया
पटना, 25 जुलाई: बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन शुक्रवार को सदन में फिर से हंगामा हुआ। विपक्षी दलों (आरजेडी, कांग्रेस और वामपंथी) के विधायकों ने सदन के बेल में आकर नारेबाजी की और प्रश्नकाल के दौरान मेजें गिराने की कोशिश की। विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने बार-बार शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन नारेबाजी और हंगामा जारी रहा, जिसके कारण उन्हें कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। विपक्षी विधायक, जो राज्य में विशेष मतदाता सूची संशोधन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, लगातार पांचवें दिन काले कपड़े पहनकर विधानसभा पहुंचे। विपक्ष का यह विरोध मतदाता सूची में कथित अनियमितताओं पर चर्चा की मांग को लेकर था। हंगामे के दौरान सदन में मौजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष की विरोध पोशाक पर कटाक्ष किया। सीएम नीतीश ने कहा कि सब एक जैसे कपड़े पहने हुए हैं। एक बात तो साफ हो गई है, पहले एक-दो दिन हंगामा होता था, बाकी दिन काम चलता रहता था। अब तो सब रोज यही काम कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि लोग जानते हैं कि सरकार ने कितना काम किया है और हर जगह लोगों को लाभ मिल रहा है। पांच दिवसीय मानसून सत्र में विपक्ष ने मतदाता सूची संशोधन को लेकर लगातार हंगामा किया, जिससे विधायी कामकाज प्रभावित हुआ। विपक्ष का आरोप है कि सरकार और चुनाव आयोग मिलकर विधानसभा चुनाव से पहले गरीबों के नाम मतदाता सूची से हटा रहे हैं। सरकार ने इस आरोप को खारिज किया है। सत्र शुरू होने से ही विपक्ष दोनों सदन के अंदर और बाहर हंगामा कर रहा है, और मतदाता सूची संशोधन पर बहस की मांग कर रहा है। यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है, जहां विपक्ष ने चुनाव आयोग की प्रक्रिया में अनियमितताओं का आरोप लगाया है। चुनाव आयोग ने विशेष गहन संशोधन (एसआईआर) का बचाव करते हुए कहा है कि यह मतदाता सूची से ‘अयोग्य व्यक्तियों’ को हटाकर चुनाव की शुद्धता बढ़ाता है।
पटना: प्रशांत किशोर के नेतृत्व में जन सुराज का प्रदर्शन, पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप
पटना, 23 जुलाई: बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान विपक्ष का हंगामा जारी है। इस बीच, जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक सैकड़ों समर्थकों के साथ बिहार विधानसभा का घेराव करने निकले। जन सुराज पार्टी के कार्यकर्ता जैसे ही चितकोहरा गोलंबर के पास पहुंचे, पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। दोनों ओर से धक्का-मुक्की हुई। जन सुराज का आरोप है कि पुलिस ने लाठी चार्ज किया, जिसमें कई लोग घायल हो गए। जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा, “अभी तो जंग की शुरुआत है। इनका जीना हराम कर देंगे। अभी तीन महीने बाकी हैं। इनको पता नहीं है कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है। इन भ्रष्टाचारियों को हटाना चाहती है। ये लोग सदन में और पुलिस के पीछे छिप नहीं सकते हैं।” उन्होंने कहा, “पुलिस का क्या है? जो ऊपर बैठे हैं, उनके अनुसार काम करती है। पुलिस अपना काम कर रही है और हम अपना काम कर रहे हैं। पुलिस ने रोक दी हैं, रुके हुए हैं। लोकतंत्र है। जब मन होगा, उठकर चल देंगे।” इस दौरान जमकर बवाल हुआ। जन सुराज के कार्यकर्ता जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। बता दें कि जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बुधवार को विधानसभा घेराव की घोषणा की थी। इस घोषणा के बाद बड़ी संख्या में लोग पटना पहुंच गए। जन सुराज पार्टी की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि यह प्रदर्शन पूर्व निर्धारित योजना के तहत तीन प्रमुख मुद्दों को लेकर किया जा रहा है। इनमें गरीब परिवारों को दो लाख रुपये की रोजगार सहायता राशि नहीं मिलना, दलित भूमिहीन परिवारों को तीन डिसमिल जमीन का वितरण न होना और भूमि सर्वेक्षण में भ्रष्टाचार के आरोप शामिल हैं। पार्टी ने पहले ही ऐलान किया था कि इन तीन मुद्दों को लेकर एक करोड़ लोगों के हस्ताक्षर इकट्ठा किए जाएंगे और मानसून सत्र के दौरान विधानसभा का घेराव किया जाएगा। प्रदर्शन के मद्देनजर पटना पुलिस और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर हैं।