नई दिल्ली, 18 मई: बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी जमीन के बदले नौकरी के कथित घोटाले से जुड़े धनशोधन के एक मामले में पूछताछ के लिए बृहस्पतिवार को यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुईं। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद की पत्नी 68 वर्षीय राबड़ी देवी इस मामले में धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत अपना बयान दर्ज करा रही हैं। लालू के पुत्र, बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और सांसद बेटी मीसा भारती से हाल के दिनों में संघीय एजेंसी ने इस मामले में पूछताछ की है। धन शोधन का मामला केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की प्राथमिकी से निकला है। ईडी ने कुछ समय पहले इस मामले में छापेमारी की थी और एक करोड़ रुपये की ”बेहिसाब नकदी” जब्त की थी तथा अपराध से अर्जित 600 करोड़ रुपये की आय का पता लगाया था। कथित घोटाला उस वक्त हुआ था जब लालू प्रसाद संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के पहले कार्यकाल में रेल मंत्री थे। एजेंसियों का आरोप है कि 2004-09 की अवधि के दौरान भारतीय रेलवे के विभिन्न जोन में समूह ‘डी’ के पदों पर विभिन्न व्यक्तियों को नियुक्त किया गया और इसके बदले संबंधित व्यक्तियों ने अपनी जमीन लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों को हस्तांतरित की थी।
जातीय जनगणना : न्यायमूर्ति करोल ने बिहार सरकार की याचिका पर सुनवाई से खुद को अलग किया
नई दिल्ली, 17 मई: उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश संजय करोल ने बुधवार को बिहार सरकार की ओर से दाखिल उस याचिका पर सुनवाई से खुद को अलग कर लिया, जिसमें राज्य में उसके (बिहार सरकार) द्वारा की जा रही जातीय जनगणना पर रोक लगाने के पटना उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती दी गई है। न्यायमूर्ति करोल को छह फरवरी 2023 को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था। उससे पहले, वह पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में सेवाएं दे रहे थे। उन्होंने कहा कि वह कुछ संबंधित मुकदमों में पक्षकार थे, जिन पर पहले उच्च न्यायालय में सुनवाई हुई थी। शीर्ष अदालत की संबंधित पीठ ने इसके बाद याचिका को भारत के प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ के समक्ष सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया, ताकि सुनवाई के लिए एक उपयुक्त पीठ का गठन किया जा सके। इस पीठ में न्यायमूर्ति बी आर गवई भी शामिल थे। पटना उच्च न्यायालय के चार मई के आदेश के खिलाफ शीर्ष अदालत में दायर याचिका में बिहार सरकार ने कहा है कि जातीय जनगणना पर रोक से पूरी कवायद पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। राज्य सरकार ने कहा है कि जाति आधारित डेटा का संग्रह अनुच्छेद 15 और 16 के तहत एक संवैधानिक जनादेश है। संविधान का अनुच्छेद 15 कहता कि राज्य धर्म, नस्ल, जाति, लिंग, जन्मस्थान या इनमें से किसी के भी आधार पर किसी भी नागरिक के साथ भेदभाव नहीं करेगा। वहीं, अनुच्छेद 16 कहता है कि राज्य सरकार के अधीन किसी भी कार्यालय में नियोजन या नियुक्ति के संबंध में सभी नागरिकों के लिए समान अवसर उपलब्ध होंगे। याचिका में बिहार सरकार ने दलील दी है, “राज्य ने कुछ जिलों में जातिगत जनगणना का 80 फीसदी से अधिक सर्वे कार्य पूरा कर लिया है और 10 फीसदी से भी कम काम बचा हुआ है। पूरा तंत्र जमीनी स्तर पर काम कर रहा है। विवाद में अंतिम निर्णय आने तक इस अभ्यास को पूरा करने से कोई नुकसान नहीं होगा।” उच्च न्यायालय ने विभिन्न याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार को निर्देश दिया था कि वह जाति-आधारित गणना को तुरंत रोक दे और यह सुनिश्चित करे कि पहले से ही एकत्र किए गए डेटा को सुरक्षित रखा जाए और अंतिम आदेश पारित होने तक किसी के साथ साझा न किया जाए। उच्च न्यायालय ने मामले में अगली सुनवाई के लिए तीन जुलाई की तारीख निर्धारित की है।
नौकरी के लिए जमीन घोटाला: लालू के करीबियों पर सीबीआई ने मारे छापे
नई दिल्ली, 16 मई: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मंगलवार को नौकरी के लिए जमीन घोटाले की जांच के सिलसिले में देश भर में राजद प्रमुख लालू प्रसाद के करीबी प्रेम चंद गुप्ता, पार्टी विधायक किरण देवी और उनके पति अरुण यादव के आवासों पर छापेमारी की। इस घोटाले में कथित तौर पर पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के सदस्य शामिल हैं। दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, पटना, भोजपुर और आरा सहित विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की जा रही है।सीबीआई ने अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। सीबीआई ने तत्कालीन केंद्रीय रेल मंत्री लालू यादव (2004-2009), उनकी पत्नी राबड़ी देवी, दो बेटियों और 15 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था, इसमें अज्ञात लोक सेवक और निजी व्यक्ति शामिल थे। अधिकारी ने कहा, उस अवधि के दौरान यादव ने रेलवे के विभिन्न जोन में समूह डी पदों पर स्थानापन्न की नियुक्ति के बदले में अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर जमीन-जायदाद के हस्तांतरण के रूप में आर्थिक लाभ प्राप्त किया था। पटना के कई निवासियों ने खुद या अपने परिवार के सदस्यों के माध्यम से यादव और उनके परिवार द्वारा नियंत्रित एक निजी कंपनी के पक्ष में अपनी जमीन बेच दी और उपहार में दे दी। जोनल रेलवे में स्थानापन्न की ऐसी नियुक्ति के लिए कोई विज्ञापन या कोई सार्वजनिक नोटिस जारी नहीं किया गया था, फिर भी पटना के निवासियों को मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में स्थित क्षेत्रीय रेलवे में स्थानापन्न के रूप में नियुक्त किया गया। सीबीआई ने कहा, पटना में स्थित लगभग 1,05,292 वर्ग फुट भूमि, अचल संपत्तियों को यादव और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा पांच बिक्री विलेखों और दो उपहार विलेखों के माध्यम से अधिग्रहित किया गया था, इसमें अधिकांश में भूमि हस्तांतरण पर विक्रेता को किए गए भुगतान को दर्शाया गया था।
गंडामन में छ: दिवसीय प्रथम सोपान स्काउट शिविर का हुआ समापन
मशरक /सारण, 16 मई : जिला मुख्य आयुक्त भारत स्काउट गाइड सारण के निर्देश पर प्रथम सोपान परीक्षण शिविर का आयोजन ए० एन० शिक्षण संस्थान गंडामन में दिनांक 10.05.2023 से 15.05.2023 तक के लिए किया गया था। जिसमें जिला मुख्य आयुक्त के द्वारा शिविर प्रधान के रूप में बेसिक स्काउट मास्टर सह राष्ट्रपति स्काउट प्रणव और रीतिका सिंह तथा शिविर सहायक स्काउट मास्टर चंदन,विकाश को नियुक्त किया गया था। विद्यालय के 23 स्काउट और 26 गाइड ने शिविर में भाग लेकर प्राथमिक चिकित्सा,गांठ विद्या, ध्वज शिष्टाचारी,ड्रिल,सफाई, व्यायाम,सिटी संकेत,खेल व ताली आदि का प्रशिक्षण प्राप्त किया। सर्वधर्म प्रार्थना सभा और प्रथम सोपान परीक्षण शिविर के समापन समारोह में विद्यालय के निदेशक सत्यप्रकाश मिश्रा ने कहा कि आज के परिवेश में बच्चों में स्काउटिंग गाइडिंग की शिक्षा बहुत ही जरूरी है,स्काउटिंग शिक्षा बच्चों को स्वालंबन व अनुशासन के साथ साथ देश प्रेम की भावना का विकास करता हैं। वहीं जिला मुख्य आयुक्त हरेन्द्र प्रसाद सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि स्काउट गाइड से बच्चों में शारीरिक,मानसिक और नैतिक विकास होता है।इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य उज्ज्वल कुमार, स्काउट मास्टर अमन राज, विद्यालय के शिक्षक देवनाथ कुमार,असलम हुसैन,पियूष कुमार, विकाश कुमार,अरूण कुमार, बिपुल कुमार,शिक्षिका कुमारी मुक्ता, रौशनी कुमारी,पम्मी कुमारी आदि उपस्थित थे।
बागेश्वर धाम, को लेकर बिहार की राजनीति गर्म, बाबा बोले ‘हिंदू राष्ट्र की शुरुआत बिहार से होगी
पटना, 15 मई : बिहार में बागेश्वर धाम महराज उर्फ पंडित धीरेंद्र शास्त्री के आने से पहले से ही राज्य की राजनीति काफी गर्म है. बीते 13 मई को बागेश्वर धाम पटना के नौबतपुर में पांच दिवसीय ‘हनुमंत कथा’ के लिए पहुंचे, उसके बाद से आरोप-प्रत्यारोप और बढ़ गया है. सत्ताधारी पार्टी जहां इसे राजनीति से प्रेरित कार्यक्रम बता रही है और बागेश्वर धाम को बीजेपी के इशारे पर काम करने आरोप लगा रही है, वहीं विपक्षी पार्टी बीजेपी बागेश्वर धाम का खुलकर समर्थन कर रही है. हालांकि, सत्ताधारी दलों के नेता इस मुद्दे पर अधिक बोलने को तैयार नहीं है. बता दें कि बिहार की राजधानी पटना के नौबतपुर में बागेश्वर धाम का पांच दिवसीय ‘हनुमंत कथा’ का आयोजन किया गया है. राज्य बीजेपी शुरू से ही इसमें विशेष रुचि ले रही है. राज्य बीजेपी के अधिकतर नेताओं ने बागेश्वर धाम के बिहार आगमन का स्वागत किया था. बीजेपी सांसद मनोज तिवारी तो खुद एयरपोर्ट से गाड़ी ड्राइव कर उन्हें कथा स्थल तक ले गए. इसके अलावा सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, सांसद रामकृपाल यादव भी बागेश्वर धाम से मिलने पहुंचे. ‘नीतीश कुमार ने नहीं की कोई व्यवस्था’ बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार सरकार की ओर से बागेश्वर धाम के बिहार आगमन पर कोई व्यवस्था नहीं की गई. उन्होंने कहा, ‘सरकार चाहती है कि बाबा का यात्रा फेल हो जाए, इसलिए कोई सुरक्षा की व्यवस्था सरकार द्वारा नहीं की गई. नीतीश कुमार चाहते हैं कि कोई अप्रिय घटना घट जाए.’ कौन हैं धीरेंद्र शास्त्री? जहां बीजेपी नेता एक तरफ धीरेंद्र शास्त्री के स्वागत में लगे हैं वहीं कांग्रेस नेता अजीत शर्मा ने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री कौन हैं वह नहीं जानते. जब उनसे बागेश्वर धाम के ‘हिंदू राष्ट्र’ को लेकर दिए गए बयान के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि क्या यह देश केवल हिंदुओं का है. उन्होंने कहा, ‘मैं भी हिंदू हूं. लेकिन इस देश को आजाद करवाने में सबने कुर्बानी दी है. यह देश सबका है.’ दरअसल अपने कथा के दौरान बागेश्वर धाम उर्फ धीरेंद्र शास्त्री ने कहा था कि भारत को ‘हिंदू राष्ट्र’ बनाने की शुरुआत बिहार से की जाएगी. ‘राम पर भरोसा कम हो गया है’ धीरेंद्र शास्त्री को लेकर चल रहे विवाद पर प्रशांत किशोर ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि ‘बीजेपी को अब राम पर भरोसा कम हो गया है तो अब शास्त्री जी पर भरोसा कर के चलेंगे’. उन्होंने कहा, ‘बीजेपी पहले हर जगह राम भगवान की तस्वीर लगाती थी, अब शास्त्री जी की तस्वीर लगा रही है. यह दिखाता है भीतर ही भीतर बदलाव हो रहा है. अब उनका रामजी पर भरोसा कम हो गया है इसलिए अब शास्त्री जी पर भरोसा कर आगे बढ़ेंगे. यह उनकी मानसिकता को दिखाता है. अयोध्या में मंदिर बन रहा है लेकिन उनकी तस्वीर नहीं लगा रहे हैं.’ हुआ था भव्य स्वागत, कथा में पहुंच रहे लाखों लोग बागेश्वर धाम जब बिहार पहुंचे तो हजारों की संख्या में भीड़ ने उनका भव्य स्वागत किया था. मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा था कि ‘बिहार हमारी आत्मा है’. जब उनसे पूछा गया कि बिहार आने पर हिंदू-मुस्लिम होने का खतरा है तो उन्होंने कहा, ‘हम हिंदू-हिंदू करते हैं. मैं तो हिंदुओं को जोड़ने आया हूं’ कल उनकी सभा में भीड़ बढ़ने के बाद अफरा-तफरी का माहौल बन गया था जिसके बाद कथा को जल्दी समाप्त करना पड़ा था. हालात खराब होने के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया था.
पटना पहुंचे बागेश्वरधाम के संत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, सांसद मनोज तिवारी ने किया स्वागत
पटना, 13 मई : मध्य प्रदेश के बागेश्वरधाम के संत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पांच दिवसीय हनुमंत कथा आयोजन के लिए आज (शनिवार) सुबह पटना पहुंच गए। पटना एयरपोर्ट पर उनका स्वागत सांसद मनोज तिवारी ने किया। धीरेंद्र शास्त्री पटना एयरपोर्ट से तिवारी की गाड़ी से गांधी मैदान स्थित होटल पनाश के लिए रवाना हुए। पटना एयरपोर्ट पर आचार्य धीरेंद्र शास्त्री के पहुंचते ही जय श्रीराम के नारे लगाए गए। एयरपोर्ट के बाहर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी। धीरेंद्र शास्त्री होटल पनाश से दोपहर तीन बजे नौबतपुर के लिए रवाना होंगे। नौबतपुर के तरेत पाली गांव स्थित कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के बाद शाम चार बजे से आयोजित हनुमत कथा में शामिल होंगे और कथा वाचन करेंगे। जिला प्रशासन ने उनकी सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। उल्लेखनीय है कि सत्ताधारी राजद के नेता उनके दौरे का लगातार विरोध कर रहे हैं। भाजपा, बजरंग दल समेत अन्य हिन्दू संगठन धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में मजबूती के साथ खड़े हैं।
CBSE RESULTS: दसवीं परीक्षा में 84 फीसदी अंक लाकर अमन ने गांव का नाम किया रौशन, बनाना चाहते है आर्मी ऑफिसर
बिहार(सारण): पानापुर प्रखंड क्षेत्र के धेनुकी गांव निवासी पूर्व पत्रकार प्रमोद सिंह टुन्ना के छोटे पुत्र अमृत राज सिंह उर्फ अमन ने सीबीएसई की दसवीं परीक्षा में 84 फीसदी अंक लाकर गांव का नाम रौशन किया है। सीबीएसई द्वारा शुक्रवार को परीक्षा फल घोषित किए जाने के बाद घर के लोग बेहद ख़ुश नजर आ रहे थे। अमन ने बताया कि उसका लक्ष्य एनडीए क्रैक कर आर्मी आफिसर बनना है जिसके लिए वह अभी से ही तैयारी शुरु कर दिया है।एक प्रश्न के जवाब में अमन ने बताया कि उसका रोल माडल पापा,मम्मी तथा बड़ा भाई रमन है।
जदयू के पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह भाजपा में शामिल हुए , नीतीश पर साधा निशाना
नई दिल्ली, 11 मई: जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचंद्र प्रसाद सिंह उर्फ आरसीपी सिंह बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। इस अवसर पर उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा और आरोप लगाया कि ‘कुर्सी’ के मोह में वह अपराध और भ्रष्टाचार से समझौता कर रहे हैं। भाजपा मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, पार्टी महासचिव अरुण सिंह और राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी की मौजूदगी में आरसीपी सिंह ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। कभी नीतीश कुमार के बेहद करीबियों में शुमार रहे आरसीपी सिंह ने पिछले साल अगस्त में जदयू से इस्तीफा दे दिया था। भाजपा से नजदीकियों के चलते जदयू ने उन्हें दोबारा राज्यसभा भी नहीं भेजा। इसके बाद उन्हें केंद्रीय मंत्री का पद भी गंवाना पड़ा था। कुमार पर निशाना साधते हुए सिंह ने कहा, ‘‘उन्हें अंग्रेजी के ‘सी’ अक्षर से बहुत प्यार है। सी से क्राइम, करप्शन और चेयर यानी कुर्सी भी होता है।’’ बिहार के मुख्यमंत्री को ‘पलटू राम’ कहकर उनका मजाक उड़ाते हुए आरसीपी सिंह ने कहा, ‘‘नीतीश पीएम थे, हैं और रहेंगे। पीएम यानी ‘पलटू मार’।’’ इस अवसर पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जमकर सराहना की और कहा कि उन्होंने गरीबों के लिए काम किया और देश को एक मजबूत नेतृत्व दिया है। सिंह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंत्रिपरिषद के सदस्य रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार इन दिनों दावा करते फिर रहे हैं कि देश में कोई विकास नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि काम नहीं हो रहा है तो भारत ऐसे ही दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया? मैंने उन्हें कई बार आईना दिखाने की कोशिश की।’’ उन्होंने कहा कि मोदी के नेतृत्व में देश कहां से कहां पहुंच गया जबकि बिहार आज भी वहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘बिहार में 2005 से पहले कानून-व्यवस्था की जो स्थिति थी, उससे भी बुरी स्थिति आज है।’’ जदयू छोड़ने के बाद से ही आरसीपी सिंह के भाजपा में जाने के कयास लगाए जा रहे थे। वह कुर्मी समाज से आते हैं। कुर्मी मतदाता नीतीश कुमार के समर्थक माने जाते हैं क्योंकि वह खुद भी इसी समाज से ताल्लुक रखते हैं। भाजपा में शामिल होने को अपने लिए गौरव और गर्व का क्षण करार देते हुए सिंह ने नीतीश पर विपक्षी दलों को एकजुट करने के उनके प्रयासों के लिए भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उन्हें जनादेश बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में काम करने का मिला है लेकिन वह एक राज्य से दूसरे राज्य का भ्रमण करने में व्यस्त हैं। उन्होंने सवाल किया नीतीश कुमार विपक्षी एकता की बात करते हैं लेकिन उसका नेता कौन है? उन्होंने कहा, ‘‘बिना नेता के एकता होती है क्या?’’ प्रधान ने इस मौके पर सिंह की तारीफ की और कहा कि उन्होंने जदयू को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई और अति पिछड़े वर्ग के बीच उनकी विश्वसनीयता है। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा में जो काम संगठन महामंत्री करता है, वैसा ही काम सिंह ने जदयू के लिए किया। वह जदयू के संगठन की रीढ़ थे और पार्टी के पक्ष में अति पिछड़ों को संगठित करने में अहम भूमिका निभाई।’’ सिंह एक नौकरशाह रह चके हैं और जब नीतीश कुमार केंद्र सरकार में मंत्री थे तब वह उनके अधीन काम कर चुके हैं।
मुंबई में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने उद्धव ठाकरे से की मुलाकात
मुंबई, 11 मई: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बृहस्पतिवार को शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता उद्धव ठाकरे से मुंबई में उनके निजी आवास पर मुलाकात की। इस मुलाकात को अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने के लिए सभी गैर-राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) दलों को एक साथ लाने और विपक्षी एकता को मजबूत करने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है। जनता दल (यूनाइटेड) के नेता नीतीश कुमार और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव शाम को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार से भी मुलाकात करेंगे। पिछले साल भाजपा से नाता तोड़ राजग से अलग हो गए नीतीश कुमार आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा को हराने के लिए ‘एकजुट विपक्ष’ की अपनी मुहिम के तहत विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। उन्होंने मंगलवार को भुवनेश्वर में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से भी मुलाकात की थी।
ए० एन० शिक्षण संस्थान गंडामन में शुरू हुआ स्काउट गाइड का प्रथम सोपान परीक्षण शिविर
छपरा/बिहार,10 मई: जिला मुख्य आयुक्त भारत स्काउट और गाइड सारण के निर्देश पर प्रथम सोपान परीक्षण शिविर का आयोजन बुधवार को मशरख प्रखंड के धर्मसती गंडामन में स्थित ए० एन० शिक्षण संस्थान गंडामन के परिसर में आयोजित किया गया।यह शिविर अगले छः दिनों तक चलेगा I जिला मुख्य आयुक्त सारण के द्वारा शिविर प्रधान के रूप में बेसिक स्काउट मास्टर सह राष्ट्रपति पुरस्कृत स्काउट प्रणव एवं गाइड में शिविर प्रधान के रूप में एडवांस गाइड कैप्टन रितिका सिंह को नियुक्त किया गया है I वही स्काउट में शिविर सहायक के रूप में स्काउट मास्टर चंदन कुमार और विकास कुमार को नियुक्त किया गया है।बुधवार को शिविर का उद्घाटन विद्यालय के निदेशक सत्यप्रकाश मिश्रा,प्राचार्य उज्ज्वल कुमार और शिविर प्रधान प्रणव के द्वारा संयुक्त रूप से ध्वजारोहण करके किया।उद्घाटन समारोह में विद्यालय के निदेशक सत्यप्रकाश मिश्रा ने कहा कि आज के परिवेश में बच्चों में स्काउटिंग गाइडिंग की शिक्षा बहुत जरूरी है। वही प्राचार्य उज्ज्वल कुमार ने बताया कि स्काउटिंग गाइडिंग बच्चों में अनुशासन के साथ देश प्रेम की भावना का विकास कराता है Iइस शिविर में ए० एन० शिक्षण संस्थान गंडामन के लगभग 40 स्काउट और 40 गाइड भाग ले रहे हैं Iउद्घाटन समारोह में विद्यालय के शिक्षक विकास कुमार,देवनाथ कुमार,पीयूष कुमार,कुमारी मुक्ता,असलम हुसैन एवम् अन्य शिक्षक एवम् शिक्षिका आदि मौजूद थे।