पटना, 21 जून: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित समारोह में शामिल होने हाजीपुर पहुंचे केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस की तबीयत अचानक खराब हो गई। केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस बुधवार सुबह वैशाली जिले के हाजीपुर में नहारा घाट स्थित योग शिविर पहुंचे। जहां कुछ देर तक उन्होंने योगाभ्यास भी किया और कई तरह के आसन किए। इसी बीच उनकी तबीयत बिगड़ गई और वे अचानक लड़खड़ाने लगे। आसपास योग कर रहे लोगों ने उन्हें बेसुध होते देखकर संभाला और सोफे पर बैठाया। उन्हें तत्काल प्राथमिक चिकित्सा दी गई। स्थानीय अस्पताल में उनका इलाज करवाया गया। इसके बाद उन्हें दिल्ली एम्स ले जाने की तैयारी हो रही है। हालांकि योग का कार्यक्रम बाधित नहीं हुआ और पूरा कार्यक्रम विधिवत चला। पारस ने बताया कि योग दिवस का इतना महत्वपूर्ण कार्यक्रम था। चिकित्सा के बाद वे वापस पटना लौट गये। अब उनका इलाज दिल्ली एम्स में कराया जायेगा।
सारण: गरखा सीएचसी पर मनाया गया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
छपरा,21 जून (संवाददाता- माे अशरफ): सारण जिले के गरखा सीएचसी पर बुधवार को दिन में 10 बजे दिन में योगा का आयोजन किया गया। इस दौरान डॉ आर के पांडे ने कहाकी हर साल 21 जून को दुनिया भर के लोग अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाते हैं। इस दिन का लक्ष्य योग के कई लाभों के बारे में जन-जागरूकता बढ़ाना है और शारीरिक- मानसिक स्वास्थ्य के लिए दुनिया भर के योग चिकित्सकों को प्रेरित करना है। इस मौके पर गरखा सीएचसी प्रखंड प्रसार पदाधिकारी ब्रज माधव, फार्मासिस्ट उपेंद्र कुमार, ANM सरोज कुमारी, ऋतू कुमारी, किरण कुमारी के साथ अन्य सीएचसी के पदाधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।
महागठबंधन सरकार से अलग होने के बाद दिल्ली पहुंचे जीतन राम मांझी, अमित शाह से करेंगे मुलाकात
पटना, 20 जून : बिहार में महागठबंधन सरकार से अलग होने के बाद हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के संरक्षक जीतन राम मांझी अपने बेटे और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन के साथ मंगलवार को तीन दिनों के दौरे पर दिल्ली पहुंचे हैं। जीतन राम मांझी के दिल्ली कार्यक्रम के अनुसार इस दिन दिवसीय दौरे के दौरान वे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित भाजपा के अन्य नेताओं से मुलाकात करेंगे। हालांकि, जीतन राम मांझी ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद कहा था कि दिल्ली में वे सिर्फ अमित शाह और एनडीए के नेताओं से ही नहीं मिलेंगे, बल्कि राहुल गांधी और मायावती से भी मिलेंगे। मांझी ने कहा था कि दिल्ली में वे सभी नेताओं से मिलने की कोशिश करेंगे, कोई जरूरी नहीं है कि सिर्फ एनडीए के ही नेताओं से मिलें। मांझी के इस बयान के बाद कहा जा रहा है कि कहीं मांझी विपक्षी दलों की बैठक से पहले राहुल गांधी से मुलाकात कर नीतीश का खेल न बिगड़ दें। उनकी पार्टी का गठबंधन किसके साथ होगा फिलहाल इस पर संशय बरकरार है। उल्लेखनीय है कि जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन के नीतीश कैबिनेट से इस्तीफे के बाद पार्टी ने 19 जून को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई थी। बैठक के बाद मांझी अपने बेटे और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन के साथ राजभवन पहुंचे थे और राज्यपाल को सरकार से समर्थन वापसी का पत्र सौंप दिया था। इसके बाद वे देर शाम बेटे के साथ दिल्ली कूच कर गए।
मुख्यमंत्री का तमिलनाडु दौरा रद्द, तेजस्वी और संजय झा गए
पटना, 20 जून: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का तमिलनाडु दौरे स्थगित कर दिया गया। मुख्यमंत्री मंगलवार को तमिलनाडु जाने वाले थे लेकिन एयरपोर्ट पहुंचने से कुछ घंटे पहले उनका कार्यक्रम रद्द हो गया। क्योंकि, उनका स्वास्थ्य खराब हो गया। मुख्यमंत्री के तमिलनाडु जाने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी। तेजस्वी एयरपोर्ट पर पहुंचकर सीएम का इंतजार कर रहे थे लेकिन ऐन वक्त पर नीतीश की तबीयत बिगड़ गई और उनका तमिलनाडु जाने का कार्यक्रम स्थगित हो गया। इसके बाद उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को अकेले ही तमिलनाडु के लिए रवाना होना पड़ा। हालांकि, मुख्यमंत्री ने अपनी जगह जदयू नेता और मंत्री संजय झा को तेजस्वी के साथ भेजा है। तमिलनाडु में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और मंत्री संजय झा एम करुणानिधि स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके बाद वहां के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से मुलाकात करेंगे। मुलाकात के दौरान दोनों नेता स्टालिन को 23 जून को पटना में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक के लिए उन्होंने निमंत्रण देंगे। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश तमिलनाडु के सीएम से भी मुलाकात करने वाले थे, जिसकी चर्चा पिछले चार दिन से हो रही थी।
राहुल गांधी और खरगे 23 जून को पटना आएंगे, पार्टी में खासा उत्साह
पटना, 19 जून: विपक्षी दलों को एकजुट करने के मद्देनजर 23 जून को पटना में होने वाली बैठक में भाग लेने के लिए कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी उसी दिन बिहार की राजधानी पहुंचेंगे। ये दोनों नेताओं के पटना आगमन को लेकर कांग्रेसियों में खासा उत्साह है। कांग्रेस के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि दोनों नेता पटना हवाई अड्डे से सीधे प्रदेश कार्यालय सदाकत आश्रम पहुंचेंगे, जहां उनका स्वागत किया जाएगा। इस दौरान ये दोनों नेता प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओ से मिलेंगे और उन्हें संबोधित भी करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद राहुल गांधी पहली बार बिहार आ रहे हैं। दोनों नेताओं के स्वागत के लिए विशेष तैयारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि सदाकत आश्रम के बाद दोनों नेता विपक्षी दलों की आयोजित बैठक में शामिल होंगे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटे हैं। इसी के तहत 23 जून को विपक्षी दलों की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में 15 से अधिक दलों के नेताओं के भाग लेने की संभावना है।
बहुत गर्मी है: पटना की भीषण गर्मी ने नीतीश को किया परेशान
पटना, 18 जून: जीवन में कई तूफानों का सामना कर चुके बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को भीषण गर्मी से परेशान दिखे और उन्होंने पत्रकारों का यह कहकर अभिवादन किया कि-बहुत गर्मी है। यहां राज्य के पहले उपमुख्यमंत्री अनुग्रह नारायण सिंह की जयंती के अवसर पर आयोजित एक समारोह में भाग लेने पहुंचे नीतीश को प्रचंड गर्मी का अहसास हुआ। पटना में अधिकतम तापमान कई दिनों से 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया जा रहा है। लेकिन कड़ाके की धूप के बावजूद नीतीश कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ एक मंडप के नीचे बैठे रहे। समारोह के बाद जदयू नेता नीतीश ने पत्रकारों का अभिवादन करते हुए कहा, ”बहुत गर्मी है।” हालांकि, एक निजी कर्मचारी मुख्यमंत्री के सिर पर छाता लिए उनके बगल में खड़ा था। भाजपा विरोधी विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक आयोजित करने जा रहे नीतीश ने समान नागरिक संहिता से संबंधित सवाल पर कहा, ”कुछ समय बाद इन मामलों पर बात करते हैं। आज बहुत गर्मी है।” इस तरह वह सवाल को टाल गये।
नीतीश कुमार तमिलनाडु के तिरुवरुर में ‘कलैगनार कोट्टम’ का उद्घाटन करेंगे: स्टालिन
चेन्नई, 18 जून: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव 20 जून को तिरुवरुर में द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के दिवंगत नेता एम. करुणानिधि की स्मृति में एक कार्यक्रम में शामिल होंगे। करुणानिधि के बेटे एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने रविवार को यह जानकारी दी। स्टालिन ने कहा कि करुणानिधि के पैतृक जिले तिरुवरूर में स्थापित ‘कलैगनार कोट्टम’ परिसर का उद्घाटन कुमार करेंगे, जबकि यादव ‘मुथुवेलार’ पुस्तकालय का उद्घाटन करेंगे। तमिल में ‘कोट्टम’ का अर्थ किसी बहुत ही सम्मानित व्यक्ति की स्मृति में निर्मित संरचना से है। पार्टी कार्यकर्ताओं को लिखे पत्र में द्रमुक प्रमुख ने उनसे 20 जून के कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भाग लेने का आह्वान किया। स्टालिन ने कहा कि कार्यक्रम में वह अपने पिता एवं पूर्व मुख्यमंत्री की प्रतिमा का अनावरण करेंगे।
रामचरितमानस पर राजद विधायक का विवादित बयान, भाजपा बोली- राजद के लोग विकृत मानसिकता से ग्रसित
पटना, 16 जून: बिहार के शिक्षा मंत्री और राजद नेता चंद्रशेखर द्वारा रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों को लेकर उठाए गए सवाल के बाद राजद के एक और नेता ने रामचरितमानस के लिखने पर विवादास्पद बयान दे दिया है। भाजपा ने उनके बयान पर राजद के लोगों को ही विकृत मानसिकता वाला बताया है। राजद नेता और विधायक रीतलाल यादव ने कहा कि रामचरितमानस मस्जिद में बैठकर लिखी गई थी। रीतलाल यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आज लोग एक-दूसरे को लड़ाने में लगे हुए हैं। लोग राम मंदिर की चर्चा करते हैं। उन्होंने कहा कि इतिहास उठाकर देखिए कि रामचरितमानस मस्जिद में बैठकर लिखी गई। उस वक्त हमारा हिंदुत्व खतरे में नहीं था। जब इतने साल मुगलों ने राज किया, तब हिंदुत्व खतरे में नहीं था। उन्होंने आगे कहा कि जब मुस्लिम लड़की ने भागवत कथा कही, तब किसी ने नहीं कुछ कहा। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि उस वक्त क्यों नहीं उसे देश से भगा दिया। राजद विधायक ने तंज कसते हुए कहा कि आप सच्चा हिंदू बनना चाहते हैं तो अपनी पार्टी से सभी मुस्लिमों को भगा दें। इधर, भाजपा ने ऐसे बयानों को राजनीतिक लाभ लेने वाला बताया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने ट्वीट कर इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राजद के लोग विकृत और तुष्टीकरण की मानसिकता से ग्रसित हैं। राजनीतिक लाभ के लिए हिन्दू धर्म की भावनाओं को आहत करने से भी बाज नहीं आते हैं। उन्होंने राजद विधायक के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक बताया।
जीतन राम मांझी महागठबंधन सहयोगियों की ‘जासूसी’ कर रहे थे : नीतीश कुमार
पटना, 16 जून: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) पार्टी के संस्थापक जीतन राम मांझी पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को लाभ पहुंचाने के लिये ‘महागठबंधन के सहयोगियों की जासूसी’ करने का आरोप लगाया और दावा किया कि महागठबंधन से उनका बाहर निकलना अच्छी बात है। नीतीश कुमार ने स्वीकार किया कि पूर्व मुख्यमंत्री मांझी 23 जून को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक का हिस्सा बनना चाहते थे, लेकिन उन्हें (नीतीश को) डर था कि उनके (मांझी) द्वारा बैठक का विवरण भाजपा को लीक किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘वह (मांझी) भाजपा नेताओं के लगातार संपर्क में थे। उन्होंने हाल ही में कई भाजपा नेताओं से मुलाकात की थी। वह 23 जून को विपक्षी नेताओं की बैठक का हिस्सा बनना चाहते थे, लेकिन मुझे आशंका थी कि वह उन मुद्दों/मामलों को लीक कर सकते हैं जिन पर 23 जून को चर्चा की जाएगी।’ सोनबरसा विधानसभा सीट से जनता दल (यूनाइटेड) के विधायक रत्नेश सदा के राज्य मंत्रिमंडल में शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘इसलिए, मैंने उनसे हम (सेक्यूलर) का जद (यूनाइटेड) में विलय करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि वह ऐसा नहीं कर सकते, इस पर, मैंने उनसे महागठबंधन छोड़ने के लिए कहा। यह अच्छा है कि वह महागठबंधन छोड़कर चले गए।’ सोनबरसा विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रहे रत्नेश सदा ‘मुसहर’ जाति से हैं, उन्हें राजभवन में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलवाई। जीतन राम मांझी के पुत्र संतोष मांझी ने हाल ही में राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा देते हुए कहा था, ‘नीतीश कुमार की जद (यू) द्वारा हम (सेक्यूलर) का उसके जद (यू) में विलय करने का प्रस्ताव देने के बाद मैंने पार्टी को बचाने के लिये मंत्री पद छोड़ दिया।’ कुमार ने कहा, ‘हमारी पार्टी ने मांझी को बहुत कुछ दिया है। उनकी पार्टी को जद (यू) के कोटे से राज्य मंत्रिमंडल में मंत्री पद दिया गया था। इन सबके बावजूद… वह भाजपा नेताओं के संपर्क में थे।’ मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि लोकसभा चुनाव समय से पहले होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, ‘इस बात की प्रबल संभावना है कि आम चुनाव अगले साल ना हों । ये पहले भी हो सकते हैं। इसलिए सभी विपक्षी दलों को आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा को हराने के लिए एक साथ आना चाहिए। हमें 23 जून की बैठक के बाद तैयारी शुरू करनी चाहिए।’
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा में चूक, सुरक्षा घेरे में घुसे लहरिया कट बाइकर्स
पटना, 15 जून : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा में एक बार फिर बड़ी चूक हुई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सात सर्कुलर रोड पर गुरुवार को मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे। इस दौरान उनके सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए लहरिया कट बाइकर्स अंदर घुस गये और मुख्यमंत्री के करीब से अपनी बाइक निकाली। बाइकर्स उनके इतने करीब से निकले कि उनसे बचने के लिए मुख्यमंत्री को फुटपाथ की तरफ जाना पड़ा। यह सबकुछ इतनी तेजी से हुआ कि वहां सीएम की सिक्योरिटी में मौजूद सुरक्षाकर्मी भी हक्के-बक्के रह गये। घटना के बाद सुरक्षाकर्मी सक्रिय हुए और बाइकर्स को हिरासत में ले लिया। सूचना के बाद पटना एसएसपी राजीव मिश्रा भी मौके पर पहुंचे। फिलहाल दो बाइकर्स को पूछताछ के लिए सचिवालय थाना लाया गया है। पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर सात सर्कुलर रोड को बंद कर चेकिंग भी की है।