बाढ़-सुखाड़ की संभावनाओं के मद्देनजर जिलाधिकारी पूरी तरह रहें अलर्ट : मुख्यमंत्री

-मुख्यमंत्री ने संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ के पूर्व तैयारियों की समीक्षा की पटना, 03 जून: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को लोक संवाद में संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ के पूर्व तैयारियों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ और सुखाड़ दोनों की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए सभी विभाग के अधिकारी और जिलाधिकारी पूरी तरह अलर्ट रहें। सीएम ने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग सतत अनुश्रवण करते रहें कि और क्या-क्या करने की जरूरत है ताकि लोगों को कोई दिक्कत नहीं हो। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी नदियों को आपस में जोड़ने की कार्ययोजना बनाएं। नदियों के गाद की उड़ाही एवं शिल्ट हटाने को लेकर तेजी से कार्य करें इससे बाढ़ का खतरा भी कम रहेगा और नदियों की जल संग्रहण क्षमता भी बढ़ेगी। साथ ही सिंचाई कार्य में और सुविधा होगी। सीएम नीतीश ने कहा कि भू-जलस्तर पर नजर रखें और पेयजल का इंतजाम रखें। हर घर नल का जल योजना से लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है, इसे पूरी तरह मेंटेन रखें। जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत जल संरक्षण को लेकर कार्य किए जा रहे हैं, इसकी भी निगरानी करें और इसे बेहतर ढंग से क्रियान्वित करें। निजी मकानों में भी लोगों को छत वर्षा जल संचयन के लिए प्रेरित करें। सीएम ने कहा कि पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष गर्मी ज्यादा है। इसे ध्यान में रखते हुए सभी प्रकार की तैयारी रखें और लोगों को सचेत करें। आग लगने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं, उससे बचाव के लिए त्वरित कार्रवाई करें। लू से बचाव के लिए भी सभी व्यवस्था रखें और लोगों को अलर्ट करें। हर चीज पर नजर रखनी है और पूरी तरह से सतर्क रहना है। मुस्तैदी के साथ सभी लोग लगे रहेंगे तो आपदा की स्थिति में लोगों को राहत मिलेगी। सीएम ने कहा कि सभी संबद्ध विभाग जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर वस्तु स्थिति की जानकारी लें और उसके आधार पर कार्य करे। डीएम अपने-अपने जिलों की स्थिति का आकलन करें उसके अनुसार सभी प्रकार की तैयारियां पूर्ण रखें। जिलाधिकारी क्षेत्रों में जाएं और वस्तु स्थिति की जानकारी लें। वे प्रखंड स्तर पर लोगों से मीटिंग करें और उन्हें सतर्क करें। जिलाधिकारी क्षेत्र में लोगों से बात करें और पिछले वर्षों में आपदा की स्थिति में किए गए कार्यों को भी ध्यान में रखते हुए आपदा से निपटने के लिए कार्ययोजना बनाएं। राज्य सरकार बाढ़ और सुखाड़ की स्थिति में प्रभावितों को हरसंभव मदद करती है, इसे ध्यान में रखते हुए सभी संबद्ध विभाग और अधिकारी सतर्क रहें। बैठक में मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा प्रकाशित पुस्तिका ‘बाढ़ आपदा प्रबंधन के लिए मानव संचालन प्रक्रिया-2023’ का विमोचन किया। बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के जिलाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अपने-अपने जिलों में संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ के पूर्व तैयारियों के संबंध में जानकारी दी। साथ ही आश्वस्त किया कि अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर लोगों से मिलेंगे, जमीनी स्थिति का आकलन करेंगे और उसके अनुसार समस्याओं का समाधान करेंगे।

शराबबंदी संबंधी चार लाख मुकदमे वापस लेकर आम माफी दे सरकार : सुशील मोदी

पटना, 01 मई: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्ससभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि पूर्ण मद्यनिषेध कानून को छह साल में जब इतना शिथिल कर दिया गया कि यह बेअसर हो चुका है तब राज्य सरकार को शराबबंदी संबंधी चार लाख से ज्यादा मुकदमों को वापस लेते हुए आम माफी का एलान भी कर देना चाहिए। श्री मोदी ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा कि शराबबंदी संबंधी मुकदमे वापस लेने से जहां दलित, पिछड़े और अतिपिछड़े वर्ग के लाखों गरीबों को राहत मिलेगी वहीं अदालतों पर मुकदमों का बोझ कम होगा। शराबखोरी के चलते जो लोग पहली बार जेल गए, उन्हें रिहा किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले शराब पायी जाने पर वाहन जब्त करने का नियम था, फिर इसे शिथिल करते हुए वाहन बीमा राशि का 50 फीसद जुर्माने के तौर पर भरकर वाहन छोड़ने का नियम बना। अब बीमा राशि का मात्र 10 फीसद जमा कर शराब ले जाते पकड़ा गया वाहन छुड़ाया जा सकता है। भाजपा सांसद ने कहा कि नियमों में लगातार नरमी से भी साफ है कि राज्य सरकार पूर्ण शराबबंदी लागू करने में विफल है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में एक बोतल शराब मिलने पर मकान और वाहन जब्त करने का कानून था, आज शराब माफिया के दबाव में मामूली जुर्माना लगाने पर आ गए। श्री मोदी ने कहा कि अब बिहार में गुजरात की तरह परमिट व्यवस्था लागू करनी चाहिए ताकि बीमार लोगों को मेडिकल ग्राउंड पर और पर्यटकों के लिए सीमित मात्रा में शराब की आपूर्ति आसान हो सके। उन्होंने कहा कि यदि अपनी जिद छोड़ कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराब की परमिट व्यवस्था लागू करें, तो राजस्व बढेगा, तस्करी पर अंकुश लगेगा और पर्यटन उद्योग में रोजगार के अवसर भी बढेंगे।

राजद ने संसद के नये भवन की तुलना ताबूत से की, भाजपा ने इसे शर्मनाक बताया

पटना, 28 मई: बिहार में सत्तारुढ़ राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने संसद के नये भवन की तुलना ताबूत से की है, जिसकी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि इतनी शर्मनाक हरकत राजद और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ही कर सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को जब संसद के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन कर रहे थे तब राजद ने संसद के नये भवन की तस्वीर के साथ ताबूत की तस्वीर पोस्ट कर पूछा “यह क्या है।” राजद के इस तरह के ट्वीट की चौतरफा आलोचना हो रही है। भाजपा के राज्यसभा सदस्य और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राजद के ट्वीट पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राजद ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक ओर नये संसद भवन का चित्र और दूसरी ओर मृतक को रखने वाले बक्सा यानी ताबूत का चित्र डाला है। पहला चित्र भारत का भविष्य है और दूसरा चित्र राजद का भविष्य दर्शाता है। श्री मोदी ने कहा कि भारत के गौरव दिवस पर इतनी शर्मनाक हरकत राजद और जदयू ही कर सकता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं कि नए संसद भवन की जरूरत नहीं थी तो उन्हें बताना चाहिए कि पटना में ब्रिटिश कालीन म्यूजियम के रहते हुए एक हजार करोड़ रुपए खर्च कर नया म्यूजियम क्यों बनाया गया । इसी तरह श्री कृष्ण मेमोरियल भवन के रहते हुए बापू सभागार बनवाने की क्या आवश्यकता थी लेकिन सभी को श्री नरेंद्र मोदी से द्वेष और घृणा है इसलिए वह उनके हर कार्यों की आलोचना करते हैं। भाजपा सांसद ने कहा कि भले ही आज विपक्ष के राजनीतिक दलों ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया है लेकिन कल जब संसद की बैठक होगी तब तो सभी को वहीं बैठना होगा। उन्होंने कहा कि यदि उनमें हिम्मत है तो वह ऐलान करें कि वह इस नए संसद भवन में कदम भी नहीं रखेंगे। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि राजद का कोई अपना स्टैंड नहीं है। भाजपा के साथ वर्षों रहकर राज करने वाले नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बना दिया है। उन्होंने कहा कि राजद के लोग ताबूत के बदले कोई और मिसाल दे सकते थे लेकिन वह हर चीज में कोई एंगल दे देते हैं।

नौनिहालों को दवा पिलाकर गरखा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ

बिहार, 28 मई,संवाददाता:-मो.अशरफ:  सारण जिले के गरखा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आज रविवार की सुबह पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सर्वजीत कुमार ने किया। इस दौरान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया की इस अभियान के तहत 0 से 5 साल तक के बच्चों को पल्स पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। यह अभियान 28 मई से 1 जून 2023 तक चलेगी।इस अवसर पर गरखा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हेल्थ मैनेजर अरुण कुमार, बीसीएम जावेद मंसूरी, प्रखंड प्रसार पदाधिकारी ब्रज माधव, महिला चिकित्सा पदाधिकारी मेहा कुमारी व अन्य कई कर्मचारी व पदाधिकारी मौजूद थे।

मिड-डे मील में निकला सांप, दर्जनों बच्चे खाना खाकर बीमार, एसडीएम ने कही ये बात

पटना, 27 मई: बिहार से एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है। मामला अररिया के फारबिसगंज प्रखंड क्षेत्र के अमौना मध्य विद्यालय का है।। जहां एक सरकारी स्कूल के मिड-डे मील में बच्चों के खाने में सांप निकल गया। जिससे वहां मौके पर अफरा तफरी मच गई। जानाकरी के अनुसार इस खाने से करीब दर्जनों बच्चे बीमार हुए हैं। इस घटना के सामने आने के बाद लोगों में गुस्सा है। एक एनजीओ की ओर से सप्लाई किए गए मिड-डे मील के खाने में सांप निकल गया। इस खाने को खाने से दर्जनों स्कूली छात्र-छात्राएं बीमार हो गए। इसके बाद आनन फानन में स्कूली बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों की टीम ने बच्चों का इलाज किया और फिलहाल बच्चों को खतरे से बाहर बताया। वहीं, इस मामले की सूचना के बाद जिले से तमाम अधिकारी हॉस्पिटल जाकर बच्चों के साथ उनके परिजनों से भी मुलाकात की। इस घटना पर अररिया के एसडीएम सुरेंद्र कुमार ने कहा, ‘सभी बच्चे सुरक्षित और स्वस्थ हैं। खाने में सांप पाए जाने से थोड़ी अफरा-तफरी हुई थी लेकिन किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है। जांच के लिए टीम गठित की जाएगी और सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।’  

नये संसद भवन की ”कोई जरूरत नहीं”- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

पटना, 27 मई : नये संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने के विपक्ष के आह्वान के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कहा कि नये संसद भवन की ”कोई जरूरत नहीं” है। उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा कि नया संसद भवन उन लोगों द्वारा इतिहास लिखने की कोशिश है जिनका स्वतंत्रता संघर्ष में कोई योगदान नहीं था। कुमार ने इस समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को आमंत्रित नहीं किए जाने पर भी निराशा जतायी। कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) ने घोषणा की है कि वह रविवार को नये संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करेगी। पार्टी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नये संसद भवन के उद्घाटन के विरोध में उस दिन यहां एक दिन का अनशन करेगी। मुख्यमंत्री ने यहां पत्रकारों से कहा, ”नये संसद भवन की कोई जरूरत नहीं है।…देश के स्वतंत्रता संघर्ष में जिन लोगों का कोई योगदान नहीं था वे इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। यह काफी हैरान करने वाला है कि भारत के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को उद्घाटन समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया है।” पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने शनिवार को यहां पत्रकारों से कहा, ”जद(यू) का दृढ़ विश्वास के साथ यह मानना है कि राष्ट्रपति देश की संसदीय प्रणाली का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मू देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर हैं और नरेन्द्र मोदी सरकार को नये संसद भवन के उद्घाटन के लिए उन्हें आमंत्रित करना चाहिए था।”

UPSC CSE 2022 : बिहार की बादशाहत कायम, बिहार की बेटी गरिमा लोहिया हुई सेकेंड टॉपर

नई दिल्ली, 23 मई: संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा(UPSC CSE 2022 Exam) के परिणाम की घोषण कर दी है। इस बार भी बिहार की बादशाहत कायम रही है। बिहार के बक्सर जिला की रहने वाली गरिमा लोहिया ने पूरे देश में दूसरा स्थान हासिल किया है। वहीं, पहला स्थान इशिता किशोर ने प्राप्त किया है। इस बार टॉप 10 में देश की बेटियों ने जगह बनाई है। बक्सर की बेटी ने दूसरा स्थान लाकर बिहार का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। उनकी इस सफलता से बक्सर ही नहीं पूरे बिहारवासियों में खुशी की लहर है। गरिमा ने बक्सर के वूड स्टॉक स्कूल से से पढ़ाई की गरिमा लोहिया ने बक्सर के वूड स्टॉक स्कूल से पढ़ाई की है। उनके पिता नारायण प्रसाद लोहिया का निधन चार साल पहले हो चुका है। पिता के जाने के बाद उनकी हिम्मत टूट चुकी थी। लेकिन उन्होंने खुद को संभाला और काफी मेहनत कर यह सफलता पाई। अमर उजाला से खास बातचीत में गरिमा ने बताया कि उन्होंने बक्सर में रह कर ही तैयारी की। इतनी अच्छी रैंक आएगी, इसकी उम्मीद नहीं थी। कोरोना के दौरान कोचिंग नहीं कर सकती थी। इसलिए ऑनलाइन कोर्सेस से ही तैयारी की। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने खासतौर पर अपनी मां को दिया। सेल्फ स्टडी पर ही ज्यादा जोर दिया, जीएस के ऑनालइन मदद गरिमा ने बताया कि उन्होंने दिल्ली विश्विद्यालय में कॉमर्स में ग्रेजुएशन किया। इसी दौरान यूपीएससी की तैयारी शुरू की और उन्हें सफलता मिली। उनके परिवार में मां, भाई और एक बड़ी बहन है। उन्होंने बताया, ‘मैंने सेल्फ स्टडी पर ही ज्यादा जोर दिया। सामान्य ज्ञान के लिए सोशल साइट्स की मदद ली। इस परीक्षा में तैयारी बहुत मुश्किल होती है। इसका मतलब यह नहीं होता कि हम निराश हो जाएं। आपको जो चीज खुशी देती हो, वह करें, परिवार के साथ रहें और मनोबल बढ़ाते रहें। मैं अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां को देना चाहती हूं।’ टॉप 10 में दो बिहारियों का झंडा बुलंद नजर गरिमा लोहिया के अलावा पटना निवासी राहुल श्रीवास्तव ने 10वां स्थान प्राप्त किया है। अमर उजाला से बातचीत के दौरान राहुल कहते हैं- “बिहार की मिट्टी में मेहनत और जज्बा है। मेहनत करने का जज्बा ही बिहारियों को बाकी से अलग करता है। ऐसा नहीं कि बहुत बड़े स्कूल या किसी बहुत बड़े संस्थान से ही आपका आधार तय होता है। अगर आपका लक्ष्य स्पष्ट हो तो अंत में आप उसे हासिल कर ही लेते हैं। लक्ष्य के प्रति समर्पण सबसे ज्यादा जरूरी है और इसके लिए शुरू से मेहनत करनी होती है।”

बिहार: साधपुर गांव में असामाजिक तत्वों ने जान से मारने के लिए किया हमला, असफल होने पर घर में लगाई आग

बिहार/सारण, 23 मई: गड़खा थाना क्षेत्र के साधपुर गांव की बीते रात्रि सोमवार की करीब 12 बजे रात्रि की हैं। जहा पर असामाजिक तत्वों द्वारा एक गरीब स्वर्गीय कृष्णा सिंह के पुत्र इंद्रजीत कुमार उर्फ भीम सिंह के ऊपर हमला कर के जान से मारने की कोशिस की गई,और असफल होने पर उसके फूस के घर में आग लगा दिया गया। आग लगने के बाद भीम सिंह चिलाते हुए,ग्रामीणों को बुलाया सभी ग्रामीण घटना स्थल पर पहुंचे और घटना की सूचना गड़खा थाने और फायर ब्रिगेड को दिया,सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी घटना स्तल पर पहुंची। और ग्रामीणों के सहयोग से काफी मशक्कत करने के बाद आग पर काबू पाया। तब तक खाने पीने की समान और कपड़ा और कुछ नकदी राशि जलकर राख हो गई। वहीं इस घटना को अंजाम देकर असामाजिक तत्वों भागने में सफल रहे। इस घटना के बाद पीड़ित द्वारा गरखा थाने में लिखित शिकायत की गई है। इस संबंध में थाना अध्यक्ष अमितेश कुमार ने बताया की प्राथमिकी दर्ज कर इस मामले की पुलिस जांच करेगी। इस घटना में शामिल सभी असामाजिक तत्वों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा।

मुख्यमंत्री केजरीवाल से नीतीश कुमार, बोले संविधान बचाने के लिए सभी को एकजुट होने की ज़रूरत

नई दिल्ली, 21 मई: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि संविधान को बचाने के लिए देश भर में सभी को एकजुट होने की ज़रूरत है। श्री कुमार ने यहाँ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाक़ात करने के बाद रविवार को पत्रकारों से कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसले के बाद केंद्र सरकार द्वारा जो करने की कोशिश हो रही है वह विचित्र है। सरकार को जो अधिकार दिया गया है उसे कैसे छीन सकते हैं।उन्होंने कहा कि सब लोग एकजुट हों, ताकि संविधान का ये लोग अपने ढंग से इधर-उधर कर रहे हैं उसे रोकें। उन्होंने अरविंद केजरीवाल की तारीफ करते हुए कहा कि वह अच्छा काम कर रहे हैं और ऐसे में इस मुद्दे को लेकर हम उन्हें अपना समर्थन दे रहे हैं। श्री कुमार ने कहा कि हम कोशिश कर रहे हैं ज्यादा से ज्यादा विपक्षी पार्टियों को एक साथ लाएं। आपस में प्रेम और भाईचारा क़ायम हो। लोगों के बीच विवाद पैदा करने की कोशिश की जा रही है उसे बंद करना चाहिए ताकि देश आगे बढ़े। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के आठ दिन बाद केंद्र सरकार ने अध्यादेश लाकर फ़ैसले को पलट दिया जो संविधान के ख़िलाफ़ है। उन्होंने कहा कि अगर सभी विपक्षी दल एकजुट हो जायें तो इस अध्यादेश को क़ानून बनने से राज्यसभा में रोका जा सकता है। यह 2024 का सेमीफ़ाइनल होगा। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि लोकतंत्र में चुनी हुई सरकार को अधिकार मिले हैं लेकिन गैर भाजपा शासित राज्य में केंद्र उन्हें परेशान कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जो परेशानी अरविंद केजरीवाल झेल रहे हैं हम उसके खिलाफ उनको समर्थन देने आए हैं। अगर दिल्ली में भाजपा की सरकार होती तो उपराज्यपाल में हिम्मत होती इस प्रकार का काम करने की? दिल्ली में भाजपा कभी वापसी नहीं करेगी। अरविंद केजरीवाल को जितनासताएंगे वह उतने ही मजबूत होंगे। दिल्ली में भाजपा कभी भी वापसी नहीं करेगी। इस मौक़े पर जनता दल (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ़ लल्लन सिंह, राज़द के राज्यसभा सांसद मनोज झा, आप सांसद संजय सिंह समेत अन्य नेता भी मौजूद थे।

बिहार में शादी समारोह में हर्ष फायरिंग में शख्स की मौत

बिहार/छपरा, 21 मई: बिहार के छपरा शहर में शादी समारोह में शामिल होने गए एक व्यक्ति की हर्ष फायरिंग में मौत हो गई। शनिवार की रात जलालपुर गांव में एक शादी समारोह में शामिल होने गए शख्स को जश्न के दौरान गोली लगी जिसमें वो घायल हो गया। स्थानीय लोगों ने उसे सदर अस्पताल छपरा पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान रमेश यादव के रूप में हुई है जो बनियापुर थाना क्षेत्र के रजौली गांव का रहने वाला था। सरैया थाने में अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। स्थानीय पुलिस आरोपियों की पहचान करने के लिए मोबाइल फोन से तस्वीरें लेने वाले मेहमानों के वीडियो फुटेज खंगाल रही है।