शिक्षक भर्ती: डोमिसाइल हटाने का तुगलकी निर्णय वापस ले सरकार : सुशील मोदी

पटना, 28 जून: बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने शिक्षक भर्ती में बिहार के स्थाई निवासी की शर्त को वापस लेने संबंधी तुगलकी फरमान को बिहार प्रतिभा का अपमान बताते हुए उसे तत्काल वापस लेने की आज मांग की। श्री मोदी ने बुधवार को बयान जारी कर कहा कि मंत्री का यह बयान हास्यास्पद है कि अंग्रेजी, गणित, फिजिक्स में योग्य शिक्षक नहीं मिलने के कारण बिहार के बाहर के अभ्यर्थियों को बुलाया जा रहा है। बिहार के लड़के अखिल भारतीय सेवाओं तथा आईआईटी आदि में परचम फहरा रहे हैं और मंत्री कह रहे हैं कि इन विषयों में लड़के नहीं मिल रहे हैं। भाजपा सांसद ने सवालिया लहजे में कहा कि 15 जून के विज्ञापन में बिहार डोमिसाइल की शर्त अनिवार्य रखी गई थी, फिर अचानक उसे क्यों हटा दिया गया। क्या कक्षा 1-5 के लिए भी बिहारी प्रतिभा पढ़ाने योग्य नहीं है कि बाहर के लोगों को बुलाया जाए। श्री मोदी ने कहा कि शिक्षक नियुक्ति में अराजकता की स्थिति पैदा हो गई है। चार लाख नियोजित शिक्षकों एवं एक लाख से ज्यादा टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को पुनः परीक्षा में बैठने की बाध्यता उनके साथ विश्वासघात है। अब एक ही विद्यालय में तीन प्रकार के शिक्षक हो जाएंगे। भाजपा सांसद ने कहा कि अभी तक आठ बार विज्ञापन में संशोधन किया जा चुका है। नई नियुक्ति के कारण 11,000 करोड़ का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। इस कारण सरकार मुकदमे में फंसाकर परीक्षा टालने का बहाना खोज रही है।

बिहार : भूमि विवाद को लेकर किसान की पीट-पीट कर हत्या

गोपालगंज, 27 जून: बिहार के गोपालगंज जिले में भूमि विवाद को लेकर एक किसान की पीट-पीट कर कथित तौर पर हत्या कर दी गयी। पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने मंगलवार को बताया, ‘प्रारंभिक जांच से पता चला है कि यह भूमि विवाद का मामला है।” विजयीपुर थाना अंतर्गत कुर्थिया गांव में रविवार को यह घटना उस समय हुई जब घनश्याम मिश्रा और उनके भाई मंटू एक तालाब खोदने के लिए अपने भूखंड का सीमांकन कर रहे थे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लाठियों और अन्य वस्तुओं से लोगों के एक समूह ने दोनों भाइयों की बेरहमी से पिटाई की और फरार हो गए। उन्होंने कहा, ‘ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। दोनों भाइयों को अस्पताल ले जाया गया जहां घनश्याम ने दम तोड़ दिया। उनके भाई का वहां इलाज चल रहा है।’ प्रभात ने कहा, 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और उनमें से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा, ”हम सोशल मीडिया पर आए घटना के वीडियो की भी जांच कर रहे हैं।” ग्रामीणों ने दावा किया कि घनश्याम ने 14 जून को पुलिस को पत्र लिखकर बताया था कि उसकी जान को खतरा है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।

बिहार के सहरसा में सड़क दुर्घटना में जज के पिता समेत तीन की मौत

सहरसा, 26 जून: पटना सिविल कोर्ट के जज व सहरसा जिले के सरडीहा गांव निवासी प्रफुल कुमार सिंह (40)के पिता रंजीत कुमार सिंह (65)सहित परिवार के तीन सदस्यों की मौत सड़क दुर्घटना में सोमवार के अहले सुबह हो गई। जज व तीन बच्चे जख्मी हो गये। सभी जख्मी को इलाज के लिए सहरसा में भर्ती कराया गया है। बख्तियारपुर थाना पुलिस ने तीनों मृतकों को पोस्टमार्टम में सदर अस्पताल सहरसा भेज दिया है। घटना के संबंध में जज के परिजन ने बताया कि जज प्रफुल कुमार सिंह अपने परिवार के साथ अपनी हौंडा क्रेटा गाड़ी से मधेपुरा जिले के शहजादपुर गांव में अपने साले के फलदान कार्यक्रम में शामिल होकर वापस सरडीहा गांव आ रहे थे। गाड़ी जज स्वयं चला रहे थे। अहले चार बजे के करीब सोनवर्षाराज-सहरसा एन.एच-107 के टेंगराहा मोड़ के समीप एक पुलिया से टकरा कर गढ़े में पलट गया। परिजन ने आंख लग जाने की संभावना जताई है। मृतकों में जज के पिता रंजीत कुमार कुमार सिंह (65), चाचा नारद कुमार सिंह (60),चचेरा भाई सचिता कुमार सिंह (55) हैं। जख्मी तीन बच्चे तान्या कुमारी (13),नवनीत कुमार (11) तथा मयंक कुमार (10) है।

इमरजेंसी थोपने वाली कांग्रेस की गोद में बैठे लालू और नीतीश : सुशील मोदी

पटना, 25 जून: बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं राज्य सभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि 48 वर्ष पूर्व देश में आपातकाल घोषित करने वाली कांग्रेस की गोद में लालू प्रसाद और नीतीश कुमार बैठ गए हैं।देश में इमरजेंसी थोपने वाली कांग्रेस और उसका साथ देने वाले लालू-नीतीश को कभी बिहार की जनता माफ नहीं करेगी। सुशील मोदी ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि लालू-नीतीश सरकार ने बिहार में आपातकाल जैसी स्थिति पैदा कर दी है। विपक्षी एकता सम्मेलन के दौरान भाजपा के 100 से ज्यादा होर्डिंग को हटा दिया गया। विज्ञापन कंपनी को धमकी देकर जो बड़े होर्डिंग लगाए गए थे उन्हें भी उतरवा दिया गया। उन्होंने कहा कि बिहार में अखबारों को धमकी दी जा रही है कि अगर विपक्ष के समाचार प्रमुखता से छपे या अखबारों में सरकार की आलोचना हुई तो उनका विज्ञापन बंद कर दिए जायेंगे। परिणामतः विपक्ष के समाचारों के पर कतर कर दो कॉलम में छाप दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल के पंचायत चुनाव में नामांकन के दौरान भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई। कांग्रेस नेता अधीर रंजन को धरने पर बैठना पड़ा और केंद्रीय बलों की प्रतिनियुक्ति पर हाई कोर्ट जाना पड़ा लेकिन विपक्षी एकता में शामिल दल के किसी नेता ने अभी तक बंगाल की हिंसा की निंदा तक नहीं की है।

बिहार में ठाकुरगंज-बहादुरगंज के बीच मेची नदी पर निर्माणाधीन पुल का पाया धंसा

पटना, 24 जून : बिहार के भागलपुर में गंगा नदी पार निर्माणाधीन पुल के धंसने के मामला अभी पूरी तरह ठंडा भी नहीं पड़ा है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 327 ई पर ठाकुरगंज से बहादुरगंज के बीच मेची नदी पर निर्माणाधीन पुल का पाया धंस गया। नेपाल और पश्चिम बंगाल को बिहार से जोड़ने वाली अररिया-गलगलिया सड़क का चौड़ीकरण का काम चल रहा है। इसमें कई पुलों का निर्माण कार्य चल रहा है। ठाकुरगंज-बहादुरगंज के बीच गौडी गांव के पास मैसी नदी पर छह स्पेन वाला एक पुल बन रहा है, इसके बीच का पाया शुक्रवार को धंस गया। बिहार में अभी पूरी तरह बारिश भी शुरू नहीं हुई है, उससे पहले ही पुल धंसने के बाद इसका निर्माण कर रही कम्पनी जीआर इंफ्रा कंपनी के कार्यों पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। अभी इस सड़क पर कई पुलों का निर्माण होना है। 94 किलोमीटर लंबी अररिया-गलगलिया सड़क पर दो पैकेज में काम होना है। पहले पैकेज में, जहां गलगलिया से बहादुरगंज के बीच काम है, वहीं दूसरे पैकेज में बहादुरगंज से अररिया के बीच निर्माण होना है। इस योजना में करीब 1546 करोड़ की राशि खर्च की जा रही है। इस मामले में एनएचएआई, पूर्णिया के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार ने पत्रकारों को बताया कि पुल पर अभी यातायात शुरू नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि पुल धंसने की सूचना के बाद जांच की जा रही है। इधर, किशनगंज के जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने कहा कि उन्हे भी इसकी सूचना मिली है। पुल का एक पाया धंसा है। उन्होंने कहा इस पुल का निर्माण कार्य एनएचएआई द्वारा एक कंपनी से करवाई जा रही है, जो भी कारवाई की जानी है उनकी ओर से किया जाना है।

भाजपा के लिए प्रयोगशाला है जम्मू कश्मीर: महबूबा मुफ्ती

पटना, 24 जून: जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए उनका राज्य एक ‘प्रयोगशाला’ है। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा वापस ले लिया है और उसे दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया है। यहां विपक्षी दलों की बैठक के एक दिन बाद महबूबा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्हें डर है कि यदि भाजपा सत्ता में लौटी, तो पूरे देश का कहीं ‘कश्मीर जैसा हाल’ न हो जाए। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ”असल में, भारत की अवधारणा पर ही हमला किया गया है। यह उस वक्त बिल्कुल स्पष्ट हो गया, जब उसने जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया तथा तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों समेत कई नेताओं को जेल में डाल दिया।” पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा ने कहा, ”जम्मू कश्मीर एक प्रयोगशाला है। आज हमने केंद्रीय अध्यादेश के जरिए दिल्ली में जो कुछ होते देखा है, वह हमारे राज्य में बहुत पहले शुरू हो गया था। दुर्भाग्य से तब कुछ लोग ही इसे समझ पाये थे।” गुपकर गठबंधन की उपाध्यक्ष महबूबा ने कहा, ”यदि 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद भी भाजपा सत्ता में बरकरार रहती है तो वह संविधान को कुचल देगी और पूरे देश का ‘कश्मीर जैसा’ हाल कर देगी।” उल्लेखनीय है कि महबूबा भाजपा के साथ जम्मू कश्मीर में गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर चुकी हैं।

बाबा सोमेश्वरनाथ धाम अरेराज के महंथ रविशंकर गिरी बनें निक्षय मित्र,150 टीबी मरीजों को लिया गोद

– गुरु पूर्णिमा के अवसर पर करेंगे टीबी मरीजों के बीच फूड बास्केट का वितरण पूर्वी चंपारण, 22 जून: पीएम मोदी के टीबी मुक्त भारत अभियान से प्रेरित होकर निक्षय मित्र बनने में अब धर्मिक गुरुओं ने भी दिलचस्पी दिखाने लगे है।इसी क्रम में जिले के सुप्रसिद्ध बाबा सोमेश्वरनाथ धाम अरेराज के महंथ महामंडलेश्वर रविशंकर गिरी ने गुरूवार निक्षय मित्र बनकर अरेराज अनुमंडल क्षेत्र के चिह्नित सभी 150 टीबी मरीजों को गोद लिया है। अरेराज के महंथ व महामंडलेश्वर (जुना अखाड़ा) के रविशंकर गिरी ने बताया कि हमसभी सनातनी चाहते है की हमारा जिला व राज्य खुशहाल बने लोग रोग से मुक्त रहें, इसी सोंच के बदौलत उन्होंने निक्षय मित्र बन अनुमंडल क्षेत्र के सभी टीबी मरीजों को गोद लिया है। उन्होने बताया की मेरे शैक्षिक गुरु चंदेश्वर नारायण जी एवं जिला यक्ष्मा केंद्र के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर ललित कुमार ने टीबी मरीजों को निजी स्तर पर सहयोग करने की बातें गंभीरता पूर्वक बताई उन्होंने कहा था कि टीबी मरीजों को पूर्णतः स्वस्थ होने की लिए दवा, इलाज के साथ ही संतुलित भोजन की आवश्यकता होती है,जिन्हे गोद लेकर सहायता कर स्वस्थ किया जा सकता है, बस इन बातों को विचार कर एवं गुरूजी की प्रेरणा पर अनुमंडल के सभी मरीजों को गोद लेने एवं भावनात्मक रूप से सहायता देने का मैंने निर्णय किया है। महंथ रविशंकर गिरी ने बताया कि महंथ होने के नाते धार्मिक व समाजिक कार्यों में पूर्व से ही सहयोग रहा है। परंतु अब एक मौका है कि प्रधानमंत्री के आह्वान पर निक्ष्य मित्र बन नई जिम्मेदारी का निर्वहन करूं,उन्होंने बताया की आगामी 03 जुलाई 2023 को गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर अरेराज नगर परिषद के सभी मरीजों के बीच फ़ूड बास्केट का वितरण किया जाएगा। वही कुछ दिनों के अंतराल के बाद पुरे अरेराज प्रखंड व अनुमंडल क्षेत्र में अरेराज के 24 हरसिद्धि के 50, पहाड़पुर 44, संग्रामपुर 32 कुल 150 टीबी मरीजों के बीच फ़ूड बास्केट वितरित किया जायेगा।

विपक्षी दलों की बैठक में शामिल नहीं होंगे आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी

पटना, 22 जून: बिहार में 23 जून को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में देशभर के गैर भाजपा दलों के प्रमुख नेताओं के पटना पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। इस बीच बताया गया है कि राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के प्रमुख जयंत चौधरी बैठक में शामिल नहीं होंगें। आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने बैठक में शामिल नहीं होने की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है। जयंत चौधरी ने पारिवारिक कार्यक्रम का हवाला देकर विपक्षी एकता की बैठक में शामिल नहीं होने की बात कही है। हालांकि, उन्होंने नीतीश कुमार को बैठक की सफलता के लिए शुभकामनाएं भी दी है। जदयू ने दावा किया है कि इस बैठक में 18 दलों के विपक्ष के शीर्ष नेता शामिल होने वाले हैं।

AAP ने केजरीवाल की प्रशंसा और नीतीश का उपहास करने वाले पोस्टर से खुद को अलग किया

पटना, 22 जून: बिहार में विपक्षी दलों की बैठक के एक दिन पहले आम आदमी पार्टी (AAP) ने बृहस्पतिवार को यहां लगाए गए उस पोस्टर को विपक्षी एकता के खिलाफ घृणित साजिश करार दिया है जिसमें अरविंद केजरीवाल को ‘भावी प्रधानमंत्री’ और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ‘नरेंद्र मोदी का विश्वासपात्र’ बताया गया है। यह पोस्टर शहर के एक प्रमुख चौराहे पर लगाया गया है जिसपर विकास कुमार ज्योति नामक व्यक्ति का हस्ताक्षर है। आप ने दावा किया है कि विकास कुमार ज्योति आप से जुड़ा व्यक्ति नहीं है। पोस्टर में केजरीवाल को ‘भावी प्रधानमंत्री’ बताने के अलावा कहा गया है कि नीतीश कुमार ‘नरेंद्र मोदी के खासमखास’ हैं और उन पर लोगों को ‘न तो विश्वास था और न ही उनसे आशा है।’ उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार ने ही शुक्रवार को यहां विपक्षों दलों की बैठक बुलायी है। आप की बिहार इकाई के प्रवक्ता बब्लू कुमार ने कहा, ”यह विपक्षी एकता के खिलाफ एक घृणित साजिश है। हमारे नेता दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब के अपने समकक्ष भगवंत मान के साथ बैठक में हिस्सा लेने के लिए पटना आ रहे हैं।’ आप प्रवक्ता ने कहा, ‘‘जिस व्यक्ति ने पोस्टर लगाया है, उसे हम नहीं जानते और वह कभी भी हमारी पार्टी का प्राथमिक सदस्य नहीं रहा है।” आप की बिहार इकाई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इसके सह-प्रभारी अभिनव राय ने भी एक बयान जारी किया, जिसमें आरोप लगाया गया, “भाजपा एकजुट विपक्ष से डर गई है इसलिए वह अफवाह और झूठ फैलाने के लिए भ्रामक पोस्टर लगवा रही है। सभी सतर्क रहें और 2024 में तानाशाही भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए खुद को समर्पित करें।’

राजग में शामिल होगी जीतन राम मांझी की ‘हम’, शाह से मुलाकात के बाद हुई घोषणा

नई दिल्ली, 21 जून : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) जल्द ही राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल हो जाएगी। हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने यह घोषणा की। मांझी और समुन ने बुधवार को यहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय भी उपस्थित थे। राय बिहार के उजियारपुर से सांसद हैं। शाह से मुलाकात के बाद सुमन ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ”मुलाकात हुई है और बहुत अच्छे वातावरण में बातें हुई हैं। सभी मुद्दों पर बात करने के बाद एक सहमति बनी है। हम निश्चित रूप से हम साथ चलने को तैयार हैं।” उन्होंने कहा, ”आज हमने सहमति जता दी है कि हम राजग के साथ रहेंगे। आने वाले समय में चर्चा होगी कि हम कितने सीटों पर लड़ेंगे।” ज्ञात हो कि हम ने सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। उनके इस कदम के बाद से उनके राजग में शामिल होने की चर्चा जोरों पर थी। बिहार विधानसभा में ‘हम’ के मांझी सहित चार विधायक हैं। बिहार विधान परिषद के सदस्य सुमन ने एक सप्ताह पहले राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। मांझी ने आरोप लगाया था कि नीतीश कुमार उनकी पार्टी का जनता दल (यूनाइटेड) में विलय करने का दबाव डाल रहे थे। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में जद (यू) की करारी हार के बाद नीतीश कुमार द्वारा मुख्यमंत्री पद के लिए चुने गए मांझी ने 2015 में जब कुमार को कुर्सी सौंपने की बात आई थी तो बगावत कर दी थी और भाजपा से हाथ मिला लिया था। वह 2019 के लोकसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के नेतृत्व वाले गठबंधन का हिस्सा थे। इस चुनाव को जद (यू) और भाजपा ने एक साथ लड़ा था। बिहार के कुछ हिस्सों में ‘मांझी’ समुदाय में जीतन राम मांझी का खासा प्रभाव है। सत्तारूढ़ महागठबंधन के पास लगभग 160 विधायक हैं। इस गठबंधन में जदयू, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और तीन वाम दल शामिल हैं। 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में बहुमत के लिए 122 विधायकों की जरूरत होती है।