पटना में किसान सलाहकारों का प्रदर्शन, पुलिस ने भांजी लाठियां

पटना, 12 जुलाई: बिहार की राजधानी पटना की सड़कों पर बुधवार को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे किसान सलाहकारों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस लाठीचार्ज में कई प्रदर्शनकारियों को घायल होने की खबर है। बिहार के विभिन्न जिलों से आए सैकड़ों किसान सलाहकार जनसेवक का दर्जा सहित विभिन्न मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे और राज्य सरकार के विरोध में नारेबाजी की। ये सभी पटना के आर ब्लॉक चौराहे पर एकत्रित होकर विधानसभा घेराव करने वाले थे। आर ब्लॉक चौराहे से जब ये आगे बढ़े तब पुलिस ने इन्हें हटने को कहा। उन्हें रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गयी थी। वरीय पुलिस अधिकारी माइक पर किसान सलाहकारों को पीछे हटने के लिए कह रहे थे। लेकिन, जब ये नहीं माने तो पुलिस ने बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठियां चलाईं, जिससे अफरातफरी मच गई। प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांग है कि उन्हे जनसेवक के पद पर समायोजित किया जाए। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे 13 साल से काम कर रहे हैं और राज्य सरकार ठगने का काम कर रही है।

नियोजित शिक्षकों के मुद्दे को लेकर विधान परिषद में हंगामा, कार्यवाही स्थगित

पटना, 11 जुलाई: बिहार विधान परिषद में मॉनसून सत्र के दूसरे दिन मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर भारी शोरगुल और नारेबाजी की जिसके कारण भोजनावकाश से पूर्व कार्यवाही मात्र सात मिनट बाद ही स्थगित करनी पड़ी। सभापति देवेश चंद्र ठाकुर के आसन ग्रहण करते ही भाजपा के प्रोफ़ेसर नवल किशोर यादव ने कहा कि नियोजित शिक्षकों के पूर्व से निर्धारित धरना प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने रात में ही शिक्षक नेताओं को उनके घर से हिरासत में ले लिया है। बिहार में आपातकाल से भी गंभीर हालात हो गए हैं। पुलिस शिक्षकों और उनके नेताओं को घर में नजरबंद कर रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है। श्री यादव के इतना कहते ही भाजपा के सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन के बीच में आ गए। भाजपा सदस्य नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देना होगा- देना होगा, लाठी -गोली की सरकार नहीं चलेगी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।

मानसून सत्र के पहले दिन हंगामे के बीच अनुपूरक विवरण सदन में प्रस्तुत

पटना, 10 जुलाई: बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के पहले दिन सदन की कार्यवाही शुरू होने पर विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने अपनी बात रखी। वित्त मंत्री विजय चौधरी ने प्रथम अनुपूरक व्यय विवरण सदन में प्रस्तुत किया।. इसके बाद सदन में शोक प्रकाश पढ़ा गया। स्पीकर ने जननायकों के निधन पर शोक प्रकट किया। इसके बाद सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। स्पीकर ने पहले दिन आसन से अध्याशी सदस्यों के नाम का ऐलान किया।इसके बाद विस सचिव ने सदन में मंत्री विजय चौधरी ने प्रथम अनुपूरक व्यय विवरण सदन में प्रस्तुत किया।. इसके बाद सदन में शोक प्रकाश पढ़ा गया। स्पीकर ने जननायकों के निधन पर शोक प्रकट किया। इसके बाद सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। वित्त मंत्री विजय चौधरी ने बिहार विधान मंडल में वित्तीय वर्ष 2023-24 के आय-व्ययक से संबंधित प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी प्रस्तुत किया। इसके तहत वित्तीय वर्ष 2023-24 में 43,774.7581 करोड़ की राशि प्रस्तावित है। वार्षिक स्कीम के अन्तर्गत 25,699.8640 करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान प्रथम अनुपूरक आगणन में प्रस्तावित किया गया। जिसमें केन्द्रीय प्रायोजित स्कीम के केन्द्रांश मद में 1,097.1407 करोड़ रुपये एवं राज्यांश मद में 8,739,6592 करोड़ रुपये अर्थात कुल 9,836,7999 करोड़ रुपये में स्कीम वार केंद्र प्रायोजित स्कीम (केन्द्रांश) में 404.09 करोड़ रुपये मनरेगा योजना के लिए।166.48 करोड़ रुपये प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लिए,85.00 करोड़ रुपये राष्ट्रीय पोषण मिशन हेतु, 80.00 करोड़ रुपये राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना हेतु,100.00 करोड़ रुपये राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन हेतु,50.39 करोड़ रुपये सक्षण आंगनबाड़ी पोषण -2.0 हेतु,41.40 करोड़ रुपये प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा निधि योजना हेतु है। दूसरी ओर केन्द्रीय प्रायोजित स्कीम (राज्यांश) मद में 6223.01 करोड़ रुपये समग्र शिक्षा अभियान हेतु,436.00 करोड़ रुपये राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हेतु,380.00 करोड़ रुपये मनरेगा योजना के लिए होंगे।

AISF ने बेतिया में शिक्षा बचाओ रैली निकाल कर प्रदर्शन किया

बेतिया, 10 जुलाई: आल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISF ) पं चम्पारण की ओर से 13 सूत्रीय मांगों को लेकर बेतिया शहीद पार्क से शिक्षा बचाओ रैली निकाल कर जिला पदाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन किया गया तथा जिला पदाधिकारी को मांग पत्र सौपा गया। प्रदर्शन कारी शिक्षा नीति 2022 वापस लेने, शिक्षण सामग्रियों पर लगे जी एस टी वापस लेने, महंगी शिक्षा एवं बेरोजगारी पर रोक लगाने, नीजी शिक्षण संस्थानों की मनमानी पर रोक लगाने, सभी शिक्षण संस्थानों में विषयवार शिक्षक की व्यवस्था करने शैक्षणिक सत्र नियमित करने, बढे फीस वापस लेने, छात्राओं के सुरक्षा की गारंटी करने, शिक्षा के नीजिकरण पर रोक लगाने, बजट का 10 वां हिस्सा शिक्षा पर खर्च करने आदि मांगों को लेकर छात्र छात्राओं ने दोषपूर्ण प्रदर्शन किया तथा बताया कि सरकार शिक्षा के प्रति गंभीर नहीं होती तो सरकार के शिक्षा विरोधी नीति के खिलाफ संघर्ष तेज किया जायेगा।

चिराग पासवान ने राजग से जुड़ने का दिया संकेत

पटना, 09 जुलाई: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में लौटने का संकेत दिया। उन्होंने बिहार में हाल के उपचुनावों में राजग के लिए प्रचार किया था। लोजपा के अलग होकर बने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की बैठक में चिराग पासवान को ‘किसी भी गठबंधन’ में पार्टी के शामिल होने को लेकर निर्णय लेने के लिए ‘अधिकृत’ किया गया। चिराग पासवान के दिवंगत पिता राम विलास पासवान ने लोजपा की स्थापना की थी। लोक जनशक्ति (रामविलास) की बैठक ऐसे दिन हुई है जब भाजपा नेता एवं केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने चिराग से भेंट की और उनके आवास को ‘अपना दूसरा घर’ बताया। राय ने चिराग के साथ किसी गठजोड़ के बारे में कुछ कहने से इनकार किया लेकिन यह जरूर कहा, ”भाजपा और दिवंगत रामविलास भाई के मूल्य एक समान हैं। दोनों के मूल्य जनता को सेवा के जरिये प्रसन्न करने पर आधारित है। ” जब चिराग से राजग में शामिल होने की संभावना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ” मेरे लिए उनसे पहले कोई घोषणा करना गठबंधन की ‘मर्यादा’ के विरूद्ध है। वे (राजग) अपना मन बनाने से पहले दूसरे दौर की बातचीत कर सकते हैं।” भाजपा के प्रति चिराग का लगाव तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उनके द्वारा की गयी प्रशंसा जगजाहिर है लेकिन माना जा रहा है कि गठबंधन की राह में कुछ रूकावट है। चिराग के चाचा पशुपति कुमार पारस केंद्रीय मंत्रिमंडल में मंत्री हैं। पारस ने रामविलास पासवान के निधन के बाद बगावत कर दिया था, फलस्वरूप लोजपा विभाजित हो गयी थी। चाचा और भतीजा दोनों कई बार कह चुके हैं कि जिस गठबंधन में दूसरा होगा, वह उसका हिस्सा नहीं बनेंगे। चिराग ने रविवार को अपने चाचा के बारे में कोई नया बयान नहीं दिया लेकिन उन्होंने पहले स्पष्ट किया था कि उनकी पार्टी ‘नि:संदेह’ हाजीपुर से लोकसभा चुनाव लड़ेगी जिसका उनके पिता ने कई बार संसद में प्रतिनिधित्व किया था। इस समय उनके चाचा इस निर्वाचन क्षेत्र से सांसद हैं। जमुई से दूसरी बार सांसद चुने गए चिराग से जब पूछा गया कि क्या उन्हें भी मंत्रिपरिषद में जगह देने की पेशकश की गयी है, तो उन्होंने कहा, ” गठबंधन का हिस्सा बनने का मेरा फैसला मंत्रिपद के बजाय लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव में संभावना से अधिक प्रभावित है।’

बिहार में लगातार बारिश से गंगा, गंडक, कोसी और बागमती समेत कई नदियां उफान पर

पटना, 09 जुलाई: बिहार में लगातार हो रही बारिश से गंगा, गंडक, कोसी और बागमती समेत कई नदियां उफान पर हैं। नदियों के आसपास के इलाकों में कटाव का खतरा बना हुआ है। लोग अब सुरक्षित जगहों पर पलायन कर रहे हैं। मौसम विभाग ने बिहार के पांच जिलों में ऑरेंज और पांच अन्य जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। बिहार और नेपाल में हो रही लगातार बारिश के बाद नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। साथ ही कटाव भी तेज होने से नदी किनारे बसी आबादी पर खतरा बढ़ गया है। गंगा, गंडक, कोसी, बागमती समेत सारी नदियों की कमोबेश ऐसी ही स्थिति है। बेतिया के योगापट्टी और गोपालगंज के छह प्रखंडों में गंडक नदी का कटाव तेज होने से लोगों में दहशत है। योगापट्टी के सिसवां दलित बस्ती, मंगलपुर रखई और परती टोला गांव पर गंडक नदी के कटाव का खतरा मंडराने लगा है। कटाव से अब तक इन गांवों के दर्जनों किसानों की ईख की फसल सहित पूरा खेत नदी में समा चुका है। दूसरी तरफ, गोपालगंज के छह प्रखंडों के 42 गांव गंडक नदी के निशाने पर हैं। नदी के बढ़ते-घटते जलस्तर के बीच दियारा क्षेत्र के लोगों में बाढ़ का भय सता रहा है। जिले के कुचायकोट, गोपालगंज सदर, मांझागढ़, बरौली, सिधवलिया व बैकुंठपुर प्रखंडों के 42 गांव गंडक नदी के निचले हिस्से में बसे हैं। पश्चिम चंपारण के योगापट्टी प्रखंड के सिसवा मंगलपुर दलित बस्ती गांव के पास कटाव करती गंडक नदी। मधेपुरा में कोसी की सहायक नदियों में पानी बढ़ने से चौसा प्रखंड इलाके में निचले हिस्सों में नदी का पानी फैलने लगा है। चौसा के मोरसंडा पंचायत के समीप घघरी नदी का कटाव भी जारी हो चुका है, जिससे लगभग दो दर्जन परिवारों पर कटाव का खतरा मंडराने लगा है। मुंगेर में गंगा अभी लाल निशान से नीचे है लेकिन बढ़ते जलस्तर व कटाव से लोगों की चिंता बढ़ने लगी है।

सारण : श्रीपाल बसंत पंचायत के ग्रामीणों ने खराब सड़क को लेकर किया प्रदर्शन

बिहार, 09 जुलाई (संवाददाता- मो अशरफ) : सारण जिले के गरखा प्रखंड के श्रीपाल बसंत पंचायत में गौहर बसंत टांरा गाछी सड़क पर बड़े- बड़े गड्ढे हो जाने को लेकर ग्रामीणों ने आज रविवार को प्रदर्शन कर विरोध जताया। लोगों का कहना है कि वर्ष 2021में शिवकान स्टेट ने यह सड़क गरखा मानपुर रोड पर बसंत मोड़ से लेकर गौहर बसंत हरिजन टोली टांरा गाछी तक सड़क निर्माण कराया था लेकिन बनने के कुछ ही दिनों बाद टांरा गाछी के पास सड़क जहां तहां धंसने और टूटने लगा जिससे इस सड़क पर कभी भी कोई दूर्घटना हो सकती है। विदित हो कि यह सड़क बसंत के रास्ते गरखा मानपुर रोड को डेरनी भेल्दी रोड से जोड़ती है।इस रास्ते से डेरनी थाना क्षेत्र के करीब दो दर्जन गांव बसंत के रास्ते गरखा छपरा मार्ग से जुड़ते हैं तो वहीं श्रीपाल बसंत और जलाल बसंत पंचायत के लोगों के लिए डेरनी भेल्दी दरियापुर मुख्य मार्ग से जुड़ने के लिए आवागमन का एक मात्र सड़क है। इस सड़क पर बड़े बड़े गड्ढे हो जाने से चारपहिया वाहनों को इस रास्ते से आने जाने में काफी कठिनाई होती है जिसे लेकर स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी है।

बाजीतपुर पंचायत भवन पर कार्यकारणी की बैठक को वार्ड, सदस्यों ने किया बहिष्कार

बिहार/छपरा, 9 जुलाई ( संवाददाता – मो अशरफ): सारण जिले के गरखा प्रखंड के बाजीतपुर पंचायत सचिव द्वारा कार्यकारणी की बैठक को लेकर 8 जुलाई 2023 को दिन में 11:00 बजे पंचायत भवन पर बैठक बुलाई गई थी। और सभी वार्ड सदस्य पहुंचकर कार्यकारणी की बैठक का बहिष्कार कर विरोध प्रदर्शन करने लगे। वार्ड सदस्यों का कहना है कि पंचायत चुनाव जीतने के बाद लगभग डेढ़ वर्ष खत्म होने के बाद आज हमलोगों को जरूरत पंचायत सचिव को पड़ा है। नहीं कभी बुलाया गया। और 2022-23 और 2023-24 का योजना चढ़ गया है और कार्य भी हुआ है.लेकिन आज तक कोई कार्यकारणी नहीं बना नहीं आमसभा हुई जिसका सभी वार्ड सदस्यों ने जमकर विरोध किया। इसको लेकर सारण के डीएम डीपीआरओ सारण प्रमंडल आयुक्त से लिखित शिकायत कर उचित कार्रवाई करने की मांग की जाएगी।

बिहार: संकल्प योजना के तहत टायर फिटर हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ

सारण, 9 जुलाई (संवाददाता मो अशरफ): सारण जिले के गरखा में श्रम संसाधन विभाग, बिहार के अंतर्गत संचालित बिहार कौशल विकास मिशन द्वारा संकल्प योजना के तहत रबर, केमिकल और पेट्रोकेमिकल कौशल विकास परिषद (आर.सी.पी.एस.डी.सी) द्वारा टायर फिटर प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ आर राजभवन, गरखा छपरा रोड, गरखा मुख्य बाजार, ऑटो स्टैंड के पास, गरखा, सारण, बिहार में हुआ। प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ श्रम संसाधन विभाग के माननीय मंत्री श्री सुरेन्द्र राम के कमलों द्वारा विधिवत रूप से किया गया। उक्त अवसर पर विशिष्ट अतिथि, श्री राजीव रंजन, विशेष सचिव, श्रम संसाधन विभाग-सह-ए.सी.ई.ओ, बिहार कौशल विकास मिशन, श्री संजय कुमार, मिशन निदेशक, बिहार कौशल विकास मिशन और श्री सैफ मोहम्मद, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, आर.सी.पी.एस.डी.सी की गरिमामयी उपस्थिति रही। साथ ही कार्यक्रम के दौरान उपस्थित गणमान्य अतिथियों द्वारा प्रशिक्षण रथ को हरी झंडी दिखा कर रवाना भी किया गया। उक्त अवसर पर माननीय मंत्री, श्री सुरेन्द्र राम ने अपने संबोधन में कहा कि टायर फिटर्स कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम, सड़क मार्ग और फुटपाथ पर कार्य करने वाले लोगों के उत्तरोत्तर विकास के लिए विभाग द्वारा आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम के शुभारम्भ के अवसर पर उपस्थित होकर अपने को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। रबर, रसायन और पेट्रोकेमिकल कौशल विकास परिषद (आर.सी.पी.एस.डी.सी), राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एन.एस.डी.सी) के सहयोग से अखिल भारतीय रबर उद्योग संघ (ए.आई.आर.आई.ए) और ऑटोमोटिव टायर मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ए.टी.एम.ए) द्वारा रबर क्षेत्र के विकास के लिए सेक्टर कौशल परिषद की स्थापना की गई है। जो रबर और रसायन से सम्बंधित कार्यों हेतु कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एम.एस.डी.ई) के साथ देश भर में संबंधितों को प्रशिक्षण करवा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि श्रम संसाधन विभाग के अतर्गत कार्यरत बिहार कौशल विकास मिशन राज्य में कौशल विकास की नोडल एजेंसी के रूप में कार्यरत है, जिसके तहत राज्य के युवाओं को रोजगार से जोड़े जाने हेतु विभिन्न प्रकार का प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में आप सभी आज अपने को निखारने, कौशल का विकास करने और आर्थिक उन्नति के साथ सामाजिक प्रतिष्ठा बढाने के लिए यहां उपस्थित हुए हैं, जो प्रदेश और देश की प्रगति में सहचर की भूमिका निभाएगा। माननीय मंत्री ने आधुनिक युग में श्रम के महत्व की व्याख्या करते हुए कहा कि टायर फिटर्स जैसे कठिन काम करने वाले कारीगरों को उनके कार्य के अनुरूप उपयुक्त मान्यता और सम्मान नहीं मिलता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए विभाग के द्वारा टायर फिटर के लिए RPL प्रशिक्षण की शुरुआत की गयी है, ताकि उन्हें उनके कार्य को और बेहतर करने के लिए आवश्यक ज्ञान और उन्नत कौशल प्राप्त हो सकें। हमारा ध्येय है कि उनको उच्चतम स्तर की प्रशिक्षण और तकनीकी ज्ञान दिया जाए जिससे वे अपने कार्य को स्वच्छता, सुरक्षा और सुचारू रूप से कर सकें। सरकार टायर फिटर बंधू के महत्वपूर्ण योगदान को जानती है और उनके विकास के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है। उक्त अवसर पर श्रम संसाधन विभाग, बिहार के विशेष सचिव, श्री राजीव रंजन ने कहा कि संकल्प योजना के अंतर्गत राज्य में स्किल ऑन व्हील्स कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत बिहार कौशल विकास मिशन और रबर केमिकल एवं पेट्रोकेमिकल स्किल डेवलपमेंट काउंसिल के साथ एकरारनामा हस्ताक्षरित किया गया है। आर.पी.एल प्रशिक्षण अर्थात पूर्वार्जित ज्ञान प्रमाणन कार्यक्रम के माध्यम से टायर फिटर्स को महत्वपूर्ण और व्यापक प्रशिक्षण दिया जायेगा। इससे न केवल आप कार्य कुशल होंगे, साथ ही आपको बिहार कौशल विकास मिशन और सेक्टर स्किल काउंसिल के द्वारा मानक प्रमाणपत्र भी दिया जायेगा। जिसके आधार पर आप अपने भावी जीवन में स्वयं का स्वरोजगार भी स्थापित कर सकेंगे। इस प्रशिक्षण के माध्यम से आपको उन्नत टायर प्रौद्योगिकी से सम्बंधित प्रशिक्षण कराया जायेगा, जिसके उपरांत आप इतने कार्यकुशल होगें कि कम समय में अधिक से अधिक गुणवत्तापूर्ण कार्य कर सकेंगे। इस प्रशिक्षण से अनुचित टायर फिटिंग के कारण होने वाली दुर्घटनाओं में कमी आयेगी और आपके आय में बढ़ोतरी भी होगी। उन्होंने बताया कि बिहार कौशल मिशन युवाओं को रोजगारपरक बनाने की दिशा में एक प्रभावी तंत्र के रूप में सहचर की भूमिका निभा रहा है और निरंतर नए परिवर्तनों के अनुरूप क्रियाशील है। सरकार के संकल्प योजना के अंतर्गत स्किल ऑन व्हील्स एक नूतन पहल है, जिसके अंतर्गत स्ट्रीट वेंडर, स्ट्रीट फूड वेंडर, टायर फिटर आदि जॉब रोल में आवश्यकता अनुसार प्रशिक्षण एवं प्रमाणीकरण किया जाएगा, ताकि उनका सामाजिक और आर्थिक स्तर बेहतर हो सके। वहीं, इस अवसर पर मिशन निदेशक, बिहार कौशल विकास मिशन, श्री संजय कुमार ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूप रेखा की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि 200 प्रशिक्षुओं को प्रति जिले के हिसाब से यथा: सारण, नालंदा, पूर्वी चंपारण एवं पटना में प्रशिक्षण दिया जायेगा। आज सारण जिले के गरखा प्रखंड में प्रशिक्षण का शुभारम्भ किया जा रहा है। यह कार्यक्रम इस प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत आपको प्रमाण पत्र दिया जायेगा साथ ही आपको टायर फिट करने हेतु टूल किट/औजार (सामग्री) भी दिया जायेगा और आपकी बीमा भी कराई जायेगी। प्रशिक्षण के दौरान आपको दैनिक कार्य के बदले भत्ता के रूप रूपये 500 का भुगतान आपके बैंक खाते में किया जायेगा। यह प्रशिक्षण दो दिनों है जिसकी समयावधि कुल 12 घंटे है, जिसमें आपको आपातकालीन स्थिति के बारे में जानकारी के साथ उससे बचने के उपाय के बारे में बताया जाएगा, साथ ही सही तरीके से औजार के प्रयोग, कम समय में गुणवत्तापूर्ण कार्य को करने, अपने और कार्यस्थल को स्वच्छ रखने के बारे में भी जानकारी दी जाएगी, जिससे ग्राहकों और आपके सगे संबंधियों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़े। दी। प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता, श्री सैफ मोहम्मद, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, आर.सी.पी.एस.डी.सी. ने किया। उन्होंने अपने अध्यक्षीय अभिभाषण में कहा कि बिहार कौशल विकास मिशन द्वारा संकल्प योजना के तहत मैनेजमेंट सेक्टर स्किल काउंसिल (आर.सी.पी.एस.डी.सी.) प्रदेश के 800 टायर फिटर को प्रशिक्षत करेगी। मौके पर संकल्प योजना हेतु कार्यरत संस्थान इन्डक्ट्स से श्री भास्कर नंदी, अभिषेक सिन्हा, समीर श्रीवास्तव, आर.सी.पी.एस.डी.सी के प्रसेनजित डे, विक्की कुमार समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

जदयू पार्टी जल्द ही बिहार के राजनैतिक नक्शे से हो जायेगा विलुप्त : उपेंद्र कुशवाहा

पूर्वी चंपारण, 08 जुलाई: राष्ट्रीय लोक जनता दल का जिला सम्मेलन शनिवार क़ो नगर भवन में आयोजित किया गया। जिसका उद्धघाटन रालोजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने किया। सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए उन्होने कहा की पार्टी क़ो बूथ स्तर पर चट्टान की तरह मजबूत करना है, आने वाला समय रालोजद का है,जदयू पार्टी बिहार के राजनैतिक नक्शा से विलुप्त होने वाला है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जम कर हमला बोला कहा कि तेजस्वी यादव पर चार्जशीट दायर हुआ है,इसपर नीतीश कुमार मुँह नहीं खोल रहे है, नीतीश जी भ्रष्टाचार क़ो छिपाना चाहते है या तो वे तेजस्वी यादव का इस्तीफा लें या खुद इस्तीफा दे दें। उन्होंने कहा की महागठबंधन की सरकार बनने के बाद राज्य में अराजकता का माहौल है। उन्होंने कहा कि वह नीतीश पीएम मेटेरियल नहीं है,पलटी मार मार कर उन्होने अपना राजनैतिक कैरियर समाप्त कर लिया। श्री कुशवाहा ने कहा कि जदयू के अधिकांश एमपी और विधायक दूसरे दल के संपर्क में है,बहुत जल्दी ही जदयू खत्म होने वाली है। कार्यक्रम का अगुआई रालोजद चिकित्सा प्रकोष्ठ के बिहार के प्रदेश अध्यक्ष सह मोतिहारी विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी ड़ॉ. दीपक कुमार एवं अध्यक्षता रालोजद के जिलाध्यक्ष ई. रमेश पासवान ने किया। कार्यक्रम क़ो राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जीतेन्द्र नाथ, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव माधव आनंद, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह रमेश सिंह कुशवाहा, फज़ल इमाम मलिक, सुभाष सिंह कुशवाहा, रामपुकार सिन्हा, ठाकुर धर्मेंद्र सिंह, संत सिंह कुशवाहा, ई. स्मृति कुमुद, जिला प्रधान महासचिव सुरेंद्र प्रसाद कुशवाहा ने भी सम्बोधित किया।वही कार्यक्रम में दर्जनों नेता ने रालोजद की सदस्यता ग्रहण किया।