पटना, 13 जुलाई : बिहार की राजधानी पटना के पिपरा इलाके में 50 वर्षीय एक ग्रामीण स्वास्थ्य अधिकारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान सुरेंद्र कुमार (50) के रूप में हुई है। अधिकारियों ने कहा कि घटना शनिवार रात शेखपुरा गांव में तब हुई जब कुमार खेत में काम कर रहे थे। मसौढ़ी के उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ-2) कन्हैया सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि ग्रामीणों के अनुसार, उन्होंने खेत से गोलियों की आवाज सुनी और जब वे वहां गए तो अधिकारी अचेत हालत में मिले जिन्हें गोली लगी हुई थी। सिंह ने कहा कि कुमार को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है तथा मामले की जांच जारी है।
बिहार की आपराधिक घटनाओं के लिए माफिया और राजद का गठजोड़ जिम्मेदार: विजय सिन्हा
पटना, 12 जुलाई : बिहार में आपराधिक घटनाओं को लेकर उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर जोरदार निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बिहार में अपराधी घटनाओं में बालू माफिया, शराब माफिया, और जमीन माफिया के कारण अपराधियों का मनोबल बढ़ा है। इसमें राजद के अधिकतर लोग संलिप्त हैं। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि आज जितनी घटनाएं घट रही हैं, उनका संपर्क राजद से क्यों मिलता है? राजद के लोगों का बालू माफियाओं या जमीन और शराब माफियाओं से सांठगांठ है। पटना में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि आज जो हत्याएं और अपराध हो रहे हैं, खासकर बालू माफिया और शराब माफिया की वजह से, वह पुलिस की कमजोर कड़ी का नतीजा हैं। सरकार पूरी सजगता के साथ एक्शन ले रही है। उन्होंने खासकर राजद पर आरोप लगाया कि यह पार्टी बिहार में अराजकता फैलाना चाहती है क्योंकि चुनाव नजदीक हैं। लेकिन बिहार में अराजकता फैलाने में वे सफल नहीं होंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर करने में कोई कोताही नहीं बरतेंगे। सभी घटनाओं को लेकर कार्रवाई हो रही है। उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने इस क्रम में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को ‘ब्रेनलेस’ बताया। उन्होंने कहा कि इनके पास अपना ‘ब्रेन’ है ही नहीं। संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति एक संवैधानिक संस्था के बारे में गलत बयान नहीं दे सकता। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद भी चुनाव आयोग पर सवाल उठाना गलत है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को संवैधानिक पद छोड़ना चाहिए और माफी मांगनी चाहिए। ये लोग समाज को भ्रमित करने और संवैधानिक संस्थाओं को लेकर पूरी तरह भ्रम फैलाने का ठेका ले चुके हैं। उल्लेखनीय है कि विपक्ष बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर लगातार सरकार को निशाने पर ले रहा है।
राजद का ‘भूरा बाल साफ करो’ नारा सामाजिक उन्माद पैदा करता है : नित्यानंद राय
पटना, 12 जुलाई: केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता नित्यानंद राय ने राजद के एक नेता ने ‘भूरा बाल साफ करो’ का नारा दिया है। राजद अध्यक्ष लालू यादव ने भी यह नारा दिया था। यह नारा सामाजिक उन्माद पैदा करता रहा है। इस नारे की वजह से उनके समय में समाज में झगड़े और हिंसा होती रही। आज सामाजिक सौहार्द है। एनडीए सबका विकास कर रही है। पटना में पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने विपक्ष के ‘वोट चोरी’ के आरोपों पर कहा कि विपक्ष खुद चोरी करने की आदत रखता है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने पहले अलकतरा घोटाला, चारा घोटाला, दवा और वर्दी की चोरी की है। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि चोरी करना विपक्ष को ही मुबारक हो, यहां किसी की नियत में कोई खोट नहीं है और हमारी नीयत साफ है। बिहार में आपराधिक घटनाओं पर विपक्ष की ओर से उठाए जा रहे सवालों पर उन्होंने कहा कि अपराध कभी भी हों, यह दुख की बात है। लेकिन, पहले अपराध होने पर अपराधियों को बचाया जाता था, अब अपराध होने पर कार्रवाई की जाती है। अपराधियों को पकड़कर सजा दिलाई जाती है। पहले मुख्यमंत्री और मंत्रियों के घर पर अपराधियों को लेकर मीटिंग होती थी, लेकिन अब सरकार की मंशा है कि बिहार में कानून का राज कायम रहे। उन्होंने कहा कि राजद को जनता पहले ही ठुकरा चुकी है। महाराष्ट्र में जारी भाषा विवाद पर नित्यानंद राय ने कहा कि भाजपा सभी भाषाओं का सम्मान करती है। इस देश में कई भाषाएं हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई भाषाओं में ज्ञान-विज्ञान की बात की है। हिंदी देश की राजभाषा है और सभी भाषाओं को सम्मान, संरक्षण और बढ़ावा दिया जा रहा है। केंद्र की सरकार सभी भाषाओं का सम्मान करती है। यही देश की खूबसूरती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 18 जुलाई को प्रस्तावित बिहार के मोतिहारी दौरे को लेकर राय ने कहा कि पीएम मोदी जब भी बिहार आते हैं, प्रदेश को कई बड़े सौगात मिलती है। एक बार फिर पीएम मोदी बिहार आ रहे हैं। आधारभूत संरचनाओं के निर्माण से लोगों को रोजगार मिलता है। यहां के लोग अपने प्रधानमंत्री का इंतजार कर रहे हैं।
बिहार चुनाव के पहले खुद को बेहतर साबित करने की होड़, जदयू-राजद में ‘पोस्टर वॉर’
पटना, 10 जुलाई : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) मतदाताओं को लुभाने में जुट गए हैं। दोनों पार्टियां पोस्टरों के जरिए खुद को एक-दूसरे से बेहतर बता रही हैं। बिहार की राजधानी पटना की कई सड़कों पर लगे इन पोस्टरों में दोनों दलों के अपने-अपने दावे दिख रहे हैं। राजधानी पटना में राजद और जदयू की ओर से पोस्टर लगाए गए हैं। राजद के पोस्टरों में महागठबंधन की 17 महीने की सरकार के कामों का श्रेय लिया गया है, जब नीतीश कुमार के नेतृत्व में जदयू और राजद की सरकार थी। दूसरी ओर, जदयू के पोस्टरों में नीतीश सरकार की तारीफ की गई है और नारों के जरिए खुद को दूसरों से बेहतर बताने की कोशिश की गई है। साथ ही, फिर से एनडीए सरकार बनाने की बात कही गई है। मजेदार बात यह है कि दोनों दलों के पोस्टर पटना की सड़कों पर कई जगहों पर पास-पास ही लगे हैं। जदयू की ओर से लगाए गए पोस्टरों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीरें हैं। इनमें लिखा है, ‘महिलाओं की जय-जयकार, फिर से एनडीए सरकार’, ‘नौकरी, रोजगार, खुशहाल बिहार, फिर से एनडीए सरकार’ और ‘लग रहे उद्योग, मिल रहा रोजगार, फिर से एनडीए सरकार।’ दूसरी तरफ, राजद की ओर से लगाए गए पोस्टरों में तेजस्वी यादव की तस्वीर है। इनमें लिखा है, ‘2025-2030 बिहार मांगे 17 महीनों वाली तेजस्वी सरकार’ और ‘तरक्की, खुशहाली, शांति, 2025-2030 तेजस्वी क्रांति’, जिसमें राजद ने एनडीए से बेहतर होने का दावा किया है। बहरहाल, चुनाव में अभी समय है, लेकिन इन पोस्टरों से साफ है कि आने वाला चुनावी मुकाबला बहुत जोरदार होगा।
भिखारी ठाकुर को भारत रत्न की मांग, भोजपुरी के शेक्सपियर की पुण्यतिथि पर गूंजा सम्मान का स्वर
पटना, 10 जुलाई : भोजपुरी के प्रसिद्ध कवि और लोकनाट्य परंपरा के संस्थापक भिखारी ठाकुर की पुण्यतिथि पर बिहार के लोग उन्हें याद कर रहे हैं। उन्हें ‘भोजपुरी का शेक्सपियर’ कहा जाता है। इस मौके पर उन्हें भारत रत्न देने की मांग तेज हो रही है। सारण से सांसद राजीव प्रताप रूडी ने भिखारी ठाकुर को मरणोपरांत पद्म भूषण देने की मांग की है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। वे बिहार के सभी सांसदों के हस्ताक्षर लेकर एक संयुक्त प्रस्ताव भारत सरकार को सौंपेंगे। सारण विकास मंच के संयोजक शैलेंद्र प्रताप सिंह ने भी भारत सरकार से मांग की है कि भोजपुरी लोकनाट्य के संस्थापक और महान समाज सुधारक भिखारी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित किया जाए। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश में एक ही पार्टी की सरकार है, लेकिन दोनों ने भिखारी ठाकुर के योगदान को नजरअंदाज किया है। उन्होंने कहा कि सारण के सांसद राजीव प्रताप रूडी ने भिखारी ठाकुर के लिए पद्म भूषण की मांग की है, जिसका कोई विरोध नहीं है। लेकिन, उनका मानना है कि रूडी ने भिखारी ठाकुर के महत्व को कम आंका है। भिखारी ठाकुर ने भोजपुरी भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ-साथ अपने नाटकों और गीतों के जरिए सामाजिक जागरूकता और राष्ट्रीय चेतना फैलाई। उन्होंने शोषण, बाल विवाह, नारी उत्पीड़न, शराबखोरी और प्रवासी दुख जैसे मुद्दों को लोगों तक पहुंचाया, जो स्वतंत्रता आंदोलन के साथ-साथ एक सामाजिक क्रांति थी। उन्होंने कहा कि भिखारी ठाकुर की रचना ‘बिदेसिया’ केवल एक नाटक नहीं, बल्कि प्रवासी मजदूरों की पीड़ा की कहानी है, जो आज भी प्रासंगिक है। उनकी रचना ‘बेटी-बेचवा’ बाल विवाह पर तीखा व्यंग्य करती है, जबकि ‘गबरघिचोर’ महिलाओं की स्वतंत्रता और सम्मान की बात करती है। वे सिर्फ कलाकार नहीं, बल्कि जन-गायक, लोक-मसीहा और सांस्कृतिक योद्धा थे। भोजपुरी समाज के लिए वे आस्था, सम्मान और पहचान का प्रतीक हैं। इसलिए, उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करना चाहिए। वहीं, प्रदेश भाजपा के मीडिया पैनलिस्ट पंकज सिंह कहते हैं कि भिखारी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग पुरानी है। उनका जीवन सादगी, संघर्ष, सामाजिक बदलाव और सांस्कृतिक जागरण का प्रतीक है। जिस तरह भूपेन हजारिका को भारत रत्न मिला, उसी तरह भिखारी ठाकुर को भी यह सर्वोच्च सम्मान देना चाहिए।
बिहार बंद का असर पटना सहित कई जिलो में दिखा, 17 स्टेशनों पर भी किया गया प्रदर्शन
पटना, 09 जुलाई : बिहार में चुनाव आयोग द्वारा चल रहे मतदाता सूची पुनरीक्षण के विरोध में आईएनडीआईए गठबंधन द्वारा बुधवार को बुलाए गए बंद का असर पटना सहित कई जिलों में देखने को मिला। राजधानी पटना के अलावा गोपालगंज, दरभंगा, आरा, मधेपुरा, किशनगंज, खगड़िया, मधुबनी, गयाजी और सहरसा समेत कई जिलों में बंद समर्थकों ने जमकर प्रदर्शन किया है। इस दौरान कहीं ट्रेनें रोक दी गईं, तो कहीं सड़क पर आगजनी कर आवागमन को बाधित कर दिया गया। पटना की सड़क पर राहुल गांधी, तेजस्वी यादव समेत महागठबंधन के अन्य दिग्गज नेता प्रदर्शन करते नजर आए। बंद के दौरान 17 स्टेशनों पर किया गया प्रदर्शन राज्य के 17 रेलवे स्टेशनों पर भी बंद के दौरान प्रदर्शन किया गया। पूर्व मध्य रेलवे (पूमरे) ने बुधावर को इसकी जानकारी दी है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि राज्य भर के 17 अलग-अलग स्टेशनों पर प्रदर्शनकारियों द्वारा ट्रेनों को कुछ समय के लिए रोका गया। हालांकि, इस दौरान कहीं भी हिंसा या तोड़फोड़ की घटना नहीं हुई। मुजफ्फरपुर में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को भी रोका गया। मजदूर एवं कर्मचारी संगठनों ने भी विभिन्न मांगों को लेकर बुधवार को बिहार समेत देश भर में बंद बुलाया। बिहार ग्रामीण बैंक में हड़ताल से करीब 10 हजार करोड़ रुपये के कारोबार के नुकसान होने की खबर है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पहले से तय कार्यक्रम के तहत इस बिहार बंद को धार देने के लिए पटना पहुंचे। पटना पहुंचने के बाद राहुल गांधी आयकर गोलंबर पर पहुंचे। जहां पहले से ही बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मौजूद थे। यहां महागठबंधन के नेताओं और कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ा हुआ था। आयकर गोलंबर से राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, दीपांकर भट्टाचार्य और मुकेश सहनी सहित महागठबंधन के अन्य नेता एक वाहन पर सवार होकर मार्च के लिए निकले। गाड़ी पर दिग्गज नेताओं के साथ पटना की सड़क पर कार्यकर्ता लगातार पैदल मार्च कर रहे थे। पैदल मार्च करते हुए यह हुजूम शहीद स्मारक पहुंचा। यहां निर्वाचन कार्यालय से कुछ दूर पहले ही पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रखी थी। कई कार्यकर्ताओं ने यहां बैरिकेडिंग को तोडऩे का भी प्रयास किया औऱ कई बार स्थिति तनावपूर्ण भी बनी। पुलिस लगातार बैरिकेडिंग ना तोड़ने की अपील यहां कर रही थी। इस दौरान महागठबंधन के नेताओं ने अपने संबोधन में केंद्र और राज्य सरकार को घेरा तथा बिहार चुनाव से पहले मतदाता पुनरीक्षण को घातक बताया। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी का राहुल गांधी पर तंज बिहार बंद के समर्थन में राहुल गांधी के पटना आने पर राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि राहुल पिकनिक मनाने बिहार आए हैं। बिहार की समस्या से उनको कोई लेना-देना नहीं है। सांसद अरुण भारती ने महागठबंधन पर साधा निशाना चिराग पासवान के जीजा और लोजपा (रामविलास) के जमुई से सांसद अरुण भारती ने भी बिहार बंद को लेकर महागठबंधन पर निशाना साधा है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि लोकतंत्र में विरोध, प्रदर्शन और हड़ताल करना सबका अधिकार है। मगर महाठगबंधन का ‘बिहार बंद’ और ‘चक्का जाम’ का असली मकसद है अपनी कुर्सी का इंतजाम। पप्पू यादव, कन्हैया कुमार को गाड़ी पर चढ़ने से रोका गया पटना में बिहार बंद के दौरान पूर्णिया से सासंद पप्पू यादव और कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार को राहुल गांधी एवं तेजस्वी यादव की गाड़ी में चढ़ने से रोका गया। राहुल-तेजस्वी ओपन गाड़ी में सवार होकर महागठबंधन के मार्च का नेतृत्व कर रहे थे। तभी पप्पू और कन्हैया ने भी उसमें चढ़ने की कोशिश की। लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने दोनों नेताओं को रोक दिया। इस कारण उन्हें भारी फजीहत झेलनी पड़ी। गोपाल खेमका के घर नहीं गए राहुल गांधी बिहार बंद में शामिल होने के लिए पटना आए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को मृतक गोपाल खेमका के घर जाकर उनके परिजनों से मिलना था। लेकिन, प्रशासन ने सुरक्षा कारणों की वजह से राहुल को गोपाल खेमका के घर जाने से रोका दिया, जिसके बाद राहुल गांधी सीधे पटना एय़रपोर्ट पहुंचे और वहां से दिल्ली रवाना हो गए। गोपाल खेमका की हाल ही में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी।
भाजपा ने बिहार बंद को बताया विपक्ष की साजिश का हिस्सा
पटना, 09 जुलाई : पटना साहिब से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोकसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बिहार बंद को नियोजित साजिश बताया है। उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों को आड़े हाथों लिया है। बीजेपी सांसद ने कहा कि ये लोग या तो अदालत पर भरोसा करें या फिर सड़कों पर प्रदर्शन करें। जब सुप्रीम कोर्ट में कल (गुरुवार को) ही सुनवाई होनी है, तो आज सड़क पर उतरकर क्या किसी तरह का दबाव बनाने की कोशिश की गयी है। क्या ये चाहते हैं कि वोटर लिस्ट में ऐसे लोग बने रहें, जिन्हें उसमें होना ही नहीं चाहिए, जैसे कि घुसपैठिए। रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को पटना में पत्रकार वार्ता में कहा कि सबसे पहले तो यह समझना जरूरी है कि देश में सांसद या विधायक कौन बनेगा? इसका फैसला वोटर करते हैं। वोट वही डाल सकता है, जो भारत का नागरिक होगा और उसकी उम्र 18 साल या उससे अधिक होगी। जो सामान्य रूप से उस स्थान का निवासी हो, जहां से वह वोट डालता है। इसलिए वोटर लिस्ट का पुनरीक्षण हो रहा है, तो इसमें विपक्षी दलों को किस बात की परेशानी है। उन्होंने कहा कि यह सच्चाई नहीं है कि कई बार रोहिंग्या या अन्य लोग गलत तरीके से वोटर लिस्ट में नाम दर्ज करवा लेते हैं? जब पूरी ईमानदारी से काम हो रहा है तो आपत्ति किस बात की है? रविशंकर प्रसाद ने कहा कि दूसरी और इन सभी लोगों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, जो कि उनका अधिकार है। इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जब कल सुनवाई होनी है, तो फिर विपक्ष आज सड़क पर उतरकर दबाव बनाने की राजनीति क्यों कर रहा है ? उन्होंने कहा कि आज विपक्षी दलों ने वोटर रिवीजन के मुद्दे पर बिहार बंद बुलाया है। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव सहित महाघठबंधन के सभी नेता सड़कों पर घूम रहे हैं और ये उनका अधिकार है।
महाराष्ट्र की तरह बिहार में भी मतों की चोरी की कोशिश हो रही है : राहुल गांधी
पटना, 09 जुलाई: बिहार में मतदाता पुनरीक्षण और ट्रेड यूनियन के हड़ताल के समर्थन में आईएनडीआई गठबंधन के आज बिहार बंद का असर रेल और सड़क यातायात पर पड़ा है। राजधानी पटना में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और तेजस्वी यादव एक साथ सड़कों पर उतर कर विरोध मार्च में हिस्सा लिया। पटना में राहुल गांधी ने बंद समर्थकों को संबोधित किया। इस दौरान उनके हाथ में संविधान की किताब थी। राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा, बिहार में वोट की चोरी की कोशिश हो रही है। मैं बिहार की जनता को कह रहा हूं कि महाराष्ट्र का चुनाव चोरी किया गया था। वैसे ही बिहार का चुनाव चोरी करने की कोशिश की जा रही है। गरीबों का वोट छीनने का यह तरीका है। राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि आपको जो करना है करिए, मगर बाद में कानून आप पर लागू होगा। भूलिए मत आप कितने भी बड़े हों, कहीं भी बैठे हों, कानून आपको नहीं छोड़ेगा। आपका काम हिन्दुस्तान के संविधान की रक्षा करने का है। आपका काम बिहार की जनता के दिल के अंदर जो हो उसको पूरा करने का है। राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा में वोट की चोरी की गई है। हमलोग इलेक्शन कमिश्नर से जाकर मिले थे। मैंने उनसे पूछा कि आपको क्या लगा? और सभी ने कहा कि चुनाव आयुक्त भाजपा जैसे बात कर रहे हैं। वो भूल रहे हैं कि वो किसी राजनीतिक पार्टी के नहीं हैं, वो हिन्दुस्तान के इलेक्शन कमिश्नर हैं और उनका काम संविधान की रक्षा करना है। इससे पहले राहुल गांधी पटना स्थित आयकर गोलंबर पर पहुंचे, जहां पहले से ही बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मौजूद थे। यहां महागठबंधन के कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ा हुआ था। इसके बाद तेजस्वी यादव, राहुल गांधी, दीपांकर भट्टाचार्य और मुकेश सहनी जैसे महागठबंधन के दिग्गज नेता वाहन पर सवार होकर मार्च के लिए निकले।
बिहार में मतदाता पुनरीक्षण के विरोध में सड़कों पर उतरे बंद समर्थक
बेगूसराय/पूर्णिया, 09 जुलाई: चुनाव आयोग के मतदाता पुनरीक्षण के विरोध में बुधवार को महागठबंधन के बिहार बंद को लेकर जगह-जगह बंद समर्थक झंडा और बैनर के साथ सड़कों पर उतरे। लोगों ने केंद्र सरकार और चुनाव आयोग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बेगूसराय में महागठबंधन के नेताओं का आरोप है कि केंद्र सरकार के इशारे पर चुनाव आयोग बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर गहन पुनरीक्षण का कार्य कर रहा है। चुनाव आयोग केंद्र सरकार के इशारे पर मतदाताओं का नाम वोटर लिस्ट से काटने के लिए यह पुनरीक्षण कर रही है। बेगूसराय में साहेबपुर कमल, बलिया चकिया में जहां एनएच 31 को जाम किया, वहीं ग्रामीण सड़कों पर भी दर्जनों की संख्या में कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। सीपीआई नेता शंभू देव ने कहा कि मतदाता पुनरीक्षण को लेकर बिहार के मतदाताओं को वोट देने से रोकने की साजिश चल रही है। निर्वाचन आयोग को यह अधिकार नहीं है कि वह किसी की नागरिकता समाप्त करे। इसी के विरोध में आज हम सड़कों पर उतरे हैं। इधर, राजद के नेता महावीर यादव ने कहा कि हमलोगों को वोट देने का अधिकार मिला था, लेकिन सरकार के इशारे पर यह अधिकार भी चुनाव आयोग द्वारा छीनने की कोशिश की जा रही है। बेगूसराय का चक्का जाम पूर्णतः सफल है। इस बीच, पूर्णिया में भी बंद समर्थक सड़कों पर उतरे। बंद समर्थक सड़क पर मुख्य चौराहा पर धरना दिया और जुलूस निकालकर दुकानों को बंद कराया। राजद नेता मिथिलेश दास ने कहा कि महागठबंधन के वोटरों को रोकने की यह साजिश रची जा रही है। लेकिन, कोई भी उपाय कर ले, इस बार बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता है। सभी संवैधानिक संस्थाओं को जिस तरह कठपुतली बनाया गया है उसका विरोध यहां की जनता कर रही है। आज गरीबों को कागज के लिए मजबूर किया जा रहा है। जमुई में भी कई इलाकों में राजद और भाकपा-माले के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर बांस-बल्ला लगाकर प्रमुख मार्गों को पूरी तरह जाम कर दिया। जमुई शहर के कचहरी चौक पर राजद नेता व पूर्व मंत्री विजय प्रकाश, राजद जिलाध्यक्ष डॉ. त्रिवेणी यादव, माले नेता बाबू साहब सिंह समेत दर्जनों कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह वोटर वेरिफिकेशन भाजपा सरकार की एक साजिश है, जिससे लोगों का नाम वोटर लिस्ट से हटाया जा रहा है। मौके पर पुलिस बल तैनात है। जमुई राजद नेता सह पूर्व मंत्री विजय प्रकाश यादव ने कहा कि एक साजिश के तहत मतदाताओं को वोट देने से रोकने की साजिश की जा रही है, जिसके विरोध में हम सभी महागठबंधन के साथी सड़कों पर उतरे हैं। यह हक और अधिकार की बात है। अगर आज फर्जी मतदाता हैं तो 2024 का लोकसभा चुनाव भी फर्जी है। आज गरीबों को वोट देने से वंचित किया जा रहा है। जमुई के राजद नेता अजय प्रताप सिंह ने कहा कि यह तुगलकी फरमान है जो गलत है। इनकी मंशा है कि जो महागठबंधन के कोर वोटर हैं वे मतदान नहीं कर सकें। जब लोकसभा चुनाव में मान्य थे तो अब कैसे गलत हो गया। आधार कार्ड कैसे अवैध हो गया। उन्होंने कहा कि मतदाता पुनरीक्षण का कार्य रोका जाए। अगर यह कराना था तो इसे लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद करना चाहिए था।
बिहार में युवा आयोग का किया जाएगा गठन : नीतीश
पटना, 08 जुलाई : बिहार में युवा आयोग के गठन का रास्ता साफ हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में इसके लिए मंजूरी दे दी गई है। बता दें कि इसी साल के अंतिम महीनों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश सरकार ने युवाओं के लिए यह बड़ा फैसला लिया है।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस संबंध में अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट साझा करके जानकारी दी है। उन्होंने अपनी पोस्ट में बिहार युवा आयोग में कितने सदस्य होंगे, बिहार युवा आयोग क्या और कैसे काम करेगा, इन सवालों के जवाब भी दिए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि बिहार के युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने, उन्हें प्रशिक्षित करने तथा सशक्त और सक्षम बनाने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने बिहार युवा आयोग के गठन का निर्णय लिया है और आज कैबिनेट द्वारा बिहार युवा आयोग के गठन की मंजूरी भी दे दी गई है। सीएम नीतीश ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा है कि समाज में युवाओं की स्थिति में सुधार और उत्थान से संबंधित सभी मामलों पर सरकार को सलाह देने में इस आयोग की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। युवाओं को बेहतर शिक्षा और रोजगार सुनिश्चित करने के लिए सरकारी विभागों के साथ यह आयोग समन्वय भी करेगा। उन्होंने बताया है कि बिहार युवा आयोग में एक अध्यक्ष, दो उपाध्यक्ष और सात सदस्य होंगे, जिनकी अधिकतम उम्र सीमा 45 वर्ष होगी। यह आयोग इस बात की निगरानी करेगा कि राज्य के स्थानीय युवाओं को राज्य के भीतर निजी क्षेत्र के रोजगारों में प्राथमिकता मिले, साथ ही राज्य के बाहर अध्ययन करने वाले और काम करने वाले युवाओं के हितों की भी रक्षा हो। सामाजिक बुराइयों को बढ़ावा देने वाले शराब एवं अन्य मादक पदार्थों की रोकथाम के लिए कार्यक्रम तैयार कर और ऐसे मामलों में सरकार को अनुशंसा भेजना भी इसका महत्वपूर्ण कार्य होगा। राज्य सरकार की इस दूरदर्शी पहल का उद्देश्य है कि इस आयोग के माध्यम से युवा आत्मनिर्भर, दक्ष और रोजगारोन्मुखी बनें ताकि उनका भविष्य सुरक्षित हो।