राहुल गांधी भारत को गृह युद्ध में फंसाना चाहते हैं : केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह

बेगूसराय, 19 सितंबर : देश में ‘वोट चोरी’ के आरोपों के बाद ‘जैन जी’ पर सियासत तेज है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि देश के युवा छात्र और संविधान लोकतंत्र की रक्षा करेंगे और ‘वोट चोरी’ को रोकेंगे। इस पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि वे भारत को गृह युद्ध में फंसाना चाहते हैं। बिहार के बेगूसराय में मीडिया से बातचीत करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी हताश हैं। इसलिए वे कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नकल करते हैं और कभी ‘जैन-जी’ की बात करते हैं। ये कभी मुसलमानों को भड़काते हैं और कभी ऊल-जलूल बातें करते हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। गिरिराज सिंह ने घुसपैठियों के मुद्दे पर कहा कि पूरे भारत से घुसपैठियों को भगाना है। घुसपैठियों से भारत को मुक्त करना है। उन्होंने कहा, “इंदिरा गांधी ने इस बात को कहा था, लेकिन रोका नहीं था। बंगाल और बिहार इनका पनाहगार बन गया है। अब ये लोग भारतवंशियों के हक मार रहे हैं।” केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, “सिर्फ यह कहना कि ‘पीएम मोदी के 11 साल, आपने क्या किया?’ काफी नहीं होगा। मैं आपको बता रहा हूं कि जहां भी भाजपा की सरकारें हैं, हम घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें बाहर निकाल रहे हैं।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि घुसपैठियों को पनाह देने का काम मस्जिदों की छत्रछाया में हुआ। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के इस बयान पर कि सभी मंदिरों, मस्जिदों और चर्चों में साप्ताहिक रूप से राष्ट्रगान बजाया जाना चाहिए, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, “राष्ट्रगान राष्ट्र के प्रति समर्पण के रूप में गाया जाता है। राष्ट्र के बिना सब कुछ अधूरा है। इसलिए राष्ट्र की गरिमा और गौरव को सदैव बनाए रखना चाहिए।” राहुल गांधी की टिप्पणी पर बिहार सरकार में मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “यह उनकी हताशा और निराशा की भाषा है। वे देश में अराजकता की स्थिति लाना चाहते हैं। यह उनकी मानसिकता को दर्शाता है। संवैधानिक तरीके से वे सत्ता पाने में नाकाम रहे हैं। उनको लग चुका है कि सरकार उनको सत्ता में नहीं लाएगी। इसलिए राहुल गांधी बेबुनियाद और बिना सोची-समझी बात कर रहे हैं।”

विश्वकर्मा पूजा पर बिहार सरकार ने 16.4 लाख श्रमिकों के खातों में 802 करोड़ रुपये अंतरित किए

पटना, 17 सितंबर: बिहार सरकार ने बुधवार को विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर राज्य के 16.4 लाख पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बैंक खातों में करीब 802 करोड़ रुपये की राशि अंतरित की। राज्य सरकार ने इस अवसर पर ‘मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना’ के वेब पोर्टल की शुरूआत की। संयोग से आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्मदिन भी है। मोदी बुधवार को 75 साल के हो गये। बिहार में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने आधिकारिक आवास 1, अणे मार्ग में आयोजित एक समारोह में करीब 802.46 करोड़ रुपये की राशि को प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से 16.4 लाख श्रमिकों के खातों में भेजा। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि “वार्षिक वस्त्र सहायता योजना के अंतर्गत प्रत्येक पंजीकृत निर्माण श्रमिक को अब 5,000 रुपये की सहायता राशि दी जा रही है, जबकि पहले यह राशि 2,500 रुपये थी।” यह योजना 2020 में ‘बिहार भवन एवं अन्य निर्माण श्रमिक नियमावली, 2016’ के अंतर्गत शुरू की गई थी, ताकि पात्र और पंजीकृत श्रमिकों को वार्षिक सहायता प्रदान की जा सके। श्रम संसाधन विभाग के सचिव दीपक आनंद ने ‘भाषा’ को बताया कि “इस वर्ष सरकार ने यह राशि विशेष रूप से विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर अंतरित करने का निर्णय लिया।” मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस अवसर पर कहा,“हम शुरू से ही समाज के सबसे वंचित वर्गों को मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास करते रहे हैं। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में हुई उल्लेखनीय प्रगति में हमारे श्रमिक भाई-बहनों का अमूल्य योगदान है। सरकार उनके कल्याण के लिए निरंतर कार्य करती रहेगी।” उन्होंने श्रम संसाधन विभाग को यह निर्देश भी दिया कि राज्य में छूटे हुए श्रमिकों की पहचान कर उन्हें पंजीकृत करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ‘मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना’ के वेब पोर्टल का भी शुरुआत किया। यह योजना राज्य के युवाओं को सशक्त बनाने और रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। बयान में बताया गया कि इस योजना के तहत निर्माण और सेवा क्षेत्र में इंटर्नशिप के अवसर दिए जाएंगे, जिससे युवाओं को प्रायोगिक अनुभव, वित्तीय सहायता और रोजगार की बेहतर संभावनाएं प्राप्त होंगी। वित्तीय वर्ष 2025-26 में योजना के अंतर्गत करीब 5,000 इंटर्नशिप अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। इस योजना का संचालन एक डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से किया जाएगा, जो राज्य के युवाओं और उद्योगों के बीच सेतु का कार्य करेगा। इससे पहले ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में मुख्यमंत्री ने लिखा,“आज भगवान विश्वकर्मा की पूजा का पावन अवसर है, जो ब्रह्मांड के दिव्य शिल्पकार माने जाते हैं। साथ ही आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का जन्मदिन भी है। प्रधानमंत्री जी देश और जनता के उत्थान के लिए पूरी निष्ठा और समर्पण से लगातार कार्य कर रहे हैं।” “यह सुखद संयोग है कि आज ही के दिन बिहार भवन एवं अन्य निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड के अंतर्गत निर्माण श्रमिकों के खातों में राशि अंतरित की गई।”

प्रधानमंत्री मोदी का राजद-कांग्रेस पर हमला, बोले- दोनों से बिहार के सम्मान को खतरा

पूर्णिया/नई दिल्ली, 15 सितंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बिहार के पूर्णिया में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि ये दोनों दल बिहार के विकास की राह में बाधा बन रहे हैं और अपने वोट बैंक के लिए घुसपैठियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जो भी घुसपैठिया है, उसे भारत से बाहर जाना ही होगा। सीमांचल में ‘जनसांख्यिकी संकट’ का मुद्दा प्रधानमंत्री मोदी ने सीमांचल क्षेत्र में घुसपैठियों के कारण उत्पन्न ‘जनसांख्यिकी संकट’ का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि बिहार, बंगाल और असम जैसे राज्यों के लोग अपनी बहनों और बेटियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने कांग्रेस और राजद पर आरोप लगाया कि वे बेशर्मी के साथ विदेश से आए घुसपैठियों की वकालत कर रहे हैं, जो देश के संसाधनों और सुरक्षा दोनों के लिए खतरा हैं। प्रधानमंत्री ने अपनी ‘गारंटी’ दोहराते हुए कहा, “यह राजद और कांग्रेस की जमात कान खोलकर मेरी बात सुन लो, जो भी घुसपैठिया है, उसे बाहर जाना ही होगा। घुसपैठ पर ताला लगाना, एनडीए की पक्की जिम्मेदारी है।” कुशासन से ‘लखपति दीदी’ तक का सफर पीएम मोदी ने बिहार में राजद के पिछले शासनकाल को ‘कुशासन’ बताया और कहा कि उस समय माताएं-बहनें डरी हुई थीं, और खुलेआम हत्या, बलात्कार जैसी घटनाएं होती थीं। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की एनडीए सरकार ने स्थिति को बदल दिया है, और आज वही महिलाएं ‘लखपति दीदी’ और ‘ड्रोन दीदी’ बन रही हैं। उन्होंने ‘जीविका दीदियों’ को पूरे देश के लिए प्रेरणा बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और राजद सिर्फ अपने परिवारों की चिंता करते हैं, जबकि मोदी के लिए पूरा देश ही परिवार है, और उनका लक्ष्य ‘सबका साथ सबका विकास’ है। राजद की सहयोगी कांग्रेस पार्टी बिहार की तुलना बीड़ी से कर रही पीएम मोदी ने कहा कि बिहार का विकास कांग्रेस और राजद वालों को पच नहीं रहा है। बिहार जब भी आगे बढ़ता है तब यह लोग अपमान करने में जुट जाते हैं। कुछ दिन पहले ही राजद की सहयोगी कांग्रेस पार्टी बिहार की तुलना बीड़ी से कर रही है। इनलोगों को बिहार से इतनी नफरत है कि इन्होंने बिहार में घोटाले और भ्रष्टाचार करके राज्य की साख को नुकसान पहुंचाई। आप बताइए ऐसी मानसिकता वाले लोग क्या बिहार का भला कर सकते हैं? यह लोग केवल अपनी तिजौरियां भर रहे हैं। ऐसे लोग बिहार का विकास कैसे कर सकते हैं? कांग्रेस के एक प्रधानमंत्री ने माना कि कांग्रेस सरकार दिल्ली से चला हुआ 100 पैसा में से 85 पैसा रास्ते में लुट जाता है। पहले लालटेन जलाकर पंजा सारा पैसा रख लेता था ओर 85 पैसा रख लेते थे। क्या कांग्रेस और राजद की सरकार में आपको मुफ्त पैसा, पांच लाख का मुफ्त इलाज मिल पाता क्या? जिन लोगों ने अस्पताल तक नहीं बनाए क्या वह आपको इतना कुछ दे पाते? कांग्रेस और राजद से बिहार के सम्मान और पहचान को खतरा है। राजद और कांग्रेस के कुशासन का परिणाम सीमांचल को सबसे ज्यादा भोगना पड़ा पीएम मोदी ने कहा कि हर गरीब को पक्का घर देना मेरा लक्ष्य है। जब तक हर गरीब को पक्का मकान नहीं मिल जाता है तब तक मोदी चैन से नहीं बैठने वाला है। पीएम मोदी ने कहा कि पूर्णिया में एयरपोर्ट का शुभारंभ हो चुका है। नया टर्मिनल भवन रिकॉर्ड पांच महीने में बना। बिहार के विकास के लिए सीमांचल और पूर्णिया का विकास जरूरी है। उन्होंने इंडिया गठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा कि राजद और कांग्रेस के कुशासन का परिणाम सीमांचल को सबसे ज्यादा भोगना पड़ा है। लेकिन, अब एनडीए सरकार के समय में यहां विकास हो रहा है। यहां की स्थिति बदल रही है। अब यह क्षेत्र विकास के फोकस में है। बिजली के क्षेत्र में भी बिहार को आत्मनिर्भर बनाने का काम चल रहा है। सरकार यहां के किसानों और पशुपालकों की आय बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। पिछली सरकार ने मखाना और मखाना किसानों की भी उपेक्षा की। राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ लोग यहां आकर चक्कर काट रहे हैं लेकिन मैं दावे के साथ कहता हूं कि मेरे आने से पहले उन्होंने मखाना का नाम भी नहीं सुना होगा। हमारी सरकार ने मखाना को प्राथमिकता दी। मखाना किसानों के लिए एनडीए सरकार ने पूर्णिया में मखाना बोर्ड देने की घोषणा की। बिहार के विकास की गति कुछ लोगों को रास नहीं आ रही है। जिन लोगों ने दशकों तक बिहार का शोषण किया। इस मिट्टी के साथ धोखा किया। आज वह यह मानने के लिए तैयार नहीं है कि बिहार में विकास हो रहा है। बिहार लगातार नए रिकॉर्ड बना रहा है। विकास परियोजनाओं की सौगात अपनी यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री ने करीब 40,000 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इनमें प्रमुख घोषणाएं और परियोजनाएं इस प्रकार हैं: पूर्णिया हवाई अड्डे का उद्घाटन: प्रधानमंत्री ने 34 करोड़ रुपये की लागत से बने पूर्णिया हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया। यह बिहार का चौथा परिचालन हवाई अड्डा होगा, जो अहमदाबाद और कोलकाता जैसे महानगरों से सीधा हवाई संपर्क प्रदान करेगा। मखाना बोर्ड की स्थापना: प्रधानमंत्री ने पूर्णिया में राष्ट्रीय मखाना बोर्ड की स्थापना की घोषणा की। यह कदम सीमांचल क्षेत्र के मखाना किसानों को लाभ पहुंचाएगा, क्योंकि देश का 70 प्रतिशत मखाना इसी क्षेत्र में उत्पादित होता है। रेलवे परियोजनाएं: पीएम मोदी ने 4,410 करोड़ रुपये की लागत से बनी अररिया-गलगलिया (ठाकुरगंज) नई रेल लाइन का उद्घाटन किया। इसके अलावा, उन्होंने 2170 करोड़ की लागत वाली विक्रमशिला-कटरिया रेल लाइन परियोजना का शिलान्यास भी किया और चार नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। आवास और अन्य योजनाएं: उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 35,000 ग्रामीण और 5,920 शहरी लाभार्थियों को नए घरों की चाबियां सौंपी। इसके साथ ही उन्होंने बिहार के लिए 25,000 करोड़ रुपये की लागत वाले थर्मल पावर प्रोजेक्ट और 6282 करोड़ रुपये की कोसी-मेची लिंक परियोजना का भी शिलान्यास किया। सीएम नीतीश ने जताया आभार मंच पर मौजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी

पटना में दारोगा भर्ती की परीक्षा को लेकर छात्रों का जोरदार प्रदर्शन, पुलिस ने भांजी लाठियां ‎

पटना, 15 सितंबर: बिहार की राजधानी पटना की सड़कों पर सोमवार को सैकड़ों छात्र और छात्राएं दारोगा भर्ती परीक्षा की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे और जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इनकम टैक्स चौराहे की ओर बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को अंत में हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। ‎दरअसल, आज प्रदेश के विभिन्न जिलों के छात्र पटना पहुंचे और दारोगा भर्ती परीक्षा की मांग को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन किया। ‎‎प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार चुनाव आयोग की चुनाव की घोषणा के पहले दरोगाओं की नियुक्ति करे। इनका कहना था कि हमारी मांगों का उद्देश्य बिहार पुलिस और दारोगा भर्ती प्रक्रियाओं में अधिक पारदर्शिता और समयबद्धता लाना है। ‎ प्रदर्शनकारी पटना कॉलेज के पास एकत्रित हुए और फिर हाथ में तिरंगा लिए आगे बढ़ते रहे। इनकी योजना मुख्यमंत्री आवास जाने की थी। जेपी गोलंबर के पास पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर इन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ गए। इसके बाद ये सभी प्रदर्शनकारी डाक बंगला चौराहे पहुंच गए। यहां भी पुलिस पहले से तैयार थी। ‎ बताया गया कि प्रदर्शनकारियों का एक शिष्टमंडल भी सरकार के अधिकारियों के पास भेज दिया गया, लेकिन प्रदर्शनकारी डाकबंगला चौराहे पर भी बैरिकेडिंग को गिराकर आगे बढ़ गए। प्रदर्शनकारी जैसे ही आगे बढ़े, पुलिस को उन्हें तितर-बितर करने के लिए बल का प्रयोग करना पड़ा और लाठियां भांजनी पड़ीं। इसके बाद प्रदर्शनकारी पीछे हटे। ‎ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि पिछले दो साल से वैकेंसी नहीं निकाली गई है, जिसको लेकर अपनी बातों को सरकार तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। पिछले दो साल से वैकेंसी निकालने की मांग की जा रही है, लेकिन सरकार हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है। आने वाले दिनों में आचार संहिता लागू हो जाएगी, जिसके बाद भर्ती की संभावना भी खत्म हो जाएगी। ऐसे में सरकार को इससे पहले वैकेंसी का नोटिफिकेशन जारी करना चाहिए।

अस्पतालों में फ्री दवा… बिहार अव्वल… राजस्थान दूसरे और पंजाब तीसरे स्थान पर

-लगातार 11वें महीने हासिल किया पहला स्थान -अस्पतालों में 611 प्रकार की दवाएं दी जाती हैं नई दिल्ली, 15 सितंबर: बिहार में विधानसभा चुनाव के घमासान के बीच नितीश सरकार ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की। वो भी स्वास्थ्य के क्षेत्र में। इससे सरकार गदगद नजर आ रही है। दरअसल, बिहार की स्वास्थ्य सेवाएं 2005 के पहले बदहाल थी। अस्पताल परिसर में जानवरों के बंधे होने या अस्पताल की बेड पर कुत्तों के सोने की तस्वीरें वायरल होती थी, परंतु अबयहां की तस्वीर बदल गई है। सूबे की स्वास्थ्य सेवाओं ने पिछले दो दशकों में नई इबारत गढ़ी है। साल 2005 के बाद से राज्य की स्वास्थ्य प्रणाली में बड़े स्तर पर सुधार हुए हैं। सरकारी अस्पतालों में मरीजों को मुफ्त दवा मुहैया कराने में बिहार लगातार 11 महीने से अव्वल है। राज्य को यह खिताब स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के डीवीडीएमएस केंद्रीय डैशबोर्ड की ओर से मासिक राज्य रैंकिंग में मिला है। पिछले साल अक्टूबर में मरीजों को दवा उपलब्ध कराने के मामले में पहले स्थान पर चल रहे राजस्थान को पछाड़ते हुए 79.34 अंकों के स्कोर के साथ बिहार ने पहला स्थान प्राप्त किया था। तब से बिहार लगातार पहले पायदान पर बना हुआ है। इस महीने भी 77.89 अंक के साथ राजस्थान दूसरे स्थान पर तो 73.28 अंक के साथ पंजाब तीसरे स्थान पर है। जबकि बिहार 82.13 अंक के साथ फिर पहले स्थान है। राज्य के मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में कुल 611 प्रकार की दवाएं मरीजों को दी जाती हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं को बना रहे बेहतर बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति के पदाधिकारियों के अनुसार, स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर से बेहतर बनाने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। इन्हीं प्रयासों का परिणाम है कि लोगों के लिए सरकारी अस्पतालों में अब आसानी से दवाएं उपलब्ध हैं। गंभीर बीमारियों के साथ-साथ सामान्य बीमारियों की दवाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। हर महीने दी जाती है रैंकिंग स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय डीवीडीएमएस केंद्रीय डैशबोर्ड की ओर से राज्यों के लिए हर महीने एवरेज स्कोर आधारित रैंकिंग दी जाती है। यह रैंकिंग अस्पतालों में इलाज के लिए आए रोगियों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के आधार पर जारी होती है। रेड रिबन प्रतियोगिता शामिल होंग नौ राज्य राज्य के युवाओं को एड्स और एचआइवी जैसे संक्रमण से जागरूक करने के लिए 22 सितंबर को पटना में रेड रिबन प्रतियोगिता आयोजित होगी। यह आयोजन एड्स नियंत्रण संगठन भारत सरकार के निर्देश पर आयोजित हो रहा है। इस प्रतियोगिता में नौ राज्यों के छात्र-छात्राएं भाग लेंगे। इन राज्यों में बिहार के अलावा झारखंड, छत्तीसगढ़, गुजरात, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, दादर-नगर हवेली एवं दमन-दीव शामिल हैं। चयनित छात्र साझा करेंगे जानकारी इन राज्यों से चयनित छात्र टीमें क्विज प्रतियोगिता में एड्स एवं यौन संक्रमित रोगों पर अपनी जानकारी को साझा करेंगे। प्रतियोगिता के विजेता राष्ट्रीय स्तर की रेड रिबन क्विज प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे, जो 31 अक्टूबर को नगालैंड में आयोजित की जाएगी।

राष्ट्रीय प्रतीक के विरोधियों पर कार्रवाई हो : सम्राट चौधरी

पटना, 08 सितंबर: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में हजरतबल दरगाह में राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तंभ को तोड़े जाने को लेकर बिहार में सियासत तेज हो गई है। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने सोमवार को राजद और कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने प्रेस वार्ता में सम्राट अशोक को देश का स्वर्णिम काल देने वाला राजा बताया। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में राष्ट्र का प्रतीक अशोक चिन्ह को जिस तरह अपमानित करने का काम किया गया और महागठबंधन के लोग इसे मामूली बता रहे हैं, वह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है और चिंता का विषय है। सम्राट चौधरी ने कहा कि यह अशोक चिन्ह मगध के लिए गौरव की बात है। इस गौरवशाली इतिहास को भी ये लोग मजाक बना रहे हैं। राष्ट्र के प्रतीक का जो भी विरोध करता हो, वह राष्ट्रद्रोही है और उस पर कार्रवाई करने की मांग राजद, कांग्रेस और वामपंथी दल के नेता करेंगे क्या? ‎ ‎उन्होंने कहा कि इसे लेकर जिस तरह का बयान कांग्रेस और राजद ने दिया है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि राष्ट्र विरोधियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। ‎ कांग्रेस सांसद तारिक अनवर के बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे में एक व्यक्ति के पीठ पर सवार होने वाले वायरल वीडियो को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस ऐसे ही ‘गोद’ में चलती है। उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि 55 साल के युवा अभी बिहार की सड़कों पर घूमे और फिर मलेशिया निकल गए, वहां तो टूरिस्ट ही भरे हुए हैं।‎ ‎ उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने राजद-कांग्रेस के ‘माई बहिन सम्मान योजना’ के फॉर्म भराने को लेकर कहा कि गैर संवैधानिक कार्य को लेकर कानून अपना काम करेगा। चुनाव में घोषणा पत्र जारी होता है, जनवरी में कौन चुनाव हो रहा था? उन्होंने कहा कि लालू यादव तो एक अभिनेत्री के गाल की तरह सड़क भी बना रहे थे, बनी थी क्या? ये लोग ऐसे ही बयान देते रहते हैं। राष्ट्र हित में भारत बचेगा तब बिहार बचेगा, भारत का प्रतीक, अखंडता बचेगा तब बिहार बचेगा। ‎लालू यादव पंजीकृत अपराधी हैं। लालू यादव को अगर कोई पुरस्कार मिल सकता है, तो सिर्फ चोरी का पुरस्कार मिल सकता है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं को दिया तोहफा, 80 पिंक बस सेवा शुरू

पटना, 08 सितंबर : बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य की महिलाओं को एक बड़ा तोहफा दिया है। उन्होंने महिलाओं के लिए विशेष रूप से चलाई जाने वाली 80 पिंक बसों को हरी झंडी दिखाई। इन बसों में ड्राइवर और कंडक्टर भी महिलाएं होंगी, जिससे महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। यह कार्यक्रम सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास पर आयोजित किया गया, जहां उन्होंने 1,065 बसों में ई-टिकट सुविधा का भी उद्घाटन किया। इस पहल से बिहार के विभिन्न जिलों में महिलाओं के लिए यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाने का प्रयास किया गया है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”आज बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की 1,065 बसों में ई-टिकटिंग सुविधा लागू करने का शुभारंभ किया तथा द्वितीय चरण में नई 80 पिंक बसों का लोकार्पण भी किया। इन बसों में केवल महिलाएं ही यात्रा कर सकती हैं। इन पिंक बसों के परिचालन से महिलाओं का सफर ज्यादा सुरक्षित और आरामदायक होगा और उन्हें आवागमन में काफी सहूलियत होगी। साथ ही ई-टिकटिंग की व्यवस्था से राज्य के लोगों को विभिन्न जगहों पर यात्रा करने में सुगमता होगी।” बिहार में विशेष तौर पर महिलाओं के लिए पिंक बस चलाई जा रही है। इस बस में सभी तरह की सुविधाएं रहती हैं। बस में कंडक्टर के साथ-साथ कोशिश यह होती है कि इस बस का ड्राइवर भी महिला ही रहे, जिससे सुरक्षा बनी रहे। पिंक बस की कंडक्टर सविता कुमारी ने कहा, “यह सरकार की अच्छी पहल है, इससे महिलाओं को काफी फायदा मिलेगा। बस में महिलाओं के लिए सुरक्षा का विशेष प्रबंध किया गया है। बस में मेडिकल सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है।” कंडक्टर पिंकी कुमारी ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए बस में तीन कैमरे लगाए गए हैं। दूरदराज जाने वाली महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। अगर बस में गर्भवती महिला सफर करती है तो उनके लिए अलग से सीट है, साथ ही कंडक्टर भी उनका विशेष ध्यान देंगी। उन्होंने आगे बताया कि महिलाओं से सफर के दौरान फीडबैक भी लिया जाएगा, जिससे सुविधाओं में सुधार लाने में मदद मिलेगी। सभी बसें राज्य के विभिन्न जिलों में चलेंगी, जिन्हें कंट्रोल रूम से मॉनिटर किया जाएगा।

पीएम मोदी की मां को अपशब्द कहने के विरोध में आज बिहार बंद, सड़कों पर उतरे बीजेपी कार्यकर्ता

पटना, 04 सितंबर: बिहार में महागठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान एक कार्यक्रम में पीएम मोदी की दिवंगत मां के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी को लेकर एनडीए द्वारा आज पांच घंटे के बिहार बंद के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने दानापुर में विरोध प्रदर्शन किया। दानापुर के अलावा बीजेपी कार्यकर्ताओं ने गयाजी में भी विरोध प्रदर्शन किया। बता दें बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने बिहार बंद का ऐलान किया था। इससे पहले पीएम मोदी ने खुद एक कार्यक्रम में इस बयान पर अपना दिल का दर्द बयां किया। उन्होंने कहा था कि हिंदुस्तान के किसी व्यक्ति ने ऐसी कल्पना नहीं की थी। बिहार में राजद-कांग्रेस के मंच से मेरी मां को अपशब्द कहे गए। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन बिहार के समस्तीपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां पर की गई अभद्र टिप्पणी के विरोध में एनडीए ने आज बिहार बंद बुलाया। भाजपा महिला मोर्चा की अगुवाई में सुबह से ही बंद समर्थक सड़कों पर उतर आए और राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। एनडीए नेताओं का कहना है कि यह सिर्फ प्रधानमंत्री का नहीं, बल्कि देश की गरिमा का सवाल है। यह केवल मोदी का नहीं बल्कि देश की हर मां का अपमान है। ऐसे आपत्तिजनक बयानों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बाजार में घूम-घूमकर दुकानदारों से बंद में सहयोग की अपील की है। विमला सिंह,भाजपा नेत्री यह देश की मां, बहन, बेटी का अपमान-पीएम मोदी ये अपशब्द सिर्फ मेरी मां का अपमान नहीं, यह देश की मां, बहन, बेटी का अपमान है। कुछ दिन पहले जो हुआ, उसकी मैंने कभी कल्पना तक नहीं की थी। जितनी पीड़ा मेरे दिल में है, उतनी ही तकलीफ मेरे बिहार के लोगों को भी है। यह गलियां सिर्फ मेरी मां का अपमान नहीं यह देश की मां बहन बेटी का अपमान है। ये अपमान बिहार के सभी माताओं का अपमान है। बिहार में जो कुछ दिन पहले हुआ मैंन कभी कल्पना तक नहीं की था। प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, मां को गाली नहीं सहेंगे, इज्जत पर वार नहीं सहेंगे, आरजेडी का अत्याचार नहीं सहेंगे, कांग्रेस का वार नहीं सहेंगे, मां का अपमान नहीं सहेंगे। गली-गली से ये आवाज उठनी चाहिए-पीएम गली-गली से ये आवाज उठनी चाहिए। पीएम ने आगे कहा कि मुझे पता है कि आप सबको भी ये देखकर और सुनकर कितना बुरा लगा है। मैं जानता हूं कि इसकी जितनी पीड़ा मेरे दिल में है, उतनी ही तकलीफ मेरे बिहार के लोगों को भी है।

वोट चोरी का अब तक का खुलासा एटम बम है, अगला खुलासा हाइड्रोजन बम होगा, धन्यवाद बिहार : राहुल गांधी

पटना/नई दिल्ली, 01 सितंबर: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने आज को कहा कि अभी तक हुआ वोट चोरी का खुलासा तो एटम बम था अब आगे जिस खुलासे को उनकी पार्टी सामने लाने वाली है वह हाइड्रोजन बम होगा जिसके बाद चुनाव आयोग और भाजपा मुंह दिखाने लायक नही रहेगी। श्री गांधी ने बिहार में सोमवार को समाप्त हुई वोटर अधिकार यात्रा के समापन समारोह में कहा कि महाराष्ट्र के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के गठबंधन को जीत मिली थी लेकिन चार महीने बाद हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के गठबंधन ने उन्हें बुरी तरह हरा दिया। उन्होंने कहा कि ताज्जुब की बात थी कि कांग्रेस गठबंधन के वोट कम नही हुए थे लेकिन विपक्षी गठबंधन के वोट काफी बढ़ गए थे। उन्होंने कहा कि बाद में उनकी पार्टी ने जांच की तो पता चला कि महाराष्ट्र में करोड़ो फर्जी वोट भाजपा और चुनाव आयोग कि मिलीभगत से जोड़े गए हैं। श्री गांधी ने कहा कि ऐसा ही बेंगलुरु सेंट्रल की एक विधानसभा सीट पर हुआ और हमारी तरफ से जांच की गई तो पता चला कि एक लाख फर्जी वोट जोड़े गए हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि इसके बाद जब बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के दौरान 65 लाख वोट काट लिए गए तो चुनाव आयोग की चोरी जगजाहिर हो गयी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों की वोटर अधिकार यात्रा का जन्म यहीं से हुआ। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष श्री गांधी ने कहा कि जिन शक्तियों ने महात्मा गांधी की हत्या की थी वही अब बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर के संविधान की हत्या करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वोट का अधिकार सुरक्षित नही रहेगा तो दूसरे अधिकार, रोजगार शिक्षा और युवाओं का भविष्य भी सुरक्षित नही रहेगा। उन्होंने कहा कि यह सरकार अडानी, अम्बानी और अमीरो को फायदा पहुंचाने के लिए गरीबो की जमीन और नागरिक अधिकार छीन लेगी। श्री गांधी ने बिहार के लोगो को उत्साह से वोटर अधिकार यात्रा में भाग लेने और देश की राजनीति को नई दिशा देने के लिए धन्यवाद दिया। मल्लिकार्जुन खरगे बोले- सतर्क नहीं रहे तो मोदी-शाह डुबो देंगे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संबोधित करते हुए कहा कि इस 15 दिन की यात्रा पूरे देश में चर्चा चली। भाजपा ने इसमें रुकावट डालने की पूरी कोशिश की। गठबंधन के लोग राहुल जी या तेजस्वी जी नहीं डरे। वोट चोरी करने वाले पैसा चोरी करने की भी आदत रखते हैं। बैंक से चोरी कर बाहर जाने वालों को भी यह संभालते हैं। मोदी जी बिहार में वोट चोरी कराकर जीतना चाहते हैं। सतर्क नहीं रहेंगे तो यह मोदी और शाह आपको डुबा देंगे। आजादी के बाद जो वोट का अधिकार दिलाया गया, उसे खोना नहीं। यह महात्मा गांधी, आंबेडकर और नेहरु जी ने अधिकार दिया है। सीएम नीतीश कुमार पर हमला करते हुए खरगे ने कहा कि यह आरएसएस वाले आपको कचरा में जाकर फेकेंगे। खरगे ने पुलिस को राहुल गांधी की यात्रा रोकने के लिए भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने नारा लगवाया- मोदी को हटाओ। तेजस्वी यादव बोले- भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह बन गए डुप्लीकेट नीतीश बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे के बाद हेमंत सोरेन अभिवादन करते हुए अपना संबोधन शुरू किया और मुकेश सहनी और क्रिकेटर युसुफ पठान को बड़ा भाई कहकर संबोधित किया। आदाब, प्रणाम और सलाम करते हुए तेजस्वी ने कहा कि यह बिहार की धरती है, लोकतंत्र की जननी है। यह कुछ, कुछ भी नहीं दो भाजपाई लोग चुनाव आयोग के साथ मिलकर लोकतंत्र की धरती से लोकतंत्र को खत्म कर देना चाहते हैं। लोकतंत्र चाहिए या राजतंत्र चाहिए? यह लोग चाहते हैं कि बिहारी लोग को ठग लें। फैक्टरी लगाएंगे गुजरात में और वोट चाहिए बिहार में! हमारे मुख्यमंत्री इतनी बार पलटी मारे हैं कि इनका दिमाग चकरा गया है। एक इंजन अपराध और एक भ्रष्टाचार में लगा है। अपना वोट कटने नहीं देना है। बड़ी चालाकी से फर्जी वोट जोड़े जा रहे हैं। इस सरकार को आने वाले चुनाव में उखाड़ फेंकना है। भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह बन गए हैं सीएम नीतीश कुमार। मंत्रीजी के यहां सुबह शाम जाते हैं। और, उनके विभाग के इंजीनियर पकड़े जाते हैं तो रुपए जला दिए जाते हैं। करोड़ों-अरबों जला दिए जा रहे हैं। यह नकलची सरकार है। हम जो कहते हैं, वह यह करने लगती है। यह सरकार नकल तो कर सकती है, विजन नहीं ला सकती है। तेजस्वी आगे-आगे और यह सरकार पीछे-पीछे। डुप्लीकेट सीएम चाहिए कि ओरिजनल सीएम चाहिए। अभी तो डुप्लीकेट सीएम का राज चल रहा है। हमलोग एफआईआर वगैरह से डरने वाले नहीं हैं। लालू प्रसाद की औलाद हैं। कृष्ण के वंशज हैं, जिनका जन्म ही जेल में हुआ था। लालूजी का खून तेजस्वी के अंदर है। मोदीजी झूठ बोलने की फैक्टरी हैं। इंडस्ट्री हैं, डिस्ट्रीब्यूटर हैं, होल सेलर हैं। वोट की चोरी करने वालों को उखाड़ फेंकना है। सोरेन बोले- वोट चोरी करने वाले पकड़े गए, आज पर्दाफाश कर रहे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि यह चुनाव बिहार नहीं, देश को बचाने का अवसर है। षडयंत्रकारियों के खिलाफ बड़ा आंदोलन करना है। इन्होंने मुझे भी जेल में डाल दिया थ। बिहार की ऐतिहासिक धरती से आग्रह है कि जिस तरह से वोटर रिवीजन का काम किया है, लेकिन यह विशेष और गहन- दोनों को जोड़कर पुनरीक्षण कराया गया है और यह गलत है। साजिश है। आज यह वोट चोरी करने वाले पकड़े गए हैं। आज हम इसका पर्दाफाश कर रहे हैं। ईडी-सीबीआई जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग करने वाले चुनाव आयोग का दुरुपयोग कर लोकतंत्र को बर्बाद कर रहे हैं।

राहुल ने यात्रा की ‘क्रांति’ के पूरे देश में फैलने का दावा किया, अखिलेश ने भाजपा को हराने का आह्वान किया

सारण/भोजपुर (बिहार), 30 अगस्त : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के अंतिम चरण में पहुंचने के साथ शनिवार को कहा कि बिहार में शुरू हुई यह ‘क्रांति’ पूरे देश में फैलने जा रही है और अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को वोट और चुनाव की ‘चोरी’ नहीं करने दी जाएगी। राहुल गांधी और बिहार के महागठबंधन के नेताओं को इस यात्रा के 14वें दिन समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव का भी समर्थन मिला। यात्रा में शामिल होने के बाद यादव ने बिहार की जनता का आह्वान किया कि वे उसी तरह भाजपा को ‘मगध’ (बिहार) में भी हराए, जैसे पिछले लोकसभा चुनाव में लोगों ने उसे ‘अवध’ (उत्तर प्रदेश) में हराया था। यात्रा का आज 14वां दिन था और आगामी सोमवार को पटना में ‘विशाल पैदल’ मार्च से पहले वाहन के जरिए यह आखिरी दिन की यात्रा थी। यात्रा में रविवार को अवकाश का दिन है। सासाराम से 17 अगस्त को शुरू हुई यह 16-दिवसीय यात्रा एक सितंबर (सोमवार) को पटना में ‘‘विशाल पैदल मार्च’’ के साथ समाप्त होगी। बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सारण से इस यात्रा का हिस्सा बने। राहुल गांधी, अखिलेश यादव, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव और महागठबंधन के कुछ अन्य नेता एक खुली जीप पर सवार थे और उन्होंने जगह-जगह उत्साही भीड़ का अभिवादन स्वीकार किया। अखिलेश यादव से पहले, द्रमुक नेता एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री तथा पार्टी के कई वरिष्ठ नेता इस यात्रा में शामिल हो चुके हैं। राहुल गांधी ने यात्रा में शामिल होने के लिए अखिलेश यादव का धन्यवाद किया। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘दो भाई, वोट चोरों की तबाही! वोटर अधिकार यात्रा में शामिल होकर, तेजस्वी, मुझे और ‘इंडिया’ गठबंधन के सभी नेताओं को अपना समर्थन देने के लिए आपका बहुत धन्यवाद, अखिलेश जी।’ यात्रा के 14वें दिन का समापन आरा (भोजपुर) में एक जनसभा के साथ हुआ। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इस सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘बिहार से ही क्रांति शुरू होती है। आपने दिखाया कि बिहार से ही यह क्रांति, वोटर अधिकार यात्रा शुरू हुई और यह पूरे देश में फैलने जा रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह चोरी सिर्फ आपके वोट की नहीं, बल्कि आपके अधिकार की चोरी है और आपके भविष्य की चोरी है।’’ राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि नरेन्द्र मोदी, भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस), ‘‘अदाणी और अंबानी की सरकार चलाते हैं, ’’ इसलिए वे चाहते हैं कि गरीबों की आवाज इस देश में नहीं सुनी जाए और दबाई जाए। उन्होंने कहा, ‘‘हमने साफ कह दिया कि पूरे देश में गरीब युवाओं की आवाज गूंजेगी और हम बिहार में एक वोट भी चोरी नहीं होने देंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम बिहार का चुनाव इन्हें चोरी नहीं करने देंगे।’’ अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा ने निर्वाचन आयोग को ‘जुगाड़ आयोग’ बना दिया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश में 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजों का हवाला देते हुए कहा, ‘हम लोगों ने मिलकर अवध में हराया था, इस बार मगध में भारतीय जनता पार्टी को हराने की जिम्मेदारी आपकी है।’ यादव ने तेजस्वी का समर्थन करते हुए कहा, ‘बिहार की जनता ने यह भी देखा है कि जहां युवा पलायन करते थे, उन्हें तेजस्वी ने नौकरी-रोजगार दिया था। इस बार भाजपा का पलायन होने जा रहा है।’ सपा अध्यक्ष ने 1990 में लालकृष्ण आडवाणी को रथयात्रा निकाले जाने के समय समस्तीपुर में गिरफ्तार किए जाने के प्रकरण का परोक्ष रूप से हवाला दिया और कहा, ‘एक बार पहले भी इसी बिहार ने भाजपा का रथ रोका था, इस बार भी बिहार की जनता उनका रथ रोकेगी।’ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधा और कहा, ‘जो लोग हमें और आपको डरा रहे हैं, वह आजकल सबसे ज्यादा ट्रंप (अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप) से डर रहे हैं। टैरिफ लगाकर हमारे तमाम कारोबारी के सामने संकट पैदा किया।’ राजद नेता तेजस्वी यादव ने सभा में कहा, ‘भाजपा के लोग आपका हक छीनना चाहते हैं, लेकिन हमें मिलकर वोट के अधिकार के लिए लड़ना है। बिहार में बदलाव लाना है और महागठबंधन की सरकार बनानी है।’ कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि बिहार के लोगों ने राहुल गांधी और महागठबंधन के अन्य नेताओं की इस यात्रा को अभूतपूर्व समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा एसआईआर के नाम पर किए जा रहे लोकतंत्र के विनाश के खिलाफ आशा की किरण बनकर सामने आई। वेणुगोपाल ने बताया कि यह यात्रा 25 जिलों में 110 से अधिक विधानसभा क्षेत्रों से गुजरी और इसमें 1300 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की गई। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘यात्रा बिहार के जन आंदोलनों के समृद्ध इतिहास में एक मील का पत्थर रही है।’ यात्रा का समापन सोमवार को पटना के गांधी मैदान स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा से पटना उच्च न्यायालय के निकट बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा तक मार्च निकालकर होगा। इसमें राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, महागठबंधन के अन्य नेता और समर्थक शामिल होंगे। यह यात्रा रोहतास, औरंगाबाद, गयाजी, नवादा, शेखपुरा, नालंदा, लखीसराय, मुंगेर, कटिहार, पूर्णिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, भोजपुर और कुछ अन्य क्षेत्रों से गुजरी।