पटना, 15 जुलाई : राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) पर महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी के साथ कथित दुर्व्यवहार को लेकर निशाना साधा। तुषार गांधी राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन के समर्थन में राज्य का दौरा कर रहे हैं। गांधी सोमवार को पूर्वी चंपारण जिले में थे, जहां से राष्ट्रपिता ने अपना पहला सत्याग्रह शुरू किया था। यादव ने एक वीडियो साझा किया जिसमें नीतीश कुमार सरकार के एक समर्थक द्वारा गांधी को अपशब्द कहे जा रहे थे। उन्होंने कहा, ‘मैं बिहार के सभी लोगों की ओर से श्री तुषार गांधी से हाथ जोड़कर क्षमा मांगता हूं। मुझे उम्मीद है कि वह हमें माफ कर देंगे।” बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता यादव ने स्वयं को ‘महात्मा गांधी के दर्शन का अनुयायी बताया, जिनका स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, त्याग और समर्पण मुझे कृतज्ञता से भर देता है।’ बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री यादव द्वारा साझा किया गया वीडियो सबसे पहले उनकी पार्टी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया था, जिसमें यह दावा किया गया था कि गांधी के साथ दुर्व्यवहार करने वाला व्यक्ति ‘भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का नेता है, जो स्वयं को उस जाति से संबंधित बताता है जिससे महात्मा गांधी आते हैं।” वीडियो में उस व्यक्ति को कहते हुए सुना गया, ”मोदी सरकार अच्छा काम कर रही है, नीतीश सरकार भी अच्छा कर रही है। महात्मा गांधी के वंशज होकर भी इस सच्चाई को न मानने के लिए आपको शर्म आनी चाहिए।” यह घटना तुरकौली गांव में हुई थी, जो एक ऐतिहासिक ‘नीम के पेड़’ के पास स्थित है। ब्रिटिश राज के दौरान नील की खेती करने वालों को इस पेड़ से बांधकर कोड़े मारे जाते थे। यह अमानवीय प्रथा तब बंद हुई जब महात्मा गांधी ने देश में अपना पहला असहयोग आंदोलन शुरू किया। तुषार गांधी ने पंचायत भवन में आयोजित एक कार्यक्रम से पहले पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा, ”मुझे लगता है कि बिहार को बदलाव की जरूरत है। राजग सत्ता में है लेकिन उसने अपने कई वादे पूरे नहीं किए हैं। महा गठबंधन एक विकल्प है, और इसलिए मैं आगामी चुनावों में विपक्षी गठबंधन का समर्थन करूंगा। हालांकि, मैं एक (सामाजिक) कार्यकर्ता था, हूं और रहूंगा और अगर महा गठबंधन सत्ता में आता है, तो मैं उससे भी उसी स्तर की जवाबदेही मांगूंगा।” गांधी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर भी अपनी नाराजगी जतायी। उन्होंने कहा, ”काफी पहले मैंने उनसे आग्रह किया था कि चंपारण के नाम में ‘सत्याग्रह’ जोड़ा जाए। यह बापू को एक श्रद्धांजलि होती।” गांधी के अनुसार, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) प्रमुख ”ने उस प्रस्ताव से सहमति जतायी थी, लेकिन लगता है अब भूल गए हैं – जो कि उनकी अनगिनत राजनीतिक पलटियों को देखते हुए कोई हैरानी की बात नहीं है।” पंचायत भवन से अपमानजनक ढंग से बाहर निकाले जाने के बाद गांधी ने भवन के बाहर एक छोटी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ”बापू को तो बहुत पहले मार दिया गया, लेकिन गोडसे की विचारधारा आज भी जीवित है। यही विचारधारा किसी भी असहमति की आवाज को दबाना चाहती है।” उन्होंने कहा, ”हमें नहीं पता कि बापू की सत्यनिष्ठा चुनावी राजनीति में कितनी जगह पा सकती है, जिसकी नींव अब झूठ और धोखे पर टिकी है। फिर भी हमें लड़ते रहना होगा।” इसके साथ ही भीड़ में से ‘इंकलाब जिंदाबाद’ के नारे गूंज उठे।
बिहार सरकार अगले पांच वर्ष में 1 करोड़ रोजगार और रोजगार के अवसर सृजित करेगी
-कैबिनेट की बैठक में 30 प्रस्तावों पर मुहर पटना, 15 जुलाई : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में अगले पांच वर्षों यानी 2030 तक रोज़गार और रोजगार के अवसर पैदा करने सहित कुल 30 निर्णय लिए गए। कैबिनेट सचिवालय विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ ने कैबिनेट बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि ये रोजगार और रोजगार के अवसर सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में सृजित किए जाएंगे, साथ ही सरकार से किसी भी रूप में सहायता प्राप्त करने वाली फर्मों/उद्यमियों में भी। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि बैठक में विकास आयुक्त की अध्यक्षता में एक 12 सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति गठित करने का भी निर्णय लिया गया, जो इस उद्देश्य के लिए सभी संभावनाओं और विकल्पों पर विचार करने के बाद सरकार को अपने सुझाव देगी। एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय में, कैबिनेट ने सामाजिक सुरक्षा योजना का लाभ उन गैर-कॉर्पोरेट करदाताओं को भी देने का निर्णय लिया, जो राज्य के निवासी हैं और जिनका व्यवसाय राज्य में पंजीकृत है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में वाणिज्य कर विभाग के प्रस्ताव बिहार व्यवसायी दुर्घटना मृत्यु अनुदान योजना, 2025 को मंजूरी दे दी गई है। इस प्रस्ताव के अनुसार, राज्य सरकार किसी व्यवसायी की दुर्घटना में मृत्यु होने पर उसके निकटतम परिजन को 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देगी, बशर्ते व्यवसायी बिहार का निवासी हो या उसने राज्य में अपना व्यवसाय पंजीकृत कराया हो। राज्य के व्यवसायियों को लाभ पहुंचाने के अलावा, यह जीएसटी करदाताओं को भी कवर करेगा। उन्होंने बताया कि कैबिनेट ने माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को एकमुश्त राशि के भुगतान के लिए 394.41 करोड़ रुपये की अनुदान सहायता भी स्वीकृत की है। उन्होंने आगे कहा कि गैर-सहायता प्राप्त शिक्षा नीति को समाप्त करने के बाद, सरकार विभिन्न प्रभागों में उत्तीर्ण छात्रों की संख्या के आधार पर ऐसे विद्यालयों को अनुदान देती है। पटना मेट्रो के प्राथमिकता वाले कॉरिडोर के रखरखाव के लिए धनराशि स्वीकृत -सिद्धार्थ ने बताया कि पटना मेट्रो रेल परियोजना के प्राथमिकता वाले कॉरिडोर के रखरखाव के लिए दो साल आठ महीने (अगस्त 2025 और मार्च 2028) की अवधि के लिए 179.37 करोड़ रुपये की राशि भी स्वीकृत की गई है। उन्होंने आगे बताया कि यह राशि दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन को दी जाएगी। इसके अलावा, उन्होंने तीन-कार सिंगल ट्रेनसेट मेट्रो को तीन साल की अवधि के लिए किराए पर लेने के लिए 21.15 करोड़ रुपये की राशि भी स्वीकृत की। गौरतलब है कि मेट्रो ट्रेन सबसे पहले मलाही पकरी और न्यू आईएसबीटी के बीच एक एलिवेटेड सेक्शन पर प्राथमिकता वाले कॉरिडोर पर अपनी सेवा शुरू करेगी। बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) को 6000 रुपये का एकमुश्त मानदेय-मंत्रिमंडल ने राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्य के लिए 77,895 बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) और 8245 बीएलओ पर्यवेक्षकों को 6000 रुपये का एकमुश्त मानदेय देने का निर्णय लिया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि इस हेतु 51.68 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। बिहार कैबिनेट की बैठक में चार डॉक्टरों को बर्खास्त करने को लेकर भी निर्णय लिया गया है। इसके तहत लखीसराय में पोस्टेड डॉक्टर कृतिका सिंह, डॉ कृति किरण, बेगूसराय में पोस्टेड डॉक्टर चंदना कुमारी और जमुई में तैनात डॉक्टर निमीषा रानी को सरकारी सेवा से बर्खास्त करने का फैसला लिया गया है। इन सभी को लगातार अनुपस्थित रहने की वजह से सरकारी सेवा से बर्खास्त किया गया है। पटना की ही तरह भागलपुर और मुंगेर में गंगा पर परियोजना को मंत्रिमंडल ने अपनी मंजूरी दी है। इसके तहत भागलपुर में सुल्तानगंज-भागलपुर-सबोर के बीच 40.80 किलोमीटर लंबा पथ बनेगा। इसके लिए 4,850 करोड़ स्वीकृत किए गए हैं। मुंगेर जिले में भी गंगा पथ परियोजना को मंजूरी दी गई है। मुंगेर -बरियारपुर-घोरघट -सुल्तानगंज के बीच 42 किलोमीटर लंबा पथ बनेगा और इसके लिए 5,120 करोड़ रुपये की स्वीकृत दी गई । अन्य महत्वपूर्ण निर्णय-मंत्रिमंडल ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी शिक्षा द्वारा संचालित 46 राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों में कार्यशालाओं एवं प्रयोगशालाओं के लिए मशीनरी/उपकरण/औजार/कंप्यूटर क्रय एवं स्थापना हेतु 80 करोड़ रुपये स्वीकृत किए। इसी प्रकार, राज्य के 38 राजकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालयों में कार्यशालाओं एवं प्रयोगशालाओं हेतु मशीनरी/उपकरण/औजार/कंप्यूटर क्रय एवं स्थापना के लिए 90 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए। कैबिनेट ने पश्चिमी कोसी नहर परियोजना के विस्तार, जीर्णोद्धार और आधुनिकीकरण कार्य के लिए अनुमानित 7832.29 करोड़ रुपये की राशि को भी मंजूरी दी। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि इस परियोजना के मार्च 2029 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। इस परियोजना के पूरा होने पर दरभंगा जिले के 16 और मधुबनी जिले के 20 प्रखंडों को लाभ मिलने की उम्मीद है। परियोजना का कृषि योग्य कमान क्षेत्र (कृषि योग्य कमान क्षेत्र) 2,15,672 हेक्टेयर है और वार्षिक सिंचाई क्षमता 2,91,158 हेक्टेयर है। कैबिनेट ने वित्त विभाग के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी।
पत्रकार से यूट्यूबर बने अजीत अंजुम पर प्राथमिकी में क्या है? क्या दिखाने के कारण एफआईआर दर्ज
बेगूसराय, 15 जुलाई : बिहार के बेगूसराय जिले में यूट्यूबर और पत्रकार अजीत अंजुम के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उन पर सरकारी काम में बाधा डालने और बिना अनुमति सरकारी दफ्तर में घुसने का आरोप है। यह मामला बलिया थाना में दर्ज हुआ है। एफआईआर भाग संख्या 16, साहेबपुर कमाल विधानसभा क्षेत्र के बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) मो. अंसारुल हक ने दर्ज करवाई है। बीएलओ ने बताया कि 12 जुलाई की सुबह करीब 9:30 बजे वे बलिया प्रखंड सभागार में बीएलओ एप से वोटर लिस्ट की जानकारी अपलोड कर रहे थे। उसी दौरान अजीत अंजुम, उनके सहयोगी और कैमरामैन बिना अनुमति अंदर घुस आए और सवाल-जवाब करने लगे। उन्होंने बीएलओ से पूछा कि बूथ पर कितने मतदाता हैं, फार्म कितनों को दिया गया, कितनों से वापस लिया गया, मुस्लिम मतदाताओं की संख्या कितनी है और कितनों ने फार्म के साथ दस्तावेज जमा किए हैं। बीएलओ ने बताया कि उनके बूथ पर 1020 मतदाता हैं और सभी से फार्म लेकर अपलोड किया जा चुका है। बीएलओ के अनुसार, अजीत अंजुम बार-बार इस बात पर ज़ोर दे रहे थे कि मुस्लिम मतदाताओं को परेशान किया जा रहा है, जबकि बीएलओ का कहना है कि यह पूरी तरह गलत आरोप है। बीएलओ ने यह भी बताया कि अजीत अंजुम और उनकी टीम करीब एक घंटे तक वहां मौजूद रही, जिससे सरकारी कामकाज में काफी परेशानी हुई। इस घटना के बाद अजीत अंजुम और उनके सहयोगियों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने और सांप्रदायिक तनाव फैलाने के आरोप में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। आसान भाषा में समझें पूरा मामला देश के जाने-माने पत्रकार और यूट्यूबर अजीत अंजुम ने अपने यूट्यूब चैनल पर मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान से जुड़ी एक रिपोर्टिंग की और उसे अपने चैनल पर अपलोड किया। इसी वीडियो को लेकर बेगूसराय जिला प्रशासन ने आपत्ति जताई है और एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है, जिसमें अजीत अंजुम पर झूठी और भ्रामक जानकारी फैलाने का आरोप लगाया गया है। प्रशासन का कहना है कि बलिया अनुमंडल में चल रहे वोटर लिस्ट सुधार कार्य के दौरान अजीत अंजुम ने बिना अनुमति सरकारी दफ्तर में जाकर वीडियो बनाया और इसे यूट्यूब चैनल पर प्रसारित कर दिया। इस वीडियो में कुछ गलत जानकारियां दी गई हैं, जिससे समाज में भ्रम और तनाव फैल सकता है। इस वीडियो की पड़ताल जब एक अखबार के पत्रकार ने की, तो कुछ अहम बातें सामने आईं। वीडियो में दिखता है कि अजीत अंजुम बलिया अनुमंडल कार्यालय पहुंचते हैं और वहां कैंपस में रिपोर्टिंग करते हैं। फिर वह एक कार्यालय कक्ष में प्रवेश करते हैं, जहां कुछ महिला कर्मचारी वोटर लिस्ट से जुड़े काम कर रही होती हैं। अजीत अंजुम वहां रखे कागजों को पलटकर देखते हैं और कर्मचारियों से सवाल-जवाब करते हैं। वीडियो में यह भी दिख रहा है कि वे बीएलओ और अन्य अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। अब इस पूरे मामले को लेकर बेगूसराय में राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। मंगलवार को नागरिक संवाद समिति के द्वारा विरोध मार्च निकालने की तैयारी की जा रही है। प्रशासन का मानना है कि अजीत अंजुम ने एक विशेष समुदाय को लेकर भ्रम फैलाने की कोशिश की है, जिससे सामाजिक सौहार्द बिगड़ सकता है। जिला प्रशासन ने क्या कहा? बेगूसराय जिला प्रशासन ने 13 जुलाई को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की जिसमें यूट्यूबर अजीत अंजुम पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने एक जाति विशेष को निशाना बनाकर झूठी बातें फैलाईं और लोगों को भ्रमित करने की कोशिश की। प्रशासन ने बताया कि 12 जुलाई की शाम 4 बजे अजीत अंजुम ने अपने यूट्यूब चैनल पर 45 मिनट 39 सेकंड का एक वीडियो अपलोड किया। इस वीडियो में वे अपने कैमरामैन के साथ बलिया प्रखंड सभागार में चल रहे वोटर लिस्ट सुधार कार्य का वीडियो बना रहे हैं, जो बिना अनुमति के किया गया। प्रशासन का कहना है कि इस वीडियो में एक खास वर्ग के लोगों को लेकर ऐसे सवाल उठाए गए हैं, जिससे समाज में भेदभाव और तनाव फैल सकता है। वीडियो में कुछ निजी और संवेदनशील दस्तावेजों को भी दिखाया गया है। प्रशासन ने चेतावनी दी कि अगर इस वीडियो के कारण इलाके में कोई अप्रिय घटना होती है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी अजीत अंजुम और उनके साथियों की होगी। प्रेस विज्ञप्ति में प्रशासन ने यह भी कहा कि अजीत अंजुम का यह कृत्य सरकारी काम में बाधा डालने वाला, गैरजिम्मेदार और अनुचित है। इससे धार्मिक तनाव भी फैल सकता है। प्रशासन ने यह साफ किया कि साहेबपुर कमाल विधानसभा क्षेत्र (145) में वोटर लिस्ट सुधार कार्य शांतिपूर्वक और अच्छे माहौल में चल रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि जिस मतदान केंद्र के कागजात अजीत अंजुम ने वीडियो में दिखाए, वहां कुल 1104 वोटर हैं, जिनमें 1098 हिन्दू और 6 मुस्लिम हैं। अब तक वहां से 980 फॉर्म वापस लिए जा चुके हैं, और 715 फॉर्म अपलोड भी हो चुके हैं। पूरे विधानसभा क्षेत्र में 2,76,904 मतदाता हैं, जिनमें से 2,18,000 योग्य मतदाताओं के फॉर्म भरे और वापस लिए जा चुके हैं। इनमें से 2,01,897 फॉर्म यानी 72% पहले ही अपलोड किए जा चुके हैं। यह काम चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार पूरी गंभीरता से और समय पर किया जा रहा है।
पटना में वकीलों ने अदालती कामकाज का बहिष्कार किया
पटना, 14 जुलाई: पटना में हुए एक अधिवक्ता की जघन्य हत्या के विरोध में वकीलों ने आज पटना सिविल कोर्ट में अदालती कामकाज का बहिष्कार किया। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अमर नाथ ने यहाँ बताया कि वकीलों ने अपने समुदाय के खिलाफ हो रहे आपराध की घटना को गंभीरता से लिया है और इसके विरोध में वे आज अदालती कामकाज का बहिष्कार कर रहे हैं। नाथ ने बताया कि आज सुबह बार एसोसिएशन की एक विशेष बैठक में यह निर्णय लिया गयाI उन्होंने बताया कि बैठक में उपस्थित अधिवक्ताओं ने पटना सिविल कोर्ट के वकील जितेंद्र कुमार मेहता की हत्या पर शोक व्यक्त किया। हत्या पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए अधिवक्ताओं ने घटना पर चिंता जताई। इसके बाद बार एसोसिएशन की ओर से नाथ ने प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, सिविल कोर्ट पटना को प्रस्ताव की एक प्रति सौंपी और उनसे इस मामले में तत्काल कार्रवाई करने का अनुरोध किया। उल्लेखनीय है कि कल सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के अशोक राजपथ के निकट महेंद्रू मोहल्ले में कुछ हथियारबंद अपराधियों ने वकील जितेंद्र कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
पटना मेयर के बेटे की होगी गिरफ्तारी, आर्म्स एक्ट हत्या मामले में केस दर्ज
पटना, 14 जुलाई : राजधानी पटना से बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है पटना मेयर सीता साहू के बेटे शिशिर पर गांधी मैदान थाने में केस दर्ज किया गया है पटना पुलिस कभी भी उनकी गिरफ्तारी कर सकती है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, शिशिर के खिलाफ पिछले 2 साल में पटना के अलग-अलग थाने में आर्म्स एक्ट हत्या के प्रयास के लगभग चार मामले दर्ज हैं पटना के एसएसपी कार्तिकेय के. शर्मा ने बताया कि उनके अपराधी इतिहास को देखते हुए गिरफ्तारी का आदेश दिया गया। वहीं पटना के एसएसपी ने बताया कि मेयर सीता साहू से भी पूछताछ हो सकती है फिलहाल शिशिर राज्य से बाहर भागा हुआ है। गिरफ्तारी के लिए पटना पुलिस की ओर से टीम गठित की गई है कभी भी उसकी गिरफ्तारी हो सकती।
सावन के पहले सोमवार पर ‘बोल बम’ के जयकारों से गूंजा देवघर, बैद्यनाथ धाम में भक्तों ने किया जलाभिषेक
देवघर, 14 जुलाई : झारखंड के देवघर स्थित बैद्यनाथ धाम में सावन की पहली सोमवारी पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह तीन बजे जैसे ही मंदिर का पट खोला गया, बाबा की नगरी ‘बोल बम’ के जयकारों से गूंज उठी। परंपरागत कांचा जल पूजा और सरकारी पूजा के बाद अरघा से जलार्पण का सिलसिला शुरू हो गया। सुबह आठ बजे कांवड़ियों की कतार करीब 10 किलोमीटर तक लंबी हो गई। बिहार के सुल्तानगंज स्थित उत्तरवाहिनी गंगा का पवित्र जल लेकर लाखों कांवड़िए 108 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर बाबा धाम पहुंच रहे हैं। सावन में यहां रोज एक से डेढ़ लाख भक्त पहुंचते हैं, लेकिन सोमवार को भीड़ सबसे ज्यादा होती है। धार्मिक मान्यता है कि देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ‘कामना महादेव’ स्थापित है। कहा जाता है कि यहां सच्चे मन से मांगी गई हर कामना पूरी होती है। सावन में जलार्पण कर भक्त शिव का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। राज्य सरकार का अनुमान है कि इस साल मेले में देश-विदेश से 50 से 60 लाख श्रद्धालु पहुंचेंगे। उनकी सुविधा, सुरक्षा और सहूलियतों को लेकर राज्य सरकार की ओर से हर स्तर पर व्यापक इंतजाम किए गए हैं। श्रद्धालुओं के रहने और विश्राम के लिए देवघर-सुल्तानगंज मार्ग में कोठिया और बाघमारा में सुविधाओं से युक्त विशाल टेंट सिटी का निर्माण कराया गया है, जहां एक साथ हजारों श्रद्धालु विश्राम कर सकते हैं। मेला क्षेत्र में जगह-जगह स्नानगृह, शौचालय, चिकित्सा शिविर और सूचना केंद्र बनाए हैं। मेले को डिजिटल स्वरूप दिया गया है। भक्त क्यूआर कोड स्कैन कर हर सुविधा की जानकारी सुगमता से प्राप्त कर सकते हैं। भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने विशेष व्यवस्थाएं की हैं। हालांकि, वीआईपी और वीवीआईपी दर्शन पर रोक लगा दी गई है। आउट ऑफ टर्न दर्शन की अनुमति भी नहीं दी गई है। इसके साथ ही स्पर्श पूजा पर भी पाबंदी लगाई गई है। इस बार शीघ्र दर्शनम की सुविधा भी स्थगित रखी गई है। सभी श्रद्धालुओं के लिए अरघा के माध्यम से जलार्पण की व्यवस्था की गई है, ताकि भीड़ में किसी को परेशानी न हो। मेला क्षेत्र में तैनात पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को विनम्रता और सेवा भाव से ड्यूटी निभाने का निर्देश दिया गया है।
अब दिल्ली में भी दिखेगी हरियाणा की तरह साफ यमुना: मंत्री
नई दिल्ली, 13 जुलाई: दिल्ली सरकार के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने रविवार को पल्ला क्षेत्र में यमुना नदी का निरीक्षण किया। यह वही स्थान है जहां यमुना हरियाणा से होकर दिल्ली में प्रवेश करती है। निरीक्षण के दौरान मंत्री ने विभागीय अधिकारियों के साथ बोट से यमुना के जलस्तर और तटीय स्थिति का जायज़ा लिया। नदी के पानी के सैंपल भी एकत्र किए गए हैं, ताकि उसकी गुणवत्ता की जांच कराई जा सके। निरीक्षण के बाद मंत्री ने बताया कि पल्ला क्षेत्र में यमुना का पानी बिल्कुल साफ है, लेकिन जैसे ही नदी दिल्ली में आगे बढ़ती है, इसका रंग गहरा और गंदा होता जाता है। इस अंतर को समाप्त करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि दिल्ली में भी यमुना वैसी ही साफ और स्वच्छ दिखाई दे जैसी पल्ला क्षेत्र में है। मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि जहां पानी कुछ ही मिनटों में निकल जाए, उसे वॉटर लॉगिंग नहीं कहा जा सकता। जलभराव तभी माना जाता है जब किसी इलाके में पानी 4 से 5 घंटे तक भी न निकले। फिलहाल अधिकतर इलाकों में नालों की सफाई और जल निकासी व्यवस्था सही ढंग से काम कर रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नदी किनारे के सभी इलाकों की निगरानी लगातार की जाए और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए टीमें पूरी तरह सतर्क रहें। दिल्ली सरकार का कहना है कि यमुना को स्वच्छ बनाने और जलभराव की समस्या से निपटने के लिए व्यापक योजना पर काम हो रहा है। मंत्री ने कहा कि हजारों करोड़ के काम जितने भी डिसेंट्रलाइज्ड एसटीपी थे जितनी पाइपलाइन बिछनी थी, जितनी पानी पाइप लाइन बिछनी है और जो कुछ भी यमुना मां की सफाई के लिए किया जाना है, उसके निर्मल प्रभाव के लिए जो होना चाहिए, लगातार सरकार उसे कर रही है। आज यमुना तट से योग की क्रियाओं से समझता हूं दिल्ली वालों को यह संदेश देना है कि यमुना जी साफ हो रही है।
द्वारका के रेडिसन ब्लू होटल की दूसरी मंजिल पर स्पा में आग, घंटों कड़ी मशक्कत के बाद पाया काबू
नई दिल्ली, 13 जुलाई: द्वारका स्थित रेडिसन ब्लू होटल की दूसरी मंजिल पर स्थित स्पा में शनिवार देर रात अचानक आग लग गई। आग की लपटें व धुआं फैलते ही वहां अफरा-तफरी मच गई। होटल में ठहरे लोग आग लगते ही एक एक कर सुरक्षित बाहर निकल गए। सूचना मिलते ही दमकल की 11 गाड़ियां मौके पर पहुंची। दमकल कर्मियों ने एक घंटे की मेहनत के बाद आग पर काबू पा लिया। हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है। पुलिस आग लगने के कारणों की जांच कर रही है। दमकल विभाग के अनुसार शनिवार रात करीब 12.17 बजे द्वारका सेक्टर-13 स्थित रेडिसन ब्लू होटल में आग लगने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही आस पास के अग्निशमन केंद्रों से 11 गाड़ियां मौके पर पहुंच गई। घटनास्थल पर पहुंचे अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि आग 10 मंजिला होटल की दूसरी मंजिल पर स्थित स्पा सेंटर के स्टीम रूम में लगी थी। मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों की तीन टीमें बनाई गई। एक टीम ने एहतियातन होटल को खाली करवाया। वहीं दूसरी टीम ने आग बुझाने का काम शुरू किया। जबकि तीसरी टीम आग बुझाने वाली टीम की मदद कर रही थी। एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पाया काबू आग लगते ही होटल में मौजूद सभी लोग बाहर निकल गए। करीब एक घंटे में आग पर काबू पा लिया गया। आशंका जताई जा रही है कि आग स्टीम रूम में किसी तकनीकी खराबी या फिर शार्ट सर्किट की वजह से लगी है।
तेजस्वी ने मतदाता पुनरीक्षण को लेकर फिर उठाए सवाल, कहा – सिर्फ टारगेट पूरा करने के लिए हो रही कवायद
पटना, 13 जुलाई ; बिहार में विपक्षी दलों के गठबंधन ने रविवार को एक बार फिर मतदाता पुनरीक्षण को लेकर सवाल उठाए हैं। राजद के नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि केवल टारगेट पूरा करने को लेकर काम किया जा रहा है जबकि धरातल पर सही तरीके से सत्यापन नहीं हो रहा है। पटना में महागठबंधन के संयुक्त प्रेस वार्ता में विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि उच्चाधिकारियों द्वारा बीएलओ को मौखिक आदेश टारगेट पूरा करने के लिए दिए गए हैं। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि बीएलओ बिना मतदाताओं से पूछे ही फर्जी तरीके से फॉर्म भर रहे हैं, अंगूठे के निशान या हस्ताक्षर भी खुद ही कर रहे हैं। इस प्रेस वार्ता में उन्होंने एक वीडियो के जरिए फेंका हुआ फॉर्म भी दिखाया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सड़कों, गलियों में फॉर्म फेंका गया है और लोग जलेबी खा रहे हैं। तेजस्वी ने इस मतदाता पुनरीक्षण में सत्यापन को सिर्फ ‘आई वॉश’ करार देते हुए कहा कि भाजपा द्वारा सब कुछ पहले से तय है कि किस बूथ पर कितने मतदाताओं के नाम काटने हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के लोग अलर्ट हैं, इस बार आर-पार होगा। यहां 90 प्रतिशत लोग पिछड़े वर्ग से हैं, इनकी रोटी छीनी जा सकती है, लेकिन वोट का अधिकार छीना नहीं जा सकता है। उन्होंने विधानसभावार आंकड़े जारी करने की मांग करते हुए कहा कि आज चुनाव आयोग का कहना है कि 80 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया। लेकिन सवाल है कि वह किस विधानसभा क्षेत्र से हुआ और कितना हुआ? तेजस्वी ने कहा कि मतदाताओं को यह भी पता नहीं चल रहा कि उनका फॉर्म सही जमा हुआ है या नहीं। क्योंकि आयोग न पावती पर्ची दे रहा है और न कोई विकल्प दे रहा है। आंकड़े मात्र अपलोडिंग का दर्शा रहे हैं जबकि आयोग ने प्रमाणिकता, सहमति और वैधता की कोई गारंटी नहीं दी है। आयोग का 80 प्रतिशत का दावा जमीनी हकीकत से पूरी तरह से विपरीत है। तेजस्वी ने यह स्पष्ट किया कि महागठबंधन हर स्तर पर इस प्रक्रिया पर नजर रखे हुए है और सभी जिलों से फीडबैक लिया जा रहा है। उन्होंने आंकड़ों के जरिए बताया कि बिहार में करीब 7.90 करोड़ मतदाता हैं, अगर एक प्रतिशत भी मतदाता का नाम कट जाते हैं तो इनकी संख्या करीब आठ लाख होगी। इस प्रेस वार्ता में महागठबंधन के सहयोगी दल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम और वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी ने भी अपनी बात रखी।
चिराग पासवान को धमकी देने वाला शख्स गिरफ्तार
पटना, 13 जुलाई : केंद्रीय मंत्री और लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को धमकी देने वाले शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। समस्तीपुर पुलिस ने आरोपी को बेगूसराय के तेघरा से गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार, आरोपी ने चिराग पासवान को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। आरोपी की पहचान जिले के भीड़हा गांव के रहने वाले मोहम्मद मेराज (21) के रूप में हुई है। युवक की गिरफ्तारी के बाद स्थानीय पुलिस ने युवक को पटना साइबर थाने की पुलिस के हवाले कर दिया। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। पुलिस इस बात की जानकारी इकट्ठा कर रही है कि मेराज ने किसके कहने पर चिराग पासवान को धमकी दी थी। साइबर क्राइम डीएसपी दुर्गेश दीपक ने जानकारी देते हुए बताया कि युवक के पास से मोबाइल जब्त किया गया है। मोबाइल में इंस्टाग्राम आईडी बरामद की गई है, साथ ही वह कमेंट भी पाया गया है, जिसके माध्यम से केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को जान से मारने की धमकी दी गई थी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार युवक को पटना साइबर थाने की पुलिस के हवाले कर दिया गया है। डीएसपी ने बताया कि तकनीकी अनुसंधान के क्रम में विभिन्न सोशल मीडिया साइट्स के पेट्रोलियम के जरिए साहिल सफीक नामक एक यूजर मिला, जिसमें उसने कमेंट किया था कि केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को धमकी देने वाला युवक मानसिक रूप से बीमार है। इसके बाद मोहम्मद सफीक से साइबर पुलिस ने पूछताछ की तो इस युवक के बारे में पता चला, जिसके बाद इसकी गिरफ्तारी बेगूसराय के तेघड़ा से की गई। बता दें कि 11 जुलाई को इंस्टाग्राम के माध्यम से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना दी थी, जिसके बाद पुलिस ने ये कार्रवाई की है। दरअसल, चिराग पासवान को यूट्यूब पर दक्षा प्रिया के एक इंटरव्यू के पोस्ट कमेंट में टाइगर मिराज नामक यूजर ने 20 जुलाई को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। लोजपा रामविलास के जिला अध्यक्ष अनुपम कुमार सिंह उर्फ हीरा सिंह ने इस मामले में समस्तीपुर साइबर थाने में आवेदन दिया था। हालांकि, इस मामले में पटना साइबर थाने में पूर्व में ही प्राथमिकी दर्ज कर ली थी, जिस कारण समस्तीपुर में मामले को लेकर एक सन्हा दर्ज किया गया था।