पटना, 01 फरवरी: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित इंटरमीडिएट (12वीं) की परीक्षा शनिवार से शुरू हो गई। परीक्षार्थियों के लिए पटना समेत सभी जिलों में 1677 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। सभी परीक्षा केंद्रों पर कदाचार मुक्त परीक्षा संपन्न करवाने को लेकर मुकम्मल व्यवस्था की गई है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के मुताबिक, इस साल 12वीं की परीक्षा में सभी संकायों में 12.92 लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं, जिसमें से 6.41 लाख से अधिक छात्राएं शामिल हैं। शनिवार को सुबह 9.30 बजे से परीक्षा शुरू हो गई है। पहली पाली में जीव विज्ञान और दर्शनशास्त्र की परीक्षा ली जा रही है, जबकि दूसरी पाली में दोपहर दो बजे से अर्थशास्त्र की परीक्षा ली जाएगी। बिहार बोर्ड की ओर से परीक्षा में गड़बड़ी रोकने के लिए कई तरह के दिशा-निर्देश पहले ही जारी कर दिए गए थे। परीक्षा केंद्र के अंदर कलम और पानी की बोतल के अलावा कुछ भी ले जाने की इजाजत नहीं है। सभी परीक्षा केंद्रों पर वीडियोग्राफी कराई जा रही है। परीक्षा केंद्र के 200 मीटर की परिधि में किसी भी अनधिकृत व्यक्ति के प्रवेश पर पाबंदी लगाई गई है। परीक्षा को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है। परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने के एक घंटे पहले प्रवेश करना शुरू हो गया, जबकि नौ बजे परीक्षा केंद्र का मुख्य दरवाजा बंद कर दिया गया। नौ बजे के बाद किसी भी परीक्षार्थी को अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई है। पटना में 85 केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें 75 हजार से अधिक परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। पटना सहित सभी जिलों में चार मॉडल परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित इंटर की परीक्षा 15 फरवरी तक चलेगी।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दी श्रद्धांजलि
पटना, 30 जनवरी: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर गुरुवार को स्वतंत्रता संग्राम के हुतात्माओं की स्मृति में मौन श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर मुख्य कार्यक्रम पटना के गांधी घाट पर आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस कार्यक्रम में पहुंचे और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्प-चक्र अर्पित कर महात्मा गांधी एवं हुतात्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर सशस्त्र पुलिस द्वारा सलामी दी गई तथा दो मिनट की शोक सलामी भी दी गई। मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम के हुतात्माओं की स्मृति में मौन श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, विधान पार्षद कुमुद वर्मा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, पुलिस महानिदेशक विनय कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा कई सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने भी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन किया और मौन श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर पूरा देश उन्हें याद कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर लिखा, “सभी देशवासियों को जागरूक और एकजुट कर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को एक जन आंदोलन में परिवर्तित करने वाले सत्य, अहिंसा और सदाचार के पुजारी, परम पूज्य राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को उनकी पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि।”
पटना : बीपीएससी की 70वीं पीटी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर फिर से सड़क पर उतरे छात्र
पटना, 30 जनवरी :बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने 70वीं प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) का परिणाम घोषित कर दिया है और मुख्य परीक्षा की तैयारी में जुटा है। इसी बीच, प्रारंभिक परीक्षा को रद्द करने को लेकर शुरू हुआ छात्रों का आंदोलन अभी भी जारी है। गुरुवार को पटना की सड़कों पर एक बार फिर बीपीएससी के अभ्यर्थियों ने उतरकर प्रदर्शन किया और प्रारंभिक परीक्षा रद्द कर पुनर्परीक्षा की मांग की। दरअसल, पटना के गर्दनीबाग धरनास्थल पर गुरुवार को बड़ी संख्या में अभ्यर्थी एकत्रित हुए और बीपीएससी कार्यालय का घेराव करने के लिए निकल गए। पुलिस ने छात्रों के इस हुजूम को इनकम टैक्स चौराहे पर रोकने का प्रयास किया। कुछ देर तो छात्र यहां बैठ गए और प्रदर्शन करते रहे। लेकिन, बाद में वे वहां से निकल गए। ये छात्र बीपीएससी कार्यालय की ओर बढ़ गए। कई छात्र हाथों में तिरंगा लिए हुए थे। सभी प्रदर्शनकारी पुनर्परीक्षा की मांग करते रहे। प्रदर्शन के दौरान अभ्यर्थियों ने कहा कि हमारी मांग पुनर्परीक्षा है और यह होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि शुक्रवार को पटना उच्च न्यायालय में इस मामले की सुनवाई है, आशा है कि अदालत का फैसला हम लोगों के पक्ष में आएगा। बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग ने 70वीं बीपीएससी पीटी परीक्षा का परिणाम 23 जनवरी को ही घोषित कर दिया था। 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में 21 हजार से अधिक अभ्यर्थी सफल हुए हैं। बीपीएससी की ओर से सिविल सेवा के पदों पर बहाली के लिए 70वीं प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन पिछले साल 13 दिसंबर को किया गया था। परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए पिछले डेढ़ महीने से पटना के गर्दनीबाग में अभ्यर्थियों का आंदोलन चल रहा है। इससे पहले भी अभ्यर्थी बीपीएससी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे थे। कई राजनीतिक दल भी छात्रों की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे। इसके बाद यह मामला पटना उच्च न्यायालय पहुंचा है।
बिहार : विवाद सुलझाने गए सासाराम सांसद के साथ मारपीट, सांसद सहित कई घायल
सासाराम, 30 जनवरी: बिहार के सासाराम से लोकसभा सांसद मनोज कुमार को गुरुवार को एक विवाद सुलझाना महंगा पड़ गया। स्थानीय लोगों ने मनोज कुमार और उनके समर्थकों पर हमला कर दिया, जिससे कई लोग घायल हो गए। सांसद के भी घायल होने की खबर है। पुलिस अब पूरे मामले की जांच कर रही है। बताया जाता है कि यह जमीन विवाद से जुड़ा मामला है। जानकारी के मुताबिक, कुदरा थाना क्षेत्र के नाथोपुर स्थित एक निजी स्कूल का संचालन कांग्रेस सांसद मनोज कुमार राम के भाई करते हैं। स्कूल के पास स्थित किसी जमीन को लेकर ग्रामीणों के साथ उनके भाई का विवाद चल रहा है। उसी विवाद को सुलझाने के लिए गुरुवार को कांग्रेस सांसद कुदरा पहुंचे थे। इसी दौरान ग्रामीणों ने हमला बोल दिया। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मामले की छानबीन में जुट गई। मोहनिया के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया, “नाथोपुर में सांसद के भाई एक स्कूल का संचालन करते हैं। स्थानीय लोगों से उनका कोई विवाद चल रहा था। इस बीच, सांसद लोगों को समझाने और विवाद सुलझाने नाथोपुर पहुंचे। इस दौरान, दोनों गुटों में झड़प हुई और फिर मारपीट हुई। इस घटना में छह-सात लोग घायल हुए हैं। सांसद के एक गार्ड और निजी सहायक भी घायल हैं। घटना में संलिप्त लोगों की पहचान की जा रही है।” इस घटना में सांसद भी घायल हुए हैं। चिकित्सक मनोज प्रभाकर ने बताया कि सांसद के सिर में भी चोट लगी है। उन्हें बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस के मुताबिक, घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। सभी घायल खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।
मुजफ्फरपुर में विश्वविद्यालय छात्रावास गेट पर फायरिंग, छात्रों में दहशत
मुजफ्फरपुर, 30 जनवरी : बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय के एक छात्रावास पर तड़के सुबह कई राउंड फायरिंग हुई है। गोलीबारी की इस घटना से छात्रावास के छात्र दहशत में हैं। इधर, घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक, बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय के ठक्कर बप्पा छात्रावास के मुख्य गेट पर गुरुवार की सुबह असामाजिक तत्वों ने फायरिंग की है। घटना की सूचना मिलते ही यूनिवर्सिटी थाना पुलिस सहित नगर पुलिस उपाधीक्षक सीमा कुमारी ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। बताया जाता है कि तीन दिन पहले इसी छात्रावास के छात्रों और पीजी-एक के छात्रों के बीच सरस्वती पूजा के चंदा को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद भयंकर झड़प हुई थी। इस दौरान कई छात्र घायल हो गए थे। अब वहीं पर गोलीबारी होने से छात्र डरे हुए हैं। पिछले दिनों हुए विवाद और मारपीट की घटना की प्राथमिकी विश्वविद्यालय थाना में दर्ज कराई गई थी, जिसमें सात लोगों को नामजद और अन्य अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। इस मामले की भी पुलिस अभी जांच कर रही है। आशंका जताई जा रही है कि उसी विवाद में दहशत फैलाने के उद्देश्य से इस घटना को अंजाम दिया गया होगा। मुजफ्फरपुर नगर की पुलिस उपाधीक्षक सीमा देवी ने बताया कि कुछ उपद्रवी तत्वों के द्वारा एक छात्रावास पर दहशत फैलाने के उद्देश्य से तीन राउंड फायरिंग की गई है। पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की जांच कर सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है। उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि सरस्वती पूजा को लेकर पहले भी विवाद हुआ था। जल्द ही उपद्रवियों को चिन्हित कर उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी।
बिहार में वाहनों पर फर्जी तरीके से ‘प्रेस’, ‘पुलिस’, ‘आर्मी’ लिखवाया तो होगी कार्रवाई
पटना, 30 जनवरी: बिहार के पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने प्रेस, पुलिस, आर्मी या ऐसे दूसरे शब्द लिखी गाड़ियों की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इसको लेकर निर्देश जारी कर दिए गए हैं। बिहार के पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने गुरुवार को पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि ऐसा देखा गया है कि अपराधी और असामाजिक तत्व इन शब्दों का गलत इस्तेमाल कर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं। इसलिए सभी पुलिस अधिकारियों को ऐसी गाड़ियों की सख्ती से जांच करने को कहा गया है। उन्होंने कहा, “इन स्टिकरों के जरिए अपराधी पुलिस को धोखा देकर अवैध गतिविधियों में शामिल रहते हैं। मेरा यह उद्देश्य नहीं है कि कोई वास्तविक हो उसे तंग किया जाए। पुलिस अधिकारियों को ऐसे लोगों पर सूक्ष्मता पूर्वक निगरानी रखने को कहा गया है, जिससे इस तरह के स्टिकर का प्रयोग कर कोई गलत धंधे में शामिल न हो। ऐसी कई घटनाएं देखी भी गई हैं।” उन्होंने हाल की ही एक घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि दरभंगा में एक ऐसी घटना सामने आई जिसमें एक व्यक्ति एडीएम रैंक का अधिकारी बताकर, कई बार पुलिस को धोखा दे चुका था। उसने अपने वाहन पर स्टिकर भी चिपकाया हुआ था। इस कारण स्टिकर लगाकर चलने वाले लोगों पर निगरानी रखना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जांच के क्रम में इस पर निगरानी रखी जाएगी। इधर, बिहार-उत्तर प्रदेश सीमा पर जाम की समस्या पर उन्होंने कहा कि प्रयागराज में शाही स्नान को लेकर ऐसी व्यवस्था की गई थी, गुरुवार से अब सभी व्यवस्था कर ली जाएगी। सभी वाहनों को अब गंतव्य के लिए जाने दिया जाएगा। उल्लेखनीय है प्रयागराज जाने वाले लोगों की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने उत्तर प्रदेश जाने वाले बड़े वाहनों को सीमा पार करने पर रोक लगा दी थी।
बिहार : दिल्ली के कर्तव्य पथ पर दिखेगी बिहार की परंपरा, आठ साल बाद दिखेगी प्रदेश की झांकी
पटना, 25 जनवरी: गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आठ सालों के बाद बिहार की झांकी दिखेगी। इस झांकी के जरिए बिहार की समृद्ध विरासत और परंपरा की झलक लोगों को देखने को मिलेगी। गणतंत्र दिवस समारोह में बिहार की झांकी आकर्षण का केंद्र बनी रहेगी। इस झांकी में राज्य की समृद्ध ज्ञान और शांति की परंपरा को प्रदर्शित किया गया है, जिसमें नालंदा की प्राचीन विरासत और उसके संरक्षण के प्रयासों को दर्शाया गया है। बिहार की झांकी के माध्यम से ज्ञानभूमि नालंदा की प्राचीन विरासत एवं उसके संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों के साथ ही नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना के माध्यम से बिहार को पुनः शिक्षा के मानचित्र पर वैश्विक रूप में स्थापित करने के प्रयास को दर्शाया गया है। इसके अतिरिक्त भगवान बुद्ध की अलौकिक एवं भव्य मूर्ति के साथ घोड़ा कटोरा झील को इको टूरिज्म स्थल के रूप में विकसित करने के अनूठे प्रयास को भी दर्शाया गया है। झांकी के अग्र भाग में बोधिवृक्ष “इसी धरती से ज्ञान का प्रकाश सम्पूर्ण विश्व में फैला है” का संदेश देती नजर आएगी। झांकी में प्राचीन नालंदा महाविहार (विश्वविद्यालय) के भग्नावशेषों को भी दर्शाया गया है, जो इस बात के साक्षी हैं कि चीन, जापान एवं मध्य एशिया के सुदूरवर्ती देशों से छात्र यहां ज्ञान की प्राप्ति के लिए आते थे। नालंदा विश्वविद्यालय के भग्नावशेष प्राचीन भारत की ज्ञान परंपरा के प्रतीक हैं। इन भग्नावशेषों का संरक्षण एवं संवर्द्धन भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को संजोने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। बिहार सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों से नालंदा का प्राचीन गौरव पुनर्स्थापित हो रहा है। झांकी में बिहार की प्राचीन एवं समृद्ध विरासत को भित्ति चित्रों के माध्यम से भी उकेरा गया है। उल्लेखनीय है कि नालंदा विश्वविद्यालय का लोकार्पण 19 जून 2024 को भारत के प्रधानमंत्री द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री की उपस्थिति में किया गया। प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय की वास्तुकला पर आधारित इस आधुनिक संरचना में सारिपुत्र स्तूप, गोपुरम प्रवेश द्वार तथा पारंपरिक बरामदे की अवधारणा को दर्शाया गया है। पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से निर्मित इन संरचनाओं से यह विश्वविद्यालय कार्बन न्यूट्रल तथा नेट जीरो कैम्पस के रूप में स्थापित हुआ है।
पटना : आचार्य प्रमोद कृष्णम ने उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा से की मुलाकात, कहा – बिहार ज्ञान की धरती है
पटना, 25 जनवरी: कल्कि धाम के पीठाधीश्वर एवं पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम बिहार के दौरे पर हैं। वह शनिवार को पटना में बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के आवास पहुंचे और उनसे मुलाकात की। दोनों के बीच हुई मुलाकात के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बिहार की धरती को नमन किया। उन्होंने कहा कि बिहार ज्ञान की धरती है। पत्रकारों से बातचीत के दौरान आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “बिहार की धरती ज्ञान की, मेधा की, थाती की, तपस्या की धरती है। बिहार की भूमि बहुत पावन है, हम उसको नमन करते हैं। मैं श्री कल्कि धाम से आया हूं। श्री कल्कि धाम दुनिया का ऐसा धाम है, जो भगवान के अवतार से पहले भगवान के अवतरण स्थल के रूप में स्थापित हो रहा है। श्री कल्कि धाम की स्थापना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। 19 फरवरी को स्थापना दिवस मनाया जा रहा है। मैंने उप मुख्यमंत्री को निमंत्रण दिया है। मैं चाहूंगा कि विजय सिन्हा अपने हाथ से एक शिला श्री कल्कि धाम में स्थापित करने के लिए वहां पधारे।” बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने इस मुलाकात के बाद कहा कि आचार्य का मेरे आवास पर आना हमारा सौभाग्य है। उन्होंने कहा कि हमारे ग्रंथों के अंदर वेदव्यास के रचित श्रीमद् भागवत और उसके अंदर कल्कि अवतार की चर्चा है। आज उसे जमीन पर आचार्य प्रमोद कृष्णम के द्वारा उतारा जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी भी उस स्थल पर गए हैं। उन्होंने कहा कि यह 21वीं सदी के बदलते भारत के विराट स्वरूप की एक शुरुआत है। निश्चित रूप से हम वहां जाएंगे और बदलते भारत के विराट स्वरूप का गवाह बनने का हमें भी मौका मिलेगा।
आम आदमी पार्टी मानसिक रूप से बीमार हो गई है : सम्राट चौधरी
पटना, 25 जनवरी: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार में भी राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी हुई है। बिहार में भी बयानबाजियों का दौर जारी है। आम आदमी पार्टी (आप) के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित कई भाजपा नेताओं को ‘बेईमान’ बताए जाने पर बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने जोरदार निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी मानसिक रूप से बीमार हो गई है। पटना में पत्रकारों से चर्चा के दौरान जब उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता मानसिक रूप से बीमार हो चुके हैं और उन्हें दिल्ली में हार दिख रही है। इस कारण इस तरह के पोस्टर लगाए जा रहे हैं। दरअसल, दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पारा बढ़ा हुआ है। इस बार चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में एक कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी ने भाजपा और कांग्रेस के खिलाफ पोस्टर वॉर शुरू कर दिया है। इस पोस्टर में उन्होंने भाजपा के कई नेताओं के साथ-साथ कांग्रेस पर भी निशाना साधा है। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर एक चरण में पांच फरवरी को वोटिंग होनी है और नतीजे आठ फरवरी को आएंगे। आम आदमी पार्टी ने मतदान से पहले सोशल मीडिया पर एक पोस्टर शेयर किया है। इस पोस्टर में लिखा है, “केजरीवाल की ईमानदारी सभी बेईमान लोगों पर भारी पड़ेगी।” इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दिल्ली भाजपा के नेताओं की तस्वीरें भी हैं। इस पोस्टर में राहुल गांधी की भी तस्वीर है। इसी पोस्टर को लेकर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है।
सोनू-मोनू के पिता बोले अनंत सिंह ने शुरू की फायरिंग, अनंत का जवाब- सोनू-मोनू किडनैपर और चोर हैं
पटना, 23 जनवरी: बिहार की राजनीति में बाहुबली छवि के लिए चर्चित पूर्व विधायक अनंत सिंह पर हमले के बाद मोकामा और बाढ़ इलाके में गैंगवार के भड़कने की आशंका बढ़ गई है। अनंत सिंह पर हमला तब हुआ जब वे मोकामा के नौरंगा गांव में एक विवाद सुलझाने पहुंचे थे। उनका दावा है कि गांव के कुछ गरीब लोगों ने उनसे मदद की गुहार लगाई थी, जिनके घरों पर कुछ प्रभावशाली लोगों ने जबरन ताले लगा दिए थे। उन्होंने अपने समर्थकों को ताले खोलने का निर्देश दिया और संबंधित लोगों को बुलाने को कहा। इस दौरान सोनू-मोनू नामक व्यक्तियों और उनके समर्थकों ने फायरिंग शुरू कर दी। वीडियो फुटेज में ताबड़तोड़ गोलीबारी देखी गई, जिसमें दावा किया जा रहा है कि लगभग 70 राउंड गोलियां चलीं। घटना में अनंत सिंह के एक समर्थक को गर्दन पर गोली लगने की भी खबर है। घटना के बाद मीडिया से बातचीत में अनंत सिंह ने कहा कि “सोनू-मोनू किडनैपर और चोर हैं। उनके पिता भी डकैत थे। ये लोग लोगों के खेत लूटते हैं और पिस्टल लेकर घूमते हैं। अगर पुलिस ने समय पर कार्रवाई की होती, तो यह घटना नहीं होती।” उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने उनकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की और पैसे लेकर मामले को दबा दिया। अनंत सिंह ने कहा कि “मैं सुरक्षा की मांग नहीं करता। यह सरकार पर है कि मुझे जेल भेजे या ना भेजे। मुझे अपने खिलाफ केस से कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं हमेशा गरीबों के साथ खड़ा रहूंगा।” वहीं सोनू और मोनू के पिता ने आरोप लगाया है कि अनंत सिंह ने ही गोलीबारी शुरू की थी। उनके अनुसार, अनंत सिंह पर पहले से ही एफआईआर दर्ज है।