नई दिल्ली, 13 जुलाई: दिल्ली सरकार के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने रविवार को पल्ला क्षेत्र में यमुना नदी का निरीक्षण किया। यह वही स्थान है जहां यमुना हरियाणा से होकर दिल्ली में प्रवेश करती है। निरीक्षण के दौरान मंत्री ने विभागीय अधिकारियों के साथ बोट से यमुना के जलस्तर और तटीय स्थिति का जायज़ा लिया। नदी के पानी के सैंपल भी एकत्र किए गए हैं, ताकि उसकी गुणवत्ता की जांच कराई जा सके।
निरीक्षण के बाद मंत्री ने बताया कि पल्ला क्षेत्र में यमुना का पानी बिल्कुल साफ है, लेकिन जैसे ही नदी दिल्ली में आगे बढ़ती है, इसका रंग गहरा और गंदा होता जाता है। इस अंतर को समाप्त करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि दिल्ली में भी यमुना वैसी ही साफ और स्वच्छ दिखाई दे जैसी पल्ला क्षेत्र में है। मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि जहां पानी कुछ ही मिनटों में निकल जाए, उसे वॉटर लॉगिंग नहीं कहा जा सकता।
जलभराव तभी माना जाता है जब किसी इलाके में पानी 4 से 5 घंटे तक भी न निकले। फिलहाल अधिकतर इलाकों में नालों की सफाई और जल निकासी व्यवस्था सही ढंग से काम कर रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नदी किनारे के सभी इलाकों की निगरानी लगातार की जाए और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए टीमें पूरी तरह सतर्क रहें। दिल्ली सरकार का कहना है कि यमुना को स्वच्छ बनाने और जलभराव की समस्या से निपटने के लिए व्यापक योजना पर काम हो रहा है।
मंत्री ने कहा कि हजारों करोड़ के काम जितने भी डिसेंट्रलाइज्ड एसटीपी थे जितनी पाइपलाइन बिछनी थी, जितनी पानी पाइप लाइन बिछनी है और जो कुछ भी यमुना मां की सफाई के लिए किया जाना है, उसके निर्मल प्रभाव के लिए जो होना चाहिए, लगातार सरकार उसे कर रही है। आज यमुना तट से योग की क्रियाओं से समझता हूं दिल्ली वालों को यह संदेश देना है कि यमुना जी साफ हो रही है।