ब्रातिस्लावा/नई दिल्ली, 10 अप्रैल: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को ऐतिहासिक ब्रातिस्लावा कैसल में उनके सम्मान में आयोजित भोज में भाग लिया। स्लोवाकिया के प्रेसिडेंट पीटर पेलेग्रिनी इस कार्यक्रम के आयोजक थे।

राष्ट्रपति कार्यालय ने एक्स को बताया, “स्लोवाक कलाकारों ने दोनों देशों के बीच मजबूत सांस्कृतिक बंधन को दर्शाते हुए राष्ट्रीय गान सहित आकर्षक म्यूजिकल परफॉर्मेंस दीं।” राष्ट्रपति मुर्मू ने गर्मजोशी भरे स्वागत और आतिथ्य के लिए स्लोवाक सरकार और स्लोवाकिया के लोगों को धन्यवाद दिया।

पोस्ट में बताया गया, “उन्होंने कहा कि योग, आयुर्वेद से लेकर भारतीय व्यंजनों तक, स्लोवाकिया में भारतीय संस्कृति के प्रति प्रेम हमारे लोगों के बीच मजबूत संबंधों का प्रमाण है। उन्होंने दोनों देशों के बीच मैत्री के बंधन को मजबूत करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।”

इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रेसिडेंट पीटर पेलेग्रिनी ने भारत-स्लोवाकिया संबंधों के अलग-अलग पहलुओं की समीक्षा की और विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में काम करने पर सहमति जताई।

बैठक और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के दौरान, राष्ट्रपति मुर्मू और पेलेग्रिनी ने साझे वैश्विक और क्षेत्रीय हितों के मुद्दों पर भी चर्चा की। भारतीय पक्ष की ओर से प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में राज्य मंत्री निमूबेन बंभानिया के साथ-साथ सांसद धवल पटेल, संध्या रे और वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।

राष्ट्रपति ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रेसिडेंट पेलेग्रिनी की व्यक्तिगत प्रतिबद्धता और पहल की सराहना की। दोनों नेताओं की उपस्थिति में दो एमओयू का आदान-प्रदान किया गया। यह लगभग तीन दशकों में किसी भारतीय राष्ट्रपति की स्लोवाकिया की पहली यात्रा है।

राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू की स्लोवाकिया की दो दिवसीय यात्रा इस बात का संकेत देती है कि भारत स्लोवाक गणराज्य के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को कितना महत्व देता है। इससे रक्षा, विज्ञान, टेक्नोलॉजी, शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में गहन सहयोग और नई पहलों के शुरू होने की उम्मीद है।

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